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तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
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जुलाई 2007 जैसे ही राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम की घोषणा हुई, हर इंसान की जुबान पर एक ही बात थी 'आज भारत को पहली महिला राष्ट्रपति मिल गई' और चारों जैसे एक जश्न का माहौल था, इस चुनाव में प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भैरों सिंह शेखावत से लगभग दो गुने अंक प्राप्त किये, और यह साबित कर दिया कि महिला किसी भी क्षेत्र में पुरुष से पीछे नहीं है।
जिस समय उन्हें राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकित किया गया तब वे राजस्थान राज्य के राज्यपाल के रूप में अपना कार्यभार संभाल रही थी अभी तक के इतिहास में वे राजस्थान की पहली और आखिरी महिला राज्यपाल रही हैं, राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद जब उनसे जीत के रहस्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा 'यह मेरी नहीं भारतीय सिद्धांतों की जीत है'।
ऐसा नहीं है कि राष्ट्रपति चुनाव की डगर श्रीमती पाटिल जी के लिए आसान थी, उनका राजनीतिक जीवन भी विवादों से दूर नहीं रहा है,उस समय श्रीमती पाटिल विवादों में घिर गईं जब उन्होंने राजस्थान में एक सभा में कहा कि 'राजस्थान की महिलाओं के लिए पर्दा प्रथा मुगलों से बचाने के लिए शुरू की गई' उनके इस बयान का विरोध ना सिर्फ मुस्लिम नेताओं ने किया अपितु इतिहासकारों ने भी कह दिया राष्ट्रपति चुनाव के लिए दावेदार प्रतिभा पाटिल जी को इतिहास की जानकारी नहीं है, वही समाजवादी पार्टी ने भी कहा कि प्रतिभा पाटिल विरोधी विचारधारा रखती हैं
संभवतः यह विवाद उनके राजनीतिक जीवन का प्रथम विवाद था| जब श्रीमती पाटिल ने कहा कि उनके गुरु की आत्मा के साथ उनके संवाद होते हैं तब वे एक बार फिर विवादों में घिर गईं इतना ही नहीं उनके पति श्री देवी सिंह शेखावत पर भी एक स्कूल शिक्षक को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप है, चीनी मिल घोटाला, इंजीनियरिंग कॉलेज फंड घोटाला आदि संगीन आरोप भी उनके नाम हैं, इसके बाद भी जब जुलाई 2007 में जब वे राष्ट्रपति चुनाव जीत भारत की पहली महिला राष्ट्रपति बनी तो विरोधियों के मुंह स्वतः ही बंद हो गए|
19 दिसंबर 1934 को महाराष्ट्र के जलगांव जिले में जन्मी प्रतिभा ताई (प्रतिभा पाटिल) राजनीतिक जीवन में आने से पहले सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य करती थीं, उस समय किसी ने सोचा भी नहीं होगा की बड़ी सी बिंदी लगाने वाली और साधारण से पहनावे वाली यह महिला एक दिन हिन्दुस्तान की पहली नागरिक बन जाएगी|
उन्होंने मुंबई विश्विद्यालय से क़ानून की शिक्षा ली और 1962 में कॉलेज क्वीन भी रहीं यही वह साल था जब उन्होंने 27 वर्ष की उम्र में महाराष्ट्र के एदलाबाद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की प्रत्यासी के रूप में विधानसभा का प्रथम चुनाव लड़ा , और विजय होने के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री यशवंत राव की शासन काल में अपना कार्य आरंभ किया और उसके बाद से राजनीतिक जीवन अनवरत रहा|
