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14 अक्तूबर 2011

पत्रकारों की खरीद फरोख्त और फिर बिक्री .........

जी हाँ दोस्तों भाजपा जो भ्रष्टाचार के खिलाफ खुद को साबित करना चाहती है जो भ्रष्टाचार और लोकपाल मामले में अन्ना का समर्थन करती है वही भाजपा अपने मंत्री और सांसदों के सामने कथित भावी प्रधानमन्त्री की रथयात्रा के पक्ष में खबरें छापने के लियें पत्रकारों को रिश्वत देती हुई रंगे हाथों पकड़ी जा रही हैं ...............भाजपा और नेता सभी पत्रकारों के माजने जानते हैं और यही वजह हे के देश में राजनितिक तोर पर किये गये बढ़े बढ़े अपराध अख़बार ढक कर रखते हैं और नेता जनता का खून चूसते रहते हैं अफसरों का भी यही हाल है अख़बारों को टुकडा डालो और देश को लूट लो ...............लेकिन इस बार सतना में रूपये बाँट रही भाजपा के नेताओं के इस कारनामे को कुछ आदर्शवादी पत्रकारों ने गम्भीरता से लिया और हालात यह रहे के बात निकल कर बाहर आ गयी ..दोस्तों में भी कई वर्षों से पत्रकारिता से जुडा रहा हूँ पत्रकारिता की उंच नीच और खरीद फरोख्त से खूब वाकिफ हूँ ..कोई भी अधिकारी कोई भी नेता केसे पत्रकारों को प्रभावित करता है या पत्रकार ऐसे लोगों को केसे प्रभावित करने के लियें मजबूर कर देते है मेने नजदीक से देखा है में हर दम प्रेस कोंफ्रेंस में शराब पार्टियों और फिर गिफ्ट संस्क्रती के खिलाफ रहा हूँ बड़े नेता तो हर साल होली दीपावली पर विशिष्ठ पत्रकारों के घरों पर लाखों के गिफ्ट बांटते हैं ताकि उनके कच्चे चिट्ठे छुपे रहे...नेता चुनाव लड़ता है तो करोड़ों का बजट केवल अख़बार के लियें अलग निकाल कर रख देता है व्यवसाय करने वाला कोई भी व्यक्ति चालीस फीसदी बजट पत्रकारों के लियें इसीलियें अलग से निकालता है के बाद में शहर में वोह अगर जनता को लूटे तो उसके खिलाफ कोई खबर नहीं छपे कोचिंग हो अस्पताल हों चाहे जो भी हों अगर इन लोगों के यहाँ छापे भी पढ़ते हैं तो अख़बार इन संस्थानों का नाम नहीं देकर केवल एक संस्था लिखकर एक लाइन की खबर बना कर खुद को निष्पक्ष पत्रकार कहने का सोभाग्य प्राप्त करते हैं ..अभी हाल ही में यह गंदगी ब्लोगिंग की दुनिया में भी आने लगी है विज्ञापन और निजी प्रचार के लियें ब्लोगिग्न शुरू कर दी गयी है और लाभ के लियें प्रभावित हो रही है ...........प्रेस कोंसिल के नये अध्यक्ष मार्कड काटजू ने तो साफ़ तोर पर पत्रकारों में से कई पत्रकारों पर रूपये लेकर खबरे छपने नेताओं से पैकेज लेकर उनका चुनावी महिमा मंडन करने के सुबूत सहित रिपोर्ट पेश की है ..हाल ही में प्रेस कोंसिल और चुनाव आयोग की एक रिपोर्ट में साफ़ कहा गया है के पत्रकार काफी हद तक पेड न्यूज़ छाप कर चुनाव को प्रभावित करते हैं और इसीलियें उत्तर प्रदेश के उप चुनाव में पहले से ही पत्रकारिता और नेतागिरी की इस सांठ गाँठ पर अंकुश लगाने के बारे में रणनीति तय्यार की है यह सर्वविदित है के पत्रकार थोड़े से लालच में नेताओं की वोह छवि जनता के सामने पेश करते हैं जो वोह नहीं होते हैं और जो उनके काले कच्चे चिट्ठे होते हैं उन्हें थोड़े लालच के चक्कर में ढक देते हैं नतीजन जनता भ्रमित होती है और सही नेता का चयन नहीं हो पाता बाद में जनता पांच साल रोती है यही हाल देश में सरकारी दफ्तरों उनकी योजनाओं की क्रियान्विति को लेकर गोस्पिंग पत्रकारिता पर विज्ञापित पत्रकारिता के कारण हो रहा है एक टी वी चेनल तो नेता अगर बुखार में हो ..नये कपड़े सिलवाये ..ज़ुकाम हो जाए या फिर कहीं गलती से कोई अच्छा काम हो जाए तो उसे प्रमुखता से टेलीकास्ट करता है और में शर्मसार से यह सब देखता हूँ भला हो उन चुनिन्दा पत्रकारों का जिनकी वजह से खरीद फरोख्त के खिलाफ आवाज़ उठी है और जल्द इस गंदगी को साफ़ करने की दिशा में प्रेस कोंसिल कोई ना कोई तो कदम उठाएगी लेकिन इसके लियें पत्रकारिता से जुड़े लोगों के जमीर को भी राष्ट्रहित में जगाने की जरूरत है ............काश ऐसा हो जाए के पत्रकारिता देश की निष्पक्ष और तेज़ तर्रार निर्भीक तीसरी आँख हो जाए तो देश सुधार जाए .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आडवाणी की रथ यात्रा: नोट बांटने के मामले ने तूल पकड़ा



भोपाल.भ्रष्टाचार के खिलाफ जागृति लाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा निकाली जा रही जनचेतना यात्रा के मध्य प्रदेश में प्रवेश करने से पहले सतना मे मीडियाकर्मियों के बीच नोट बांटे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है।

