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19 सितंबर 2011

इशारों-इशारों में रिश्वत


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जयपुर। हर महीने मोटी तनख्वाह पाने के बावजूद ऊपरी कमाई के फेर में इंसान क्या-क्या नहीं करता। हाईटेक युग में 'ऊपरी कमाई' की आदत वाले अधिकारियों ने कसते शिकंजे के चलते रिश्वत लेने के भी नए तरीके ईजाद कर लिए हैं। कोई दलाल के मार्फत रिश्वत ले रहा है तो किसी ने गार्ड व चौकीदारों को माध्यम बना रखा है, लेकिन सोमवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के सामने अनूठा तरीका सामने आया।

19 हजार रूपए की रिश्वत लेते पकड़े शिक्षा संकुल परिसर स्थित प्रारंभिक शिक्षा विभाग में सहायक लेखाकार देवकी नन्दन गर्ग ने सिर्फ इशारों और केलकुलेटर के जरिए घूस लेने का तरीका ईजाद कर रखा था। गर्ग ने इशारों से रिश्वत तो ले ली, लेकिन डायरी में रखी रकम को जैसे ही जेब में धरा, एसीबी ने उसे दबोच लिया।

एसीबी के उपाधीक्षक महेन्द्र सिंह हरसाना के नेतृत्व में सोमवार शाम पौने छह बजे के आस-पास की गई इस कार्रवाई से शिक्षा संकुल में अफरा-तफरी मच गई और वहां अधिकारी व कर्मचारियों का मजमा लग गया। गर्ग को ट्रैप करने के बाद एसीबी ने उसके मंदिर मार्ग मानसरोवर स्थित मकान पर देर रात तक तलाशी चली।

डर था कोई टेप नहीं कर ले आवाज
एसीबी के मुताबिक किसी भी बिल को पास कराने की एवज में गर्ग अंगुलियों और केलकुलेटर में अंक लिख समझा देता था कि उसे कितनी रिश्वत चाहिए। उसे भय था कि अगर मोबाइल या आमने- सामने रिश्वत लेने की बात करेगा तो उसकी आवाज रिकॉर्ड की जा सकती है।

बेटे की सगाई टूट जाएगी- 19 हजार रूपए लेते पकड़े जाने पर गर्ग एसीबी टीम के सामने गिड़गिड़ाने लगा कि उसने रिश्वत नहीं ली, बल्कि उधार दी रकम ली है। बाद में कहने लगा कि उससे गलती हो गई। मेरी और मेरे परिवार की बदनामी होगी। बेटे की सगाई आ रही है, वो टूट जाएगी। माफी दे दो, आइन्दा रिश्वत नहीं लूंगा।

बिल पास कराना है तो 29 हजार दो
मिलन केटर्स के संचालक बलभद्र सिंह की शिकायत पर एसीबी ने गर्ग को पकड़ा। हरसाना ने बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत होने वाले कार्यक्रमों में खाने की आपूर्ति बलभद्र करता था। गत वर्ष एक कार्यक्रम में 600 लोगों की प्लेट का ऑर्डर मिला, लेकिन खाने में साढ़े सात सौ प्लेट उठ गईं।

बिल पास करने के लिए गर्ग ने 75 प्लेट की रकम और पांच फीसदी कमीशन अलग से मांगा। एक प्लेट सवा दो सौ रूपए की थी। आश्वासन मिलने पर गर्ग ने बिल स्वीकृत कर दिए। बाद में केटरिंग संचालक रिश्वत देने से मुकर गया। इस साल बलभ्रद सिंह को फिर 630 प्लेट का ऑर्डर मिला। इस बार गर्ग ने यह कहते हुए बिलों पर रोक लगा दी कि पहले भी तय रकम नहीं दी। अब बिल तभी पास होंगे, जब पहले की रकम और नए बिलों की कमीशन राशि मिलेगी। गर्ग ने 29 हजार रूपए की रिश्वत मांगी। इसमें 10 हजार रूपए तो 26 अगस्त को दे दिए। शेष 19 हजार रूपए लेते समय गर्ग आज पकड़ गया।

चंद्रभान ने खारिज किया सरकार का दावा



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जयपुर। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डा.चंद्रभान ने मुख्य सचिव एस.अहमद का भरतपुर जिले के गोपालगढ़ में हुई हिंसा में प्रशासनिक चूक नहीं होने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में चंद्रभान ने साफ कहा, 'मैं मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक के दावों से सहमत नहीं हूं। पुलिस-प्रशासन की लापरवाही रही है। यदि प्रशासन सचेत रहता तो घटना टाली जा सकती थी।'

इससे पहले केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह के स्वागत समारोह में चंद्रभान ने यह आरोप दोहराया कि गोपालगढ़ में भाजपाई स्थिति को नियंत्रित करने नहीं बल्कि आग लगाने का काम कर रहे थे। भाजपाई सोच रहे थे कि इस सरकार के ढाई साल के शासन में पुलिस ने गोली नहीं चलाई, वे चाहते थे कि ऎसा हो।

कर्फ्यू में आज सात घंटे की ढील
भरतपुर। जिला कलक्टर ने मेवात क्षेत्र में मंगलवार को कर्फ्यू में सुबह दस बजे से शाम 5 बजे तक ढील देने की घोषणा की है। सोमवार को भी पांच घंटे की दी गई ढील में गोपालगढ के बाजार नहीं खुले। कामां, पहाड़ी, जुरहरा, सीकरी में बाजार खुले। गोपालगढ़ व्यापार मण्डल कहा है कि दुकानदारों को जब तक सुरक्षा का भरोसा नहीं मिलता तब तक बाजार नहीं खुलेंगे। इधर, हिंसा में मारे गए सात जनों के शवों में से 6 शवों का पोस्टमार्टम और दफनाने का मामला सोमवार को भी नहीं सुलझ पाया।


सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.चन्द्रभान सहित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ओर से गठित सांसदों की चार सदस्यीय जांच समिति गोपालगढ़ पहुंची। दल में कांग्रेस सांसद विप्लव ठाकुर, विजय बहुगुणा, दीपेन्द्र हुड्डा एवं रतन सिंह शामिल थे। मंगलवार को भाजपा नेता शहनवाज हुसैन गोपालगढ़ कस्बे में स्थिति का जायजा लेंगे।

