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16 सितंबर 2011

स्त्री के इन 3 गुणों से खुशहाल हो जाती है गृहस्थी

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हिन्दू धर्म में स्त्री शक्ति रूपा मानी गई है। क्योंकि स्त्री जननी या मां की भूमिका में संसार और परिवार को शक्ति संपन्न ही बनाती है। यही कारण है कि शास्त्रों में बताए जीवन यात्रा के चार चरणों में एक गृहस्थ जीवन के लिए स्त्री को ही धुरी माना गया है।

यही कारण है कि जिस तरह शास्त्रों में शिव-शक्ति को एक-दूसरे के बिना अधूरा माना गया है। ठीक उसी तरह गृहस्थ जीवन में स्त्री शक्ति का पुरुष के पुरुषार्थ के साथ बेहतर तालमेल गृहस्थ जीवन को सुखी और शांत रखता है।

इसी कड़ी में गरुड़ पुराण में बताए गए स्त्री धर्म का सकारात्मक पक्ष समझें तो यहां बताए जा रहे गृहस्थ जीवन के सूत्रों को अपनाना आधुनिक समय में भी हर स्त्री के लिये सार्थक साबित हो सकता है। जानते हैं इस धर्मग्रंथ में लिखे स्त्री धर्म के निचोड़ से निकले तीन खास सूत्र -

आज्ञा पालन - स्त्री को अपने पति की आज्ञा का पालन करना चाहिए यानी हर स्त्री जीवनसाथी की बातों की अनदेखी न करे। बल्कि किसी बात या विषय से सहमत न होनें पर अपने विचार रखकर आपसी तालमेल से गृहस्थी से जुड़े निर्णय ले।

पति का विरोध न करे - सुखद समय में महत्वाकांक्षा या विपरीत विचार या हालात के चलते पैदा मतभेद, अभाव या तनाव में संयम खोकर पति का विरोध करने के बजाए विवेक का उपयोग कर निस्वार्थ भाव से पति के साथ खड़ी रहे। शास्त्र कहते हैं कि जब पति-पत्नी में आपसी कटुता या मतभेद न हो तो गृहस्थी धर्म, अर्थ व काम से सुख-समृद्ध हो जाती है।

चरित्र शुद्धि - पति के जीवित रहते या मृत्यु के बाद पर-पुरुष का आश्रय न लें। यहां संकेत चरित्र की पावनता का है। चूंकि विश्वास और प्रेम गृहस्थी का मूल है। जो पति के साथ रहते और उसके बाद कुटुंब की खुशहाली के लिए भी अहम है। शास्त्रों के मुताबिक ऐसी स्त्री न केवल यशस्वी जीवन को प्राप्त करती है, बल्कि शक्ति और प्रेरणा बन जाती है।

अमरूद हो सकता है आपके लिए अमृत जानिए कैसे?


अमरूद बहुत स्वादभरा फल है। अमरूद सिर्फ स्वाद का खजाना ही नहीं है बल्कि गुणों का भी खजाना है। लेकिन अक्सर ये देखा जाता है कि लोग अमरूद की बजाए अन्य फलों के सेवन को अधिक महत्व देते हैं जबकि अमरूद भी अनेक गुणों से भरपुर है। अमरूद में विटामिन ए, बी और सी के साथ पोटैशियम की भी मात्र पायी जाती है, इसलिये ये स्किन के लिये फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन सी भरपुर मात्रा में होता है।

- अमरूद स्किन पर निखार लाता है और स्किन के दाग- धब्बे दूर करता है। न केवल खाने से, बल्कि अगर अमरूद को चेहरे पर लगाया जाये तो भी त्वचा निखरती है।

- अमरूद के कोमल पत्तों का काढ़ा बनाकर काली मिर्च डालकर उसे पीते रहने से बुखार दूर हो जाता है।

- इसके ताजे पत्तों का रस 10 ग्राम तथा पिसी मिश्री 10 ग्राम मिलाकर 21 दिन प्रात: खाली पेट सेवन करने से भूख खुलकर लगती है और शरीर सौंदर्य में भी वृद्धि होती है।अमरूद खाने या अमरूद के पत्तों का रस पिलाने से भाँग का नशा कम हो जाता है।

- ताजे अमरूद के 100 ग्राम बीजरहित टुकड़े लेकर उसे ठंडे पानी में 4 घंटे भीगने दीजिए। इसके बाद अमरूद के टुकड़े निकालकर फेंक दें। इस पानी को मधुमेह के रोगी को पिलाने से लाभ होता है।

- अमरूद के ताजा पत्ते में एक छोटा-सा टुकड़ा कत्था लपेटकर पान की तरह चबाने से मुँह के छाले ठीक हो जाते हैं।

- सर्दी या पुराना जुकाम होने पर पके हुए अमरूद को इच्छानुसार भरपेट खा कर बिना पानी पीये रात भर बिता देने पर सुबह होते-होते काफी राहत मिलता है।

- कब्ज के रोगी कुछ दिनों तक सलाद में सिर्फ पका अमरूद, मूली, गाजर एवं पुदीने की पत्तियों का ही इस्तेमाल करें तो कब्ज की शिकायत प्राय: दूर हो जाती है।

- अमरूद को चबाकर खाने या भरपूर मात्रा में रस पीने से बहुत लाभ होता है।

श्राद्ध में कौओं को भोजन क्यों कराते हैं?

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श्राद्ध पक्ष पितरों को प्रसन्न करने का एक उत्सव है। यह वह अवसर होता है जब हम खीर-पुड़ी आदि पकवान बनाकर उसका भोग अपने पितरों को अर्पित करते हैं जिससे तृप्त होकर पितृ हमें आशीर्वाद देते हैं। श्राद्ध पक्ष से जुड़ी कई परंपराएं भी हमारे समाज में प्रचलित है। ऐसी ही परंपरा है जिसमें कौओं को आमंत्रित कर उन्हें श्राद्ध का भोजन खिलाया जाता है।

इसका एक कारण यह है कि हिन्दू पुराणों ने कौए को देवपुत्र माना है। यह मान्यता है कि इन्द्र के पुत्र जयंत ने ही सबसे पहले कौए का रूप धारण किया था। यह कथा त्रेता युग की है जब भगवान श्रीराम ने अवतार लिया और जयंत ने कौऐ का रूप धर कर माता सीता को घायल कर दिया था। तब भगवान श्रीराम ने तिनके से ब्रह्मास्त्र चलाकर जयंत की आंख फोड़ दी थी।

