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07 अक्तूबर 2011

Boy 2 Girl – क्या मैं तुम्हे kiss कर सकता हूँ ?

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Boy 2 Girl – क्या मैं तुम्हे kiss कर सकता हूँ ?

Girl – ज़लील, कमीने, कुत्ते !!!

तुझे शर्म नहीं आती ….. ???

तुमने ये बात

कहने में 6 महीने लगा दिए ……….. करो ना !

सूर्य की हैरतअंगेज तस्वीरें- देखकर दंग रह जाएंगे आप


सूरज के उबलते रूप की इस तरह की तस्वीरें नहीं देखी होंगी। हैरान कर देने वाली ये तस्वीरें नासा के उपग्रह सोलर डायनमिक ऑब्जर्वेटरी सैटेलाइट (एसडीओ) द्वारा ली गई हैं। कुछ तस्वीरों में सूर्य से पराबैगनी और एक्स-रे स्पेक्ट्रम के प्रकाश निकल रहे हैं। ये एक्स-रे और पराबैगनी तस्वीरें, सूरज कैसे कार्य करता है ? इसे समझने में वैज्ञानिकों की मदद करती हैं।

एसडीओ द्वारा ली गई इन छवियों का आशय है कि किसी भी दूसरे सोलर आब्जर्विंग स्पेसक्राफ्ट की तुलना में नासा धरती पर कहीं व्यापक वैज्ञानिक आंकड़े भेजता है। प्रतिदिन यह 1.5 टेट्राबाइट आंकड़े भेजता है जो कि एक एमपी-थ्री पर 5 लाख गानों के बराबर होता है।

नासा का सोलर डायनामिक्स ऑब्जर्वेटरी (एसडीओ) केप कानवेरल,फ्लोरिडा से फरवरी 2010 में प्रक्षेपित किया गया। मुख्य वैज्ञानिक डीन पेस्नेल ने कहा कि इसके पास पहले से अप्रमाणित कम से कम एक सिद्धांत है लेकिन उन्होंने विवरण देने से इंकार कर दिया।

एसडीओ पांच वर्ष के मिशन पर है। जिसकी अनुमानित लगात 855 मिलियन डॉलर है। यह सूर्य के चुम्बकीय क्षेत्रों का परीक्षण करेगा और पृथ्वी की जलवायु में सूर्य की भूमिका की बेहतर समझ उपलब्ध कराएगा।

यह इसका भी परीक्षण करेगा कि सूर्य का चुम्बकीय क्षेत्र कैसे उत्पन्न होता है और अशांत सौर हवाओं के रूप में कैसे हिंसात्मक सौर घटनाओं में बदलता है। उम्मीद है कि इसके जरिए वैज्ञानिक समझ सकेंगे कि डैमेज सौर ज्वालाएं कैसे संचार उपग्रहों और बिजली आपूर्ति में मदद कर सकती हैं।

एसडीओ धरती से 22,000 मील दूर चक्कर लगा रहा है।





कब्ज, गैस या एसीडिटी: पेट की हर प्राब्लम का हल है ये खट्टा-मीठा फल


अंजीर अपने खट्टे-मीठे स्वाद के लिए प्रसिद्ध अंजीर एक स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक और बहु उपयोगी फल है।अंजीर कई प्रकार का होता है जिसमें से कुछ इस प्रकार के हैं।वैज्ञानिकों के अनुसार अंजीर कि इसके सूखे फल में कार्बोहाइड्रेट (शर्करा) 63 प्रतिशत, प्रोटीन 5.5 प्रतिशत, सेल्यूलोज 7.3 प्रतिशत, चिकनाई एक प्रतिशत, खनिज लवण 3 प्रतिशत, अम्ल 1.2 प्रतिशत, राख 2.3 प्रतिशत और जल 20.8 प्रतिशत होता है। इसके अलावा प्रति 100 ग्राम अंजीर में लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग लोहा, विटामिन,थोड़ी मात्रा में चूना, पोटैशियम, सोडियम, गंधक, फास्फोरिक एसिड और गोंद भी पाया जाता है।

घरेलू उपचार में ऐसा माना जाता है कि स्थाई रुप से रहने वाली कब्ज़ अंजीर खाने से दूर हो जाती है। गैस और एसीडिटी से भी राहत मिलती है।साधारण कब्ज में गरम दूध में सूखे अंजीर उबाल कर सेवन सुबह दस्त साफ होता है। इससे कफ बाहर आ जाता है। सूखे अंजीर को उबाल कर बारीक़ पीस कर अगर गले की सुजन या गांठ पर बांधी जाए तो लाभ पहुंचता है। ताजे अंजीर खा कर साथ दूध का सेवन करना शक्तिवर्धक होता है। डायबिटीज के रोगी को अंजीर से लाभ पहुंचता है। खून की खराबी में सूखे अंजीर को दूध और मिश्री के साथ लगातार हफ्ते भर सेवन करने से लाभ होता है। अंजीर खाकर ऊपर से दूध पीना अत्यंत शक्तिवर्धक एवं वीर्यवर्धक होता है। खून की खराबी में सूखे अंजीर को दूध एवं मिश्री के साथ लगातार एक सप्ताह सेवन करने से खून के विकार नष्ट हो जाते हैं। मधुमेह रोग में अन्य फलों की तुलना में अंजीर का सेवन विशेष लाभकारी होता है। किसी प्रकार का बाह्य पदार्थ यदि पेट में चला जाए तो उसे निकालने के लिए अंजीर को अधिक मात्रा में सेवन करना उपयोगी होता है। अस्थमा की बीमारी में प्रात:काल सूखे अंजीर का सेवन पथ्यकारी है।

