तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 दिसंबर 2011
क्या फर्क है काले और गोरे अँगरेज़ में
क्या फर्क है
काले और गोरे
अँगरेज़ में
पहले
गोरे अँगरेज़ देश का पैसा लुटकर
भ्रष्टाचार कर
विदेश में ले जाते थे
आज के काले अँगरेज़ भी
देश का पैसा
लूट और भ्रष्टाचार कर
विदेश में लेजाते है
फर्क इतना है
पहले
कोन गोरा अँगरेज़ कितना पैसा
कहाँ ले गया
इसका हिसाब होता था
बस आज के काले अँगरेज़
यह सब बताने में बेबस और लाचारी दिखा रहे है
उनके पास ऐसे लोगों की सूचि है लेकिन
जनता को इस लोकतंत्र में यह सब
जान्ने का हक नहीं वोह संसद में यही बतिया रहे हैं ........ अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
यह है गीता का ज्ञान ..........
यज्ञस्तपस्तथा दानं तेषां भेदमिमं श्रृणु॥
रस्याः स्निग्धाः स्थिरा हृद्या आहाराः सात्त्विकप्रियाः॥
आहारा राजसस्येष्टा दुःखशोकामयप्रदाः॥
उच्छिष्टमपि चामेध्यं भोजनं तामसप्रियम्॥
यष्टव्यमेवेति मनः समाधाय स सात्त्विकः॥
इज्यते भरतश्रेष्ठ तं यज्ञं विद्धि राजसम्॥
श्रद्धाविरहितं यज्ञं तामसं परिचक्षते॥
ब्रह्मचर्यमहिंसा च शारीरं तप उच्यते॥
स्वाध्यायाभ्यसनं चैव वाङ्मयं तप उच्यते॥
भावसंशुद्धिरित्येतत्तपो मानसमुच्यते॥
अफलाकाङ्क्षिभिर्युक्तैः सात्त्विकं परिचक्षते॥
क्रियते तदिह प्रोक्तं राजसं चलमध्रुवम्॥
परस्योत्सादनार्थं वा तत्तामसमुदाहृतम्॥
देशे काले च पात्रे च तद्दानं सात्त्विकं स्मृतम्॥
दीयते च परिक्लिष्टं तद्दानं राजसं स्मृतम्॥
असत्कृतमवज्ञातं तत्तामसमुदाहृतम्॥
मूंछ मुंडाई, बाल काटे, गालियां दी और जी नहीं भरा तो बना दिया मुर्गा!
पीड़ित छात्र ने घटना के एक दिन बाद बुधवार को एएसपी (हेडक्वार्टर) कालूराम रावत को लिखित शिकायत दी है। रावत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसे अंबामाता एसएचओ को जांच करने तथा कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
पीड़ित छात्र ने बताया कि मंगलवार दोपहर पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाते समय उसे कॉलेज के कुछ सीनियर छात्रों ने सैलून पर ले जाकर जबरन मूंछ मुंडवाई, बाल कटवाए। विरोध करने पर गालियां और धमकियां देकर मुर्गा भी बनाया।
सहमे छात्र
इस घटना के बाद छात्रों को इतना गहरा सदमा लगा है कि वे बहुत घबराए हुए हैं। मंगलवार को हुई इस घटना की जानकारी इन छात्रों ने बुधवार सुबह अन्य छात्रों को दी
इसके अतिरिक्त मीडियाकर्मियों से चर्चा के दौरान वे नाम भी नहीं बता रहे थे, उन्हें भय था कि सीनियर छात्र उनकी शिकायत करने पर फिर से उनकी रैंकिंग नहीं ले लें। कॉलेज से निष्कासित होने के डर से इन विद्यार्थियों ने महाविद्यालय प्रशासन को भी जानकारी नहीं दी।
इनका कहना है.. दर्शन डेंटल कॉलेज के विद्यार्थी आए थे। उनकी शिकायत को अंबामाता एसएचओ के पास भेज दिया गया है। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
-कालूराम रावत, एएसपी हेडक्वार्टर, उदयपुर
कॉलेज में हुई रैगिंग से संबंधित जानकारी मेरी जानकारी में नहीं है। इस संबंध में कॉलेज प्रबंधन से चर्चा की जाएगी।
-शीतल, प्राचार्य, दर्शन डेंटल कॉलेज, लोयरा
सट्टा का नं. दे दूंगा, पहले लाओ नरमुंड और उसने|
शिव कुमार नामक यह तांत्रिक रेलवे में गैंगमैन नंबर छह है और पंजाब के रोपड़ जिले मियांपुर में कार्यरत है। मुलाना थाना प्रभारी रणधीर सिंह ने इस तांत्रिक को काबू करने के लिए पुलिस टीम का गठन किया था जिसमें एसआई सोमनाथ, एएसआई यामीन व रामकरण व हवलदार बहादुर सिंह सहित अन्य लोग भी शामिल थे।
पुलिस टीम तांत्रिक की तलाश में मंगलवार सुबह रोपड़ के रवाना हो गई थी और तांत्रिक शिव कुमार को रोपड़ के मियांपुर से काबू कर लिया था। बुधवार को शिवकुमार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन के जेल में भेज दिया गया है।
क्या मामला था: गांव धनौरा गांव के दिला राम के खेतों में एक सिर कटी लाश मिली थी और शव का सिर मौके से गायब था। मुलाना पुलिस ने घटना स्थल से न केवल चार गिलास व शराब की खाली बोतलें बरामद की थी। मौके से ही हत्या के प्रयोग किया गया छुरा व एक नशीला दवाई की शीशी भी बरामद की थी। मृतक युवक की बांई बाजू पर राजेश व हिंदी में एमएल गुदा हुआ था। हत्यारों द्वारा इस हत्याकांड में युवक की पूरी गर्दन काट कर बड़ी ही बेरहमी की परिचय दिया गया था और जाते समय वह कटे सिर को अपने साथ ले गए थे।