जब उसने अपने किए की माफी मांगी तब राम ने उसे यह वरदान दिया की कि तुम्हें अर्पित किया गया भोजन पितरों को मिलेगा। बस तभी से श्राद्ध में कौओं को भोजन कराने की परंपरा चल पड़ी है। दरअसल आपने गौर किया होगा कि कौआ काना यानि एक आंख वाला होता है। मतलब उसे एक ही आंख से दिखाई देता है। यहां हिन्दू मान्यताओं में पितरों की तुलना कौऐ से की गई है।

जिस प्रकार कौआ एक आंख से ही सभी को निष्पक्ष व समभाव से देखता है उसी प्रकार हम यह आशा करते हैं कि हमारे पितर भी हमें समभाव से देखते हुए हम पर अपनी कृपादृष्टि बनाए रखें। वे हमारी बुराइयों को भी उसी तरह स्वीकार करें जिस प्रकार अच्छाइयों को स्वीकारते हैं। यही कारण है कि श्राद्ध पक्ष में कौओं को ही पहले भोजन कराया जाता है।

न निजी पीए है न पीएस, खुद का काम खुद संभालता हूं,

जयपुर.गोवा के मुख्यमंत्री दिगंबर कामत का कहना है कि मोटे रूप में सैद्धांतिक तौर पर सभी पार्टियां एक जैसी हैं। लोग उनमें ज्यादा फर्क नहीं करते।

लोग सिर्फ इन पार्टियों में नेता की काबिलियत को देखते हैं, जो उनकी उम्मीदों को पूरा कर सके और हालात में बदलाव ला सके। भाजपा में 10 साल रह चुके कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री ने यह बात इस सवाल के जवाब में कही कि आखिर दोनों दलों में आपको क्या मूलभूत अंतर दिखाई दिया।

कामत ने कहा कि उनका फोन हर समय खुला रहता है। वे हर नागरिक की बात सुनते हैं और समस्या का समाधान करते हैं। यह अलग बात है कि वे जब किसी अन्य राज्य के मुख्यमंत्री से बात करना चाहते हैं तो मुख्यमंत्री होने के बावजूद उन्हें दिक्कत आती है। उन्होंने अन्ना हजारे को अच्छा और बेदाग इंसान बताया।

कामत ने शुक्रवार शाम भास्कर कार्यालय में गोवा की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थितियों पर विशेष बातचीत की। उन्होंने कहा कि सबसे छोटे राज्य गोवा में सरकार चलाना टेढ़ी खीर है। हर नागरिक सीधे संपर्क में रहता है और बड़े राज्य के नागरिक की तुलना में कहीं ज्यादा अपेक्षाएं रखता है।

गोवा में उनकी सरकार इसलिए स्थिर रही है कि वे हर आदमी का फोन आधी रात को भी सुनते हैं। किसी के घर बिजली चली जाए तो भी वह फोन करता है और किसी की बस रास्ते में अटक जाए तो वह भी।

वे खुद इन समस्याओं को तत्काल हल करते हैं। गोवा में ई-गवर्नेंस को लेकर उन्होंने बताया कि किसी भी नगर पालिका से लोग बर्थ या डेथ सर्टिफिकेट ले सकते हैं। ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया 5 मिनट में पूरी हो जाती है। गोवा जल्द ही लोकायुक्त कानून भी बनाने जा रहा है। दैनिक भास्कर के संपादकीय सलाहकार महेंद्र सुराणा ने कामत का स्वागत किया।

कॉमन सिविल कोड है इस राज्य में

उन्होंने बताया कि गोवा देश में अकेला ऐसा राज्य है, जहां कॉमन सिविल कोड लागू है। राज्य में कोई विवाहित व्यक्ति तभी अपनी संपत्ति बेच सकता है, जब उसकी पत्नी साथ में हस्ताक्षर करने को राजी होती है। गोवा में लड़कियां काफी शिक्षित हैं। हाल ही 18 इंजीनियरों की भर्ती हुई तो उसमें 13 लड़कियां थीं।

आधी रात को आया एक यात्री का फोन

कामत ने कहा :

वे न तो निजी पीए रखते हैं और पीएस। वे अपने अपॉइंटमेंट खुद ही देखते हैं। फोन भी ज्यादातर खुद ही रिसीव करते हैं। हाल ही कामत को आधी रात में एक यात्री ने फोन करके कहा कि महाराष्ट्र से आ रही उनकी बस रास्ते में खराब हो गई है।

बस में ज्यादातर महिलाएं हैं और रास्ते में बहुत अंधेरा है। न पुलिस अफसर फोन उठा रहे हैं और न कोई प्रशासनिक अधिकारी। अन्य किसी से भी संपर्क नहीं हो रहा। आपका फोन नंबर था तो आपसे उम्मीद है समस्या हल हो जाएगी।

कामत ने तत्काल सीएस और कलेक्टर को फोन पर निर्देश दिए और समस्या हल हो गई। अगले दिन इन यात्रियों ने पत्र लिखकर धन्यवाद किया।

पेट्रोल' बम के धमाके के बाद युवक ने यह क्या कर दिया...

बीकानेर/जोधपुर.पेट्रोल के दाम से खफा डूंगर कॉलेज के छात्र और एसएफआई के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश खीचड़ ने शुक्रवार को दोपहर साढ़े 12 बजे अपनी बाइक को कॉलेज प्राचार्य कक्ष के आगे खड़ा कर आग लगा दी।

उधर, भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव और राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी महंगाई के प्रति असहनीय स्तर तक संवेदनहीन है। हाड़ौती व्यापार एवं उद्योग महासंघ के संभागीय संयोजक जितेन्द्र जैन ने सरकार से पेट्रोल की बढ़ी हुई दरें तुरंत वापस लेने की मांग की है।

2 सेकेंड में आ गई मौत, हुआ एक दर्दनाक हादसा

शिमला. रायपुररानी, पंचकूला/पंचकूला से करीब 50 किलोमीटर दूर चंडीगढ़-देहरादून हाईवे से सटी भूड-मंडलाए गांव की फायरिंग रेंज में शुक्रवार सुबह दर्दनाक हादसा हो गया।

एक हैंड ग्रेनेड समय से पहले ही फट गया और उससे सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गई, जबकि तीन जवान घायल हो गए, जिन्हें पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती कराया गया है। हादसा ट्रेनिंग के दौरान हुआ, जिसके बाद कुछ समय के लिए ट्रेनिंग रोक दी गई है।

