तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 दिसंबर 2011
गीता के किस अध्याय में क्या है जानिए
गीता का महत्व ....
स्वयं भी इसका पठन और मनन करते हुए भगवान की आज्ञानुसार साधन करने में समर्थ हो जाएँ क्योंकि अतिदुर्लभ मनुष्य शरीर को प्राप्त होकर अपने अमूल्य समय का एक क्षण भी दु:खमूलक क्षणभंगुर भोगों के भोगने में नष्ट करना उचित नहीं है।
गीताजी का पाठ आरंभ करने से पूर्व निम्न श्लोक को भावार्थ सहित पढ़कर श्रीहरिविष्णु का ध्यान करें--
अथ ध्यानम्
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्यनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं
वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्।। भावार्थ : जिनकी आकृति अतिशय शांत है, जो शेषनाग की शैया पर शयन किए हुए हैं, जिनकी नाभि में कमल है, जो देवताओं के भी ईश्वर और संपूर्ण जगत के आधार हैं, जो आकाश के सदृश सर्वत्र व्याप्त हैं, नीलमेघ के समान जिनका वर्ण है, अतिशय सुंदर जिनके संपूर्ण अंग हैं, जो योगियों द्वारा ध्यान करके प्राप्त किए जाते हैं, जो संपूर्ण लोकों के स्वामी हैं, जो जन्म-मरण रूप भय का नाश करने वाले हैं, ऐसे लक्ष्मीपति, कमलनेत्र भगवान श्रीविष्णु को मैं प्रणाम करता हूँ।
यं ब्रह्मा वरुणेन्द्ररुद्रमरुत: स्तुन्वन्ति दिव्यै: स्तवै-
र्वेदै: साङ्गपदक्रमोपनिषदैर्गायन्ति यं सामगा:।
ध्यानावस्थिततद्गतेन मनसा पश्यन्ति यं योगिनो-
यस्तानं न विदु: सुरासुरगणा देवाय तस्मै नम:।। भावार्थ : ब्रह्मा, वरुण, इन्द्र, रुद्र और मरुद्गण दिव्य स्तोत्रों द्वारा जिनकी स्तुति करते हैं, सामवेद के गाने वाले अंग, पद, क्रम और उपनिषदों के सहित वेदों द्वारा जिनका गान करते हैं, योगीजन ध्यान में स्थित तद्गत हुए मन से जिनका दर्शन करते हैं, देवता और असुर गण (कोई भी) जिनके अन्त को नहीं जानते, उन (परमपुरुष नारायण) देव के लिए मेरा नमस्कार है।
जयपुर का विहंगम दृश्य देखना है तो पहुँच जाइए ईसर लाट!
युद्ध में मिली विजय पर स्मारक के रूप में विजय स्तंभ का निर्माण कराया गया, जो अब ईसरलाट या सरगासूली के नाम से विख्यात है। इसकी ऊंचाई धरातल से 140 फीट है। सात मंजिला यह मीनार जयपुर शहर के मध्य अष्टकोणीय आकृति में बनी हुई है।
यह जयपुर वास्तुकला की उत्कृष्ट कृति है, जिसकी सर्वोच्च मंजिल से शहर का विहंगम दृश्य नजर आता है। सैलानियों के लिए यहां से जयपुर का विरासत दर्शन सुनहरी यादों में रहता है।
26 को करें आरोग्य व्रत, मिलेगा बेहतर लाभ
अनेक धर्मग्रंथों में पौष मास के धार्मिक महत्व के बारे बताया गया है। पौष मास में स्नान, तप, ध्यान, दान तथा व्रत का महत्व भी है। विष्णुधर्मोत्तर पुराण के अनुसार पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को बेहतर स्वास्थ्य के लिए आरोग्यव्रत किया जाता है। इस बार यह व्रत 26 दिसंबर, सोमवार को है। इस व्रत की विधि इस प्रकार है-
