आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

04 सितंबर 2011

सेक्स पर टैक्स! जर्मनी के इस शहर में हुआ अनूठा प्रयोग...

| Email Print
बॉन. जर्मनी के बॉन शहर में यौनकर्मियों को कर प्रणाली के दायरे में लाने के लिए एक अजीब तरीक़ा अपनाया जा रहा है। सड़कों पर काम कर रही यौनकर्मियों के लिए बॉन की सड़कों पर मीटर लगाए गए हैं जिसके ज़रिए हर रात काम करने के लिए उन्हें छह यूरो के ख़र्च पर एक परमिट लेना होगा।

फ़िलहाल अनेक पश्चिमी देशों में सड़कों पर मीटर लगे रहते हैं और ये सड़क पर निश्चित स्थानों पर पार्किंग के लिए पैसे जमा करने पर टिकट जारी करते हैं।जो यौनकर्मी ऐसा नहीं करते उन पर प्रतिबंध लग सकता है या फिर उन्हें 264 यूरो का जुर्माना देना पड़ सकता है।

बॉन में 200 योनकर्मी है।

बॉन की प्रशासन की एक प्रवक्ता इसाबेल क्लोत्ज़ ने कहा, "हालाँकि विशेष इलाक़ों में काम कर रही यौनकर्मी कर देती हैं लेकिन सड़कों पर काम करने वाली यौनकर्मियों के लिए ये पहला ऐसा प्रयोग है।"लेकिन यौनकर्मियों के अधिकारों के लिए काम करने वाली कार्यकर्ता जुआनीता रोसीना ने इसका विरोध किया है और कहा है कि यौनकर्मियों के पहले से कर देना पड़ता है।

साइबर क्राइम के मामले में नहीं होती कार्रवाई

Email Print Comment
उदयपुर.साइबर क्राइम के मामले में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इसका शिकार होने वाले लोगों को मामला दर्ज कराने के लिए थाने के चक्कर लगाने पड़ते हैं। अफसरों का दबाव बढ़ने पर मामला दर्ज होने के बाद भी पीड़ित लोगों को न्याय नहीं मिलता है।

उदयपुर में अब तक दर्ज हुए मामलों में कोई निष्कर्ष नहीं निकला है।पुलिस द्वारा आईटी एक्ट 2000 में प्रावधानों के मुताबिक जांच नहीं करने, कमजोर साक्ष्य प्रस्तुत करने का लाभ आरोपियों को मिला है। धोखाधड़ी के दो मामलों में आरोपी की गिरफ्तारी के बावजूद उसे आसानी से जमानत मिल गई।

चार वर्ष पूर्व ऑनलाइन लॉटरी से धोखाधड़ी में नाइजीरियन फेथ ऑनियानों को पकड़ा गया। इसी तरह दीप्ति कौशल के मामले में भी पांच नाइजीरियन गिरफ्तार किए जो जमानत पर रिहा हो गए।

फेस बुक पर फर्जी एकाउंट की शिकायत लेकर कॉलेज छात्रा अनुराधा (परिवर्तित नाम) ने पुलिस में संपर्क किया तो उसे अलग, अलग थानों के चक्कर लगाने पड़े।

उदयपुर में ही मार्केटिंग करने वाले अंकित सिसोदिया के मोबाइल नंबर को किसी ने लड़की के नाम से अश्लील वेबसाइट पर डाल दिए। फोन से परेशान युवक ने अंबामाता थाने संपर्क किया तो वहां नियुक्त अधिकारी ने मुकदमा दर्ज करने से इंकार कर दिया।

प्राइवेट स्कूल की अध्यापिका फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाए जाने की शिकायत लेकर गोवर्धन विलास थाने पहुंची, लेकिन पुलिस अधिकारी के मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया।

अगर मोबाइल की घंटी बजे और दिखे +23.. तो... सावधान!