इसके अलावा मौके पर दो ग्रेनेड ऐसे पड़े थे, जो अभी फटे नहीं थे। सूचना पाकर पंचकूला प्रशासन से एसडीएम शरणजीत कौर बराड़ व तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। गत वर्ष भी ट्रेनिंग के दौरान आईटीबीपी के 8 जवान हादसे का शिकार हो गए थे, जिसमें से दो की मौत हो गई थी।

जानकारी के मुताबिक धर्मपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप से 9 अगस्त को 269 नए रंग रूट भूड-मंडलाए की फायरिंग रेंज में आए थे। इन जवानों के अलावा इंस्ट्रक्टर टीम भी इनके साथ है। जवानों को जंगल वार की ट्रेनिंग दिए जाने का काम चल रहा था। ट्रेनिंग के दौरान सब ठीक चल रहा था और अभी तक करीब 185 हैंड ग्रेनेड फोड़े जा चुके थे।

सुबह करीब 12 बजे इंस्ट्रक्टर हेड कांस्टेबल सीता राम, ट्रेनर रवि कुमार, मदन लाल व रंग रूट महिपाल के साथ पहाड़ी पर हैंड ग्रेनेड फेंकने की प्रैक्टिस कर रहे थे। सीता राम गौतम ने महिपाल को एक ग्रेनेड फेंकने के लिए दिया और महिपाल ने पिन निकालकर उसे फेंका, लेकिन समय से पहले ही ग्रेनेड फट गया और उसके छर्रे इन चारों जवानों पर आकर गिरे।

छरे के एकदम नीचे सीता राम गौतम खड़े थे और अन्य उनके आस-पास थे। कैंप में मौजूद अन्य जवानों ने जब पहाड़ी से चीख सुनी तो वे तुरंत पहाड़ी की तरफ भागे और अपने अधिकारियों को सूचित किया। सभी चार घायलों को मुश्किलों से गाड़ी में डालकर चंडीगढ़ की तरफ निकले, लेकिन सीता राम ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। कैंप में मौजूद अधिकारियों बीएम मीना, जसविंद्र व बलदेव ने बताया कि हेंड ग्रेनेड की पिन निकलने के बाद 4 सेकेंड का समय होता है।

उस चार सेकेंड में ही ग्रेनेड को हवा में उछालना होता है और इसी बीच वह फटता है। लेकिन जिस ग्रेनेड की वजह से यह हादसा हुआ वह 2 सेकेंड में ही फट गया। अभी वह ग्रेनेड जमीन पर गिरा भी नहीं था। जानकारों के मुताबिक हेंड ग्रेनेड फेंकने के बाद नीचे की तरफ झुक कर वापस बंकर में लौटना पड़ता है, लेकिन इन जवानों को इतना मौका ही नहीं मिला। हो सकता है मैन्यूफेकचरिंग डिफेक्ट की वजह से ग्रेनेड समय से पहले फट गया।

एक कसाई भी ऐसी घिनौनी हरकत नहीं करेगा लेकिन यह बाप...


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शिमला. मोगा.दहेज के लालच में एक व्यक्ति ने नशे में धुत होकर पांच माह के बेटे को गर्म तवे पर बैठा दिया। बच्चे को अस्पताल में दाखिल कराया गया है। मोहल्ला विश्वकर्मा रोड की रहने वाली राजवंत कौर ने बताया कि उसका विवाह चार साल पहले गांव धाधला जिला लुधियाना के सुखमंदर सिंह के साथ हुआ था।

उसकी दो लड़कियां व एक लड़का है। उसने आरोप लगाया कि उसका पति शुरू से ही नशे का आदी था। उसका पति सुखमंदर सिंह लुधियाना में मॉडल टाउन में हलवाई की दुकान चलाता है। दहेज न देने पर कुछ माह पहले उसका पति उसे मोगा में छोड़ गया था। इसके बाद सुखमंदर सिंह के पिता निर्मल सिंह ने लुधियाना में केस दर्ज कराया कि लड़की वालों ने उसके लड़के के चार लाख रुपए हड़प लिए। पांच सितंबर को थाना सदर लुधियाना में पंचायती फैसला हुआ और राजवंत को फिर से उसके सुसराल भेज दिया गया।

इस घटना के बाद फिर से ससुराल वालों ने उसके साथ मारपीट की। राजवंत ने बताया कि सुखमंदर सिंह पिछले दिनों नशे में उसे पीटने लगा। उसने अंडे की भुजिया बनाने को कहा था। राजवंत ने रसोई में गैस जलाकर उसमें तवा रख दिया। इतने में उसका बच्चा रोने लगा, जब वह बच्चे को दूध पिलाने लगी तो उसके पति ने आकर पांच साल के बच्चे को उससे छीनकर गर्म तवे पर रख दिया।

इस साल दस हजार ज्यादा लोग करेंगे हज

नई दिल्लीपिछले साल की तुलना में इस साल दस हजार ज्यादा लोग हज करने के लिए जाएंगे। 29 सितंबर को हज यात्रियों का पहला जत्था जद्दा के लिए रवाना होगा और अंतिम फ्लाइट 30 अक्टूबर को जाएगी। हज कमेटी के जरिए सवा लाख लोग हज कर सकेंगे। हज यात्रियों को ले जाने और वापस लाने के लिए साउदी अरब की दो एयरलाइंस से समझौता किया गया है।

नवंबर में होने वाले हज के लिए हज कमेटी ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। फिलहाल राज्य हज कमेटियां अपने-अपने यहां के हज यात्रियों को सूचित कर रही है कि उनकी फ्लाइट कब जाएगी और वापस कब आएगी। बताया जाता है कि हज कमेटी ने इस साल हज यात्रियों का कोटा 40 हजार बढ़ाने की मांग साउदी अरब सरकार से की थी। जद्दा के लिए रवाना होने वाले पहले जत्थे में देशभर से 3670 लोग जाएंगे। हज कमेटी के जरिए जाने वाले लोग साउदी अरब की साउदी एयरलाइंस और नास एयरलाइंस से जाएंगे। हज कमेटी ने उड्डयन मंत्रालय की मार्फत दोनों एयरलाइंस को साफ कर दिया है कि हज यात्रियों को जाने और वापस आने में फ्लाइट को लेकर कोई दिक्कत नहीं होने चाहिए। दिल्ली से हज करने के लिए 18 हजार 500 लोग जाएंगे।

