आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

21 दिसंबर 2011

केसा वायदा ,,केसा लोकपाल ..केसा भ्रष्टचार नियंत्रण ....अन्ना जाए भाड़ में हम तो है चोर चोर मोसेरे भाई

केसा वायदा ,,केसा लोकपाल ..केसा भ्रष्टचार नियंत्रण ....अन्ना जाए भाड़ में हम तो है चोर चोर मोसेरे भाई ........जी हाँ दोस्तों अब तो सरकार और उसके समर्थित सभी एरे गेरे नत्थू खेरे दलों का यही नारा है ....कोंग्रेस की अध्यक्ष सोनिया जी ने सरकारी मजाकिया लोकपाल पर खम ठोका है ..तो लालू और मुलायम इस लोकपाल से डर गये हैं ..प्रधानमन्त्री जी बाहर सरकार की इंस्ट्रूमेंट एजेसी सी बी आई वेसे ही रिमोट से चलेगी ....उस पर निष्पक्ष अंकुश नहीं ..अदालतों से कोई मतलब नहीं और छोटे कर्मचारी जिनके पास से दस हजार तनख्वाह के बाद भी करोड़ों रूपये निकल रहे हैं वोह इस दायरे में सशर्त है कहते हैं कोंग्रेस और कोंग्रेस के नेताओं की बुद्धि सठिया गयी है भाई अगर कोंग्रेस यह सोचती है के फिर से वोह चुनाव जीतेगी तो हमारे जेसे दस प्रतिशत भेड़ चाल चलने वाले बेवकूफ कोंग्रेस के परम्परागत मतदाताओं से तो यह सम्भव नहीं लगता खेर अगर कोंग्रेस नहीं आई और कोंग्रेस के कार्यकाल के मंत्रियों और प्रधानमन्त्री जी की जांच हुई तो लोकपाल की जाँच में तो फांसी और राजद्रोह पक्का है इसलियें भाई कोंग्रेस को खुद और खुद के नेताओं को तो बचाना ही होगा ....... अब रहा अन्ना के बूढ़े होने और उन्हें अनशन से रोकने के लियें अनशन स्थल के महंगे दाम वसूली की और अन्ना पर भाजपा आर एस एस के समर्थन की तो अगर देश हित में कोई ऐसा करता भी है तो कोनसी गलत बात है ..... देश के भ्रष्टाचार नियंत्रण मामले में मेने अन्ना और समर्थकों को इण्डिया अगेंस्ट करप्शन पर सुझाव दिया था और वही सच है ..... दोस्तों आप और हम जिन्हें ने देश के सभी कानून पढ़े है वोह सब जानते है के कानून बनाना और उन्हें बिना लागु किये भूल जाना सरकार और अदालतों की पुरानी आदत है ..हजारों कल्याणकारी कानून ठंडे बसते में बंद है ..उन्हें लागु करने के लियें कोई संसाधन एजेंसी नहीं बनाई गयी है हज़ारों कानून ऐसे हैं जिसमे जनता को कोई अधिकार नहीं है जनता अपराध होते हुए तो देख सकती है लेकिन उसे कार्यवाही के लियें सरकारी अधिकारी या इंस्पेक्टर को ही इंचार्ज बनाया गया है अब अगर वोह बेईमान तो फिर कोई भी ऐसे मामले में कुछ नहीं कर सकता पर्यावरण से लेकर नगरपालिका सहित आवश्यकता आपूर्ति मिलावट कानून खाद पदार्थ कानून सहित सेकड़ों जनता से जुड़े कानून है लेकिन जनता अपराध और शोषण होते हुए तो देख सकती है लेकिन कुछ कर नहीं सकती ..दूसरी बढ़ी बात यह है के जनता के सामने रिश्वत ली जा रही है भ्रष्टाचार फेल रहा है अधिकारी अत्याचार कर रहे है लेकिन उन्हें कानून में विशेष प्रोटेक्शन है सरकार अनुमति नहीं देती तो ऐसे बेईमान और भ्रष्ट अधिकारीयों का हम कुछ नहीं बिगाड़ सकते ...