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06 सितंबर 2011

ऐ मेरे देश के सांसदों थोड़ा शर्म करों क्या यही है संसद के विशेषाधिकार

दोस्तों जरा उठो और मेरे देश के इन बेशर्म सांसदों से जरा यह तो पूछ लो क्या संसद में रिश्वत लेकर वोट डालना ..रिश्वत लेकर सवाल पूंछना राष्ट्रहित से अलग हट कर संसद में अपनी पार्टी की गलत नीतियों की तरफ दुम हिलाना ....खर्राटें भरना या फिर बिना किसी वोट के संसद से बाई कोट कर देना ही तुम्हारा विशेषाधिकार हैं ...............दोस्तों मेरे देश के इन सांसदों को जेल में भरे पढ़े नेताओं के किस्से सुनाओ लालू का चारा ..अमरसिंह का संसद रिश्वत काण्ड ..झारखंड मुक्ति मोर्चा का रिश्वत काण्ड .संसद की जूतम पैजार ..रामजेठमलानी के फटेहाल कपड़े .....हर्षद मेहता का समर्थन .....क्या यही सब संसद का विशेषाधिकार है .दोस्तों अपने भी संसद देखी है आपने भी संसद पर हमले के वक्त संसद में दहाड़ने वाले इन लोगों की पतली दाल और दिल की धडकन देखी है हमारे देश में सर्वे करवा लो कुछ्द्र्जन सांसदों को अगर हम छोड़ दें तो सभी एक ही थाली के चाटते बट्टे हैं क्योंकि सो के लगभग जो सांसद देश का बन्टाधार कर रहे हैं उस मामले में यह लोग उनके खिलाफ जनहित में आवाज़ नहीं उठाते और जब जनता में इनकी छवि बिगडती है इनकी स्थिति बाहर बताई जाती है तो फिर यही लोग संसद के विशेषाधिकार के नाम पर खुन्नस खाकर जनता को सच बताने वालों को जेल डर दिखाते हैं अरे मेरे देश के सांसदों थोड़ा तो शर्म करो तुम सवा करोड़ लोगों की भावना से खेल रहे हो तुम में से कई ठीक लोग है तो कई कितने गंदे लोग है तुम भी तो जानते हो फिर क्यूँ ऐसे लोगों को संसद में आने से रोकने के लियें कानून नहीं बनवाते हो अगर ऐसा नहीं होता है और वेतन के मामले में तुम एक हो जाते हो जनता के हितों के मामले में धड़ों और पार्टियों में बंट जाते हो संसद में जनता के लियें जब कानून बन रहा हो तब तुम सो जाते हो .रिश्वत लेकर वोट डालते हो .रिश्वत लेकर सवाल पूंछते हो और वोह भी जनता के रुपयों पर जनता के टेक्स से दो करोड़ प्रतिवर्ष का खर्च लाखों का वेतन और दस रूपये का मुर्गा चिकन मटन खाते हो यानी हमारा खाते हो और हम पर ही गुर्राते हो जरा सुधरो अंतरात्मा को टटोलो राष्ट्रहित में इन सवालों का जवाब खोजो और जनता को कुछ करके दिखाओ जनता तो तुम्हे पलक पांवे बिछा कर कन्धों पर बिठाएगी और फिर कोई तुम्हारी तरफ ऊँगली भी उठाएगा तो जनता खुद ही उसकी ऊँगली काट देगी तो सांसदों जरा एक बार सिर्फ एक बार राष्ट्रहित और जनहित में तो सोचो यार तुम कहा गलत हो कहां तुम्हे सुधार करना है खुद ही समझ लोगे और संसद के विशेषाधिकार की बात करते हो तो जो आरोप तुम सांसदों पर लग रहे हैं जरा जन मत करा लो सवा करोड़ के सवा करोड़ को ही तुम्हे जेल भेजना होगा क्या कर सकोगे ऐसा सांसदों झूंठ मत बोलों खुदा के पास जाना है ......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

