आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

17 सितंबर 2011

केरल के मंत्री महिला को एसएमएस भेजकर फंसे

तिरुवनंतपुरम. केरल के जल संसाधन मंत्री पीजे जोसेफ एक महिला को ‘ब्लैंक’ एसएमएस भेजने के नए विवाद में उलझ गए हैं। उनके खिलाफ इडुक्की जिले की एक कोर्ट सम्मन भेजने का आदेश दिया है।

जोसफ चार साल पहले भी एक महिला से अभद्र व्यवहार के मामले में विवादों में घिरे थे। मामले की सुनवाई इडुक्की जिले के थोदुपुआ स्थित प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट रवि चंद की कोर्ट में 22 अक्टूबर को होगी।

मंत्री केरल कांग्रेस (एम) के कोटे से मंत्री हैं।

कम होगा अदालतों पर बोझ, वापस होंगे फौजदारी के सामान्य मुकदमे


| Email Print
बीकानेर/जोधपुर.राज्य सरकार अदालतों में चल रहे सामान्य (लघु प्रकृति) फौजदारी के मुकदमे वापस लेने की तैयारी कर रही है। इसके लिए सभी जिलों में कमेटी गठित कर वापस लिए जाने वाले मामलों की जानकारी जुटाई जा रही है।

लंबित मामलों का निबटारा और न्याय में देरी की शिकायत को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने तय किया है कि ऐसे फौजदारी मुकदमे जो सामान्य प्रकृति के हैं जिन्हें वापस लेने पर किसी को आपत्ति भी न हो, उनकी फाइल बंद कर दी जाए। इससे अदालतों में चल रहे मुकदमों की संख्या कम होगी और न्यायालयों में काम का बोझ भी कम हो जाएगा।

मुकदमे वापस लेने के लिए राज्य के सभी जिलों में एक कमेटी गठित की गई है जो तय करेगी कि अदालतों में विचाराधीन सामान्य प्रकृति के ऐसे कौनसे फौजदारी मामले हैं जो वापस लिए जा सकते हैं।

बीकानेर जिले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राकेश कटारा की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने बीकानेर, नोखा, लूणकरणसर, कोलायत, खाजूवाला व श्रीडूंगरगढ़ की अदालतों में विचाराधीन सामान्य प्रकृति के आपराधिक मुकदमों की जानकारी मंगवाकर उन पर विचार-विमर्श किया। कमेटी में एडीएम सिटी राजेन्द्र मिश्रा व एएसपी सिटी सतीश चन्द्र जांगिड़ भी शामिल है। वापस लेने वाले मुकदमों की सूची तैयार कर सरकार को भेजी जाएगी।

"लघु प्रकृति के हजारों मुकदमे अदालतों में लंबित पड़े हैं। राज्य सरकार की ओर से इन्हें वापस लेने की प्रक्रिया शुरू करने से अदालतों का बोझ कम हो जाएगा और आम आदमी को बेवजह भटकना नहीं पड़ेगा। "

-कुलदीप शर्मा, सदस्य बार कौंसिल ऑफ राजस्थान

वरी देवी प्रकरण: संदेह के भंवर में फंसे मंत्री, विफलता के जाल में पुलिस

जोधपुर.सीडी प्रकरण को लेकर चर्चा में आई बोरुंदा की एएनएम भंवरी देवी का पुलिस 17 दिन बाद भी सुराग नहीं लगा सकी है। भंवरी देवी के अपहरण का आरोपी पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल तथा अपहरण करने वाली यूपी की गैंग का सदस्य अशोक माली पुलिस की गिरफ्त में है।

दोनों ही भंवरी के अपहरण का मकसद और उसकी हत्या की आशंका जता चुके हैं, इस सबके बावजूद पुलिस की चुप्पी से लोगों को जांच पर संदेह होने लगा और वे कैबिनेट मंत्री के खिलाफ आंदोलन पर उतर आए हैं।

शनिवार को बोरुंदा के बाजार बंद रहे। सीबीआई जांच के निर्देश होने के बाद पुलिस साजिश में शामिल लोगों पर हाथ डालने और अपहरण कांड का खुलासा करने से कतरा रही है। माना जा रहा है कि एक कैबिनेट मंत्री पर आरोप लगने के कारण राजनीतिक दबाव में पुलिस अफसर चुप हैं। इस मामले का मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन भी 7 दिन तक आबूरोड में छुपा रहने के बाद फरार हो गया था।

