तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
01 अक्तूबर 2011
मेरी पोस्टें हुईं चार हजार ............
गांधी तुझे नमन .................
हमें खुद को दूसरों के सामने समझदार साबित करना चाहिए, क्योंकि...
समझदार इंसान वही है जो हर परिस्थिति में सहज रहे और समस्याओं का निराकरण आसानी से निकाल लें। किसी भी प्रकार की विषम परिस्थिति को दूर करने की क्षमता जिस व्यक्ति में होती है वही समझदार होता है। जो व्यक्ति हालात और समय में छिपे संकेतों को समझ ले वहीं समझदार है।
इस प्रकार के गुण यदि किसी इंसान में नहीं है तो उसे क्या करना चाहिए? इस संबंध में आचार्य चाणक्य ने एक सटीक उपाय बताया है। चाणक्य के अनुसार जिस प्रकार यदि कोई सांप जहरीला ना हो तो भी उसे स्वयं को जहरीला ही दिखाना चाहिए। ठीक इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति समझदार या विद्वान न हो तब भी उसे दूसरों के सामने समझदार बने रहना चाहिए। इसी में भलाई है।
चाणक्य की यह बात अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग रूप से प्रभावशाली हो सकती है। यदि को शक्तिशाली नहीं है तो उसे स्वयं को कभी भी निर्बल सिद्ध नहीं होने देना चाहिए। अन्यथा शक्तिशाली लोग उस पर अपना अधिकार कर लेंगे। यदि कोई व्यक्ति दूसरों के सामने मूर्ख सिद्ध हो जाए तो उसे हमेशा ही तिरस्कार और अपमान ही झेलना पड़ेगा। ऐसे में सही उपाय यही है कि वह हमेशा ही खुद को समझदार ही दिखाए। इसके साथ ही वह अपने स्तर पर हालात और परिस्थितियों को समझने का प्रयत्न करता रहे। इस प्रकार उसे समाज में अपमान का पात्र नहीं बनना पड़ेगा और वह हमेशा ही अन्य लोगों के सामने आदरणीय बना रहेगा।
रविवार को अजब संयोग: दो तिथि एक साथ, आठ दिन की होगी नवरात्रि
हिंदू धर्म के अनुसार नवरात्रि का पर्व नौ दिन का होता है लेकिन तिथि क्षय के कारण कई बार उत्सव के दिन कम भी हो जाते हैं। इस बार पंचमी व षष्ठी तिथि एक ही दिन यानी 2 अक्टूबर, रविवार को पड़ रही है। यह एक अद्भुत संयोग है। इस वर्ष से करीब सात साल पहले ऐसा योग बना था अब 2011 के बाद 2021 में आठ दिनों की नवरात्रि रहेगी। अत: इसी दिन दोनों तिथियों की प्रमुख माताओं (स्कंदमाता व कात्यायनी) का पूजन किया जाना विधि सम्मत है।
धर्म शास्त्रों के अनुसार शारदीय नवरात्रि की पंचमी तिथि को स्कंदमाता की पूजा की जाती है। स्कंदमाता भक्तों को सुख-शांति प्रदान वाली हैं। देवासुर संग्राम के सेनापति भगवान स्कन्द की माता होने के कारण मां दुर्गा के पांचवे स्वरूप को स्कन्दमाता के नाम से जानते हैं। इस दिन साधक का मन विशुद्ध चक्र में अवस्थित होना चाहिए जिससे कि ध्यान वृत्ति एकाग्र हो सके। यह शक्ति परम शांति व सुख का अनुभव कराती है।
इसी प्रकार नवरात्रि की षष्ठी तिथि की प्रमुख देवी कात्यायनी हैं। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था इसलिए वे कात्यायनी कहलाती हैं। माता कात्यायनी की उपासना से आज्ञा चक्र जाग्रति की सिद्धियां साधक को स्वयंमेव प्राप्त हो जाती है। वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौलिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है तथा उसके रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वथा विनष्ट हो जाते हैं।
वैज्ञानिकों ने बनाया अब उड़ने वाला कालीन!