इसमें राजधानी के अलावा वेस्ट यूपी, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश से जाने वाले भी शामिल हैं। दिल्ली से पहले जत्थे में तीन अलग-अलग फ्लाइट्स से नौ सौ लोग जाएंगे। हज कमेटी ने हज यात्रियों को कम से कम सामान लेकर जाने के लिए सलाह दी है। साथ ही सुझाव दिया है कि एयरलाइंस के स्टैंडर्ड के मुताबिक सामान लेकर जाएं, ऐसा नहीं करने पर सामान पहुंचाने में एयरलाइंस को दिक्कत होगी और सामान गुम होने का भी खतरा रहेगा। हज कमेटी के मुताबिक हज पर जाने वाले अपने साथ दो चेकइन बैगेज और एक हैंड बैगेज लेकर जा सकते हैं। वापस आते समय सामान में जम-जम गैलन बढ़ जाएगा।

उदयपुर: मां की अर्थी को बेटियों ने दिया कंधा

बेटियों ने ही दी मां की चिता को मुखाग्नि

उदयपुर। भूपालपुरा इलाके में वृद्धा की मौत के बाद शुक्रवार को चार बेटियों ने मां की अर्थी को कंधा दिया। शवयात्रा को अशोकनगर स्थित मोक्षधाम ले जाया गया। जहां बेटियों ने ही मां की चिता को मुखाग्नि दी।
जानकारी के अनुसार भूपालपुरा निवासी 70 साल की चंदा देवी पत्नी किशनलाल छाबड़ा पिछले दो साल से बीमार चल रही थी। उन्हें ब्रेन ट्यूमर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी थी। इसके अलावा दोनों किडनियां खराब थी। शुक्रवार को तबियत ज्यादा खराब होने पर चंदा देवी को परिजन अमेरिकन अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बताया गया कि चंदा के पति की पूर्व में मौत हो चुकी थी। इनके पुत्र नहीं था और चार बेटियां राजकुमारी, पवन, लक्ष्मी और पूनम है। चंदा के शव को दोपहर को वापस घर लाया गया। परिजनों ने बताया कि बेटा नहीं होने से चंदा की अंतिम इच्छा थी कि मरने के बाद बेटियां ही उसकी देह को मुखाग्नि दे। जिसके तहत शाम को पांच बजे शव को शवयात्रा निवास से अशोकनगर मोक्ष धाम के लिए रवाना हुई। जिसमें चारों बेटियों ने मां की अर्थी को कंधा दिया। मोक्ष धाम पर बेटियों ने ही चिता को मुखाग्नि दी।

साहित्यकार-चिंतक डॉ. गुणवंत शाह को हार्ट-अटैक

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वडोदरा। जाने-माने साहित्यकार और चिंतक डॉ. गुणवंत शाह को शुक्रवार तड़के सुबह हृदयाघात होने से यहां के हार्ट इंस्टिट्यूट में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों के अनुसार एंजियोप्लास्टी के बाद अब उनकी हालत में सुधार है।

गुरुवार देर रात पौने एक बजे निवास स्थान पर अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई। चिकित्सकों की प्राथमिक सलाह के बाद उन्हें तुरंत शहर के ओल्ड पादरा रोड स्थित बेंकर्स हार्ट इंस्टिट्यूट में दाखिल कराया गया था। जहां हार्ट अटैक की जांच के बाद एंजियोप्लास्टी की गई। डॉ. दर्शन बेंकर के अनुसार सुबह सवा तीन बजे उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी। अब उनकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
आपको बताते चलें कि डॉ. गुणवंत शाह 'दैनिक भास्कर' समाचार पत्र के गुजराती संस्करण 'दिव्य भास्कर' के स्तंभकार भी हैं।

हाईवे पर दौड़ रहा था सुलगता हुआ ट्रक...!

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राजकोट। राजकोट-जामनगर हाई-वे पर आज एक फिल्मी दृश्य हकीकत में नजर आया। जब लोगों ने अंधी रफ्तार से भाग रहे एक सुलगते ट्रक को देखा। दरसअल इस ट्रक में एक मशील लोड थी और आग इसी मशीन में लग गई थी। लेकिन ट्रक ड्राईवर को आग लगने की बात पता ही नहीं चली। जब लोगों ने उसकी ओर इशारा किया, तब उसका ध्यान इस और गया और उसने ट्रक रोका।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रक में राजकोट से लोड मशीन जामनगर एस्सार ले जाई जा रही थी। मशीन के डीजल टैंक तथा हाईड्रोलिक ऑयल की वजह से इसमें आग लग गर्ई थी। कुछ ही देर में आग ने रौद्र रूप धारण कर लिया और पूरी मशीन जलकर खाक हो गई।

हालांकि मशीन में पहले आग ऐसी जगह लगी कि ट्रक चालक को साइड ग्लास में यह दृश्य दिखाई नहीं दिया और वह ट्रक भगाए जा रहा था। जहां-जहां से ट्रक निकलता गया लोग यह नजारा देखकर हैरान रह गए। इसी बीच इसका इशारा किसी ने ट्रक चालक को किया और तब जाकर चालक को यह बात मालूम हुई। ड्राईवर ने तुरंत ट्रक को एक सुनसान जगह साइड पर लगाया और फायर ब्रिगेड को जानकारी दी। हालांकि फायर ब्रिगेड ने आग बुझा दी है लेकिन तब तक मशीन लगभग पूरी तरह से जल चुकी थी।

चाचा के फेसबुक अकाउंट से भतीजे ने यह क्या कर दिया...!


पोरबंदर।अगर आप फेसबुक का उपयोग करते हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि आपके अकाउंट का पासवर्ड जानने वाले आपके करीबी लोग भी आपके लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। कुछ इसी तरह का मामला गुजरात के पोरबंदर में सामने आया है। यहां एक भतीजे ने ही अपने चाचा के फेसबुक अकाउंट का उपयोग करते हुए वीभत्स कमेंट डाल दिए थे। लगभग 5 पांच महीनों की जांच के बाद पुलिस भतीजे तक पहुंच गई और उसे गिरफ्तार कर लिया।

बोखीरा कन्याशाला के पास रहने वाले उपेनभाई मुणशंकरभाई जोशी के फेसबुक आईडी का पासवर्ड हैक कर भतीजे ने उनके व पत्नी के बारे में बहुत गंदे कमेंट डाल दिए थे। ये कमेंट्स पढ़कर उनके फ्रैंड्स चौंक उठे। दोस्तों ने जब उन्हें इसकी जानकारी दी तो उपेनभाई समझ गए कि उनका पासवर्ड किसी ने हैक कर लिया है। उन्होंने तुरंत ही पासवर्ड बदल दिया और क्राइम ब्रांच को इसकी शिकायत की।