अस्थमा की बीमारी में रोज सुबह सूखे अंजीर का प्रयोग लाभ देता है। अंजीर कफ को जमने से भी रोकता है। किसी भी प्रकार के बुखार विशेषकर पेट की खराबी से होने वाले बिखर में अंजीर का सेवन लाभदायक होता हैं। यह भी बताना हितकर होगा की किसी भी औषधि का सेवन वैद्य के मार्गदर्शन में ही करना लाभप्रद होता है। बिना जानकारी के स्वयं प्रयोग अहितकारी होता है। अंजीर में कैल्शियम बहुत होता है, जो हड्डियों को मजबूत करने में सहायक होता है। कम पोटैशियम और अधिक सोडियम लेवल के कारण हाइपरटेंशनकी समस्या पैदा हो जाती है। अंजीर में पोटैशियम ज्यादा होता है और सोडियम कम होता है इसलिए यह हाइपरटेंशन की समस्या होने से बचाता है।दो अंजीर को बीच से आधा काटकर एक ग्लास पानी में रात भर के लिए भिगो दें सुबह उसका पानी पीने से अंजीर खाने से रक्त संचार बढ़ता है।

जर्मनी के खगोलविदों का दावा, धूमकेतुओं से आया पृथ्वी पर पानी

वॉशिंगटन. शुरुआती दिनों में पृथ्वी पर पानी लाने का काम उल्काओं ने किया। जर्मनी के खगोलविदों के ताजा अध्ययन ने इस सिद्धांत को और मजबूती दी है। उन्होंने एक धूमकेतु में मौजूद पानी और महासागरों के केमिकल सिग्नेचर एक जैसे होने का दावा किया है।

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की हर्शेल अंतरिक्ष वेधशाला की मदद से वैज्ञानिकों ने अन्य धूमकेतुओं के मुकाबले ‘कॉमेट हार्टली-2’ में मौजूद पानी और समुद्री पानी में ज्यादा समानताएं होने का दावा किया है। यह धूमकेतु नवंबर 2010 में इस स्पेस क्राफ्ट के करीब से गुजरा था।

इसका निर्माण कुपर बेल्ट (सौरमंडल में नेपच्यून की कक्षा से दूर मौजूद क्षेत्र) में हुआ। वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी पर पानी इसी स्थान से आया है। स्पेस डॉट कॉम ने जर्मनी में मैक्स प्लांक इंस्टिट्यूट फॉर सोलर सिस्टम रिसर्च के वैज्ञानिक पॉल हतरेग के हवाले से कहा कि निर्माण के समय पृथ्वी बेहद गरम थी।

वाष्पशील वस्तुएं अंतरिक्ष में चली गई थी। पृथ्वी ठंडी हुई तब वह बहुत ही सूखी थी। पानी और अन्य वाष्पशील वस्तुएं निश्चित रूप से अगले चरण में इस पर आईं। दुनियाभर में समुद्रों के मूल स्रोत के रूप में धूमकेतु को ही देखा जाता रहा है। उनमें सामान्य तौर पर मौजूद रहने वाला बर्फ इसका प्रमुख कारण है।

हालांकि कम्प्यूटर मॉडल्स बताते हैं कि पृथ्वी के महासागरों में अधिकतर पानी उल्काओं से आया। सिर्फ 10 प्रतिशत पानी ही धूमकेतुओं से आया। जर्नल ‘नेचर’ में प्रकाशित रिसर्च में वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के समुद्री पानी और धूमकेतु में मौजूद हाइड्रोजन के आइसोटोप्स की तुलना की।

किसी तत्व के आइसोटोप्स में प्रोटॉन तो एक समान होते हैं, लेकिन न्यूरॉन्स की संख्या कम-ज्यादा होती रहती है। हाइड्रोजन में कोई न्यूरॉन नहीं होता, लेकिन उसके आइसोटोप ड्यूटेरियम में एक न्यूरॉन होता है।

बस इसी उम्मीद में बैठा हूं

पहला गधा: यार मेरा मालिक लालू मुझे बहुत मारता है। दूसरा गधा: तो तू भाग क्यों नहीं जाता? पहला गधा: भाग तो जाउं पर वहां फ्यूचर बहुत ब्राईट है। मालिक की एक खूबसूरत बेटी है। जब वो शरारत करती है तो लालू उसको बोलता है कि तेरी शादी किसी गधे से करवाउंगा। बस इसी उम्मीद में बैठा हूं। .........चूहा हाथी से- एक दिन के लिये अपनी कमीज उधार दे दो। कल वापस कर दूंगा। हाथी- क्यों? तू पहनेगा मेरी कमीज? चूहा- नहीं। बेटी की शादी है, टेंट लगाऊंगा।

सबसे अद्भुत और अनोखा है राजस्थान का यह मंदिर!