इस मामले की गहनता से जांच करने के लिए फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट व सीन आफ क्राइम टीम की मदद ली गई थी। जांच में यह बात भी सामने आई थी कि उन्होंने मृतक को पहले शराब पिलाकर अचेत कर उसकी गर्दन काटी होगी। इस मामले की छानबीन में मुलाना थाना प्रभारी रणधीर सिंह सहित सब इंस्पेक्टर सोमनाथ, एएसआई प्रीतम सिंह कई लोग जुड़े थे।
साइबर क्राइम की मदद से मुलाना पुलिस ने शक के आधार पर अम्बाला से कुछ लोगों को पकड़ा। पुलिस ने यमुनानगर के थाना छप्पर के पास के गांव खेड़ा कलां के एक डेरा में छापामारी की और वहां से तीनों आरोपियों को पकड़ा था। आरोपियों की पहचान जसविंद्र उर्फ बंटी खेड़ा कलां जिला यमुनानगर, बंसी लाल अंबाला छावनी व सुनील मानव चौक अम्बाला शहर के तौर पर हुई थी। मृतक का नाम राजेश था।
नरमुंड मंगवाने वाला तांत्रिक काब
हत्या आरोपियों ने इस घटना को अंजाम तांत्रिक के कहने पर दिया है। बंसी व सुनील बाजीगर जाति से संबंध रखते हैं। पकड़े गये उनके मन में सट्टा खेलने की इच्छा हुई और वे कोई बड़ा दाव खेलना चाहते थे। बंसी ने सुनील को खेड़ा कलां गांव के रहने वाले अपने जीजा जसविंद्र उर्फ बंटी से मिलवाया।
बंटी सुनील को अपने साथ एक तांत्रिक से मिलवाने के लिए रोपड़ ले गया। हत्या आरोपियों का कहना है कि तांत्रिक ने उनसे कहा कि वे किसी मनुष्य की गर्दन काट का लेकर आएं, उसके बाद वह उन्हें सट्टे का नंबर बताएगा। राजेश की गर्दन बंसी व सुनील ने काटी।
इसके लिए बंसी के जीजा बंटी ने उन्हें छुरा उपलब्ध कराया था। बंसी व सुनील अंबाला छावनी में ठेके पर बैठ कर शराब पी रहे थे, तभी वहां अचानक राजेश आ गया था। पहले तो उन्होंने राजेश को शराब पिलाई और इसी दौरान उन्होंने अपनी प्लानिंग को अंजाम देने की भी मन में ठान ली थी।
वे राजेश को मोटरसाइकल पर बिठा कर धनौरा के पास दिला राम के खेतों में ले गये थे और फिर वहां बैठ का उन्होंने जमकर शराब का सेवन किया था। जैसे ही राजेश को शराब का नशा चढ़ा तो सुनील व बंसी ने बंटी द्वारा उपलब्ध कराए गये छुरे से राजेश की गर्दन काट डाली।
सुनील व बंसी राजेश की गर्दन को लेकर खेड़ा कलां गांव में स्थित बंटी के डेरे पर ले गए, जहां बंटी ने गर्दन को सरस्वती नदी में दबा दिया। तीनों गर्दन को तांत्रिक के पास लेकर जाने को बेकरार थे। इसीलिए उन्होंने दस दिन पहले भी मृतक की गर्दन को जमीन से निकाल कर देखा, लेकिन हड्डियों पर अभी मांस होने के कारण उन लोगों ने दोबारा से गर्दन को जमीन में दबा दिया।
8 साल की बच्ची ने कहा- मैं तो मर गई थी, लेकिन अब...
उसका कहना है कि पहले वह भट्टूकलां रेलवे स्टेशन के पास बंसी लाल के घर पैदा हुई थी। बुखार के कारण उसकी मौत हो गई। उसका पहले का नाम धापी था और वर्तमान में भी उसे इसी नाम से बुलाया जाता है। बच्ची के इस खुलासे की चर्चा गांव और स्कूल में है। परिवारजन और शिक्षक इसे आश्चर्यजनक मान रहे हैं। दैनिक भास्कर ने घर जाकर बच्ची और उसके परिवारजनों से बातचीत की। धापी का घर गांव के दूसरे छोर से गुजरने वाली नहर किनारे पर है। उसके पिता का नाम कोहर सिंह व मां का नाम लक्ष्मी देवी है।
कोहर सिंह दिहाड़ी-मजदूरी करते हैं। उनके सिर्फ पांच लड़कियां हैं। इनका कहना है कि धापी चौथे नंबर पर पैदा हुई थी। जब वह दो साल की थी, तभी से पुनर्जन्म की बातें करने लगी थी। शुरूआत में वह थोड़ा बहुत बताती थी। उसका कहना था कि पहले उसका जन्म भट्टूकलां रेलवे स्टेशन के पास हुआ था।
उसके पिता का नाम बंसी लाल और मां का नाम सुमन था। उसके पिता मंदिर में झाड़ू लगाते थे। उसके चाचा का नाम सुनील है, जो भट्टूकलां में दुकान करते हैं। बुखार के कारण 8-9 साल की उम्र में उसकी मौत हो गई। धापी की मां लक्ष्मी ने बताया कि डिंग में उनकी रिश्तेदारी में दो साल पहले शादी थी। डिंग जाने वाली ट्रेन में सवार होने के लिए वे भट्टूकलां रेलवे स्टेशन पर गए। वहां पहुंचते ही धापी ने जिद पकड़ ली कि उसका घर यहीं और वह वहां जाएगी। वे बड़ी मुश्किल से उसे डिंग लेकर गए। इसके बाद वह कई दिनों तक उदास रही।
स्कूल में रहती है सामान्य : स्टाफ
धापी की इन बातों की चर्चा स्कूल में भी है। स्टाफ सदस्य डा. सुदामा शास्त्री, नीलम सिहाग, देवीलाल, बलदेव कुमार आदि इसे आश्चर्यजनक मान रहे हैं। इनका कहना है कि धापी के पुनर्जन्म के बारे में कई बार सुना है। स्कूल में वह सामान्य रहती है।
SMS से भिड़ाया टांका, लड़की ने बुलाया-मुर्गा बनाया और जड़ा चांटा फिर...!
