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20 नवंबर 2011

ऐसे मरने वालों के लिए कोई पूजा नहीं होती, क्योंकि...

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जीवन का अंतिल अटल सत्य है मौत। जिस व्यक्ति ने जन्म लिया है उसे एक अवश्य ही मृत्यु को प्राप्त होना है। शास्त्रों में बताया गया है हर व्यक्ति का मृत्यु का समय पूर्व निश्चित है। इसके साथ ही यह पहले से ही निर्धारित है कि कौन व्यक्ति किस प्रकार मृत्यु को प्राप्त होगा।

वेद-पुराण के अनुसार सब कुछ पूर्व निश्चित है लेकिन व्यक्ति के कर्म से ही प्रारब्ध बनता है। कर्म जैसे होंगे वैसा ही भाग्य बनेगा। इसी वजह से यदि कोई व्यक्ति परमात्मा के दिए जीवन दान का गलत उपयोग करता है तो निश्चित ही इसके बुरे फल प्राप्त होते हैं। यदि कोई व्यक्ति किसी भी कारण से आत्महत्या जैसा पाप करता है तो शास्त्रों में ऐसे लोगों के लिए किसी भी प्रकार का श्राद्ध कर्म वर्जित बताया गया है।

विष्णुस्मृति के अनुसार जो व्यक्ति अग्रि, जल, विष से मृत्यु को प्राप्त होता है या किसी भी कारण से आत्महत्या करता है तो उसके लिए अशौच एवं श्राद्ध-तर्पण का विधान नही है। यदि इस प्रकार मृत लोगों के लिए श्राद्ध-तर्पण या अन्य सात्विक पूजन किया जाता है तो इसका पुण्य उनको मिलता नहीं है। इन्हीं कारणों से आत्महत्या जैसे कृत्य को घोर पाप की श्रेणी में रखा गया है। किसी भी परिस्थिति में इस ओर कदम नहीं बढ़ाना चाहिए।


उत्पन्ना एकादशी 21 को, हर सुख मिलता है इस व्रत से



मार्गशीर्ष यानी अगहन मास भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति का मास है। इस मास में श्रीकृष्ण की विशेष पूजा अर्चना का काफी महत्व है। इस मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का विधान है। इस बार यह एकादशी 21 नवंबर, सोमवार को है। इस एकादशी के संबंध में शास्त्रों एक कथा बताई है, जो इस प्रकार है-

सतयुग में मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी तिथि को मुर नामक राक्षस का वध किया गया था। मुर राक्षस परम बुद्धिमान व महाबली था। उसने देवताओं को स्वर्ग लोक से निकाल कर अधिकार कर लिया था। तब सभी देवता इंद्र सहित भगवान शिव के पास मदद मांगने पहुंचे। शिवजी ने उन्हें विष्णु के पास भेज दिया।

भगवान विष्णु ने देवताओं की मदद के लिए अपने शरीर से एक परम रूपवती स्त्री उत्पन्न की। जिसने मुर नामक राक्षस का वध किया। इससे प्रसन्न भगवान विष्णु ने उस स्त्री का नाम उत्पन्ना रखा और कहा जो आज के दिन उत्पन्ना एकादशी का व्रत करेगा उन्हें सभी सिद्धियां प्राप्त होगी और सभी कामनाएं पूर्ण होंगी।


एक मुस्लिम फकीर की दुआ..मोदी ही बनें प्रधानमंत्री

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भचाऊ। एक फकीर-पीर की हैसियत से आज मैं कहता हूं कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस तरह गुजरात ने तरक्की की है, उसी तरह यह देश भी प्रगति करे। आज मैं दुआ करता हूं कि मोदी के नेतृत्व में पूरा भारत चले..

