तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
26 अगस्त 2011
क्या स्थाई समिति सानसद से बढ़ी है ..
सनसनीखेज- चीन ने भारत पर तानीं परमाणु मिसाइलें, बॉर्डर पर तैनाती
वाशिंगटन.चीन ने भारत के खिलाफ अत्याधुनिक परमाणु मिसाइलें तैनात की हैं। इससे दोनों देशों में पहले से चल रहा अविश्वास और बढ़ रहा है। यह जानकारी पेंटागन की एक रिपोर्ट में दी गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार चीन ने तरल ईंधन वाली ‘सीएसएस-2 आईआरबीएम’ की जगह ठोस ईंधन वाली अत्याधुनिक ‘सीएसएस-5 एमआरबीएम’ न्यूक्लियर मिसाइलें तैनात की हैं।
पेंटागन ने चीन की सैन्य ताकत पर यह वार्षिक रिपोर्ट अमेरिकी संसद में पेश की है। रिपोर्ट के अनुसार भारत-चीन सीमा पर बुनियादी ढांचे को बेहतर करने के लिए चीन सड़क और रेल नेटवर्क विकास पर बहुत ज्यादा राशि खर्च कर रहा है। इसे पश्चिमी चीन के विकास तथा चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी को मजबूती देने के रूप में देखा जा रहा है।
पूर्वी एशिया के लिए सहायक रक्षा उपमंत्री माइकल शिफर ने कहा, ‘चीन के इस कदम से क्षेत्र में अस्थिरता आ सकती है।’ चीन हमेशा से पाक को उन्नत हथियार मुहैया कराता रहा है। कुछ समय पहले ही जे एफ-17 लड़ाकू विमान, एफ-22पी युद्ध पोत, के-8 ट्रेनर, एफ-7 विमान, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों समेत कई हथियार और टेक्नोलॉजी पाक ने चीन से लिए हैं। रिपोर्ट के अनुसार दोनों देशों के बीच हुए इन सौदों ने भारत के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
अब फेसबुक पर नहीं होगी फोटो टैग
फेसबुक पर फोटो टैग करना युवाओं को काफी पसंद आता है। लेकिन फेसबुक की नई व्यवस्था के तहत यह फैसला लिया गया है कि अब यह फैसला खुद आप करेंगे कि आपके मित्र किसी फोटो के वितरित होने से पहले उस पर आपका नाम डाल सकते हैं या नहीं। अभी तक आपके दोस्त या रिश्तेदार बिना आपकी इजाजत के किसी फोटो पर आपका नाम डाल सकते हैं। फेसबुक ने यह परिवर्तन लोगों के आग्रह पर किया है। ये पविर्तन गुरूवार से शुरू हो जाएगा।
मोदी की आंख में हो अल्लाह का दीदार : अब्दुल्ला
अब्दुल्ला ने उन्होंने यह भी कहा कि राम केवल हिंदुओं के ही नहीं बल्कि समूचे विश्व के हैं। मोदी के राम फारूख के भी राम हैं। अल्लाह मेरे भी हैं और मोदी के भी। भगवान मंदिर में नहीं हृदय में विराजते हैं। इस ईश्वर को आपने पहचान लिया तो पता चल जाएगा कि भगवान-खुदा में फर्क नहीं होता।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हिंदुस्तान जब तक धर्म है देश के विकास को कोई अवरुद्ध नहीं कर सकता। जब धर्म नहीं होगा तो देश ही क्या समूचे विश्व को कोई बचाने वाला नहीं होगा। अब्दुल्ला ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए गुजरात की प्रशंसा भी की ।
पालिका संशोधन विधेयक : विरोध में आए मेयर
जयपुर मेयर ज्योति खंडेलवाल, कोटा मेयर रत्ना जैन, अजमेर मेयर कमल बाकोलिया ने इस संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए इसे विधानसभा में नहीं रखने की मांग की है। तीनों महापौरों ने साझा बयान जारी कर इस प्रावधान का विरोध किया है। इनका तर्क है कि निकाय प्रमुखों के नियंत्रण में पहले से ही अफसर नहीं है और इस प्रावधान से जनप्रतिनिधियों के हाथ में कुछ नहीं रह जाएगा। तीनों महापौरों ने मुख्यमंत्री, स्वायत्त शासन मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से मिलकर भी संशोधन विधेयक विधानसभा में पेश नहीं कराने की मांग की है।
निगाहें संसद पर: प्रणब के बयान से शुरू होगी बहस, प्रस्ताव पारित होने पर सस्पेंस कायम
नई दिल्ली. अन्ना का अनशन कब टूटेगा? इस सवाल का जवाब अभी भी अंधेरे में है। शनिवार को लोकसभा में अन्ना की मांगों पर चर्चा होगी। यह चर्चा किसी नियम के तहत नहीं होगी। इस पर न तो मतदान होगा और न ही प्रस्ताव पारित किए जाने को लेकर सरकार ने कोई संकेत दिया है। अन्ना कह चुके हैं कि अगर प्रस्ताव पारित नहीं हुआ तो वह अनशन नहीं तोड़ेंगे।
