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16 अक्तूबर 2011

महिला कर्मियों ने कैबिनेट मंत्री से मांगा हक, मिलीं लाठियां..

संगरूर. आंगनवाड़ी मुलाजिम यूनियन (सीटू), आशा वर्कर्स यूनियन और मिड डे मील वर्कर्स यूनियन की ओर से गठित सांझा तालमेल कमेटी की सैकड़ों सदस्यों को रविवार को कैबिनेट मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा के निवास का घेराव करने की कोशिश करते पुलिस के गुस्से का शिकार होना पड़ा।

लुधियाना, बरनाला, संगरूर व मानसा जिलों से जुटी महिला कर्मियों पर पुलिस ने ढींडसा के निवास के समीप लगाए गए सड़क अवरोधक को जबरन उखाड़ने पर लाठियों का प्रयोग किया। इससे पहले पुलिस और यूनियन सदस्यों में काफी धक्का-मुक्की हुई। बल प्रयोग के बाद यूनियन सदस्यों ने कोठी के पास मुख्य सड़क पर धरना दे दिया।

सड़कों पर उतरना मजबूरी

आंगनवाड़ी मुलाजिम यूनियन (सीटू) की राज्य अध्यक्ष ऊषा रानी, आशा वर्क र्स यूनियन की महासचिव सरोज रानी, मिड डे मील वर्कर्स यूनियन की महासचिव हरपाल कौर का कहना है कि राज्य सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है। इस कारण उन्हें सड़कों पर आने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों की ओर ध्यान न दिया गया तो मंत्रियों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा।

यह हैं मांगें

आंनगवाड़ी मुलाजिमों के लिए हरियाणा पेट्रन पर 5 हजार प्रति वर्कर व 2500 रुपए प्रति हेल्पर, आशा वर्कर व मिड डे मील वर्कर को पक्का करना, पेंशन स्कीम के तहत लाना, मेडिकल भत्ता, डीए पेट्रन लागू करना, श्रम कानून लागू करना आदि।

कार्तिक मास में करें व्रत और तप

हिंदू धर्म में व्रत और तप का विशेष महत्व बताया गया है। व्रत और तप करने से सभी पापों का क्षय तो होता ही है साथ ही ईश्वर की अनुकंपा भी प्राप्त होती है। पुराण आदि धर्म शास्त्रों में व्रत व तप की दृष्टि से कार्तिक मास(इस बार 13 अक्टूबर, गुरुवार से 10 नवंबर, गुरुवार तक) का विशेष महत्व बताया गया है। धर्म शास्त्रों के अनुसार ही जो मनुष्य कार्तिक मास में व्रत व तप करता है वह मोक्ष को प्राप्त होता है।

मासानां कार्तिक: श्रेष्ठो देवानां मधुसूदन।

तीर्थं नारायणाख्यं हि त्रितयं दुर्लभं कलौ।।

(स्कंद पुराण, वै. खं. कां. मा. 1/14)

स्कंद पुराण में उल्लेखित इस श्लोक के अनुसार भगवान विष्णु एवं विष्णुतीर्थ के समान ही कार्तिक मास भी श्रेष्ठ और दुर्लभ है। एक अन्य श्लोक के अनुसार-

न कार्तिकसमो मासो न कृतेन समं युगम्।

न वेदसदृशं शास्त्रं न तीर्थं गंगा समम्।।

अर्थात कार्तिक के समान दूसरा कोई मास नहीं, सत्ययुग के समान कोई युग नही, वेद के समान कोई शास्त्र नहीं और गंगाजी के समान कोई तीर्थ नहीं है।

पूर्व मुख्यमंत्री जेल जा रहे हैं, ये यात्रा निकाल

जयपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर है। एक तरफ इनके पूर्व मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के मामले में जेल जा रहे हैं तो दूसरी तरफ ये लोग रथयात्रा निकाल रहे हैं। गहलोत रविवार को यहां पीसीसी में महिला कांग्रेस की बैठक में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि आज पार्टी में पूरी निष्ठा और आत्मबल से काम करते हुए नए लोगों को पार्टी में लेकर आना चाहिए। पार्टी में निष्ठा से काम करने वाले कार्यकर्ताओं को संगठन में अवसर मिलता है और वे आगे बढ़ते हैं। महिला कार्यकर्ताओं को सोनिया गांधी से प्रेरणा लेनी चाहिए।