भोपाल। आपके पास भी यदि किसी विदेशी नंबर से मिस कॉल आता है तो जरा सावधान रहें। मिस कॉल का जवाब देने पर हो सकता है कि आपके मोबाइल का पूरा बैलेंस खत्म हो जाए। जानकार मानते हैं कि इन कॉल्स के पीछे एक बड़ा गिरोह सक्रिय है। जिसका मकसद आपके बैलेंस में सेंध लगाकर फायदा कमाना है। जालसाजों का नेटवर्क इतना गहरा है कि सायबर पुलिस का भी वहां तक पहुंचना आसान नहीं है।

दरअसल इन दिनों राजधानी में सभी कपंनियों के मोबाइल नंबर पर +23 समेत दूसरी सीरीज के आईएसडी कोड के जरिए मिस कॉल आ रहे हैं। ये आईएसडी कोड मलेशिया का है। इस नंबर से सभी मोबाइल कंपनियों के ग्राहकों को लगातार मिस कॉल आ रहे हैं।

मिस कॉल आने पर संबंधित मोबाइल धारक जैसे ही उस नंबर पर वापस कॉल करता है, तो उसके बैलेंस से सौ रुपए से लेकर डेढ़ सौ रुपए कट जाते हैं। कॉल लगते ही दूसरी ओर आईवीआरएस (इंटरनल वाइस रिकॉर्डिग सिस्टम) शुरू हो जाता है। ये सिस्टम विदेशी भाषा में होता है और प्रति मिनट के हिसाब से मोबाइल धारक का पैसा लगना शुरू हो जाता है।

ट्राई को सिर्फ देश के भीतर कार्रवाई का अधिकार
इन विदेशी नंबरों से आने वाले कॉल्स पर शिकंजा कसने में मोबाइल कंपनियां और टेलीफोन रेग्यूलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई ) भी मजबूर नजर आ रही है। इसकी वजह यह है कि ट्राई का देश के अंदर कंपनियों पर कार्रवाई करने का अधिकार है। विदेशी टेलिफोन कंपनियों पर पर ट्राई का कोई नियंत्रण नहीं होता है। वहीं मोबाइल कंपनी भी शिकायत मिलने पर संबंधित नंबर को तो ब्लॉक कर सकती हैं, लेकिन उस सीरीज के सभी नंबरों को ब्लॉक करना उनके लिए संभव नहीं है।

पूरी तरह कमर्शियल होते हैं ये इंटरनेशनल कॉल
सायबर सेल आईजी राजेंद्र मिश्रा के मुताबिक इस तरह के इंटरनेशनल कॉल कॉमर्शियल होते हैं। लिहाजा साधारण कॉल की अपेक्षा इन कॉल्स की दर बहुत ज्यादा होती है। आईजी ने बताया कि विदेशी कॉल करने के दौरान जो भी बैलेंस खर्च होता है, उसका पचास फीसदी हिस्सा सर्विस प्रोवाइडर के खाते में जाता है।

उनका मानना है कि ऐसे कॉलर्स पर तभी कार्रवाई की जा सकती है, जब एमएएलटी (म्यूचुअल असिस्टेंस लीगल ट्रीटी) के जरिए उन पर रोक लगाने की कोशिश की जाए। हालांकि सायबर सेल को फिलहाल इस मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है

अन्‍ना की चेतावनी- बदला लेने से बाज आए सरकार, वरना फैल सकती है अशांत

| Email

रालेगण सिद्धि. टीम अन्ना के तीन सदस्यों को सांसदों के विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिलने पर अन्ना हजारे ने सरकार पर पलटवार किया है। अन्ना ने रालेगण सिद्धि में कहा कि सरकार के पास ताकत है, वह कुछ भी कर सकती है। अन्ना ने शुक्रवार को रालेगण सिद्धि में ही सरकार से अपील की थी कि वह अरविंद केजरीवाल को परेशान न करे।

टीम के सदस्यों को विशेषाधिकार हनन और आयकर विभाग के नोटिस मिलने पर अन्ना हजारे ने सरकार को चेताया कि सिविल सोसायटी के सदस्यों को बेवजह परेशान करने से देश में अशांति पैदा हो सकती है। अन्ना ने कहा, इससे समाज में अशांति पैदा होगी। मैं सरकार से गुजारिश करता हूं कि वह बदला लेने का रवैया छोड़े। सरकार को जन लोकपाल बिल आंदोलन के बाद गलत संदेश देने की बजाय लोगों में विश्वास पैदा करने और खाई को पाटने की कोशिश करनी चाहिए।


भारी जन समर्थन के बूते जन लोकपाल बिल पर सरकार को झुका देने वाले अन्‍ना ने ज़ेड श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने के मुद्दे पर कहा कि देश और समाज की भलाई के लिए मरने से क्या डरना? मुझे मौत की परवाह नहीं। बहुत जल्द वापस कर दूंगा जेड श्रेणी की सुरक्षा। दिल के दौरे से मरने से अच्छा है देश के लिए मरना। क्या भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने सुरक्षा मांगी थी? क्या उन्हें सुरक्षा मिलती तो देश के लिए बलिदान कर पाते?