देश में कानून एक संविधान एक अपराध एक लेकिन नागरिकों के दोयम दर्जे बना दिए गये हैं राष्ट्रपति...प्रधानमन्त्री.मंत्री..सांसद.कलेक्टर अधिकारी और जजों को कुर्सी पर रहते हुए अपराध करने और फिर उनके खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं की जासके इसके लियें विशेष प्रावधान हैं जुडिशियल प्रोटेक्शन एक्ट है .न्यायालय की अवमानना अधिनियम है ..सी आर पी सी में १९७ का प्रोटेक्शन है .सभी क़ानूनों में अत्याचार अनाचार के बाद बझी अधिकारी के खिलाफ कोई भी वाद या मुकदमा दायर नहीं करने की शर्त लगा दी गयी है और बस यह काले अँगरेज़ देश और देश की जनता को दोनों हाथों से लूट रहे हैं ...सडकों पर अत्याचार कर रहे हैं निर्दोषों को पकड़ रहे है सजा दिलवा रहे हैं सजा दे रहे हैं और उनका कोई भी कुछ बिगाड़ने वाला नहीं है जनता है के अपराध सामने होते हुए देखती है लेकिन खुद कहीं शिकायत नहीं कर सकती अगर शिकायत करे भी तो अधिकारी चाहे तभी कार्यवाही होगी वरना कुछ नहीं ......अब जनाब मेने कहा था के कोई भी जज कोई भी अधिकारी कोई भी मंत्री राज्थ्र्पति प्रधानमन्त्री जो भी हो सभी को देश में बने कानून के दायरे में लिया जाए और आम आदमी को किसी भी अपराध के मामले में अदालत जाकर परिवाद पेश करने का अधिकार हो और अदालत भी गड़बड़ करे तो उसके खिलाफ भी परिवाद सम्बंधित अपराधिक धाराओं में पेश करने का आम जनता को अधिकार हो तो फिर खुद बा खुद लोकतंत्र जीवित होगा सभी को एक दुसरे का डर होगा और जो लोग अपराधी हैं चाहे वोह कितना बढ़ा हो उसे सजा मिलेगी इस डर से भ्रष्टाचार अत्याचार अनाचार बेईमानी खुद बा खुद खत्म हो जाएगी हाँ ऐसे लोगों के खिलाफ अगर शिकायत झूंठी पायी जाए और परिवादी इन शिकायतों को अबित करने में असमर्थ रहे तो फिर ऐसे झूंठे परिवाद शिकायत पेश करने वालों के खिलाफ भी कार्यवाही हो ताके फर्जी और झूंठे परिवाद पर रोक लगे लेकिन भाई यह मेरा भारत महान हैं यहाँ कानून तो है लेकिन सबसे छोटा और बेबस है यहाँ कानून सरकार के इशारे पर चलने वाली वेश्या बन गया है जो भरपूर भेदभाव के साथ छोटे और बढ़े के लियें अलग अलग काम करता है लेकिन अगर यह भेदभाव कानून की निगाह में खत्म हो जाए और आम जनता को हर मामले में शिकायत दर्ज करा कर दोषी आदमी को सजा दिलवाने अधिकार मिल जाए और सद्भाविक कार्यवाही या ऊँचे पदों पर बेठे लोगों को जो विशेष दर्जा दिया गया है उसे खत्म कर कानून की निगाह में आम आदमी बना दिया जाए तो देश में अपराध खुद खत्म होंगे और भ्रष्टाचार भेदभाव पूर्ण कार्यवाही करने के पहले कोई भी व्यक्ति दस बार नहीं हजार बार नहीं करोड़ों बार सोचेगा और अदालतें भी निष्पक्ष और जवाबदार बन जायेंगी लेकिन क्या ऐसा हो सकेगा क्या यह सपना है कह नहीं सकते भाई ......... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह है गीता का ज्ञान