महिला कांग्रेस करेगी जननी शिशु सुरक्षा योजना की मॉनिटरिंग :चंद्रभान

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान ने कहा कि महिला कांग्रेस जननी शिशु सुरक्षा योजना से की मॉनिटरिंग का कार्यक्रम हाथ में ले। इस योजना को एक अभियान के रूप में हाथ में लेकर महिलाओं के बीच जाकर इसका व्यापक प्रचार प्रसार करें।

लड़कियों ने आज हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए हैं, इसी तरह उनको राजनीति में भी आगे आना चाहिए। जिस तरह पंचायतीराज और स्थानीय निकायों में महिला आरक्षण के अच्छे परिणाम आए हैं उसी तरह महिला आरक्षण बिल लागू होने पर महिलाओं को और अधिक अवसर मिलेंगे।

महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष विजय लक्ष्मी विश्नोई ने कहा कि महिला कांग्रेस गांव गांव जाकर सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार करेगी। कार्यक्रम में महिला कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी के साथ बड़ी तादाद में पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थीं।

इस गधे की करामात सुन दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे आप!


बांदा।वह शातिर चोरों को एक पल में खोज निकालने में माहिर है और खोई वस्तु को पलभर में ढ़ूंढ़ निकालता है। इतना ही नहीं, वह हर छुपाई गई बात का राज खोल देता है और आपके व्यक्तित्व व पेशे के बारे में भी बता सकता है। वह न तो कोई जासूस है और न ही सीबीआई इंस्पेक्टर। खास बात यह कि वह इंसान भी नहीं, बल्कि सर्वाधिक बेवकूफ और मंदबुद्धि माना जाने वाला गधा है। नाम लेकिन इंसानों जैसा है- पन्ना लाल।

चौंक गए न ! इस करतबी गधे के कारनामे जो भी देखता है, उसका दीवाना हो जाता है। यहां के गंगोह में चलने वाले भगवती मेले में काला जादू, तलवार की नोंक पर लटकती नन्ही परी, दंगल व झूला जहां लोगों को खूब आकर्षित कर रहा है, वहीं हर किसी की निगाह पन्ना लाल को तलाशती नजर आती है। सैकड़ों लोगों के बीच से पन्ना लाल बिना टिकट सर्कस का आनंद लेने वालों को खोज निकालता है।

पन्ना लाल बता देता है कि किसी व्यक्ति का पेशा क्या है, पत्नी से लड़कर आए पति, पति से बेहद प्यार करने वाली पत्नी, भाग्यशाली लड़की, पैसे वाली ससुराल किसकी होगी। कौन नहाकर नहीं आया है और किसी व्यक्ति की उम्र कितनी है, यह भी बताता है। साथ ही छुपाए गए सामान तक को आंखों पर पट्टी बंधे होने के बावजूद खोज निकालता है।

चौंकाने वाली बात यह है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा पूछे गए सवालों के सही जवाब देने में पन्ना लाल कोई चूक नहीं करता। अब तक किसी को उसने कोई गलत जवाब नहीं दिया है। इससे खुश होकर दर्शक उसे कई बार पुरस्कृत भी करते हैं।

पन्ना लाल के प्रशिक्षक और विशाल सर्कस के मालिक बनवारी लाल गोसांई का कहना है कि पशुओं को प्रशिक्षित करना उनका पुश्तैनी पेशा है। सभी जंतुओं मे बुद्धि होती है, गधा भी इससे अछूता नहीं है। आवश्यकता तो कठिन परिश्रम कर उसे साधने की है।

उनका कहना है कि गधे को प्रशिक्षित करने में दो वर्ष लगते हैं। मूलत: आगरा निवासी बनवारी लाल के अनुसार पन्ना लाल के करिश्मे सब जगह समान रूप से लोकप्रिय हैं और अब तक दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश व मुम्बई में पन्ना लाल अपनी प्रतिभा की धाक जमा चुका है।

कुत्ते की इस हरकत से पूरे गांव की नींद हो गई हराम!