नल कटा आर एस एस का हाथ ..बिजली गुल आर एस एस का हाथ ..पेट में दर्द मुस्लिम तुष्टिकरण या फिर दाउद इब्राहिम का हाथ हां हाह

दोस्तों आज मेरे पडोस में रहने वाले एक कोंग्रेसी नेता द्वारा नल का बिल जमा नहीं कराने के कारण कनेक्शन काट दिया गया .मेने उससे कहा के यार तुम तो कोंग्रेसी कार्यकर्ता हो सरकार भी कोंग्रेस की है तुम्हारा कनेक्शन केसे कट सकता है जरा सोचो कहीं इसमें आर एस एस का हाथ तो नहीं ..........थोड़ी देर में एक पड़ोसी कोंग्रेसी नेता आया उससे उसने कहा के भाई आपने सिफारिश नहीं की और मेरा कनेक्शन कट गया कोंग्रेसी नेता का वही रता रटाया जवाब भाई मेने तो कोशिश की थी लेकिन आर एस एस की लोबी इतनी हावी थी के उन्होंने अपनी मनमानी कर ली .यह सुन कर में घर आया तो मेरी लाईट बंद थी ..मेने भी सोचा के इसमें भी आर एस एस का हाथ है .मेरे घर का पंखा खराब था काम करने वाली बाई की तबियत खराब होने से वोह नहीं आई थी मेने सोचा इसमें भी आर एस एस का हाथ है॥ ..दोस्तों हमारा देश भी अजीब है किसी भी घटना या कर्यक्रम के पीछे कोन हैं सभी को पहले से पता रहता है लेकिन कोई करता कुछ भी नहीं है .देश में कुछ भी होजाए पाकिस्तानी साज़िश है ..बम फटे दाउद का हाथ है , किसी भी आतंकवादी घटना में मुस्लिम आतंकवादी घटना का हाथ है किसी भी आर एस एस वाले के लियें यह कह भर देना आसान होता है ...............अब दस्तूर बदल गया है अन्ना आन्दोलन करें तो आर एस एस .रामदेव काले धन की बात करें तो आर एस एस ..बम फटे तो आर एस एस कोई भी घटना हो तो आर एस एस .भाई इस देश को कोन समझाये कोई भी संगठन ओई भी पार्टी कोई भी धर्म कोई भी जाती कोई भी समुदाय पूरा का पूरा खराब नहीं होता है किसी दल की संगठन से जुड़े किसी एक व्यक्ति की काली करतूत हो तो उसके लियें सारे धर्म सारे समुदाय को ज़िम्मेदार नहीं ठराया जा सकता लेकिन आजकल सरकार के खिलाफ कोई भी आन्दोलन हो कोई भी पर्दाफाश हो बस एक रटा रटाया आरोप इसके पीछे आर एस एस और साम्प्रदायिक ताकतों का हाथ है ..मुसलमानों को हिफाजत की बात हो तो आर एस एस कहती है के कोंग्रेस की तुष्टिकरण है इस आरोप प्रत्यारोप में जनता का बुरा हाल है देश के हालात फटेहाल हैं और नेता हैं के फाइव स्टार होटलों में अपने बंगलों में सर्व दलीय बैठकों के नाम पर मजे कर रहे हैं एक दुसरे से गले मिल रहे हैं और जनता को आरोप प्रत्यारोप लगा कर उल्लू बना रहे हैं भाई में तो सोचता हूँ देश में जो कुछ भी हो रहा है उसमे कोंग्रेस के हिसाब से तो आर एस एस और हिन्दू आतंकवादियों का हाथ है और भाजपा आर आर एस के हिसाब से कोंग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण की निति ..अफज़ल गुरु को फंसी नहीं देने की नियत .दाउद इब्राहीम ..छोटा शकील और पाकिस्तान की आई एस आई का हाथ है कभी कभी सी आई ऐ का भी हाथ हो जाता है तो भाई देश में कोई भी आरोपी नहीं सब बहर वालों के हाथ हैं ऐसे में देश के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले नेताओं को तो चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए क्योंकि शर्म तो इनको किसी भी कीमत पर आती नहीं .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ईश्वर ने किया इस कुत्ते के साथ अनोखा 'करिश्मा'