इस संबंध में क्राइम ब्रांच ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के कैलिफोर्निया स्थित सर्वर से जानकारी मंगवाई। लगभग पांच महीने चली इस जांच की कार्रवाई में उपेनभाई के भतीजे धु्रव भरतभाई जोशी का नाम सामने आया। पुलिस ने धु्रव को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार साइबर क्राइम की यह घटना पोरबंदर की शायद पहली ही घटना है। अच्छी बात यह है कि इसमें पुलिस को सफलता भी मिल गई।

मोदी का उपवास: निगरानी के लिए 2000 जवान, 50 सीसीटीवी




अहमदाबाद। 17 सितंबर से शुरू होने वाले मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के उपवास के लिए गुजरात यूनिवर्सिटी के कन्वेंशन सेंटर व एक्जिबिशन हॉल की फुलप्रूफ सुरक्षा की जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था में 10 आईपीएस अधिकारी तैनात रहेंगे। एसपी स्तर के 20 अधिकारी भी लगाए जाएंगे। हर गेट, हॉल व ग्राउंड में 50 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ग्राउंड में 10 वॉच टावर खड़े किए जाएंगे। सुरक्षा में राज्यभर के कुल 2000 पुलिसकर्मी तीन दिन तक 24 घंटे हाजिर रहेंगे।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के हाईप्रोफाइल सद्भावना उपवास को लेकर गहमा-गहमी तेज है। एक तरफ जहां इस उपवास को सफल बनाने के लिए सरकार के मंत्रियों-विधायकों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूरा जोर लगा दिया है, वहीं कांग्रेस ने इसकी आलोचना करते हुए समानांतर उपवास करने की घोषणा की है।
मोदी शनिवार को अहमदाबाद में गुजरात विश्वविद्यालय के जीएमडीसी ग्राउंड के वातानुकूलित कन्वेंशन सेंटर में सुबह 9 बजे से 72 घंटे का सद्भावना उपवास आरंभ करेंगे। आयोजन स्थल पर युद्ध स्तर पर तैयारियां जारी हैं। भाजपा सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक व अधिकारी लगातार मीटिंग कर तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। सभी नेताओं को अपने-अपने क्षेत्रों से समर्थकों के साथ पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। इन लोगों के पहुंचने के लिए सरकारी बसों सहित अन्य इंतजाम भी किए गए हैं।
मोदी से पहले शुरू होगा कांग्रेस का अनशन
गुजरात चुनाव समिति के अध्यक्ष शंकर सिंह वाघेला ने बताया कि कांग्रेस का अनशन मोदी के अनशन के एक घंटा पहले शुरू हो जाएगा और समापन भी मोदी के अनशन समाप्ति के दो घंटे बाद ही किया जाएगा। अगर वे अनशन आगे खींचते हैं तो कांग्रेस भी तीन नहीं चार, पांच या छह दिन तक अनशन करने को तैयार है। गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने आरोप लगाया की गांधी जी ने अनशन को आत्मशुद्धि का पवित्र साधन माना था, लेकिन गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी ने फाइव स्टार अनशन की तैयारी कर अनशन की पवित्रता को लांछन लगाया है। शंकर सिंह वाघेला ने आरोप लगाया कि पूरी दुनिया जाए जहन्नुम में लेकिन मोदी को तो अपनी इमेज बिल्डिंग में ही रुचि है। मोदी ने इसीलिए अनशन का यह नाटक किया है। नेता प्रतिपक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने कहा की गुजरात को शब्दों की सद्भावना की नहीं प्रशासन में सद्भावना की जरूरत है

यहां गोडसे नहीं गांधीजी ही चलेंगे। कांग्रेस के अग्रणी नेता नरहरी अमीन ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने 30 करोड़ के खर्चे से हॉल बनाया है। सद्भावना की बातें करनेवाले मुख्यमंत्री मोदी को अनशन के लिए इस हॉल को मुफ्त में दिए जाने का कांग्रेस की छात्र शाखा विरोध करेगी। इस बारे में कुलपति व रजिस्ट्रार को शिकायत की जाएगी और जरूरत पडऩे पर घेराव भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी के अनशन के दौरान हॉल का किराया, पार्किंग, फूडकोर्ट जैसी सभी चीजों को मिलाकर कुल किराया 50 लाख का होने जा रहा है। मुख्यमंत्री को यह खर्च अपनी जेब से देना चाहिए।

अब देश आपसे नहीं संभलता है तो उठो गद्दी छोडो

ऐ मनमोहन तुम्हारे आगे जी लगाऊं या नहीं कुछ समझ में नहीं आता लेकिन में तो इस महान भारत का निवासी हूँ अपने संस्कार नहीं भूल सकता इसलियें आपके नाम के आगे जी लगाना तो मेरी मजबूरी है आपसे एक दरख्वास्त है बहुत हो लिया ..बहुत कर लिया ..अब देश आपसे नहीं संभलता है तो उठो गद्दी छोडो और देश को हमारे हवाले करो हम चलाएंगे इस देश को ..................आप देख लेना न पेट्रोल बढ़ेगा .न भुखमरी होगी न भ्रष्टाचार होगा .न बेईमानी होगी न हिंसा न साम्प्रदायिकता और ना ही सीमा पर आतंकवाद होगा ..मनमोहन जी आपने इस देश को जितना लूटना लुटवाना था लूट लिया अब तो बस करो यार हमारे देश के अर्थशास्त्र के बच्चे आपका अर्थशास्त्र देख कर अर्थशास्त्र से नफरत करने लगे हैं वोह कहते हैं के अगर देश के सुख चेन को बर्बाद करने वाला अर्थशास्त्र चलाना है तो हमे ऐसा अर्थ शास्त्र नहीं चाहिए ....ऐ मनमोहन जी जरा सोचो अरे नहीं रिमोट चलेगा तब तो अप सोचेंगे इसलियें सोचों मत गद्दी छोडो देश के हवाले हमारे हवाले सत्ता दे दो ...........आप का कोनसा अर्थशास्त्र है के घर में नहीं है खाने को अम्मा चली भुनाने को ..आप जानते हैं देश में खाने को नहीं है बजट गडबडा रहा है ..आवश्यक वस्तुओं की खरीद महंगी हो गयी है और इस पर सब्सिडी खत्म अरे मनमोहन जी देश का रुपया देश में लगाओ देश के लोगों को लूट कर आप विदेश में रुपया बांटने क्यूँ जाते हों क्यूँ अफगानिस्तान ..अमेरिका और दुसरे देशों को अरबों खरबों रूपये की मदद दे रहे हो नहीं चाहिए हमें दुसरे देशों से खरीदी गयी मदद हमे तो हमारे देश में एकता भाईचारा सद्भावना सुकून अमन और प्यार चहिये दो वक्त की रोटी प्यार से चाहिए जो आप नहीं दे सकते केवल हम खुद ही दे सकते हैं आपकी ममता आपकी समता तो आपसे मिली हुई हैं वोह तो आपको हटाएँगी नहीं समर्थन भी देंगी और जनता को बेवकूफ बनाने के लियें आपके खिलाफ सुनारी लड़ाई भी लड़ेंगी इसलियें जाओ गद्दी छोडो कमसे कम एक काम तो देश की सुख शांति और अमन के लियें कर दो यार .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