दो साल की मेहनत:
नोह ने बताया कि कालीन बनाने में दो साल लगे हैं। यह बिजली के करंट में आने वाले छोटी अनचाही तरंगों के बदलाव से चलता है। इन बदलावों को रिप्पल पॉवर कहा जाता है। इस पर सेंसर लगाए गए हैं, जो करंट के बदलावों को पहचानते हैं। फिलहाल यह जमीन से ज्यादा ऊपर नहीं उड़ पाता।
भारतीय लेख से लिया आइडिया:
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के लक्ष्मीनारायण महादेवन ने 2007 में एक लेख लिखा था। यह लेख ‘फिजिकल रिव्यू लेटर्स’ में प्रकाशित हुआ था। इसी से प्रेरणा लेकर नोह ने यह कालीन बनाने की ठानी।
सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करेंगे:
इस कालीन पर इंसानों का बैठ पाना फिलहाल मुश्किल है। इसके लिए कालीन में दोनों ओर 50 मीटर के पंख फैलाव की जरूरत होगी। हालांकि इसका प्रयोग धूल-भरी लेकिन खुली जगह पर किया जा सकता है। धूल रिप्पल पॉवर बढ़ाने में मदद करेगी।
बिना रोक-टोक और खुला वातावरण होने से पंख भी लगाए जा सकेंगे। वैज्ञानिकों के मुताबिक इसका प्रयोग मंगल ग्रह पर अध्ययनों के लिए हो सकता है। वे अब इसे सौर ऊर्जा से उड़ाने की तैयारी कर रहे हैं।
ऐसे भरता है उड़ान
जमीन पर इलेक्ट्रॉनिक यंत्र रखा गया है। इसमें करंट आता है। कालीन का प्लास्टिक बिजली का परिचालक है। यंत्र के करंट में आने वाली तरंगों के बदलाव से कालीन उड़ान भरता है। नोह की टीम के प्रमुख शोधकर्ता प्रो. जेम्स स्टर्म ने कहा कि तकनीकी सुधार से यह एक मीटर प्रति सेकंड की गति से उड़ सकेगा।
नेटवर्किग साइट्स पर ईमानदारी नहीं है अच्छी
हैदराबाद में नेट सोर्स सॉफ्टेक प्राइवेट लिमिटेड फर्म है, जिसके सर्वेसर्वा वाय.रवि शंकर हैं।
वे और उनकी पत्नी फेसबुक की सदस्य हैं। वे चौबीस घंटे ऑनलाइन रहते हैं। टेक्नोलॉजी से जुड़ा उनका व्यवसाय इसकी मांग भी रखता है। जाहिर है फेसबुक उनके लिए चैटिंग प्लेटफॉर्म बन चुका है, जिसके जरिए वे रिश्तेदारों और मित्रों के संपर्क में रहते हैं।
रवि शंकर के कुछ रिश्तेदार भी उन्हीं की तरह फेसबुक सदस्य हैं। रवि शंकर की एक कजिन सुप्रिया उनकी पत्नी के होम पेज पर परिवार के सदस्य के रूप में मौजूद है। जैसा सभी पत्नियां करती हैं, रवि शंकर की पत्नी भी सभी रिश्तेदारों के मैसेज पढ़ कर तुरंत जवाब देना नहीं भूलतीं।
सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन इस वर्ष 26 अगस्त के आसपास से शंकर की पत्नी के लिए समय बदलना शुरू हुआ.. अच्छे के लिए न होकर बुरे के लिए। उस दिन किसी शख्स ने अपनी पहचान बताए बगैर रवि शंकर की पत्नी से सुप्रिया का नंबर मांगा।
सुप्रिया की ‘भाभी’ होने के कारण उन्होंने पहचान जाननी चाहिए और नंबर क्यों चाहिए यह पूछना चाहा! बदले में उन्हें पहले कन्नड़ और फिर हिंदी में गालियां सुनने को मिलीं। इसके बाद तो यह रोज का सिलसिला बन गया।
अनजान शख्स दिन भर में 300 बार तक फोन करता, पुरानी बातें दोहराता और गालियां देना शुरू कर देता। एक दिन आजिज आकर रवि शंकर की पत्नी ने स्थानीय थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की चेतावनी दे डाली। बदले में उस शख्स ने धमकाते हुए कहा कि वह उनका फेसबुक अकाउंट हैक कर उससे दुनिया भर को अश्लील मैसेज और कंटेंट भेजना शुरू कर देगा।
बाद में पता चला कि सुप्रिया ने किसी से धन उधार लिया था और उस कंपनी से विवाद हो गया। शाहा फिनलीज नामक प्राइवेट लिमिटेड यह कंपनी मुंबई के पवई में स्थित है। सुप्रिया का दावा था कि उसने उधारी चुका दी है, लेकिन कंपनी का अलग ही राग था।
इन दो पक्षों के बीच पिस रही थीं शंकर की पत्नी, जिसने ‘परिवार को बचाना’ चाहा। अब इस मामले की पड़ताल हैदराबाद का एसआर पुलिस स्टेशन और मुंबई क्राइम ब्रांच कर रही है। इसी तरह 2010 दिसंबर में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी का एचआर एक्जीक्यूटिव फेसबुक के जरिए एक महिला के संपर्क में आया।
मैसेजों के आदान-प्रदान के बाद एक्जीक्यूटिव ने उसे एक शानदार रेस्त्रां में मिलने के लिए बुलाया। वहां उसे यह जान कर धक्का लगा कि वास्तव में वह महिला मित्र न होकर रिकवरी एजेंट थी। वह एक्जीक्यूटिव वास्तव में उधारी नहीं चुका सका था, जो उसने होंडा कार खरीदने के लिए जुटाई थी।