नौ नहीं आठ दिन होंगे नवरात्र



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जयपुर। शारदीय नवरात्र में तृतीया तिथि का क्षय होने के कारण इस बार नौ की बजाय आठ नवरात्र होंगे। ज्योतिçष्ायों का कहना है कि नवरात्र का घटना शुभ संकेत नहीं है। तिथि के क्षय के कारण देश और राज्य में विवाद, अर्थ का संकट व अनेक प्रकार के उपद्रव होने की आशंका है। आश्विन शुक्ल प्रतिपदा पर 28 सितम्बर से शारदीय नवरात्र शुरू होंगे।

ज्योतिçष्ायों का कहना है कि 28 सितम्बर को नवरात्र शुभारम्भ पर घट स्थापना का सर्वश्रेष्ठ समय सुबह 6.22 बजे 7.50 बजे तक रहेगा। इसके अलावा सूर्योदय से 9.20 बजे तक लाभ और अमृत चौघडिए तथा सुबह 10.49 से दोपहर 12 बजे तक शुभ के चौघडिए में भी घट स्थापना की जा सकती है। ज्योतिषियों के अनुसार नवरात्र स्थापना समय सुबह होता है। लेकिन यदि इस दौरान चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग आ जाता है तो वह शुभ नहीं रहता है।

जल्दी चद्दरें लाओ, साहब आ रहे हैं


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कोटा.जेके लोन अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम सोमवार को संभागीय आयुक्त प्रीतमसिंह ने स्वयं देखा। वे वार्डो में जैसे-जैसे बढ़ रहे थे कर्मचारी फटे गद्दों पर चादर डाल रहे थे।

उन्होंने अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरपी.रावत व सिक्योरिटी गार्ड को गंदगी पर तो खासी फटकार लगाई। इस बीच तीमारदारों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर बाजार से दवा लिखने, बाजार से जांच करवाने, प्रसूताओं को ट्रॉली पर लाने-ले जाने के रुपए मांगने के आरोप लगाए। आयुक्त यहां दो अक्टूबर से सभी सरकारी अस्पतालों में शुरू होने वाली निशुल्क दवा बांटने की समीक्षा करने पहुंचे थे।

बैठक के बाद वे सीधे जेके लोन अस्पताल पहुंचे। पहले उन्होंने आउटडोर में व्यवस्थाओं को देखा। इसके बाद वे स्त्री रोग विभाग के इनडोर में गए। हालात यह थे कि उनके आने से पहले ही नर्सिग स्टाफ रोगियों के बैड्स पर चद्दरें डाल रही थी।

उन्होंने भी कई पर शीट नहीं होने के बारे में पूछताछ की? अधीक्षक बगले झांकने लगे। इस दौरान सिंह के साथ प्राचार्य डॉ. पुष्पा जैन, एमबीएस अधीक्षक डॉ. एआर गुप्ता, जेके लोन अधीक्षक डॉ. आरपी रावत, विभागाध्यक्ष डॉ. आरके गुलाटी, कार्यवाहक सीएमएचओ डॉ. रामजीलाल, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. एमपीसिंह मौजूद थे।

दीवारों पर पान की पीक से भी नाराज

संभागीय आयुक्त जब ऑपरेशन थियेटर का अवलोकन करने के बाद शिशु रोग वार्ड की तरफ जा रहे थे, उसी समय उन्हें रास्ते में अस्पताल की दीवारों पर पान व गुटखे की पीक दिखी तो वे नाराज हो गए। उन्होंने साथ चल रहे अधीक्षक डॉ. रावत व सिक्योरिटी गार्ड को खरी-खरी सुनाई।

सिंह ने सिक्योरिटी गार्ड से पूछा कि आप यहां कितने लोग काम कर रहे हैं। सिक्यूरिटी गार्ड ने कहा कि 18 व्यक्ति । सिंह ने कहा कि आप यहां क्या करते हो, पान व गुटखा खाकर पीक अस्पताल की दीवार पर थूकने वालों को क्यों नहीं रोकते? सिक्योरिटी गार्ड ने कहा रोकते हैं तो झगड़े पर उतारू हो जाते हैं।

कमिश्नर को तीमारदारों ने बताई समस्याएं

भाजपा महिला मोर्चा देहात अध्यक्ष संगीता माहेश्वरी के नेतृत्व में महिलाओं ने आयुक्त सिंह को अस्पताल की समस्याएं बताई। प्रसूताओं की तीमारदार महिलाओं ने कहा कि जननी शिशु सुरक्षा योजना लागू होने के बावजूद डॉक्टर 2500 रुपए का इंजेक्शन बाजार से लिख रहे हैं।

माहेश्वरी का आरोप था कि ब्लड बैंक में खून के बदले खून लिया जा रहा है, साथ ही जांच के नाम पर रुपए वसूले जा रहे हैं, जबकि जननी को निशुल्क रक्त देने का प्रावधान है।

मांगे डेढ़ करोड़ रुपए

कमिश्नर प्रीतमसिंह ने एमबीएस अस्पताल परिसर में दो अक्टूबर से सरकारी अस्पतालों में निशुल्क बांटी जाने वाली दवाइयों की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान एमबीएस अस्पताल अधीक्षक डॉ. एआर गुप्ता ने एनआरएचएम से ली जाने वाली 1.65 करोड़ रुपए की राशि का मुद्दा उठाया।

उन्होंने कहा कि यहां बीपीएल रोगियों के उपचार में उपयोग लिए गए 1.65 करोड़ रुपए का भुगतान अटका हुआ है।

आयुक्त सिंह ने कार्यवाहक सीएमएचओ डॉ. रामजीलाल से 50 लाख का भुगतान आज ही कराने के निर्देश दिए।. इसके बारे में उन्होंने कहा फिलहाल मैंने चार्ज नहीं लिया है, केवल रूटीन के कामकाज ही कर रहा हूं, चैक पर साइन करने का अधिकार नहीं है।

ऑडिशन देने कार में आए राम-लक्ष्मण!