वाराणसी. उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी में चोलापुर क्षेत्र का कटारी गांव एक पालतू कुत्तों की जूते चप्पल चुराने की आदत से खासा परेशान है।

गांव मे चप्पल चोर कुत्तों की दहशत इस कदर व्याप्त है कि यहां के वाशिंदे घर के बाहर अथवा खेत खलिहान में जूते चप्पल नहीं उतारते और यही नहीं यहां धाíमक स्थलों में जूते चप्पल की देखभाल के लिये विशेष रूप से चौकीदार की नियुक्ति होने लगी है।

शेरू नामक इस कुत्तों की चप्पल चोरी के किस्से इलाके में इस कदर मशहूर है कि अब इसकी गूंज ग्राम पंचायत तक पंहुच गयी है। इस बारे में उसके स्वामी सभाजीत प्रजापति बताते हैं कि दो वर्ष पूर्व शेरू को वह छोटे पिल्ले के रूप में घर लाये थे।

शुरू में भूरे रंग का यह कुत्ता घर में पड़ी पादुकायें मुंह में दबाकर कोने में छिपा देता था, लेकिन बड़ा होने के साथ-साथ उसकी इस आदत में भी निखार आता गया और अब आलम यह है कि वह गांव भर के जूते चप्पल चुरा कर यहां ले आता है। इस आदत की वजह से उसे कई बार पिटाई का दंड भी भोगना पड़ा।

गांव वालों का क्या कहना

गांव के लोगों का कहना है कि मेला लगने या किसी के घर शादी विवाह के मौके पर शेरू की व्यस्तता बढ़ जाती है। चुराये गये जूते चप्पल को वह कोई नुकसान नहीं पहुंचाता बल्कि उसे एक सुरक्षित स्थान पर रख देता है।

मूंछों की बदौलत ये जनाब पहुंच गए थे राखी सावंत के करीब

कोटा. रविवार को शहर में हुए राज्य कर्मचारियों के सम्मेलन में बीकानेर से आए गिरधर व्यास आकर्षण का केंद्र रहे। वन विभाग में कार्यरत व्यास की मूंछें 7 फीट लंबी है और इन्हें बांध कर रखना पड़ता है।

26 साल की मेहनत के बाद उनकी मूंछें इस स्थिति में पहुंची है। व्यास ने बताया कि वे उनकी मूंछों पर साबून व शैंपू नहीं लगाते हैं। हर 15 दिन में काली मिर्च, मलाई व नीबू मूंछों पर 2 घंटे तक मलते हैं।

मूंछों की बदौलत ही उन्हें राखी सावंत के साथ बाल प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाने का मौका मिला। उन्होंने टीवी सीरियल महाराणा प्रताप में भूमिका भी निभाई।

फोटो-सलीम शैरी

भंवरी देवी मामले में बर्खास्त हुए मदेरणा,मीडिया के सामने दिया इस्तीफ़ा!

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जयपुर.एएनएम भंवरीदेवी अपहरण मामले में हाईकोर्ट की ओर से सख्त रवैया अपनाए जाने के बाद जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा को मंत्रिमंडल से हटा दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आग्रह पर राज्यपाल शिवराज वी. पाटिल ने रविवार को मदेरणा को हटाए जाने के फैसले पर मुहर लगा दी।

इस बारे में राज्य सरकार को रविवार शाम को ही सूचित भी कर दिया गया। इसके बाद मदेरणा ने अपने निवास पर मीडिया के सामने इस्तीफा देने की घोषणा की। मदेरणा का कार्यभार अब उद्योग मंत्री राजेन्द्र पारीक को सौंपा गया है।

इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मदेरणा से इस्तीफा देने को कहा था। मदेरणा के इनकार करने के बाद गहलोत ने उन्हें हटाने का फैसला किया। डेढ़ माह पहले भंवरी के गायब होने के मामले में मदेरणा का नाम पहले दिन से ही आ रहा था। बाद में कोर्ट के आदेश पर उनके खिलाफ पुलिस में भी मामला दर्ज किया गया।

विवादों के बाद हटने वाले दूसरे मंत्री

विवादों में आने के बाद मंत्रिमंडल से हटने वाले महिपाल मदेरणा दूसरे मंत्री हैं। इससे पहले राष्ट्रपति पर अपमानजनक टिप्पणी के कारण वक्फ राज्यमंत्री अमीन खां को भी इस्तीफा देना पड़ा था।

धारीवाल से छिन सकता है गृह विभाग

अब गोपालगढ़ फायरिंग मामले में गृहमंत्री शांति धारीवाल से गृह विभाग छीने जाने के लिए भी दबाव बन गया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी के गुपचुप दौरे के बाद से ही धारीवाल को गृह विभाग से हटाए जाने का दबाव बन रहा है। अब माना जा रहा है कि धारीवाल से गृह विभाग लिया जाना तय है।

मंत्रिमंडल फेरबदल का दबाव बढ़ा

मदेरणा की बर्खास्तगी के बाद अब राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल के लिए मुख्यमंत्री पर दबाव बढ़ गया है। मंत्रिमंडल में अभी 4 मंत्रियों की जगह खाली है। इस समय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत 13 कैबिनेट और 13 राज्यमंत्री रह गए हैं।

इससे पहले राजनीतिक नियुक्तियां भी की जा सकती हैं। मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें काफी समय से चल रही थीं, लेकिन अब माना जा रहा है कि गहलोत जल्दी ही फेरबदल कर सकते हैं।

राजनीतिक मायने और असर क्या?