बोरुंदा बंद :

सरकार ने भले ही सीबीआई जांच के निर्देश दे दिए हैं, मगर लोग पहले मंत्री महिपाल मदेरणा का इस्तीफा मांग रहे हैं। शनिवार को बोरुंदा बंद रहा।

लोगों ने जोधपुर-मेड़ता मार्ग जाम कर अपहृत भंवरी का पता लगाने और साजिश में शामिल सभी आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की। भाजपा के पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, मौजूदा विधायक और देहात के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। जयपुर में भी प्रदर्शन किया गया। ब्यावर में मंत्री का विरोध किया।

राजनीतिक दबाव में पुलिस

पुलिस जानती थी कि भंवरी का अपहरण हाई प्रोफाइल मामला है। इसलिए एसपी (ग्रामीण) नवज्योति गोगोई बिलाड़ा थाने में रातें बिता रहे हैं। खुद रेंज आईजी उमेश मिश्रा आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं। रिमांड पर चल रहे सोहनलाल से अपहरण की कहानी और मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन के राजनीतिक ताल्लुकात पता चल चुके हैं, मगर पुलिस ने किसी भी राजनेता से पूछताछ नहीं की है।

थानाधिकारी से एसपी तक को मीडिया से दूरी रखने की हिदायत दी गई है। आईजी भी जयपुर के डायरेक्शन पर स्टेटमेंट दे रहे हैं। आईजी का कहना है कि पुलिस को सब पता है, मगर पुख्ता सबूत हाथ में नहीं हैं।

सुराग हाथ में, पर कार्रवाई नहीं

क्च 1 सितंबर को दर्ज गुमशुदगी रिपोर्ट में सोहनलाल का जिक्र था, उससे 3 से 5 सितंबर तक पूछताछ हुई। अपहरण का मुकदमा 5 सितंबर को दर्ज हुआ। 6 सितंबर को उसे गिरफ्तार किया गया। सोहनलाल 12 दिन से रिमांड पर है।

क्च अपहर्ता गैंग का सदस्य झांसी निवासी अशोक माली 12 सितंबर को रामगढ़ (सीकर) में पकड़ा गया। वह भंवरी का अपहरण कबूल कर चुका है, लेकिन उसे अब तक औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गया।

क्च मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन 3 सितंबर तक पीपाड़ में था। फिर 4 से 10 सितंबर तक आबूरोड में रहा। जोधपुर में रह रहीं अध्यापिका रेहाना 7 सितंबर को उसके पास पहुंच गई, लेकिन पुलिस नहीं पहुंच पाई।

क्च अशोक से गुमराह होकर पुलिस 12 सितंबर को चूरू से बेकसूर परमानंद भोजक को पकड़ कर बिलाड़ा थाने ले आई। तीन दिन बाद अशोक का झूठ सामने आया तब भोजक को छोड़ना पड़ा।

मदेरणा पर संदेह क्यों?

>इस सीडी को लेकर उन्हें ब्लैकमेल करने की चर्चाएं पिछले छह माह से तेज हो गई थीं।

>भंवरी का पति अमरचंद नट भी इस अपहरण में मंत्री का हाथ होने का संदेह जता रहा है।

>आरोपी सोहनलाल विश्नोई जल संसाधन विभाग का ठेकेदार है, उसे मदेरणा ने पनपाया।

>मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन, रियां के पूर्व सरपंच गोरधन चौधरी का नजदीकी रहा है।

>पूर्व प्रधान का पुत्र गोरधन चौधरी, मदेरणा परिवार का पुराना एवं नजदीकी कार्यकर्ता है।

>शहाबुद्दीन की बेटी के गौने के समारोह में मदेरणा परिवार के लोग शामिल हुए थे।

पुलिस सब जानती है, लेकिन.. : आईजी

"भंवरी अपहरण मामला अत्यंत संवेदनशील होने के कारण जांच के हर पहलु उजागर नहीं किए जा सकते। पुलिस को साजिश और अपराधियों, दोनों का पता है। मुख्य आरोपी नहीं पकड़े जाते तब तक कुछ भी बताना ठीक नहीं रहता। पुलिस सही दिशा में जांच कर रही है, मगर भंवरी के बारे में अभी कोई सुराग नहीं लग पाया है।"