इस दिन गायों की सीगों को धोकर लिए हुए जल से स्नान करके सफेद वस्त्र धारणकर सूर्यास्त के बाद बालेन्दु (द्वितीया के चंद्रमा) का गंध आदि से पूजन करें। जब तक चंद्रमा अस्त न हों तब तक गुड़, दही, खीर से ब्राह्मणों को संतुष्ट कर केवल छाछ पीकर जमीन पर शयन करें। इस प्रकार प्रत्येक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को एक वर्ष तक चंद्रपूजन करके बारहवें महीने (मार्गशीर्ष) में गन्ने के रस से भरा घड़ा, सोना और वस्त्र ब्राह्मणों को देकर उन्हें भोजन कराने से रोगों की निवृत्ति और आरोग्यता की प्राप्ति होती है।
ऐसी मछलियां लगा देती है किस्मत और पैसों का जेकपॉट
मछलियों के बारे में ये सच बहुत कम लोग जानते हैं। कुछ ही लोग जानते हैं कि मछलियां आपकी किस्मत तो चमका ही देगी साथ ही इनसे आपको अचानक बड़ा धन लाभ भी हो सकता है।
फेंगशुई के अनुसार धन और सुख-शांति बढ़ाने के लिए उपाय बताए गए हैं। इन उपायों में मछलियों को भी शामिल किया गया है। फेंगशुई के अनुसार मछलियां रखना सौभाग्य, धन, मान-सम्मान में वृद्धि करने का एक कारगर उपाय है।
इनको घर में रखने से हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है, इससे स्वास्थ्य को लाभ प्राप्त होता है साथ ही धन संबंधी कई समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- फेंगशुई के अनुसार गोल्डफिश पैसा देने वाली मछली होती है। इसे आप अपने शयनकक्ष, रसोईघर अथवा शौचघर को छोड़ कर घर में कहीं भी रख सकते हैं।
- इस मछली को अपने ड्रॉइंगरूम में रखने से हर काम पूरे होते हैं और किस्मत का साथ मिलता है।
- मछली घर को पूर्व, दक्षिण-पूर्व तथा उत्तर दिशा में ही रखना चाहिए।
- अगर आपके घर में 9 गोल्डफिश है तो चायनिज वास्तु के अनुसार आपकी किस्मत और पैसे डबल होने लग जाते हैं।
- इस मछली को फिश बाउल में रखें। इनमें 8 मछलियां लाल या सुनहरी और एक काले रंग की होनी चाहिए।
- अगर कोई गोल्डफिश मर जाती है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं, आप उसे बदल दें और नई मछली ले आएं। ऐसा माना जाता है कि जब आपके घर की कोई गोल्डफिश मर जाती है तो वह अपने साथ कई दुर्भाग्यों को भी ले जाती है।महीने भी जीवित नहीं रहता।
शवयात्रा’ में मस्ती-म्यूजिक और डांस, हैरान रह गए ना...!
यह नजारा रविवार सुबह बंगाली चौराहे के समीप ईश-कृपा गार्डन में आयोजित सन टू ह्यूमन मेडिटेशन कैम्प में नजर आया। दरअसल यहां मानव जीवन के जन्म से लेकर मृत्यु तक के हर हिस्से को हंसते-खेलते जीने के बारे में बताया गया था।
इसमें बच्चे के जन्म की खुशी, उसकी पढ़ाई, नौकरी, शादी, मौत और उसके बाद उठावने तक में लोग हंसते हुए शामिल हुए। कैम्प के आयोजक पप्पू भैया ने बताया कि इस कैम्प में हम बताते हैं कि कैसे जीवन के हर पल को उत्साह से जिया जाए और हमारी दिनचर्या कैसी हो जिससे हमें सबसे ज्यादा सकारात्मक ऊर्जा और अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त हो। कैम्प में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