एक कॉलेज छात्रा को यह युवक काफी दिनों से परेशान कर रहा था। मना करने के बावजूद छात्रा के मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेजता। एसएमएस के जरिए छात्रा को बुधवार दोपहर चंबल गार्डन मिलने बुलाया।
छात्रा ने तंग आकर यह बात जेडीबी कॉलेज की छात्रासंघ अध्यक्ष मोनिका तंवर व नीतूसिंह को बताई। छात्राओं ने युवक को सबक सिखाने के लिए चंबल गार्डन रोड पर जूस की दुकान पर बुलाया। छात्राएं वहां पहुंची तो युवक एक साथी के साथ इंतजार करता मिला।
छात्राओं ने उन्हें घेरा तो उसका साथी मौके से भाग छूटा। जूस की दुकान के अंदर ही छात्राओं ने लड़के को लताड़ा और बारी-बारी से चांटे जड़े। इसके बाद लड़के को मैन रोड पर बीच सड़क पर मुर्गा बना दिया। छात्राओं ने हिदायत देकर बगैर पुलिस को सूचित किए छात्र को छोड़ दिया।
अब मिनीडोर-टैंपो वालों से सिखाएंगे सबक
जेडीबी कॉलेज की छात्रासंघ अध्यक्षा मोनिका तंवर ने कहा कि लड़कियों से बदसलूकी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लड़की चाहे कॉलेज की हो या स्कूल की। सरेराह बदसलूकी करने वाले मनचलों से अब छात्राएं अपने स्तर पर ही निबटेगी।
छेडख़ानी करने वालों को बीच सड़क व चौराहों पर मुर्गा बना उनके परिजनों को मौके पर ही बुला उनकी हरकतें बताई जाएगी। प्रमुख चौराहों व मार्गो पर आए दिन महिलाओं, छात्राओं से मिनीडोर, टैंपो वालों द्वारा सवारियों के लिए की जाने वाली खींचतान के मामले में भी छात्राएं अपने स्तर पर उनसे इसी तरह निबटेगी।
अब जीमेल इस्तेमाल करने वालों को होगा बड़ा फायदा
अब तक आप जी-मेल के जरिए सिर्फ अपने मेल भेज सकते थे या फिर दूसरों के मेल रिसीव कर सकते थे। लेकिन अब आप जी-मेल के जरिए फोन कॉल भी कर सकेंगे। गूगल के जरिए कंप्यूटर से कंप्यूटर पर व्वायस या फिर वीडियो कॉल तो आप पहले भी कर सकते थे। लेकिन पहली बार जी-मेल सर्विस देने वाली कंपनी गूगल ने जी-मेल के जरिए मोबाइल फोन या फिर लैंड लाइन फोन पर कॉल करने की सुविधा शुरू करने का ऐलान कर दिया है।
अपनी इस नई सर्विस के जरिए गूगल वेब कॉलिंग सर्विस देने वाली कंपनियों, स्पाइक और एटी एंड टी को टक्कर देने की तैयारी कर रही है। अमेरिका और कनाडा के लिए जी-मेल की ये फोन कॉल सर्विस इस साल मुफ्त में दी जाएगी। वहीं ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, चीन और जापान के लोगों को यह सर्विस 2 सेंट प्रति मिनट की बेहद सस्ती कॉल दर पर दी जाएगी।
प्रणब मुखर्जी बोले, क्या फौज भेजकर कालाधन वापस लाऊं
प्रणब मुखर्जी ने विदेशी बैंकों में कालाधन रखने वाले लोगों के नाम सार्वजनिक करने की मांग को खारिज करते हुए कहा, 'अगर मैं आपकी मांग को मानते हुए उन नामों का खुलासा कर दूं तो यह उन देशों के साथ हुए समझौते को तोड़ना होगा, जहां काला धन जमा है या जहां से हमें सूचना मिली है। अगर सरकार ऐसा करती है तो हमें आगे सूचना नहीं मिलेगी।' वित्तमंत्री ने उनकी सरकार द्वारा कालाधन वापस लाने के लिए उठाए गए कदमों के सवाल पर कहा कि एनडीए की सरकार ने अपने शासनकाल में क्या किया था।
प्रणब मुखर्जी ने काले धन को वापस लाने पर कहा, 'स्विस बैंक से हमें कालाधन कैसे मिलेगा? क्या मुझे वहां फौज भेजनी चाहिए? यह सिर्फ कर समझौतों के जरिए हो सकता है। स्विट्जरलैंड में जमा भारतीयों के खातों के बारे में हमें अप्रैल, 2011 से जानकारी मिलेगी। मैं या मेरी पार्टी कालाधन रखने वालों को बचाना नहीं चाहती है। हम लोग इस मुद्दे पर आपके (विपक्ष) साथ हूं।'
प्रणब मुखर्जी ने कहा, 'काला धन चाहे जितना भी हो, मैं किसी आंकडें की बात नहीं कर रहा हूं क्योंकि मेरे पास कोई आंकड़ा नहीं है। कुछ संस्थाओं की रिपोर्ट भारतीय मीडिया में काफी प्रकाशित हो रही हैं। इनके मुताबिक भारत के करीब 15 से 19 बिलियन डॉलर विदेशी बैंकों में जमा हैं। मैंने भारतीय सरकार के राजदूत के जरिए स्विस सरकार से इन संस्थाओं के बारे में जानकारी मांगी, लेकिन उन्होंने भी कहा कि ऐसी कोई जानकारी उनके पास नहीं है।'
प्रणब मुखर्जी के मुताबिक, 'कर चोरी के पैसे जहां भी जमा हो रहे हैं वे विकासशील देश नहीं हैं, बल्कि विकसित देश हैं। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि संसद इस मुद्दे पर बहस करे कि कैसे हम काले धन को टैक्स हैवेन में जाने से रोक सकते हैं। यह बहुत गंभीर मुद्दा है और हमें इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। सरकार ने काले धन से जुड़ी जानकारी दूसरे देशों के साथ साझा की है। हम काले धन पर अंकुश लगाने के लिए पांच सूत्रीय कार्यक्रम को लागू कर रहे हैं। हमें जो भी जानकारी मिलेगी, उस पर हम कार्रवाई करेंगे। ब्रिटेन और फ्रांस को भी स्विट्जरलैंड से काले धन की कोई जानकारी नहीं मिली है। हमारी सरकार ने काले धन की वापसी और उसको रोकने में कोई कोरकसर बाकी नहीं रखी है।'