अन्ना ने कहा कि वह जल्द ही महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर. आर. पाटिल को चिट्ठी लिखकर ऐसी सुरक्षा न दिए जाने की बात कहेंगे। अन्ना ने कहा कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है लेकिन अभी पूरी तरह से ठीक होने में वक्त लगेगा। उन्होंने बताया कि उनका वजन साढ़े तीन किलो रिकवर हो चुका है। गौरतलब है कि टीम अन्‍ना के सदस्‍य और वरिष्‍ठ वकील प्रशांत भूषण को संसद के विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिला है। भूषण पर सार्वजनिक रूप से यह कहने का आरोप है कि सांसद पैसे लेकर कानून पास करते हैं। भूषण को 14 सितंबर तक इस नोटिस का जवाब देना है। भूषण ने कहा, ‘मुझे विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिला है और मैं इसका जवाब दूंगा।’

अन्‍ना के सबसे करीबी सहयोगी अरविंद केजरीवाल को भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा गया है। किरण बेदी को पहले ही नोटिस भेजा जा चुका है। अगर इनके खिलाफ लगे आरोप सही पाए गए और संसद से विशेषाधिकार हनन का प्रस्‍ताव पारित हो गया तो तीनों को 15 दिन की जेल भी हो सकती है। इससे पहले इसी टीम एक और अहम सदस्य किरण बेदी को भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिल चुका है। तीनों सदस्यों को 14 सितंबर तक जवाब देना है।

भाई दिनेश राय जी दिविवेदी को आज उनके जन्म दिन पर हार्दिक बधाई

भाई दिनेश राय जी दिविवेदी को आज उनके जन्म दिन पर हार्दिक बधाई ..ब्लोगिग्न की दुनिया के सिरमोर कहे जाने वाले भाई दिनेश जी का जन्म आज ही के दिन बारां में एक सिद्धांतवादी अध्यापक परिवार के यहाँ हुआ था ...मजेदार बात यह है के कल टीचर्स दे है और आज भाई दिनेश जी का जन्म
दिन है .....पेशे से वकालत कर रहे भाई दिनेश जी पत्रकार लेखक और कवि भी रहे हैं और अभी विभिन्न साह्तियिक संस्थाओं से जुड़ कर साहित्य के सेवा और हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार कर रहे हैं ...........हिंदी ब्लोगिंग में कई वर्षों से जुड़ कर हिंदी ब्लोगिग्न को सजाने संवारने और कई बेहिसाब सेद्धान्तिक और रचनात्मक पोस्टें लिख कर अपना विशिष्ठ स्थान बनाने वाले द्विवेदी जी अनवरत ब्लॉग के लेखक है और कई ब्लॉग के रचयिता.मार्ग दर्शक भी रहे हैं वर्तमान में विधि मामलात के उलझे सवालातों पर देश भर में पीड़ित लोगों को विधिक रूप से साक्षर कर भाई द्विवेदी जी ने विविध आयाम स्थापित किये हैं .....वकालत में बुलंदी और सियासत में कोमरेड गिरी ने भाई दिनेश को हर दिल अज़ीज़ बना दिया है पढना और पढ़ाना इनका काम है और इन दिनों हमारी वाणी ब्लॉग एग्रीगेटर के सम्पादक के रूप में आप महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं अनछुए पहलुओं को बहतरीन अंदाज़ में लिखना और प्रस्तुत करना दिनेश जी की प्रतिभा में चार चाँद लगा देता है और यही वजह के ब्लोगर्स इनके ब्लॉग पर टिप्पणियाँ करना अपना मान सम्मान समझते हैं ऐसे महान ब्लोगर भाई दिनेश द्विवेदी को उनके जन्म दिन पर मेरा सलाम .........................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राधाजन्माष्टमी 5 को, सुख-समृद्धि देता है यह व्रत

| Email Print Comment

भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को राधाजन्माष्टमी का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इसी दिन श्रीकृष्णप्रिया श्रीराधिकाजी का जन्म वृषभानुपुरी नामक नगर में हुआ था। शास्त्रों के अनुसार वृषभानुपुरी के राजा वृषभानु शास्त्रों के ज्ञाता तथा श्रीकृष्ण के आराधक थे। उनकी पत्नी श्रीकीर्तिदा के गर्भ से भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मध्याह्न काल में श्रीराधिकाजी का जन्म हुआ था। इस बार यह पर्व 5 सितंबर, सोमवार को है।

