आपका-अख्तर खान

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03 दिसंबर 2011

कब्रिस्तान में मुर्दों पर जजिया कर मामले में यूँ हुआ समझोता

जी हाँ दोस्तों इंसानों को जीते जी तो क्या मरने के बाद भी टेक्स देना पढ़ता है और वोह भी जबरिया टेक्स जिस मामले में वसूली करने वाले लोग हैं के मानने को ही तय्यार नहीं होते हैं। श्मशानों में तो मुर्दा टेक्स का ता नहीं लेकिन कब्रिस्तानों में तो प्रबन्धन और खुदाई के नाम पर मजदूरी और जजिया कर वसूली होती ही है । दोस्तों कोटा जिला वक्फ कमेटी में मुझे नायब सदर विधि सलाहकार बनाया गया है............. करोड़ों की वक्फ सम्पत्ति हमारे अपने इस्लाम के कथित अलमबरदारों के पास कोडियों के दाम पर किराए पर है और राजस्थान में वक्फ किराया कानून लागू हो जाने के बाद सभी किरायेदारों का नया किराया निर्धारण कर नोटिस दिया जाना जरूरी था बस नोटिस जाते ही इन कोम के अलमबरदार किरायेदारों के तोते कूच कर गये एक तरफ तो इस्लाम के नाम पर सब कुछ कुर्बान कर देने के जज्बे का प्रचार और दूसरी तरफ अल्लाह की राह में समर्पित वक्फ सम्पत्ति का कब्जा या कोडियों में किराया इस दोहरी व्यस्था के तहत ऐसे अलंबरदारों ने हर बार की तरह इस बार भी वक्फ कमेटी को ब्लेकमेल कर अपनी किरायेदारी मामले को नज़र अंदाज़ करने के मामले को लेकर कुछ लोगों के जरिये कब्रिस्तान में मुर्दों से जजिया कर का मामला उठाया एक अवेध किरायेदार जिसकी किरायेदारी ख़ारिज की गयी थी उसके नेतृत्व में करीब पचास लोग अवेध रूप से वक्फ कमेटी कोटा के कार्यालय में घुसे और कब्रिस्तान में कब्र खोदने के नाम पर लूट की बात करने लगे । इन लोगों का अंदाज़ गलत था तरीका बद्तमिजाना लेकिन बात वाजिब थी ॥ दफ्तर में वक्फ कमेटी सदर अज़ीज़ अंसारी सचिव आबिद हुसेन अब्बासी और में नायब सदर की हेसियत से मोजूद था हमने उनकी शिकायते लिखीं और सभी कब्रिस्तान में कब्र खोदने और प्रबन्धन कार्य में लगे लोगों को नोटिस जारी कर कोटा शहर काजी की मध्यस्थता से काजी साहब की उपस्थिति में समझोता वार्ता करने का निर्णय लिया ............. कल शनिवार की शाम सभी लोग जिनमे एक पक्ष वक्फ कमेटी कोटा की तरफ से में नायब सदर की हेसियत से । सचिव आबिद हुसेन अब्बासी । सदर अज़ीज़ अंसारी थे जबकि मध्यस्थ शहर काजी अनवार अहमद थे दूसरी तरफ से शाह अंजुमन के जमील भाई ॥ अज़ीज़ भाई..... उम्र भाई ॥ कल्लू भाई ..बाबु भाई सुलतान भाई वगेरा थे चर्चा शुरू हुई कब्रिस्तानों के बुरे हालातों और प्रबन्धन पर चर्चा हुई और फिर कब्र खोदने और दफनाने पर चर्चा शुरू हुई कब्रिस्तान में कब्र खोदने के प्रबंधकों का काम देखने वालों का कहना था ke कब्र खोदने में छ सो रूपये की मजदूरी लगती है और कातले सात सो रूपये के लगते हैं जबकि प्रबन्धन शुल्क हजार रूपये तो कमसे कम हम लेंगे ही । .खेर हमने कहा के प्र्न्धक शुल्क किया है तो उनका कहना था के यह तो हदिया है हम तो कुछ लेते ही नहीं हमने कहा के जब आप खिदमत कर रहे हो तो फिर शुल्क किस बात का उनका कहना था के इमाम भी तो खुद की नमाज़ पढने के साथ साथ जब नमाज़ पड़ता है तो उसे हदिया शुल्क दिया जाता है खेर आखिर में काफी हुज्जत के बाद तय किया के कब्र के सात सो रूपये और के हदिया चार सो रूपये मिल जायेंगे इस तरह से कुल ग्यारा सो रूपये होना थे इसके अलावा पत्थर एहले मय्यत को लाना होगा बैठक में यह भी तय हुआ के कोई पक्की कब्र नहीं बनाएगा .बैठक के दोरान शाह समाज की दिलचस्प दलीलें थी उनका कहना था के हम रात दिन कब्रिस्तान में रह कर खिदमद करते हैं कई बार कब्रों में से लोग नाराज़ होकर हमारे झान्पट मार देते हैं ॥ उनका कहना था आधी रात को भी म्य्यतें आती हैं हम बीवी के पहलु में सोते होते हैं हमे जगाया जाता है हमारा दिन और रात इस मामले में खराब रहता है कब्रिस्तान की जानवरों से हिफाजत और ओघाद बाबा स्मेक्चियों से हम ही हिफाजत करते हैं ...... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह है गीता का ज्ञान

