आपका-अख्तर खान

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16 नवंबर 2011

कम्प्यूटर विकास युग में खुदा की दी हुई एक नियामत है

जहां तक हम कम्प्यूटर और उसके उपकरण और शब्दावली के बारे में बात करें तो में बता दूँ के इसका सामान्य अर्थ टू कम्प्युट अर्थात संगणक यानी गन्ना करने वाला होता है जिसे सामान्य अल्फाजों में हम कह सकते है के कम्प्यूटर एक दाता प्रोसेसिंग उपकरण होता है जो पढ़ और लिख सकता है गिनती गणना कर सकता है . तुलना कर सकता है दाता की हरी मात्र की गति सटीकता विश्वसनीयता के साथ संग्रहण कर सकता है ............यह दिए हुए निर्देशों पर काम करता है एक बार इसमें जो फीड कर प्रोग्रामिंग कर दी जाती है यह उन सभी निर्देशों की पालना करता है ..इसकी कार्यप्रणाली स्वचालित होती है ..यह एक डिजिटल उपकरण है ..यह इलेक्ट्रोनिक अव्य्व्यों का प्रयोग होता है जेसे ट्रांजिस्टर ..रजिस्टर..डायोड और सर्किट .वर्तमान में कम्प्यूटर की पांचवीं पीडी चल रही है छटी पीडी के कम्प्यूटर शीघ्र ही हमारे सामने आने वाले हैं .............यह नये कम्प्यूटर हमारी संवेदनाओं को भी महसूस कर सकेंगे चीन में अविश्क्र्ट अबाक्स को संसार का पहला कम्प्यूटर कहा जाता है जिसमे पञ्च तारों वाले फ्रेम पांच पांच मनके फिरे होते थे ..इन्हें इधर उधर खिसका कर गणित के सवाल हल किये जाते थे .इस अबकास को गिनतारा भी कहा जाता था .कम्यूटर एंलों और डिजिटल होते हैं एंलों कम्प्यूटर में वोल्टेज मेकेनिकला गति भोतिक मात्रा के आयामों का संख्यांक किया जाता है .डिज़िटल कम्प्यूटर में प्राण बैनेरी नोटेशन होता है यह बहुमुखी और आधुनिक होते है .........सुचना प्रोद्योगिकी अधिनियम की धारा २ झ के तहत कम्प्यूटर कोई इलेक्ट्रोनिक मेग्नेटिक ओप्टिकल अथवा अन्य किसी युक्ति की प्रगति ओटी है जो संयुक्त प्रबन्धन के निर्देशों का कुशलता से पालन करता है कहा गया है ...खुदा ने इश्वर ने हमे एक ऐसी नियामत दी है तो फिर हम इसका दुरूपयोग छोड़ आकर सदुपयोग में क्यूँ ना लग जाएँ ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह है गीता का ज्ञान