इसी तरह पटना का एक देनदार अपनी सेंट्रो कार कजिन को भेंट कर अफ्रीका चला गया। उसने कजिन को कतई नहीं बताया कि कार की उधारी बाकी है। कंपनी का रिकवरी एजेंट फेसबुक के जरिए उसके कजिन तक पहुंच गया और कार जब्त कर ली।
उक्त सभी मामलों में फेसबुक बीच की कड़ी है। इस पर मौजूद हर मैंबर अपने बारे में हर बातें शेयर करता है, जिसकी मदद से कोई भी किसी तक कभी भी पहुंच सकता है।
धार्मिक ग्रंथ के अपमान प्रकरण में सीआईडी सीबी ने साक्ष्य जुटाना शुरू किया
प्रकरण के जांच अधिकारी एवं सीआईडी सी.बी. के अतिरिक्त पुलिस अधिकारी प्रहलाद सिंह की ओर से शनिवार को जारी विज्ञप्ति में अधिकारी ने कस्बे के लोगों से धार्मिक ग्रंथ के संबंध में विडियो, फोटो,मोबाइल टेप आदि साक्ष्य होने पर मोबाइल नंबर 9530273124 एवं विजय कुमार पुलिस निरीक्षक के मोबाइल नंबर 9829597411 पर अथवा व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर जानकारी देने की अपील की है।
जानकारी देने वालों के नाम व पते पूरी तरह से गोपनीय रखने का वादा किया गया है। प्रकरण के बाद कस्बे में स्थिति पूरी तरह से सामान्य है। थाना प्रभारी अशोक विश्नोई के साथ अतिरिक्त पुलिस जाप्ता कस्बे में लगातार गश्त कर रहा है। कस्बे में आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
आसरा छीनकर बांटेंगे फ्री दवाइयां
इस बीच रविवार से सरकारी अस्पतालों में सभी वर्गो और मर्ज के मरीजों को निशुल्क दवाइयां मिलेंगी। गांधी जयंती से शुरू इस योजना के तहत जिले के सरकारी अस्पतालों में प्रथम चरण में 185 दवाओं तथा दूसरे चरण में 200 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध करवानी है। इसके तहत शनिवार शाम तक प्रथम चरण की 107 तरह की दवाएं ड्रग वेयर हाउस पहुंच चुकी थी, जबकि 73 दवाइयां पहले से ही राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत उपलब्ध हैं। इस तरह जिले में 180 दवाइयां निशुल्क वितरण के लिए पहुंच चुकी हैं।
कोटा में इस कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री बीना काक सुबह 10 बजे जिला अस्पताल रामपुरा से करेंगी। इसके बाद वे रामगंजमंडी से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी योजना का शुभारंभ करेंगी। सरकार ने कोटा मेडिकल कॉलेज को 26 अति आवश्यक दवा सहित अन्य कम दवाओं की स्थानीय स्तर पर खरीद के लिए 60 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। देर शाम तक अस्पतालों के कर्मचारी दवाइयों को संभालकर व्यवस्थित रूप से रखने में व्यस्त रहे।
एमबीएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एआर. गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में 89 तरह की दवाएं पहुंची हैं। जेके लोन अस्पताल के प्रभारी डॉ.आरपी.रावत ने कहा कि 89 तरह की दवाएं मिली हैं। लगभग 100 तरह की दवाइयां स्थानीय स्तर पर खरीदी जा रही हैं। इसमें कई एसी हैं जो ड्रग वेयर हाउस से कम मात्रा में मिली थी और कुछ की सप्लाई नहीं की गई थी लेकिन वे अतिआवश्यक ड्रग की श्रेणी में आती हैं।
बेहोशी व दर्द निवारक दवाइयां निशुल्क मिलेंगी
निशुल्क दवाइयों की सूची में बेहोशी व दर्द निवारक भी शामिल हैं। ऑपरेशन से पहले बेहोश करने के लिए काम आने वाला एंट्रोपीन सल्फेट नामक इंजेक्शन अब एमबीएस में निशुल्क मिलेगा। दर्द निवारक बुखार होने पर लगने वाला टर्माडोल इंजेक्शन व संक्रमण रोकने वाली आई ड्रॉप्स निशुल्क मिलेगी।
ठ्ठ बेहोशी की दवा: एटेक्यूरियम इंजेक्शन, यूएसपी 10 एमजी, एमएल मीडेजोलाम एक एमजी एमएल व निओस्टिगमाइन इंजेक्शन आईपी 5 एमजी एमएल निशुल्क होंगे।
मधुमेह रोगियों के लिए: डायबिटीज के रोगियों के लिए 2 दवाएं फ्री। मेटफोस आईपी 500 एमजी व पायोग्लिटेजोन टेबलेट आईपी 15 एमजी शामिल हैं।
थायराइड: थायराइड रोगियों के लिए थायरोक्सिन टेबलेट कोटा में ड्रग वेयरहाउस पहुंच चुकी हैं।
दर्द निवारक: डायक्लोफेनिक सोडियम इंजेक्शन, 25 एमजी एमएल, डायक्लोफेनिक जेल बीपी एक प्रतिशत डायक्लोफेनिक ,पेरासिटामोल टेबलेट डायक्लोफेनिक सोडियम टेबलेट 50 एमजी, ब्रूफेन टेबलेट, पेरासिटामोल सिरप, टर्मोडोल इंजेक्शन शामिल हैं।
महापौर व सीईओ में फिर ठनी,क्या होगा दशहरे के मेले का?