राजस्थान के बीकानेर में स्थित करणी माता का मंदिर या कह लीजिए चूहों की रानी बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है। 'चूहों के मंदिर' के नाम से भी जाना जाता है, यहां का सारा वातावरण चूहों से भरा हुआ है, चूहे यहां बिना किसी डर के घूमते हैं, खाते हैं, पीते हैं| यहां के अद्भुत नजारे को देखने देश-विदेश से पर्यटक भी आते हैं। आइये आपको वीडियो में इस मंदिर के दर्शन कराते हैं!

इस अनूठे मंदिर के बारे में सुन चकित रह जाएंगे!

बस्ती।जिला महिला अस्पताल के पास एक छोटा सा मंदिर है। यहां एक खास तरह के लोग प्रार्थना करने आते हैं। वो होती हैं गर्भवती महिलाएं। प्रसव वेदना से कराह रही ये महिलाएं इस मंदिर में आकर इस दर्द से मुक्ति के लिए प्रार्थना करती हैं। और चमत्कार देखिए, उनके प्रार्थना करने के बाद ही उनका दर्द समाप्त हो जाता है।

लोगों का मनाना है कि मां भी इनकी पुकार सुनती है। इससे प्रसव पीड़ित माताएं हंसते-हंसते वेदना सह जाती हैं। अस्पताल से छूटते ही यहां प्रसाद और कड़ाही का दौर शुरू हो जाता है। ऐसा नजारा यहां लगभग प्रति दिन देखने को मिलता है।

जनश्रुति के मुताबिक, लगभग 50 वर्ष पहले यहां एक पीपल का पेड़ था। इसी अस्पताल में दाई के पद पर तैनात सोनबरसा देवी ने पीपल के पेड़ से सटे शंकर जी के मंदिर की स्थापना किया। और अस्पताल में आने वाले लोगों से लेकर स्थानीय लोगों की आस्था इस मंदिर के प्रति बढ़ती गई। पुजारी के मुताबिक, बाद में मंदिर में मां की स्थायी प्रतिमा लगाई गई।

विज्ञान के इस युग में इस तरह के बातों पर विश्वास करना कठिन होता है। पर कहते हैं कि विश्वास के आगे कुछ नहीं चलता। यहां आने वालों की मुराद पूरी होती है, इसलिए उनकी आस्था दिन ब दिन बलवती हो रही है।

न देती बेटे को मौत तो वह तबाह कर देता खानदान'

जालंधर/आदमपुर. ‘वह पूरे खानदान को खत्म करने पर तुला हुआ था। खानदान को बचाने के लिए मैंने एक बेटे को मार देना मुनासिब समझा। इसलिए जर्मनी से लौटे बड़े बेटे और फैमिली फ्रेंड की मदद से छोटे बेटे सुमिंदर सिंह लाडी का कत्ल कर दिया।’ पूछताछ में पुलिस के सामने यह बयान गांव डरोली कलां की बलजीत कौर ने दिया है।

बलजीत कौर ने बताया, उसका बड़ा बेटा कुंवारा था और वह जर्मनी चला गया था। छोटे बेटे सुमिंदर सिंह उर्फ लाडी की शादी गांव मूंडा की नवनीत कौर से हुई थी। उसके दो बेटे भी हुए। लाडी पर कई आपराधिक केस दर्ज थे। अपराधी होने के कारण गांव में बलजीत कौर की बदनामी होती थी। इसलिए बलजीत ने लाडी को बेदखल कर दिया था। इस बात पर लाडी बेहद खफा हुआ और उसने तमाशा खड़ा कर दिया।

लाडी धमकी देता था कि वह पूरे खानदान को खत्म कर देगा। एक बार तो लाडी ने पत्नी पर मिट्टी का तेल डाल कर आग लगाने का प्रयास किया था। इस बीच सुखदावर सिंह जर्मनी से लौट आया था और लाडी ने सुखदावर को लेकर खूब बवाल करना शुरू कर दिया। वह परिवार वालों की हत्या की साजिश रच रहा था, जिसकी भनक लग गई। इसलिए बलजीत ने बहू और दोनों पोते मायके घर भेज दिए।

अमृत पाल सिंह को साजिश में शामिल कर 6 मार्च की रात लाडी की निर्मम हत्या कर दी गई। अमृत और सुखदावर चोमो पुल के पास शव फेंक गए थे। 7 मार्च को शव देख कर लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी। मौके पर आई बलजीत कौर ने बेटे की पहचान की थी। थाना आदमपुर में बलजीत कौर के बयान पर ही अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था।

आदमपुर के एसएचओ अंग्रेज सिंह ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि बलजीत कौर और उसके बड़े बेटे सुखदावर सिंह को कठार अड्डा से शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। इन पर लाडी की हत्या करने का आरोप है। अदालत ने बलजीत को 14 दिन और सुखदावर को एक दिन के रिमांड पर लिया है। मामले का तीसरा आरोपी अमृतपाल सिंह 24 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। उसी दिन पुलिस ने मामले को ट्रेस करने का दावा किया था। लाडी की पत्नी को पुलिस ने निर्दोष करार दिया है।