कांग्रेस ने इसे राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार को दबाने की कोशिश करार दिया है,वहीं स्वयं आडवाणी ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष प्रभात झा को जांच के निर्देश दिए हैं।

मालूम हो कि आडवाणी की जनचेतना यात्रा के मध्य प्रदेश में आने से पहले सतना में भाजपा सांसद गणेश सिंह व लोक निर्माण मंत्री नागेंद्र सिंह की मौजूदगी में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। वार्ता खत्म होने के बाद वहां पहुंचे मीडियाकर्मियों को एक-एक लिफाफा दिया गया। इस लिफाफे में 500-500 रूपए का नोट रखा था। इस पर पत्रकारों ने सख्त आपत्ति भी दर्ज कराई।

मीडियाकर्मियों को नोट दिए जाने के मामले के तूल पकड़ने पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेताओं के इस कृत्य ने पार्टी की मानसिकता को उजागर कर दिया है। एक तरफ आडवाणी भ्रष्टाचार के खिलाफ यात्रा निकाल रहे हैं,वहीं मीडियाकर्मियों के बीच नोट बांटे जा रहे है।

उनका आरोप है कि प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों से लेकर अधिकारी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं। उनकी हकीकत उजागर न हो जाए इस मकसद से मीडिया को खरीदने की कोशिश की गई, मगर मीडिया ने इस प्रलोभन में न आकर भाजपा का असली चेहरा बेनकाव किया है।

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कांति लाल भूरिया ने कहा कि आडवाणी काले धन की बात करते हैं और उनकी यात्रा का सारा इंतजाम कालेधन से ही हो रहा है।

सतना में आडवाणी से पत्रकारों ने सवाल किया तो उनका कहना था कि यह स्थानीय मामला है, इस प्रकरण की प्रदेशाध्यक्ष जांच कर उन्हें प्रतिवेदन देंगे ताकि उसका पता चल सके कि किसने नोट बांटे।

वहीं सांसद गणेश सिंह का कहना है कि संवाददाता सम्मेलन उन्होंने आयोजित किया था, तथा उसके बाद वह चले गए थे। नोट किसने बांटे है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है,इसकी वह जांच कराएंगे।

जब कोई गरीब या भिखारी आपको खाना खाते देखे तो क्या और क्यों करें?



जीवन की तीन मूलभूत आवश्यकताएं हैं, रोटी, कपड़ा और मकान। इन्हें पूरी करने के लिए ही सभी दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन कुछ लोग इन तीनों जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते हैं। इसी वजह से काफी लोग जो कुछ भी नहीं कर पाते हैं वे भीख मांगना शुरू कर देते हैं। आज लगभग सभी सार्वजनिक स्थानों पर बड़ी संख्या में भिखारी मौजूद रहते हैं।

अक्सर ऐसा होता है कि आप किसी सार्वजनिक स्थान पर कुछ खा रहे होते हैं ठीक उसी समय कोई भिखारी आपके खाने को देखता रहता है। ऐसे में काफी लोग उसे अनदेखा करके खाना खाते रहते हैं लेकिन शास्त्रों के अनुसार ऐसी परिस्थिति में भिखारी को अनदेखा नहीं करना चाहिए। बल्कि हम जो भी खा रहे हो उसमें कुछ अंश निकालकर उसे दे देना चाहिए।

यदि कोई भिखारी लगातार आपके खाने की ओर नजर लगाए खड़ा रहता है तो इससे आपको उसकी बुरी नजर लग सकती है। जिससे खाना ठीक से पचता नहीं है और पेट संबंधी बीमारी होने की संभावना रहती है। इससे बचने के लिए जब भी किसी सार्वजनिक स्थान कुछ खाए तो ध्यान रखें कि कोई भिखारी वहां न हो, या आप पर उसकी सीधी नजर न पड़े। यदि कोई भिक्षुक आपके सामने आ भी जाए तो अपने खाने में से उसे कुछ अंश अवश्य दे देना चाहिए। शास्त्रों में भिक्षुक का भी काफी महत्व बताया गया है। इन्हें खाना दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। वहीं मानवता का भी धर्म बताया गया है किसी भुखे व्यक्ति को खाना खिलाना चाहिए।

दवा की कीमत 338 रु. लेकिन बाजारी दाम सुन रह जाएंगे दंग!