- उमेश मिश्रा, आईजी, जोधपुर रेंज।

सोई गैस महंगा करने पर अड़ी सरकार, विरोध दबाने के लिए नया प्रस्‍ताव




नई दिल्‍ली. विपक्ष और साथी दलों के भारी विरोध के बावजूद सरकार लोगों को महंगा एलपीजी सिलेंडर देने पर अड़ी लगती है। खबर है कि अब सरकार अपने प्रस्‍ताव में थोड़ा बदलाव कर विरोध कर रहे साथी दलों को मनाने की कोशिश करेगी।

एक परिवार को एक साल में मिलने वाले सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की संख्‍या 6 के बजाय 8 किए जाने का प्रस्‍ताव है। इससे ज्‍यादा सिलेंडर लेने पर बाजार दर (करीब 750 रुपये) पर भुगतान करना होगा। सरकार को उम्‍मीद है कि इस प्रस्‍ताव के साथ वह विरोध कर रहे घटक दलों को मना लेगी। सरकार की दलील होगी कि एक परिवार 14.2 किलो गैस वाले एक सिलेंडर का उपयोग 40 से 50 दिन तक कर सकता है। इस हिसाब से एक साल में एक परिवार औसतन 6 से 8 सिलेंडर का इस्तेमाल करता है। इसलिए नए प्रस्‍ताव से आम लोगों पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।

प्रस्‍ताव का विरोध कर रहे घटक दलों (डीएमके, टीएमसी, एनसीपी) का मानना है कि एक परिवार हर साल औसतन 10 से 12 सिलिंडर की जरूरत होती है। इसलिए नए प्रस्‍ताव पर भी ये दल सहमत हो ही जाएंगे, ऐसा नहीं कहा जा सकता। लेकिन खबर है कि नया प्रस्‍ताव घटक दलों से संपर्क कर बनाया गया है और इस पर योजना आयोग व पेट्रोलियम मंत्रालय की हरी झंडी भी मिल गई है। सरकार अब इसे ईजीओएम की अगली बैठक में पारित करवाना चाहती है। यह बैठक शुक्रवार को होनी थी, लेकिन घटक दलों के दबाव में नहीं हो सकी।
बताया जा रहा है कि तेल कंपनियों को फिलहाल हर गैस सिलेंडर पर 280 रुपये का घाटा हो रहा है। डीजल पर करीब 5.14 रुपये प्रति लीटर और केरोसिन पर 24.42 रुपये प्रति लीटर का नुकसान उठाना पड़ रहा है। चालूवित्त वर्ष में तेल कंपनियों का कुल घाटा 1 लाख करोड़ रुपये पार करने की आशंका है। उन्‍हें इस घाटे से बचाने के लिए जनता को दी जाने वाली सब्सिडी खत्‍म करने की योजना है।

उपवास का दूसरा दिन: मोदी बोले- दंगे के लिए दोषी हूं तो फांसी दो, दिग्विजय ने कहा बंद करे नौटंकी

| Email

अहमदाबाद. गुजरात विश्विद्यालय के वातानूकूलित हॉल में उपवास पर बैठे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को दिए साक्षात्कार में कहा है कि यदि २००२ में गुजरात में हुए दंगों में वो दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें भी फांसी दे दी जाए। आज मोदी के उपवास का दूसरा दिन है। वह सोमवार को उपवास खत्‍म करेंगे।

नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि उनका यह उपवास देश से वोट बैंक की राजनीति समाप्त करने के लिए है। साक्षात्कार में नरेंद्र मोदी गुजरात के विकास के गुण गाते रहे। सद्भावना मिशन का उद्देश्य बताते हुए मोदी ने कहा कि हमें मानवता को साथ लेकर आगे बढ़ना है।

वहीं कांग्रेस की ओर से लगाए जा रहे किसी भी तरह के आरोपों से बचते हुए मोदी ने बार-बार यह कहा कि वो किसी भी आरोप पर या कांग्रेस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। लोकायुक्त पर केंद्र सरकार के रवैये पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि देश की सभी सरकारे इस समय केंद्र सरकार से परेशान है। जिस प्रकार से देश के संघीय ढांचे पर हमला बोला गया है उससे देश के सामने बड़े खतरे पैदा हुए हैं। यह सिर्फ गुजरात की की शिकायत नहीं है बल्कि देश भर के राज्यों की भारत सरकार से यही शिकायत है। यह कोई शिकायत नहीं है बल्कि देश हित में उठाया गया कदम है।