उसके कान हमेशा लटकते रहते हैं। हार्बर एक काले रंग का कुत्ता है और उसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। वह दुनिया का पहला ऐसा जीवित कुत्ता है जिसके कान सबसे लंबे हैं।



आठ साल के इस कुत्ते के कान 12.25 इंच लंबे हैं। हैरत की बात यह है कि इसके दाहिने कान की लंबाई 13.5 इंच है जो कि बांये कान से लंबा है। साल 2012 के लिए 15 सितंबर को रिलीज होने वाली गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसका नाम दर्ज किया गया है।



तस्वीरों में देखिए इसके लंबे कान वाले हार्बर को...



वफादार' के साथ ऐसा व्यवहार, मालिक ने की क्रूरता की हदें पार


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कैलिफोर्निया में एक दम्पति को पालतू जानवर के साथ क्रूर व्यवहार करने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। इस दम्पति ने एक दुर्घटना में घायल हुए अपने पालतू कुत्ते का इलाज केवल इसलिए नहीं करवाया क्योंकि वे वेट्रनेरीअन का खर्चा नहीं करना चाहते थे।

1 वर्षीय अलबर्टो कास्टानेडा और 59 वर्षीय मारिया बेनुएलो को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब पशु नियंत्रण अधिकारियों ने उनके घर पर एक साल के काले लैब्राडोर को घायल अवस्था में पाया।

अलबर्चो के अनुसार उनके पालतू कुत्ते को एक कार ने टक्कर मार दी थी, जिसके कारण उसका बायां पैर बुरी तरह कुचला गया था। अलबर्टो ने बताया कि वे उसके इलाज के लिए वेट्रनेरीअन डॉक्टर का मंहगा इलाज खर्च नहीं उठा सकते थे इसलिए उन्होंने उसका इलाज नहीं करवाया।

पशु नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस लैब्रडोर के घावों पर किसी भी तरह की मरहम-पट्टी नहीं की गई थी। यहां तक कि उसे किसी भी तरह का पेनकिलर इंजेक्शन भी लगाया गया था या नहीं, इस बात पर भी संशय बना हुआ है।

केर्न काउंटी पशु नियंत्रण के मैनेजर मेथ्यू मास ने बताया "किसी भी जानवर, इंसान और जानवर के प्रति ऐसा क्रूर व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए, जितना कि इस कुत्ते के साथ किया गया है। फिलहाल केर्न पशु शेल्टर फाउंडेशन द्वारा इस कुत्ते के इलाज के लिए पैसे इकट्ठा कर लिए गए हैं और अब इसे सर्जरी के लिए लॉस एंजिल्स भेजा जाएगा। इसके इलाज में लगभग 8,000 पाउंड का खर्च आएगा।