कोटा. ये हैं नए जमाने के राम-लक्ष्मण, तब वन में पैदल चले थे और वापसी पुष्पक विमान से हुई थी, लेकिन अब कार से आए, ऑडिशन दिया और कार से चले गए।

सोमवार को यहां श्रीराम रंगमंच पर रामलीला के लिए ऑडिशन था, जिसमें तीन अलग-अलग कला समितियों के कई कलाकारों ने भाग लिया। इसमें प्रदर्शन के आधार पर कलाकारों को रामलीला में मंचन का मौका मिलेगा।

लीला से पहले राम की कड़ी परीक्षा

दशहरे मेले में रामलीला के चयन के लिए सोमवार को तीन संस्थाओं के कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। तीनों के बीच प्रतिस्पर्धा इतनी जबर्दस्त थी कि फैसला ही नहीं हो पाया। समिति विचार-विमर्श कर अब मंगलवार को फैसला सुनाएगी।

श्रीराम रंगमंच पर होने वाली रामलीला के लिए 3 कला संस्थाओं की ओर से आवेदन प्राप्त हुए थे। उनमें से किसी एक को फाइनल करने के लिए समिति ने उनका प्रदर्शन देखने का निर्णय लिया था।

तीनों संस्थाओं को अपने-अपने कलाकारों को फुल ड्रेस में सोमवार की रात को श्रीराम रंगमंच पर बुलवाया गया था। उनसे लक्ष्मण-परशुराम संवाद व भरत-मिलाप दृश्यों का मंचन करवाया गया।

प्रचार-प्रसार समिति के अध्यक्ष नरेंद्र खींची के अनुसार प्रदर्शन में चयन का आधार संवाद, वेशभूषा तथा भाव-भंगिमा को बनाया गया है। तीनों के 10-10 अंक निर्धारित किए गए थे।

प्रदर्शन का आकलन मेला समिति अध्यक्ष आनंद पाटनी, समिति सदस्य प्रतिपक्ष नेता बृजमोहन सेन, रोहित जाटव, भूपेंद्र धाकड़, गीता शर्मा, राखी गौतम, पवन मीणा, ईश्वर शर्मा तथा मेला अधिकारी आयुक्त आरडी मीणा ने किया। मंगलवार को होने वाली मेला समिति की बैठक में अंकों के आधार पर रामलीला के लिए संस्था निर्णय लिया जाएगा।

दो दिन बाद रात में वक्री होगा प्रकृति का स्वामी बुध

कोटा.प्रकृति का स्वामी बुध ग्रह गुरुवार से वक्री हो जाएगा। ज्योतिषियों की मानें तो ऐसा 20 वर्षो बाद होगा, जब बुध ग्रह पश्चिम दिशा को छोड़कर अपने तीसरे चरण पूर्व दिशा में प्रवेश कर आगे बढ़ने लगेगा।

गोचर ग्रहों की चाल के आधार पर इस बार बुध अपने 57वें अंश में शनि ग्रह के अंश में वक्री होगा। इसी के साथ शनि ग्रह पश्चिम दिशा में विनाशकारक सिद्ध होगा।

8 दिसंबर से लगभग तीन माह बाद बुध ग्रह वापस सीधी चाल चलने लगेगा। इस बीच ऐसे अनेक योग बनेंगे, जब ग्रह सौम्य कहलाने वाला बुध ग्रह अपने प्रभाव से प्रकृति जगत में अनुकूलता लाएगा।

यह रहेगा प्रभाव

>महामारी फैलने की आशंका बनी रहेगी।

>पश्चिमी सीमा में आतंकवादी हमले और भूकंप आने के आसार।

>महिलाओं को विशेष कष्ट होगा।

>सरकारी सेवा के बड़े अधिकारियों में बदलाव।

>सोने में मंदी, चांदी व लोहे में तेजी होगी।

>राजनैतिक महकमें में बदलाव आएगा।

>अधिक जल वर्षा से विनाश की संभावना।

ये राशियां प्रभावित

>इनको विशेष लाभ

कन्या, तुला, वृष, मिथुन

>शारीरिक पीड़ा कारक

मेष, मीन, कर्क, धनु

>पदोन्नति, नुकसानदायक

सिंह, कुंभ, मकर

कुप्रभाव से बचने का यह करे उपाय: दुष्प्रभाव से बचने के लिए गणपतिजी को खस का इत्र एवं दूब के तिनके चढ़ाने से विशेष लाभ होगा।

मां दुर्गा की आराधना एवं बहते हुए पानी में गुलाब के पुष्प बहाना विशेष फलदायी होगा।

कोटा में हवाई सेवा के संकेत

कोटा सहित संपूर्ण हाड़ौती का अधिपति ग्रह बुध हैं। ज्योतिषाचार्य भूपेन्द्र शास्त्री के अनुसार 20 वर्षो बाद बुध ग्रह का पूर्व दिशा में आना, शनि ग्रह का पश्चिम दिशा में मुंह होना और शुक्र ग्रह का मध्य में निवास करना कोटा में हवाई सेवा के चालू होने के लिए शुभ संकेत कारक माना जा रहा हैं।

सात साल बाद 8 दिन की नवरात्र

शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पर्व नवरात्रि इस बार आठ दिन का होगा। नवरात्रि पर्व 28 सितंबर से शुरू होकर 5 अक्टूबर को समाप्त होगा। इस बार तृतीया तिथि क्षय हो रही है। द्वितीया व तृतीया तिथि एक ही दिन रहेगी।

मां जगदंबा के भक्तों को 29 सितंबर को देवी ब्रह्मचारिणी और चंद्रघंटा की आराधना एक ही दिन करना होगी। यह संयोग सात साल बाद आ रहा है, जो दो साल लगातार रहेगा।

2012 में चतुर्थी तिथि का क्षय होने से नवरात्रि आठ दिनों की रहेगी। आचार्य भूपेंद्र शास्त्री के मुताबिक इसके बाद यह संयोग छह साल बाद 2018 में फिर आएगा। तब द्वितीया तिथि का क्षय होने से प्रथम और द्वितीया तिथि एक साथ मनाई जाएगी।

अफजल को हैरत, क्यों नहीं हो सका था कार बम विस्फोट

नई दिल्ली.तिहाड़ जेल के एक अधीक्षक ने 180 पन्नों के अपने दस्तावेज में कहा है कि संसद पर हमले के दोषी आतंकवादी अफजल गुरु के सामने यह सवाल अब भी बना हुआ है कि वर्ष 2001 में संसद पर हमले के दौरान इस्तेमाल कार में रखे गए बम में विस्फोट क्यों नहीं हुआ।

छह अध्यायों में विभाजित इस दस्तावेज की शुरुआत हमले की बातों के साथ ही होती है और इसका पहला अध्याय 13 दिसंबर के हमले की सारी बातें बयां करता है। द्विवेदी के अनुसार, इसका अंत पुलिस द्वारा अंतत: अफजल की गिरफ्तारी के साथ होता है। द्विवेदी ने अपने दस्तावेज में लिखा, ‘उसे भरोसा था कि जिस कार में आईईडी लगाया गया है उसमें विस्फोट होगा। गुरु ने बताया कि उसने बमों और विस्फोटकों से लदी कार को हमले की पूर्ववर्ती रात को पुलिस के सामने इस डर से खड़ा कर दिया कि इसे चोरी किया जा सकता है। आश्चर्य की बात है कि किसी पुलिसकर्मी ने इसकी जांच नहीं की।’