प्रणब मुखर्जी के जवाब से असंतुष्ट समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव ने सदन से वॉकआउट करने का ऐलान कर दिया। प्रणब मुखर्जी के जवाब से नाराज आडवाणी ने कहा कि मुझे मेरे सवालों के जवाब नहीं मिले।
इससे पहले भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि कर की ऊंची दरों से विदेशी बैंकों में काला धन रखने को बढ़ावा मिला और कर चोरी के मामले भी बढ़े । आडवाणी ने कहा कि विदेशी बैंकों में जमा काला धन 2जी घोटाले की रकम 1.76 लाख करोड़ से भी ज्यादा है। 1991 में देश में आर्थिक उदारीकरण ( जिस वक्त मनमोहन सिंह वित्त मंत्री थे) के बाद काला धन की रकम कई गुना बढ़ोतरी हुई। उन्होंने पूछा कि सरकार उन ‘16 से 18 लोगों के नाम’ सार्वजनिक क्यों नहीं कर रही जिनके लिचेंस्टाइन बैंक में अकूत संपत्ति जमा है? भ्रष्टाचार और काला धन पर संयुक्त राष्ट्र के कन्वेंशन (2003) को मान्यता देने में देरी क्यों कर रही है।
अभिभाषक परिषद कोटा की कमान क्रपा शंकर के हाथों में
मल मास 16 से, भगवान पुरुषोत्तम को प्रिय है यह मास
भगवान सूर्य संपूर्ण ज्योतिष शास्त्र के अधिपति हैं। सूर्य का मेष आदि 12 राशियों पर जब संक्रमण(संचार) होता है, तब संवत्सर बनता है जो एक वर्ष कहलाता है। जिस मास में सूर्य किसी राशि पर संक्रमण नहीं करता वह मल मास कहलाता है। इस बात की पुष्टि इस श्लोक से होती है-
यस्मिन् मासे न संक्रान्ति: संक्रान्तिद्वयमेव वा।
मलमास: स विज्ञेयो मासे त्रिंशत्तमे भवेत्।।
(ब्रह्मसिद्धांत)
इसे पुरुषोत्तम मास व खरमास भी कहते हैं। इस बार मल मास का प्रारंभ 16 दिसंबर से हो रहा है, जो 15 जनवरी, रविवार को समाप्त होगा। इस मास की मलमास की दृष्टि से जितनी निंदा है, पुरुषोत्तम मास की दृष्टि से उससे कहीं श्रेष्ठ महिमा भी है।
भगवान पुरुषोत्तम ने इस मास को अपना नाम देकर कहा है कि अब मैं इस मास का स्वामी हो गया हूं और इसके नाम से सारा जगत पवित्र होगा तथा मेरी सादृश्यता को प्राप्त करके यह मास अन्य सब मासों का अधिपति होगा। यह जगतपूज्य और जगत का वंदनीय होगा और यह पूजा करने वाले सब लोगों के दारिद्रय का नाश करने वाला होगा।
अहमेवास्य संजात: स्वामी च मधुसूदन:। एतन्नान्मा जगत्सर्वं पवित्रं च भविष्यति।।
मत्सादृश्यमुपागम्य मासानामधिपो भवेत्। जगत्पूज्यो जगद्वन्द्यो मासोयं तु भविष्यति।।
पूजकानां सर्वेषां दु:खदारिद्रयखण्डन:।।
क्यों थी कृष्ण के पास सोलह हजार रानियां?
एक बार की बात है। भगवान् अपनी रानियों के साथ बैठे हुए विचार कर रहे थे और उसी समय उनको सूचना दी गई कि कुछ लोग आपसे मिलना चाहते हैं। विशेष रूप से कुछ स्त्रियां हैं और उनके साथ कुछ पुरूष हैं और वो बहुत परेशान हैं। भगवान् ने कहा-ठीक है। भगवान् की सभा का नाम था सुधर्मा सभा। भगवान् ने कहा उनको भेजा जाए। वो लोग आए।
उन्होंने भगवान् को प्रणाम किया। उन स्त्रियों ने भगवान् से कहा आपका उदय हो गया है। हमने सुना है आप सबके रखवाले हैं, आपने कंस का वध किया है।आप बार-बार घोषणा करते हैं कि आप स्त्री शक्ति, मातृ शक्ति के रक्षक हैं। क्या आप जानते हैं कि आज प्राज्ञज्योतिपुर नाम के नगर में एक राजा है नरकासुर। उसने सोलह हजार स्त्रियों को अपनी कैद में कर रखा है। उन सारी स्त्रियों को वो उठा लाया जो किसी की मां हैं, बहन हैं, पत्नी हैं, बेटी हैं और उसने अपने कारावास में उनको बन्दी बना लिया है। उस कारावास में बन्दियों की क्षमता पांच हजार है। उस पांच हजार की क्षमता वाले कारावास में उसने सोलह हजार स्त्रियों को बन्दी करके रखा है।
पशु की भांति जीवन बिता रही हैं वो सब। नरकासुर जिस दिन चाहता है कारावास का दरवाजा खोलकर स्त्रियों को उठाकर ले जाता है। उसके वे मंत्री इतने कुटिल, अत्याचारी व कामी हैं कि हमारा कोई रक्षण नहीं है। आज हम आपके पास आए हैं। नरकासुर को कोई जीत नहीं सकता। आज की राजनीति, आज की राज सत्ताएं आपके आसपास हैं। हम कब तक कैद में रहेंगे? यह सुनकर भगवान् के चेहरे पर बल पड़ गए। भगवान् ने कहा-मैं आपकी रक्षा का वचन देता हूं। उसके बाद श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया। कारावास में बंद सभी स्त्रियों को कृष्ण ने स्वीकार किया। इसीलिए कहा जाता है कि कृष्ण सोलह हजार रानियां थी।