पत्नी पीड़ित की सनक अजीब रही ......शादी के बाद रूठ गई बीवी, मनाने टॉवर पर चढ़ गया पति
नागपुर.फिल्म ‘शोले’ में मौसी को मनाने के लिए वीरू का पानी की टंकी पर चढ़ने का दृश्य भला कौन नहीं जानता। कुछ ऐसा ही दृश्य रविवार को दवलामेटी में भी देखने को मिला।
फर्क सिर्फ इतना था कि रील लाइफ में वीरू शादी के लिए चढ़ा था और रीयल लाइफ में शादी के बाद रूठी हुई पत्नी को मनाने के लिए पति टॉवर पर चढ़ गया। आखिरकार काफी मिन्नतों के बाद उसे नीचे उतारा गया। वाड़ी पुलिस ने आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
दोपहर करीब 12.10 बजे मुकेश रामाजी धारुलकर (31) दवलामेटी निवासी जिला परिषद स्कूल के पीछे हाई पॉवर टेंशन के टॉवर पर चढ़ कर आत्महत्या की धमकी देने लगा। गांव वासियों को जब मुकेश की वीरूगिरी की भनक लगी, तो काफी संख्या में लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई।
मुकेश के भाई व अन्य परिजनों ने मुकेश से नीचे उतरने के लिए काफी मिन्नतें की, लेकिन वह नीचे उतरने को तैयार नहीं था। बार-बार वह धमकी दे रहा था कि अगर उसे रूठी हुई पत्नी अर्चना व बेटी से नहीं मिलाया गया तो वह हाई टेंशन बिजली के तार को छू कर अपनी जान दे देगा।
शनिवार को भी मुकेश इसी तरह टॉवर पर चढ़ गया था। उस वक्त वह ज्यादा ऊंचाई पर नहीं चढ़ा था, जिससे लोगों ने उसे नीचे उतार लिया था, लेकिन रविवार को वह काफी ऊंचाई पर चढ़ गया। उसे बचाने के चक्कर में किसी और को टॉवर पर चढ़ाना, उसकी भी जान जोखिम में डालने जैसा था।
इस कारण इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मुकेश की शिक्षा कक्षा 12 तक हुई है। वह एक स्थानीय कंपनी में काम करता था, लेकिन जबसे उसे पत्नी छोड़ कर गई, तब से उसने काम पर जाना बंद कर दिया है। कुछ साल पहले मुकेश की शादी अर्चना से हुई। अभी उनके दो बच्चे हैं।
घरेलू विवाद व मुकेश की शराब की आदत से त्रस्त होकर अर्चना उसे छोड़कर निपानी सोनेगांव स्थित मायके चली गई। इस बीच मुकेश ने रूठी पत्नी को मना कर वापस लाने की कोशिश की, लेकिन अर्चना ने वापस आने से मना कर दिया। अंतत: उसने रविवार को वीरूगिरी दिखाते हुए आत्महत्या करने की धमकी दी। मुकेश की इन हरकतों से उसके माता-पिता व भाई भी परेशान हैं।
मौके पर पहुंची पुलिस ने भी मुकेश से नीचे उतरने के लिए काफी चिररौरी-मिन्नतें की। अगर पुलिस उससे सख्ती करती तो वह तार छू कर जान भी दे सकता था। मुकेश पुलिस से भी बार-बार यही कह रहा था कि उसकी पत्नी अर्चना व बेटी को उससे मिलाया जाए, तभी वह नीचे उतरेगा। आखिरकार सहायक उपनिरीक्षक भुजाड़े ने सूझबूझ से काम लेते हुए मुकेश को यह कह कर आश्वस्त किया कि नीचे उतरने पर, पुलिस उससे उसकी पत्नी व बेटी से जरूर मिलाएगी और उस पर कार्रवाई भी नहीं की जाएगी।
मासूम को नहीं मिली बहन की चिता के लिए लकड़ी!