जयपुर.हृदय रोग के इलाज में काम आने वाली एथेनोलोल की जो जेनेरिक 14 टेबलेट महज 1.46 रुपए में उपलब्ध होती हैं, उसी साल्ट से बनीं ब्रांडेड दवा बाजार में बिक रही है 40-45 रुपए में। कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने वाले जिस पेक्लिटेक्सल इंजेक्शन की कीमत 338.66 रुपए है वह बाजार में ब्रांड के नाम पर 4300-4500 रुपए में धड़ल्ले से बिकता है।
यही नहीं बुखार, खांसी, जुकाम सहित अन्य आम बीमारियों के लिए जो सरकारी जेनेरिक दवाएं मामूली कीमत में मिलती हैं, वही ब्रांडेड के नाम पर कई गुना दरों पर बिक रही हैं।
कमीशन के भारी खेल के चलते आसमान छुती ब्रांडेड दवाओं की कीमत मरीजों की जिंदगी पर भारी पड़ रही है।
डॉक्टरों की मानें तो जेनेरिक दवाओं में भी करीब-करीब वहीं साल्ट इस्तेमाल होते हैं जो ब्रांडेड दवाओं में। कीमतों में यह फर्क दवा कंपनियों, एमआर, दवा विक्रेताओं और दवा लिखने वालों के बीच के कमीशन खेल के चलते है।
चिकित्सा मंत्री एमादुद्दीन एहमद खान का कहना है कि निशुल्क दवा योजना के तहत उपलब्ध करवाई जा रही जेनेरिक दवाओं से भारी दवा कीमतों से लूट रहे लोगों को आसान इलाज उपलब्ध हो सकेगा।
राजस्थान मेडिकल कारपोरेशन के एमडी सुमित शर्मा बताते हैं, यह सोचना कि सस्ती दवाई आम तौर पर कारगर नहीं हो सकती, यह तथ्य पूरी तरह निमरूल है। शर्मा कहते हैं कि योजना के तहत शुरुआती दौर में कुछ डॉक्टर हो सकता है जेनेरिक दवाएं लिखने में परहेज करें, लेकिन यह स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आ जाएगी।
दवाओं के दाम में जमीन-आसमान का फर्क
दवाई पैकिंग साइज जैनेरिक ब्रांडेड
दर्दनिवारक
डाइक्लोफेनिक सोडियम 10 टेबलेट 2.29 25-29
एंड पेरासिटामोल टेबलेट
डाइक्लोफेनिक सोडियम 10 टेबलेट 1.24 23-41
टेबलेट 50 एमजी
एंटिबायोटिक
एजीथ्रोमाइसिन 10 टेबलेट 58.80 308.33
सेफिक्साइम आईपी 100 एमजी 10 टेबलेट 12.81 120
सेफालेक्सिन कैप्सूल 10 कैप्सूल 18.97 162-160
जेंटामाइसिन इंजेक्शन 2 एमएलएएमपी 2.02 7.66-9
एंटीनियोप्लास्टिक
डोक्सोरूबिसिन इंजेक्शन 25 एमएल 212.47 1725
पेक्लिटेक्सल इंजेक्शन 16.7 एमल 338.66 4022-4500
कार्डियोवस्क्यूलर
एथेनोलोल आईपी 50 एमजी 14 टेबलेट 1.46 40-45
एटोरवेस्टेटिन आईपी 10 एमजी 10 टेबलेट 2.98 103.74
क्लोपिडोग्रेल आईपी 75 एमजी 10 टेबलेट 6.10 215.50
हार्मोस एंड इंटोक्राइन ड्रज्स
गलीमेप्राइड टेबलेट आईपी 2 10 टेबलेट 11.154 117.40
साइकोट्रोपिक ड्रग्सएल्प्लाजोलम आईपी 0.5 एमजी 10 टेबलेट 1.47 25-26
डाइजेपाम आईपी 5 एमजी 10 टेबलेट 1.30 30.22
ओलेन्जापाइम टेबलेट 10 टेबलेट 2.77 38.52
सेरट्रेलाइन टेबलेट 10 टेबलेट 3.47 50-56

बैले डांस करते हुए भूल जाती हूं कि मेरा एक पैर नहीं है


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अगर हिम्मत और किसी काम को करने का जज़्बा हो तो इंसान नामुमकिन को भी मुमकिन बना सकता है।



ऐसा ही किया एक बैली डांसिंग के क्षेत्र में चैंपियन रह चुकी एक महिला ने। इन्होंने एक सड़क हादसे में घायल होकर अपना एक पैर खो दिया है, लेकिन फिर भी अपनी हिम्मत के बलबूते ये दुबारा बैले डांसिंग करने लगी हैं।



42 वर्षीय ट्रेसी जोन्स सन् 2007 में एक मोटरसाइकिल हादसे में बुरी तरह घायल हो गई थी, जिसके बाद उनका बांया पैर काटना पड़ गया था। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और 10,000 पाउंड कीमत का नकली पैर लगवा कर वो फिर से डांसिंग फ्लोर पर आ गई हैं।



सेमिंगटन, विल्टशायर की रहने वाली यह तीन बच्चों की मां हफ्ते में छह घण्टे की बैले टीचिंग क्लास लेती हैं और कॉर्पोरेट इवेंट्स औऱ रेस्टोरेंट्स में भी डांस करती हैं।



उनके लंबे मिस्त्र के पहनावे के नीचे उनकी नकली टांग नज़र नहीं आती और बहुत से लोगों को यह मालूम भी नहीं चलता कि उनका एक पैर नकली है।



मिसेज जोन्स कहती हैं "नकली टांग के साथ स्टेज पर डांस करना काफी मुश्किल होता है, ख़ासकर उस वक़्त, जब आपको संतुलन बनाए रखते हुए घूमना होता है। अगर आप किसी दूसरे को दिखाना चाहते हैं कि इसे कैसे किया जाता है तो इसे सही तरीके से करना ज़रूरी होता है, जो कि एक पैर से मेरे लिए करना चुनौती होता है।

करवा चौथ आज: रात्रि 7.58 बजे होगा चंद्रदर्शन

जयपुर.करवा चौथ व्रत शनिवार को है। अखंड सौभाग्य की कामना के इस व्रत में सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु वृद्धि के लिए व्रत रखेंगी। कुंवारी कन्याएं अच्छे सुहाग की कामना के लिए व्रत व पूजन करेंगी। ज्योतिषविदों के मुताबिक चंद्रदर्शन रात्रि 7.58 बजे होगा।

चंद्रमा कृत्तिका नक्षत्र युक्त व वृष राशि में उदय होगा, जो चंद्रमा की उच्च राशि रहती है। इससे व्रत करने वाली महिलाओं को सौभाग्य वृद्धि का अच्छा फलदायी रहेगा। वर्षभर की प्रमुख करवा चौथ पर महिलाएं गणेश जी व चौथ माता की कथा सुनकर निर्जल व्रत शुरू करेंगी।

इस विशेष अवसर पर महिलाएं करवा, कार्तिक धान्य, कार्तिक फल रखकर कथाएं सुनेंगी व व्रत का संकल्प लेंगी। वहीं शाम को चंद्रदर्शन के बाद व्रत खोलेंगी और अपने से बड़ों को सुहाग की वस्तुएं कलपेंगी।

चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी तिथि में मनेगा करवा चौथ व्रत :

ज्योतिषविदों के मुताबिक उदियात में तृतीया तिथि रहेगी। पंडित बंशीधर जयपुर पंचांग निर्माता दामोदर शर्मा व ज्योतिषाचार्य चंद्रमोहन दाधीच के अनुसार शाम 3.05 बजे से चतुर्थी शुरू हो जाएगी। शास्त्रानुसार यदि चतुर्थी तिथि चंद्रोदय व्यापिनी होती है, उसी दिन इस व्रत को रखना श्रेष्ठ माना गया है। जयपुर में चंद्रोदय रात्रि 7.58 बजे होगा।

कलपेंगी सुहाग की सामग्री : महिलाएं अपने से बड़ी सुहागिन महिलाओं को भोजन करवाकर 13 करवा व 13 सुहाग की वस्तुएं कलपेंगी। इसी दिन नवविवाहित वधुओं के लिए पीहर पक्ष से करवा चौथ के निमित्त उपहार, मिठाई एवं नए वस्त्र भेजे जाएंगे।

राजस्थान से अध्यक्ष फिर भी भंवरी मामले खामोश क्यों है महिला आयोग'

जयपुर.भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष स्मृति ईरानी ने कहा कि भंवरी देवी प्रकरण में राष्ट्रीय महिला आयोग ने अब तक प्रसंज्ञान क्यों नहीं लिया। यह भी तब है, जबकि आयोग की अध्यक्ष राजस्थान से ही हैं।

ऐसे में राज्य की महिलाओं को आयोग से न्याय की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोर्ट की फटकार लगने के बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं रह जाता।

स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि जहां भी कांग्रेस का राज है, वहां राष्ट्रीय महिला आयोग का रवैया सत्ता के साथ ही रहेगा। ऐसे स्थानों पर महिला आयोग कार्रवाई नहीं करेगा और यह उन राज्यों की बहनों का दुर्भाग्य होगा।

उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था और सुरक्षा की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सुरक्षा एजेंसी और भंवरी प्रकरण की जांच करने आई सीबीआई को स्वयं सुरक्षा मांगनी पड़ रही है।

प्रधानमंत्री पद के दावेदार संबंधी सवाल पर स्मृति ईरानी ने कहा कि उनकी पार्टी में टेलेंट की कमी नहीं है। प्रधानमंत्री कौन होगा और किसे आगे रख कर चुनाव लड़ा जाएगा, यह अभी कहना संभव नहीं है। इसका निर्धारण पार्टी की संसदीय समिति और चुनाव समिति तय करेगी। आडवाणी की जनचेतना यात्रा को लेकर कुछ मीडिया हाउसों में जो चर्चा की जा रही है, उसका जवाब भी इन कमेटियों के फैसले के बाद उसी समय दिया जाएगा।

स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रदेश में हर बूथ पर पांच नई महिलाओं को जोड़ने का कार्यक्रम रखा गया है। इसके तहत प्रदेशाध्यक्ष सरोज कुमारी ने दो लाख नई महिला सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इससे पहले पार्टी की ओर से चलाए सदस्यता अभियान में बनाए 10 लाख में तीन लाख महिला सदस्य हैं

जयपुर में करवा चौथ का व्रत खोलेंगी 'उतरन' की तपस्या!

जयपुर.कलर्स चैनल पर प्रसारित होने वाले सीरियल ‘उतरन’ की अभिनेत्री रश्मि देसाई (तपस्या) और वीर (नंदिश संधु) करवा चौथ महोत्सव पर रंगारंग प्रस्तुति देंगे। वे सर्व समाज महिला उत्थान संस्था और विमन केयर क्लब की ओर से शनिवार शाम 5 बजे बनीपार्क स्थित पारीक कॉलेज के पास भारत स्काउट गाइड कैम्पस में उपस्थित होंगी।

क्लब की प्रदेशाध्यक्ष डॉ.अनिता मिश्रा ने बताया कि महोत्सव में करीब 2500 सुहागिनें एक साथ चन्द्रमा को अर्ध्य देकर व्रत खोलेंगी। अदाकारा रश्मि की भी यह पहली करवा चौथ है। इस दौरान मुंबई के गायक ‘दादी अम्मा मान जाओ न’ फेम निशांत शर्मा, ‘केसरिया बालम’ फेम राखी यदुवंशी भी मंच पर प्रस्तुति देंगी।

भंवरी मामला: आखिर सरकार की मंशा क्या है

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जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट ने भंवरी मामले में फिर सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए सरकारी वकील से पूछा- सरकार की मंशा क्या है? एफआईआर में नामजद से पूछताछ करने का इरादा है या नहीं? यदि है तो कब पूछताछ करेंगे? खंडपीठ ने कहा- एफआईआर में नामजद लोगों से पूछताछ करना या नहीं करना उनका विवेक है, लेकिन पूछताछ क्यों नहीं कर रहे हैं, यह तो बताना ही पड़ेगा। न्यायाधीश गोविंद माथुर व न्यायाधीश एनके जैन (द्वितीय) की खंडपीठ में गुरुवार को एएनएम भंवरी के पति अमरचंद द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण मामले की सुनवाई थी।

इस दौरान सरकारी वकील ने जब बताया कि मामला सीबीआई को सौंप दिया है तो न्यायाधीश माथुर ने कहा कि इससे स्टेट पुलिस की जिम्मेदारी खत्म हो सकती है, लेकिन सरकार की जिम्मेदारी तो उतनी ही रहेगी। सिर्फ जांच एजेंसी बदली है, मामला केंद्र सरकार को थोड़े ही ट्रांसफर किया है।