गहलोत की सख्त छवि बनाने की कवायद

अभी तक गहलोत को जातिगत समीकरणों के दबाव में सख्त फैसले नहीं लेने वाले मुख्यमंत्री के तौर पर देखा जाता था लेकिन मदेरणा को हटाने के बाद समर्थक उनको कड़े फैसले लेने की क्षमता वाले नेता के तौर पर पेश करेंगे

सरकार को राहत

भंवरी देवी प्रकरण में सरकार पर दबाव कम होगा,अब अकेले मदेरणा पर ही दबाव रहेगा। इस मामले में हाईकोर्ट हर दूसरे दिन सुनवाई कर रहा है। कोर्ट ने गहलोत सरकार को अब तक की सबसे कमजोर सरकार तक कह दिया है।

मारवाड़ का मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व कम

मंत्रिमंडल में मारवाड़ क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कम हो गया है। पहले हटाए गए अमीन खान भी इसी क्षेत्र से आते हैं। अब मारवाड़ क्षेत्र से मंत्रिमंडल में राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी और पर्यटन मंत्री बीना काक ही रह गए हैं।

जातीय ध्रुवीकरण

इस फैसले के बाद जातीय ध्रुवीकरण के आसार बढ़ गए हैं और मदेरणा को इससे खुद की जाति में सहानुभूति मिल सकती है। मदेरणा इस प्रकरण को अपनी जाति में खुद के साथ हुए अन्याय के तौर पर पेश करने की कोशिश करेंगे।

ये मंत्री भी रहे हैं विवादों में

>गृहमंत्री शांति धारीवाल को गोपालगढ़ फायरिंग मामले में कांग्रेस की जांच कमेटी ने दोषी मानकर हटाने की सफारिश की है।

>शिक्षा मंत्री भंवरलाल शिक्षकों के तबादलों को लेकर विवादित बयान देते रहे हैं।

>खाद्य राज्यमंत्री बाबूलाल नागर आटा पिसाई मामले में भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा में रहे हैं। एसीबी जांच कर चुकी है। शिकायतकर्ता से मारपीट का भी मामला।

>कृषि राज्यमंत्री भरोसीलाल जाटव पर अपने बेटे को बीज की एजेंसी दिलाने और हिंडौन में अवैध खनन कराने का आरोप है। उनके खिलाफ पुलिस में भी मामला दर्ज है।

>वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री रामलाल जाट भीलवाड़ा डेयरी अध्यक्ष की पत्नी की संदिग्ध मौत के बाद बिना पोस्टमार्टम के शव को ले जाने को लेकर विवादों में आ गए थे।

क्या है भंवरी मामला

भंवरी इसी साल 1 सितंबर को बिलाड़ा से लापता हुई। 5 सितंबर को पति अमरचंद ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। जांच सीबीआई को सौंपी। अमरचंद ने मदेरणा पर कथित सीडी को लेकर भंवरी का अपहरण कराने तथा हत्या किए जाने की आशंका जताई। लूणी विधायक मलखानसिंह पर भी आरोप। कोर्ट की सख्त टिप्पणियों के बाद मुख्यमंत्री ने मदेरणा को हटाने का कदम उठाया।

न्यायोचित रहता, जांच के आधार पर निर्णय होता

"मुझ पर लगाए गए आरोप आधारहीन हैं। न्यायोचित यह रहता कि जांच के आधार पर पार्टी और आप निर्णय करते। फिर भी मैं नैतिकता के आधार पर सरकार व पार्टी के हित में त्यागपत्र दे रहा हूं।"

(मुख्यमंत्री को मदरेणा द्वारा भेजे गए इस्तीफे के अंश)