हस्ताक्षर नहीं होने से 4 अक्टूबर को होने वाले उद्घाटन समारोह में आने वाले कलाकारों का अनुबंध भी खटाई में पड़ गया है। अनुबंध नहीं होने पर मेले में बुलाए जा रहे कलाकारों के भुगतान में दिक्कत आएगी।
मेला आयोजन के कार्यक्रमों अपनी उपेक्षा से महापौर पहले ही खफा है इस पर उनकी सहमति लिए बिना ही आयोजनों को अंतिम रूप देकर कार्यो के ऑर्डर जारी कर दिए गए। अब नियमानुसार अनुबंधों को महापौर के हस्ताक्षरों के लिए भिजवाया गया है। महापौर ने गड़बड़ियों की आशंका से हस्ताक्षर करने से इंकार दिया है। क्रय नियम 14(2) के अनुसार अनुबंध पर सीईओ के साथ ही महापौर के हस्ताक्षर भी जरूरी हैं।
महापौर का कहना है कि जब कार्यक्रम तय करते समय उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई तो सीईओ सरकार की ओर से मिले 75 लाख के प्रशासनिक व वित्तीय अधिकार का उपयोग करके इन अनुबंधों पर हस्ताक्षर कर ले। महापौर के हस्ताक्षर नहीं करने से निगम में मेले से संबंधित ज्यादातर फाइलें अटक गई हैं। उधर, स्थानीय निकाय निदेशक ताराचंद मीणा ने इस विवाद का कार्यक्रमों पर असर नहीं होने की बात कही है।
डीएलबी को दे दी सूचना
क्रय नियम 14 (2) के अनुसार अनुबंध पर हस्ताक्षर करने का अधिकारी महापौर व सीईओ को ही है। इससे संबंधित कई फाइलें महापौर को भेजी गई हैं, जिन पर उनके हस्ताक्षर नहीं हुए। नियमों का उल्लंघन कैसे किया जा सकता है।
-दिनेश जैन, सीईओ
सरकार ने की है व्यवस्था
सरकार ने सीईओ के प्रशासनिक व वित्तीय अधिकार बढ़ाए हैं, इसलिए वे इनका उपयोग कर रहे हैं, निर्णय भी वे ही लेते हैं, इसलिए उनको ही समस्या बताई जानी चाहिए। अनुबंध पर हस्ताक्षर का सवाल है, तो निर्णय मैंने नहीं किए, फिर मैं क्यों उन पर हस्ताक्षर करूं।
-डॉ. रत्ना जैन, महापौर
दशहरा: 1893 में शुरू हुई थी परंपरा,होता था रावण वध, अब होता है दहन!
दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के हाड़ौती अंचल में पुरानी कहावत है-रावणजी को तीसरो, कोटा बारें नीसरो, यानी 100 साल पहले यह तीन दिन का उत्सव था। इतिहासकार फिरोज अहमद बताते हैं कि यहां दशहरे की परंपरा महाराज उम्मेदसिंह (द्वितीय) के शासनकाल में 1893 में शुरू हुई थी।
कोटा के शासक तत्कालीन महाराज सोने-चांदी के रथ पर गढ़ पैलेस से राजसी ठाठ के साथ रावण का वध करने जाते थे। दशहरा मैदान में रावण, मंदोदरी, कुंभकर्ण, मेघनाद के पक्के ढांचे बने होते थे। उन पर केवल मुकुट लगा दिए जाते थे। रावण के पेट में मटकी रखी जाती थी, जिसका महाराज तीर से निशाना लगाते थे। फिर रावण का सिर गिराया जाता था। अब आतिशबाजी के साथ रावण दहन होता है। आज भी पूर्व राज परिवार परंपरा निभा रहे हैं।
फिर गायब हुआ कब्रिस्तान से बच्चे का शव,कहीं तांत्रिक की करतूत तो नहीं!