(भगवत्प्राप्ति का उपाय और गुणातीत पुरुष के लक्षण)
नान्यं गुणेभ्यः कर्तारं यदा द्रष्टानुपश्यति ।
गुणेभ्यश्च परं वेत्ति मद्भावं सोऽधिगच्छति ॥
भावार्थ : जिस समय दृष्टा तीनों गुणों के अतिरिक्त अन्य किसी को कर्ता नहीं देखता और तीनों गुणों से अत्यन्त परे सच्चिदानन्दघनस्वरूप मुझ परमात्मा को तत्त्व से जानता है, उस समय वह मेरे स्वरूप को प्राप्त होता है॥19॥
गुणानेतानतीत्य त्रीन्देही देहसमुद्भवान्‌ ।
जन्ममृत्युजरादुःखैर्विमुक्तोऽमृतमश्नुते ॥
भावार्थ : यह पुरुष शरीर की (बुद्धि, अहंकार और मन तथा पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ, पाँच कर्मेन्द्रियाँ, पाँच भूत, पाँच इन्द्रियों के विषय- इस प्रकार इन तेईस तत्त्वों का पिण्ड रूप यह स्थूल शरीर प्रकृति से उत्पन्न होने वाले गुणों का ही कार्य है, इसलिए इन तीनों गुणों को इसी की उत्पत्ति का कारण कहा है) उत्पत्ति के कारणरूप इन तीनों गुणों को उल्लंघन करके जन्म, मृत्यु, वृद्धावस्था और सब प्रकार के दुःखों से मुक्त हुआ परमानन्द को प्राप्त होता है॥20॥
अर्जुन उवाच
कैर्लिङ्‍गैस्त्रीन्गुणानेतानतीतो भवति प्रभो ।
किमाचारः कथं चैतांस्त्रीन्गुणानतिवर्तते ॥
भावार्थ : अर्जुन बोले- इन तीनों गुणों से अतीत पुरुष किन-किन लक्षणों से युक्त होता है और किस प्रकार के आचरणों वाला होता है तथा हे प्रभो! मनुष्य किस उपाय से इन तीनों गुणों से अतीत होता है?॥21॥
श्रीभगवानुवाच
प्रकाशं च प्रवृत्तिं च मोहमेव च पाण्डव ।
न द्वेष्टि सम्प्रवृत्तानि न निवृत्तानि काङ्‍क्षति ॥
भावार्थ : श्री भगवान बोले- हे अर्जुन! जो पुरुष सत्त्वगुण के कार्यरूप प्रकाश (अन्तःकरण और इन्द्रियादि को आलस्य का अभाव होकर जो एक प्रकार की चेतनता होती है, उसका नाम 'प्रकाश' है) को और रजोगुण के कार्यरूप प्रवृत्ति को तथा तमोगुण के कार्यरूप मोह (निद्रा और आलस्य आदि की बहुलता से अन्तःकरण और इन्द्रियों में चेतन शक्ति के लय होने को यहाँ 'मोह' नाम से समझना चाहिए) को भी न तो प्रवृत्त होने पर उनसे द्वेष करता है और न निवृत्त होने पर उनकी आकांक्षा करता है। (जो पुरुष एक सच्चिदानन्दघन परमात्मा में ही नित्य, एकीभाव से स्थित हुआ इस त्रिगुणमयी माया के प्रपंच रूप संसार से सर्वथा अतीत हो गया है, उस गुणातीत पुरुष के अभिमानरहित अन्तःकरण में तीनों गुणों के कार्यरूप प्रकाश, प्रवृत्ति और मोहादि वृत्तियों के प्रकट होने और न होने पर किसी काल में भी इच्छा-द्वेष आदि विकार नहीं होते हैं, यही उसके गुणों से अतीत होने के प्रधान लक्षण है)॥22॥
उदासीनवदासीनो गुणैर्यो न विचाल्यते ।
गुणा वर्तन्त इत्येव योऽवतिष्ठति नेङ्‍गते ॥
भावार्थ : जो साक्षी के सदृश स्थित हुआ गुणों द्वारा विचलित नहीं किया जा सकता और गुण ही गुणों में बरतते (त्रिगुणमयी माया से उत्पन्न हुए अन्तःकरण सहित इन्द्रियों का अपने-अपने विषयों में विचरना ही 'गुणों का गुणों में बरतना' है) हैं- ऐसा समझता हुआ जो सच्चिदानन्दघन परमात्मा में एकीभाव से स्थित रहता है एवं उस स्थिति से कभी विचलित नहीं होता॥23॥
समदुःखसुखः स्वस्थः समलोष्टाश्मकाञ्चनः ।
तुल्यप्रियाप्रियो धीरस्तुल्यनिन्दात्मसंस्तुतिः ॥
भावार्थ : जो निरन्तर आत्म भाव में स्थित, दुःख-सुख को समान समझने वाला, मिट्टी, पत्थर और स्वर्ण में समान भाव वाला, ज्ञानी, प्रिय तथा अप्रिय को एक-सा मानने वाला और अपनी निन्दा-स्तुति में भी समान भाव वाला है॥24॥
मानापमानयोस्तुल्यस्तुल्यो मित्रारिपक्षयोः ।
सर्वारम्भपरित्यागी गुणातीतः सा उच्यते ॥
भावार्थ : जो मान और अपमान में सम है, मित्र और वैरी के पक्ष में भी सम है एवं सम्पूर्ण आरम्भों में कर्तापन के अभिमान से रहित है, वह पुरुष गुणातीत कहा जाता है॥25॥
मां च योऽव्यभिचारेण भक्तियोगेन सेवते ।
स गुणान्समतीत्येतान्ब्रह्मभूयाय कल्पते ॥
भावार्थ : और जो पुरुष अव्यभिचारी भक्ति योग (केवल एक सर्वशक्तिमान परमेश्वर वासुदेव भगवान को ही अपना स्वामी मानता हुआ, स्वार्थ और अभिमान को त्याग कर श्रद्धा और भाव सहित परम प्रेम से निरन्तर चिन्तन करने को 'अव्यभिचारी भक्तियोग' कहते हैं) द्वारा मुझको निरन्तर भजता है, वह भी इन तीनों गुणों को भलीभाँति लाँघकर सच्चिदानन्दघन ब्रह्म को प्राप्त होने के लिए योग्य बन जाता है॥26॥
ब्रह्मणो हि प्रतिष्ठाहममृतस्याव्ययस्य च ।
शाश्वतस्य च धर्मस्य सुखस्यैकान्तिकस्य च ॥
भावार्थ : क्योंकि उस अविनाशी परब्रह्म का और अमृत का तथा नित्य धर्म का और अखण्ड एकरस आनन्द का आश्रय मैं हूँ॥27॥
ॐ तत्सदिति श्रीमद्भगवद्गीतासूपनिषत्सु ब्रह्मविद्यायांयोगशास्त्रे श्रीकृष्णार्जुनसंवादे गुणत्रयविभागयोगो नामचतुर्दशोऽध्यायः॥14॥