नोट के बदले वोट: अन्‍ना ने की फांसी की मांग, आज निशाने पर होंगे पीएम


नई दिल्ली. गांधीवादी अन्ना हजारे ने मांग की है कि संसद या विधानसभा में पैसे लेकर वोट देने वाले जनप्रतिनिधि को फांसी दी जाए। रालेगण सिद्धि के पद्मावती मंदिर में संवाददाताओं से बातचीत में उन्‍होंने यह टिप्‍पणी की। लोकपाल के मुद्दे पर अनशन कर सरकार को झुकाने वाले हजारे ने कहा कि संसद और विधानसभाओं के उन भ्रष्ट सदस्यों को दंडित करने के लिए भारत को कठोर कानूनों की जरूरत है जो सवाल पूछने या सदन में अपने कर्तव्य निर्वहन के लिए रिश्वत लेते हैं।
अमर सिंह की गिरफ्तारी के बारे में हजारे ने कहा कि यह दर्शाता है कि निहित स्वार्थ रखने वाले कुछ लोग हमारे लोकतंत्र के पवित्र मंदिर में प्रवेश कर गए हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर केंद्र सरकार इस मामले की ईमानदारी से जांच करे तो इससे हमारी राजनीतिक व्यवस्था के मूल्यों में आई कमी की वास्तविक तस्वीर सामने आ जायेगी।’
उन्‍होंने कहा कि उनके किसी भी राजनीतिक दल या आरएसएस जैसे संगठनों से संबंध नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘जनलोकपाल आंदोलन में शामिल हर एक व्यक्ति में भारत को भ्रष्टाचार मुक्त और समस्याओं से मुक्त बनाने का जज्बा है।’
उधर, नोट के बदले वोट कांड में मंगलवार को अमर सिंह व दो पूर्व पार्टी सांसदों की गिरफ्तारी के बाद भाजपा इस मुद्दे को लेकर एक बार फिर आक्रामक हो उठी है। बुधवार को पार्टी संसद में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की तैयारी में है और उसके निशाने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह होंगे।भाजपा महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सिंह की गिरफ्तारी सही दिशा में लिया गया कदम है मगर इस बात की जांच भी होना जरूरी है कि सांसदों का वोट खरीदने में असली लाभार्थी कौन थे। प्रसाद ने हैरानी जताई कि एक तरफ केंद्र व्हिसल ब्लोअर यानी भ्रष्टाचार को उजागर करने वालों के संरक्षण के लिए कानून बनाने जा रही है तो दूसरी ओर ऐसा करने वालों को जेल भेजा जा रहा है। पार्टी की दलील है कि दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृहमंत्रालय के अधीन हैं और पुलिस की छानबीन उससे सीधे प्रभावित नजर आती है।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार को संसद में हंगामा तय है क्योंकि एक तरफ गुजरात के लोकायुक्त के मामले पर भाजपा अपने कड़े रुख पर कायम है तो दूसरी ओर नोट के बदले वोट कांड से उसे और ताकत मिल गई है।

विक्लिंक्स के असान्जे और पागलखाना ......

देश और विदेश में इन दिनों घर ग्रस्ति और निजी जिंदगी की जोस बनी विक्लिंक्स वेबसाईट ने कई लोगों का जीना हराम कर दिया है होना भी चाहिए वोह उन सब खबरों को उजागर कर रहा है जो मेनेज कर के हमारे देश में रोक लो जाती हैं .पत्रकारिता से जुड़े सभी आप और हम लोग जानते हैं के किस तरह से एक पत्रकार कड़ी महनत के बाद एक खबर निकला कर अख़बार या टी वी चेनल के लियें ले जाता है और फिर वोह अख़बार या टी वी चेनल के मालिक अपने सम्पादक को इशारा कर उस खबर की हत्या करवा देते हैं खबर बनाने वाला और खबर देने वाला तो उस खबर को अख़बार और मीडिया में ढूंढ़ता ही रह जाता है ..............लेकिन विक्लिंक्स अंतर्राष्ट्रीय वेबसाईट ने हमारे भारत देश के उन सम्पादकों और उन अख़बार..चेनल मालिकों के मुंह पर तमाचा जड दिया है जो उन खबरों को आज अपने अख़बारों में अपने टी वी चेनलों में प्रमुखता से दिखने को तय्यार है जो खबरें वोह कभी उनके पास लाने रिपोर्टर का मजाक उड़ा कर कचरे में डाल चुके थे .........दोस्तों भारत में परम्परा है अपना कहे तो कोई नहीं मानता और अगर पराया कहे तो उसकी बात पर जल्दी विशवास किया जाता है हम जानते हैं के हमारा देश किस बात पर भरोसा करेगा और किस बात पर नहीं इसीलियें हम आज विक्लिंक्स जेसे लिंक को देश में ज्यादा हवा दे रहे हैं .........दोस्तों जरा सोचों अगर आज हमारे देश में विक्लिंक्स जो खुलासे कर रहा है उसकी बुनियाद में अगर हम जाएँ तो यह बात तो तय है के विदेश के कुछ लोग हैं जो हमारे देश के कुछ लोगों को शामिल कर हमारे देश के लोगों ख़ास कर विशिष्ठ लोगों की जासूसी कर रहे हैं और यह सब होने के बाद भी हमारा देश सतर्क नहीं है ऐसे अस्टिन में छुपे जासूसों को पकड़ने के देश में कोई प्रयास नहीं हुए हैं ......दूसरी बात देश में आज मानहानि कानून है लेकिन वोह देश वासियों पर ही लागू होना अगर विक्लिंक्स कोई अपमानकारी खुलासा भी करता है तो फिर हमारे देश के लोग उसके खिलाफ कोई भी कार्यवाही कर पाने में सक्षम नहीं हैं लेकिन विक्लिंक्स की खबरें जिस तरह से रिप्रोड्यूस कर मिडिया द्वारा दुबारा परोसी जा रही है उससे इस देश में ऐसे मिडिया कर्मियों को एक दिन उलझना पढ़ेगा और अगर किसी ने ऐसे मीडिया के खिलाफ देश में देश के मानहानिकारक कानून के तहत कार्यवाही कर लो तो बस इन लोगों को दिन में तारे नज़र आ जायेंगे ....यही हाल आजकल ब्लोगिंग का भी है वहां भी कुछ लोग विक्लिंग के किस्से रिप्रोद्युज़ कर रहे हैं जो ठीक नहीं है .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पेंसिलों से लिखो यह जरूरी नहीं ..इनसे बिना लिखे भी काफी कुछ बना सकते है हम जरा देख लो

