मोदी ने यह भी कहा कि उनके सद्भावना मिशन के साथ सभी लोगों को जुड़ना चाहिए। नीतीश कुमार के न आने पर मोदी ने कहा कि यह उनका अपना फैसला है। मोदी ने यह भी कहा कि वो अपनी आलोचनाओं को हमेशा सकारात्मक रूप में स्वीकारते रहेंगे।
हालांकि मोदी ने भविष्य की राजनीति के बारे में कोई भी टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि भविष्य को लेकर मेरी कोई प्लानिंग नहीं है लेकिन मैं जो भी करता हूं उसमें जुट जाता हूं। मोदी ने यह भी कहा कि मैं दिल्ली आजकल कम समय के लिए ही जाता हूं।

लेकिन कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा- है कि मोदी उपवास की नौटंकी खत्‍म कर गुजरात में दंगों से हलकान हुए लोगों की मदद करें और फर्जी मुठभेड़ के दोषी पुलिस अफसरों को सजा दिलाएं (पूरी खबर रिलेटेड आर्टिकल में पढि़ए)।

'सबका साथ सबका विकास' है मोदी का नया नारा
नरेंद्र मोदी ने सबका साथ सबका विकास का नया नारा भी दिया है। नरेंद्र मोदी ने बार-बार इस बात पर जोर दिया कि गुजरात में जो विकास उन्होंने किया है वो देशभर में दिखना चाहिए। मोदी ने यह भी कहा कि उनका यह सद्भावना उपवास वोट बैंक की राजनीति समाप्त करने के लिए है। मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि सभी वर्ग के लोगों को एक साथ लेकर भी आगे बढ़ा जा सकता है और यह गुजरात ने पिछले सात सालों में सिद्ध कर दिया है।

मेरे नाम नहीं दर्ज है कोई एफआईआर, दोषी हूं तो फांसी दो
मोदी ने यह बात भी जोर देकर कही कि यदि मैं दंगा कराने का दोषी पाया जाता हूं तो मुझे फांसी मिलनी चाहिए। हालांकि मोदी ने यह भी साफ कहा कि उनके नाम न ही कोई एफआईआर दर्ज है और न ही सुप्रीम कोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने का कोई आदेश दिया है।
प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर खुलकर नहीं बोले मोदी
कई चैनलों के टीवी पत्रकारों ने नरेंद्र मोदी से बार-बार उनकी प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी संबंधी सवाल पूछे लेकिन हर बार नरेंद्र मोदी सवालों को बड़ी चतुराई से टालते रहे और जवाब में गुजरात के विकास की ही बात करते रहे।

अब नेतागीरी की परीक्षा


netagiri

नई दिल्ली। भाजपा ने नेतागिरी की परीक्षा लेना शुरू कर दिया है। इस परीक्षा में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और सभी वरिष्ठ नेताओं को शरीक होना होगा। भाजपा पूरे देश में यह परीक्षा आयोजित कर रही है। इसे 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को तैयार करने के रूप में देखा जा रहा है।

इस परीक्षा की शुरूआत झारखंड से की गई है। झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख गणेश मिश्र ने बताया, लिखित परीक्षा 100 अंक की होगी। परीक्षा में पास करने के लिए न्यूनतम 30 प्रतिशत चाहिए। इस परीक्षा में मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा मंत्री वैद्यनाथ राम, विमला प्रधान और सत्यानंद झा उर्फ बाटुल आदि भी शरीक होंगे। राज्य के तमाम भाजपा सांसद और विधायकों को भी लिखित परीक्षा देनी होगी। परीक्षा पास करने पर परीक्षार्थियों को भाजपा नेतागिरी का प्रमाण पत्र देगी। मैथन में झारखंड भाजपा का तीन दिनी प्रशिक्षण शिविर 18 सितंबर से शुरू हो रहा है। इसमें मुख्यमंत्री समेत 230 प्रतिनिधि भाग लेंगे। प्रतिनिधियों के राजनीतिक कौशल और योग्यता परखने के लिए लिखित परीक्षा ली जाएगी।

ये हो सकते हैं संभावित प्रश्न

अयोध्या आंदोलन के दौरान लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा की शुरूआत कहां से हुई थी और उनकी गिरफ्तारी कहां हुई और उन्हें किस स्थान पर रखा गया था? जनसंघ के संस्थापक कौन थे? भाजपा की स्थापना कब हुई? भाजपा सरकार की कल्याणकारी योजना कौन सी है? योजना से किस वर्ग को लाभ मिल रहा है?