( भगवान की विभूति और योगशक्ति का कथन तथा उनके जानने का फल)
श्रीभगवानुवाच
भूय एव महाबाहो श्रृणु मे परमं वचः ।
यत्तेऽहं प्रीयमाणाय वक्ष्यामि हितकाम्यया ॥
भावार्थ : श्री भगवान्‌ बोले- हे महाबाहो! फिर भी मेरे परम रहस्य और प्रभावयुक्त वचन को सुन, जिसे मैं तुझे अतिशय प्रेम रखने वाले के लिए हित की इच्छा से कहूँगा॥1॥
न मे विदुः सुरगणाः प्रभवं न महर्षयः ।
अहमादिर्हि देवानां महर्षीणां च सर्वशः ॥
भावार्थ : मेरी उत्पत्ति को अर्थात्‌ लीला से प्रकट होने को न देवता लोग जानते हैं और न महर्षिजन ही जानते हैं, क्योंकि मैं सब प्रकार से देवताओं का और महर्षियों का भी आदिकारण हूँ॥2॥
यो मामजमनादिं च वेत्ति लोकमहेश्वरम्‌ ।
असम्मूढः स मर्त्येषु सर्वपापैः प्रमुच्यते ॥
भावार्थ : जो मुझको अजन्मा अर्थात्‌ वास्तव में जन्मरहित, अनादि (अनादि उसको कहते हैं जो आदि रहित हो एवं सबका कारण हो) और लोकों का महान्‌ ईश्वर तत्त्व से जानता है, वह मनुष्यों में ज्ञानवान्‌ पुरुष संपूर्ण पापों से मुक्त हो जाता है॥3॥
बुद्धिर्ज्ञानमसम्मोहः क्षमा सत्यं दमः शमः ।
सुखं दुःखं भवोऽभावो भयं चाभयमेव च ॥
अहिंसा समता तुष्टिस्तपो दानं यशोऽयशः ।
भवन्ति भावा भूतानां मत्त एव पृथग्विधाः ॥
भावार्थ : निश्चय करने की शक्ति, यथार्थ ज्ञान, असम्मूढ़ता, क्षमा, सत्य, इंद्रियों का वश में करना, मन का निग्रह तथा सुख-दुःख, उत्पत्ति-प्रलय और भय-अभय तथा अहिंसा, समता, संतोष तप (स्वधर्म के आचरण से इंद्रियादि को तपाकर शुद्ध करने का नाम तप है), दान, कीर्ति और अपकीर्ति- ऐसे ये प्राणियों के नाना प्रकार के भाव मुझसे ही होते हैं॥4-5॥
महर्षयः सप्त पूर्वे चत्वारो मनवस्तथा ।
मद्भावा मानसा जाता येषां लोक इमाः प्रजाः ॥
भावार्थ : सात महर्षिजन, चार उनसे भी पूर्व में होने वाले सनकादि तथा स्वायम्भुव आदि चौदह मनु- ये मुझमें भाव वाले सब-के-सब मेरे संकल्प से उत्पन्न हुए हैं, जिनकी संसार में यह संपूर्ण प्रजा है॥6॥
एतां विभूतिं योगं च मम यो वेत्ति तत्त्वतः ।
सोऽविकम्पेन योगेन युज्यते नात्र संशयः ॥
भावार्थ : जो पुरुष मेरी इस परमैश्वर्यरूप विभूति को और योगशक्ति को तत्त्व से जानता है (जो कुछ दृश्यमात्र संसार है वह सब भगवान की माया है और एक वासुदेव भगवान ही सर्वत्र परिपूर्ण है, यह जानना ही तत्व से जानना है), वह निश्चल भक्तियोग से युक्त हो जाता है- इसमें कुछ भी संशय नहीं है॥7॥
( फल और प्रभाव सहित भक्तियोग का कथन )
अहं सर्वस्य प्रभवो मत्तः सर्वं प्रवर्तते ।
इति मत्वा भजन्ते मां बुधा भावसमन्विताः ॥
भावार्थ : मैं वासुदेव ही संपूर्ण जगत्‌ की उत्पत्ति का कारण हूँ और मुझसे ही सब जगत्‌ चेष्टा करता है, इस प्रकार समझकर श्रद्धा और भक्ति से युक्त बुद्धिमान्‌ भक्तजन मुझ परमेश्वर को ही निरंतर भजते हैं॥8॥
मच्चित्ता मद्गतप्राणा बोधयन्तः परस्परम्‌ ।
कथयन्तश्च मां नित्यं तुष्यन्ति च रमन्ति च ॥
भावार्थ : निरंतर मुझमें मन लगाने वाले और मुझमें ही प्राणों को अर्पण करने वाले (मुझ वासुदेव के लिए ही जिन्होंने अपना जीवन अर्पण कर दिया है उनका नाम मद्गतप्राणाः है।) भक्तजन मेरी भक्ति की चर्चा के द्वारा आपस में मेरे प्रभाव को जानते हुए तथा गुण और प्रभाव सहित मेरा कथन करते हुए ही निरंतर संतुष्ट होते हैं और मुझ वासुदेव में ही निरंतर रमण करते हैं॥9॥
तेषां सततयुक्तानां भजतां प्रीतिपूर्वकम्‌ ।
ददामि बद्धियोगं तं येन मामुपयान्ति ते ॥
भावार्थ : उन निरंतर मेरे ध्यान आदि में लगे हुए और प्रेमपूर्वक भजने वाले भक्तों को मैं वह तत्त्वज्ञानरूप योग देता हूँ, जिससे वे मुझको ही प्राप्त होते हैं॥10॥
तेषामेवानुकम्पार्थमहमज्ञानजं तमः।
नाशयाम्यात्मभावस्थो ज्ञानदीपेन भास्वता ॥
भावार्थ : हे अर्जुन! उनके ऊपर अनुग्रह करने के लिए उनके अंतःकरण में स्थित हुआ मैं स्वयं ही उनके अज्ञानजनित अंधकार को प्रकाशमय तत्त्वज्ञानरूप दीपक के द्वारा नष्ट कर देता हूँ॥11॥

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मौत का डर भगाना है तो सबसे पहले यह काम करें...

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जीवन में सीखने के लिए जितनी स्थितियां हैं, उनमें से एक महत्वपूर्ण है मृत्यु। फकीरों ने कहा है धार्मिकता शुरुआत है जीवन को सही रूप में देखने की। और अंत होते-होते धार्मिकता जब अध्यात्म में बदलती है, तब मृत्यु को सही ढंग से देखना आ जाता है।

मृत्यु भी गुरु की भूमिका में होती है। बड़ी से बड़ी सीख मृत्यु से ली जाती है। कई लोग कहते हैं फटाफट शरीर खत्म हो जाए तो ठीक है, पर थोड़ा-थोड़ा शारीरिक कष्ट और फिर मौत, यह बड़ा कष्टकारी है। लोग मौत भी सुविधाजनक चाहते हैं।



दरअसल, जब तक जिंदगी में बढ़िया चल रहा होता है, तब तक मृत्यु की याद भी नहीं आती और जहां शरीर के, हालात के कष्ट शुरू हुए तब मनुष्य थोड़ा-बहुत मौत को टटोलता है। मृत्यु को मजबूरी या भय से याद न किया जाए, इसे सतत स्मरण रखा जाए।

जितना मृत्यु से परिचय गहरा होगा, जिंदगी उतने ही अच्छे से समझ में आएगी। यदि जीना चाहते हैं तो मृत्यु को न भूलें। परमात्मा ने मनुष्य को बुद्धिमान बनाकर सर्वश्रेष्ठ वरदान दिया है। इसलिए थोड़ी बुद्धि मृत्यु के स्वाद, समझ और स्वागत में भी खर्च की जाए।