नौ साल बाद दो धनतेरस, श्रद्धा-धन दोगुना

जयपुर। दीपावली से पहले खरीदारी का महापर्व धनतेरस इस बार दो दिन मनाया जाएगा। नौ साल बाद ऐसा संयोग बना है। दोनों ही दिन खरीदारी के लिहाज से श्रेष्ठ बताए जा रहे हैं। फिर से ऐसे संयोग के लिए लोगों को दस साल का इंतजार करना पड़ेगा। ऐसा दुर्लभ योग 2021 में बनेगा।

धनतेरस दो दिन आने का यह संयोग 24 व 25 अक्टूबर को बनेगा। दीपावली से पहले त्रयोदशी को दीपदान करने और आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि जयंती मनाने की परंपरा है। ज्योतिषियों की माने तो इस बार ग्रह नक्षत्रों की चाल कुछ इस प्रकार की बनी है कि 24 अक्टूबर को धनतेरस के निमित्त किया जाने वाला दीपदान होगा, जबकि 25 अक्टूबर को धन्वंतरि जयंती व रूप चतुर्दशी मनाई जाएगी। दोनों ही दिन इस बार खरीदारी के लिए श्रेष्ठ रहेंगे।

इस बार आ रही दो त्रयोदशी को लेकर व्यापारियों में उत्साह है। वे दोनों ही अवसरों को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। उन्होंने अभी से इसकी तैयारी प्रारंभ कर दी है।

इसलिए रहेगा श्रेष्ठ

राजस्थान ज्योतिष परिषद के महासचिव डॉ. विनोद शास्त्री के मुताबिक 24 अक्टूबर को सूर्य शाम को 4.43 बजे स्वाति नक्षत्र में आ जाएगा। इस दिन उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र भी रहेगा। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र 25 को तड़के 3 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। इसके बाद हस्त नक्षत्र आ जाएगा। शास्त्रानुसार उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में अबूझ मुहूर्त, मांगलिक कार्य व खरीददारी करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है। वहीं हस्त नक्षत्र भी खरीददारी के लिए सर्वश्रेष्ठ है।

यह संयोग इसलिए..

पं. बंशीधर जयपुर पंचांग के निर्माता पं. दामोदर प्रसाद शर्मा का कहना है कि 24 अक्टूबर को त्रयोदशी दोपहर 12:33 बजे से प्रारंभ होकर अगले दिन सुबह 9:03 बजे तक रहेगी। चूंकि दीपदान शाम को त्रयोदशी व प्रदोष काल में किया जाता है और धन्वंतरि जयंती उदियात तिथि में त्रयोदशी होने पर मनाई जाती है। इसलिए 24 अक्टूबर को शाम को त्रयोदशी होने पर दीप दान किया जा सकेगा। जबकि 25 अक्टूबर को सूर्योदय के समय त्रयोदशी होने के कारण इस दिन धन्वंतरि जयंती मनाई जाएगी। शर्मा ने बताया कि 25 को शाम को चतुर्दशी तिथि होने के कारण इसी दिन रूप चतुर्दशी मनाई जाएगी

हिसार बना टीम अन्ना का पहला सियासी 'रण', आज से कांग्रेस के खिलाफ प्रचार शुरू



हिसार. टीम अन्ना आज से राजनीति के 'अखाड़े' में औपचारिक रूप से उतर जाएगी। जनलोकपाल बिल के लिए कांग्रेस पर दबाव बनाने के मकसद से टीम अन्ना के सदस्य कांग्रेस के खिलाफ हिसार लोकसभा उपचुनाव में आज से प्रचार शुरू करेंगे। यह अभियान सोमवार तक चलेगा। हिसार में 13 अक्टूबर को वोटिंग है।

टीम अन्ना के अहम सदस्य अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, प्रशांत भूषण और मनीष सिसोदिया कांग्रेस को हराने के लिए जगह-जगह सभाएं करेंगे। हरियाणा की हिसार संसदीय सीट पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस के खिलाफ वोट देने की अपील करते हुए शनिवार से अभियान शुरू करेंगे। टीम अन्ना अन्ना हजारे की सीडी की भी मदद लेगी, जिसमें हजारे ने कांग्रेस के खिलाफ वोट देने की अपील की है। हजारे खुद हिसार नहीं जाएंगे।

उधर, बीजेपी भी हिसार में पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार है। बीजेपी की तरफ से सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी हिसार में आज प्रचार करेंगे।

बीवी का सिर काटकर सड़क पर घूमने


दरभंगा. जिले के सिंहवारा पुलिस स्टेशन स्थित ठाकानिया गाँव में हीरा यादव (30) ने अपनी पत्नी रीना देवी (25) की धारदार हथियार से गला काट हत्या कर दी। इतना ही नहीं हीरा यादव ने अपनी पत्नी के कटे सिर को हाथ में लिया और बीच सड़क पर आ खड़ा हुआ।