तिमंजिला मकान ढहा, मां-बेटी की मौत, रोते हुए कटी रात

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जयपुर। चार दिन लगातार बारिश के कारण रामगंज बाजार में सोमवार को करीब ढाई सौ साल पुराना तिमंजिला मकान ढह गया। हादसे में मकान मालिक की पत्नी व बेटी की मौत हो गई। पुलिस व बचाव दल ने करीब ढाई घंटे बाद पहली मंजिल पर मलबे में दबी युवती और रात 11 बजे उसकी मां का शव निकाल लिया। घटनास्थल पर मौजूद लोगों की शिकायत थी कि पुलिस, आपदा प्रबंधन, नगर निगम व अन्य अधिकारियों में तालमेल की कमी के कारण राहत कार्य देर से शुरू हो पाया। देर रात स्पार्किग से दूसरी बिल्डिंग गिरने की अफवाह फैलने के बाद दहशत के कारण लोग रातभर जागते रहे।

हादसा ठाकुर पचेवरजी के रास्ते में मकान नंबर 570 में हुआ। इसके पिछले हिस्से में पदमचंद जैन परिवार के साथ रहते हैं। निजी कंपनी में कार्यरत जैन सुबह नौकरी पर चले गए थे। उनकी पत्नी रानी (50) व बेटी छवि उर्फ आशिमा (20) घर पर थीं। दोपहर करीब पौने 2 बजे तिमंजिला मकान भरभराकर ढह गया। तेज धमाके की आवाज से घबराकर आसपास के लोग घरों से बाहर आए और रामगंज पुलिस को सूचना दी। मकान में मौजूद चार-पांच जनों के दबे होने की सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त बीजू जार्ज जोजफ, नागरिक सुरक्षा के उपनियंत्रक फूलचंद चौधरी, सीएफओ ईश्वर लाल व निगम के कार्यवाहक सीईओ एमपी मीणा मय जाब्ते घटनास्थल पर पहुंचे।

पौने 4 बजे शुरू हुआ राहत कार्य

पड़ोसियों से मलबे में रानी व उनकी बेटी छवि के दबे होने का पता चलने पर दोपहर 3:30 बजे इमरजेंसी रिस्पांस टीम (ईआरटी) के कमांडो बुलाए गए। उन्होंने ह्यूमन डिटेक्टर व वायब्रो स्कोप से मलबे में दबी मां-बेटी के जिंदा होने की संभावना जाहिर की। पौने 4 बजे से नागरिक सुरक्षा व आपदा प्रबंधन के कर्मचारियों ने पहली मंजिल पर मलबा हटाना शुरू किया। कुछ देर बाद मलबे में छवि का शव दिखाई पड़ा। आपदाकर्मियों ने 4.30 बजे शव को मलबे से निकालकर एंबुलेंस से एसएमएस पहुंचाया।