(ज्ञाननिष्ठा का विषय )
असक्तबुद्धिः सर्वत्र जितात्मा विगतस्पृहः।
नैष्कर्म्यसिद्धिं परमां सन्न्यासेनाधिगच्छति॥
भावार्थ : सर्वत्र आसक्तिरहित बुद्धिवाला, स्पृहारहित और जीते हुए अंतःकरण वाला पुरुष सांख्ययोग के द्वारा उस परम नैष्कर्म्यसिद्धि को प्राप्त होता है॥49॥
सिद्धिं प्राप्तो यथा ब्रह्म तथाप्नोति निबोध मे।
समासेनैव कौन्तेय निष्ठा ज्ञानस्य या परा॥
भावार्थ : जो कि ज्ञान योग की परानिष्ठा है, उस नैष्कर्म्य सिद्धि को जिस प्रकार से प्राप्त होकर मनुष्य ब्रह्म को प्राप्त होता है, उस प्रकार को हे कुन्तीपुत्र! तू संक्षेप में ही मुझसे समझ॥50॥
बुद्ध्‌या विशुद्धया युक्तो धृत्यात्मानं नियम्य च।
शब्दादीन्विषयांस्त्यक्त्वा रागद्वेषौ व्युदस्य च॥
विविक्तसेवी लघ्वाशी यतवाक्कायमानस।
ध्यानयोगपरो नित्यं वैराग्यं समुपाश्रितः॥
अहङकारं बलं दर्पं कामं क्रोधं परिग्रहम्‌।
विमुच्य निर्ममः शान्तो ब्रह्मभूयाय कल्पते॥
भावार्थ : विशुद्ध बुद्धि से युक्त तथा हलका, सात्त्विक और नियमित भोजन करने वाला, शब्दादि विषयों का त्याग करके एकांत और शुद्ध देश का सेवन करने वाला, सात्त्विक धारण शक्ति के (इसी अध्याय के श्लोक 33 में जिसका विस्तार है) द्वारा अंतःकरण और इंद्रियों का संयम करके मन, वाणी और शरीर को वश में कर लेने वाला, राग-द्वेष को सर्वथा नष्ट करके भलीभाँति दृढ़ वैराग्य का आश्रय लेने वाला तथा अहंकार, बल, घमंड, काम, क्रोध और परिग्रह का त्याग करके निरंतर ध्यान योग के परायण रहने वाला, ममतारहित और शांतियुक्त पुरुष सच्चिदानन्दघन ब्रह्म में अभिन्नभाव से स्थित होने का पात्र होता है॥51-53॥
ब्रह्मभूतः प्रसन्नात्मा न शोचति न काङ्क्षति।
समः सर्वेषु भूतेषु मद्भक्तिं लभते पराम्‌॥
भावार्थ : फिर वह सच्चिदानन्दघन ब्रह्म में एकीभाव से स्थित, प्रसन्न मनवाला योगी न तो किसी के लिए शोक करता है और न किसी की आकांक्षा ही करता है। ऐसा समस्त प्राणियों में समभाव वाला (गीता अध्याय 6 श्लोक 29 में देखना चाहिए) योगी मेरी पराभक्ति को ( जो तत्त्व ज्ञान की पराकाष्ठा है तथा जिसको प्राप्त होकर और कुछ जानना बाकी नहीं रहता वही यहाँ पराभक्ति, ज्ञान की परानिष्ठा, परम नैष्कर्म्यसिद्धि और परमसिद्धि इत्यादि नामों से कही गई है) प्राप्त हो जाता है॥54॥
भक्त्या मामभिजानाति यावान्यश्चास्मि तत्त्वतः।
ततो मां तत्त्वतो ज्ञात्वा विशते तदनन्तरम्‌॥
भावार्थ : उस पराभक्ति के द्वारा वह मुझ परमात्मा को, मैं जो हूँ और जितना हूँ, ठीक वैसा-का-वैसा तत्त्व से जान लेता है तथा उस भक्ति से मुझको तत्त्व से जानकर तत्काल ही मुझमें प्रविष्ट हो जाता है॥55॥