लंबी बीमारी के बाद रविवार को बहन का निधन हुआ तो परिवार के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि बेटी का अंतिम संस्कार कर सके। कही से जानकारी मिली की केशवपुरा मुक्तिधाम जाओ। यहां एक संस्था की तरफ से निशुल्क लकड़ी मिल जाएगी।
बच्चा पड़ोसियों के साथ बहन को लेकर यहां पहुंचा तो एक समाजसेवी संस्था के शराबी कर्मचारी ने पैसे के लिए हाथ फैला दिए। बोला- पैसा दोगे तभी लकड़ी दूंगा। बच्चे के साथ आए व्यवस्कों ने हंगामा कर दिया, मारपीट तक नौबत आई और फिर मिले कुछ भले लोग। तत्काल चंदा हुआ और लकड़ी मंगाई गई। शुरू हुआ दाहसंस्कार।
जब बच्चा चिता को अग्नि दे रहा था तब करीब 3 घंटे हो चुके थे। उसकी आंखें बरस पड़ी। करीब 3 घंटे के वाकये को अभी कम उम्र की वजह से भले ही बच्चा नहीं समझ पाए, लेकिन उसके चेहरे के भाव सवाल छोड़ गए हैं कि क्या मुक्तिधाम तक में ऐसा भ्रष्टाचार हो सकता है।
करण अपनी मां विमलेश व बहन के साथ श्रीनाथपुरम में नानी कृष्णा कंवर के पास रहता था। उसकी 14 वर्षीय बहन मिथलेश को टीबी थी। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से इलाज भी ढंग से नहीं हो पाया। रविवार सुबह उसकी मौत हो गई।
बिलख पड़ा करण
लोगों के सहयोग से मिथलेश का अंतिम संस्कार किया गया, बालक करण मुखाग्नि देते समय बिलख पड़ा, यही हालत उसकी मां व नानी की थी, उन्हें देख वहां मौजूद अन्य लोगों की आंखें भी छलछला आई।
यहां क्यों आते
मृतका के परिजनों ने कहा कि यहां निशुल्क अंतिम संस्कार की जानकारी पर ही वे यहां आए थे, अन्यथा नए कोटा के ही श्मशान में अंतिम संस्कार कर देते।
मुझसे संपर्क नहीं किया
‘निर्धन को अंतिम संस्कार के लिए 4 क्विंटल लकड़ी व एक बोरी कंडे दिए जाते है। मुक्तिधाम की दीवार पर मेरे नंबर लिखे हैं, आज किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया। अगर कर्मचारी ने अभद्रता की है तो कार्रवाई की जाएगी।’
- राजाराम, अध्यक्ष कर्मयोगी संस्थान
दान देने वालों ने भी बताया गलत
व्यवसायी दीपक राजवंशी ने बताया कि हम पांच लोग पदम जैन के नेतृत्व में कर्मयोगी संस्था को हर माह 12 हजार रुपए निर्धनों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था के लिए देते हैं। केशवपुरा मुक्तिधाम पर रविवार को जो कुछ हुआ, वह गलत था। इसके बारे में संस्था के पदाधिकारी से बात की जाएगी।
यूआईटी को जानकारी नहीं
किसी संस्था ने गरीबों को लकड़ी देने के नाम पर श्मशान पर कब्जा कर रखा है और लोगों से वहां अभद्रता की जाती है, इसकी जानकारी नहीं है। मैं अभी कोटा से बाहर हूं, लौटते ही इस बारे में जानकारी करके कार्रवाई करेंगे।
-आर.डी.मीणा, सचिव यूआईटी
8 साल के करण जैसे जरूरतमंदों की मदद के लिए कर्मयोगी सेवा संस्थान ने अच्छी पहल कर रखी है, लेकिन नीचे के कर्मचारी भ्रष्ट्राचार कर इसमे भी पैसा बना मांगते है।
धार्मिकग्रंथ 'गीता' के खिलाफ भड़काने के आरोप में फेसबुक सहित यूजर पर केस दर्ज
लखनऊ. समाजसेविका नूतन ठाकुर के द्वारा लखनऊ में फेसबुक पर जालंधर निवासी सीआई चुम्बर के विरुद्ध आपराधिक कृत्य के सम्बन्ध में फेसबुक कंपनी तथा अन्य के विरुद्ध एफआईआर संख्या 862/2011 अंतर्गत धारा 153, 153 A(1), 153-B, 290, 504, 505,506 आईपीसी तथा धारा 66 A इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी एक्ट 2000 मुक़दमा दर्ज कराया गया है. आलोक सिंह, क्षेत्राधिकारी, गोमतीनगर, लखनऊ इसकी विवेचना कर रहे हैं.