फफक पड़े पदम चंद

हादसे के बाद पड़ोसियों ने मोबाइल फोन पर पदम चंद को घटना की जानकारी दी। वे दोपहर 3:30 बजे घर पहुंचे। बेटी व पत्नी के मलबे में दबे होने का पता चलने पर पदम चंद फफकते हुए बदहवास हो गए। परिजनों ने उन्हें संभाला। उनका बेटा अनुराग गाजियाबाद में एक कंपनी में इंजीनियर है। उसे सूचना दे दी गई है।

अक्सर बालकनी में खड़ी रहती थी

पदम चंद के पड़ोसी दीपक अग्रवाल ने बताया कि रानी जैन व उनकी बेटी छवि अक्सर मकान की बालकनी में खड़ी होकर बातें करती रहती थीं। सोमवार को बारिश होने से दोनों मां-बेटी शायद कमरे में थीं, अगर वे बाहर होतीं तो बच सकती थीं। जिस मकान में पदम चंद रहते हैं, उसी में चार परिवार और रहते हैं। पड़ोसी अनिल चांदवाड़ ने बताया कि छवि व उसकी मां मिलनसार व हंसमुख प्रवृत्ति की थीं।

लगा, बिजली आ गिरी

अनिल के बेटे मनीष ने बताया कि घटना के वक्त वह मकान की तीसरी मंजिल पर कमरे में बैठा था। एकाएक मकान के गिरने पर हुई तेज आवाज सुनकर लगा, मानो कोई बिजली आ गिरी हो। इस पर बाहर आकर देखा, तो धूल का गुबार उठ रहा था।

पुलिस की नाक में किया दम, सरकार के लिए सिरदर्द बनी यह महिला


जोधपुर। राज्य के एक कैबिनेट मंत्री की कथित सीडी को लेकर चर्चा में आई एएनएम भंवरी देवी की तलाश में पुलिस के आला अफसर दिन-रात एक करने में लगे हैं।

सीडी में मंत्री, विधायक समेत तीन नेताओं के नाम सामने आने के कारण रेंज आईजी और ग्रामीण एसपी रात तक बिलाड़ा थाने में डेरा जमा कर उसकी तलाश करवा रहे हैं और एएनएम से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को थाने लाकर पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस को एएनएम की हत्या या आत्महत्या की भी आशंका है, इसलिए जोधपुर-पाली के कुओं, बावड़ियों में भी तलाश की जा रही है।

हालांकि एएनएम के पति ने उसके एक सितंबर से लापता होने की रिपोर्ट दी थी, लेकिन चिकित्सा विभाग के मुताबिक वह 25 अगस्त से नौकरी पर नहीं आ रही थी। पुलिस इन सात दिनों में एएनएम से मिलने व फोन पर बात करने वालों की छानबीन कर रही है।

सोमवार को पुलिस ने एएनएम का इश्तिहार जारी कर सूचना देने वाले को इनाम की घोषणा की है। साथ ही सुरक्षा के नाम पर उसके पति को भी पुलिस की निगरानी में रखा हुआ है। पुलिस ने पीएचईडी के उस कांट्रेक्टर को भी पकड़ रखा है जिससे पैसे लेने का कह कर एएनएम घर से निकली थी।

एक एएनएम, तीन नेता और पूरी पुलिस फोर्स

तीन सीडी, तीन नेता

भंवरी देवी को तलाश करना पुलिस के लिए चुनौती और सरकार का सिरदर्द बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार भंवरी के पास तीन सीडी है। इन सीडी से संबद्ध व्यक्तियों में प्रदेश के एक कैबिनेट मंत्री, विधायक और पूर्व उप जिला प्रमुख भी शामिल हैं। इसलिए रेंज आईजी उमेश मिश्रा और ग्रामीण एसपी नवज्योति गोगोई एएनएम भंवरी की तलाश में पूरी ताकत झोंक रहे हैं और हर पल की जानकारी भी सरकार को भेज रहे हैं।