द्बिवेदी को तिहाड़ के अधिकारियों ने यह दस्तावेज पुस्तक के तौर पर प्रकाशित करने की अनुमति नहीं दी है। जिसके अनुसार, ‘13 दिसंबर 2001 को हमले में इस्तेमाल कार बम फटा नहीं और अफजल गुरु को आज तक इस बात का पता नहीं चला कि इसमें विस्फोट क्यों नहीं हुआ।’ द्विवेदी ने कहा, ‘यह दस्तावेज मार्च 2009 से दिसंबर 2010 के बीच अफजल गुरु से मेरी 200 घंटे की बातचीत के बाद तैयार हुआ है।’

दस्तावेज के एक अध्याय में द्विवेदी ने अफजल के बचपन और उसके पाकिस्तान पहुंचने की भी कहानी लिखी है। उन्होंने लिखा है, ‘मैंने अपनी किताब में उन सभी वजहों का जिक्र किया है जो अफजल ने पाकिस्तान आने के लिए और अन्य आतंकवादियों की तरह प्रशिक्षण लेने के लिए बताई हैं।’ द्विवेदी के मुताबिक, ‘वह वापस आया और उसे लगा कि उसे इस्तेमाल किया जा रहा है और वह यह सब छोड़कर सामान्य जीवन जीने लगा।’

उन्होंने लिखा,‘उसने एमबीबीएस के पहले साल की पढ़ाई पूरी की। आईईएस परीक्षा की भी तैयारी की।’ द्विवेदी की किताब में अफजल के फिर से राष्ट्र विरोधी तत्वों की ओर लौटने के कारण भी गिनाए गए हैं। इसमें लिखा है कि अफजल की काफी पीढ़ियों पहले उसका परिवार ब्राrाण जाति से ताल्लुक रखता था जिसने इस्लाम अपनाया था।

द्विवेदी ने कहा,‘एक अध्याय अफजल गुरु पर लिखा गया है कि उसने कैसे हमले की साजिश रची। विस्फोटक और आरडीएक्स ग्रेनेड तथा चीनी पिस्टल और अन्य चीजें कैसे जुटाईं और पकड़ा नहीं गया। उसने किस तरह संसद का मुआयना करने के लिए उन लोगों के दिल्ली में रहने का बंदोबस्त किया जो भारतीय नहीं थे और कोई भारतीय भाषा नहीं समझते थे।’

यदि संसद पर दिसंबर, 2001 के आतंकवादी हमले में सफलता मिलती तो मैं जम्मू कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाता और सरकार के साथ बातचीत होती।

जैसा तिहाड़ के जेल नंबर-3 में बंद अफजल गुरु ने जेल अधीक्षक मनोज द्विवेदी से कहा

सिर्फ दो दिन में बताओ कहां है मेरी पत्नी वरना...


जोधपुर.एक सितंबर से लापता बोरुंदा की एएनएम भंवरी देवी के पति अमरचंद नट ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया। अमरचंद ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस दो दिन में उसकी पत्नी का पता नहीं लगा पाई तो वह 21 सितंबर से कलेक्ट्रेट के बाहर आमरण अनशन शुरू करेगा।

डॉ. अंबेडकर चेतना संस्थान के बैनर तले दिए गए धरने के दौरान पत्रकारों से बातचीत में अमरचंद ने बताया कि भंवरी के पास जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा सहित कई बड़े लोगों के फोन आते थे। उसका कहना था कि जब मंत्री खुद आरोपी हैं तो पुलिस उनसे पूछताछ क्यों नहीं कर रही।

जब अमरचंद से पूछा गया कि एफआईआर में मंत्री का नाम क्यों नहीं लिखाया, तो उसका कहना था कि वकील से सलाह ली जा रही है। अमरचंद ने आरोप लगाया कि पुलिस ने सोहनलाल के अलावा जिनको पूछताछ के लिए पकड़ा था, उन सबको ठोस कार्रवाई किए बिना छोड़ दिया।

आज तक पुलिस या किसी अन्य अफसर ने आकर उसका हाल नहीं पूछा। उसने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजा गया है। पुलिस भंवरी का पता नहीं लगा पाती है तो वह 21 सितंबर से आमरण अनशन पर बैठेगा।

सुबह से शाम तक धरना :

डॉ. अंबेडकर चेतना संस्थान के जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर गौतम ने कहा कि भंवरी देवी को खोजने में पुलिस व सरकार नाकामयाब रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस अपहरण कांड में दिग्गज नेताओं का हाथ है, लेकिन पुलिस दबाव में आकर आरोपियों को बचाने व मामले को दबाने में लगी हुई है।

इस धरने में बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव दौलतराम पेशिया सहित कई अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद थे। अंबेडकर संस्थान व बसपा की ओर से जिला प्रशासन को ज्ञापन भी दिया गया।

बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर :

पिछले 19 दिनों से एएनएम भंवरी देवी का पता लगाने में नाकाम रही पुलिस के खिलाफ उसके पति अमरचंद ने राजस्थान हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है। याचिका पर मंगलवार को खंडपीठ में सुनवाई होने की संभावना है।

अमरचंद के अधिवक्ता प्रदीप शाह ने बताया कि मंगलवार को याचिका की सुनवाई के लिए अनुमति मिल गई है। याचिका में भंवरी के अपहरण में हाईप्रोफाइल लोगों का हाथ होने का संदेह व्यक्त किया गया है।

मैडम! मेरा मकसद आपको अपमानित करना नहीं था'

जयपुर.राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील को लेकर कटाक्ष करने के कारण राज्य सरकार में मंत्री पद खो चुके अमीन खां ने सोमवार को राजभवन जाकर राष्ट्रपति से माफी मांग ली। अमीन ने कहा कि उन्होंने पाटील को अपमानित करने की नीयत से कुछ नहीं कहा था।

उन्होंने तो तारीफ में यह कहने की कोशिश की थी कि इनसान अच्छे कामों की बदौलत कहां से कहां पहुंच सकता है। खां के अनुसार राष्ट्रपति ने उनकी पूरी बात सुनी और खुशी से जवाब देते हुए कहा- मुझे आपसे कोई शिकायत नहीं है।