अब चीन के स्टूडेंट्स जानेंगे...कैसे करें सेक्स


चीन के विश्वविद्यालयों के स्टूडेंट्स अब अपने मानसिक स्वास्थय कोर्सेज में सेक्स की जानकारी भी ले सकेंगे। उनके स्लेबस में अब सेक्स को शामिल भी किया गया है।


चीन के शिक्षा विभाग ने देश के सभी विश्वविद्यालयों में 'साइकोलॉजी ऑफ लव एंड सेक्स' को ज़रूरी विषय के तौर पर शामिल किया है।

इस सब्जेक्ट को इस तरह तैयार किया गया है कि इसमें स्टूडेंट्स शारीरिक और मानसिक सेक्स संबंधी विकास की प्रक्रिया को समझ पाएगें।

स्टूडेंट्स यह भी जानेंगे कि किस तरह कोई इंसान प्यार करने लगता है और किस तरह सेक्स किया जाता है। इस सब्जेक्ट का उद्देश्य है कि चीन में किशोर स्वस्थ सेक्स के बारे में जान सकें।

अनोखी खूबसूरती

पेशेवर गायिका वाल्‍टन के नाखूनों की कुल लंबाई अगर जोड़ दी जाए तो तकरीबन 20 फीट तक जा पहुंचती है क्रिस का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के साल 2012 के संस्करण में शामिल किया गया है। बुधवार को न्यूयॉर्क में एक समारोह के दौरान इस गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का नया संस्करण जारी हुआ इस मौके पर क्रिस भी वहां मौजूद थीं।

इतने लंबे नाखून

वाल्टन लास वेगस में गाने गाती हैं और स्टेज की दुनिया में द डचेस के नाम से मशहूर हैं। पिछले 18 साल से वह अपने नाखूनों को बढ़ा रही हैं। उन्होंने बताया कि वह दूध नहीं पीतीं और सिर्फ उसी तरह का भोजन करती हैं जो उनके नाखूनों के लिए सेहतमंद हो। विशाल नाखूनों की सेहत का राज पूछने पर वाल्टन ने कहा, "कैंडी और ढेर सारा संयम"उंगलियों के सिरे का इस तरह से विशाल आकृतियों में ढल जाना अपने साथ दिक्कतें भी लाता है लेकिन वाल्टन ने खुद को इसके अनुरूप बना लिया है और कहती हैं कि जिंदगी चल ही रही है।

बड़े नाखून की दिक्कतें

जेब से कोई चीज निकालनी हो तो दिक्कत होती है लेकिन मोबाइल पर एसएमएस करने के लिए वह उंगलियों के पोरों का इस्तेमाल करती हैं। इसी तरह उन्होंने जैकेट की बाहों पर बटन या जिपर लगवा रखे हैं ताकि उन्हें पहनने में दिक्कत न हो।वाल्टन ने शादी नहीं की है और कहती हैं, "मैं खुद से प्यार करती हूं."हालांकि वह यह कहना नहीं भूलतीं कि उनके नाखून पुरुषों को उनकी ओर आकर्षित करते हैं।

अब जब गिनीज बुक में उनका नाम आ गया है तो वह इन्हें काटने को तैयार हैं। बस एक ही दिक्कत है कि उन्हें अपने नाखूनों को धीरे धीरे करके उतारना होगा एक ही बार में नहीं। वाल्टन ने कहा कि अगर मैंने एक ही बार में नाखून कटवा दिए तो बहुत दिक्कत होगी। मुझे उनकी आदत हो चुकी है कि इनके बगैर मैं दीवारों और दरवाजों से टकरा जाऊंगी।

डर लगा रहता है

पत्‍नी पति से- तुम बाहर जाते हो तो मुझे डर लगा रहता है। पति- ठीक है जल्‍दी आ जाया करूंगा। प‍त्‍नी- इसी बात का तो डर डर लगा रहता है।

विमान ने दिखाया 'मौत का करतब', भीड़ पर गिरा...मच गई चीख पुकार...