बीबी को लेने गया था ससुराल,बाइक गंवाई फिर जान बचाकर भागा

अजमेर.गेगल थाना क्षेत्र के गोडियावास गांव में ससुराल में पत्नी को लेने गए युवक को ससुर और उसके परिजनों ने मारपीट कर जख्मी कर दिया। ससुराल वालों ने युवक की बाइक भी छीन ली। मारपीट में लहूलुहान हुए युवक ने भागकर जान बचाई। शनिवार को गेगल थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पीड़ित की चोटों का मेडिकल मुआयना कराया।

पुलिस के अनुसार नरवर निवासी फूला पुत्र दूदा रावत ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि दस साल पहले उसका विवाह नाता प्रथा से गोडियावास निवासी भैरूसिंह की पुत्री के साथ हुआ था। तीन महीने पहले पत्नी ससुराल चली गई थी। उसे लाने के लिए उसने कई प्रयास किए, लेकिन ससुर और अन्य परिजनों ने पत्नी को नहीं भेजा।

11 अक्टूबर को वह बाइक लेकर पत्नी को लाने के लिए ससुराल गया था। जहां ससुराल वालों ने उसे घेर कर लाठी-पत्थरों से हमला कर जख्मी कर दिया। उसकी बाइक भी छीन कर रख ली। जान बचाकर वह भागा और जेएलएन अस्पताल में भर्ती हो गया।

भंवरी देवी प्रकरण: हटाए गए महिपाल मदेरणा

जयपुर.भंवरी देवी प्रकरण में हाईकोर्ट की लगातार तीखी टिप्पणियों और राजनीतिक मुद्दा बनने की वजह से जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा को मंत्रीपद से हटा दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ‍होंने राज्‍यपाल को मदेरणा को सरकार से हटाए जाने की सिफारिश भेज दी है।

इससे पहले मदेरणा शनिवार सुबह इस मामले में मुख्यमंत्री से भी मिले। समझा जाता है कि दोनों के बीच भंवरी प्रकरण पर बातचीत हुई। देर शाम सीएम द्वारा मदेरणा को मंत्री पद से हटाने की पुष्टि कर दी गई।

सूत्रों के अनुसार प्रदेश संगठन में भी मदेरणा प्रकरण को लेकर राय अच्छी नहीं बताई जा रही है। इन हालात के चलते सरकार और संगठन की ओर से परोक्ष रूप से मदेरणा को इस्तीफे की सलाह भी दी गई थी। हालांकि मदेरणा लगातार खुद को निर्दोष बताते रहे हैं।

महिला के घर में घुस कर रहा था छेड़छाड़,जमकर पड़े लात-घूसे

औरंगाबाद । बिहार के औरंगाबाद जिले के जमहोर थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात एक सहायक पुलिस निरीक्षक (एसआई) को एक महिला के घर में घुसकर छेड़छाड़ करने पर ग्रामीणों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद लोगों ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया।


पुलिस के अनुसार एक मामले की जांच के दौरान सहायक पुलिस निरीक्षक मंडल सादे लिबास में मोर डेहरी गांव में पहुंचा और गांव की ही एक महिला के साथ उसी के घर में घुस कर छेड़खानी करने लगा। शोरगुल सुनकर ग्रामीण इकट्ठे हो गए और उसकी जमकर पिटायी कर दी। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया।


औरंगाबाद के पुलिस अधीक्षक ए़ सिद्धार्थ जैन ने शनिवार को बताया कि इस मामले की एक प्राथमिकी सम्बंधित थाने में दर्ज करा दी गई है और घायल पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है। घायल अवस्था में उसे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। आरोपी एसआई जम्होर थाना में कार्यरत हैं।

इस मासूम के पेट में है सुई, वो भी एक नहीं पूरे दस

भागलपुर। जमालपुर(मुंगेर) के रामनगर मोहल्ले में रहने वाले संजय तांती के दो साल का इकलौता बेटा रामू के सीने और पेट में मोटी-मोटी सुई है। वह भी एक-दो नहीं पूरे दस, जिसे देख डॉक्टर भी हैरत में हैं। यह सुई उसके पेट में कैसे पहुंची किसी को समझ में नहीं आ रहा। संजय रिक्शा चलाकर परिवार का पालन-पोषण करता है।

कैसे हुआ खुलासा : रामू एक सप्ताह से बुखार और खांसी से परेशान था। मां-बाप उसे चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. चंदन के पास ले गये। डॉक्टर ने उसे प्रारंभिक दवा देकर घर भेज दिया।