कुरान का संदेश

p177.jpg (113999 bytes)

कोटा के अतुल कनक को साहित्य अकादमी अवार्ड

| Email
कोटा/नई दिल्ली.हिंदी और राजस्थानी के युवा साहित्यकार कोटा के अतुल कनक को केंद्रीय साहित्य अकादमी के राजस्थानी भाषा पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हें यह पुरस्कार उनके उपन्यास ‘जूण जातरा’ पर दिया जा रहा है।


कनक हाड़ौती के तीसरे साहित्यकार हैं जिन्हें साहित्य का पुरस्कार मिला है। इनके अलावा प्रख्यात हिन्दी कथाकार काशीनाथ सिंह को उनके उपन्यास ‘रेहन पर रग्घू’ के लिए इस सम्मान के लिए चुना गया है।

अकादमी पुरस्कार 2011 के लिए चुने गए छह अन्य उपन्यासकार है गोपालकृष्ण पै (कन्नड़), क्षेत्री बीर (मणिपुरी), कल्पनाकुमारी देवी (ओडिया), बलदेव सिंह (पंजाबी) और एस. वेंकटशन (तमिल)। साहित्य अकादमी के अध्यक्ष सुनील गंगोपाध्याय की अध्यक्षता में नई दिल्ली में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।

‘जूण जातरा’ के लिए मिला पुरस्कार

कनक को 14 फरवरी को अकादमी भवन नई दिल्ली में यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार के तहत एक लाख रुपए, ताम्रपत्र और सम्मानपत्र दिया जाएगा। शेष त्न पेज १क्
(पेज २ भी पढ़े)

कनक से पूर्व राजस्थानी भाषा का केंद्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार कोटा के दिवंगत साहित्यकार डा. शांति भारद्वाज राकेश को उनके उपन्यास ‘उड़ जा रे सुआ’ तथा प्रेमजी प्रेम को उनके काव्य संग्रह ‘म्हारी कवितावां’ पर मिल चुका है।

कनक (44) कोटा की महावीर नगर विस्तार योजना कालोनी में रहते हैं तथा एमए (हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास) और एमबीए (वित्त) शिक्षा प्राप्त हैं। देश भर में कवि सम्मेलनों में काव्यपाठ करने समेत आकाशवाणी और दूरदर्शन पर उनकी रचनाएं प्रसारित होती रही हैं।

उनकी पांच पुस्तकें अब तक प्रकाशित हो चुकी तथा देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित होती रहती है। दूरदर्शन के लिए अलख आजादी धारावाहिक भी लिखा है।

वीना मलिक के स्वयंवर पर घमासान, जारी हुआ 'फतवा'

| Email Print

कोटा.पाक मूल की बॉलीवुड अभिनेत्री वीना मलिक के रियलिटी शो में स्वयंवर रचाने के मामले में कोटा के मुफ्ती शमीम अशरफ ने फतवा जारी किया है

फतवे में अभिनेत्री मलिक को चेतावनी दी है कि वो इस्लाम की रीति-नीति के विरुद्ध ऐसा कोई भी कृत्य न करे, वरना उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। वीना मलिक के एक मैग्जीन में छपे अश्लील फोटो की प्रतियां जलाकर शहर के मुस्लिम युवकों ने विरोध भी जताया है।

कोटा के युवक और स्क्रिप्ट राइटर गौरव तिवारी की पहल पर मुफ्ती ने यह फतवा जारी किया। संभवत: यह अपने तरीके का पहला फतवा है जो एक हिंदू युवक की पहल पर जारी किया गया है। विज्ञान नगर दारूल उलूम रजाए मुस्तफा के मुफ्ती शमीम अशरफ ने फतवा जारी कर कहा कि पाकिस्तान मूल की वीना मलिक का यह कृत्य इस्लाम के विरुद्ध है।