ये शब्द हैं हाजीपीर की दरगाह के पीर मखदुम अली बापू के। मखदुम के अनुसार मोदी ने दिन-रात देखे वगैर काम किया है और गुजरात के आज एक नए शिखर पर लाकर खड़ा कर दिया है। उनके कहे अनुसार ‘अगर दुनिया में कहीं जन्नत है तो वह यही हैं।’

इसके साथ ही मखदुम पीर ने लगभग 4 चार पहले हाजीपीर दरगाह के पास आयोजित मोराबी बापू की ‘मानस मुहब्बत रामकथा’ की भी जमकर तारीफ की और कहा इसने यहां के सभी समुदायों के लोगों में प्रेम की अलख जगाई थी।

फेसबुक पर हो रहा अश्लील व भद्दा मजाक, बचने का यह है फंडा


इंदौर।फेसबुक के बढ़ते यूजर्स (धारक) को देखते हुए हैकर्स ने नई शरारत शुरू कर दी है। हैकर्स दूसरों के फेसबुक अकाउंट पर अश्लील व भद्दे फोटो डाल देते हैं। यह फोटो जिसके अकाउंट से डाले जा रहे हैं, उसे भनक भी नहीं लग पाती। जब उससे जुड़े परिवार, दोस्त, समाज, ऑफिस के लोग आपत्ति दर्ज कराते हैं तब इस हरकत का पता चलता है।

फेसबुक का बढ़ा दायरा

फेसबुक की बात करें तो 2.50 करोड़ यूजर्स (धारकों) के साथ भारत का स्थान विश्व में पांचवां है और इंदौर देश के शीर्ष दस शहरों में शुमार है। इंदौर में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों में 60 प्रतिशत (करीब पौने तीन लाख) लोग फेसबुक से जुड़े हैं।

विदेशी हैकरों की पड़ी नजर

इंदौर साइबर सेल का काम देख रहे डीएसपी क्राइम जितेंद्रसिंह के मुताबिक इस तरह की शिकायतों में अचानक वृद्धि हुई है। हालांकि लोग इसकी रिपोर्ट करने से कतराते हैं। प्रारंभिक रूप से पता चला है कि इन हरकतों के पीछे रशियन और चायनीज हैकरों का हाथ है।

इंदौर में चलते हैं एथिकल हैकिंग के कोर्स

डीएसपी क्राइम व साइबर एक्सपर्ट श्री वाधवानी ने बताया इंदौर में कुछ साइबर कैफे पर एथिकल हैकिंग (अच्छी नीयत से हैकिंग) के कोर्स भी चलाए जा रहे हैं। पिछले दिनों अंकित नामक एक व्यक्ति ने इसकी कोचिंग भी शुरू की थी, लेकिन हैकिंग सीखने के बाद छात्रों ने उसका गलत इस्तेमाल शुरू कर दिया तो अंकित ने क्लासेस बंद कर दी।

अभी भी कुछ लोग एथिकल हैकिंग सिखाते हैं। इसे तब तक अपराध की श्रेणी में नहीं लिया जाता, जब तक हैकिंग गैरकानूनी न हो। उदाहरण बतौर निजी कंपनियां और इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा हैकिंग की जाती है और वे इनके एक्सपर्ट को नौकरी भी देते हैं।

हैक होने से ऐसे बचे

> 10-15 दिन में अपना पासवर्ड बदलते रहें, उसमें अल्फाबेट्स के साथ नंबर और सिंबॉल्स भी हों। >अकाउंट खोलते हैं तो चेक करें आपका डाटा कहीं और सेव तो नहीं हो रहा। >किसी भी स्थिति में किसी से अपना पासवर्ड शेयर नहीं करें। >किसी को ई-मेल से भी अपना पासवर्ड नहीं भेजे

लापरवाही ने बरतें

कई बार ऐसे एसएमएस आते हैं, जिनमें यूजर आईडी और पासवर्ड डालने की बात कही जाती है। वहीं कुछ हैकर्स द्वारा फेसबुक के पेज जैसा डमी पेज बनाकर यूजर आईडी और पासवर्ड फीड करने की लिंक दी जाती है। आप जैसे अपना डाटा डालते हैं वह चुरा लिया जाता है। इसलिए लापरवाही बिलकुल न बरतें।

- संजय वाधवानी, साइबर विशेषज्ञ

फेसबुक पर आपत्तिजनक फोटो, मुस्लिम समाज ने तरेरी आंख

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इंदौर।फेसबुक पर एक आपत्तिजनक फोटो को लेकर मुस्लिम समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त है। इसके खिलाफ इस समुदाय के करीब डेढ़ सौ लोग जमा हुए और एसएसपी को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की गई है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है।