व्रत विधान

श्रीराधाजन्माष्टमी के दिन व्रत रखकर उनकी पूजा करें। श्रीराधाकृष्ण के मंदिर में ध्वजा, पुष्पमाला, वस्त्र, तोरण आदि अर्पित करें तथा श्रीराधाकृष्ण की प्रतिमा को सुगंधित पुष्प, धूप, गंध आदि से सुसज्जित करें। मंदिर के बीच में पांच रंगों से मंडप बनाकर उसके अंदर सोलह दल के आकार का कमलयंत्र बनाएं। उस कमलयंत्र के बीच में श्रीराधाकृष्ण की युगल मूर्ति पश्चिम दिशा में मुख कर स्थापित करें तत्पश्चात अपनी शक्ति के अनुसार पूजा की सामग्री से उनकी पूजा अर्चना कर नैवेद्य चढ़ाएं। दिन में इस प्रकार पूजा करने के पश्चात रात में जागरण करें। जागरण के दौरान भक्तिपूर्वक श्रीकृष्ण व राधा के भजनों को सुनें।

शास्त्रों के अनुसार जो मनुष्य इस प्रकार श्रीराधाष्टमी का व्रत करता है उसके घर सदा लक्ष्मी निवास करती है। यह व्रत सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला है। जो भक्त इस व्रत को करते हैं उसे विष्णुलोक में स्थान मिलता है।

अन्ना हजारे के खिलाफ याचिका,' कि उन्होंने 'सरकार के विरुद्ध युद्ध छेड़ने' का षड्यंत्र किया।



नई दिल्ली. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों के खिलाफ एक शख्स ने दिल्ली की अदालत में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि उन्होंने 'सरकार के विरुद्ध युद्ध छेड़ने' का षड्यंत्र किया।

सतबीर सिंह (60) नाम के इस शख्स ने महानगर दंडाधिकारी त्यागिता सिंह की अदालत में शनिवार को याचिका दायर की और दलील दी कि अन्ना तथा उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। याचिका पर सुनवाई सोमवार को होगी।

हरियाणा के सतबीर ने अपनी याचिका में कहा है, "अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों ने राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने और केंद्र सरकार तथा इसके मंत्रियों को नीचा दिखाने के लिए षड्यंत्र किया। उन्होंने निर्दोष लोगों को रामलीला मैदान में 16 अगस्त को एकत्र होने के लिए उकसाया। साथ ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अन्य सांसदों के खिलाफ गलत भाषण दिए।"
याचिकाकर्ता के अनुसार,"अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों के निर्देश पर लोग मंत्रियों के घरों के बाहर एकत्र हुए,जिससे क्षेत्र में शांति भंग हुई। यहां तक कि यातायात भी बाधित हुआ। मीडिया के जरिये उन्होंने सरकार को अपमानित किया और उन पर अपना जन लोकपाल विधेयक पारित कराने के लिए दबाव बनाया।"

सतबीर ने अन्ना के सहयोगियों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र करने,सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने, दंगा फैलाने, उपद्रव करने, मानहानि सहित अन्य अपराधों का आरोप लगाया।

गौरतलब है कि प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना ने 16 अगस्त से भूख हड़ताल शुरू की थी। संसद में इस पर विशेष बहस और अन्ना हजारे के सहयोगियों की तीन प्रमुख मांगों पर सहमति का प्रस्ताव पारित होने के बाद 28 अगस्त को उन्होंने अनशन समाप्त कर दिया था।


अन्ना के सहयोगियों प्रशांत भूषण, अरविंद केजरीवाल और किरण बेदी को सांसदों का मजाक उड़ाने और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी किया गया है।

एक टांग खोने के बाद भी अब चल सकती 'मोटाला'


कुछ साल पहले अपनी एक अगली टांग खो चुके एक हाथी को अब नकली टांग के साथ चलते देखा जा सकता है। थांइलैंड के इस 50 वर्षीय हाथी ने एक दुर्घटना में अपना एक पैर खो दिया था।



इस हाथी का नाम मोटाला है। मोटाला ने सन 1999 में थाइलैंड-म्यांमर बॉर्डर पर एक लैंडमाइन पर पैर रख दिया था, जिसके कारण हुए धमाके में इसकी टांग बुरी तरह जख़्मी हो गई थी।