कुरान का संदेश ....




निशाने पर फिर श्मशान, कब्र खोदकर निकाल ले गए मासूम का शव!

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कोटा.महावीर नगर थाना क्षेत्र में रंगबाड़ी स्थित श्मशान से एक बालक का शव गायब होने व 18 कब्रों को खोदने की घटना सामने आई है। पुलिस को मौके पर खून में सना चाकू व पूजा की सामग्री भी मिली है। इससे यह करतूत किसी तांत्रिक गिरोह की मानी जा रही है।

इससे पहले नवरात्र के दौरान भी यहीं से एक शिशु का शव गायब हुआ था। सितंबर व अक्टूबर माह में केशवपुरा, प्रेमनगर व नयापुरा श्मशान से भी बालक के शव गायब हुए थे। इन मामलों को पुलिस आज तक नहीं खोल पाई।

थानेदार मदनपालसिंह के अनुसार रंगबाड़ी श्मशान से शव गायब होने की सूचना मिली थी। पुलिस जाब्ते ने वहां जाकर देखा तो कुछ कब्रें खुदी हुई थी। एक कब्र से शव गायब था। उन्होंने कहा कि कब्र को खोदने के पीछे किसी तांत्रिक गिरोह का हाथ है।

जिन्होंने शव की तलाश में कब्रों को खोदा है। कब्र के पास नींबू, रोली, फूल, लच्छा व खून से सना चाकू बरामद हुआ है। अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 297 में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।