कब्रिस्तान में शनिवार सुबह काफी भीड़ एकत्र हो गई। मुक्तिधाम के चौकीदार मोहम्मद गनी ने बताया कि दादाबाड़ी निवासी धर्मेंद्र डामी का परिवार उनकी पत्नी के तीसरे में मुक्तिधाम में आया तो देखा कि कब्रिस्तान में गड्ढा खुदा हुआ है और शव गायब था। पार्षद जितेन्द्र सिंह व दादाबाड़ी पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों का मानना है कि यह काम जानवर का नहीं, किसी तांत्रिक का है।
पूर्व में भी कब्र से शव निकालकर नोंच लिया था जानवरों ने
शव गायब होने की यह पहली घटना नहीं है। कुछ दिनों पहले भी यहां कब्र से शव निकालकर जानवरों ने नोंच लिया था। इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता नहीं हो सकी। पुलिस उपनिरीक्षक उम्मेदसिंह का कहना है कि यह तांत्रिक का कार्य नहीं लगता, जरूर कोई जानवर शव ले गया होगा। अभी तक किसी ने भी इस मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई है। शिकायत मिलती है तो मामले की जांच की जाएगी।
रात को सूना रहता है कब्रिस्तान
पार्षद जितेन्द्रसिंह का कहना है कि शिवपुरा मुक्तिधाम में रात के समय चौकीदार की व्यवस्था नहीं है। जिससे शव गायब होने की घटनाएं हो रही है। निगम व यूआईटी को भी लिखित में शिकायत दी हुई है, जल्द ही प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन करेंगे।
इन 3 शक्तियों के बूते ही जमती है धाक
धर्मग्रंथों में धर्मयुद्धों से जुड़े प्रसंग हों या विज्ञान की अवधारणाएं, अस्तित्व बनाए रखने के लिए संघर्ष की अहमियत उजागर करते हैं। वजूद के लिये यह जद्दोजहद जीवन, मान-सम्मान या जीवन से जुड़े किसी भी विषय से जुड़ी हो सकती है। किंतु संघर्ष चाहे जैसा हो, शक्ति के बिना संभव नहीं।
यही कारण है कि शक्ति अस्तित्व का ही प्रतीक मानी गई है। चूंकि यह शक्ति मोटे तौर पर संसार में रचना, पालन व संहार रूप मे दिखाई देती है। प्राकृतिक व व्यावहारिक रूप से स्त्री भी सृजन व पालन शक्ति की ही साक्षात् मूर्ति है। इसी शक्ति की अहमियत को जानकर ही सनातन संस्कृति में स्त्री स्वरूपा देवी शक्तियां पूजनीय और सम्माननीय है।
नवरात्रि शक्ति स्वरूप की पूजा का विशेष काल है। शक्ति पूजा में खासतौर पर महाकाली, महालक्ष्मी, महासरस्वती का विधान है, जो क्रमश: शक्ति, ऐश्वर्य और ज्ञान की देवी मानी जाती है।
व्यावहारिक जीवन की नजर से तीन शक्तियों का महत्व यही है कि तरक्की और सफलता के लिए सबल व दृढ़ संकल्पित होना जरूरी है। जिसके लिये सबसे पहले विचारों को सही दिशा देना यानी नकारात्मकता, अवगुणों व मानसिक कलह से दूर होना जरूरी है। महाकाली पूजा के पीछे यही भाव है।
इसी तरह महालक्ष्मी पावनता और महासरस्वती विवेक शक्ति का प्रतीक है, जो मन और तन को सशक्त बनाती है। ऐसी दशा ज्ञान, संस्कार आत्मविश्वास, सद्गगुणों, कुशलता और दक्षता पाने के लिये अनुकूल होती है। जिसके द्वारा कोई भी इंसान मनचाहा धन, वैभव बंटोरने के साथ ही सुखी और शांत जीवन की कामनाओं को सिद्ध कर सकता है।
इस तरह आज के दौर में इन तीन शक्तियों की पूजा का संदेश यही है कि जीवन में निरोगी, चरित्रवान, आत्म-अनुशासित, कार्य-कुशल व दक्ष बनकर शक्ति संपन्न बने और कामयाबी की ऊंचाईयों को छूकर परिवार, समाज व कायक्षेत्र में वजूद, साख और रुतबे को कायम रखें।
बिजली की स्थिति खराब, व्यवस्था सुधारे सरकार : चंद्रभान