अगर अभिनेत्री मलिक ने जल्द ही अपने इस्लाम विरोधी घिनौने कृत्य से तौबा नहीं की तो जल्द ही देश के सभी 63 मुफ्ती इस मामले में विचार कर अपना फैसला देंगे। उन्होंने बताया कि समाज में पनप रही बुराइयों को रोकाने और पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव से नई पीढ़ी को बचाने के लिए यह कदम उठाया है। इस्लाम इस बात को बिल्कुल स्वीकार नहीं करता।

कोई भी मुसलमान चाहे वो किसी भी क्षेत्र में कार्य करे ऐसा कृत्य न करे जो इस्लाम धर्म की भावना को ठेस पहुंचाए। उधर, बुधवार दोपहर गुमानपुरा क्षेत्र के चौपाटी बाजार में युवाओं ने वीना मलिक के अश्लील फोटो की प्रतियां जलाई व विरोध दर्ज कराया

कौन हैं तिवारी-

कोटा निवासी गौरव तिवारी फिलहाल जयपुर में रह रहे हैं। उनका दावा है कि टीवी शो स्वयंवर की स्क्रिप्ट उन्होंने लिखी है। इसे तोड़-मरोड़कर रियल्टी शो स्वयंवर बनाए गए। राखी का स्वयंवर भी उसी का एक हिस्सा है। अब वीना मलिक का स्वयंवर दिखाया जा रहा है। मुस्लिम होते हुए वीना स्वयंवर कैसे रचा सकती है इस पर गौरव ने आपत्ति जताते हुए मुफ्ती से मदद मांगी थी।

वीना मलिक के स्वयंवर पर घमासान, जारी हुआ 'फतवा'

| Email Print

कोटा.पाक मूल की बॉलीवुड अभिनेत्री वीना मलिक के रियलिटी शो में स्वयंवर रचाने के मामले में कोटा के मुफ्ती शमीम अशरफ ने फतवा जारी किया है

फतवे में अभिनेत्री मलिक को चेतावनी दी है कि वो इस्लाम की रीति-नीति के विरुद्ध ऐसा कोई भी कृत्य न करे, वरना उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। वीना मलिक के एक मैग्जीन में छपे अश्लील फोटो की प्रतियां जलाकर शहर के मुस्लिम युवकों ने विरोध भी जताया है।

कोटा के युवक और स्क्रिप्ट राइटर गौरव तिवारी की पहल पर मुफ्ती ने यह फतवा जारी किया। संभवत: यह अपने तरीके का पहला फतवा है जो एक हिंदू युवक की पहल पर जारी किया गया है। विज्ञान नगर दारूल उलूम रजाए मुस्तफा के मुफ्ती शमीम अशरफ ने फतवा जारी कर कहा कि पाकिस्तान मूल की वीना मलिक का यह कृत्य इस्लाम के विरुद्ध है।

अगर अभिनेत्री मलिक ने जल्द ही अपने इस्लाम विरोधी घिनौने कृत्य से तौबा नहीं की तो जल्द ही देश के सभी 63 मुफ्ती इस मामले में विचार कर अपना फैसला देंगे। उन्होंने बताया कि समाज में पनप रही बुराइयों को रोकाने और पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव से नई पीढ़ी को बचाने के लिए यह कदम उठाया है। इस्लाम इस बात को बिल्कुल स्वीकार नहीं करता।

कोई भी मुसलमान चाहे वो किसी भी क्षेत्र में कार्य करे ऐसा कृत्य न करे जो इस्लाम धर्म की भावना को ठेस पहुंचाए। उधर, बुधवार दोपहर गुमानपुरा क्षेत्र के चौपाटी बाजार में युवाओं ने वीना मलिक के अश्लील फोटो की प्रतियां जलाई व विरोध दर्ज कराया