ऐसे चला पता

रंगबाड़ी निवासी अमरलाल ने बताया कि सोमवार को उन्होंने मृत नवजात पोती को श्मशान में दफनाया था। बुधवार को दूध पिलाने की रस्म करने गए तो शव गायब था। इसके बाद वे रोज यहां आकर देखते थे। शनिवार को सुबह आकर देखा तो कई कब्र खुदी हुई थी। कब्रों के पास पूजा-पाठ की सामग्री पड़ी थी। घटना की सूचना पुलिस को दी।

अव्यवस्था का शिकार है श्मशान

क्षेत्रवासियों का कहना है कि श्मशान प्रशासन की अनदेखी दुर्दशा का शिकार है। यहां साफ-सफाई तो दूर पानी पीने तक की व्यवस्था नहीं है। श्मशान में चौकीदार नहीं है। रोशनी व्यवस्था भी चौपट है। जिसके कारण ही असामाजिक तत्व यहां अवांछित हरकतें करते हैं।

सांसद पंहुचे मौके पर

सूचना के बाद सांसद इज्येराज सिंह भी मौके पर पहुंचे। लोगों ने उन्हें मुक्तिधाम की हालत के बारे में अवगत कराया और रात को पुलिस गश्त की मांग की। सांसद इज्येराज सिंह ने लोगों को समाधान का भरोसा दिलाया। उन्होंने सांसद कोष से मुक्तिधामों में विकास के लिए राशि देने का आश्वासन दिया।

जनभावना से जुड़ा मामला

‘‘यह घटना जनभावना को झकझोरने वाली है। जिला प्रशासन व निगम प्रशासन को इसके प्रति गंभीर होना चाहिए। मैंने एसपी प्रफुल्ल कुमार से क्षेत्र की गश्त बढ़ाने व न्यास अध्यक्ष कलेक्टर जीएल गुप्ता से अव्यवस्थाओं को सुधारने के बारे में बात की है। ’’

- इज्येराजसिंह, सांसद, कोटा

जल्द होगा व्यवस्थाओं में सुधार

‘‘मुक्तिधाम में इस तरह की घटना दुखद है, इसकी पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए संबंधित समितियों के अध्यक्ष से चर्चा कर वहां की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवाया जाएगा। ’’

- डॉ. रत्ना जैन, महापौर कोटा

निशाने पर फिर श्मशान, कब्र खोदकर निकाल ले गए मासूम का शव!

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कोटा.महावीर नगर थाना क्षेत्र में रंगबाड़ी स्थित श्मशान से एक बालक का शव गायब होने व 18 कब्रों को खोदने की घटना सामने आई है। पुलिस को मौके पर खून में सना चाकू व पूजा की सामग्री भी मिली है। इससे यह करतूत किसी तांत्रिक गिरोह की मानी जा रही है।

इससे पहले नवरात्र के दौरान भी यहीं से एक शिशु का शव गायब हुआ था। सितंबर व अक्टूबर माह में केशवपुरा, प्रेमनगर व नयापुरा श्मशान से भी बालक के शव गायब हुए थे। इन मामलों को पुलिस आज तक नहीं खोल पाई।

थानेदार मदनपालसिंह के अनुसार रंगबाड़ी श्मशान से शव गायब होने की सूचना मिली थी। पुलिस जाब्ते ने वहां जाकर देखा तो कुछ कब्रें खुदी हुई थी। एक कब्र से शव गायब था। उन्होंने कहा कि कब्र को खोदने के पीछे किसी तांत्रिक गिरोह का हाथ है।

जिन्होंने शव की तलाश में कब्रों को खोदा है। कब्र के पास नींबू, रोली, फूल, लच्छा व खून से सना चाकू बरामद हुआ है। अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 297 में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।

ऐसे चला पता

रंगबाड़ी निवासी अमरलाल ने बताया कि सोमवार को उन्होंने मृत नवजात पोती को श्मशान में दफनाया था। बुधवार को दूध पिलाने की रस्म करने गए तो शव गायब था। इसके बाद वे रोज यहां आकर देखते थे। शनिवार को सुबह आकर देखा तो कई कब्र खुदी हुई थी। कब्रों के पास पूजा-पाठ की सामग्री पड़ी थी। घटना की सूचना पुलिस को दी।

अव्यवस्था का शिकार है श्मशान

क्षेत्रवासियों का कहना है कि श्मशान प्रशासन की अनदेखी दुर्दशा का शिकार है। यहां साफ-सफाई तो दूर पानी पीने तक की व्यवस्था नहीं है। श्मशान में चौकीदार नहीं है। रोशनी व्यवस्था भी चौपट है। जिसके कारण ही असामाजिक तत्व यहां अवांछित हरकतें करते हैं।