उसके एक हाथ में हथियार और दूसरे में पत्नी के कटे सिर को देख लोग खौफजदा हो गए। मामले की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने हीरा यादव को हिरासत में ले लिया। उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि इस हत्या के पीछे पारिवारिक विवाद है।

किसी रूहानी ताकत का साथ है तो ऐसा होगा आपके साथ

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क्या आपको पता है आपके साथ कोई ताकत या तीसरी दुनिया की कोई शक्ति है। कुछ लोगों को इसका एहसास हो जाता है लेकिन कुछ लोग ये समझ नहीं पाते कि क्या हो रहा है। उनको सपने में ही अपना भविष्य पता चल जाता है। ऐसे लोगों को कुछ पूर्वाभास होने लगते हैं।

जिन लोगों पर किसी शक्ति या उपरी ताकत का हाथ होता है ऐसे लोगों के हर काम आसानी से पूरे होने लगते हैं। किसी भी काम को करने से पहले ही इन लोगों को उसका परिणाम दिखने लगता हैं। जानिए और क्या होता है जब किसी के सर पर किसी शक्ति का हाथ होता है।



- अगर कोई दुर्घटना होने वाली है तो इनको पहले ही पता चल जाता है। इसलिए इन लोगों के साथ दुर्घटनाएं कम ही होती है।

- अगर आपके साथ तीसरी दुनिया की कोई शक्ति है तो आपको पूर्वाभास होने लगेगा और ये पहले से ही पता चल जाएगा कि कल क्या होने वाला है।

- ऐसे लोगों को सपने में तेज चमकती हुई रोशनी या तेज प्रकाश दिखता है।

- अक्सर इन लोगों को किसी के पास होने का एहसास होता है।

- ऐसे लोग कम बोलने वाले होते हैं लेकिन ये जो बोलते हैं वो सच ही होता है।

इंसान से कम समझदार नहीं है कौए


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पक्षी जानकर कौए की बुद्धि को कम करके मत आंकिए। नए शोध से पता चला है कि वह भी इंसानों की तरह चिह्नों में अंतर कर लेता है। डेली टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक उत्सुनोमिया यूनिवर्सिटी जापान की टीम के क्रमिक शोध से पता चला है कि कौए ढक्कन पर बने चिह्नों से अच्छी क्वालिटी के भोजन वाले कंटेनरों को पहचान लेते हैं।

शोध का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर शोई सुगिता ने बताया कि कौए भी चिह्नें को पहचानने के लिए मनुष्यों वाला तरीका अपनाते हैं। इस शोध को अंतरराष्ट्रीय जरनल एनिमल बिहेवियर में भी प्रकाशित किया गया है।

कैसे हुआ शोध
शोध करने वाली टीम ने आठ जंगली कौओं को एक पिजड़े में रखा गया। साथ ही इसमें दो कंटेनर रखे गए। इनमें से एक कंटेनर में अच्छी क्वालिटी का भोजन रखा गया था। कौए इस कंटेनर को पहचानने में सफल रहे। टीम ने पाया कि सही कंटेनरों को पहचानने में कौओं के 70 से 90 प्रतिशत प्रयास सफल रहे। अब भविष्य में इनकी पहचानने की क्षमता को जानने के लिए टीम संख्या के स्थान पर कुछ नए चिह्न् इस्तेमाल करेगी।

यहां गोलियों से छलनी कर दिया जाता है रावण

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अरनोद दशहरा पर्व पर जहां देशभर में बुराई के प्रतीक रावण का पुतला दहन किया गया, वहीं प्रतापगढ़ जिले के खेरोट गांव में मिट्टी का पुतला बंदूक से छलनी किया गया। यहां यह परंपरा वर्षो से चली आ रही है।

पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से इस गांव में वर्र्षो पहले मिट्टी से रावण का पुतला बनाना शुरू किया गया। ग्रामीण इस पुतले के सिर को अपनी बंदूक की गोली का निशाना बनाते हैं। गुरुवार को पर्व पर इस परंपरा का निर्वहन किया गया। बड़ी संख्या में ग्रामीणों के बीच से अध्यापक भूपेंद्र नागर ने रावण के सिर पर अचूक निशाना लगाया।

क्या हैं परंपरा गांव का ही एक व्यक्ति गांव के बाहर मिट्टी का रावण तैयार करता हैं। रावण का धड़ पुराना ही काम आता है, जबकि उसका सिर हर साल नया तैयार किया जाता हैं। मटके से बने सिर में लाल रंग भरा जाता है। मुख्य मंदिर से भगवान श्रीराम सहित देवी-देवताओं की ढ़ोल नगाड़ों के साथ शोभायात्रा गांव का भ्रमण करते हुए मैदान पहुंचती हैं।

यहां भगवान श्रीराम के पूजन के बाद गांव के ठिकानेदार परिवार द्वारा रावण के पुतले की नाक को भाले से बींधा जाता हैं। इसके बाद पुतले पर एक-एक करके गोलियों की बौछार होती है। जिस व्यक्ति की बंदूक से रावण का सिर पर निशाना लगता है वह विजयी घोषित किया जाता है। नहीं मिलता बारूद : पहले दशहरे के दिन यहां 50 -60 बंदूकधारी ग्रामीण एकत्रित होते थे, लेकिन अब बंदूक लाइसेंस की सख्ती के कारण इनकी संख्या भी कम हो गई है।