अमीन खां राष्ट्रपति से सोमवार शाम को करीब सात बजे पांच मिनट के लिए राजभवन में मिले, जहां वे राजस्थान प्रवास के दौरान ठहरी हुई हैं। खां के साथ पूर्व विधायक सीडी देवल और पाली जिला प्रमुख खुशबीरसिंह जोजावर भी थे।

दरअसल देवल और जोजावर ने ही इस मुलाकात की भूमिका बांधी थी। ये दोनों नेता अमीन खां के लिए राष्ट्रपति से पिछली बार उदयपुर में मिले थे। इस बार ये दोनों नेता अमीन खां को मिलवाने ले गए। इन दोनों नेताओं ने भी राष्ट्रपति से आग्रह किया कि अमीन खां ने किसी दुर्भावना से कुछ नहीं कहा।

यह कहा था अमीन ने

अमीन खां ने इस साल फरवरी में एक सभा में कहा था कि प्रतिभा पाटील तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की रसोई में काम करती थीं और उनकी इन्हीं सेवाओं की बदौलत वे आज इस पद पर हैं। इस बयान के बाद उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। अशोक गहलोत ने खान से इस्तीफा मांग लिया था।

हिंदुओं का अपमान, भगवान गणेश पर हिटलर ने किया अत्याचार!

मेलबर्न. हिंदुओं ने ऑस्ट्रेलिया में होने वाले नाटक गणेश वर्सेज द थर्ड राइक पर नाराजगी जताई है। नाटक में हिटलर को भगवान गणेश पर अत्याचार करते हुए दर्शाया गया है। नाटक का वर्ल्ड प्रीमियर 29 सितंबर को मेलबर्न फेस्टिवल के दौरान होने वाला है। पहले भी ऑस्ट्रेलिया में एक फैशन शो के दौरान देवी देवताओं का अपमान किया जा चुका है।

यूनिवर्सल सोसाइटी ऑफ हिंदुइज्म के अध्यक्ष राजन जेड ने कहा कि यह हरकत सीधे तौर पर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करती है। फेस्टिवल में गणेशजी का अप्रासंगिक और गलत चित्रण किया जा रहा है। वहीं, थिएटर समूह के कार्यकारी निर्माता एलिस नैश ने कहा कि यह हिंदुओं के खिलाफ नहीं है। इस पर बहुत सावधानी से सोचा गया है कि श्रीगणेश को मंच पर कैसे दर्शाया जाए और मंच पर क्या कहा जाए।

ऑस्ट्रेलिया में ऐसा पहला मामला नहीं : फैशन वीक के दौरान देवी लक्ष्मी की तस्वीर वाली बिकनी पहन कर मॉडल्स रैंप पर चली थीं। इस पर इलाहाबाद कोर्ट ने विदेश मंत्रालय और ऑस्ट्रेलियाई दूतावास को नोटिस जारी किया था।

मुस्लिम धर्म गुरु ने भेंट की टोपी, मोदी ने पहनने से मना किया!

दोस्तों खुद नज़र देख लो नरेंद्र मोदी जी ने कलमे और आयतें लिखी इस्लामिक चादर तो ओड़ ली फिर टोपी जो इस्लाम केवल इस्लाम का प्रतीक नहीं कहा जा सकता उसे पहनने से इंकार भी किया तो फर्क कहाँ हिया वी भी मोदी बेचारे अगर नो सो चूहे कहा कर ............जाना चाहते है तो क्या उन्हें सुधरने का मोका नहीं देना चाहिए क्या नफरत को प्यार से नहीं जितना चाहिए ,,क्या मोदी को इस्लामिक चादर पहनाने के बाद टोपी पहनाने के नाम पर नोटंकी करने वाले मोलाना को सजा नहीं मिलना चाहिए ..भाई हमतो मोदी के फेन हो गये उन्होंने गेरुए से हर वस्त्र इस्लामिक चादर का ग्रहण कर लिया और क्या चाहिए ....वेसे भी जो होना था वोह हो गया इन्साफ खुदा पर छोड़े और अगर कोई देश के लियें खुले मन से अच्छा करना चाहता है तो देश का विकास करें तो ठीक रहेगा उपवास के करोड़ों खर्च लाखों लोगों के वक्त की बर्बादी का देश को जो नुकसान हुआ है उससे देश को कुछ फायदा भी तो निकालना होगा एक अच्छा माहोल अगर बनाने की कोशिश की है तो उसका स्वागत करो नो सो चूहे खाकर भी अगर बिल्ली कहीं जा रही है तो उसे एक बार मोका तो दो ................


अहमदाबाद. नरेंद्र मोदी का सद्भावना मिशन ने विवाद में फंसता नज़र आ रहा है। अपने उपवास के दूसरे दिन नरेंद्र मोदी पर आरोप लगा है कि उन्होंने एक मुस्लिम धर्मगुरु की तरफ से भेंट की गई टोपी को कथित तौर पर लेने से मना कर दिया।

मुस्लिम धर्मगुरु सैय्यद ईमाम शाही सैय्यद ने गुजरात के मुख्यमंत्री को एक टोपी भेंट की थी। लेकिन खबरों के मुताबिक गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस टोपी को लेने से मना कर दिया। हालांकि, मोदी ने मुस्लिम धर्म गुरु की तरफ से दी गई शॉल को स्वीकार किया। सैय्यद ने कहा, 'मुझे इससे बहुत दुख हुआ है। वह हर समुदाय की टोपी और पगड़ी पहन रहे हैं। लेकिन उन्होंने मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार कर दिया।'




कल से रामदेव की यात्रा शुरु, अन्ना, मोदी और लालकृष्ण भी जल्द निकलेंगे

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अन्ना हजारे की जनजागरुकता यात्रा

देश में राजनीतिक और सामाजिक यात्राओं का माहौल बन रहा हैं। बाबा रामदेव दूसरी स्वाभिमान यात्रा पर मंगलवार से निकल रहे हैं तो अन्ना हजारे, लालकृष्ण आडवाणी और गुरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी यात्रायों की घोषणा कर चुके हैं। हालांकि अभी तक अन्ना हजारे, लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी की यात्राओं का कार्यक्रम सार्वजनिक नहीं हुआ है लेकिन इस बात की प्रबल संभावना है कि ये यात्राएं अक्टूबर महीने में हो। नरेंद्र मोदी ने तो सोमवार को अहमदाबाद में अपना तीन दिवसीय उपवास समाप्त करते वक्त गुजरात के हर जिले में जाकर उपवास करने की घोषणा की।