नूतन के कहा कि, 'मेरे द्वारा प्रस्तुत प्रथम सूचना रिपोर्ट में यह कहा गया है कि सी आई चुम्बर लगातार फेसबुक पर और इन्टरनेट पट ऐसी बातें लिख रहे हैं जो सीधे-सीधे उद्वेग और आक्रोश फैलाने वाले हैं. वे लगातार यह कह रहे हैं कि हिंदुओं के धार्मिक ग्रन्थ भागवत गीता को सार्वजनिक रूप से पूरे देश में जलाया जाए. ऐसा वे विशेषकर हाल में रूस में भागवद गीता के विषय में उठे विवाद से और अधिक प्रोत्साहित हो कर कर रहे हैं और रूस की घटना को आधार बना कर यहाँ भी इस पवित्र ग्रंथ को जलाने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं.'
नूतन ने बताया कि, 'उनका कहना है कि गीता के अध्याय नौ में सभी महिलाओं को “पाप योनी” से उत्पन्न बताया गया है जबकि भारत का संविधान महिलाओं और पुरुषों को सामान अधिकार देता है, अतः भागवत गीता को जलाया जाये. इसके अलावा वे भगवान श्री कृष्ण और भगवान ब्रह्मा के लिए खुले अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं. इस तरह वे और उनके मित्रगण द्वारा कई गंदे और भद्दे शब्दों और गालियों का खुलेआम प्रयोग किया गया है.'
उन्होंने कहा कि, 'इन गालियों के जरिये भागवत गीता, हिंदू देवी-देवताओं, हिंदू धर्म की प्रतिष्ठा तो धूमिल की ही गयी है, साथ ही इनके द्वारा समाज में विद्वेष बढाने, लोगों को गलत ढंग से उकसाने, लोगों को विचार-समूहों और अन्य आधारों पर बांटने का प्रयास भी किया गया है. इन व्यक्तियों के अतिरिक्त फेसबुक इंक, मुख्यालय पालो अल्टो, कैलिफोर्निया, यूएसए भी इस प्रकार प्रदान किये जा रहे सेवा के माध्यम से किये जा रहे इस आपराधिक कृत्य के प्रति जानबूझ कर आँखें मूंदे रखने और इस आपराधिक कृत्य के बारे में जानकारी हो जाने के बाद भी उसके प्रति आवश्यक कदम नहीं उठाने के लिए आपराधिक तौर पर जिम्मेदार बताते हुए मुज्लिम बनाया गया है.'
ज्ञातव्य हो कि इसके पहले भी फेसबुक पर मेरे पति अमिताभ ठाकुर द्वारा एक ग्रुप “आई हेट गाँधी” के सम्बन्ध में थाना गोमतीनगर, लखनऊ और एक धार्मिक उन्माद फ़ैलाने वाले ग्रुप के सम्बन्ध में मेरे द्वारा थाना सिविल लाइन्स, मेरठ में मुक़दमे पंजीकृत हुए थे लेकिन अब तक उस मामले में भी कोई अपेक्षित कार्यवाही नहीं हुई है.
उपरोक्त तथ्यों के आधार पर मेरे द्वारा धारा 153, 153 A , 153-B , 290, 504, 505 (1), 505 (2) ,506 आईपीसी तथा धारा 66 A इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी एक्ट, 2000 के अंतर्गत एफआईआर पंजीकृत कराया गया है.