आपत्तिजनक फोटो के सिलसिले में रविवार दोपहर को कांग्रेस प्रवक्ता मंजूर बेग के साथ बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग एसएसपी ए. सांई मनोहर से मिले। लोगों ने उन्हें जानकारी दी कि खजराना निवासी मो. मतीन मुल्तानी के फेसबुक अकाउंट पर उसके एक मित्र ने एक प्रोफाइल की लिंक भेजी। जब मतीन ने वह लिंक खोली तो उस पर तीर्थस्थल का एक फोटो नजर आया, जिसके साथ छेड़छाड़ की गई थी।

मतीन को शनिवार रात इसका पता चला। खजराना पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट व सांप्रदायिक भावना भड़काने की कोशिश की धारा में केस दर्ज कर लिया है।

अन्य धर्मस्थलों से भी छेड़छाड़

एसएसपी ए. सांई मनोहर ने बताया जांच में पता चला है आरोपी ने अपनी आईडी में मुस्लिम तीर्थस्थल के अलावा, अन्य दो धर्मो के तीर्थस्थलों के फोटो के साथ भी छेड़छाड़ की है।

हैकिंग करने पर मिलती है कड़ी सजा

डीएसपी ने बताया आईटी एक्ट के सेक्शन 66 के अंतर्गत हैकिंग करने वाले को तीन साल तक की सजा और एक लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है। किसी की प्रोफाइल में अश्लील फोटो डालने पर सेक्शन 67 के तहत इसी अवधि की सजा है और दोबारा अपराध करने पर पांच साल तक की सजा और दो लाख रुपए अर्थदंड लागू होता है।

हवा में मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर ने खाए हिचकोले लेकिन हो गया चमत्कार!..खुदा सलामत रहे मुख्यमंत्री हमारा



जयपुर/सादुलपुर/पिलानी.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर जा रहे हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण रविवार सुबह पिलानी (झुंझुनूं) के पास चांदगोठी गांव में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। जिस समय यह वाक्या हुआ, उस समय हेलिकॉप्टर 3 हजार फीट की ऊंचाई पर था।

हेलिकॉप्टर में मुख्यमंत्री के साथ ओएसडी गौरव बजाज और पीएसओ रामनिवास भी सवार थे। गहलोत न्यांगल बाड़ी (चूरू) में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। उनके हेलिकॉप्टर अगस्ता 109 ई ने सुबह 10.30 बजे जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी।

सुबह करीब 11.50 बजे पिलानी के पास हेलिकॉप्टर के पंखों को घुमाने वाले रोटर की क्लिप टूट गई। इससे हेलिकॉप्टर हवा में ही लडखड़ाने लगा। पायलट ने तुरंत ही चांदगोठी गांव के जोहड़ की खाली जमीन पर हेलिकॉप्टर को सुरक्षित उतार दिया।

हेलिकॉप्टर को विंग कमांडर यूके शर्मा और को पायलट राकेश शर्मा उड़ा रहे थे। मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग की सूचना मिलते ही हमीरवास थाना पुलिस और पिलानी एसएचओ मौके पर पहुंच गए।

आधे घंटे बाद ही चिड़ावा एसडीएम नारायण सिंह शेषमा और डीएसपी राजेंद्र डिढारिया भी वहां पहुंच गए। गांव में करीब 40 मिनट रुकने के बाद मुख्यमंत्री सड़क के रास्ते कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हुए।

हिसार के रास्ते जयपुर लौटे गहलोत

सड़क मार्ग से न्यांगल बाड़ी के कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री हिसार (हरियाणा) गए। वहां से मुख्यमंत्री को लेने के लिए स्टेट प्लेन पहुंचा। हिसार से मुख्यमंत्री स्टेट प्लेन में जयपुर आए।

विशेषज्ञ मान रहे हैं चमत्कार


जमीन से 3000 फीट की ऊंचाई पर रोटर की क्लिप टूट जाने के बाद भी हेलिकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग को एविएशन विशेषज्ञ चमत्कार मान रहे हैं।


रोटर की क्लिप टूटने के बाद हेलिकॉप्टर नियंत्रण में नहीं रहता और लड़खड़ाने लग जाता है, ऐसी स्थिति में सुरक्षित लैंडिंग असंभव हो जाती है। मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर को उतरने के लिए आसपास समतल और कड़ी जमीन नहीं मिलती तो बड़ा हादसा हो सकता था। इसे मिरेकल एस्केप माना जा रहा है।