अगली सुनवाई 17 को

अदालत ने अमरचंद के वकील से कहा कि वे चाहें तो और नाम जुड़वा सकते हैं। वकील ने कहा- बिलाड़ा कोर्ट में दायर इस्तगासे की कॉपी पहले ही फाइल की हुई है। खंडपीठ ने सरकारी प्रोग्रेस रिपोर्ट को पेश किए जाने के साथ अगली सुनवाई सोमवार 17 अक्टूबर को करने के आदेश दिए।

सीबीआई ने शुरू की पूछताछ

सीबीआई ने गुरुवार को भंवरी के बोरुंदा स्थित घर पर उसके पति अमरचंद से पूछताछ की। इसके बाद मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों ठेकेदार सोहनलाल व बलदेव से अनुसंधान की इजाजत लेने के लिए बिलाड़ा एसीजेएम कोर्ट में अर्जी लगाई। पुलिस की एफआईआर में क्लोजर नहीं लगने के कारण सीबीआई को इसकी इजाजत नहीं मिली।


सीबीआई के एसपी राजेश राठी के नेतृत्व में टीम बुधवार को जोधपुर पहुंची थी और भंवरी मामला टेकओवर कर लिया था।

अमरचंद ने सीबीआई को कथित सीडी को लेकर भंवरी का अपहरण किए जाने की आशंका जताते हुए केबिनेट मंत्री के विरुद्ध पेश किए गए इस्तगासे की जानकारी दी। टीम ने यहां से भंवरी के फोटोग्राफ लिए और परिजनों से बातचीत कर बिलाड़ा चली गई।


बिलाड़ा पहुंचने के बाद सीबीआई टीम ने पुलिस अधिकारियों से मामले में चर्चा की तथा शहाबुद्दीन की उस बोलेरो को देखा, जिसमें भंवरी को अगवा किया गया था। सीबीआई ने बिलाड़ा एसीजेएम कोर्ट में आरोपियों से अनुसंधान की इजाजत मांगी, जिसे नामंजूर कर दिया गया। दरअसल, किसी भी अपराध की एफआईआर, जांच एजेंसी और कोर्ट एक ही होता है। बिलाड़ा थाने की एफआईआर में क्लोजर नहीं लगने से यह मामला अभी बिलाड़ा कोर्ट में स्टैंड करता है। क्लोजर लगने पर ही इस प्रकरण की फाइल और सीबीआई की एफआईआर सीबीआई कोर्ट में जाएगी। तभी आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट तथा रिमांड पर लेने की प्रक्रिया होगी।

उधर, दिल्ली से आई सीबीआई टीम ने गुरुवार तक सीबीआई के स्थानीय ऑफिस से दूरी बनाए रखी। सर्किट हाउस में ठहरे अफसरों ने कैंप ऑफिस, वाहन, सुरक्षा व आवास की मांग राज्य सरकार से ही की है। प्रशासन व पुलिस ने वाहन, सुरक्षा व आवास का इंतजाम कर दिया है, कैंप ऑफिस के लिए ग्रामीण पुलिस लाइन का परिसर भी दिखा दिया है।

पहले भी कोर्ट ने लगाई है फटकार

२२ सितंबर : जांच सीबीआई को क्यों सौंपी? क्या सरकार ने मान लिया है कि उसकी पुलिस नकारा व पक्षपाती है?
11 अक्टूबर : एक महिला के गायब होने की सरकार को चिंता नहीं है, ऐसी कमजोर सरकार इतिहास में कभी नहीं देखी। यदि काम नहीं कर सकते तो छोड़ें और चले जाएं।

न्यूयार्क के इस नेकदिल 'भिखारी' के बारे में सुन कर चौंक जाएंगे आप

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न्यूयार्क के मैनहेटेन इलाकें में सड़कों पर चमचमाती कारों के बीच लंगड़ाते हुए एक शख़्स पिछले कई सालों से लोगों से भीख मांगता है और बदले में उन्हें मुफ्त में न्यूज़पेपर भी देता है।

यह शख़्स हैं प्रोफेसर इरविन कोरे, जो कि कॉमेडियन, अभिनेता और राजनैतिक में सक्रिय एक्टिविस्ट भी रह चुके हैं। इरविन पिछले 17 सालों से हफ्ते के सातों औऱ साल के 365 दिन मैनहेटेन ईस्ट 35th सड़क पर एक ट्राली लेकर घूमते हैं और भीख मांगते हैं।

प्रोफेसर कोरे की टेलीविजन और थियेटर के क्षेत्र में लोकप्रियता काफी अधिक है और उनके पास पैसे की भी कोई कमी नहीं है। यहां तक कि उनके पास घर की भी कमी नहीं है। न्यूयार्क के एक संभ्रांत इलाके में उनका एक अपार्टमेंट भी है, जिसकी कीमत लगभग 3.5 मिलियन है।

अपनी पत्नि की मौत के बाद से वे सड़कों पर भीख मांगते हैं और बेघरों की तरह घूमते हैं। 97 वर्षीय यह कलाकार भीख मांगने से जमा सारे पैसे को बच्चों के लिए काम करने वाली क्यूबा की एक संस्था के लिए दान कर देते हैं। कई बार उन्हें दिन में 250 डॉलर की भीख भी मिलती है और वो उसे दान कर देते हैं।

यह क्या होने लगा है ....