अमेरिका में शुक्रवार को एअर शो के दौरान वायुयान दुर्घटनाग्रस्तग्रस्त होकर दर्शकों पर गिर पड़ा। इस दुर्घटना में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है और 75 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।
ये घटना नवेदा राज्य के रेनो में नेशनल चैंपियनशिप एअर रेस के दौरान हुई। एअर रेस के प्रवक्ता ने बताया कि जो विमान गिरा वो दूसरे विश्व युद्ध के समय का पी-51 था।
दूसरे विश्व युद्ध के समय का विमान "द गैलपिंग घोस्ट"नाम का ये विमान प्रसिद्ध रेसिंग पायलट जिमी लीवर्ड उड़ा रहे थे। रेनो एअर रेसिंग एसोसिएशन के प्रवक्ता माइक हॉग्यूटन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पायलट जिमी लीवर्ड इस दुर्घटना में मारे गए हैं।

पता चला है कि विमान उड़ा रहे 74 वर्षीय पायलट द्वारा विमान पर नियंत्रण खो देने से ये दुर्घटना हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होते ही लोगों में चीख-पुकार मच गई। लोग सहायता के लिए इधर-उधर भागने लगे। घटनास्थल पर अभी भी विमान का मलबा और रक्तरंजित मानव अंग बिखरे पड़े हैं।









20 लाख रूपये दे बोले आतंक फ़ैलाने में दें साथ पर........'

जयपुर.जम्मू-कश्मीर के राजौरी थाना मंडी निवासी हाजी मोहम्मद मकबूल रैना के जज्बात पाकिस्तान के नापाक इरादों को पस्त करने के लिए काफी हैं। पांच साल पहले तक गरीबी और बेकारी में जी रहे इस शख्स के सामने आतंकवादियों ने 20 लाख रु. रखकर कहा कि वे भारत में आतंकवाद फैलाने में हमारा साथ दें, लेकिन मकबूल ने उनको साफ मना कर दिया और चल दिए एक नई राह पर।

मकबूल ने चार एकड़ जमीन में कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से मछली उत्पादन की खेती शुरू की। देखते ही देखते उनकी कमाई 80 रु.से बढ़कर 300 रु. प्रति किलो हो गई। आज मकबूल चार-चार कारों के मालिक है और राजौरी जैसे उग्रवाद के गढ़ में युवाओं को नफरत के हथियार छोड़ खेती के बूते आगे बढ़ने की दिशा दिखा रहे हैं।

नवाचारी किसानों के सम्मेलन में जयपुर आए मकबूल ने भास्कर के समक्ष अपने जज्बात रखे तो सुनने वालों के दिलो-दिमाग में मानो देशभक्ति का संचार हो गया। उन्होंने कहा कि वे कश्मीर से कन्याकुमारी तक फैले भारत देश से प्रेम करते हैं, लेकिन वहां युवाओं को भारत और अपनी जड़ों से तोड़ने के प्रयास अब भी जारी हैं। भावुक मन से रैना ने कहा कि वे भी मछली पालन शुरू नहीं करते तो आतंकवादी आज उनसे न जाने कितने बेकसूरों की हत्या करा चुके होते।

अब राजौरी के युवा भी उनको देखकर खेती में रुचि लेने लगे हैं। उन्होंने भी गंदे पानी व गोबर में मछली पैदा करने के बजाय 24 घंटे साफ पानी देने जैसा नवाचार अपनाकर मछली पैदा की तो आज चाईनीज कार्प, सिल्वर कार्प, ग्रास व कॉमन कार्प जैसी मछलियों से प्रति किलो 300 रुपए मिलने लगे हैं।

केले के डंठल कचरे से मैट, बैग और रस्सी बनाई:

तमिलनाडु के मदुरै क्षेत्र के मेलाकल गांव निवासी पी एम मुरुगेसन ने कचरे में फेंके जाने वाले केले के डंठलों से साइकिल व्हील व पैडल की मशीन बनाकर मैट, बैग, रस्सी, पेपर बनाने का काम किया, जिसके लिए उनको कई पुरस्कार मिल चुके हैं। पर्यावरण मित्र किसान के रूप में वे पूरे प्रदेश में अलग पहचान रखते हैं।