7 दिनों की गुत्थी में उलझी पुलिस

बोरुंदा में नियुक्तएएनएम भंवरी देवी के पति अमरचंद नट ने उसके एक सितंबर को लापता होना बताया है, जबकि जांच में पता चला है कि वह 24 अगस्त को अंतिम बार स्वास्थ्य केंद्र गई थी। उसके बाद वह बिना सूचना गैरहाजिर चल रही है। इन सात दिनों में वह कहां थी, इस संबंध में उसके पति से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इन सात दिनों में उसके मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकाली है तथा जिन लोगों से उसकी बात हुई थी, उनसे भी पूछताछ की जा रही है।

पीएचईडी ठेकेदार से सुराग की उम्मीद

अमरचंद के मुताबिक उसकी पत्नी भंवरी एक सितंबर को खेजड़ला में तिलवासनी निवासी सोहनलाल विश्नोई से मिलने गई थी। अमरचंद का कहना है कि वह सोहनलाल से स्विफ्ट कार बेचने पर बकाया राशि लेने गई थी। पुलिस ने सोहनलाल को भी थाने में बैठा दिया है। सोहनलाल पीएचईडी का ठेकेदार है और काफी समय से भंवरी के संपर्क में था। पुलिस सोहन की बातों को तस्दीक कर रही है।

इनाम घोषित किया

जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक उमेश मिश्रा ने बताया कि एएनएम भंवरी देवी की तलाश के लिए कई जगह टीमें भेजी गई हैं। कॉल डिटेल, पति और सोहनलाल से पूछताछ में सामने आए लोगों से भी पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस ने एएनएम का फोटो व पेंफ्लेट जारी कर उसकी सूचना देने वाले को इनाम की घोषणा कर दी है। भंवरी का कद 5 फीट 6 इंच और रंग गोरा है। उसने कत्थई रंग की डिजाइनदार साड़ी पहन रखी है और उसके दाएं हाथ पर ‘बी’ लिखा हुआ है।

मेरे सोने के दांत दिख जाते न।'

एक आदमी पुलिसवाले से बोला: ' सर, कुछ देर पहले मेरी घड़ी, मोबाइल, सब चोरी हो गया'

पुलिस वाला: 'तो आप चिल्लाएं क्यों नहीं?'

आदमी: 'अगर मैं चिल्लाता तो, मेरे सोने के दांत दिख जाते न।'

मिस कॉल कर देना !

भिखारी: बाबूजी भूखा हूँ ! थोड़ा सा खाना दे दो !

आदमी : खाना अभी नहीं पका !

भिखारी: आप नम्बर लिख लो जब खाना पक जाये तो मिस कॉल कर देना !

नोट के बदले वोट कांड में अमर सिंह गिरफ्तार: नहीं चली बीमारी की दलील, 19 तक जेल


नई दिल्ली. 'नोट के बदले वोट' मामले में राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव अमर सिंह पर शिकंजा कस गया है। दिल्‍ली की एक अदालत ने अमर सिंह की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्‍हें न्‍यायिक हिरासत में जेल भेजने का हुक्‍म दिया। इस मामले में अमर सिंह के साथ दो अन्‍य अभियुक्‍तों बीजेपी के पूर्व सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और महावीर सिंह भगोरा को भी न्‍यायिक हिरासत में भेजा गया है। कोर्ट ने इन अभियुक्‍तों से कहा है कि वो चाहें तो 19 सितंबर को नियमित जमानत की अर्जी दाखिल कर सकते हैं। वैसे अमर सिंह की अंतरिम जमानत पर 8 सितंबर को सुनवाई होगी।