इस दौरान जब 1977 में श्रीमती इन्द्रा गांधी को गिरफ्तार किया गया तब प्रतिभा जी ने इसका विरोध किया और खुद गिरफ्तार होकर दस दिनों के लिए जेल भी गईं | 1991 में पहली बार उन्हें अमरावती सीट से लोकसभा का टिकट प्राप्त हुआ और विजयी भी हुईं, जब कांग्रेस ने पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता देखी तो 2004 में उन्हें एक नयी जिम्मेदारी देते हुए राजस्थान की राज्यपाल के रूप नियुक्त किया गया| एक राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता के साथ-साथ वे टेनिस की एक अच्छी खिलाड़ी भी रही हैं| स्वतंत्र भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनने वाली श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल राजस्थान राज्य की प्रथम महिला राज्यपाल भी रहीं हैं, श्रीमती पाटिल ने अभी हाल ही में थार में चल रहे सबसे बड़े युद्ध अभ्यास में पहुंचकर सेना के सिपाहियों का उत्साहवर्धन किया और टैंक पर बैठने वाली प्रथम राष्ट्रपति का ख़िताब अपने नाम किया|
नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा रविवार शाम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक पर विचार करने के बाद उसे मंजूर कर दिया। हालांकि लोकपाल विधेयक पर बैठक में विचार नही हुआ। मंत्रिमंडल ने 13 दिसम्बर को सहयोगियों में सहमति कायम करने के मकसद से खाद्य विधेयक पर फैसला टाल दिया था।
अधिकारियों के मुताबिक केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार इस बात से चिंतित हैं कि यदि भोजन का अधिकार कानून लागू किया जाएगा तो 63 हजार करोड़ रुपये की मौजूदा खाद्य रियायत बढ़कर 1.2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी। बैठक के बाद सरकार ने कहा कि यदि पीडीएस व्यवस्था को सही से लागू किया गया तो फिर पैसे की दिक्कत नहीं आएगी। खाद्य विधेयक सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सलाहकार समिति की प्रिय परियोजना है। यह 2009 के आम चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र का भी हिस्सा थी।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक के मसौदे में देश की 1.2 अरब आबादी के आधे हिस्से को चावल तीन रुपये, गेहूं दो रुपये और मोटा अनाज एक रुपये प्रति किलो की दर पर दिए जाने का प्रवधान है, लेकिन उच्च लागत और अनाज की अनुपलब्धता इसके रास्ते में बाधा बन सकती है। विधेयक में ग्रामीण आबादी के 75 प्रतिशत और शहरी आबादी के 50 प्रतिशत हिस्से को दायरे में लाने का प्रावधान है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 13 दिसम्बर को विधेयक के मसौदे पर फैसला टाल दिया था लेकिन रविवार शाम हुई बैठक में इसे मंजूर करा लिया गया।
केंद्रीय खाद्य मंत्री के.वी. थॉमस ने कहा, "हम संसद के इस सत्र में विधेयक को लाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।" यह विधेयक सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की पसंदीदा परियोजना और वर्ष 2009 के आम चुनाव के समय घोषित कांग्रेस के घोषणापत्र का अहम हिस्सा है। जानकार सूत्रों का कहना है कि कृषि मंत्री शरद पवार ने चिंता प्रकट की है यदि इस विधेयक को लागू किया गया तो मौजूदा खाद्य सब्सिडी 63,000 करोड़ रुपये (12 अरब डॉलर) को बढ़ाकर 1.2 लाख करोड़ रुपये (23 अरब डॉलर) करना होगा।
उनका कहना है कि ऐसे में उर्वरक का मूल्य तथा अनाजों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाना होगा और सरकार पर भारी खर्च का बोझ बढ़ेगा। विधेयक के मसौदे के अनुसार सामान्य श्रेणी के प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम तीन किलोग्राम आनाज प्रतिमाह न्यूनतम समर्थन मूल्य की आधी दर पर मुहैया कराया जाएगा।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने सरकार से यह भी कहा है कि वह इसका दायित्व उन राज्यों को सौंप दे जो इस कानून को लागू करेंगे। राज्यों से कहा गया है कि वे महिलाओं, बच्चों असहाय और गृहविहीन लोगों को राशन प्राप्त करने का कानूनी अधिकार दें और उन्हें इससे पड़ने वाला अतिरिक्त वित्तीय बोझ वहन करना होगा। उल्लेखनीय है कि जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर गठित त्रिस्तरीय लोक शिकायत निवारण समितियां भी इस विधेयक की हिस्सा होंगी।