गांव के कृष्ण वल्लभ व्यास बताते है कि ग्रामीण लकड़ी को व्यर्थ जलाना पाप समझते हैं। पुराने समय में यहां घना जंगल था। रावण दहन से जंगल में आग लगने का खतरा था, इसलिए यह परंपरा शुरू की गई जो आज भी बरकरार है।

आसमां से होगा दुश्मन पर प्रहार, दुनिया देखेगी ताकत


जोधपुर.भारतीय सेना पश्चिमी राजस्थान से लगती पाक सीमा के नजदीक थार में सदी के सबसे बड़े युद्धाभ्यास सुदर्शन चक्र में अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगी। शीतकालीन युद्धाभ्यास का शंखनाद 9 अक्टूबर को बाड़मेर के रेतीले इलाके में सेना के अर्जुन टैंक, बायर्स तोपों व आधुनिक हथियारों से काल्पनिक जंग से होगा।

भारतीय सेना की 21 कोर के नेतृत्व में दो महीने चलने वाले इस बड़े युद्धाभ्यास में कम समय में दुश्मन पर अचूक वार कर नेस्तनाबूद करने का सैनिक प्रदर्शन करेंगे।

इस दौरान सेना के साथ वायुसेना के जांबाज पायलट भी आसमान से दुश्मन पर प्रहार कर अपनी मारक क्षमता दिखाएंगे। उसमें सुखोई 30 का प्रदर्शन मुख्य आकर्षण रहेगा।

युद्धाभ्यास की कमान सेना की दक्षिण कमान की शक्तिशाली 21 स्ट्राइक कोर के लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह ने संभाल रखी है। भोपाल, पुणो, ग्वालियर के अलावा जोधपुर से सेना की टुकड़ियों सहित तमाम संसाधन बाड़मेर व जैसलमेर के रेगिस्तान में पहुंच चुके हैं।

हालांकि मुख्य अभ्यास बाड़मेर इलाके में होगा। इस युद्धाभ्यास में सेना की मैकेनाइज्ड कोर, आम्र्ड कोर और आर्टिलरी कोर की यूनिटों के सैनिक शामिल हैं।

काल्पनिक दुश्मन से होगी जंग

रेतीले टीलों में सैनिकों को तोप,बख्तरबंद गाड़ियों व टैंकों से दुश्मन से लड़ने व नेस्तनाबूद करने में महारत हासिल करने के गुर सिखाए जाएंगे। युद्ध रणनीति कौशल, रात्रिकालीन विजन की मारक क्षमता और कम से कम समय में दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने का प्रदर्शन होगा।

साथ ही काल्पनिक जंग में सेना के जवानों का दम-खम व आधुनिक हथियारों की मारक क्षमता को परखा जाएगा। दुश्मन व भारतीय सेना के बीच रेड व ब्ल्यू टीम के नाम से काल्पनिक जंग होगी।

सुखोई की बमवर्षा से थर्राएगा थार

इस युद्धाभ्यास के दौरान वायुसेना के पायलट भी लड़ाकू विमान सुखोई, मिग, जगुआर व मिराज दुश्मन के ठिकानों पर बमबारी और मिसाइलों से निशाने दाग आपसी तालमेल का बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे। बैटल टैंक से दुश्मन की सेना को नेस्तनाबूद करने और हेलिकॉप्टर से दुश्मन की जमीन पर कमांडो उतार कर उनके ठिकाने नष्ट करने का जीवंत प्रदर्शन होगा।

जयपुर के सेंट्रल पार्क में लहराएगा राज्य का सबसे ऊंचा तिरंगा!

जयपुर.जल्द ही अक्टूबर के अंत तक शहरवासियों को राज्य के सबसे ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज की सौगात मिलेगी। फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया की ओर से लगाए जा रहे इस फ्लैग को सेंट्रल पार्क में बने स्टोन स्टेच्यू के करीब लगाया जाएगा। इसके फ्लैग पोल की ऊंचाई 206 फीट होगी।

वहीं फ्लैग की साइज 48 बाई 72 होगी, जिससे इसे दूर से लहराता हुआ देखा जा सकेगा। इस लिहाज से यह राज्य का पहला सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज होगा। इस ध्वज की खास बात यह होगी कि यह 24 घंटे लहराया जा सकेगा।

इस राष्ट्र सम्मान के प्रतीक को रात में फोकस लाइट से रोशन करने की व्यवस्था होगी। जेडीए इंजीनियर डायरेक्टर वी.एस. सुंडा ने बताया कि इससे संबंधित कार्य प्रगति पर है और जल्द ही अक्टूबर के अंत तक राष्ट्रीय ध्वज को सेंट्रल पार्क में लगा दिया जाएगा, जो राज्य का सबसे ऊंचा झंडा होगा।