फिलीपींस में 'सेक्स हड़ताल' की धमकी के बाद सुधरे पुरुष, हिंसा से तौबा की

मनीला. फिलीपींस में महिलाओं ने अपने गांव में शांति बहाल करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है। दक्षिणी फिलीपींस के हिंसाग्रस्त एक गांव में महिलाओं ने पुरुषों को धमकी दी है कि अगर वे मारपीट करते रहेंगे तो वे सेक्स के लिए राजी नहीं होंगी।

संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी रिको साल्सेडो के मुताबिक, 'बेहद अशांत रहने वाले देश के दक्षिणी द्वीप मिंडानाओ के डाडो गांव में महिलाओं ने सेक्स हड़ताल ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। गांव में अब तनाव कम हो गया और 102 परिवारों की खुशियां लौटती दिख रही हैं।'

साल्सेडो ने कहा, 'यह इलाके उस कस्बे के तहत आता है जहां पारिवारिक झगड़े, भूमि विवाद बहुत ज़्यादा होते हैं। हड़ताल का यह आइडिया महिलाओं की तरफ से आया था। यह आइडिया महिलाओं के एक समूह का है, जिन्होंने सिलाई का कारोबार शुरू किया था, लेकिन हिंसा के चलते गांव का रास्ता बंद था, जिसके चलते वे अपना काम नहीं कर पा रही थीं। गांव के गुटों के बीच इस रास्ते के आसपास जमकर गोलियां चल चुकी हैं।'

यूएनएचसीआर के कर्मचारी टॉम टेंप्रोसा ने बताया, इस इलाके में परिवारों के बीच लंबे समय से विवाद रहा है। यहां एक परिवार के पुरुष दूसरे परिवार के खिलाफ हिंसा पर उतारू रहते हैं। वे एक-दूसरे पर गोलियां चलाते हैं। सिलाई-कढ़ाई करने वाली महिलाओं की अगुवा हस्ना कंडातु ने कहा, 'हम लोगों ने अपने-अपने पति को चेतावनी दी कि अगर वे गांव की शांति भंग करेंगे तो उन्हें सेक्स से वंचित रखा जाएगा।' यूएनएचसीआर के एक वीडियो में कंडातु ने अपनी पति से कही गई बात को कुछ यूं दोहराया, 'अगर आप वहां गए (लड़ने के लिए), आप लौटेंगे नहीं और मैं आपको स्वीकार नहीं करूंगी।' कंडातु का पति भी अपनी पत्नी की धमकी को याद करते हुए बताता है, 'अगर आप गलत चीजें करेंगे तो कटौती के लिए तैयार रहिए।'

गौरतलब है कि दक्षिण फिलीपींस के मुस्लिम परिवारों में जमीन, धन और राजनीतिक वर्चस्व के लिए जबर्दस्त हिंसा होती रही है। इस वजह से मुस्लिम अलगाववादियों की घुसपैठ और क्रूरतम अपराधों की तादाद इस इलाके में बढ़ती जा रही है। ऐसे ही एक विवाद में एक प्रभुत्वशाली मुस्लिम परिवार के खिलाफ स्थानीय चुनाव में दक्षिण के एक परिवार को रोकने के लिए उस परिवार के 57 लोगों को मारने के आरोप में मुकदमा चल रहा है।

आयकर चुकाते हैं तो 750 रुपये में मिलेगा एक गैस सिलेंडर!



नई दिल्‍ली. तेल कंपनियों ने गुरुवार को पेट्रोल की कीमत 3.14 रुपये प्रति लीटर बढ़ा कर गुरुवार को ही जनता पर भारी बोझ लाद दिया है। सरकार इसके बाद एलपीजी गैस के दाम बढ़ाने की तैयारी में लगी है। हालांकि सरकार को घटक दलों के ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते ईजीओएम की बैठक फिलहाल टाल दी गई है। सूत्रों के मुताबिक यूपीए सरकार की योजना इस महीने के अंत तक इस मुद्दे पर फैसला लेकर इसे दिसंबर से लागू करने की है।
ईजीओएम की बैठक में पेट्रोलियम मंत्रालय के उस प्रस्ताव पर विचार किया जाना है, जिसमें आयकर अदा करने वाले लोगों के लिए साल भर में महज चार सिलेंडर ही रियायती दर (सब्सिडी के साथ) पर देने की बात कही गई है। इससे ज़्यादा सिलेंडर लेने पर बाज़ार भाव पर ही रसोई गैस मिलने की बात इस प्रस्ताव में है। ईजीओएम की बैठक में रसोई गैस सिलेंडर पर सब्सिडी कितनी कम की जाए और मेट्रो और बड़े शहरों में एक परिवार को एक साल में सब्सिडी वाले कितने सिलेंडर दिए जाएं, जैसे अहम सवालों पर फैसला लिया जाएगा।


गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे परिवारों को सस्ती दरों (सब्सिडी के साथ) पर सिलेंडर देने का मुद्दा भी ईजीओए की बैठक के एजेंडे में शामिल है। पेट्रोलियम मंत्रालय गैस की कीमत में 100 फीसदी तक बढ़ोतरी चाहता है। मंत्रालय के प्रस्ताव में गैर-सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 400 रुपये बढ़ाने की वकालत की गई है। फिलहाल दिल्ली में सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 394 रुपये है। बिना सब्सिडी के इसकी कीमत लगभग 750 रुपये होगी।


गैस सिलेंडर पर सब्सिडी खत्म करने के पीछे सबसे बड़ा तर्क तेल कंपनियों को हो रहा घाटा है। तेल कंपनियों को डीजल, घरेलू गैस और केरोसीन को लागत से सस्ता बेचने से प्रतिदिन 263 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है। जून में ही रसोई गैस के सिलेंडर के दाम में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। एलपीजी के एक सिलेंडर (प्रति 14.2 किलो गैस) पर तेल कंपनियों को 267 रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