यह क्या
होने लगा है
फिर से ,
मेरी जिंदगी में
मेरे दोस्तों ...
वोह मेरी
खामोश जिंदगी में
क्यूँ याद आने लगे हैं
फेर से
मेरे दोस्तों ............
मुझे बताओ
क्या फिर से
वही तबाही
बर्बादी का लम्हा
तूफ़ान बन कर
आने वाला है
मेरी जिंदगी में दोस्तों ॥
मुझे कोई तो बताओ
पहले की तरह
वोह फिर से
क्यूँ याद आने लगे हैं
मेरी जिंदगी में
मुझे दोस्तों ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

करवा चौथ पर अद्भुत संयोग, मिलेगा शुभ फल

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प्रतिवर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को महिलाओं द्वारा करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। इस बार करवा चौथ पर्व के साथ कुछ शुभ योग भी बन रहे हैं। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार करवा चौथ पर वृषभ का चंद्रोदय होगा, जो समृद्धि के साथ-साथ शुभता का कारक भी बनेगा।

इस बार 15 अक्टूबर, शनिवार को करवा चौथ का पर्व है। इस दिन पति की दीर्घायु के लिए महिलाएं दिनभर निराहार रहकर व्रत रखेंगी तथा रात्रि में चंद्र दर्शन कर पति के हाथ से जल पीकर व्रत को तोड़ेंगी। यह पर्व सभी विवाहित महिलाओं के लिए विशेष होत होता है लेकिन इस बार यह कुछ ज्यादा ही खास है क्योंकि इस करवा चौथ पर सिद्धि योग का विशेष संयोग बन रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार चतुर्थी पर वृषभ का चंद्रोदय हो रहा है, जिसका स्वामी शुक्र है और शुक्र सौंदर्य एवं आभूषण का अधिपति ग्रह माना गया है, जो कि महिलाओं के जीवन में समृद्धि की वर्षा करेगा एवं शुभता लाएगा। सिद्धि योग सूर्योदय से शुरु होकर अपराह्न 3 बजे तक रहेगा। इस योग में व्रत आरंभ करने से विशेष फल की प्राप्ति होगी।

बाप के सामने लूट रही थी बेटी की इज्जत,तमाशबीन बने रहे लोग

पटना।आप मेरी पीड़ा को समझे..यह महज एक न्यूज नहीं है। कुछ लोग 60 साल के बूढ़े आदमी को मारते हैं, लड़कियों पर फब्तियां कसते हैं, शराब की दुकान के बाहर अड्डेबाजी करते हैं लेकिन कोई कुछ नहीं कर रहा। यह दर्द है एक बाप का। असहाय पिता के सामने बेटी के साथ छेडख़ानी हुई।
रोकने पर लफंगों ने उन्हें पीटा और हंगामा करते हुए पैदल ही फरार हो गए। गुरुवार की शाम करीब साढ़े चार बजे इनकम टैक्स चौराहे के पास यह घटना उस वक्त घटी जब मगध महिला में तृतीय वर्ष की छात्रा कुसुम (बदला हुआ नाम) अपने पिता का इंतजार कर रही थी। चौराहे से सटे शराब दुकान के बाहर बैठे कुछ लफंगों ने छात्रा के साथ छेडख़ानी शुरू कर दी।
छात्रा अपना बचाव कर ही रही थी कि जक्कनपुर निवासी उसके पिता वहां पहुंच गए। पिता ने लफंगों को रोकने का प्रयास किया तो शराब के नशे में चूर हुड़दंगियों ने बेटी के सामने पिता को भी पीट डाला। जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंचे सिटी एसपी सेंट्रल शिवदीप लांडे ने बताया कि इस मामले में कुछ लोग हिरासत में लिए गए हैं। पहचान होने पर प्राथमिकी दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
लोग बने रहे तमाशबीन
घटना से आहत बाप-बेटी एक-दूसरे से नजरें नहीं मिला पा रहे थे। लेकिन भीड़ हर बार की तरह महज तमाशबीन बनी रही। उनके सामने दोनों घटनाएं हुई लेकिन किसी ने बढ़कर लफंगों को रोकने का प्रयास नहीं किया। पीड़ित छात्रा के पिता ने कहा कि शराब दुकानों से 200 प्रतिशत अपराधी तत्वों को बढ़ावा मिल रहा है।
तीन की संख्या में थे लफंगे

इन खतरनाक बीमारियों की अदरक से सस्ती दवा नहीं हो सकती....



भारत के हर घर में आयुर्वेद बसता है,अगर नहीं तो क्यों हमने सर्दी और जुकाम में अपनी दादी और नानी द्वारा अदरक एवं तुलसी के पत्ते का रस मिलाकर पिलाते देखा है ? हमने अंग्रेजों द्वारा पिलाई गयी चाय को भी भारतीय रूप देकर अदरक और नीबूं की चाय के रूप में लोगों को चुस्कियां लेते देखा होगा। यह हमारी विशेषता है, कि हम हर बुराई को अपनाकर उसे एक अच्छा रूप देने में सक्षम हैं। आइये ऐसे ही एक गुणों से भरपूर सरलता से हर घर में उपलब्ध अदरक के गुणों को जानते हैं।

-अदरक का सूखा चूर्ण शुंठी के रूप में सूखी खांसी से लेकर गठिया वात तक की दवा है, बस करें इसका प्रयोग सिर्फ एक चम्मच रोज गुनगुने पानी के साथ।

- सूखा अदरक सिर्फ चबाने मात्र से आपको भूख लगने लगजाएगी।

-हाल में युनिवर्सिटी आफ मिशिगन मेडिकल स्कूल में सुजाना रीक क़ी टीम द्वारा किये गए एक रिसर्च से यह सिद्ध हुआ है, कि अदरक की जड़ का चूर्ण बड़ीआंत (कोलोन ) के कैंसर के खतरे को दूर करता है। यह बात जर्नल कैंसर प्रीवेंसन में प्रकाशित हुई है, और यह माना गया है कि कोलोन के कैंसर को रोकने क़ी इससे सस्ती और सुलभ दवा नहीं हो सकती।