उसे जब आना होगा, कोई रोक नहीं पाएगा, लेकिन तैयारी पूर्व से ही होगी तो जीवन जरूर मस्ती का स्पर्श ले लेगा। मृत्यु की समझ के लिए सतत जागृति हमें प्रेमपूर्ण बनाएगी, हरेक के प्रति हमारी दृष्टि बदल देगी। ऊर्जा मौत से बचने में न लगाकर समझने में लगाई जाए तो जीवन जीना भी उपलब्धि हो जाएगा।

जेल परिसर में हुआ 'अनूठा विवाह', आप भी कहेंगे क्या बात..क्या बात!


कांकेर/रायपुर। जिला जेल परिसर में एक कैदी की शादी का आयोजन किया गया। कांकेर जेल में किसी कैदी की शादी का आयोजन पहली बार हुआ है। सरगुजा निवासी 26 वर्षीय सुरेश बैगा का विवाह ग्राम पत्र्थी की 19 वर्षीय दीपिका तेता के साथ पूरे रीति-रिवाज के साथ संपन्न हुआ। विवाह आयोजन सुबह 10.30 से 12 बजे तक चला जिसमें एसडीओपी मुकेश ठाकुर, तहसीलदार कैलाशनाथ मिश्रा, जेलर जेएल नेताम, अधिवक्ता धनराज जैन शामिल हुए और शादी की शुभकामनाएं वर-वधु को दी।

विदित हो की सुरेश बैगा इस वर्ष अप्रेल माह से धारा 376, 506 बी के आरोप में जेल में बंद है। बुधवार को सुरेश ने जिस युवती से शादी की उसी युवती ने सुरेश और एक अन्य युवक पर बलात्कार का आरोप लगाया था जिसके बाद युवक पर मामला दर्ज किया गया था। युवक जंगलवार कालेज में आरक्षक पद पर पदस्थ था। मामला न्यायालय में चल रहा था और जिला न्यायालयमें 14 नवंबर 2011 की पेशी के दौरान सुरेश एवं दीपिका के परिजनों ने दोनों का विवाह किए जाने हेतु न्यायालय के समक्ष सहमति जताई थी। उसी आधार पर न्यायाधीश मनीष नायडू ने दोनों का विवाह संपन्न कराए जाने के आदेश जिला जेल अधीक्षक जेएल नेताम को दिए थे।

जेलर जेएल नेताम ने कहा कि जेल परिसर में किसी कैदी की शादी का पहली बार आयोजन हुआ है। दुल्हा सुरेश बैगा ने कहा कि परिस्थितियों के कारण यहां पर शादी हुई है। पूरे जेल परिवार ने शादी को सफल बनाने में अपना पूरा योगदान दिया है। शादी पूरे रीति-रिवाज के साथ हुई है। शादी के मंडप में बैठी दीपिका ने कहा कि शादी से वह बहुत खुश है। शादी के बाद अब अपने पति के जेल से जल्द छुटकर आने का इंतजार रहेगा।

अमिताभ की सासू मां ने पहले ही कहा था कि ऐश को बेटी होगी...

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भोपाल। ‘मैं सुबह पूजा कर रही थी.. अचानक फोन की घंटी बजी, जया का फोन था.. मैंने फोन रिसीव किया, जो मैंने सुना उसे सुनकर खुशी के मारे मैं सबकुछ भूल गई। मुझे यह भी ध्यान नहीं रहा कि मैं पूजा कर रही हूं। जया ने कहा : मां, बधाई हो लक्ष्मी आई है। ऐश ने बेटी को जन्म दिया है, आप ग्रैंड मदर बन गईं।’ यह खुशी के भाव थे अंसल अपार्टमेंट निवासी इंदिरा भादुड़ी के।

ऐश्वर्या राय के मां बनते ही बच्चन और भादुड़ी परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में इंदिरा भादुड़ी ने कहा, ‘ पिछले दिनों मैं ऐश की गोद भराई के लिए मुंबई गई थी। तब मैंने उससे कहा था कि लक्ष्मी ही आएगी। मुझे भी लड़की पसंद थी, ईश्वर ने सुन ली, नन्ही परी घर में आ गई। मेरी भी तीन बिटिया हैं जया, नीता और रीता। मैं भी जल्द वहां जाकर अपने पोती का मुंह देखूंगी। मैं बहुत उत्साहित हूं।

हमारे परिवार में नामकरण संस्कार की रस्म लगभग सात महीने में होती है, लेकिन बच्चन परिवार का मैं कुछ कह नहीं सकती। तरुण जी (पति) होते तो बेहद खुश होते.. मैंने अभी पोती की शक्ल नहीं देखी है। हमारे यहां कहा जाता है कि लड़की की शक्ल पिता से मिलती है तो लड़की सुखी होती है और लड़के की शक्ल मां से मिलती है तो बेटा सुखी रहता है।’

नन्ही परी भी करेगी नाम रोशन..