इस दुर्घटना के बाद उसके मालिक ने उसकी टांग बचाने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। सन् 2006 में अस्थाई तौर पर मोटाला को नकली टांग लगाई गई, जिससे वो चलने-फिरने लायक हो गई। बाद में मोटाला के वड़न के हिसाब से सन् 2009 में उसे ख़ास नकली टांग लगाई गई।



राधाष्टमी :छाएंगी राधाजी जन्म की खुशियां

राधाष्टमी कल, देवालयों में आतिशी नजारों के साथ मनेगा जन्मोत्सव, सजेंगी मनोहारी झांकियां


जयपुर। राधा जन्मोत्सव सोमवार को मनाया जाएगा। शहर के विभिन्न मंदिरों में राधा जन्मोत्सव की खुशियां छा जाएंगी। सुबह राधाजी को कमल पुष्पों के बीच विराजमान कर पुरुषसूक्त के पाठों से पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा।


इस दौरान मंदिर राधाजी के जन्म की बधाइयों से गूंज उठेंगे। राधाजी के आकर्षक शृंगार के साथ पदगान भी होंगे। गोविंददेवजी मंदिर में सुबह 4 से 4.15 बजे मंगला झांकी के दर्शनों के बाद भगवान का पूजन किया जाएगा। इसके बाद सुबह 4.45 से 5 बजे तक तिथि पूजन व राधाजी अभिषेक के दर्शन होंगे। अंत में धूप झांकी से राजभोग तक 56 भोग के दर्शन होंगे।


रामगंज बाजार के लाडलीजी मंदिर में आतिशबाजी की गर्जना के साथ उत्सव शुरू होगा। सुबह राधा जन्माभिषेक झांकी दर्शन के बाद पंचामृत वितरित किया जाएगा। सुबह धूप झांकी में चरण दर्शन होंगे। इसके बाद शृंगार झांकी में पालना दर्शन होंगे। इस मौके पर बधाइयों के साथ उछाल की जाएगी।

हेडली को लेकर जनता को बहका रही थी सरकार'

नई दिल्ली. विकीलीक्स ने एक और सनसनीखेज खुलासा किया है जो सरकार के लिए मुसीबत बन सकता है। विकीलीक्स की ओर से जारी केबल से साफ है कि मुंबई हमलों के आरोपी पाकिस्तानी मूल के आतंकवादी डेविड हेडली के अमेरिका से प्रत्यर्पण को लेकर भारत सरकार कभी गंभीर नहीं थी नहीं और जनता को बहकाने के लिए कार्रवाई का ढोंग कर रही थी। 16 दिसंबर 2009 को तत्कालीन सुरक्षा सलाहकार एम. के. नारायणन ने भारत में अमेरिका के राजदूत टिमोथी रोमर से कहा था कि भारत सरकार पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली का प्रत्यर्पण चाहती ही नहीं है। हेडली के प्रत्यर्पण की भारत की मांग सिर्फ भारतीय जनता को गुमराह करने के लिए है।

विकीलीक्स के मुताबिक, नारायणन ने टिमोथी से कहा था कि अगर देश की जनता को ऐसा लगा कि सरकार हेडली के प्रत्यर्पण की कोशिश नहीं कर रही है तो सरकार के लिए समस्या खड़ी हो सकती है। नारायणन ने कहा था कि 'फिलहाल' भारत सरकार यह प्रत्यर्पण नहीं चाहती है। नारायणन और टिमोथी के बीच फोन पर हुई इस बातचीत का टेप विकीलीक्स के पास अगले ही दिन पहुंच गया था। इसके अनुसार, नारायणन ने कहा था कि भारत सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाएंगी अगर यह बात खुल गई कि वह लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी हेडली के प्रत्यर्पण के मूड में नहीं है। नारायणन ने कहा था कि हमें कोशिश करते दिखना जरूरी है। नारायणन ने यह सब बातें टिमोथी से तब कही थीं जब टिमोथी ने उनसे यह कहा कि भारत को हेडली के प्रत्यर्पण की मांग से परहेज करना चाहिए।