बाबा रामदेव की भारत स्वाभिमान यात्रा
दिल्ली में भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन करने वाले बाबा रामदेव भी २० सितंबर से भारत स्वाभिमान यात्रा पर निकल रहे हैं। झांसी से शुरु होने वाली उनकी यात्रा दो अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के फरूखाबाद में समाप्त होगी।

नरेंद्र मोदी की सद्भावना यात्रा
नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में आज अपना तीन दिवसीय उपवास तो समाप्त कर दिया लेकिन साथ ही यह भी घोषणा की कि वो राज्य के हर जिले में जाएंगे और उपवास करेंगे। नरेंद्र मोदी की यह यात्रा सद्भावना यात्रा होगी। हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि नरेंद्र मोदी की सद्भावना यात्रा कब शुरु होगी।

दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन समाप्त करते वक्त अन्ना हजारे ने भी कहा था कि वो भी देश के कोने-कोने में जाएंगे और जागरुकता फैलाएंगे। रालेगण सिद्धी में कोर कमेटी की मीटिंग के बाद टीम अन्ना ने अन्ना हजारे की जागरुकता यात्रा पर मुहर लगाते हुए कहा कि अन्ना पहले उन राज्यों में जाएंगे जिनमें चुनाव नजदीक हैं। टीम अन्ना ने संकेत दिए हैं कि अन्ना हजारे की यह यात्रा अक्टूबर में शुरु हो सकती है और इसका पहला पड़ाव उत्तर प्रदेश हो सकता है

लालकृष्ण आडवाणी की भ्रष्टाचार विरोधी यात्रा
अन्ना की यात्रा की इस अधिकारिक घोषणा से पहले ही भाजपा के वरिष्ठ नेता और अब तक कई रथयात्राएं कर चुके लालकृष्ण आडवाणी भी अपनी भ्रष्टाचार के खिलाफ रथयात्रा की घोषणा कर चुके थे। हालांकि अभी तक उनकी रथयात्रा का कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है।

अधिकार बढ़ते ही भेजा विवादों को न्यौता!

जयपुर.अफसरों से लगातार विवाद पर विराम लगाने के लिए सरकार ने सीईओ को निर्देश जारी किए हैं कि वे मेयर को पूरा महत्व दें। साथ ही अधिकारियों के सार्वजनिक वक्तव्य पर भी रोक लगा दी है। निर्देश के बाद मेयर ज्योति खंडेलवाल ने तुरंत वित्तीय व प्रशासनिक पत्रावलियां मंगवाने के लिए सीईओ को नोटशीट जारी कर दी।

जानकारों की मानें तो ये नोटशीट नए विवाद को जन्म देगी, क्योंकि सीईओ को 75 लाख तक के वित्तीय अधिकार सरकार ने पहले से दे रखे हैं।

राज्य सरकार के नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख सचिव जीएस संधु की ओर से जारी आदेश में इस बात पर नाराजगी जताई गई है कि कई प्रकरणों में मेयर की जानकारी में नहीं लाए जाते हैं। साथ ही कहा गया है कि भविष्य में जब भी सरकार के निर्देशों के अनुसरण में कोई कार्यवाही की जाए उसे मेयर के ध्यान में लाया जाए।

मेयर की नोटशीट से विवाद

उधर, सरकार के आदेश के तत्काल बाद ही मेयर की ओर से वित्तीय व प्रशासनिक पत्रावलियां मंगवाने के लिए सीईओ को जारी नोटशीट से विवाद भी खड़ा हो गया है। नोटशीट में सीईओ को राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 8 व धारा 48 की उपधारा (1) के खंड (ग) का हवाला देते हुए निगरानी रखने के लिए पत्रावलियां भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं। जानकारों की मानें तो सीईओ अपने अधिकारों में कटौती के लिए कतई तैयार नहीं होंगे।

बिल्डिंग के बाहर बोर्ड लगाना होगा, निगम से क्या परमिशन मिली
बिल्डिंग बनाने वाले को नगर निगम से मिली परमिशन अब जगजाहिर करनी होगी। निर्माणकर्ता को भवन के बाहर बोर्ड लगाना होगा, जिसमें क्या अनुमति मिली, आवासीय भवन है अथवा व्यावसायिक निर्माण किया जा रहा है। बिल्डिंग की हाइट क्या रहेगी, यह दर्शाना होगा।

साथ ही, 15 मीटर से अधिक ऊंची बिल्डिंग के निर्माण के बाद प्रमाण पत्र लेना आवश्यक होगा। ऐसा नहीं करने पर निगम निर्माण की अनुमति रद्द कर देगा। मेयर ज्योति खंडेलवाल ने इस संबंध में सीईओ के नाम आदेश जारी किए हैं। वहीं, सीईओ का कहना है कि नियमों का परीक्षण करने के लिए विधिक राय ली जाएगी उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

आदेश में क्या :

राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 194 (9) व 196 का हवाला दिया गया है। नगरपालिका क्षेत्र के भीतर निर्माण करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को भवन निर्माण के दौरान 4 गुणा 4 साइज का बोर्ड लगाना होगा। उसमें दर्शाया जाएगा कि निर्माणकर्ता का नाम, पता व टेलीफोन नंबर क्या है।

निगम से कब निर्माण की स्वीकृति मिली। भवन का क्या उपयोग होगा, कितनी मंजिलें होंगी, कितने क्षेत्र में निर्माण किया जाएगा और पार्किग की क्या व्यवस्था होगी। निर्माण शुरू करने और समाप्त करने की तारीख। स्वीकृति के विपरीत निर्माण पर 50 हजार तक जुर्माना और जब तक अवैध निर्माण नहीं हटाएगा, तब तक रोजाना 500 रुपए की पेनल्टी लगेगी।

मोदी हिट...मोलाना फिट ...मजा आ गया पहली बार उपवास पर भी राजनीति हुई .............