सांसद पंहुचे मौके पर

सूचना के बाद सांसद इज्येराज सिंह भी मौके पर पहुंचे। लोगों ने उन्हें मुक्तिधाम की हालत के बारे में अवगत कराया और रात को पुलिस गश्त की मांग की। सांसद इज्येराज सिंह ने लोगों को समाधान का भरोसा दिलाया। उन्होंने सांसद कोष से मुक्तिधामों में विकास के लिए राशि देने का आश्वासन दिया।

जनभावना से जुड़ा मामला

‘‘यह घटना जनभावना को झकझोरने वाली है। जिला प्रशासन व निगम प्रशासन को इसके प्रति गंभीर होना चाहिए। मैंने एसपी प्रफुल्ल कुमार से क्षेत्र की गश्त बढ़ाने व न्यास अध्यक्ष कलेक्टर जीएल गुप्ता से अव्यवस्थाओं को सुधारने के बारे में बात की है। ’’

- इज्येराजसिंह, सांसद, कोटा

जल्द होगा व्यवस्थाओं में सुधार

‘‘मुक्तिधाम में इस तरह की घटना दुखद है, इसकी पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए संबंधित समितियों के अध्यक्ष से चर्चा कर वहां की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवाया जाएगा। ’’

- डॉ. रत्ना जैन, महापौर कोटा

बेटी ने निभाया बेटे का दर्ज, पिता की चिता को दी मुखाग्नि!

कोटा.सीएडी में सुपरवाइजर तेजकरण शर्मा की शुक्रवार को हृदयाघात से मृत्यु हो गई। शनिवार को उनकी बेटी ने चिता को मुखाग्नि दी।

आर्यसमाज के राजेंद्र ने बताया कि स्टेशन आर्यसमाज रोड निवासी तेजकरण शर्मा (50) की हृदयाघात से मृत्यु हो गई।

शर्मा के दो बेटियां हैं। एक बेटी की शादी हो चुकी है और वो फिलहाल विदेश में है। छोटी बेटी स्मृति अवस्थी ने शनिवार सुबह पिता की चिता को कंधा दिया और उसके बाद उनकी चिता को मुखाग्नि दी।

उनका अंतिम संस्कार आर्यसमाज के अनुसार हुआ। राजेंद्र ने बताया कि 3 साल पहले शर्मा की पत्नी ने भी अपने पिता रामचंद्र की मृत्यु होने पर उनकी चिता को मुखाग्नि दी थी।

भ्रष्टाचार की देवी हैं वसुंधरा, और गहलोत कमज़ोर मुख्यमंत्री, दोनों मिले हुए हैं'

जयपुर.भाजपा विधायक हनुमान बेनीवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भ्रष्टाचार की देवी और अशोक गहलोत कमजोर मुख्यमंत्री हैं। दोनों मिले हुए हैं।

अगर गहलोत में दम है तो वसुंधरा के खिलाफ कार्रवाई कर के बताएं। शनिवार को महाराजा कॉलेज छात्रसंघ के उद्घाटन समारोह में भाजपा सांसद रामदास अग्रवाल की मौजूदगी में बेनीवाल ने मंच से अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया।

बेनीवाल ने आरोप लगाया कि तत्कालीन मंत्री प्रतापसिंह सिंघवी तीन लाख के सौदे में ढाई लाख रुपए वसुंधरा को देते थे और बाकी खुद रखते थे। सिंघवी, राजेंद्र राठौड़, दिगंबर सिंह, गजेंद्र सिंह खींवसर जैसे नेताओं ने वसुंधरा के साथ मिलकर प्रदेश में खूब तबाही मचाई।

बेनीवाल ने कहा कि पिछले दिनों वसुंधरा ललित मोदी के साथ भ्रष्टाचार में कमाए पैसे का हिसाब करने लंदन गई थीं। वसुंधरा को गड़रिया बताते हुए बेनीवाल ने कहा कि वे आधे जाट नेता के रूप में काम कर रही हैं, लेकिन उन्हें समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा।

उन्होंने वसुंधरा के पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह पर भी प्रहार किए। यदि भाजपा को दुबारा सत्ता में लाना है तो आडवाणी की जगह नरेंद्र मोदी जैसा चेहरा सामने लाना पड़ेगा। बेनीवाल ने समारोह के मुख्य अतिथि सांसद किरोड़ी लाल मीणा को चुनाव में हरसंभव सहायता का वादा करते हुए कहा कि वे पश्चिमी राजस्थान की चिंता छोड़ दें।

यहां जो कुछ भी होगा, वह इतिहास बनेगा। किरोड़ी भी वसुंधरा के भंवर में फंस गए थे, लेकिन समय रहते निकल गए। भंवरी देवी प्रकरण में आरोप की बिना पुष्टि हुए महिपाल मदेरणा को गिरफ्तार करने को उन्होंने गलत बताया। बेनीवाल ने सीबीआई को कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन कहते हुए इसका मुखिया राहुल गांधी को बता दिया।