कौन हैं तिवारी-

कोटा निवासी गौरव तिवारी फिलहाल जयपुर में रह रहे हैं। उनका दावा है कि टीवी शो स्वयंवर की स्क्रिप्ट उन्होंने लिखी है। इसे तोड़-मरोड़कर रियल्टी शो स्वयंवर बनाए गए। राखी का स्वयंवर भी उसी का एक हिस्सा है। अब वीना मलिक का स्वयंवर दिखाया जा रहा है। मुस्लिम होते हुए वीना स्वयंवर कैसे रचा सकती है इस पर गौरव ने आपत्ति जताते हुए मुफ्ती से मदद मांगी थी।

2012 का कलेंड़र: सरकारी कर्मचारियों के लिए बल्ले-बल्ले

| Email
इंदौर-झाबुआ. सरकारी विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है कि उन्हें 2012 में ज्यादा छुट्टी मनाने का मौका मिलेगा। अगले वर्ष में 53 रविवार सहित 73 छुट्टियां आ रही हैं।

ऐच्छिक अवकाश और स्थानीय प्रशासन द्वारा घोषित साल में तीन अवकाश से यह आंकड़ा और बढ़ जाएगा। 2012 के दिन की शुरुआत रविवार से होगी। यानी साल के पहले दिन 1 जनवरी को कर्मचारी वर्ग और स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी अच्छे से एंजॉय कर सकेंगे। 2011 की तरह 2012 में भी अप्रैल, अगस्त और अक्टूबर में सर्वाधिक 8-8 घोषित छुट्टियां हैं।

क्या कहता है अंक गणित

2012 जिसके अंकों का योग किया जाए तो 5 प्राप्त होता है। अंक 5 सार्वभौम सिद्धि का है। पंचतत्व पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश समृद्धि कारक है। यानी निश्चित रूप से प्राकृतिक आपदाएं विश्व में कम होंगी। गृहों में पांचवां गृह बृहस्पति हैं जो गुणवत्ता की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ का रूपक है। वर्ष में आध्यात्मिक, अंतरीक्ष और औषधि के क्षेत्र में नई उपलब्धियां व शोध होंगे।

कब, किस तीज त्योहार को छुट्टी

26 जनवरी गणतंत्र दिवस, फरवरी में 7 को रविदास जयंती, 20 को महाशिवरात्रि, मार्च में 8 को होली, 23 को गुड़ी पड़वा, 24 को चेटीचांद यानी झूलेलाल जयंती, अप्रैल में 4 को महावीर जयंती, 6 को गुड फ्राइडे, 14 को आंबेडकर जयंती, अगस्त में 2 को राखी, 10 को जन्माष्टमी, 15 को स्वतंत्रता दिवस, 20 को ईद, अक्टूबर में 2 को गांधी जयंती, 24 को दशहरा, 27 को ईदुल जुहा, 29 को वाल्मीकि जयंती, नवंबर में 13 को दीपावली, 28 को गुरुनानक जयंती, दिसंबर में 25 को क्रिसमस की छुट्टी रहेगी।

तस्वीरों में: बेटी पैदा होने का शुक्राना करने ख्वाजा के दर पर पहुंचे अभि!

अजमेर.अभिनेता अभिषेक बच्चन ने बुधवार को फिल्म निर्माता-निर्देशक अब्बास मस्तान के साथ ख्वाजा साहब की दरगाह में हाजिरी दी। उन्होंने मजार पर मखमल की चादर और अकीदत के फूल पेश कर बेटी होने पर शुक्राना अदा किया। बच्चन ने नई फिल्म प्लेयर की कामयाबी के लिए मन्नत भी मांगी।

फोटो: मुकेश परिहार


साल के सबसे छोटे दिन पर वैज्ञानिकों व ज्योतिषियों में खड़ी हुई दीवार!