कोच्चि. वरिष्ठ नेता राघव रेड्डी को विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) का अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है जबकि महासचिव प्रवीण भाई तोगड़िया को प्रोन्नत कर संगठन का अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
राघव रेड्डी ने अशोक सिंघल का स्थान लिया। विहिप न्यासी बोर्ड की यहां दो दिनों तक चली बैठक के आखिरी दिन संगठन के पदाधिकारियों की घोषणा की गई।
अशोक सिंघल ने स्वास्थ्य कारणों से अध्यक्ष पद पर बने रहने से इंकार कर दिया था। उसके बाद यहां चली बैठक में हैदराबाद के राघव रेड्डी को अध्यक्ष बनाए जाने पर आम सहमति बनी। सिंघल 1998 में विहिप के कार्याध्यक्ष बने थे और उसके बाद 2005 में वह अध्यक्ष बने। वह लगातार दो कार्यकाल तक विहिप के अध्यक्ष रहे।
चेन्नई. लोकपाल विधेयक को लेकर सरकार पर लगातार दबाव बना रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने रविवार को कहा कि लोकपाल विधेयक के पारित होने में अब और विलम्ब नहीं होना चाहिए। यहां आयोजित एक सार्वजनिक सभा से अलग संवाददाताओं से बातचीत में अन्ना ने कहा कि प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर उनके आंदोलन को शुरू हुए एक साल बीत चुके हैं। अब इसमें और विलम्ब नहीं होना चाहिए।
दूसरों से सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक रविवार शाम को होने वाली कैबिनेट की बैठक में लोकपाल बिल पर चर्चा नहीं की जाएगी। लोकपाल पर सोमवार सुबह को चर्चा होगी। सरकार अन्ना को खुश करते हुए लोकपाल बिल पास कराने का फार्मूला तलाश रही है। इसी बीच रविवार को चेन्नई में सभा को संबोधित करते हुए अन्ना ने कहा, "एक साल पहले मैंने अपना आंदोलन शुरू किया था, तीन महीने तक उन्होंने हमारे पांच सदस्यों के साथ बैठकें की, लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला।"
अन्ना ने कहा, "यह हमारे उस देश का अपमान है, जहां भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने अपनी जान कुर्बान की थी.. लोकपाल को पास होने में अधिक समय लग रहा है, यह अच्छा नहीं है।" अन्ना ने लोकपाल विधेयक का अध्ययन करने वाली संसद की स्थायी समिति पर भी आरोप लगाया कि उनकी तीन प्रमुख मांगों पर 'सदन की भावना' के बावजूद उसने तीनों मांगों को विधेयक में शामिल नहीं किया।
अन्ना ने कहा, "जब मैं रामलीला मैदान में अनशन पर बैठा था, तब प्रधानमंत्री ने लिखित में दिया था कि लोकायुक्त, सिटिजन चार्टर और ऊपर से नीचे तक के सभी अधिकारी लोकपाल के दायरे में होंगे। इसे संसद में पेश किया जाएगा और संसद इसे सर्वसम्मति से पारित करेगा। लेकिन जब यह स्थायी समिति में गया तो समिति ने उसे हटा दिया।"
रुद्राक्ष शिव का साक्षात् स्वरूप माना जाता है। रुद्राक्ष दो शब्दों रुद्र और अक्ष से मिलकर बना है। जिसका सरल अर्थ ही है रुद्र यानी शिव के नेत्र। वहीं रुद्राक्ष शब्द के पीछे छुपी गूढ़ता जानें तो रुद्र का अर्थ है रुत् यानी दु:खों का नाश करने वाले वहीं अक्ष का अर्थ है आंखे यानी रुद्राक्ष शिव के नेत्रों से निकला पीड़ा हरण करने वाला है।