बेनीवाल ने कहा कि अगले कुछ दिनों में जाट समाज के लोग सीबीआई दफ्तरों का घेराव करेंगे। इस संबंध में वे जल्द प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।

कांग्रेस की नहीं बनने दूंगा सरकार : किरोड़ी

किरोड़ी लाल मीणा ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर जमकर गुस्सा निकाला। उन्होंने कहा कि नेता कुर्सी के भूखे हैं। पांच साल वसुंधरा, पांच साल गहलोत और अब कोई और कुर्सी का भूखा आ जाएगा। किरोड़ी ने एबीवीपी से अपील की कि वह भाजपा में भ्रष्टाचार के सफाए के लिए कदम उठाए। भाजपा जैसी पार्टी के कैरेक्टर को उन लोगों ने खराब किया जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।

भैरोंसिंह शेखावत, कैलाश मेघवाल जैसे नेता पहले ही सब कुछ बता चुके हैं। कांग्रेस के खिलाफ आग उगलते हुए किरोड़ी ने कहा कि भ्रष्ट तंत्र के कारण ही उन्होंने गोलमा से कहा कि अब चल दे। जब मौका आएगा तो किरोड़ी ऐसा हथौड़ा मारेगा जैसा वसुंधरा को दिया था।

उन्होंने प्रतिज्ञा की कि वे अगले चुनाव में किसी भी सूरत में कांग्रेस की सरकार नहीं बनने देंगे। इससे पहले उन्होंने कहा कि बॉस इज ऑलवेज राइट, लेकिन उन्होंने वसुंधरा का कहना नहीं माना। इसीलिए भाजपा से निकाल दिए गए।

50 साल मुझे भी राजनीति में, मौके पर जवाब भी दूंगा : रामदास

सांसद रामदास अग्रवाल ने कहा कि उन्हें भी राजनीति में 50 साल हो गए हैं। जो भी सवाल उठाए गए हैं या उठाए जाते रहेंगे, मौका आया तो समय-समय पर वे जवाब भी देते रहेंगे। किरोड़ी की ओर इशारा करते हुए अग्रवाल ने कहा कि वे चाहते हैं कि आने वाली सरकार में आप अच्छी तरह फिट हों। उन्होंने कहा कि- रिश्ते कांच के बने होते हैं, जो टूटने पर चुभता है, हथेली में संभाल कर रखना इन्हें, टूटने में इन्हें पल, जुड़ने में बरसों लग जाते हैं।

अग्रवाल ने कॉलेज को किसी भी निर्माण के लिए सांसद निधि से 25 लाख रुपए तक देने की घोषणा की। विधायक फूलचंद भिंडा, छात्रसंघ अध्यक्ष लेखराज मीणा सहित कई ने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए।

राठौड़ ने दिग्विजय को दिए थे 40 करोड़

बेनीवाल ने आरोप लगाया कि राजेंद्र राठौड़ ने दारा एनकाउंटर से सीबीआई का पिंड छुड़ाने के लिए दिग्विजय सिंह को 40 करोड़ रुपए तक दिए।

दिल का दौरा पड़ने से जिंदादिल अभिनेता देवानंद का निधन


नई दिल्ली. बॉलीवुड के लिए एक और दुखद खबर है। दिल का दौरा पड़ने से सदाबहार अभिनेता देवानंद का लंदन में निधन हो गया। देवानंद 88 साल के थे। भारतीय समय के मुताबिक आधी रात के बाद 3.30 बजे उन्होंने लंदन के वॉशिंगटन मे फेयर होटल में अंतिम सांसें लीं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने देवानंद को श्रद्धांजलि दी है।

देवानंद का स्वास्थ्य कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रहा था और अपने चेकअप के लिए वे लंदन आए हुए थे। बताया जा रहा है कि जब देवानंद ने अंतिम सांसें ली तो उनके पुत्र सुनील उनके साथ ही थे। देवानंद ने 1946 में फ़िल्मी दुनिया में क़दम रखा था और फ़िल्म थी हम एक हैं। इसके बाद उन्हें कई फ़िल्में मिलीं और एक वर्ष बाद जिद्दी के आने तक वे बड़े अभिनेता के रुप में स्थापित हो गए
देवानंद ने कई बेहतरीन फ़िल्में की और अपने अभिनय का लोहा मनवाया। इन फ़िल्मों में पेइंग गेस्ट, बाज़ी, ज्वेल थीफ, गाइड, सीआईडी, जॉनी मेरा नाम, अमीर गरीब, हरे रामा हरे कृष्णा और देस परदेस का नाम लिया जा सकता है। देवानंद को २००१ में पद्मभूषण और २००२ में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। उम्र के इस पड़ाव पर भी वे फिल्मों में सक्रिय थे और कुछ फिल्मों का निर्देशन और निर्माण कर रहे थे।