चूंकि अदालत ने 19 सितंबर को इन अभियुक्‍तों को बेल के लिए आवेदन करने को कहा है, ऐसे में अमर सिंह को 19 सितंबर तक तिहाड़ जेल में रहना पड़ सकता है। उनके वकील 19 सितंबर को ही जमानत अर्जी दायर कर सकते हैं। इस तरह ‘नोट के बदले वोट कांड’ में अब तक पांच गिरफ्तारियां हो गई हैं। पहली गिरफ्तारी संजीव सक्‍सेना की हुई थी जिस पर अमर सिंह के घर से एक करोड़ रुपये भाजपा के दो सांसदों के घर पहुंचाने का आरोप है। सक्‍सेना पर आरोप है कि उसने उस दिन अमर सिंह के घर पर कई बार फोन किया और इन पैसों को दोनों सांसदों तक पहुंचाने के लिए अमर सिंह की कार का इस्‍तेमाल किया। दूसरी गिरफ्तारी बिचौलिए सुहैल हिंदुस्‍तानी की थी।
इससे पहले अदालत के कड़े रुख के बाद अमर सिंह को कोर्ट में पेश होना पड़ा । तीस हजारी कोर्ट में पेश हुए अमर‍ सिंह ने कहा, ‘मैं कमजोर हूं, छिपने की कोशिश नहीं कर रहा था। टीवी पर मैंने जो कुछ देखा, उसे देखकर बेहद व्‍यथित हुआ। इसके बाद मैंने फैसला किया कि अब मुझे कोर्ट में पेश होना चाहिए। मुझे गंभीर इंफेक्‍शन है। मुझे इलाज के लिए हर तीन महीने पर विदेश जाना पड़ता है।’

इससे पहले अमर के वकील ने अपने मुवक्किल की तबियत का हवाला देकर कोर्ट में पेशी से छूट मांगी थी। हालांकि इस पर कोर्ट ने अमर सिंह से सभी मेडिकल रिकॉर्ड मांगे। कोर्ट ने दिल्‍ली पुलिस को भी फटकार लगाई है। अदालत ने पुलिस से पूछा कि अब तक अमर सिंह को इस मामले में गिरफ्तार क्‍यों नहीं किया गया।

विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल ने आज मामले की सुनवाई करते हुए पहले इसे दोपहर तक के लिए टाल दिया। वकील असगर खान ने बताया कि उनके मुवक्किल की तबियत खराब है इसलिए वो कोर्ट में निजी तौर पर उपस्थित नहीं हो सकते। कोर्ट ने इस मामले में अमर सिंह से मेडिकल रिपोर्ट मांगी। अमर के वकील ने कोर्ट को बताया कि उनके मुवक्किल का गुर्दा प्रत्‍यारोपित हुआ है। जब कोर्ट ने पूछा कि यह कब हुआ तो वकील का जवाब था कि करीब साल भर पहले। इस पर अदालत संतुष्‍ट नहीं हुआ और बेल के लिए अमर की इस बीमारी को कोई आधार नहीं मानते हुए अर्जी खारिज कर दी।

दरअसल में टीवी रिपोर्ट के मुताबिक अमर सिंह ने हाल में मुंबई स्थित लालबाग के राजा के पंडाल गए थे। ऐसे में जब अमर के वकील 19 सितंबर को बेल के लिए अर्जी दायर करेंगे तो यह सवाल उठ सकता है कि यदि अमर को ‘गंभीर बीमारी’ है तो वो किस तरह मुंबई चले गए और भीड़ भाड़ वाले गणपति मंडप में पूजा अर्चना की।

भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधींद्र कुलकर्णी भी अदालत में पेश नहीं हुए। वे इनदिनों अमेरिका में हैं। कुलकर्णी ने भी कोर्ट में पेश होने से छूट मांगी है।

2008 में विश्वास मत के दौरान संसद में नोट की गड्डियां उछाली गई थीं। बीजेपी के सांसदों को आरोप था उन्हें घूस देकर यूपीए के पक्ष में वोट देने को कहा गया है। इस घटना के कारण संसद में भारी हंगामा हुआ था। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपपत्र दाखिल किया है। विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल ने 25 अगस्त को अमर सिंह, बीजेपी के पूर्व सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, महावीर भगोरा और सुधींद्र कुलकर्णी को समन जारी किया था। दिल्ली पुलिस की दलील को स्वीकार करते हुए न्यायाधीश ने आरोपियों को समन भेजकर छह सितम्बर को अदालत में पेश होने को कहा था।

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