पिछले साल मेरे जन्मदिन (15 फरवरी) पर अभिषेक और ऐश्वर्या दोनों आए थे। हमने काफी वक्त साथ बिताया था। इन दोनों ने मेरा जन्मदिन धूमधाम से मनाया था। साथ में परिवार के अन्य सदस्य भी थे। ऐश रूपवान होने के साथ गुणवान भी है। दोनों मुझे बेहद चाहते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि घर में आई नन्ही परी भी परिवार का नाम रोशन करेगी।

मैं जल्दी ही मुंबई जाऊंगी। ऐश्वर्या और उसकी बच्चीसे मिलने के लिए मैं बहुत उत्सुक हूं। दामाद और बेटी से मिलने के लिए भी मैं बहुत बेताब हूं। सबसे अहम बात तो यह है कि पापा बनने के बाद अभिषेक कितना खुश होगा, यह सोचकर बहुत खुशी हो रही है।

वो तो भरने आए थे पानी मगर नल से निकल आया सांप!




भोपाल।बुधवार को सुबह साढ़े 8 बजे वे नल से दो बाल्टी पानी भर चुके थे, लेकिन उन्होंने जैसे ही तीसरी बार पानी भरने के लिए बाल्टी नल के नीचे लगाई तो वे डर गए। वजह थी, नल से पानी के साथ निकला सांप।

घबराहट में उनके मुंह से चीख निकली तो परिवार के अन्य सदस्य दौड़-दौड़े वहां पहुंचे। यह वाकया हुआ, शक्ति नगर के सेक्टर-3 स्थित मकान नंबर 398 में। यहां रहने वाले शैलेश वैद्य के घर के बाहरी हिस्से में लगे नल के पानी में सांप निकल आया। पड़ोसी अमर आमड़ेकर ने बताया कि इस क्षेत्र में बुधवार को पानी सप्लाई का दिन रहता है।

सांप निकलने की खबर मिलते ही क्षेत्रीय पार्षद टीआर मिश्रा मौके पर पहुंचे। पार्षद ने कहा कि उन्होंने नगर निगम के अफसरों और संबंधित इंजीनियर को अवगत करवा दिया है। इस घटना को नगर निगम की लापरवाही या खामी मानने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि आसपास कहीं से आकर सांप टंकी में चला गया होगा।

पेट्रोल में मिली राहत, अब चीनी कर सकती है आफत

भोपाल। पेट्रोल की कीमतों में कटौती के बाद राहत का अनुभव कर रही केंद्र सरकार के लिए चीनी के रूप में नया सिरदर्द तैयार है। बढ़ी लागत का हवाला देते हुए इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन (आईएसएमए) ने केंद्र सरकार से चीनी की कीमतों में सीधे 5 रुपए किलो की बढ़ोतरी की मांग की है।

आईएसएमए के अनुसार उत्तर प्रदेश में गन्ने के समर्थन मूल्य में प्रति क्विंटल 45 रुपए की बढ़ोतरी के बाद उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों की प्रति क्विंटल लागत 2900 रुपए से सीधे बढ़कर 3400 रुपए पहुंच गई है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों के लिए चीनी बनाना खासा मुश्किल हो जाएगा।

मिलों के अनुसार चीनी की कीमतों पर पूरा सरकार का नियंत्रण है। वह हर माह मासिक कोटा जारी कर मिलों को यह बताती है कि उन्हें इस माह में कितनी चीनी बेचनी हैं। सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं महाराष्ट्र में भी चीनी के दामों में बढ़ोतरी की मांग हो रही है।

मध्यप्रदेश चीनी व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष रमेशचंद्र खंडेलवाल ने बताया कि पिछले साल महाराष्ट्र में चीनी मिलों को प्रति क्विंटल 64 रुपए का भारी नुकसान उठाना पड़ा था। ऐसे में मिल वाले इस बार पेराई सीजन की शुरूआत में ही सरकार से आश्वासन चाहते हैं कि चीनी बनाने में उन्हें कोई घाटा नहीं होगा।

खास बातें

> उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों और किसानों के बीच गन्ना खरीद को लेकर अक्सर विवाद की स्थिति बनती है। कई मिलों ने अभी पिछले साल हुई गन्ना खरीद का पेमेंट अभी तक नहीं किया है।
> महाराष्ट्र की चीनी मिलें को-आपरेटिव सेक्टर की हैं, जहां गन्ना उत्पादक खुद शेयरहोल्डर और मुनाफे के साझीदार होते हैं, इसलिए नहीं होते वहां विवाद।
> उत्तर प्रदेश में गन्ने से चीनी की रिकवरी महज 8.5 फीसदी ही है, जबकि महाराष्ट्र में यह रिकवरी 10 फीसदी तक है।

यह भी हो रही मांग

> सरकार लेवी की चीनी बाजार से खरीदे। अभी सरकार चीनी की 19 रुपए किलो के हिसाब से मिलों से खरीदती हैं। मिलों के अनुसार लेवी में सस्ती चीनी देने से देश के मिल वालों को सालाना 2500 करोड़ रुपए का नुकसान होता है।
>देशभर की मिलें इस पेराई सीजन में चीनी निर्यात की सीमा को 40 लाख टन करने की मांग कर रही हैं। इस समय पूरी दुनिया में भारत की गन्ने की फसल सबसे अच्छी है। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अच्छी मांग चल रही है। ऐसे में मिल वालों को निर्यात की अनुमति मिले।