देवानंद का जन्म अविभाजित पंजाब के गुरदासपुर (अब पाकिस्तान का नरोवल जिला) में 26 सितंबर, 1923 में हुआ था। देवानंद के माता-पिता ने उन्हें धर्मदेव आनंद नाम दिया था। उनके पिता किशोरीमल आनंद मशहूर वकील थे। देवानंद ने लाहौर कॉलेज से अंग्रेजी में बीए किया था।
1948 में देवानंद को पहली बड़ी कामयाबी मिली थी जब फिल्म जिद्दी बॉक्स ऑफिस पर हिट रही। 1949 में उन्होंने नवकेतन नाम से अपनी प्रॉडक्शन कंपनी लॉन्च की थी, जिसने कई यादगार फिल्में बनाईं। गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में बॉलीवुड की कई नामी हस्तियों का निधन हुआ है। इनमें जगजीत सिंह, शम्मी कपूर और उस्ताद सुल्तान खां शामिल हैं।

वो’ सजा की हकदार नहीं

नई दिल्ली.अवैध संबंधों को लेकर पति को तो सजा दी जा सकती है, लेकिन उस महिला को सजा नहीं दी जा सकती, जिससे उसका अवैध रिश्ता है। भले ही उसने अपराध के लिए उकसाया ही क्यों न हो।

जस्टिस अल्तमस कबीर और जस्टिस आरएम लोढा की सुप्रीम कोर्ट बेंच ने कल्याणी के खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने का आदेश देते हुए यह बात कही। एक अन्य महिला शैलजा ने आरोप लगाया था कि उसके पति के कल्याणी से अवैध संबंध है

कल्याणी ने अपने खिलाफ पुलिस में धारा 497 (व्यभिचार) और 341 (गलत तरीके से नियंत्रण) के तहत दर्ज प्रकरण को चुनौती दी थी। आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट ने उसकी याचिका को खारिज कर दिया था। इस वजह से उसने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी।

सुप्रीम कोर्ट ने धारा 497 की व्याख्या की,यदि कोई व्यक्ति किसी महिला के साथ उसके पति की अनुमति के बिना शारीरिक संबंध बनाता है तो इसे बलात्कार नहीं कहा जा सकता। यह व्यभिचार की श्रेणी में आता है। इसके तहत पांच वर्ष तक की कैद या जुर्माना या दोनों की सजा दी जा सकती है।–

कोर्ट ने कहा कि ऐसे मामलों में सह-अपराधी या प्रेरक होते हुए भी पत्नी को सजा नहीं दी जा सकती। इस प्रावधान की कई मंचों से आलोचना होती रही है। इससे विवाहित पत्नी को उसके पति की संपत्ति के रूप में देखा जाता है। लेकिन कानून के मुताबिक इस धारा के तहत सिर्फ पुरुषों को ही व्यभिचार के लिए सजा दी जा सकती है।

पोर्न फिल्मों से ज्यादा डिमांड हो चुकी है भंवरी सेक्स सीडी की....



जयपुर. राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी-मदेरणा सीडी केस भले ही सीबीआई के पास हो लेकिन इसकी सीडी और क्लिपिंग लोगों के मोबाइल तक में पहुंच चुकी है। यूं तो राजस्थान के हर शहर में भंवरी-मदेरणा के अंतरंग पलों की सीडी और क्लिपिंग मिल रही है लेकिन जोधपुर और जयपुर के सीडी शॉप में सौ रूपए देकर इसे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।

सात मिनट की क्लिपिंग एमएमएस और ब्लूटूथ के माध्यम से हर एक के मोबाइल में पहुंच चुकी है तो 45 मिनट की सीडी को किसी भी सीडी शॉप से खरीदा जा सकता है। इस सीडी में भंवरी और राज्य के पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा एक-दूसरे में कुछ यूं समाए हुए हैं कि ब्लू फिल्म बनाने वाले भी शरमा जाएं। सीडी में कभी लाइट जलती है तो कभी बुझती है। मदेरणा एक के बाद एक वादे कर रहे हैं और भंवरी के कपड़े खोलते हुए अपने आप पर होश खो रहे हैं।

जयपुर के टोंक फाटक स्थित एक सीडी शॉप ऑनर कहते हैं कि युवाओं से लेकर टैक्सी चालक तक सीडी मांग रहे हैं। इसके लिए वे कोई भी दाम देने को तैयार हैं। इस ऑनर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि उसे यह सीडी जोधपुर से मिली थी। जिसकी बाद में उसने कॉपी करवाकर बेचना शुरू किया।