एक लीटर में शीशम, अरड़ू जैसे पेड़ लगाए:

सीकर जिले के दातारामगढ़ निवासी सूंडा राम ने मात्र एक लीटर पानी से शीशम, अरड़ू, नीम, देशी बबूल जैसे पेड़ विकसित करने का तरीका इजाद किया। उन्हें इसके लिए कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। करीब 25 साल से एक लीटर में पेड़ तैयार कर रहे सूंडा राम का कहना है कि बारिश के समय खरपतवार व धरती के सुराख बंद कर वे पेड़ लगाते हैं, जिनको पूरी लाइफ में केवल एक लीटर पानी की जरूरत पड़ती है।

बांसों के बीच सब्जी उत्पादन:

मेघालय की तैलंग रानी ने बांस के जंगलों में सब्जी व चटनी, अचार उत्पादन के तरीके ईजाद किए। रानी ने कहा कि सर्दी के मौसम में वहां बांस को अलग ढंग से प्रिजर्व करके वहां फरमेंटेशन करते हैं, जिससे बांस के जंगलों के बीच भी सब्जी उत्पादन संभव होता है। उनकी बांस व सब्जी से तैयार आचार व चटनी की कई राज्यों में मांग है।

सफेदे से मिटाई दीमक:

सीकर जिले के दातारामगढ़ निवासी किसान भगवती देवी ने फसलों से दीमक से निजात दिलाने की तकनीकी विकसित की, जिसके लिए उनको राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है।उन्होंने खेत के चारों तरफ सफेदे की लकड़ियां गाड़ दी। दीमक के लिए सफेदे की लकड़ी सबसे मीठा आहार होती है। दीमकों ने खेतों में फसलें चट करना छोड़ दिया।

नरेंद्र मोदी पर दिग्विजय सिंह का कटाक्ष: भगवान उन्‍हें सदबुद्धि दे, उपवास की नौटंकी छोड़ें



इंदौर. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी के उपवास को नौटंकी करार दिया है। उन्‍होंने मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'यह खुशी की बात है कि मोदी गुरू गोलवलकर की राह छोड़ कर गांधीवादी बनने चले हैं। भगवान उन्‍हें सांप्रदायिक सौहार्द के लिए काम करने की सदबुद्धि दें। लेकिन उन्‍हें उपवास की नौटंकी छोड़ कर गुजरात में दंगों से हलकान हुए लोगों के पुनर्वास का काम करना चाहिए।'

सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि तहलका के स्टिंग ऑपरेशन में कई अफसरों ने स्‍वीकार किया है कि उन्‍होंने गुजरात में फर्जी मुठभेड़ों में लोगों की हत्‍याएं की हैं। मोदी को ऐसे लोगों को सजा दिलाने का संकल्‍प लेना चाहिए। अगर मोदी पूर्व सांसद एहसान जाफरी की हत्‍या में शामिल हैं तो उन्‍हें यह स्‍वीकार करना चाहिए और सजा भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्‍हें इंसाफ के लिए भूख हड़ताल कर रहे हरेन पंड्या के परिवार की मांग ठुकरानी नहीं चाहिए।


मोदी को भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री के उम्‍मीदवार के रूप में पेश किए जाने की संभावना पर सिंह ने कहा कि ऐसा हुआ तो यह कांग्रेस के लिए लगातार तीसरी बार केंद्र की सत्‍ता में वापसी करने के लिए वरदान साबित होगा।

नरेंद्र मोदी पर दिग्विजय सिंह का कटाक्ष: भगवान उन्‍हें सदबुद्धि दे, उपवास की नौटंकी छोड़ें



इंदौर. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी के उपवास को नौटंकी करार दिया है। उन्‍होंने मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'यह खुशी की बात है कि मोदी गुरू गोलवलकर की राह छोड़ कर गांधीवादी बनने चले हैं। भगवान उन्‍हें सांप्रदायिक सौहार्द के लिए काम करने की सदबुद्धि दें। लेकिन उन्‍हें उपवास की नौटंकी छोड़ कर गुजरात में दंगों से हलकान हुए लोगों के पुनर्वास का काम करना चाहिए।'

सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि तहलका के स्टिंग ऑपरेशन में कई अफसरों ने स्‍वीकार किया है कि उन्‍होंने गुजरात में फर्जी मुठभेड़ों में लोगों की हत्‍याएं की हैं। मोदी को ऐसे लोगों को सजा दिलाने का संकल्‍प लेना चाहिए। अगर मोदी पूर्व सांसद एहसान जाफरी की हत्‍या में शामिल हैं तो उन्‍हें यह स्‍वीकार करना चाहिए और सजा भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्‍हें इंसाफ के लिए भूख हड़ताल कर रहे हरेन पंड्या के परिवार की मांग ठुकरानी नहीं चाहिए।


मोदी को भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री के उम्‍मीदवार के रूप में पेश किए जाने की संभावना पर सिंह ने कहा कि ऐसा हुआ तो यह कांग्रेस के लिए लगातार तीसरी बार केंद्र की सत्‍ता में वापसी करने के लिए वरदान साबित होगा।

मरने के बाद भी जिंदा हैं 'वो' लोग, हैरान हैं ना आप!


आगरा। रमेश की मौत हो चुकी है, पर उनके अंग आज भी जीवित हैं। उनके जीने की गवाही दे रहे हैं। उनकी मौत ने दूसरों को जिंदगी दे दी है। आज उनके दिए अंग की बदौलत कई लोग खुशहाल जीवन जी रहे हैं।

आगरा में कई लोगों ने अपने लीवर और आंख आदि को दान में दे दिया था। उनकी मौत के बाद जब अंगदान की बारी आई तो परिवार ने विरोध किया। लेकिन उनकी अंतिम इच्छा के आगे किसी की नहीं चली। आखिरकार उनके अंग अन्य लोगों में प्रत्यारोपित किए गए।

आंकड़ों के मुताबिक, पिछले दो साल में आगरा में 36 लोगों ने किडनी की दान की है। यह किडनी उन्होंने अपने रिश्तेदारों या फिर सगे संबंधियों को दी है।

गौरतलब है कि अंग प्रत्यारोपण कमिश्नर और डॉक्टरों की अनुमति अनिवार्य है। ऐसे में मृतक व्यक्ति के अंग इनकी अनुमती के बाद ही प्रत्यारोपित किए जाते हैं। इसमें करीब 15 से 18 लाख रुपये का खर्चा आता है।

आगरा: अस्‍पताल में धमाके में कई जख्‍मी, यूपी में अलर्ट

आगरा.आगरा में सिकंदरा रोड पर स्थित जय सिंह अस्पताल में धमाका हुआ है। चश्‍मदीदों के मुताबिक इस धमाके में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। शाम 6 बजे के करीब हुआ यह धमाका टिफिन बम से किया गया गया हो सकता है। अस्पताल परिसर खाली करा लिया गया है। एटीएस और फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। धमाका अस्‍पताल के कैश काउंटर के पास हुआ। धमाके के बाद कांच टूट कर बिखर गया और स्‍टील की बेंच भी टूट गई।


आगरा के डीआईजी असीम अरुण के मुताबिक धमाके का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन घायलों की देखरेख में लगा है। बम विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है। आगरा के आईजी पीके तिवारी और एटीएस प्रभारी एसपी सिंह यादव भी मौके पर मौजूद हैं।

अस्‍पताल में जहां विस्‍फोट हुआ है, वहां से टिफिन मिला है। गृह मंत्रालय का कहना है कि कम तीव्रता वाले विस्‍फोटक से धमाका कराया गया। मंत्रालय को शक है कि और जगहों पर धमाके की साजिश हो सकती है। मंत्रालय ने सतर्क रहने के लिए कहा है। उत्‍तर प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

ताजमहल से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर जय अस्‍पताल स्थित है। पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है। ताजमहल की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है। उत्तर प्रदेश के स्पेशल डीजी बृजलाल ने बताया कि जय हास्पिटल से विस्फोटक बरामद हुए हैं।

धमाका स्थल से जांच कर रही टीम को तार और टिफिन के टुकड़े मिले हैं। एहतियात के तौर पर पुलिस ने आसपास के अस्पताल भी खाली करा लिए हैं। फिलहाल राज्य भर में हाई अलर्ट है।

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...