देश के सभी धर्मों की रीड उपवास का राजनीतिकरण कर उपहास उढ़ाया जाने लगा है .....एक गाँधी का उपवास ...एक अन्ना का उपवास और फिर कभी मोदी तो कभी बाघेला का उपवास और उपवास का इतना बढ़ा राजनीतिकरण इतना बढ़ा तमाशा ...........देश जानता है कभी पत्थर..कभी मिटटी .कभी पानी ...कभी गणेश जी का दूध ...कभी गोउ माता तो कभी क्या क्या सभी पर देश में सत्ता हथियाने की राजनीति होती रही है लेकिन पहली बार देश में उपवास का उपहास उढ़ाकर सरकारी खर्च पर राजनीति और फिर उसका विरोध करने के नाम पर कोंग्रेसियों का जवाबी उपवास तमाशा बन गया है ..........खेर जो भी हो नरेंद्र मोदी और उनके समर्थकों ने इस उपवास राजनीती में खुद को हिट कर लिया है पहले योजनाबद्ध तरीके से बुर्के वाली ओरतों तो टोपी वाले आदमियों को उपवास स्थल पर मंच पर बुलाया गया कोंग्रेस की तरह ही इन लोगों को शो पीस बनाया गया और जब देश के लोगों का सर चकराने लगा खुद शिव सेना खुद संघ के लोग इस पर एतराज़ जताने लगे तो एक कथित मोलाना से टोपी मंगवाकर उसे पहनने से इंकार कर वापस से अपनी छवि को बनाने का प्रयास किया है ..दोस्तों किसी भी राजनीति से धर्म का कोई रिश्ता नहीं है चाहे हिन्दू धर्मगुरु हो चाहे मुस्लिम या किसी भी धर्म का गुरु हो वोह ऐसे किसी भी राजनितिक स्टंट का हिस्सा बनता है तो वोह खुद धर्म के साथ विश्वासघात करता है और ऐसे सभी धर्मों से जुड़े कई धर्म गुरु करते रहे हैं धर्म के लोगन को उकसाया फिर सियासत में आये र्फिर राज्यसभा या महत्वपूर्ण पदों पर बेठ गए हैं ऐसे धोकेबाज़ धर्मगुरुओं की लम्बी लिस्ट है जिसे देख कर आपको मुझे सभी को शर्म आ जायेगी ....जी हाँ दोस्तों कोई भी आदमी जो मुस्लिम धर्म से जुड़ा होगा जो धर्म गुरु होगा वोह सियासत का खेल खेलने मंच पर जाकर नरेंद्र मोदी को टोपी भेंट नहीं करेगा और अगर किसी मोलाना मोलवी द्वारा ऐसा क्या जाता है तो खुद समझ लेना चाहिए के वोह प्रायोजित है या फिर मक्कार है जो खुद आगे रहकर किसी सियासी मंच पर किसी निजी लाभ कमाने के उद्देश्य से जा रहा है ...मोदी ने इस मक्कार मोलाना की टोपी लेकर खुद को हिट कर लिया लेकिन आए सवाल छोड़ दिया के धर्म के साथ खिलवाड़ कर सियासत करने वाले मोलाना या किसी भी धर्म गुरु के साथ केसा सुलूक किया जाये .यह मोलाना जो सियासत के मंच पर गया निश्चित तोर पर मजहब से दूर और मक्कारी से भरा होगा अगर यह टोपी कांड मोदी का प्रायोजित मीडिया की खबर बनाने के लियें नहीं किया गया है तो इस मोलाना के खिलाफ एक मोदी जो दुसरे धर्म का है उसे टोपी उढ़ाकर साम्प्रदायिक वातावरण पैदा कर मोदी की भावनाएं आहत करने के मामले में जेल भेजना चाहिए और आज नहीं तो कल ऐसे सियासत में घुसपेठ रखने वाले मोलाना और धर्मगुरुओं के साथ बर्ताव करना होगा ताकि देश गंदी राजनीति और धर्म की गंदी राजनीति से पाकसाफ रह सके .......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मोदी के मंच पर रेश्मा की एंट्री, घूम गई सबकी नजर


अहमदाबाद. ‘सद्भावना मिशन’ के दूसरे दिन रविवार को कई आम और खास लोग मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे और अपना समर्थन जताया। हालांकि रेश्मा रंगरेज नामक एक महिला आकर्षण केंद्र रही।

दरअसल, रेश्मा को मुख्यमंत्री के पास मंच पर बैठने की इजाजत दी गई थी। रेश्मा रंगरेज वह जांबाज महिला है जिसने पिछले दिनों आतंकी गतिविधियों में लिप्त अपने पति को पुलिस के हवाले करवा दिया था। उसके पास से सात दे

अन्ना को बधाई, तिरंगा उठाने से कतराने वालों को इसे उठाने के लिए कर दिया मजबूर'

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इन्दौर.कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने सोमवार को जन लोकपाल बिल के लिए धरना देने वाले समाज सेवी अन्ना हजारे को इस बात के लिए बधाई दी कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं के सिर से काली टोपी उतराकर अन्ना टोपी पहना दी।


सिंह ने यहां प्रदेश की सड़कों की दुर्दशा के विरोध में दिए गए धरने को संबोधित करते हुए कहा कि अन्ना बधाई के पात्न है। क्योंकि उन्होने उन लागों को भी देश का तिरंगा उठाने के लिए मजबूर कर दिया जो इसे उठाने से कतराते रहे है

उन्होनें भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार के खिलाफ फाईव स्टार वाली नोटंकी की दुकान सजाकर बैठे ही थे कि अन्ना ने सड़क पर खोमचा लगाकर इनकी दुकान ठप्प कर दी। उन्होने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने पहले ही एक मजबूत बिल के लिए अरूणा राय, हर्ष मंदर जैसे लोगों से ड्राफ्टिंग करवा रही थी।

अमर को राहत : कोर्ट में गिरे हिंदुस्तानी, जेठमलानी बोले- कांग्रेस ने दिए थे पैसे


नई दिल्ली. 'वोट के बदले नोट कांड' की सुनवाई के दौरान आज तीस हजारी कोर्ट में उस समय अजीब-ओ-गरीब स्थिति पैदा हो गई जब मुख्य आरोपी सोहेल हिंदुस्तानी कोर्ट में बेहोश होकर गिर पड़े। सोहेल को तुरंत मेडिकल रूम में ले जाया गया। अगर सोहेल की हालत में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया जा सकता है।

कोर्ट में अमर सिंह की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। उनकी अंतरिम जमानत की अवधि 27 सितंबर तक बढ़ा दी गई। अमर सिंह का एम्स में इलाज चल रहा है। सेहत के आधार पर ही तीस हजारी कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दी थी, जिसकी मियाद आज खत्म हो रही थी। सुनवाई के दौरान अमर सिंह के वकील राम जेठमलानी ने कहा कि रिश्‍वत के लिए पैसे अमर सिंह ने नहीं, बल्कि कांग्रेस ने दिए थे।