छोटा सा आसान प्रयोग: अपनाकर डाइबिटीज को रखें कंट्रोल में हम
वर्तमान समय में हर उम्र वाले लोगों में डाइबिटीज के रोगी देखे जा सकते हैं। डाइबिटीज एक ऐसा रोग है जो अगर एक बार इंसान को लग जाए तो उसे जिंदगी भर दवाईयां खानी पड़ती है। अगर आपके साथ भी यही समस्या है तो योग के कटिचक्रासन के माध्यम से आप इस पर काबू पा सकते हैं।
कटिचक्रासन पहली विधि- कटिचक्रासन का अभ्यास करने के लिए पहले सीधे खड़े हो जाएं। दोनों पैरों के बीच डेढ़ से दो फुट की दूरी रखें। अब कंधों की सीध में दोनों हाथों को फैलाएं। इसके बाद बाएं हाथ को दाएं कंधे पर रखें और दाएं हाथ को पीछे से बाईं ओर लाकर धड़ से लपेटे। सांस क्रिया सामान्य रूप से करते हुए मुंह को घुमाकर बाएं कंधों की सीध में ले आएं। इस स्थिति में कुछ समय तक खड़े रहें और फिर दाईं तरफ से भी इस क्रिया को इसी प्रकार से करें। इस क्रिया को दोनों हाथों से 5-5 बार करें। ध्यान रखें कि कमर को घुमाते हुए घुटने न मुड़े तथा पैर भी अपने स्थान से बिल्कुल न हिलें।
दूसरी विधि- इसके लिए पैरों के बीच 1 फुट की दूरी रखकर सीधे खड़े हो जाएं। दोनों हाथों को कंधों की सीध में सामने की ओर करें तथा दोनों हथेलियों को आमने-सामने रखें। अब सांस सामान्य रूप से लेकर हाथों को धीरे-धीरे घुमाकर दाईं बगल में कंधे की सीध में ले आएं। अब शरीर को भी धीरे-धीरे घुमाते हुए मुंह को बाईं ओर कंधे के सामने लाएं। इस स्थिति में दाएं हाथ को कंधे की सीध में रखें तथा बाएं हाथ को कोहनी से मोड़कर छाती से थोड़े आगे करके रखें। इस तरह इस क्रिया को दूसरी तरफ से भी करें।
सालभर बीमारियां पास नहीं आएंगी अगर सर्दी में ऐसे खाएं ये सेहतभरे दाने
सर्दी में लोग अपनी सेहत बनाने के लिए दादी व नानी के नुस्खों को अपनाते हैं। तरह-तरह के आयुर्वेदिक प्रयोग करते हैं ताकि सालभर शरीर स्वस्थ और निरोगी रहे। लेकिन हमारे बुजुर्ग शायद इस विषय में हमसे ज्यादा सोचते थे इसीलिए उन्होंने स्वाद और सेहत को एक साथ संजोया।
यही कारण है कि तिल का उपयोग सर्दी में कई तरह से किया जाता है। दरअसल तिल के ये छोटे-छोटे दाने सेहत से भरपूर हैं। इसलिए तिल का प्रयोग घी व गुड़ के साथ करने से वर्षभर कई तरह के रोग दूर रहते हैं। साथ ही घर में बनी तिल पट्टी व बिजौरे भी शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं।
- यदि किसी को बार-बार यूरिन आने या खुलकर यूरिन न आने की समस्या है तो उसे पांच ग्राम तिल और पांच ग्राम गौखरू का काढा बनाकर दें। आराम मिलेगा।
- तिल के तेल में नीम की पत्तियां डालें। इस तेल की मालिश से मुंहासे व चर्म रोग से निजात मिलती है।
- तिल के तेल से कोलेस्ट्रोल का स्तर घटता है। यह हृदय रोग को रोकने में भी सहायक है।
- खांसी से निजात दिलाने में तिल मदद करता है। चाय बनाते समय उसमें दो ग्राम तिल या दो-तीन तिल के पौधे की पत्तियां और जरा सी अदरक भी डालें। इस चाय के सेवन से खांसी जल्द ही ठीक हो जाएगी।
- रोज सुबह दस ग्राम काला तिल अच्छी तरह चबा-चबाकर खाने से मसूड़े स्वस्थ और दांत मजबूत होते हैं।
- तिल, सोंठ, मेथी, अश्वगंधा व हल्दी बराबर मात्रा में मिलाकर पाउडर बना लें। रोज सुबह-शाम इसका सेवन करने से अर्थराइटिस से मुक्ति मिलती है।
- तिल का सेवन कफ, सूजन, दर्द में राहत पहुंचाने में मदद करता है।
- काले तिल को शुद्ध घी में भून लें। उन्हें पीसकर गुड़ पिघालकर दोनों को मिलाकर ठंडा कर लड्डू बांध लें। इस लड्डू के सेवन से बहुमूत्र की समस्या ठीक हो जाएगी।
थोड़े से शहद का ये नुस्खा दिल की बीमारियों के लिए है रामबाण
हृदय रोग आज के समय में किसी भी उम्र को अपना शिकार बना सकता है ,यह रोग आज भी मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। आधुनिक विज्ञान में हृदय रोगों को कार्डीयकडीजीज के नाम से जाना जाता है।
हृदय रोगों में कोरोनरीहार्टडीजीज, कार्डीयोमायोपैथी, कार्डीयोवास्कुलरडीजीज, इस्चमीकहार्टडीजीज, हार्टफेलियर आदि अनेक रोग आते हैं। आज आपको हम एक अनुभूत प्रयोग (नुस्खा )बताते हैं,जो हृदय से सम्बंधित अनेक समस्याओं में कारगर है :-