जनता बढ़ी हुई बिजली की दरें देने को तैयार है, लेकिन उसे सुनिश्चित बिजली चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार बिजली की मांग को देखते हुए दूसरे प्रदेशों और केंद्र पर निर्भर रहने के बजाय खुद इसका उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान दे।
अक्टूबर में दशहरा और दीपावली के त्योहार और रबी की फसल की बुवाई के लिए ज्यादा बिजली की जरूरत पड़ेगी। सरकार ने समय रहते कदम नहीं उठाए तो और ज्यादा दिक्कतें पैदा हो सकती हैं।उद्योगपतियों के आंदोलन पर उन्होंने कहा कि सरकार आपसी बातचीत से समाधान निकाले।
मंत्रियों के विवादों से पार्टी की छवि पर विपरीत असर :
सरकार के मंत्रियों के नित नए विवादों में नाम आने के मामले में चंद्रभान ने कहा कि कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी है, इसके लोग चाहे सरकार में हो या पार्टी में, जो जिम्मेदार पदों पर रहते हैं, उनको लेकर कोई विवाद होता है तो पार्टी की छवि पर उसका विपरीत असर तो पड़ता ही है। हालांकि इस मुद्दे पर उन्होंने मंत्रियों का बचाव करते हुए कहा कि कई बार बहुत छोटी सी घटना को बहुत बढ़ा=चढ़ाकर पेश कर दिया जाता है।
किसी मामले में किसी मंत्री ने छोटी-मोटी टिप्पणी कर दी और फिर उस पर खेद जता दिया तो ऐसे मामलों को समाप्त समझना चाहिए। आरोप तो कोई भी लगा देता है लेकिन उनके प्रमाणित होने तक पार्टी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती।
अच्छे उम्मीदवार चुनाव में आएं, मैं उनके लिए मैदान में उतरूंगाः अन्ना
गांधीवादी अन्ना हजारे ने स्पष्ट कर दिया है कि अगले लोकसभा चुनाव में वो भी मैदान में होंगे। हालांकि अन्ना स्वयं की कोई पार्टी नहीं बनाएंगे और न ही खुद चुनाव लड़ेंगे।
स्टार न्यूज को दिए साक्षात्कार में अन्ना हजारे ने कहा कि वो दो तीन साल बाद ऐसे उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे जो ईमानदार होंगे। अन्ना हजारे ने कहा कि मैं स्वयं तो चुनाव नहीं लड़ूंगा लेकिन ऐसे युवाओं का समर्थन करूंगा जिन्होंने देश के लिए कुछ किया होगा और जो कुछ करने का जज्बा रखते होंगे। अन्ना ने कहा कि मैं ऐसे उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार करने भी जाउंगा।
अन्ना ने कहा कि मुझसे यह प्रश्न किया जाता है कि मैं राजनीति में आउंगा या नहीं। भविष्य में ऐसे युवाओं का समर्थन करूंगा जो ईमानदार होंगे। मैं अपनी पार्टी नहीं बनाउंगा लेकिन आजाद उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार करने जरूर जाउंगा।
अन्ना हजारे ने यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह ने जब बार-बार उन पर हमला किया तब ही उन्होंने कहा कि दिग्विजय को पागलखाने भेज देना चाहिए। राष्ट्रपति बनाए जाने के कयासों को साफ करते हुए अन्ना हजारे ने यह कहा कि राष्ट्रपति बनने की उनकी कोई इच्छा नहीं है।
अन्ना हजारे ने यह भी कहा कि मैं दूसरा गांधी नहीं हूं। गांधीजी के पैर के पास बैठने की मेरी पात्रता नहीं है। कहां गांधी जी थे कहां मैं हूं। लेकिन एक बात यह भी है कि यदि गांधीजी के विचार लोगों में आ गए तो बड़ा परिवर्तन हो सकता है। गांधीजी कहते थे इस देश का सही विकास करना है तो गांव का विकास करना होगा। ऐसे विचारों का प्रभाव मुझ पर पड़ा। मैंने अपने गांव से शुरुआत की। हमने अपने गांव को गांधीजी के विचार पर चलते हुए स्वावलंबी बनाया। गांधीजी कहते थे कि शोषण करके किया गया विकास सही विकास नहीं है। लेकिन अब हम इसी रास्ते पर चल रहे हैं। यह नुकसानदायक रास्ता है।
अरे यह क्या है? आधा सांप आधी छिपकली!