- यदि आपको यात्रा करते समय मोसन सिकनेस की समस्या हो तो अदरक आपके लिए एक सरल उपाय है, बस अदरख का एक टुकड़ा चबाएं ,आपको मुहं सूखने एवं उल्टी आने जैसे लक्षणों से निजात मिल जाएगी।

- अदरक के चूर्ण की 1 ग्राम मात्रा प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली मोर्निंग सिकनेस के लिए भी अत्यंत कारगर दवा है।

- इसके अलावा कैंसर के मरीजों को दी जानेवाली कीमोथेरपी के दौरान उत्पन्न होने वाले मिचली (उल्टी आने क़ी इच्छा ) को भी दूर करने में मददगार होती है ढ्ढ

-यदि आप ओसटीओआर्थराईटीस (ह्र्र) से हैं ,परेशान तो यूनिवर्सिटी मेरीलैंड मेडिकल स्कूल के 261 रोगियों पर किये गए शोध के अनुसार अदरक का एक्सट्रेक्ट सुबह शाम लेने मात्र से दर्द एवं सूजन में राहत मिलती है।

- अदरक पर किये गए कुछ और शोध इसके हृदय एवं उच्च रक्तचाप के रोगीयों में कोलेस्टेरोल को कम करने के साथ साथ रक्त के थक्के बनने के संभावना को कम कर देते हैं।

-चीनी लोग भी लगभग 2000 वर्षों से अदरक को पाचन तंत्र की गड़बडिय़ों को दूर करने में प्रयोग करते आ रहे हैं, और हम भारतीय तो हजारों सालों से आयुर्वेद के माध्यम से इसके फायदे को पारंपरिक रूप में लेते आ रहे हैं। इन सब शोधों के पीछे आयुर्वेद का कमाल है,जो सदियों पूर्व हमारे ऋषि-मुनियों की परम्परा से हमें प्राप्त हुआ है।

ये है अच्छी याददाश्त का सही अर्थ....



अच्छी स्मरण शक्ति का यह अर्थ नहीं है कि बातों को याद रखा जाए। बढ़िया याददाश्त के मायने यह भी हैं कि जो भुलाने लायक है उसे भुला दिया जाए। ताकत याद रखने में ही नहीं लगती, उससे ज्यादा ताकत तो व्यक्तियों और स्थितियों को भुलाने में लगती है।

स्मरण शक्ति का उपयोग लाभकारी होना चाहिए। हर उस बात को याद रखें, जो खुशी दे, चित्त को हल्का बनाए, तबीयत प्रसन्न रखे। जिससे खिन्नता, भारीपन, निराशा, उदासी आती हो उसे भुलाने में ही भला है।



स्मरण शक्ति को भी रीचार्ज करना पड़ता है। इसकी मेमोरी को हमेशा फुल न रखें, खाली करते रहें। रिफ्रेश की कला को याददाश्त से जरूर जोड़ें। जो ज्यादा याद रखते हैं, वे डिप्रेशन में भी जल्दी चले जाते हैं। याददाश्त की साफ-सफाई ठीक से नहीं करेंगे तो एक बीमारी और हो जाती है।

बातें हैं वो समय पर दिमाग में नहीं आतीं और ऊटपटांग, इधर-उधर के विचार मस्तिष्क में न चाहने पर भी आते हैं। स्मरण शक्ति के सदुपयोग के लिए कुछ ऐसा किया जाए कि विचार के स्तर पर उनसे जुड़ें जिनसे सीधा संबंध न हो, जैसे प्रकृति और परमात्मा, मनुष्यों और उनके द्वारा निर्मित स्थितियों के अलावा भी संसार में बहुत कुछ है, जैसे- वृक्ष, नदी, पर्वत आदि, इनके अस्तित्व से जुड़ें।

इनसे जुड़ते ही विचार नवीन बनेंगे, जो हमें जीवन की गहरी जड़ों तक ले जाएंगे और स्मृति को ताजगी प्रदान करेंगे, तब आसान होगा याद रखने वाली बात याद रखना, भूल जाने वाली भूल जाना।

लगेगी हजार रुपये की चपत: टीवी देखना है तो सेटटॉप बॉक्स खरीदना ही होगा


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नई दिल्लीः अगले साल मार्च तक देश के नौ करोड़ घरों में टीवी देखने के लिए सेट टॉप बॉक्स लगाना ही होगा। इसे दो बड़ी कंपनियां बेचती हैं और इन्हें लगाने वालों को लगभग हजार रुपए का चूना लग जाएगा। साथ ही केबल का मासिक बिल भी बढ़ जाएगा।

सरकार ने देश में डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देने की खातिर वर्तमान केबल टीवी की व्यवस्था को समाप्त करने का फैसला किया है। इसके लिए केबल टीवी नेटवर्क्स (रेगुलेशन) ऐक्ट में एक अध्यादेश के जरिये बदलाव को हरी झंडी दिखा दी गई है। गुरुवार को कैबिनेट कमिटी की आर्थिक समिति की बैठक में यह फैसला हुआ है।

देश के चार बड़े महानगरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नै में यह पहले लागू होगा। पहले चरण में दस से बारह लाख सेट टॉप बॉक्स लगाए जाएंगे। इन पर 3,000 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।

डिजिटल टेक्नलॉजी के आने से टीवी की क्वालिटी में भारी सुधार होगा और बेहतर पिक्चर दिखेगा। इससे ग्राहकों को ज्यादा चैनल दिख सकेंगे। लेकिन इन सबकी कीमत होगी। पहले तो ग्राहकों को सेटटॉप बॉक्स खरीदना होगा और फिर जहां से वे सेवा लेंगे वहां पहले से ज्यादा पैसे देने होंगे। केबल सेट टॉप बॉक्स देने वाली दो कंपनियों की इस समय बल्ले बल्ले हो रही है। एक है हाथवे और दूसरी है डेन नेटवर्क्स। कल इन दोनों के शेयरों में 10 से 12 प्रतिशत तक का उछाल आया था।
जयपुर, इंदौर, भोपाल, चंडीगढ़, अहमदाबाद, लखनऊ, पटना, रांची जैसे शहरों में यह 2014 तक अनिवार्य होगा। वहां के लोग तब तक राहत की सांस ले सकते हैं।