अब तक शहर में तैयार किए गए राष्ट्रीयता के प्रतीक

त्रिमूर्ति सर्किल, शहीद स्मारक, अमर जवान ज्योति, गांधी सर्किल, सुभाष चौक

मैं गांधीवादी नहीं हूं, मुझसे दुश्मनी न लें अन्नाः बाल ठाकरे

मुंबई. दशहरे के अवसर पर शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे और गांधीवादी अन्ना हजारे के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। बाल ठाकरे ने पहले तो दशहरा रैली में अन्ना पर तीखा प्रहार किया। अन्ना ने बूढ़ा कहा तो ठाकरे और तिलमिला गए।

इस जुबानी जंग में अब ताजा प्रहार बाल ठाकरे ने किया है। चुनौती भरे लहजे में बाल ठाकरे ने कहा कि अन्ना मुझसे बिना बात के दुश्मनी न ले। ठाकरे ने यह भी दोहराया कि उन्होंने अन्ना हजारे के बारे में जो भी कहा था वो सब सही था।

गौरतलब है कि गुरुवार को मुंबई में दशहरा रैली को संबोधित करते हुए बाल ठाकरे ने अन्ना के अनशन को फाइव स्टार करार देते हुए कहा था कि उनकी टीम प्रचार की भूखी है और ऐसे अनशनों से भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होने वाले है।

इसके जवाब में अन्ने ने पहले तो प्रतिक्रिया न देते हुए कहा था कि व्यक्ति में अपमान सहने की शक्ति होनी चाहिए लेकिन बाद में अन्ना के तेवर भी गरम हो गए थे और उन्होंने शिवसेना प्रमुख को बूढ़ा कह दिया था।

बाल ठाकरे अन्ना के बूढ़ा कहने पर ही तिलमिलाए हुए हैं। वैसे अन्ना और ठाकरे के बीच जंग पुरानी है। जब महारष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी की सरकार थी तो अन्ना के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोनल के चलते उनके कई मंत्रियों की कुर्सी चली गई थी।

हालांकि ताजा बयान में ठाकरे ने यह भी कहा है कि मीडिया ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया। ठाकरे ने कहा कि अब अन्ना ने बूढ़ा कह दिया है तो मैं चुप नहीं बैठूंगा। मैं अन्ना को बता देना चाहता हूं कि मैं गांधीवादी नहीं हूं। मुझसे बिना बात का बैर न लें। ठाकरे के इस ताजा बयान पर अभी अन्ना हजारे की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई हैं।

पाकिस्‍तान: लादेन को मरवाने वाला डॉक्‍टर 'गद्दार' करार, आईएसआई ने किया कैद


इस्लामाबाद. अमेरिका की तमाम धमकियों और चेतावनी के बावजूद पाकिस्तान आतंकवादियों के खिलाफ नरम रवैया अपनाए हुए है और चरमपंथी तत्वों के खिलाफ काम करने वाले लोगों को राष्ट्रद्रोही मान रहा है। यही वजह है कि अल कायदा के सरगना रहे ओसामा बिन लादेन के खिलाफ अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए की मदद करने के आरोप में डॉ. शकील अफरीदी के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का आरोप लगाया गया है। माना जाता है कि अफरीदी के फर्जी टीकाकरण अभियान से ही सीआईए को ओसामा के ठिकाने के बारे में पता चला था। जिसके बाद हुए ऑपरेशन में वह मारा गया था।

मई में हुई ओसामा बिन लादेन की मौत की जांच कर रहे आयोग ने डॉ. अफरीदी को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रद्रोही माना है। डॉ. अफरीदी पर आरोप है कि उन्होंने लादेन के ठिकाने का पता लगाने के लिए सीआईए की शह पर ऐबटाबाद में फर्जी टीकाकरण अभियान चलाया था। दो मई को अमेरिकी ऑपरेशन में ओसामा के मारे जाने के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने डॉ. शकील अफरीदी को हिरासत में ले लिया था।

पाकिस्तान में सुप्रीम कोर्ट के जज की अगुवाई में गठित चार सदस्यीय जांच आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पहली नज़र में डॉ. अफरीदी के खिलाफ पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रचने का मामला बनता है। आयोग ने आईएसआई के प्रमुख शुजा पाशा से इस मामले में पूछताछ की है। आयोग ने इसी हफ्ते डॉ. अफरीदी से बातचीत की थी।

अमेरिका पाकिस्तान से अफरीदी को रिहा कर अमेरिकी हिरासत में देने की अपील करता रहा है। अमेरिका का कहना है कि डॉ. अफरीदी ने दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी को पकड़ने में मदद की थी। लेकिन सीआईए के ऑपरेशन ओसामा से शर्मसार पाकिस्तान की एजेंसियां अफरीदी पर कानूनी कार्रवाई करने पर आमादा हैं।
कराची में शांति कायम करने के लिए मलिक को डॉक्टरेट
खबर है कि पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक को कराची विश्वविद्यालय की तरफ से 'कराची में शांति का माहौल बनाने के लिए' डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी जाएगी। कराची में हाल के कुछ महीनों में जबर्दस्त हिंसा हुई है, जिसमें वहां जानमाल का भारी नुकसान पहुंचा है।