स्कूल के एक कर्मचारी ने इसे गुहेरा समझा और सावधानी से लेकर वन कर्मियों के पास पहुंचा। बेला सिंह स्कूल में उस वक्त दहशत का माहौल बन गया, जब सांप की तरह दिखने वाला प्राणी शाला परिसर के भीतर किसी को नजर आ गया।
हैरानी तब और बढ़ गई, जब कुछ लोगों की नजर उसके दो पैरों पर पड़ी। स्कूल के कर्मचारी शिशिर ने उसे पकड़ा और वन विभाग के कार्यालय की ओर दौड़ लगा दी। एण्टी पोचिंग स्क्वॉड के सदस्य राजेश पाण्डे, अयूब खान, रामदीन कुशवाहा के सुपुर्द कर दिया।
पहले पति को मारा, काटा और पकाया...अब लगा रही है रिहाई की गुहार
एक पूर्व मॉडल जिसने अपने पति की पहले लाठी से पीट-पीट कर हत्या कर दी और फिर उसके टुकड़े-टुकड़े करके उन हिस्सों को पका डाला था, अब अपनी रिहाई की गुहार लगा रही है।
मिस्त्र में पैदा हुई ओमाएमा नेल्सन ने अपने पति विलियम नेल्सन की वर्ष 1991 में हत्या कर दी थी और हत्या के जुर्म में 27 सालों की सजा भुगत रही है।
नेल्सन उस वक्त मात्र 24 वर्ष की थी, जब उसने अपने पति की हत्या कर दी थी और उसके सिर सहित कई हिस्सों को बेरहमी से स्टोव पर उबाला और बाद में तेल में पकाया था। हत्या से एक महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी।
नृशंस हत्या के बाद नेल्सन अपने पति के शरीर के टुकड़ों को काले बैग में भरकर अपने पूर्व प्रेमियों के घर गई और खुद को मुसीबत से बाहर निकालने के लिए उन्हें 75,000 डॉलर देने की पेशकश की।
मनोवैज्ञानिकों की निगरानी में दिए गए बयान में नेल्सन ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि उसने अपने बचाव के लिए पति की हत्या की थी। नेल्सन ने यह भी बताया कि उसके पति ने पिछली रात को उसके साथ बलात्कार किया था।
सेंट्रल कैलिफोर्निया की चाओचिला स्टेट प्रीजन में अगले बुधवार को नेल्सन के मामले विचार किया जाएगा। गौरतलब है कि वर्ष 2006 में भी उसकी रिहाई की एक याचिका रद्द की जा चुकी है।
2जी: अब सरकार को पवार ने घेरा, प्रणब-चिदंबरम से सच सामने लाने को कहा
मुंबई. 2जी घोटाले को लेकर केंद्र सरकार की मुश्किल कम होती नहीं दिख रही है। 2जी पर वित्त मंत्रालय के नोट को लेकर उठा बवाल शांत होता दिख रहा है कि शरद पवार ने नई मांग कर सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सरकार में कैबिनेट मंत्री पवार ने वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और गृह मंत्री पी चिदंबरम से 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन से जुड़े सभी तथ्य सार्वजनिक करने की मांग की है। केंद्रीय कृषि मंत्री और केंद्र में सत्तारुढ़ गठबंधन के अहम सहयोगी एनसीपी के नेता शरद पवार ने यह मांग ‘सुशासन’ के खातिर की है। पवार ने हाल में प्रणब और चिदंबरम के 'इस्तीफे' को लेकर चले 'नाटक' का ब्यौरा भी मांगा है।
कृषि मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘प्रणब और चिदंबरम को सुशासन के हित में 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन की हकीकत जरूर बतानी चाहिए। इसे लेकर जो विवाद हुआ, उसके लिए मीडिया और कुछ हमारे दोस्त जिम्मेदार हैं जिन्होंने इस तरह के मसले को अन्य मंचों पर उठाया। ऐसी स्थिति में मैं अपने दोनों वरिष्ठ सहयोगियों को सलाह दूंगा कि वो सार्वजनिक मंच पर पूरे तथ्य को रखें।’
पवार ने कहा कि केंद्र सरकार 2जी स्पेक्ट्रम विवाद से जुड़े तथ्यों को पारदर्शी तरीके से सबके सामने रखने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, ‘सरकार और कांग्रेस हकीकत बयान करने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने रिकार्ड नहीं देखा है। मेरे पास कुछ भी नहीं है और इस मामले की फाइल कोर्ट में है। कांग्रेस ने जो कुछ सुब्रमण्यम स्वामी के बारे में कहा है, उसका कुछ आधार जरूर है। इस आधार पर ही कुछ बयान जारी किए गए। जब किसी ने कुछ गलत नहीं किया तो गलतफहमी की स्थिति पैदा हो गई है, इसलिए सरकार को हकीकत का पता लगाना चाहिए।’
अमेरिका की धमकी: दूत भेजेंगे ओबामा, पूरे पाकिस्तान में जलाए गए अमेरिकी झंडे