चाय पी, 1000 रु. दि

चांदगोठी में इमरजेंसी लैंडिंग के बाद गहलोत नंदराम पूनिया के घर गए और चाय पी। 95 वर्षीय पूनिया को उन्होंने 1000 रु. उपहार स्वरूप दिए।

वहां मौजूद जय बल खान को भी गहलोत ने 500 रुपए उपहार स्वरूप दिए।

जांच के बाद होगा कारणों का खुलासा

हेलिकॉप्टर चांदगोठी में ही खड़ा है। तकनीकी टीम मौके पर पहुंच गई है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की तकनीकी टीम भी जांच करेगी। इसके बाद ही खराबी के कारणों का खुलासा हो सकेगा।

पहले भी इसी क्षेत्र में बाल-बाल बचे

पिलानी के पास गहलोत के हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग की यह दूसरी घटना है। 1999 में भी चांदकोठी से महज 12 किमी दूर सुलखनिया गांव में उनका हेलिकॉप्टर पेड़ पर अटक गया था लेकिन पायलट लैंडिंग कराने में सफल रहा था। उस समय गहलोत सुलखनिया गांव में कारगिल शहीद के घर जा रहे थे।

जिस कंपनी के खिलाफ शिकायत, वही कर रही है मेंटीनेंस

हेलिकॉप्टर अगस्ता-109ई की मेंटीनेंस की जिम्मेदारी ओम सत्य साई (आईएसएस) कंपनी की है। इस कंपनी के खिलाफ 4-5 माह पहले पायलट ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि इसका मेंटीनेंस का काम ठीक नहीं है, लेकिन इसके बाद भी यही कंपनी मेंटीनेंस कर रही है। सरकार के सिविल एविएशन विभाग ने टेंडर के जरिए आईएसएस को नियत किया था। जम्मू-कश्मीर के चीफ पायलट सुरेंद्र कटोच का कहना है कि सरकार को कम रेट्स की बजाय कंपनियों की परफॉर्मेंस जांचनी चाहिए।

प्रशासनिक अधिकारी संभाल रहे हैं तकनीकी कार्य की जिम्मेदारी

ज्यादातर राज्यों में एविएशन विभाग का प्रमुख एविएशन से संबद्ध तकनीकी अधिकारी है, जबकि राज्य में प्रशासनिक अधिकारी। विशेषज्ञों का मानना है कि मेंटीनेंस इंजीनियर प्रशासनिक अधिकारी को जो बताता है, उसे तकनीकी पक्ष कमजोर होने के कारण अधिकारी मान लेता है।

अमेरिका की नजर में पीओके पाकिस्‍तान का हिस्‍सा!

नई दिल्‍ली. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाले कश्‍मीर (पीओके) को पाकिस्‍तान का हिस्‍सा करार दिया है। पीओके पर भारत कब्‍जा जताता रहा है लेकिन अमेरिकी विदेश मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर इसे पाकिस्‍तान का हिस्‍सा बताया गया है।

मंत्रालय की वेबसाइट पर दुनिया के उन सभी देशों का क्रमवार प्रोफाइल और उनका नक्‍शा दिया गया है जिनके अमेरिका से राजनयिक रिश्‍ते हैं। इस सूची में भारत का नक्‍शा भारत के आधिकारिक नक्‍शे से अलग है। इसमें पीओके पर भारत के दावे को पूरी तरह नकार दिया गया है। अमेरिकी प्रशासन ने इस इलाके को नक्‍शे पर विवादित क्षेत्र बताने की भी जहमत न‍हीं उठाई है।

कुरान का संदेश ...


मुझे सोच कर भी शर्म आती है के कितना निकम्मा है राष्ट्रपति भवन का शिकायत निवारण विभाग