इस संबंध में शिव पुराण में लिखा भी है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति शिव के आंसुओं से हुई है। इसके अलावा भी अन्य पुराण रुद्राक्ष के शिव अंश होने की पुष्टि करते हैं। जानते हैं रुद्राक्ष के शिव का साक्षात् स्वरूप होने से जुड़े ऐसे ही पुराण प्रसंग -
शिव पुराण के मुताबिक सती से वियोग होने से आहत शिव के आंसुओं की बूंदे जमीन जगह-जगह पर गिरने से रुद्राक्ष वृक्ष पैदा हुआ।
श्रीमद देवी भागवत् में उल्लेख है कि राक्षस त्रिपुर के नाश के लिये जब लंबे वक्त तक भगवान के नेत्र खुले रहे तो उनसे थकावट के कारण आंसू निकल भूमि पर गिरे। इससे ही रुद्राक्ष का वृक्ष प्रकट हुआ।
इसी तरह पद्मपुराण में लिखा है कि सतयुग में जब ब्रह्मदेव के वरदान से शक्तिसंपन्न बना दानवराज त्रिपुर जब पूरे जगत को पीडि़त करने लगा, तो देवताओं की प्रार्थना पर भगवान शंकर ने अपनी तेजस्वी दृष्टि से त्रिपुर का अंत किया। त्रिपुर से युद्ध के दौरान महादेव की देह से निकली पसीने की बूंदों से रुद्राक्ष के पेड़ की उत्पत्ति हुई।
रुद्र शिव का संहारक स्वरूप माना गया है। वहीं, वेद भी संपूर्ण प्रकृति को ही शिव का स्वरूप बताते हैं। इसलिए भी शिव के ही प्राकृतिक स्वरूप में रुद्राक्ष अनिष्ट, पाप व दु:ख नाशक माना गया है। यहीं नहीं, शिव उपासना की भांति रुद्राक्ष धारण करना भी कामनासिद्धि कर आयु, धन, वैभव, पुण्य और मुक्ति देने वाला माना गया है।
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के इस दौर में कार के शौकीनों के लिए यह सबसे बड़ी खुशखबरी है। 1 लीटर में 98 किलोमीटर की माइलेज देने वाली कार जल्दी ही सड़कों पर भागती-दौड़ती नजर आने वाली है। हम बात कर रहे हैं अमेरिका की जानी मानी कार कंपनी जेनरल मोटर्स की इलेक्ट्रीक कार ‘शेवरले वोल्ट’ की।
शेवरले वोल्ट इलेक्ट्रिक मोटर से लैस है, और इसके साथ 40 मील यानी 65 किलोमीटर का बैटरी पैक दिया जाता है। खास बात ये है कि इसके बैटरी पैक को आप किसी भी होम आउटलेट से रिचार्ज कर सकते है।
दुनिया भर में अब तक टोयोटा की ‘प्रायस’ को सबसे ज्यादा फ्यूल एफिशिएंट कार के तौर पर जाना जाता है। यह कार एक लीटर में 20 किलोमीटर चलती है। प्रायस गैस इलेक्ट्रिक हाइब्रिड कार है, जो एक छोटे से इंटर्नल कंबशन इंजन पर चलती है, जिसे सपोर्ट करने के लिए एक बैटरी पावर्ड इलेक्ट्रिक मोटर लगा होता है। टोयोटा ने अपनी इस हाइब्रिड कार को इसी साल दिल्ली में हुए ऑटो एक्सपो में भारत में लांच किया था। और करीब तीन महीने पहले भारत में इसकी बिक्री शुरू हुई है। दिल्ली में इसकी एक्स शोरुम कीमत करीब 27 लाख रुपए है।
यूं तो कार बनाने वाली दुनियाभर की कंपनियां हाईब्रिड और इलेक्ट्रीक कॉंसेप्ट पर फ्यूल एफिशिएंट कारें बनाने में जुटी हैं। लेकिन जानकारों की मानें वोल्ट की बदौलत जेनरल मोटर्स बाजार में मार्केट लीडर बन कर उभर सकता है।
नई दिल्ली. 18 नवंबर को जब फेसबुक के अमेरिकी यूजर्स की वॉल पर अश्लील और हिंसक लिंक स्पैम के जरिए पोस्ट किए गए थे तो अमेरिकी नागरिकों ने इसका खूब विरोध किया। फेसबुक ने भी तुरंत कार्रवाई करते हुए मात्र 24 घंटे के भीतर ही इन स्पैम को नियंत्रित कर लिया।
लेकिन अब जब दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में भारतीय फेसबुक खाताधारकों के अकाउंट इस भद्दे स्पैम का निशाना बन रहे तो सब खामोश हैं। फेसबुक पर प्रसारित सामग्री पर नियंत्रिण की बात करने वाले भारतीय टेलीकॉम विभाग को तब आपत्ती नहीं होती जब भारतीय फेसबुक यूजर्स के खातों पर अश्लील लिंक पोस्ट किए जाते हैं और फेसबुक खामोश रहता है। इससे भी बड़ी निराशा की बात यह है कि यूएस में स्पैम हमले के वक्त फेसबुक ने सुरक्षा चेतावनी जारी की थी और लोगों से माफी मांगी थी लेकिन भारत में यह स्पैम अटैक शुरु हुए एक हफ्ते के करीब हो चुका है लेकिन अभी तक फेसबुक ने इस दिशा में उठाए किसी कदम की जानकारी नहीं दी है।
सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को हो रही है जो अपने दोस्तों या परिजनों के सामने फेसबुक पर सर्फ करते हैं। फेसबुक पर पिछले एक हफ्ते से बेहद अश्लील और भद्दे लिंक स्पैम हमले के जरिए शेयर किए जा रहे हैं। यूजर्स के पास इस बारे में कोई विकल्प भी नहीं है। यदि कोई फेसबुक यूजर अपने मित्रों को अपनी वॉल पर पोस्ट करने की इजाजत देता है तो उसके बिना कुछ किए ही यह लिंक पोस्ट होते जा रहे हैं।
नाराज फेसबुक यूजर्स ने अब अपने वॉल को ही मित्रों के लिए बंद करना शुरु कर दिया है। लेकिन इस बेहद संवेदनशील मुद्दे पर भारतीय साइबर सेफ्टी एजेंसियों और इंटरनेट जगत की खामोशी इंटरनेट सुरक्षा को लेकर अभी हमारी उदासीनता को भी जाहिर करती है। फेसबुक और सरकारी एजेंसियों के रवैये को देखकर तो ऐसा लग रहा है कि अब भारतीय फेसबुक यूजर्स के पास एकमात्र विकल्प शर्मिंदा होना ही रह गया है।
अगर फेसबुक पर तफरी किए बिना आपका दिन अधूरा रहता है तो जरा संभल जाइये। फेसबुक पर अब तक के सबसे खतरनाक स्पैम ने एक बार फिर हमला कर दिया है। लोगों के प्रोफाइल पर अश्लील लिंक शेयर किए जा रहे हैं और बिना कुछ किए भी लाखों लोगों को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है।
अमेरिका और यूरोप में फेसबुक खाताधारकों के प्रोफाइल पर हमला हुए अभी महीना भर भी नहीं बीता था कि एक बार फिर भारत में स्पैम अटैक हुआ है। लेकिन शर्मिंदगी की बात यह है कि इस बार लोगों के प्रोफाइल पर अश्लील लिंक पोस्ट किए जा रहे हैं। यह पोस्ट एक वायरस अटैक है और प्रोफाइल पर अपने आप दिख रही हैं। भारत में कई लाख लोगों के अकाउंट अब तक इससे प्रभावित हो चुके हैं।
ऐसे हो रहा है हमला
आपके मित्रों के प्रोफाइल से आपके प्रोफाइल पर लिंक शेयर किए जा रहे हैं। इनमें या तो अश्लील या हिंसक वीडियो हैं। वीडियो के साथ एक संदेश भी होता है जो कहता है कि आप इस वीडियो को पूरा नहीं देख सकते, जैसे ही इस लिंक पर क्लिक किया जाता है वैसे ही यह आपके प्रोफाइल से भी आपके तमाम दोस्तों के प्रोफाइल पर शेयर हो जाता है। इस तरह यह अश्लील लिंक बेहद तेजी से फेसबुक पर फैल रहे हैं। इससे पहले भी फेसबुक पर इस तरह के हमले हो चुके हैं लेकिन फेसबुक ने उन्हें नियंत्रित कर लिया था। नवंबर में हुए स्पैम अटैक के बारे में फेसबुक ने कहा था कि इसे पूरी तरह नियंत्रित कर लिया गया है।
लॉगइन न करें फेसबकु
यदि आप शर्मिंदगी से बचना चाहते हैं तो फेसबुक लॉगइन ही न करें। फेसबुक के अधिकारिक बयान का इंतेजार करना ही बेहतर विकल्प है क्योंकि इस बार स्पैम हमला इतना खतरनाक है कि हो सकता है आप इन स्पैम लिंक को डिलीट भी नहीं कर पाएं और यदि आपने गलती से इस लिंक पर क्लिक कर दिया तो यह आपके सभी दोस्तों के वॉल पर भी शेयर हो जाएगा और आपको भी बेवजह शर्मिंदा होना पड़ेगा।
क्या करें
फेसबुक समय समय पर सुरक्षा संबंधी चेतावनी जारी करता रहता है उन्हें निरंतर पढ़ते रहिए। साथ ही आप फेसबुक के ब्लॉग को भी फॉलो कर सकते हैं। एक जरूरी विकल्प यह है कि यदि आप अपना प्रोफाइल विजिट भी करें तो इस तरह के किसी भी लिंक को क्लिक न करें। अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स में जाकर अपने प्रोफाइल की वॉल पर किसी और के पोस्ट कर सकने के विक्लप को बंद कर दें। इससे आपके वॉल पर अनचाहे लिंक पोस्ट नहीं किए जा सकेंगे।