Email Print
जोधपुर.इस साल सबसे छोटे दिन को लेकर वैज्ञानिकों और ज्योतिषियों की गणना में कुछ फर्क आ रहा है। वैज्ञानिकों के हिसाब से इस बार सबसे छोटा दिन 22 दिसंबर को होगा।

ज्योतिषियों के अनुसार 23 दिसंबर को दिन की अवधि सबसे कम होगी। गत वर्ष भी वैज्ञानिकों और ज्योतिष आचार्यो में इस तरह का मतभेद नजर आया था।

जयपुर स्थित मौसम विभाग का कहना है कि जोधपुर में गुरुवार 22 दिसंबर को दिन की अवधि10 घंटे 29 मिनट रहेगी। दूसरी ओर ज्योतिषियों के अनुसार 23 दिसंबर को 10 घंटे 21 मिनट तक दिन की अवधि रहेगी।

पं. रमेश भोजराज द्विवेदी ने बताया कि भारत सहित समूचे उत्तरी गोलार्ध के देशों में 23 दिसंबर को सबसे छोटा दिन रहेगा। दिन की अवधि 10 घंटे 21 मिनट रहेगी। इस दिन से रातें लंबी और दिन छोटे होने लगेंगे और यह सिलसिला मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी तक रहेगा।

14 जनवरी को मध्य रात्रि 1 बजकर 1 मिनट पर सूर्य उत्तरायण में आएगा। इसके बाद रातें छोटी और दिन बड़े होने लग जाएंगे। इसी दिन से शुभ कार्य पुन: प्रारंभ हो जाते हैं। पं. राजेंद्र पुरोहित का कहना है कि इस बार सूर्य 25 घटी और 54 पल पर चलेगा और 23 दिसंबर को दिन की अवधि 10 घंटे 23 मिनट रहेगी।

वैज्ञानिकों तर्क है कि जयपुर में 21 दिसंबर से लेकर 26 दिसंबर तक दिन 10 घंटे और 29 मिनट का दिन रहेगा। जोधपुर में बुधवार का दिन 10 घंटे 30 मिनट का रहा और शुक्रवार को 10 घंटे 30 मिनट का रहेगा।

आज दिन साढ़े दस घंटे और रात साढ़े 13 घंटे की होगी

रायपुर। 22 दिसंबर का दिन करीब साढ़े 10 घंटे का और रात करीब साढ़े 13 घंटे की होगी। यह इस साल का सबसे छोटा दिन और सबसे छोटी रात होगी। हर साल इस खगोलीय घटना की पुनरावृत्ति 22 दिसंबर को होती है।

22 दिसंबर को सूर्य पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध में साढ़े तेईस डिग्री दक्षिणी अक्षांश यानी मकर रेखा पर एकदम लंबवत चमकेगा। इस दिन भारत सहित उत्तरी गोलार्ध में साल की सबसे लंबी रात होगी। समूचा उत्तरी गोलार्ध शीत की चपेट में आ जाएगा। इसके विपरीत दक्षिणी गोलार्ध में ग्रीष्म ऋतु चरम पर होगी। वहां सूर्य दिन में लंबी अवधि तक चमकता रहेगा। इससे साढ़े तेईस डिग्री अक्षांश पर कर्क रेखा समेत रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग राजनांदगांव आदि स्थानों पर दिन 10 घंटे 33 मिनट का होगा। रात की अवधि 13 घंटे 27 मिनट की होगी।
इसलिए होता है ऐसा
पृथ्वी अपने अक्ष पर साढ़े तेईस डिग्री झुकी हुई सूर्य की परिक्रमा करती है। ऐसे में कभी उसका उत्तरी गोलार्ध सूर्य के सम्मुख होता है तो कभी दक्षिणी गोलार्ध। 22 दिसंबर को सूर्य दक्षिणी गोलार्ध में अपनी अंतिम सीमा यानी दक्षिण पूर्वी कोने से उदय होता हुआ दिखाई देगा। वास्तव में इस दिन सूर्य पृथ्वी की मकर रेखा पर होगा, मकर राशि में नहीं।

दिग्गी ने कहा-बूढ़ा हो गया हूं मैं, अब बेटा संभालेगा विरासत!