बेशक सरकार पर महंगाई रोकने का दबाव है, लेकिन चीनी उद्योग चलता रहे, यह भी उसकी जि मेदारी है। यूपी में गन्ने की कीमतें सीधे 24 फीसदी बढ़ गई हैं। ऐसे में मिलें घाटा उठाकर चीनी नहीं बनाएंगी।
-अबिनाश वर्मा, महानिदेशक, इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन,नई दिल्ली

दीपावली की राम राम मगर उपहार से तोबा तोबा

जी हाँ दोस्तों कुछ लोग इस जमाने में अगर ईमानदार मिल जाए तो उन्हें सेल्यूट करने को जी चाहता है हमारे राजस्थान सरकार के पुलिस सेवा के एक अधिकारी उप अधीक्षक भाई चन्द्र शील ठाकुर कोटा में सर्किल इंचार्ज है अपने कार्यकुशलता में वोह कितने कामयाब है यह तो नहीं कह सकते लेकिन इस सदी में पुलिस में कोई हो और ईमानदार हो तो अजीब सा लगता है ..............दोस्तों वेसे तो देश में अधिकतम लो ईमानदार है लेकिन उन्हें जब मोका मिलता है तो वोह फिसल जाते है ..कोटा में तेनात आर पी एस अधिकार ठाकुर चन्द्रशील को कई लोगों ने जब दीपावली की राम राम के नाम पर उपहारों और मिठाई गिफ्ट के नाम पर प्रोभन देना चाहा तो उन्होंने तोबा कर ली और सामजिक मर्यादाओं को लांघ कर खुद के दफ्तर में एक सार्वजनिक सुचना लगा डाली जिसमे साफ़ तोर पर हिदायत थी की दीपावली की राम राम तो स्वागत है लेकिन गिफ्ट उपहार मिठाई से तोबा है सभी चीज़े अस्वीकार्य है ...वेसे तो राजस्थान पुलिस सेवा साहित सभी कर्मचारी नियमों में यह कानूनी पाबंदी है के वोह गिफ्ट वगेरा नहीं स्वीकारे लेकिन यह मेरा भारत महान है यहाँ रिश्वत का एक तरीका एक प्रलोभन गिफ्ट और मिठाई उपहार भी है ..लेकिन भाई चन्द्रशील ने कोटा में इस संस्क्रती की खुले आम मुखालफत की है और दुसरे अधिकारीयों को भी अपने गिरेबान में झाँक कर देखने को मजबूर कर दिया है के दीपावली जेसे शुभ अवसर को मिलन तक तो सीमित रखा जाए लेकिन कोई अगर इस त्यौहार को हथ्यार बना कर रिश्वत या प्रलोभन संस्क्रती को बढ़ावा दे तो यह कतई मंजूर नहीं होना चाहिए आर पी एस अधिकारी भाई चन्द्र शील के इस साहसिक कार्य के लियें उन्हें मेरा सलाम .............. अक्खतर खान अकेला कोटा राजस्थान