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में घुस कर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की अमेरिकी धमकी से पाकिस्तान की अवाम में गुस्सा बढ़ रहा है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की धमकी ने आग में घी का काम किया है। ओबामा ने कहा है कि पाकिस्तान को हक्कानी नेटवर्क की समस्या का हल जरूर ढूंढना चाहिए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई और इससे जुड़े मसलों पर बातचीत ने अपना दूत पाकिस्तान भेजने की तैयारी की है।
ओबामा ने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों के आतंकवादियों के साथ संबंधों के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है लेकिन चाहे पाकिस्तान हक्कानी नेटवर्क से सक्रिय तौर पर जुड़ा हुआ है या वो सिर्फ उन्हें अफगानिस्तान की सीमा से सटे इलाकों में ऑपरेशन में मदद कर रहा है, दोनों ही हालत में पाकिस्तान को कार्रवाई करने की जरूरत है।
हालांकि पाकिस्तान के हुक्मरानों ने अमेरिका के इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है कि पाकिस्तान की सरकार आतंकवादियों को शरण देती है। इसके बाद शुक्रवार को पाकिस्तान के कई शहरों में अमेरिका विरोधी प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी झंडे जलाए और अमेरिकी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
हक्कानी नेटवर्क को लेकर उठे विवाद को शांत करने के लिए अमेरिका अफगानिस्तान और पाकिस्तान मामलों के विशेष प्रतिनिधि मार्क ग्रॉसमैन को इस्लामाबाद भेज रहा है। ग्रॉसमैन का दौरा 30 सितंबर से शुरू हो गया जो 14 अक्टूबर तक जारी रहेगा। इस दौरान ग्रॉसमैन अबु धाबी, अंकारा, दुशांबे, बिश्केक, अस्ताना, काबुल, बीजिंग, ताशकंद, अशगाबाद, नई दिल्ली, इस्लामाबाद और दोहा पहुंचेंगे।
ओबामा का ताजा बयान अमेरिकी सेना के सेवानिवृत प्रमुख माइक मुलेन के बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि हक्कानी नेटवर्क पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का ही एक हिस्सा है। हालांकि अपने बयान से अमेरिका और पाकिस्तान के बीच तनाव पैदा करने वाले मुलेन के सुर बाद में बदले नजर आए। अपने पद से रिटायर होने के वक्त मुलेन ने यह कह दिया कि अफगानिस्तान में शांति पाकिस्तान के सहयोग के बिना संभव नहीं है।
इस बीच, पाकिस्तानी मीडिया ने अमेरिका को ‘कन्फ्यूज्ड’ करार दिया है। ओबामा के ताजा बयान का जिक्र करते हुए ‘द नेशन’ ने लिखा है कि अमेरिका पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ जंग में ‘और भी’ कार्रवाई करने के लिए दबाव डालता रहेगा। गौरतलब है कि आतंकी गुटों पर कार्रवाई के लिए बढ़ते अमेरिकी दबाव के बीच पाकिस्तानी पीएम युसुफ रजा गिलानी ने कहा है कि वो आतंकवादियों के खिलाफ इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते और न ही कोई उनपर ऐसा करने के लिए दबाव भी डाल सकता है। इस्लामाबाद में गुरुवार को हुई सर्वदलीय बैठक में गिलानी ने कहा, 'और ज्यादा करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव नहीं बनाया जा सकता।'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने शुक्रवार को एक रेडियो चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि अमेरिका पाकिस्तान पर उसके सीमावर्ती इलाकों में आतंकवादियों के खिलाफ और कार्रवाई करने के लिए दबाव डालता रहेगा और पाकिस्तान के साथ खुफिया सहयोग भी बनाए रखेगा। अमेरिका पाकिस्तान से उन आतंकवादियों को मांगेगा जो उसकी जमीन पर पकड़े जाएंगे। ओबामा ने कहा, ‘हम इस बात पर अटल हैं कि हमारी सेना पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के पनाहगाह को खत्म करेगी लेकिन हमें खुफिया सहयोग की भी जरूरत होगी। यह हमें मिला भी है जिसके चलते हमने अलकायदा के खिलाफ प्रभावी तरीके से कार्रवाई की।’
शुक्रवार को पाकिस्तान के कई धार्मिक संगठनों और पार्टियों ने अमेरिका विरोधी प्रदर्शन किए। हैदराबाद शहर में शिया-विरोधी गुट के करीब 900 सदस्यों ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के पुतले फूंके और अमेरिका को ‘हत्यारा’ करार दिया। लाहौर में करीब 800 लोगों ने जमीयत उलेमा इस्लाम के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और ‘जाओ, अमेरिका जाओ’ के नारे लगाए। पेशावर में भी सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया और वजीरिस्तान को ‘अमेरिका की कब्रगाह’ करार दिया।