जी हाँ दोस्तों देश में आग लग रही हो उसकी सुचना महामहिम राष्ट्रपतिभवन के शिकायत निवारण प्रकोष्ट के पास हो वहां शिकायत दर्ज भी हो जाए और फिर शिकायत निवारण के लियें अधिकारी की नियुक्ति भी कर दी जाए और यह खतरनाक जहर फेला कर देश की सुक्ख शान्ति खत्म करने वाला अपराध जारी रहे तो फिर तो देश के इस सर्वोच्च ज़िम्मेदार पद वाले अधिकरियों पर शर्म आने के अलावा और क्या करा जा सकता है ........दोस्तों में बात कर रहा हूँ इंटरनेट के नाम पर फेसबुक और दुसरे तरीकों से देश में अराजकता फेलाने वालों की जिनके माँ बाप इन्सान नहीं जानवर होते है कहते हैं के कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनका जन्म और पिता का नाम संदिग्ध होने के कारण वोह अपनी हरकतों से समाज के लियें सर दर्द बन जाते है में ऐसे ही मानसिक रोगियों की बात कर रहा हूँ जो ब्लोगिंग ..फेसबुक और दुसरे माध्यमों से देश के कानून नियंत्रकों की कमजोरियों का फायदा उठा कर देश में अराजकता फेलाने के लियें साम्प्रदायिक द्वेष फेलाने के लियें एक दुसरे के धर्म को अपमानित करते है या एक दुसरे के आस्थाओं और नेताओं को चोट पहुंचा कर देश और समाज में गृह युद्ध के हालत पैदा करना चाहते है यह लोग वेसे तो विदेशों के एजेंट होते हैं लेकिन इनके खिलाफ अगर पुलिस और साइबर थाने कार्यवाही नहीं करते है तो यह मान लेना चाहिए के साइबर थाने भी इनसे मिले हुए है । खेर कोई बात नहीं देश भ्रष्ट तन्त्र के दोर से गुजर रहा है संतरी से मंत्री तक चोर बेईमान और निकम्मे भ्रष्ट है लेकिन इन सभी को कंट्रोल करने के लियें देश में एक संस्था राष्ट्रपति भवन है जो इन सभी की खबर लेने और देश को सुरक्षित करने के लियें बनाया गया है अरबों खरबों रूपये हमारे देश की गरीब जनता के इस विभाग पर प्रतिमाह खर्च होते हैं । तो दोस्तों दो हफ्ते पहले इंटरनेट की गंदगी दूर करने और साइबर अपराधियों को सजा दिलवाने के लियें मेने एक शिकायत आदरणीय महामहिम राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील महोदया को की थी इस मामले में मेरी शिकायत rpsec/e/2011/17238 पर दर्ज की गयी और इस शिकायत को दर्ज कर एक वरिष्ठ अधिकारी को इसके निराकरण के लियें नियुक्त किया गया लेकिन सभी प्रयासों के बाद भी देश की इस महत्वपूर्ण शिकायत पर राष्ट्रपति भवन के नियुक्त अधिकारी सुस्त रहे और नतीजन कल जब लोगों ने अपनी फेसबुक खोली तो कुछ अराजकता फेलाने वाले लोगों ने मुस्लिम धार्मिक भावनाए भडकाने के लियें खुद के माता पिता जो गंदे जानवर मने जाते हैं उनके फोटू कूट रचित कर धार्मिक तस्वीरें बना डालीं फिर राष्ट्रपति भवन को सुचना दी गयी लेकिन बेकार रहा... उदयपुर राजस्थान सहित कई स्थानों और इस अपराध को लेकर तनाव पैदा हुआ तो दोस्तों यह हिंदुस्तान यह देश हमारा अपना है यहाँ जब सिस्टम फेल हो जाए तब हमें ही इस अपराध को नियंत्रित करने के लियें आगे आना होगा और ऐसे अपराधी जहाँ कहीं भी पकड़ में आयें उन्हें ढूंढे उनके खिलाफ साक्ष्य एकत्रित करें और उन्हें पुलिस के हवाले कर दे चाहे वोह अपने मित्र भाई रिश्तेदार ही क्यूँ ना हों क्योंकि यह कुत्ते की टेडी दुम की तरह से साबित हो रहे है जो समझायश से मानने वाले नहीं है ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बुनकर संघ के राजस्थान में कोटा के बुनकरों के कल्याण पर नज़र