अग्निवेश का अन्‍ना को जवाब: बेदी के कहने पर की थी बात

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नई दिल्‍ली. स्‍वामी अग्निवेश ने कहा है कि वह टीम अन्‍ना की सदस्‍य किरण बेदी के कहने पर ही सरकार से मध्‍यस्‍थता करने और मंत्री से मिलने गए थे। अग्निवेश ने अन्‍ना हजारे के बयान का विरोध करते हुए कहा, ‘हजारे यह गलत कह रहे हैं कि उन्‍होंने सरकार के साथ मेरे संबंधों को लेकर चेतावनी दी थी।'

अग्निवेश ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि वह भेदिया नहीं हैं और न ही अपने किए के लिए माफी मांगेंगे। उन्‍होंने कहा, ‘किरण बेदी मेरी छोटी बहन हैं। उनके कहने पर ही मैंने केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद से बात की थी। यह बात सरासर गलत है कि अन्‍ना हजारे ने मुझे केंद्रीय मंत्रियों से मिलने को लेकर चेताया था।’ उन्‍होंने कहा कि 12 अगस्‍त के आसपास बेदी ने कहा था कि स्‍वामी जी कुछ करना है। किरण बेदी ने कहा था सरकार से बात करने के लिए और तभी मैंने सलमान खुर्शीद से बात की थी।

अग्निवेश ने कहा कि अन्‍ना जी साधारण इंसान हैं और उन्‍हें गलत सूचना दी गई।’ पिछले महीने यू ट्यूब और कई समाचार चैनलों पर जारी वीडियो में दिखाया गया था कि अग्निवेश किसी ‘कपिल’ नाम के व्यक्ति से मोबाइल पर बात करते हुए अन्ना को पागल हाथी कह रहे हैं।

इसके बाद टीम अन्‍ना ने बाकायदा ऐलान किया था कि अग्निवेश अब टीम के हिस्‍से नहीं रहे। अन्‍ना हजारे ने भी कुछ दिन पहले रालेगण सिद्धि में मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अग्निवेश दो बार अपनी ओर से सरकार से मिलने चले गए थे। तब उन्‍हें चेताया गया था कि यह ठीक नहीं है।


अग्निवेश ने कहा कि निजी बातचीत की फोन टैपिंग निजता के अधिकार का उल्‍लंघन है। उन्‍होंने कहा कि अन्‍ना को संसद की अपील के बाद अनशन तोड़ना चाहिए था। उनकी तबीयत खराब होना चिंता की बात थी।

अन्‍ना ने कहा कि जिस कपिल महाराज से मेरी बातचीत का वीडियो सार्वजनिक हुआ है, उन्‍हें सबके सामने पेश करूंगा। उन्‍होंने दावा किया कि कपिल को प्रशांत भूषण से मिला चुका हूं। वह दिल्‍ली में रहते हैं, जो भारत सरकार और बड़ी हस्तियों के बीच सुलह कराते हैं।

अग्निवेश ने कहा कि वो जल्‍द ही अन्‍ना से मिलना चाहते हैं ताकि वो सब कुछ उन्‍हें बता सकें। अग्निवेश ने सफाई दी कि उन्‍होंने अन्‍ना हजारे को कभी झूठा नहीं कहा। टीम अन्‍ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल के बारे में उन्‍होंने कहा कि केजरीवाल ने बीते अप्रैल में उनसे मुलाकात की थी इसलिए वह अन्‍ना हजारे के अनशन का हिस्‍सा बने। उन्‍होंने कहा कि वो कभी लोकपाल आंदोलन के खिलाफ नहीं रहे हैं। लेकिन रामलीला मैदान में अनशन के दौरान अन्‍ना की बिगड़ती तबियत जरूर चिंता का विषय है। उन्‍होंने जीबी पंत अस्‍पताल के डॉक्‍टरों का हवाला देते हुए कहा कि डॉक्‍टरों ने हिदायत दी थी कि यदि अन्‍ना इसी तरह अनशन पर बैठे रहे तो जल्‍द ही कोमा में चले जाएंगे।

पूर्व क्रिकेटर अजहरुद्दीन के बेटे अयाजुद्दीन की अस्‍पताल में मौत



हैदराबाद. भारतीय क्रिकेट टीमके पूर्व कप्‍तान और कांग्रेस सांसद मोहम्‍मद अजहरुद्दीन के बेटे अयाजुद्दीन की आज यहां अस्‍पताल में मौत हो गई। पांच दिनों से जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे अयाजुद्दीन बीते रविवार को एक सड़क हादसे में गंभीर रुप से घायल हो गए थे। उनका अपोलो अस्‍पताल में इलाज चल रहा था। अपोलो अस्‍पताल के डॉक्‍टरों ने आज अयाजुद्दीन (19) को मृत घोषित कर दिया। विस्‍तृत विवरण की प्रतीक्षा है।

अयाजुद्दीन और अजहरुद्दीन का भांजा अजमल उर रहमान (16) बाइक पर सवार होकर तेज रफ्तार से जा रहे थे कि पुप्‍पलगुडा में आउटर रिंग रोड पर उनकी स्‍पोर्ट्स बाइक सड़क पर फिसल गई थी। हालांकि अयाजुद्दीन हेलमेट भी पहने हुए थे लेकिन इसके बावजूद उन्‍हें गहरी चोट आई।

अजमल ने हादसे के दिन ही दम तोड़ दिया था। डॉक्‍टर के मुताबिक अयाजुद्दीन के सिर, सीने और पेट में गंभीर चोट लगी थी। हादसे के बाद अस्‍पताल में भर्ती अयाजुद्दीन को वेंटिलेटर पर रखा गया था। हादसे में घायल होने के बाद से ही अयाजुद्दीन बेहोश थे और उनकी हालत बेहद गंभीर बनी रही। डॉक्‍टरों की तमाम कोशिश के बावजूद अयाजुद्दीन को बचाया नहीं जा सका।
अपोलो हॉस्पिटल के सीईओ (मध्‍य क्षेत्र) डॉ. हरी प्रसाद ने गुरुवार को जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया कि अयाजुद्दीन की बाईं किडनी में लगी चोट से लगातार खून बह रहा था इसलिए इसे निकाल दिया गया। डॉक्‍टर ने बताया था कि अयाजुद्दीन का दिमाग काम नहीं कर रहा है और हालत गंभीर बनी हुई है।