- घृतकुमारी के रस ,तुलसी के पत्ते के रस,पान के पत्ते का रस,ताजे गिलोय के पंचांग का रस ,सेब का सिरका एवं लहसुन की कली इन सबको समान मात्रा में उबालकर एक चौथाई शहद के साथ उबाल लें और नियमित एक चम्मच खाली पेट लें ,आपको हृदय रोगों से बचाव सहित रोगजन्य स्थितियों में हृदय को मजबूती प्रदान करने वाला अनुभूत योग है, यह ,आप प्रयोग करें और हृदय रोगों से बचे रहें।
अब खुदकुशी रुकवाएगा फेसबुक, नई सेवा शुरू
सोशल नेवटर्किंग वेबसाइट फेसबुक ने लोगों को आत्महत्या से बचाने के लिए एक नया प्रयास किया है। फेसबुक ने अपनी साइट पर ऐसा एप्लीकेशन लांच किया है जिसके जरिए लोग काउंसलर से ऑनलाइन चैट कर मदद ले सकेंगे।
ऐसे कई मामले आए हैं जिनमें आत्महत्या करने वाले ने जान देने से पहले अपने विचार फेसबुक पर शेयर किए। अपनी नई व्यवस्था के तहत फेसबुक ऐसे विचार पोस्ट करने वाले लोगों को काउंसलर की सेवाएं उपलब्ध करवाएगा ताकि वो चैट के जरिए अपनी परेशानी साझा कर सकें और उनकी जान बच सके। फेसबुक के प्रवक्ता फ्रेडरिक वोलन्स का कहना है कि अब हर कंटेट संबंधी रिपोर्ट के साथ एक विकल्प दिया जा रहा है जिस पर क्लिक करते ही कंपनी को यह पता चलेगा कि सामग्री लिखने वाला आत्महत्या के विचार रखता है।
फेसबुक के अनुसार किसी के आत्महत्या संबंधी विचार रखने की जानकारी मिलने पर ऐसे व्यक्तियों को एक लिंक भेजे जाएगा जिसके जरिए पोस्ट आत्महत्या के बारे में विचार कर रहा व्यक्ति निजी तौर पर काउंसलर से बात कर पाएगा। इस नई व्यवस्था के ज़रिए उन लोगों को मदद मिल सकेगी जो परेशानी में हैं और सीधे काउंसलर को फोन करने में भी डरते हैं। फेसबुक प्रवक्ता के मुताबिक वेबसाइट इस व्यवस्था को लागू करने के लिए लंबे समय से काम कर रहा था।
जब कोई व्यक्ति अपने किसी फेसबुक मित्र के व्यवहार के बारे में फेसबुक को जानकारी देगा तो उस व्यक्ति को भी व्यक्ति को भी संदेश भेजा जाएगा कि समस्या को सुलझाने की दिशा में क्या क़दम उठाए गए हैं। फेसबुक से दुनियाभर में करोड़ों लोग जुड़े हैं और ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब आत्महत्या करने वाले व्यक्ति ने अपनी मौत से फेसबुक पर इस संबंध में विचार व्यक्त किए थे।
हालांकि आत्महत्या के व्यवहार पर रिपोर्ट करने के बाद दी जाने वाली सुविधाएं फिलहाल सिर्फ अमरीका और कनाडा में ही उपलब्ध होंगी। अमरीका में हर दिन 100 लोग आत्महत्या करते हैं। एक सर्वे के मुताबिक 18 वर्ष से अधिक की उम्र के करीब 80 लाख अमरीकियों ने पिछले साल आत्महत्या के बारे में सोचा ज़रुर था।
शुक्रवार से बढ़ जाएंगे पेट्रोल के दाम?
नई दिल्ली. पेट्रोल फिर से महंगा हो सकता है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में फिर से बढ़ोतरी की तैयारी कर ली है। यदि सरकार की मंजूरी मिल जाए तो शुक्रवार से पेट्रोल के दाम 65 पैसे बढ़ सकते हैं। तेल कंपनियां कल इस बारे में बैठक कर रही हैं।
डॉलर के मुकाबले रुपये में बुधवार को सबसे बड़ी गिरावट आई और यह 53.75 रुपये प्रति डॉलर के स्तर तक पहुंच गया। सरकारी तेल कंपनी के एक सूत्र ने बताया कि रुपये में आ रही गिरावट से तेल आयात महंगा पड़ रहा है और गैसोलीन की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। तेल कंपनियां इस पूरी स्थिति को देखते हुए तेल की कीमतों पर समीक्षा के लिए गुरुवार को बैठक कर रही हैं और इनकी कीमतों में किसी तरह का बदलाव 16 दिसंबर से प्रभावी हो सकेगा।
सूत्र ने बताया, ‘पेट्रोल पर अंडर रिकवरी 0.55-0.56 रुपये प्रति लीटर है। इस तरह सेल्स टैक्स जोड़ने के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 0.65-0.66 रुपये प्रति लीटर बढ़ानी पड़ सकती हैं।’ सरकारी तेल कंपनियों ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें गिरने के बाद पिछले एक महीने में दो मौके पर पेट्रोल की कीमतों में कटौती की है। 16 नवंबर को पेट्रोल की कीमतों में 2.22 रुपये प्रति लीटर और एक दिसंबर को 78 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई।
सूत्र ने हालांकि यह नहीं बताया कि तेल कंपनियां हर पखवाड़े तेल की कीमतों में बदलाव करने की परंपरा के तहत ऐसा कर रही हैं। सूत्र ने कहा, ‘हमें प्रति लीटर सिर्फ 50 से 55 पैसे का घाटा हो रहा है। यदि जरूरत पड़ी तो हम अगले पखवाड़े तक यह घाटा सह सकते हैं।’गौरतलब है कि सरकारी तेल कंपनियां हर महीने की एक और 16 तारीख को पेट्रोल की कीमतों की समीक्षा करती हैं और यह पिछले पखवाड़े के औसत अंतरराष्ट्रीय कीमत पर आधारित होता है। लेकिन कंपनियां कोई फैसला लेने से पहले औपचारिक तौर पर पेट्रोलियम मंत्रालय से सलाह ले सकती हैं।
पेट्रोल पर ग्रीन टैक्स?
