खन्ना/लुधियाना. पायल क्षेत्र के गांव लसाड़ा में सोमवार सुबह 11 मोर और 150 कौवों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। इनकी मौत का कारण जहर बताया गया है। गांव के उदासीन डेरा बाबा गाजी दास (बबेआणा) के पीछे पेड़ों के झुरमुट में राष्ट्रीय पक्षी सहित अन्य पक्षियों के मृत पाए जाने से लोग स्तब्ध हैं।
पुलिस कोई जहरीली वस्तु देने की थ्यूरी पर काम कर रही है जबकि, जंगलात विभाग के अधिकारियों का मानना है कि यह कीटनाशकों की वजह से भी हो सकता है। हालांकि, मामले का पूरा खुलासा विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही होगा। विसरे को जांच के लिए मोहाली भेजा गया है। सुबह लगभग 11 बजे जत्थेदार मंगत राय सिंह लसाड़ा ने बड़ी संख्या में पक्षियों को मृत देखा। कुत्ते इन्हें खा रहे थे। उनसे सबको मामले की जानकारी दी।
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के ब्लाक अधिकारी व पुलिस अपनी-अपनी टीमों के साथ मौके पर पहुंच गए। न सिर्फ पक्षी मृत थे बल्कि बड़ी संख्या में पक्षी बेहोश भी मिले थे। लोगों की मदद से सैकड़ों बेहोश पक्षियों को इलाज कर मौत के मुंह से बचा लिया गया है। इस मामले में दो संभावनाएं जताई जा रही हैं।
किसी ने फसल पर ताजा-ताजा कीटनाशक का छिड़काव किया था और पक्षियों ने वह फसल खा ली। इसके अलावा किसी शरारती तत्व ने अनाज में जहरीली वस्तु मिलाकर फेंक दिया। पक्षियों ने दाना खा लिया, जिससे इनकी मौत हो गई।
डेरा प्रमुख बाबा बलवंत दास और उनके साथियों ने बताया कि कुत्ते बेहोश हो रहे पक्षियों को खाने के लिए दौड़ रहे थे, तब घटना का पता लगा। गांव वासियों ने इस घटना की निंदा करते हुए पक्षियों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। दो मोरों की हालत गंभीर बनी हुई है।