टिमोथी ने यह भी कहा था कि अमेरिका हेडली से गंभीर सूचनाएं हासिल कर सकता है लेकिन अगर भारत उसके प्रत्यर्पण की जिद करेगा तो ऐसा करना मुश्किल होगा। टिमोथी ने स्पष्ठ किया कि प्रत्यर्पण की मांग के चलते हो सकता है कि हेडली पूछताछ में सहयोग न करे। हेडली पर लगे आरोप पिछले साल साबित हो गए हैं और वह फिलहाल सजा का इंतजार कर रहा है। टिमोथी ने कहा था, 'अगर हेडली को सजा दे दी जाती है तब भारत की ओर से उसके प्रत्यर्पण के लिए की गई मांग को स्वीकारा नहीं जा सकेगा क्योंकि नियमानुसार अमेरिकी कोर्ट में तय की गई सजा को पूरा करने से पहले उसे भारत को सौंपा नहीं जा सकेगा। हो सकता है कि हेडली को कई दशकों की सजा हो।'

वैसे इस बारे में जब नारायणन से बात की गई तो उन्होने इन खबरों को 'बेतुका' करार दिया। हेडली वर्ष 2008 में 26 नवंबर को हुए मुंबई आतंकी हमले का अभियुक्त है। मुंबई हमले में 160 लोगों की मौत हो गई थी। पाकिस्तानी-अमेरिकी हेडली ने 2006 में अपना नाम दाऊद गिलानी से बदलकर डेविड कोलमैन हेडली रख लिया था।

नासिर ने मुनफ-पार्थिव-प्रवीण को बताया गधा, संजय ने किया सांसदों का 'अपमान'


लंदन. इंग्‍लैंड के पूर्व क्रिकेटरों ने भारतीय क्रिकेटरों का अपमान करने में हद पार कर दी है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने टीम इंडिया में दो या तीन गधे होने की बात कही थी, जिसकी हर ओर आलोचना हुई थी। पर हुसैन को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा और शनिवार को उन्‍होंने एक कदम आगे बढ़ते हुए बाकायदा नाम लेकर तीन भारतीय खिलाडियों को गधा कह डाला। हुसैन ने पार्थिव, मुनाफ और प्रवीण कुमार को भारतीय टीम का 'गधा' बताया।

उधर, एक और पूर्व इंग्लिश कप्‍तान माइकल वान ने भी भारतीय खिलाडियों का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्‍होंने कह दिया कि दो या तीन नहीं, बल्कि मेहमान टीम में चार गधे हैं। दोनों पूर्व कप्तानों के इस बयान के बाद भी आईसीसी चुप है, क्योंकि बीसीसीआई की ओर से विरोध नहीं जताया गया है।
टीम इंडिया की खराब फील्डिंग के कारण ही ऐसी अभद्र भाषा काम में ली जा रही है। उल्लेखनीय है कि वान ने टेस्ट सीरीज के दौरान लक्ष्मण के बल्ले पर वैसलीन लगी होने की बात कह कर भारतीय प्रशंसकों की नाराजगी मोल ले ली थी, लेकिन शनिवार को उन्होंने हुसैन को समर्थन देकर आग में घी डालने का काम किया है। वान ने ट्विटर पर लिखा : मैंने हुसैन की कमेंट्री सुनी है। हुसैन भारतीय टीम में दो या तीन गधे होने की बात कह रहे हैं, लेकिन मैं तो चार गधे देख रहा हूं।
बीसीसीआई ने अभी तक भारतीय क्रिकेटरों के इस अपमान पर तो चुप्‍पी साध ही रखी है, हुसैन की टिप्‍पणी के वक्‍त मौजूद तीन भारतीय दिग्‍गजों ने भी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। नासिर ने कमेंट्री के दौरान जब तीन भारतीय क्रिकेटरों को नाम लेकर गधा कहा, तब वहां पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर, सुनील गावस्‍कर और हर्षा भोगले मौजूद थे। लेकिन इनमें से किसी ने हुसैन की बात का विरोध नहीं किया।
और तो और, संजय मांजरेकर ने एक अलग ही बात कह कर विवाद खड़ा कर दिया। उन्‍होंने कहा कि नासिर हुसैन ने ऐसी बात कही जो भारतीय संसद में ही कहा जा सकता है, जहां किसी के पास करने के लिए कोई काम नहीं होता

टीम अन्ना को नोटिस मिलने पर अन्ना ने किया पलटवार, लौटाएंगे जेड श्रेणी की सुरक्षा



रालेगण सिद्धि. टीम अन्ना के तीन सदस्यों को सांसदों के विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिलने पर अन्ना हजारे ने सरकार पर पलटवार किया है। अन्ना ने रालेगण सिद्धि में कहा कि सरकार के पास ताकत है, वह कुछ भी कर सकती है। अन्ना ने शुक्रवार को रालेगण सिद्धि में ही सरकार से अपील की थी कि वह अरविंद केजरीवाल को परेशान न करे।