कितना फर्क है सच बोलने और बोलने की आज़ादी का

दोस्तों सभी जानते है के भाजपा कोंग्रेस और कोंग्रेस भाजपा नेताओं के खिलाफ रोज़ मर्रा जहर उगलते रहते हैं ..दिग्विजय कभी आर एस एस और नरेंद्र मोदी को साम्प्रदायिक कहते हैं गोधरा के बाद गुजरात के दंगों के आरोपी कहते हैं ..राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हों या फिर कोई भी कोंग्रेसी नेता सभी आडवाणी की रथ यात्रा से लेकर मोदी के उपवास और गुजरात साम्प्रदायिकता के मामले में बयान देते रहे है आज तक किसी भी सरकार या कानून ने उनके खिलाफ कहीं कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की है लेकिन दोस्तों यही बात राजस्थान में कोंग्रेस सरकार के कार्यकाल में दलित और मुस्लिमों को कहना महंगा पढ़ गया है और अब उन्हें कानूनी कार्यवाही के दोर से गुज़ारना पढ़ेगा ..दोस्तों वेसे तो आरोप हास्यास्पद से लगते है और रोज़ जो लोग खासकर कोंग्रेस के बढ़े लोग कहते हैं वही उन्होंने कहा है लेकिन छोटा मुंह बढ़ी बात होती है इसलियें उन्हें सजा तो मिलना ही चाहिए में कोटा में विज्ञान नगर पुलिस दुवारा की गयी कार्यवाही से आप सभी को अवगत कराता हूँ जो कार्यवाही वर्तमान में अतिरिक्त नगर दंड नायक कोटा के यहाँ विचाराधीन हो गयी है ..........अतिरिक्त नगर दंडनायक के नोटिस में कहा गया है के मुझे इस विश्वसनीय इत्तिला द्वारा यह प्रतीत कराया गया है की आप गेर सायल द्वारा राधाक्रष्ण मन्दिर के पास खुले चोक में समाजी इन्साफ कोंग्रेंस पोपुलर फ्रंट ऑफ़ इण्डिया के बेनर लगाकर एक मीटिंग रखी ....मीटिंग में आप गेर सय्लान द्वारा वक्तव्य दिया गया तथा २६..२७..नोव्म्बर को पोपुलर फ्रंट ऑफ़ इण्डिया की घोषणा पर दिल्ली रामलीला मदन में जाने व् अपना रिज़र्वेशन कराने व् टोकन लेने की बात कही ..आर एस एस संघ के खिलाफ बोले आडवानी जी की रथयात्रा को तीर्थयात्रा करने और गुजरात में गोधरा दंगों के बारे में नरेंद्र मोदी का विरोध किया ..पूंजीपतियों व् स्वर्ण जाती के लोगों द्वारा दलित और मुस्लिम समाज के ऊपर अत्याचार करने का ज़िक्र किया जिसमे भी अन्य वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने एवम साम्प्रदायिकता भडकाने का प्र्यास्क किया आदि एवम यह सम्भाव्य है की आप परिशान्ति भंग करेंगे या ऐसा कार्य करेंगे जिससे की संभवतया परिशान्ति भंग होगी .................तो दोस्तों अतिरिक्त नगर दंडनायक कोटा को कोंग्रेस शासित राज्य के विज्ञाननगर कोटा के एक थानाधिकारी ने रिपोर्ट दी और इन जनाब ने ऐसा का ऐसा ही अपराधनामा तय्यार कर इस बैठक में शामिल हुए नावेद अख्तर अंसारी .अब्दुल रहीम ..मोहम्मद आरिफ ...हबीबुल्ला ..शोएब अहमद को क्कार्य्वाही करने के लियें न्यायालय में तलब कर जवाब माँगा है .............देखा सरकार भाजपा के नेताओं के खिलाफ बोलने पर कितने कठोर कदम उठाती है ..लेकिन अब इसी सरकार में इससे भी कहीं अधिक कोंग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ..मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी बोला है कोंग्रेस की इस इमानदार सरकार के ईमानदार अधिकारी अब शायद इन लोगों के खिलाफ भी ऐसी कार्यवाही कर निष्पक्षता का परिचय देंगे ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सूखे अदरक के ये अनोखे प्रयोग कर देंगे इन सारे रोगों की छुट्टी


भोजन ठीक तरह से नहीं पचता है,भोजन के ठीक से नहीं पचने के कारण शरीर में कितने ही रोग पैदा हो जाते है,अनियमित खानपान से गैस और कफ दूषित हो जाते हैं। सोंठ कब्ज एवं कफवात नाशक, आमवात नाशक है। उदररोग, वातरोग, बावासीर, आफरा, आदि रोगों का नाश करती है। सोंठ में कफनाशक गुण होने के कारण यह खांसी और कफ रोगों में उपयोगी है।

सोंठ का उपयोग प्राचीनकाल से ही होता आ रहा है। सोंठ एक उष्ण जमीकंद हैं जो अदरक के रूप में जमीन से खोदकर निकाली जाती है और सुखाकर सोंठ बनती है। मनुष्य में जीने की शक्ति और रोगों से लडऩे की प्रतिरोधक क्षमता पैदा करती हैं। यह औषधी उत्तेजक, पाचक और शांतिकारक हैं। इसके सेवन से पाचन क्रिया शुद्ध होती है। सोंठ उष्ण होने से वायु के कुपित होने पर होने वाले रोगों को नष्ट करती है।

आधा सिरदर्द- सोंठ का चंदन की घिसकर लेप करें।

आंखों के रोग- सोंठ नीम के पत्ते या निंबोली पीसकर उसमें थोड़ा सा सेंधा नमक डालकर गोलियां बना लें। गोली को मामूली गर्म कर आंखों पर बांधने से आंखों की पीड़ा कम होती है।

कमरदर्द- कमरदर्द में सोंठ का चूर्ण आधा चम्मच दो कप पानी में उबालकर आधा कप रह जाए। तब छानकर ठंडाकर उसमें दो चम्मच अरण्डी तेल मिला क रोज रात को पीएं।

उदर रोग- चार ग्राम सोंठ का काढ़ा बनाकर पिलाएं एवं साथ में अजवाइन की बनाकर पिलाएं। साथ में अजवाइन की फक्की लगाने से उदर रोग नष्ट होता है।

खांसी- सोंठ चूर्ण के साथ मुलहटी का चूर्ण एक चम्मच गुनगुने पानी में लेने पर छाती में जमा कफ बाहर निकलता है और खांसी में आराम मिलता है।

कब्ज- सोंठ का चूर्ण एक चम्मच गरम पानी को उबालकर पिलाएं।

मंदाग्रि- सोंठ चूर्ण गुड़ में मिलाकर खाने से पाचन क्रिया बढ़ती है।

प्रसव के बाद- सोंठ एवं सफेद मूसली का चूर्ण, कतीरा गोंद के साथ खाने पर प्रसव की कमजोरी एवं कमर दर्द में कमी आ जाती है।

घर में बांस से बनी ये चीज रखें, फिर कुछ भी नहीं होगा नेगेटिव क्योंकि...