इसके अलावा शहरों में हरियाली को बढ़ावा देने के नाम पर सरकार पेट्रोल पर टैक्स लगाने की कवायद कर सकती है। दिल्ली मेट्रो के पूर्व चेयरमैन ई. श्रीधरन की अगुवाई में योजना आयोग के पैनल ने कुछ ऐसी ही सिफारिश की है।
पैनल ने नई गाडियों पर नए टैक्स की सिफारिश भी की है। डीजल कारों पर 20 फीसदी जबकि पेट्रोल कारों पर 7.5 फीसदी टैक्स लगाने की सिफारिश की गई है। पेट्रोल पर प्रतिलीटर 2 रुपये सेस (उपकर) लगाने की सिफारिश की है। यदि सरकार इन सिफारिशों को मान लेती है तो पेट्रोल फिर से महंगा हो सकता है।
एक अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित खबर के मुताबिक पैनल ने गाडियों का बीमा महंगा करने की भी सिफारिश की है। अभी गाडियों की इंश्योर्ड कीमत पर 4 फीसदी अरबन ट्रांसपोर्ट टैक्स लिया जाता है लेकिन यदि पैनल की सिफारिशें मान ली जाती हैं तो यह बढ़कर सात फीसदी हो जाएगा।
शुक्रवार से बढ़ जाएंगे पेट्रोल के दाम?
नई दिल्ली. पेट्रोल फिर से महंगा हो सकता है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में फिर से बढ़ोतरी की तैयारी कर ली है। यदि सरकार की मंजूरी मिल जाए तो शुक्रवार से पेट्रोल के दाम 65 पैसे बढ़ सकते हैं। तेल कंपनियां कल इस बारे में बैठक कर रही हैं।
डॉलर के मुकाबले रुपये में बुधवार को सबसे बड़ी गिरावट आई और यह 53.75 रुपये प्रति डॉलर के स्तर तक पहुंच गया। सरकारी तेल कंपनी के एक सूत्र ने बताया कि रुपये में आ रही गिरावट से तेल आयात महंगा पड़ रहा है और गैसोलीन की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। तेल कंपनियां इस पूरी स्थिति को देखते हुए तेल की कीमतों पर समीक्षा के लिए गुरुवार को बैठक कर रही हैं और इनकी कीमतों में किसी तरह का बदलाव 16 दिसंबर से प्रभावी हो सकेगा।
सूत्र ने बताया, ‘पेट्रोल पर अंडर रिकवरी 0.55-0.56 रुपये प्रति लीटर है। इस तरह सेल्स टैक्स जोड़ने के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 0.65-0.66 रुपये प्रति लीटर बढ़ानी पड़ सकती हैं।’ सरकारी तेल कंपनियों ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें गिरने के बाद पिछले एक महीने में दो मौके पर पेट्रोल की कीमतों में कटौती की है। 16 नवंबर को पेट्रोल की कीमतों में 2.22 रुपये प्रति लीटर और एक दिसंबर को 78 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई।
सूत्र ने हालांकि यह नहीं बताया कि तेल कंपनियां हर पखवाड़े तेल की कीमतों में बदलाव करने की परंपरा के तहत ऐसा कर रही हैं। सूत्र ने कहा, ‘हमें प्रति लीटर सिर्फ 50 से 55 पैसे का घाटा हो रहा है। यदि जरूरत पड़ी तो हम अगले पखवाड़े तक यह घाटा सह सकते हैं।’गौरतलब है कि सरकारी तेल कंपनियां हर महीने की एक और 16 तारीख को पेट्रोल की कीमतों की समीक्षा करती हैं और यह पिछले पखवाड़े के औसत अंतरराष्ट्रीय कीमत पर आधारित होता है। लेकिन कंपनियां कोई फैसला लेने से पहले औपचारिक तौर पर पेट्रोलियम मंत्रालय से सलाह ले सकती हैं।
पेट्रोल पर ग्रीन टैक्स?
इसके अलावा शहरों में हरियाली को बढ़ावा देने के नाम पर सरकार पेट्रोल पर टैक्स लगाने की कवायद कर सकती है। दिल्ली मेट्रो के पूर्व चेयरमैन ई. श्रीधरन की अगुवाई में योजना आयोग के पैनल ने कुछ ऐसी ही सिफारिश की है।
पैनल ने नई गाडियों पर नए टैक्स की सिफारिश भी की है। डीजल कारों पर 20 फीसदी जबकि पेट्रोल कारों पर 7.5 फीसदी टैक्स लगाने की सिफारिश की गई है। पेट्रोल पर प्रतिलीटर 2 रुपये सेस (उपकर) लगाने की सिफारिश की है। यदि सरकार इन सिफारिशों को मान लेती है तो पेट्रोल फिर से महंगा हो सकता है।
एक अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित खबर के मुताबिक पैनल ने गाडियों का बीमा महंगा करने की भी सिफारिश की है। अभी गाडियों की इंश्योर्ड कीमत पर 4 फीसदी अरबन ट्रांसपोर्ट टैक्स लिया जाता है लेकिन यदि पैनल की सिफारिशें मान ली जाती हैं तो यह बढ़कर सात फीसदी हो जाएगा।
सरकार सामने लाए ‘डर्टी मनी’ रखने वाले 782 लोगों के नाम: लालू
नई दिल्ली. भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी का मानना है कि कर की ऊंची दरों से विदेशी बैंकों में काला धन रखने को बढ़ावा मिला और कर चोरी के मामले भी बढ़े। कालेधन पर लोकसभा में चर्चा शुरू करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान भ्रष्टाचार और महंगाई को लेकर कई बार संसद में चर्चा हुई लेकिन ऐसा नहीं लगता कि काला धन के मसले पर भी कोई चर्चा हुई हो।
आडवाणी ने कहा कि विदेशी बैंकों में जमा काला धन 2जी घोटाले की रकम 1.76 लाख करोड़ से भी ज्यादा है। 1991 में देश में आर्थिक उदारीकरण ( जिस वक्त मनमोहन सिंह वित्त मंत्री थे) के बाद काला धन की रकम कई गुना बढ़ोतरी हुई। उन्होंने पूछा कि सरकार उन ‘16 से 18 लोगों के नाम’ सार्वजनिक क्यों नहीं कर रही जिनके लिचेंस्टाइन बैंक में अकूत संपत्ति जमा है। भाजपा ने भ्रष्टाचार और काला धन पर संयुक्त राष्ट्र के कन्वेंशन (2003) को मान्यता देने में देरी क्यों कर रही है।