लोकपाल बिल के मुद्दे पर कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी ने शुक्रवार को पहली बार अपनी राय सार्वजनिक तौर पर जाहिर की। लोकसभा में शून्य काल में इस मुद्दे पर बोलते हुए राहुल ने जहां अन्ना के आंदोलन पर निशाना साधा, वहीं निजी तौर पर अन्ना की तारीफ की। राहुल ने कहा, 'अन्ना जी का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने आम लोगों की आवाज उठाई है। मैंने भी देश भर की यात्रा की है और सभी तरह के लोगों की भावनाएं और उनकी समस्याएं जानता हूं। भ्रष्टाचार से लड़ना आसान नहीं है। प्रभावी लोकपाल भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सिर्फ एक हथियार भर है। सिर्फ इसी कानून से भ्रष्टाचार नहीं मिटेगा। मैं चाहता हूं कि चुनाव आयोग की तरह लोकपाल को संवैधानिक संस्था बनाया जाए। मेरे खयाल से लोकपाल भी भ्रष्ट हो सकता है।मैं चाहता हूं कि भ्रष्टाचार पर बहस का स्तर और ऊपर उठा दिया जाए।'
अन्ना के आंदोलन पर तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस के महासचिव ने कहा कि इस तरह के विरोध प्रदर्शन से खतरनाक परंपरा की शुरुआत होगी जो हमारी संसदीय प्रणाली को कमजोर करेगा। उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं कि भ्रष्टाचार हर जगह है। इससे लड़ना गरीबी हटाने का मुख्य हथियार है। नरेगा या भूमि अधिग्रहण ऐसे ही कानून हैं। भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए नियम कानून जरूरी हैं। लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति भी जरूरी है।' राहुल के बयान के बीच में लोकसभा में जमकर हो हल्ला हुआ। विपक्ष का कहना था कि किस नियम के तहत राहुल गांधी को शून्य काल में बोलने की इजाजत दी गई। इस पर सदन में करीब पांच मिनट तक जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा से निकलने के बाद संसद परिसर में जब राहुल गांधी से पूछा गया कि आप इतने दिन इस मुद्दे पर क्यों चुप थे? तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं सोच समझकर बोलता हूं।
राहुल को सुनने के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेसी सांसद जुटे थे। उनकी बहन प्रियंका भी वहां मौजूद थी। राहुल जिस समय सदन में बोल रहे थे, ठीक उसी समय अन्ना हजारे भी रामलीला मैदान में मंच पर आए और 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' की हुंकार के साथ समर्थकों का उत्साह बढ़ाया।
अन्ना 12 दिन से अनशन पर हैं। सरकार अब किसी भी तरह उनका अनशन तुड़वाना चाहती है। इस मकसद से लोकसभा में अन्ना की शर्तों पर शुक्रवार को ही बहस कराने की तैयारी थी। नियम 193 के तहत (जिसमें वोटिंग की व्यवस्था नहीं है) दोपहर ढाई बजे से शुरू होनी थी, लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही साढ़े तीन बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष ने हंगामा इसलिए किया क्योंकि उसकी ओर से नियम 184 के तहत जन लोकपाल पर चर्चा के लिए नोटिस दिया था। बाद में कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तब भी हंगामा जारी रहा और सरकार ने साफ कर दिया कि ऐसे में अब बहस शनिवार को ही होगी। फिर तय हुआ कि शनिवार 11 बजे वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी लोकसभा में बयान देंगे। इसके साथ ही चर्चा की शुरुआत होगी। भाजपा इसका विरोध कर रही है। ऐसे में शनिवार को भी लोकसभा में शुक्रवार की ही तरह हंगामे के आसार हैं और अन्ना का अनशन टूटने की उम्मीद अधर में फंस गई लगती है।
सरकार के इस रुख पर टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी आग बबूला हो गईं। उन्होंने रामलीला मैदान के मंच से सांसदों की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें साफ तौर पर स्पष्ट करना चाहिए कि वह जन लोकपाल बिल के हक में हैं या नहीं। उन्होंने कहा, 'हमारे साथ धोखा करने वाले सांसदों को हम अगली बार वोट नहीं देंगे।' जिस समय बेदी यह बात कह रही थीं, तभी वहां भाजपा नेता अनंत कुमार और गोपीनाथ मुंडे भी पहुंचे हुए थे। बेदी ने उन पर भी निशाना साधा।
बेदी ने कहा कि अब शनिवार को भी देखना है कि संसद में कौन सांसद हमारे पक्ष में बोलता है। यहां आकर तो कई सांसदों ने साथ होने का दावा किया है। पर हम टीवी पर बहस देख कर उनकी निष्ठा तय करेंगे और अगर वे हमारे हक में बोलने वाले सांसद निकले तो उन्हें अगले चुनाव में वोट देंगे, वरना नहीं।
इन तस्वीरों को देखकर आपकी रूह कांप जाएगी....