घर में सुख-समृद्धि बनी रहे इसके लिए सभी कई प्रकार के उपाय करते हैं। कुछ उपाय धर्म से संबंधित होते हैं तो कुछ ज्योतिष के और कुछ वास्तु से संबंधित। इन सभी उपायों को अपनाने से संभवत: घर से नेगेटिव ऊर्जा दूर हो जाती है। यदि आपके घर में कुछ नेगेटिव हो रहा है तो यह परंपरागत उपाय अपनाएं।

पुराने समय से ही घर में सुख-समृद्धि और धन की पूर्ति बनाए रखने के लिए एक सटीक परंपरागत उपाय अपनाया जाता रहा है। यह उपाय है घर में बांसूरी रखना। जिस घर में बांसूरी रखी होती है वहां के लोगों में परस्पर तो बना रहता है साथ ही श्रीकृष्ण की कृपा से सभी दुख और पैसों की तंगी भी दूर हो जाती है।

शास्त्रों के अनुसार बांसूरी भगवान श्रीकृष्ण को अतिप्रिय है। वे सदा ही इसे अपने साथ ही रखते हैं। इसी वजह से इसे बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना जाता है। साथ ही ऐसा माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण जब भी बांसूरी बजाते तो सभी गोपियां प्रेम वश प्रभु के समक्ष जा पहुंचती थीं। बांसूरी से निकलने वाला स्वर प्रेम बरसाने वाला ही है। इसी वजह से जिस घर में बांसूरी रखी होती है वहां प्रेम और धन की कोई कमी नहीं रहती है।

सामान्यत: घर में बांस की हुई बांसूरी ही रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार इस बांसूरी से घर के वातावरण में मौजूद समस्त नेगेटिव एनर्जी समाप्त हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो जाती है। परिवार के सदस्यों के विचार सकारात्मक होते हैं जिससे उन्हें सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।

काल भैरवाष्टमी 18 को, दुष्टों को दंड देते हैं कालभैरव

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मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को काल भैरवाष्टमी कहते हैं। इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा की जाती है। धर्म शास्त्रों के अनुसार इसी दिन भगवान काल भैरव का अवतरण हुआ था। इस बार काल भैरवाष्टमी का पर्व 18 नवंबर, शुक्रवार को है।

शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव के दो स्वरूप बताए गए हैं। एक स्वरूप में महादेव अपने भक्तों को अभय देने वाले विश्वेश्वरस्वरूप हैं वहीं दूसरे स्वरूप में भगवान शिव दुष्टों को दंड देने वाले कालभैरव स्वरूप में विद्यमान हैं। शिवजी का विश्वेश्वरस्वरूप अत्यंत ही सौम्य और शांत हैं यह भक्तों को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करता है।

वहीं भैरवस्वरूप रौद्र रूप वाले हैं, इनका रूप भयानक और विकराल होता है। इनकी पूजा करने वाले भक्तों को किसी भी प्रकार डर कभी परेशान नहीं करता। कलयुग में काल के भय से बचने के लिए कालभैरव की आराधना सबसे अच्छा उपाय है। कालभैरव को शिवजी का ही रूप माना गया है। कालभैरव की पूजा करने वाले व्यक्ति को किसी भी प्रकार का डर नहीं सताता है।

वसुंधरा ने हिस्ट्रीशीटर के हाथ से ओढ़ी चुनरी!

अजमेर.छात्र संघ कार्यालय उद्घाटन समारोह में राजस्थान पुलिस के बर्खास्त सिपाही व सिविल लाइन थाने के हिस्ट्रीशीटर ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का चुनरी ओढ़ाकर स्वागत किया।

राजस्थान पुलिस के बर्खास्त सिपाही धर्मेंद्र चौधरी के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस ने 18 जुलाई 2011 को एचएस खोली है।

चौधरी समारोह के दौरान खासा सक्रिय नजर आया। मंच पर उसने वसुंधरा राजे का चुनरी पहनाकर स्वागत किया। समारोह के दौरान भाजपा के कई आला नेता व पुलिस के अधिकारी मौजूद थे।

ये हैं मुकदमों की फेहरिस्त..

दिनांक-मुकदमा संख्या- आरो

16.8.1997 202/97आर्म्स एक्ट

11.6.2007 161/07 453, 380

5.8.2008 276/08307 बस स्टैंड पर फायरिंग

30.12.2009 350/09आर्म्स एक्ट

5.04.2011130/11 307 कांग्रेस नेता पर फायरिंग

23.03.201174/11 341, 323, 452, 427

6.11.2008110 का इस्तगासा

1.11.2010107 का इस्तगासा

21.03.2011107 का इस्तगासा

18.07.2011 को सिविल लाइन थाना पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर खोली

वसुंधरा ने हिस्ट्रीशीटर के हाथ से ओढ़ी चुनरी!

अजमेर.छात्र संघ कार्यालय उद्घाटन समारोह में राजस्थान पुलिस के बर्खास्त सिपाही व सिविल लाइन थाने के हिस्ट्रीशीटर ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का चुनरी ओढ़ाकर स्वागत किया।

राजस्थान पुलिस के बर्खास्त सिपाही धर्मेंद्र चौधरी के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस ने 18 जुलाई 2011 को एचएस खोली है।

चौधरी समारोह के दौरान खासा सक्रिय नजर आया। मंच पर उसने वसुंधरा राजे का चुनरी पहनाकर स्वागत किया। समारोह के दौरान भाजपा के कई आला नेता व पुलिस के अधिकारी मौजूद थे।

ये हैं मुकदमों की फेहरिस्त..