आडवाणी ने कहा, ‘हमें यह समझना होगा कि काला धन के मामले में दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने की वजह से ही सुप्रीम कोर्ट की नजर में हम एक ‘मृदु राष्ट्र’ हैं।’ केंद्र सरकार पर काला धन को लेकर कोई गंभीर कदम नहीं उठाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने कर चोरी करने वाले 782 लोगों के नाम गोपनीय रखे हैं।
भाजपा नेता ने 'ग्लोबल फाइनेंसियल इंटेग्रिटी' की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि स्विस बैंक में भारतीयों का 25 लाख करोड़ रुपये जमा हैं। सरकार को विदेशी बैंकों में जमा धन को देश में लाए जाने की जरूरत है। उन्होंने वित्त मंत्री से इस रकम वापस लाए जाने और इसका इस्तेमाल देश के छह लाख गांवों के विकास में किए जाने की अपील की। उन्होंने देश के सबसे बड़े टैक्स चोर हसन अली के मामले का पूरा ब्यौरा भी वित्त मंत्री से मांगा कि यह शख्स कौन है, इसके किसके साथ संबंध हैं?
सरकार को उन लोगों के नाम देश के सामने रखने चाहिए जिनके स्विस बैंकों में अवैध खाते हैं। आडवाणी ने कहा, 'वित्त मंत्री से अपील करता हूं कि विदेशी बैंकों में काला धन जमा करने वाले किसी भी शख्स का नाम छिपाया न जाए। यदि मेरा नाम है तो उसे भी उजागर करें। उम्मीद करता हूं कि आज की चर्चा के बाद काला धन रखने वालों के नाम सामने आ जाएंगे।' हम इसे ब्लैक मनी कहते हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे ‘डर्टी मनी’ कहा जाता है क्योंकि इसका इस्तेमाल गलत और गैरकानूनी धंधे में किया जाता है।’ भाजपा नेता ने कहा, 'जब नेताओं की आलोचना होती है तो लोग तालियां बजाते हैं। यह सही नहीं है। सभी दल के नेताओं और सांसदों को यह घोषणा करनी होगी कि विदेशी बैंकों में हमारा कोई गैरकानूनी खाता नहीं है। तब लोग हमारी इज्जत करेंगे।’
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी मांग की कि सरकार स्विस बैंक में काला धन रखने वाले 782 लोगों के नाम आज के आज सार्वजनिक कर दे। उन्होंने भी कहा कि नाम जगजाहिर नहीं होने से नेताओं पर शक बढ़ता है।
इससे पहले आडवाणी ने भी कहा था कि हमारे लिए बेइज्जती की बात होगी कि हमें सरकार के बताने से पहले विकीलीक्स से पता चल जाए कि किन भारतीयों के विदेशी बैंकों के अवैध खाते हैं। आडवाणी ने इस बात से भी इनकार नहीं किया विदेशी बैंकों में जमा काला धन का संबंध आतंकवादियों से हो सकता है। उन्होंने काला धन के मसले पर संसद में श्वेतपत्र लाने की सरकार से मांग की। लोकसभा में कालेधन के मुद्दे पर बीजेपी का स्थगन प्रस्ताव मंजूर करने के लिए आडवाणी ने लोकसभा अध्यक्ष का शुक्रिया अदा भी किया।
केंद्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने आडवाणी के भाषण में दखल देते हुए कहा कि विदेशी बैंकों में काला धन के अलावा हवाला के जरिए अवैध रकम की हेराफेरी भी गंभीर मसला है। इस पर आडवाणी ने फारुक की बात का समर्थन किया।
आडवाणी के सवालों का सरकार की तरफ से जवाब देते हुए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि किसी के पास कोई सही आंकलन नहीं है कि विदेशी बैंकों में कितना धन जमा है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए नहीं चाहता है कि काला धन वापस आए बल्कि वह इस मसले पर राजनीति कर रहा है। यह एनडीए बनाम यूपीए की बहस नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि विदेशी बैंकों और स्थानीय बैंकों में जमा काला धन में कोई फर्क नहीं है। तिवारी ने कहा, ‘मैं एनडीए के सांसदों की इस घोषणापत्र का स्वागत करता हूं कि उनका विदेशी बैंकों में कोई पैसा नहीं है लेकिन उन्हें अपने देश के बैंकों में जमा पैसे की भी जानकारी देनी चाहिए।’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘काला धन के लिए यूपीए को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है। कांग्रेस भी काला धन को वापस लाना चाहती है और यह बिल्कुल गलत है कि काला धन रखने वालों को हम संरक्षण देते हैं। फ्रांस ने करीब 70 ऐसे लोगों की जानकारी दी थी जिनका टैक्स बाकी था। यूपीए सरकार ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की है। हसन अली की कमाई एनडीए के कार्यकाल में बढ़ी है। एनडीए की सरकार ने हसन अली के खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई की।’
कांग्रेस और बीजेपी की यह चर्चा उस वक्त और तीखी हो गई जब भाजपा के यशवंत सिन्हा ने मनीष तिवारी पर तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि इस बात की खबरें मिली हैं कि निचले दर्जे के सरकारी कर्मचारियों का भी विदेशी बैंकों में पैसा जमा है।