कोंग्रेस के महासचिव राहुल गांधी के निर्देशों पर उत्तर प्रदेश के बुनकरों का कल्याण करने के बाद अब राहुल गांधी के निर्देश राजस्थान और खासकर कोटा के बुनकरों के कल्याण के लियिएँ जारी हुए है .....इसी क्रम में आल इण्डिया बुनकर फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद अकरम ..प्रदेश अध्यक्षा और महासचिव जाकिर खान ने आज दूसरी बार कोटा के केथुन कस्बे का दोरा किया ..कोटा के केथुन कस्बे में लगभग प्रति माह तीस करोड़ रूपये से भी अधिक की कोटा साड़ियाँ बनाई जाती है जिसमे से कई मजदूर नकली कोटा डोरिया के चलते आज बेरोजगार होने लगे है और केथुन के बुनकर भूखों मरने के कगार पर है .......आज कोटा के केथुन में बुनकर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद अकरम ,, जाकिर खान ..कोटा के डोक्टर एजाज़ ..श्याम सुंदर शर्मा ..अब्दुल सलाम जर्रा ..जमील अंसारी सहित कई लोगों ने हालात जाने और कल्याणकारी योजनाओं का प्रकार किया उत्तर प्रदेश से बुनकर संघ के आये तीन प्रतिनिधियों ने कोटा में केथुन के बुनकरों की दुर्दशा को गम्भीरता से लेते हुए शीघ्र ही कोटा में बुनकरों के उत्थान और कल्याण के लियें एक कार्य योजना तय्यार कर लागू करने की सिफारिश की है इस सम्बन्ध में कोटा में शीघ्र ही एक बुनकर सम्मेलन आयोजित कर केन्द्रीय मंत्रियों को यहाँ के बुनकरों की स्थिति से अवगत भी कराया जायेगा .................... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अल्फ्लाह और रोटरी का गठबंधन और सेवा ही सेवा

जी हाँ दोस्तों कोटा में पिछले कई सालों से शिक्षा ..चिकित्सा और कल्याण कार्यों के लिए कार्यरत समाज सेवी संस्था अल्फ्लाह यानी सभी का कल्याण का आज वार्षिक समारोह आयोजित किया गया जिसमे रोटरी और अल्फ्लाह का गठबंधन साफ़ नज़र आया ........... सेवा कार्यों के प्रति लगन इस कदर बढ़ी के अल्फ्लाह सोसाइटी के अध्यक्ष भाई रफीक बेलियम के निमंत्रण पर रोटरी क्लब नोर्थ कोटा के अध्यक्ष भाई भीम सिंह एडवोकेट ने अल्फ्लाह की सदस्यता ग्रहण कर ली .............. कोटा ही नहीं पूरा राजस्थान जानता है के अल्फ्लाह कोटा और दुसरे स्थानों पर छात्रो ..पीड़ितों के कल्याण और चिकित्सा सेवा में जी तोड़ कोशिशों में लगी है लेकिन इस्लाम खान के सचिव और रफ़ीक बेलियम के अध्यक्ष बनने के बाद तो इस अल्फ्लाह के कार्यों और नाम पर चार चाँद लग गये लोगों को हर कदम पर अलाफ्लाह की सेवा का अहसास होने लगा रोज़ नये नये कल्याणकारी और सेवा कार्यों का लाभ जब जनता को मिलने लगा तो जनता के मुंह से बेसाख्ता निकल पढ़ा सुबहान अल्लाह ..और इसी क्रम आज अल्फ्लाह के वार्षिक समारोह में जब रोटेरियन भीमसिंग जी यादव को सेवा कार्यों का सच पता लगा तो वोह खुद को भी इस संस्था से जोड़ने से नहीं रोक सके और सदस्य बन गये ...आज आयोजित कार्यक्रम में जिला वक्फ कमेटी के अध्यक्ष अज़ीज़ अंसारी ..सचिव आबिद हुसेन अब्बासी और केशियर अनवर अंसारी के अलावा नायब स्द्स्र और विधि सलाकार अख्तर खान अकेला भी मुजुद थे .... वक्फ के सदर अज़ीज़ अंसारी और सचिव आबिद हुसेन अब्बासी ने अल्फ्लाह को यकीन दिलाया के हर कल्याणकारी कार्यक्रम में वोह संस्था के साथ रहेने और किसी अच्छे काम के लियें अगर आवश्यकता पढ़ी तो विधि अनुसार जीरो एकाउंट पर भूमि भी आवंटन करेगे इस अवसर पर संस्था से जुड़े सेवादार सदस्य डोक्टर इंजीनियर सहित सभी वर्ग के कई दर्जन लोग शामिल थे ॥ अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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