देश भर में फैले केबल टीवी इंडस्ट्री के डिजिटलीकरण के लिए केंद्र सरकार कानून ला रही है। इसके लिए एक अध्यादेश लाने के प्रस्ताव को सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने राष्ट्रपति के समक्ष भेजने का फैसला किया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना व प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा कि अध्यादेश के प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए राष्ट्रपति के पास भेज दिया है। सरकार की योजना केबल ऑपरेटरों की मौजूदा तकनीक के डिजिटलीकरण की प्रक्रिया को 2014 तक पूरा कर लेने की है ताकि देश के शहरी क्षेत्रों में केबल टीवी का डिजिटल प्रसारण संभव हो सके। प्रस्तावित कानून के बाद 31 मार्च 2012 तक केबल ऑपरेटरों को मौजूदा एनॉलॉग प्रणाली पर प्रसारण को छोड़कर डिजिटल प्रसारण की प्रक्रिया को अपनाना शुरू करना होगा।

अंबिका सोनी ने कहा कि दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों 31 मार्च 2013 तक डिजिटल प्रसारण अनिवार्य होगा और देश के सभी शहरी क्षेत्रों को 30 सितंबर 2014 तक इसमें शामिल कर लिया जाएगा। 31 दिसंबर 2014 तक समस्त देश में केबल इंडस्ट्री का डिजिटलीकरण अनिवार्य होगा। सोनी के अनुसार, सरकार नया अध्यादेश केबल टीवी कानून की धारा 4ए में संशोधन के जरिए ला रही है ताकि देश में केबल और सैटेलाइट टीवी इंडस्ट्री का विकास हो सके और इसे प्रोत्साहन मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि इससे केबल ऑपरेटरों को भी भारी फायदा होगा और उनकी लागत में भी काफी कमी आएगी।

टीम अन्ना से बाहर होंगे प्रशांत? अन्ना हजारे ने कहा- बाद में लेंगे फैसला


नई दिल्ली. कश्‍मीर में जनमत संग्रह की बात करके प्रशांत भूषण हर ओर से घिर गए हैं। अन्‍ना हजारे ने जहां प्रशांत की बात से पूरी तरह किनारा कर लिया, वहीं शिवसेना ने तो भूषण की पिटाई करने वालों को शाबाशी तक दे डाली। उधर, प्रशांत भूषण पर बुधवार को हमला करने वाले तीनों युवकों को आज अदालत ने जमानत दे दी है।

कश्मीर पर वरिष्ठ वकील और टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण की विवादास्पद टिप्पणी पर अन्ना ने कहा है कि टीम की तरफ से बयान देने के लिए प्रशांत भूषण को इजाजत लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'लेकिन निजी राय जाहिर करने के लिए किसी को भी इजाजत की क्या जरूरत है? जब हजारे से पूछा गया कि भूषण को टीम अन्ना से हटाया जा सकता है? तो इसके जवाब में हजारे बोले, 'प्रशांत ने जो कुछ कहा, वह सही नहीं है। लेकिन हम भविष्य में इस बात का फैसला करेंगे कि उन्हें टीम में रखना है या नहीं।'

इस बयान के कुछ देर बाद ही टीम अन्ना के वरिष्ठ सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अन्ना के बयान को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है। केजरीवाल के मुताबिक प्रशांत भूषण को टीम से हटाने का कोई सवाल ही नहीं है। वहीं, टीम अन्ना के साथ जुड़ चुकीं मेधा पाटकर ने भी इस मुद्दे पर कहा है कि प्रशांत भूषण को लेकर टीम में कोई समस्या नहीं है। पाटकर के मुताबिक अगर किसी मुद्दे पर समस्या है तो वह बातचीत के जरिए सुलझाई जा सकती है। वहीं, मीडिया को संबोधित करने के बाद अन्ना ने अपने ब्लॉग पर की गई टिप्पणी में कहा कि मीडिया में कुछ लोग उनकी बात को गलत ढंग से सामने ला रहे हैं। अन्ना ने अपने ब्लॉग पर इस पूरे मामले पर औपचारिक तौर पर टिप्पणी की है।


प्रशांत भूषण ने कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए जनमत संग्रह कराने की बात कही थी। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में उनके चैंबर में तीन युवकों ने उनकी पिटाई कर दी थी। ये युवक भगत सिंह क्रांति सेना से संबंध रखते हैं। इनका कहना है कि उन्‍होंने 'देश को तोड़ने की बात' कहने के लिए भूषण को मारा।

भूषण के बयान की काफी आलोचना हुई। शुक्रवार को अन्‍ना हजारे ने भी इस पर सफाई दी। अन्ना ने कहा, 'मेरी निजी राय यह है कि कश्मीर भारत का अभिन्‍न अंग है। वह आगे भी भारत का ही अंग बनकर रहेगा। कश्मीर के लिए हम सिर कटा सकते हैं, लेकिन सिर झुका नहीं सकते नहीं।' उन्‍होंने यह भी कहा कि टीम अन्ना जन लोकपाल बिल और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए ही बात करती है। इसके अलावा किसी अन्‍य विषय पर टीम के सदस्‍य क्‍या राय रखते हैं, इससे टीम का कोई लेना-देना नहीं है। अन्ना ने कहा, 'हमारी टीम जन लोकपाल, भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए राइट टू रिजेक्ट और राइट टू रिकॉल के अधिकार पर भी संघर्ष करेगी।

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