जेठमलानी के मुताबिक अमर सिंह के घर पर नहीं, बल्कि दिल्ली के ली मेरीडियन होटल में सांसदों को घूस दिया गया था। जेठमलानी ने जिरह में हिस्सा लेते हुए एक बार फिर दोहराया है कि अमर सिंह की इस मामले में कोई भूमिका नहीं थी। जेठमलानी ने पिछले हफ्ते कोर्ट में कहा था कि हो सकता है कि सांसदों को दी गई घूस की रकम का स्रोत बीजेपी हो। हालांकि, बाद में मीडिया से बातचीत में सफाई दी थी कि उनके बयान को तोड़मरोड़कर पेश किया गया।
इस बीच, बीजेपी के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी के सहयोगी रहे सुधींद्र कुलकर्णी ने अपने वकील के जरिए यह संदेश भिजवाया है कि वह 2 अक्टूबर के बाद ही इस मामले में कोर्ट में हाजिर हो पाएंगे। कुलकर्णी आज भी कोर्ट में नहीं हाजिर हुए। कुलकर्णी के वकील का कहना है कि वे अपने भाई की बेटी के दाखिले के सिलसिले में अमेरिका में हैं। कुलकर्णी के वकील का यह भी कहना है कि उन्हें अमेरिका के लिए रवाना होने के बाद कोर्ट का समन मिला था। इस मामले में कोर्ट सख्त रुख अपना सकता है।

मॉरो रोड की मशहूर कहानी की सच्चाई


मिशीगन। दक्षिण-पूर्वी मिशीगन की एक छोटी-सी सड़क है मॉरो रोड। क्ले ट्वेप से कॉटरेविले तक ये सड़क जाती है। उन्नीसवीं सदी के आखिरी दौर में यहां रहने वाली महिला और उसका बच्चा गायब हो गए थे। कहते हैं पहले बच्चा हवा में गायब हुआ और बाद में बेटे की तलाश में भटक रही मां भी गायब हो गई थी। इस रहस्यमयी किस्से को कई लोग अपने-अपने अंदाज में बयां करते हैं। फिर भी कोई इस रहस्य को सुलझा नहीं सका है। 1990 के दशक में डिट्रॉइट के चैनल-4 ने इस कहानी को कवर किया था।


स्थानीय लोगों के अनुसार आज भी पुराने मॉरो रोड पर कभी-कभी उस औरत की आत्मा बच्चे की तलाश में भटकती हुई नजर आती है। इस बारे में करीब दस थ्योरी दी जाती हैं। कुछ लोग कहते हैं कि बच्चे का अपहरण हो गया था और उसकी तलाश में भटकते-भटक ते मां की मौत हो गई थी। कुछ लोग कहते हैं कि मां का ध्यान कहीं और था, इस दौरान बच्चा पानी में डूबकर मर गया था। इस गम में मां ने भी फांसी लगा ली थी।


कुछ लोगों का अनुमान है कि उनके दो मंजिला मकान में डकैती पड़ी थी और उनकी हत्या कर दी गई थी। एक थ्योरी में कहा गया है कि मां ने बच्चे को आग के पास देखा था और फिर बच्चा गायब हो गया। बच्चे का पता नहीं चलने पर मां ने खुद को भी जला लिया था। चैनल-4 ने कार्मेन हार्लन के साथ इस पर रिसर्च की, लेकिन मां-बेटे का क्या हुआ था, ये आज भी राज बना हुआ है।

मोदी के व्रतस्थल पर महिला ने हाथ की नस काटी

अहमदाबाद। मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सद्भावना मिशन’ व्रतस्थल पर रविवार को एक महिला सहित दो लोगों ने आत्महत्या का प्रयास किया। सरोज उर्फ वैशाली मकवाणा नामक यह महिला चार साल से लापता पति नीलेश की तलाश में पुलिस से मदद न मिलने की शिकायत करने अहमदाबाद पहुंची थी। लेकिन सुरक्षा जवानों द्वारा इजाजत न दिए जाने से नाराज होकर उसने कन्वेंशन सेंटर में ही एक हाथ की नस काट ली।

दूसरा मामला दिनेश चौहान नामक युवक का है। दिनेश सुरेंद्रनगर से अहमदाबाद पहुंच कर मुख्यमंत्री से मिल कर अपनी बात कहना चाहता था। इजाजत न मिलने पर उसने खुद ही अपने हाथ पर चार से पांच जख्म कर लिए। दोनों घायलों को स्थानीय वीएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

दिनेश ने बताया कि थोड़े दिन पहले उसके एक मित्र का मोबाइल चोरी हो गया था। मित्रों को मुझ पर शक है और वे चोर-चोर . . कह कर चिढ़ाते हैं। इस बात की शिकायत मुख्यमंत्री से करने अहमदाबाद आया था।

मोदी ने की इमाम की बेइज्‍जती? उपवास पर शिवसेना का कटाक्ष, नीतीश ने बताया सेमीनार



अहमदबाद. गुजरात में चल रहे उपवास 'युद्ध' पर बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और शिवसेना ने तीखा कटाक्ष किया है। कुमार ने कहा कि यह उपवास नहीं, सेमीनार है। उधर, शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्‍यमंत्री शंकर सिंह वाघेला का कार्टून छाप कर इस उपवास 'युद्ध' पर कटाक्ष किया है। कार्टून में इन दोनों नेताओं के साथ आम आदमी की तस्‍वीर उकेरी गई है और बताया गया है कि मोदी का उपवास 71 घंटे, वाघेला का उपवास 74 घंटे और आम आदमी का उपवास मरते दम तक।

शिवसेना सुप्रीमो ने पार्टी के मुखपत्र सामना में बीजेपी की भी आलोचना की है। पार्टी के सुप्रीमो बाल ठाकरे के मुताबिक इस उपवास में मोदी आगे-आगे और उनकी पार्टी पीछे-पीछे दिख रही है। हालांकि इससे पहले शिवसेना के प्रतिनिधि और बाल ठाकरे के दूत के रूप में मोदी के मंच पर आए अनंत गीते ने गुजरात को महाराष्ट्र से आगे लाने के लिए मोदी की तारीफ की थी। गीते ने यहां तक कह डाला था कि पूरे देश को उनकी (मोदी की) क्षमताओं का फायदा मिलना चाहिए और हम उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।

मुस्लिमों का समर्थन जुटाने की कोशिश करते दिख रहे नरेंद्र मोदी को आज मुसलमानों ने भी झटका दिया। खेड़ा गांव के एक इमाम ने उन पर बेइज्‍जती करने का आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा कि मोदी ने उनके हाथों टोपी का तोहफा स्‍वीकार नहीं कर उनका अपनमान किया

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