भारी जन समर्थन के बूते जन लोकपाल बिल पर सरकार को झुका देने वाले अन्‍ना ने ज़ेड श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने के मुद्दे पर कहा कि देश और समाज की भलाई के लिए मरने से क्या डरना? मुझे मौत की परवाह नहीं। बहुत जल्द वापस कर दूंगा जेड श्रेणी की सुरक्षा। दिल के दौरे से मरने से अच्छा है देश के लिए मरना। क्या भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने सुरक्षा मांगी थी? क्या उन्हें सुरक्षा मिलती तो देश के लिए बलिदान कर पाते?

अन्ना ने कहा कि वह जल्द ही महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर. आर. पाटिल को चिट्ठी लिखकर ऐसी सुरक्षा न दिए जाने की बात कहेंगे। अन्ना ने कहा कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है लेकिन अभी पूरी तरह से ठीक होने में वक्त लगेगा। उन्होंने बताया कि उनका वजन साढ़े तीन किलो रिकवर हो चुका है। गौरतलब है कि टीम अन्‍ना के सदस्‍य और वरिष्‍ठ वकील प्रशांत भूषण को संसद के विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिला है। भूषण पर सार्वजनिक रूप से यह कहने का आरोप है कि सांसद पैसे लेकर कानून पास करते हैं। भूषण को 14 सितंबर तक इस नोटिस का जवाब देना है। भूषण ने कहा, ‘मुझे विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिला है और मैं इसका जवाब दूंगा।’

अन्‍ना के सबसे करीबी सहयोगी अरविंद केजरीवाल को भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा गया है। किरण बेदी को पहले ही नोटिस भेजा जा चुका है। अगर इनके खिलाफ लगे आरोप सही पाए गए और संसद से विशेषाधिकार हनन का प्रस्‍ताव पारित हो गया तो तीनों को 15 दिन की जेल भी हो सकती है। इससे पहले इसी टीम एक और अहम सदस्य किरण बेदी को भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिल चुका है। तीनों सदस्यों को 14 सितंबर तक जवाब देना है।

अन्ना ने सरकारी जासूसी के सभी प्रयास निष्फल कर दिए है

अन्ना ने सरकारी जासूसी के सभी प्रयास निष्फल कर दिए है अब सरकार अन्ना की जासूसी को लेकर पशोपेश में हैं ....सरकार ने घोषणा की थी की ख़ुफ़िया रिपोर्टों के आधार पर अन्ना की जान को खतरा है इसलियें उन्हें जेड सुरक्षा दी जान चाहिए अन्ना समर्थकों को डर था की अन्ना निति की हर बात अब यह सुरक्षा कर्मी सरकार तक पहुंचाते रहेंगे और सरकार वक्त से पेहले ही सतर्क होकर अन्ना की हर चाल को पूर्व सतरक्त्ता निति के तहत विफल कर देंगे ....पहला सवाल अन्ना से सिर्फ सरकार और सर्कार के कुछ मंत्री नाराज़ हैं जिनकी गिनती उँगलियों पर है फिर उनकी जानको खतरा इन लोगों के अलावा और किस से हो सकता है .ख़ुफ़िया एजेंसियों की रिपोर्ट अगर है तो वोह ऐसे प्रयास कर्ताओं का खुलासा जनता के सामने करे उन्हें पकड़ने का प्रयास करे दूर रहकर अन्ना की सुरक्षा करे लेकिन जासूसी मंज़ूर नहीं .........शायद इसीलियें अन्ना ने काफी सोच कर सरकार को जवाब दिया है के उन्हें सुरक्षा नहीं चाहिए वोह देश के लियें अगर मर भी जाएँ तो उन्हें चिंता नहीं है ...इस तरह से अन्ना ने सरकार के जासूसी फार्मूले की हवा निकाल दी है ...............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हमारे देश के कुछ पदों पर बेठे लोग खुद को भगवान समझने लगे हैं