कुछ दिनों बाद रामू की हालत नहीं सुधरी तो दोबारा डॉक्टर के पास आया। इस बार डॉक्टर ने उसे एक्स-रे कराने की सलाह दी। एक्स-रे की रिपरेट को देखते ही डॉक्टर के होश उड़ गये। उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि किसी बच्चे के पेट और सीने में मोटी-मोटी सुई कैसे पहुंच गयी। इसके बाद उन्होंने अपने पैसे से पांच अलग-अलग जगहों पर एक्स-रे कराया। सभी की रिपरेट एक जैसी है।
दूसरे डॉक्टर से ली सलाह

नई दिल्ली से मुंगेर आये चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. राजीव को इस घटना के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि मेडिकल साइंस में संभवत: पहली बार इस तरह के केसेज देखने को मिला है। बच्चे की छाती व पेट में सुई का पहुंचना और ऐसी स्थिति में उसका जिंदा रहना हैरान करने वाली बात है। डॉ. राजीव ने बच्चे के इलाज में होने वाले सभी खर्चे स्वयं वहन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि मेडिकल बोर्ड इसकी जांच करेगा और तब फैसला होगा कि बच्चे का ऑपरेशन कब होगा।

बंद हो जाएगी गूगल की ये सर्विस!



दुनिया की दिग्गज सर्च इंजन कंपनी गूगल ने अपनी विवादास्पद सोशल नेटवर्किंग सेवा गूगल बज के साथ ही कुछ अन्य सेवाओं को भी आने वाले दिनों में बंद कर देने का ऐलान किया है। कंपनी ने जिन अन्य सेवाओं को बंद करने की बात कही है उसमें कोड सर्च इंजन, जैकू सेवा, आईगूगल तथा गूगल सर्च के लिए यूनीवर्सिटी रिसर्च प्रोग्राम जैसी सेवाओं का नाम है।

अपने इस नए फैसले को लेकर कंपनी ने कहा है ''बदलती दुनिया में हमें भविष्य पर ध्यान देना है और भूत के प्रति ईमानदारी बरतनी है। हमने बज जैसे उत्पादों से बहुत कुछ सीखा है और उस सीख का हम हर दिन हमारे गूगल+ जैसे उत्पादों के प्रति अपने दृष्टिकोण में इस्तेमाल कर रहे हैं। हमारे उपभोक्ता हमसे बहुत बेहतरीन उत्पादों की उम्मीदें रखते हैं। आज की घोषणा हमें उपभोक्ताओं के लिए कुछ अद्भुत पेश करने की ओर केंद्रित करती है।''

आपको बता दें जीमेल सेवा से जुड़ी सोशल नेटवर्किंग व मैसेजिंग सेवा गूगल बज की उपभोक्ता की निजता को लेकर चिंतओं के चलते काफी आलोचना हुई थी। जिसके चलते गूगल को अपनी इस सेवा को वापस लेना पड़ रहा है।

30 हजार में बिक रहा छत्तीसगढ़ के नागलोक का करैत


रायपुर। देश में सबसे ज्यादा सांपों की मौजूदगी को लेकर ख्यात जशपुर जिले के नागलोक से सांपों की तस्करी तेज हो गई है। हाल ही में पकड़े गए एक तस्कर ने नए खुलासे किए हैं। सांप की खाल और जहर को ये तस्कर नेपाल और बांग्लादेश के रास्ते अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पहुंचा रहे हैं। नागलोक में सांप की 40 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।

सात सौ वर्ग किमी में फैले नागलोक में स्थानीय लोगों के अलावा मुंबई, सिक्किम, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश के तस्कर भी सांपों की हत्या में जुटे हैं। मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी राम प्रकाश स्वीकारते हैं कि इलाके के सांपों की बड़े पैमाने पर तस्करी हो रही है। पिछले दिनों एक व्यक्ति को पकड़ा भी गया। वह बोरे में भरकर सांप ले जा रहा था। उससे तस्करी से जुड़ी कई जानकारियां मिली हैं। करैत 25 से 30 हजार में बिकता है। जबकि कोबरा के लिए 15 हजार रु. दिए जाते हैं। सांप की खाल का इस्तेमाल बेल्ट, ब्रेसलेट, पर्स आदि के निर्माण में होता है। जबकि उसका जहर भी दवाओं के लिए इस्तेमाल होता है। वन विभाग के अपर मुख्य सचिव नारायण सिंह का कहना है कि वे इस पूरे मामले की जांच करा रहे हैं।
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