गौरतलब है कि भंवरी और पूर्व मंत्री की सीडी बाजार में आने के बाद से ही राजस्थान की राजनीति में भूचाल मचा हुआ है। दो न्यूज चैनलों ने जब इस सीडी को दिखाया तो आनन-फानन में राज्य की गहलोत सरकार ने मदेरणा की छुट्टी कर दी। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से भी निष्कासित कर दिया गया और एक दिन पहले ही पुलिस ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया गया है। जबकि यह माना जा रहा है कि भंवरी की हत्या हो चुकी है।

फडफडा कर उढ़ गया है

किसी ने
कल ही तो कहा है
रिश्ते
पंछियों की तरह होते है ॥
इन्हें जरा जोर से पकड़ो
तो यह
मर जाते है ॥
अगर धीरे पकड़ो
तप
फडफडा कर
उढ़ जाते हैं
प्यार से अगर इन्हें पकड़ो
तो बस यह
तुम्हारे अपने बनकर रह जाते है ॥
लेकिन आज ही
में ऐसा ना कर सका और पंछी मेरा देख लो
मेरी उदारता देख
फडफडा कर उढ़ गया है ......... अख्तर खान अकेला कोटा रस्ज्थान

केले खाएं और काबू पाएं इस जानलेवा बीमारी पर

Comment

यूं तो हर फल अपने अन्दर कुछ न कुछ प्राकृतिक गुणों को समाये रहता है,आपने कभी बंदरों को हार्टएटेक से मरते हुए सुना होगा ..नहीं कारण है , प्राकृतिक फलों का सेवन ,इन्हीं कन्द मूलों एवं फलों को खाकर हमारे ऋषि -मुनि लम्बी आयु को निरोगी रहकर बिताते थे।

फलों के इन्हें गुणों की पुष्टि आज के वैज्ञानिक भी कर रहे हैं। अब केले को ही ले लीजिये ,भारत के मनीपाल एवं जॉन हापकिंस विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन से यह निष्कर्ष निकाला है, कि आप केला खाकर अपने रक्तचाप (ब्लड-प्रेशर ) को दस प्रतिशत तक नियंत्रित कर सकते हैं।

केला उच्च रक्तचाप में दी जानेवाली दवा एस -इनहीबिटर के रूप में काम करता है। तो आज से ही नाश्ते में लें एक पूरा केला या फिर केले से बनाएं फ्रूट सलाद ,इससे मिलेगा पोटेशियम और विटामिन सी और रक्तचाप भी रहेगा नियंत्रित है न मजे की बात।


चीन ने चुराया था सीबीआई का डाटा


नई दिल्‍ली. विकीलीक्‍स के संस्‍थापक जूलियन असांज ने शनिवार को सनसनीखेज दावा किया कि चीन के हैकरों ने भारतीय जांच एजेंसी सीबीआई के साइबर नेटवर्क में घुसपैठ की थी। नई दिल्‍ली में चल रहे 'एचटी लीडरशिप समिट' में असांजे ने कहा कि कुछ वर्षों पहले चीनी हैकरों ने सीबीआई के डाटा नेटवर्क में सेंध लगाई और कई अहम जानकारियां चुरा लीं। उन्‍होंने दावा किया कि उनके पास इसके सबूत भी हैं कि चीन की खुफिया एजेंसियां सीबीआई के ईमेल से सूचनाएं हासिल कर रही थीं। ।

असांज ने पश्चिम के देशों से भारत को सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि ये देश भारत के ईमेल संदेश और मोबाइल फोन कॉल्स को इंटरसेप्ट (बीच में ही पकड़ लेना) करते हैं। उन्‍होंने भारत से सुरक्षित संचार तंत्र विकसित करने का अनुरोध किया। असांज ने कहा कि बड़ी कंपनियां आर्थिक तंत्र की खुफिया जानकारी जुटाने के लिए आतंकवाद के खिलाफ उठाए जा रहे कदमों का गलत इस्‍तेमाल कर रही हैं। उन्‍होंने कहा कि गैरकानूनी ताकझांक पर पर्दा डालने के लिए इस्‍लामिक आतंकवाद का इस्‍तेमाल किया जा रहा है।

असांज ने कहा कि विदेशी बैंकों में जिन भारतीयों के खाते हैं उसकी जानकारी अगले साल दी जाएगी। विकीलीक्‍स संस्‍थापक ने अपने भाषण में भारतीय लोकतंत्र की भी तारीफ की। ‘सूचना का अधिकार (आरटीआई) की तारीफ करते हुए असांज ने कहा कि इससे भारतीय मूल्‍यों का पता चलता है।

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