दिनांक-मुकदमा संख्या- आरो

16.8.1997 202/97आर्म्स एक्ट

11.6.2007 161/07 453, 380

5.8.2008 276/08307 बस स्टैंड पर फायरिंग

30.12.2009 350/09आर्म्स एक्ट

5.04.2011130/11 307 कांग्रेस नेता पर फायरिंग

23.03.201174/11 341, 323, 452, 427

6.11.2008110 का इस्तगासा

1.11.2010107 का इस्तगासा

21.03.2011107 का इस्तगासा

18.07.2011 को सिविल लाइन थाना पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर खोली

बेबी ऐश के आने की खबर सुन शाहरुख़ बोले, 'माशाअल्लाह मन कर रहा है नाच उठूं'




बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ने बेटी को जन्म देकर सबको खुश होने का मौका दे दिया है|पूरा बॉलीवुड बच्चन परिवार को अपनी शुभकामनाएं दे रहा है ऐसे में किंग खान शाहरुख़ भला कैसे पीछे रह सकते थे|

उन्होंने ने भी माइक्रो ब्लॉगिंग साईट ट्विटर के माध्यम से बिग बी और अभिषेक को बधाई दी| शाहरुख़ ने बिग बी को लिखा आपको ढेर सारी बधाई...यह माशा अल्लाह बहुत ही बड़ी खुशखबरी है..ये तो नाचने का मौका है, मन कर रहा है नाच उठूं|
वहीं उन्होंने अभिषेक को की गयी अपनी ट्वीट में लिखा, ये बहुत ही सुखद अनुभव होता है...अल्लाह आपको और ऐश को खुश रखे..आप तीनों को देखने के लिए तरस रहा हूं..आपको ढेर सारा प्यार अब आप सच में पा बन गए|


फेसबुक इस्तेमाल कर रहे हैं तो पहले इसे पढ़ लें

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अगर आपके पास फेसबुक एकाउंट है तो यह खबर आपके लिए ही है इस समय हजारों फेसबुक यूजर्स के अकाउंट में अश्लील चित्र और सामग्री चिपकाए जा रहे हैं इतना ही नहीं कई यूजर्स की ओर से उनके मित्रों से पैसे मांगने की घटनाओं की भी खबर है।

बताया जाता है कि अज्ञात वेबसाइटों से फेसबुक पर हमला हुआ है और लाखों यूजर्स के अकाउंट हैक कर दिए गए हैं उनके अकाउंट में पोर्न सामग्री और चित्र डाल दिए गए हैं हैकरों ने फेसबुक यूजर्स को एक खास यूआरएल पर क्लिक करने को कहा जिससे इस तरह की सामग्री स्वत उनके खातों में आ गई।

इतना ही नहीं कुछ फेसबुक यूजर्स की तरफ से दूसरों से पैसे मांगने की भी खबर है उनकी तरफ से उनके खातों में पैसे डालने का अग्रह भी सामने आया है। फेसबुक ने कहा कि वह इसकी जांच कर रहा है कि इतने सारे अश्लील चित्र लोगों के अकाउंट में पहुंचे कैसे। कंपनी को यह समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर कैसे ये अकाउंट हैक हुए हैं।

तिहाड़ में हुआ कैंपस प्लेसमेंट..तीन कैदियों को मिला 6 लाख का पैकेज

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जी हां, सैलरी का इतना मोटा पैकेज किसी मैनेजमेंट के छात्र को नहीं बल्कि तिहाड़ जेल में सजा काट रहे तीन कैदियों को मिला है। तिहाड़ में कई कैदी ऐसे हैं जो गंभीर आरोपो के तहत सजा काट रहे हैं लेकिन कैंपस प्लेसमेंट के तहत उन्हें भी अच्छे वेतन पर नौकरी मिल गई है। गुलाब सिंह तिहाड़ जेल में कई सालों से बंद है वो पहले से इंजीनियर था यहा उसने इग्नू से कई तरह के कोर्स किए और यहीं से उसे 50 रुपए प्रतिमाह की नौकरी भी मिल गई। वहीं एक और कैदी बालाजी को भी कैंपस प्लेसमेंट के जरिए 50 हजार रुपए प्रतिमाह की नौकरी मिल गई है ।

अभी तक तिहाड़ में दो बार कैंपस प्लेसमेंट हो चुका है जिसमें 95 कैदियों को नौकरी मिल चुकी है। आपको बता दें कि इनमें से 40 से ज्यादा ऐसे कैदी हैं जिनकी तनख्वाह 20 हजार रुपए से ज्यादा है।

यह कैंपस प्लेसमेंट तिहाड़ जेल के नंबर तीन में मगंलवार को हुए थर्ड कैंपस प्लेसमेंट में हुआ। इनमें तीन कैदियों को सालाना छह लाख का पैकेज मिला जबकि 97 कैदी जिसमें 11 महिलाएं भी शामिल थी उन्हे भी कंपनियों ने नियुक्ति पत्र दे दिया है जेल से बाहर निकलते ही उन्हें भी नौकरी मिल जाएगी।

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