एक तस्वीर एक हजार शब्दों के बराबर होती है और अगर ऐसे में फोटो ऐसी हो कि देखने वाला दांतो तले अंगुलियां दबा ले तो बात ही क्या। फोटोग्राफी के द्वारा असंभव को भी संभव बना कर पेश किया जा सकता है।
अन्ना के मंच से बहके ओम पुरी: मंत्री-पत्रकार पर किया निजी आक्षेप
नई दिल्ली.रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे अन्ना हजारे के मंच पर आज उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब सिने अभिनेता ओमपुरी ने इस मंच से नेताओं को भला बुरा कहना शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ते देख टीम अन्ना के समर्थकों ने ओमपुरी को मंच से उतारा। इसके बाद उन्हें पिछले दरवाजे से मैदान से बाहर निकाला गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ओमपुरी भाषण देते समय कई बार मूल मुद्दे से बहक गए। जब एक अन्ना समर्थक ने उन्हें टोका तो खुद ओमपुरी ने भी मंच से यह स्वीकार किया कि वह बहक गए थे। उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी।
अन्ना हजारे और उनके आंदोलन के प्रति अपना समर्थन जाहिर करने शाम करीब छह बजे मंच पर पहुंचे ओमपुरी ने शुरू में तो देश के नेताओं को भला बुरा कहा फिर उन्होंने केंद्र सरकार में एक मंत्री पर नाम लिए बिना निशाना साधा। रुपहले पर्दे पर गंभीर अभिनय के लिए मशहूर ओमपुरी ने एक टीवी पत्रकार को भी नाम लेकर भला बुरा कहा। इसके बाद आयोजकों में से एक व्यक्ति ने ओम पुरी के कान में कुछ कहा। तब ओम पुरी बोले, 'माफ कीजिएगा, मैं बहक गया था। मुझे किसी पर निजी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी।' यह कह कर उन्होंने अपना भाषण खत्म किया। जब वह मंच से उतरने लगे तो उनके कदम लड़खड़ा रहे थे। उन्हें एक व्यक्ति ने सहारा देकर मंच से उतारा।
जिस वक्त ओमपुरी अन्ना के मंच से अपना ‘भाषण’ दे रहे थे, उस वक्त उनका हाव भाव ऐसा था कि जैसे वो नशे में धुत हों। वो झूम-झूमकर अपनी बातें रख रहे थे लेकिन उनकी जुबान लड़खड़ा रही थी। वह एक मुद्दे से दूसरे मुद्दे पर कब चले जाते, पता ही नहीं चलता। और उनकी बातों का कहीं से कोई तारतम्य भी नहीं झलकता था। एक समय तो उन्होंने मंच से सीधा सवाल किया, 'यहां कोई पंजाबी है? यहां कितने पंजाबी हैं?'
ओमपुरी ने अन्ना के मंच से एक ओर जहां भगत सिंह सहित देश की आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले शहीदों को सलाम किया वहीं देश के सांसदों को 'नालायक' तक कह दिया। लगे हाथ उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से गुहार की कि वो अन्ना की मुहिम में हिस्सा लेने के लिए रामलीला मैदान पहुंचे, नहीं तो मुंबई से ही अपील जारी करें।
भाई सय्यद मासूम को उनके जन्म दिन पर हार्दिक बधाई
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- BSc.(Chem) Retired Banker(Branch Manager),ब्यूरो चीफ देश की मर्यादा( HW) ,
- मुंबई, उनका जो फ़र्ज़ है वो अहले सियासत जानें मेरा पैग़ाम मुहब्बत है जहां तक पहुंचे.'जिगर मुरादाबादी/ ब्लोगेर की आवाज़ बड़ी दूर तक जाती है, इसका सही इस्तेमाल करें और समाज को कुछ ऐसा दे जाएं, जिस से इंसानियत आप पे गर्व करे / यदि आप की कलम मैं ताक़त है तो इसका इस्तेमाल जनहित मैं करें.