गुना. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन ने राघौगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कोलुआ से पदयात्रा का आगाज कर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। बुधवार से शुरू हुई यह सात दिवसीय पदयात्रा 150 किमी का सफर तय कर जामनेर में समाप्त होगी। इस मौके पर दिग्विजय सिंह ने संकेत दिए कि 2013 के विधानसभा चुनाव में जयवर्धन राघौगढ़ से चुनाव लड़ेंगे।

दैनिक भास्कर से चर्चा में जयवर्धन ने कहा कि राजनीति में पिता दिग्विजय सिंह ही उनके रोल मॉडल हैं। उन्हीं से मिली प्रेरणा के बाद वह यह तय कर पाए कि राघौगढ़ में ही उनका भविष्य है और उन्हें राजनीति के माध्यम से समाज सेवा करनी चाहिए। 27 वर्षीय जयवर्धन के लिए एक नेता के रूप में लोगों से रूबरू होने का यह पहला मौका होगा। इस यात्रा के जरिए वे आम जनता से सतत संवाद स्थापित करने की कोशिश करेंगे।

..और भी होंगी पदयात्राएं : जयवर्धन की दूसरी पदयात्रा गर्मियों के मौसम में जामनेर से शुरू होगी जो धरनावदा तक जाएगी। तीसरी पदयात्रा वर्ष 2012 की सर्दियों में शुरू होगी जो धरनावदा से शुरू होकर आरोन तक जाएगी।

मैं बूढ़ा हो गया हूं : दिग्विजय सिंह

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में कहा कि वे और राघौगढ़ के मौजूदा विधायक मूलसिंह बूढ़े हो गए हैं। अब युवाओं को आगे आकर काम करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिए हैं कि राघौगढ़ की विरासत संभालने के लिए वे अपने पुत्र को आगे बढ़ाएंगे। दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘मैंने उन्हें (जयवर्धन) को समझाया है कि वह हवा-हवाई राजनीति न करें। जमीन पर आकर कार्य करें और लोगों की परेशानियों को समझें।’

यह सुरक्षा सप्ताह है,

पुलिस वाले ने कार चालक को रोका और कहा - यह सुरक्षा सप्ताह है, आप सीट बेल्ट पहनकर कार चला रहे हैं इसलिए आपको पांच हजार का इनाम दिया जाता है। आप इन रुपयों का क्या करेंगे? कार चालक - मैं इन रुपयों से अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाऊंगा। पिछली सीट पर बैठी उसकी मां बोली - इसकी बातों पर यकीन मत करना साहब, यह दारू पीकर कुछ भी बोलता रहता है। तभी बातचीत सुनकर नींद से जागे पिताजी बोले - मुझे पता था! चोरी की कार में ज्यादा दूर नहीं भाग पाएंगे। उसी बीच डिक्की से आवाज आई - भाई! हमने बॉर्डर पार कर लिया क्या?

भाई अतुल कनक साहित्यकार को हार्दिक बधाई



भाई अतुल कनक जी आप जिस पुरस्कार के हकदार थे वोह आपकी साहित्यक सर्जना और महनत लगन समर्पण के बल पर आपको मिला है लेकिन हमारी दुआएं भी इसमें साथ है इसलियें हमारी तरफ से आपको आपके परिवार को मित्रों को सभी साहित्य प्रेमियों को मुबारकबाद और इस उम्मीद के साथ के हमारे भाई अतुल कनक राष्ट्रिय स्तर पर ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व भर में देश के तिरंगे को लहराए और इंशा अल्लाह अब यह दिन दूर नहीं ......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...