दोस्तों विश्व में जो भी जन्मा इंसान है वोह भगवान नहीं है और सच यह है के भगवान से गलतियाँ नहीं होतीं लेकिन इंसान गलतियों का पुतला होता है और इंसान से अगर गलती हो तो उसकी गलती सद्भाविक है या जानबूझ कर की गयी गलती है इसका पता लगाकर दोषी व्यक्ति को सज़ा देने से ही समाज में इमानदारी और सुरक्षा का संतुलन बन सकेगा .लेकिन दोस्तों विश्व की धरती पर एक हमारा देश हमारा हिंदुस्तान ऐसा है जहां कुछ ख़ास पदों पर बेठे लोगों ने खुद को भगवान समझ लिया है इन इंसानों ने सोच लिया है के वोह तो भगवान है और वोह गलती नहीं करते अगर गलतियाँ वोह कर भी ले तो यह तो उनका हक है और इसीलियें इसके लियें ना तो उनके खिलाफ जांच हो सकती है और ना ही इसका उन्हें दंड दिया जाना चाहिए .....तानाशाही और साम्न्त्वदिता का यह बुखार किसी एक को नहीं प्रधानमन्त्री जी ..राष्ट्रपति जी ..जज साहिबान .सी वी सी के आयुक्त ..सांसद महोदय ..मंत्री महोदय ..अधिकारी महोदय सहित कई पदों पर बेठे लोग खुद को खुदा समझ बेठे हैं और वोह खुद की करतूतों की जांच के बारे में सहमत नहीं हो रहे हैं ......हमारे देश में यह लोग जनता के रूपये से अपने चड्डी से लेकर खाने के सामन खरीदते हैं इनके घर का खर्चा एशो आराम जनता के पेसे से आता हैं इनको पद पर बिठाने के पहले इन्हें सपथ दिलवाई जाती है और यह लोग इसी शपथ को तोड़ कर जब अपराध करते हैं तो इनका कोई कुछ नहीं बिगड़ सके इसलियें इनके खिलाफ बन्ने वाले कानूनों का यह विरोध करते हैं ........दोस्तों आप सभी जानते हैं अन्ना की भ्रष्ट लोगों को सजा दिलवाने की लड़ाई अभी सिर्फ शुरू हुई है और सरकार और चोर लोगों ने अपनी कलाई करतूतें शुरू कर दी हैं .....देश में आई पी सी और दुसरे कई कानून बने है जिसमे आम आदमी द्वारा किये गए अपराध के लियें उन्हें सजा देने का प्रावधान है और इन्हीं कानूनों में सभी दुसरे प्रभावशाली लोगों को भी दंडित करने का प्रावधान है लेकिन उन्हें विशेष दर्जा देकर उनके खिलाफ कार्यवाही के पहले सरकार से इजाजत जरूरी बताई है और देश के लाखों ऐसे मामले है के सरकार ने बेईमान भ्रष्ट लोगों के खिलाफ प्रमाणित अपराध होने के बाद भी उक्द्मे की अनुमति नहीं दी है ऐसे में अगर यह शर्त हटा कर आम आदमी को सीधे किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति चाहे वोह आम आदमी हो चाहे वोह प्रधानमन्त्री राष्ट्रपति या जज हो उसके खिलाफ परिवाद पेश कर कार्यवाही का मोका दिया जाए तो सभी लोगों में कानून का डर रहेगा और वोह भी अपना कम जनहित में ठीक तरह से करेंगे वरना पकड़े जाने पर उन्हें दंडित और लज्जित तो होना ही पढ़ेगा ....अब रहा सवाल झूंठे परिवाद पेश करने का तो हर मुकदमे में प्रसंज्ञान ,,चार्ज की स्टेज पर सुनवाई होती है अगर सबूत नहीं होंगे तो ऐसे लोग बरी हो जायेंगे और बरी होने पर मेलिशियास प्रोसिक्यूशन और मानहानि सहित क्षतिपूर्ति मामलों में ऐसे झूंठे परिवाद पेश करने वाले को भी दंडित करवाया जा सकेगा तो फिर यह पहल आज ही कर सभी कानूनों में कुछ लोगों के खिलाफ मुकदमा पेश करने के पहले सरकार या अधिकारी से स्वीक्रति की पाबंदी है या कुछ लोगों के खिलाफ मुकदमा पेश करने के पहले जो प्रोटेक्शन एक्ट बनाया गया है उस क्लोज़ को अगर हटा दिया जाए तो देश आज से ही स्वर्ग हो जाएगा आखिर यह कोनसा कानून है के देश की सवा करोड़ जनता में से कुछ ऊँचे पदों पर बेठे लोग उस कानून से मुक्त हो ऐसे कानून तो सिर्फ गुलामी और समंवादिता वाले जालिमों द्वारा ही बनाये जाते हैं ................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...