उभरते क्रिकेटर अयाजुद्दीन अजहरुद्दीन की पहली बीवी नौरीन से दो बेटों में एक है। नौरीन से तलाक के बाद अजहरुद्दीन ने पूर्व अभिनेत्री संगीता बिजलानी से शादी की थी। अजहरुद्दीन फिलहाल उत्‍तर प्रदेश के मुरादाबाद सीट से सांसद हैं। सेंट मैरी कॉलेज में बीकॉम सेकेंड ईयर के स्‍टूडेंट अयाजुद्दीन हैदराबाद की अंडर 19 टीम का हिस्‍सा थे।

अजहरुद्दीन के बेटे की मौत की खबर मिलते ही अपोलो अस्‍पताल और पूर्व क्रिकेटर के घर पर शोकसंवेदना व्‍यक्‍त करने वालों का तांता लगने लगा है। हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी और पूर्व मंत्री मोहम्‍मद अली शब्‍बीर अपोलो अस्‍पताल पहुंचे हैं।

पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने अयाजुद्दीन के निधन पर शोक जाहिर किया है। चोपड़ा ने ट्वीट किया है, ‘खुदा अयाजुद्दीन की आत्‍मा को शांदि प्रदान करें। दुख की इस घड़ी में हम अयाजुद्दीन के परिवार के साथ हैं। ईश्‍वर अयाज के परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’

रविवार को जब हादसा हुआ था तो उस वक्‍त अजहरुद्दीन लंदन में थे और नौरीन सउदी अरब में थीं। हादसे की खबर मिलने के बाद ये दोनों भारत लौट गए और उस दिन से ही अस्‍पताल में हैं।

पेट्रोल की महंगाई से भड़की आग: ममता को आया गुस्‍सा, सपाइयों ने फूंका पीएम का पुतला


नई दिल्ली. पेट्रोल की कीमतों में 3.14 रुपये की बढ़ोतरी होने के खिलाफ सरकार के खिलाफ गुस्‍सा भड़क गया है। विरोधी पार्टियां तो सड़कों पर उतर ही गई हैं, सरकार के कई साथी दल भी उसकी मुखालफत पर उतर गए हैं।

विपक्षी बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने महंगाई के मुद्दे पर दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी पेट्रोल के दाम समेत तमाम जरूरी चीजों का दाम बढ़ाए जाने का विरोध कर रही है। बीजेपी ने यह चेतावनी भी दी है कि अगर सरकार ने एलपीजी के दाम बढ़ाए तो वह पूरे देश में प्रदर्शन करेगी। भाजपा प्रवक्‍ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि यदि एलपीजी की कीमतें बढ़ाई गईं तो वह इस मुद्दे को संसद में भी जोर शोर से उठाएंगे। उन्‍होंने आरोप लगाया कि सरकार का ‘आम आदमी’ से कोई वास्‍ता नहीं रह गया है। उन्‍होंने कहा कि जबसे यूपीए सरकार आई है, पेट्रोल की कीमतों में 25 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। एलपीजी सिलेंडर के दाम भी कुछ ही महीने पहले 50 रुपये बढ़ाए गए हैं। उन्‍होंने कहा कि पार्टी सड़क से लेकर संसद तक महंगाई के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी।

उधर, उत्‍तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए। वे पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुतला फूंक रहे थे। पुलिस ने उन्‍हें पानी की बौछार मार कर तितर-बितर किया। इलाहाबाद, पुणे आदि कई शहरों में भी सरकार के खिलाफ जबरदस्‍त प्रदर्शन हुए।

यूपीए में शामिल सहयोगी पार्टियां भी रसोई गैस का दाम बढ़ाए जाने के प्रस्ताव का विरोध कर रही हैं। हालांकि इसके बावजूद एक बार फिर लोन महंगा होने का रास्‍ता जरूर साफ कर दिया गया है। पिछले 18 महीनों में 12वीं बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी करते हुए रिजर्व बैंक ने रीपो और रिवर्स रीपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी कर दी है। अब रीपो रेट 8.25 पॉइंट और रिवर्स रीपो रेट 7.25 पॉइंट हो गया है। इस बढ़ोतरी का असर कार और होम लोन पर पड़ेगा। बैंक ग्राहकों से इसके लिए ज्‍यादा ब्‍याज दर वसूलेंगे

तेल कंपनियों ने गुरुवार को पेट्रोल की कीमतों में चार महीने में दूसरी बड़ी बढ़ोतरी की थी। शुक्रवार को सरकार रसोई गैस महंगी करने की भी तैयारी कर रही थी। यूपीए गठबंधन में शामिल डीएमके, तृणमूल कांग्रेस और एनसीपी दाम बढ़ाने के प्रस्ताव का विरोध कर रही हैं। समझा जाता है कि सहयोगी दलों के इसी रुख के चलते शुक्रवार को होने वाली उच्‍चाधिकार प्राप्‍त मंत्रिमंडलीय समूह (ईजीओएम) की बैठक टाल दी गई। केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की अध्यक्षता वाले ईजीओएम की बैठक में एलपीजी सिलेंडर पर दी जाने वाली सब्सिडी खत्‍म करने पर फैसला लिया जाना था। डीएमके ने ईजीओएम की प्रस्‍तावित बैठक का बहिष्कार किया, वहीं तृणमूल कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर सरकार का विरोध करने का फैसला किया है। इस बात की संभावना है कि यह बैठक अगले हफ्ते हो।

डीएमके नेता एम के अलगिरी ने आज होने वाली ईजीओएम की बैठक में हिस्‍सा नहीं लेने का ऐलान कर दिया था। वहीं तृणमूल का आरोप का आरोप है कि कांग्रेस ने पेट्रोल की कीमतें बढ़ाने से पहले उससे सलाह मशविरा नहीं किया। तृणमूल कांग्रेस नेता मुकुल रॉय ने कहा, 'कम अंतराल में ही कई बार कीमतें बढ़ाई गईं। यह आम आदमी पर बोझ है। हमने वित्‍त मंत्री से अपनी शिकायत दर्ज करा दी है।

रेल मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता दिनेश त्रिवेदी का कहना है कि उन्हें ईजीओएम बैठक की जानकारी मीडिया के जरिए मिली थी। त्रिवेदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस पेट्रोल की बढ़ी कीमतें वापस लेने की मांग करती है। उन्‍होंने बताया कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी कीमतें बढ़ाए जाने के खिलाफ विरोध दर्ज करा चुकी हैं।

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