सियासी साजिश: हरियाणा के रसूखदार नेता की कैद में है जोधपुर की नर्स भंवरी देवी? |

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जोधपुर. क्या भंवरी देवी जिंदा हैं? यह सवाल एक बार फिर से राजस्थान पुलिस के सामने आकर खड़ा हो गया है। राजस्थान के जोधपुर की नर्स भंवरी देवी को गायब हुए एक महीने से ज़्यादा का वक्त बीत चुका है। इस मामले की जांच कर रही राजस्थान पुलिस इस मामले में आज तक हाथ पांव मार रही है। लेकिन एक चिट्ठी ने राजस्थान पुलिस के होश उड़ा दिए हैं।

दरअसल, इस चिट्ठी में दावा किया गया है कि भंवरी देवी जिंदा हैं और हरियाणा के बड़े नेता ने उन्हें बंधक बना रखा है। यह चिट्ठी जोधपुर पुलिस के हाथ लगी है। सूत्रों के हवाले से मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक चिट्ठी लिखने वाले ने अपना नाम गुप्त रखा है, लेकिन उसने बताया है कि वह भंवरी देवी के अपहरण की साजिश रचने वाले लोगों के काफी करीब है। चिट्ठी लिखने वाले ने यह भी कहा है कि भंवरी देवी का अपहरण करने के पीछे बड़ी सियासी साजिश है।
चिट्ठी एक पोस्टकार्ड की शक्ल में जोधपुर पुलिस को मिली है। जोधपुर पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक चिट्ठी भेजने वाले ने दावा किया है कि भंवरी को अपहरण के बाद सीकर की जगह नागौर ले जाया गया। इस मामले की शुरुआत में पुलिस को शक था कि भंवरी देवी का अपहरण करके सीकर ले जाया गया है, जहां से कुछ वक्त के बाद उत्तर प्रदेश के किसी गिरोह को उसे सौंप दिया गया है। खबरों के मुताबिक चिट्टी भेजने वाले ने उन लोगों के नाम भी लिखे हैं, जिनके इशारे पर अपहरण हुआ है और जिन लोगों ने अपहरण करवाया है।
चिट्ठी भेजने वाले के मुताबिक भंवरी देवी को नागौर से हरियाणा ले जाया गया जहां वह अब भी बंधक है। चिट्ठी में भंवरी देवी के जिंदा होने का दावा किया गया है। चिट्ठी में उस नेता का नाम भी दर्ज है, जिसके यहां भंवरी देवी इस समय है।

हालांकि, जोधपुर पुलिस ने इस चिट्ठी पर आधिकारिक तौर पर कुछ भी कहने से इनकार किया है। जोधपुर पुलिस इस चिट्ठी को मामले की जांच कर रही सीबीआई को सौंपेंगी। भंवरी देवी अपहरण का मुकदमा शुक्रवार को सीबीआई दिल्ली में दर्ज हो सकता है। मुकदमा दर्ज होने के साथ ही ब्यूरो टीम जोधपुर आ जाएगी।


राज्य के मंत्री महिपाल मदेरना के साथ भंवरी देवी की कथित आपत्तिजनक सीडी की खबर तब सामने आई जब भंवरी देवी सितंबर की शुरुआत में लापता हो गईं। भंवरी देवी के पति ने मदेरना के खिलाफ अपहरण, बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद खबरें आईं कि भंवरी देवी को मारकर उत्तर प्रदेश के झांसी में जमीन में गाड़ दिया गया है। राजस्थान पुलिस की एक टीम झांसी भी गई, लेकिन भंवरी का कुछ भी पता नहीं चला।

भंवरी देवी का अपहरण 1 सितंबर को हुआ था और 5 सितंबर को बिलाड़ा थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज हो गया था। इसके दस दिन बाद ही राज्य सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की घोषणा कर दी थी। इस मामले से राजस्थान सरकार की जमकर फजीहत हो रही है।
हरियाणा में हलचल तेज
भंवरी देवी के जिंदा होने और हरियाणा के रसूखदार नेता के घर पर होने की सुर्खियों ने हरियाणा में खलबली मचा दी है। हरियाणा पुलिस मुख्यालय ने दिल्ली से सटे राज्य के सभी जिला के पुलिस अधीक्षकों को आदेश जारी कर दिए है कि वो अपने अपने एरिया में जांच अभियान चला कर भंवरी देवी को ढूंढने के लिए अभियान छेड़ दे।
हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व व्यवस्था बी एस संधू ने दैनिक भास्कर को जानकारी दी कि उन्हें ये जानकारी मिली है कि भंवरी देवी दिल्ली से सटे हरियाणा के किसी जिले में फार्म हाउस में है। हमने संबंधित जिलों के सभी पुलिस कप्तानों को निर्देश जारी कर दिए है। उन्होंने कहा कि भंवरी देवी हरियाणा के किसी रसूखदार नेता के घर पर है, ऐसी जानकारी पुलिस के पास नहीं पहुंची है अगर ऐसा कोई जानकारी आती है तो कार्रवाई की जाएगी। इस मामले पर पुलिस महकमे में तो खलबली मच ही गई है साथ हिसार उपचुनाव को लेकर भी राजनीतिक हलके में भी अंदरखाते हलचल मची हुई है

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