'सेना का भगोड़ा, बीजेपी का एजेंट है अन्ना'
नई दिल्ली. टीम अन्ना के अनशन पर बैठने से पहले ही टीम कांग्रेस ने तीखा हमला किया है। अन्ना पर कई बार निशाना साध चुके केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि, 'वह 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध का भगोड़ा सिपाही है। इसके गांव रालेगण सिद्धि में सरपंच इसके खिलाफ जीता है। महाराष्ट्र में यह शरद पवार का विरोध कर रहा था, इसके बावजूद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन ने नगरपालिका चुनाव में जीत हासिल की है।'
टीम अन्ना के सदस्य केजरीवाल ने कहा कि, 'अन्ना सिर्फ देश के एजेंट हैं। वह किस के साथ हैं, इससे लोकपाल बिल पर क्या फर्क पड़ता है। कांग्रेस को बिल पास करना चाहिए।' बेनी ने हाल में अन्ना को धमकी देते हुए कहा था कि यदि वो यूपी में आते हैं तो उन्हें देख लिया जाएगा। कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि अन्ना हजारे अपनी विचारधारा के बारे में स्पष्टीकरण दें।
उधर, टीम अन्ना ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सभी सांसदों को खुली चिट्ठी लिखी है। टीम अन्ना ने कहा है कि वो ‘असली’ एंटी करप्शन कानून चाहते हैं। अन्ना ने कहा है कि लोकपाल और लोकायुक्तों के पास अपनी जांच शाखाएं होनी चाहिए जिनका रिश्वतखोरी के मामले की जांच करने का विशेष अधिकार होना चाहिए। टीम अन्ना ने मजबूत लोकपाल कानून बनाए जाने की मांग दोहराते हुए कहा कि सीबीआई और निचली नौकरशाही को लोकपाल के दायरे में लाया जाना चाहिए।
चिट्ठी में अन्ना के सहयोगियों ने कहा है कि वे चाहते हैं कि संसद में चर्चा से जहां तक संभव हो सके, अच्छा कानून सामने आए। इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने कहा है कि संसद में पेश मौजूदा विधेयक के कुछ प्रावधानों पर उनका विरोध बरकरार है, लेकिन वे चाहते हैं कि सांसद उनके कुछ मुद्दों को भी विधेयक में शामिल करें।
टीम अन्ना ने कहा कि वे चाहते हैं कि लोकपाल तथा लोकायुक्त को किसी की शिकायत के बगैर ही स्वत: संज्ञान के आधार पर किसी भी मामले की जांच का अधिकार हो। पत्र में कहा गया है, "हम संसद से अपील करते हैं कि वह हमारे कुछ मुद्दों पर भी विचार करे और देश को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक प्रभावी कानून दे। मौजूदा विधेयक के कई प्रावधानों को लेकर हमारा विरोध जारी रहेगा। हम इसके खिलाफ महीनों, वर्षो तक संघर्ष करते रहेंगे।"
इस बीच, अन्ना हजारे को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का करीबी होने के आरोपों पर टीम अन्ना ने कड़ा जवाब दिया है। अन्ना के अहम सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अन्ना हजारे आरएसएस के नहीं बल्कि इंडिया के एजेंट हैं। केजरीवाल ने कहा कि 30 सितंबर से पूरे देश में जेल भरो आंदोलन होगा। किरण बेदी ने कहा है कि एक साथ मंच पर होने से कोई एजेंट नहीं होता। भाजपा ने भी कांग्रेस के आरोपों की कड़ी आलोचना की है।
इस बीच, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक अखबार में प्रकाशित खबर समर्थन करते हुए कहा है कि अन्ना हजारे आरएसएस के प्रचारक रहे नाना जी देशमुख के करीबी रहे हैं। उन्होंने अन्ना को फिर से आरएसएस का एजेंट कहा है। हाल में कांग्रेस का दामन का थामकर उड्डयन मंत्री का पद संभालने वाले अजित सिंह ने भी अन्ना हजारे को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि जब से अन्ना ने राजनीति करनी शुरू की है तब से उनके समर्थकों की तादाद कम होने लगी है।
जनता दल युनाईतेद के सासद अनवर इमाम बुखारी के खिलाफ जम कर कोटा में बोले
थोड़ी सी बादाम दिलवा सकती है आपको इस जानलेवा बीमारी से छुटकारा
बादाम से जुड़ी ये एक खबर आपके लिये राहत और खुशी का कारण बन सकती है। वह खुशखबर यह है कि अपने प्रतिदिन के नाश्ते में बादाम को भी शामिल करें। अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन तथा पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि बादाम खाने में से हानिकारण कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है साथ ही इंसुलिन को सक्रिय करता है।
इससे ब्लड शुगर का स्तर नियत्रित रहता है।एक मुठ्ठी बादाम में 164 कैलोरी और 7 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। भारत में इस बीमारी से हैरान-परेशान लोगों की संख्या दिनो-दिन बढ़ती ही जा रही है। आंकड़े तो बताते हैं कि अकेले भारत देश में ही डायबिटीज से ग्रसित लोगों की संख्या 5 करोड़ के स्तर को पार कर चुकी है।
बादाम डायबिटीज में फायदेमंद है यह बात तो हालिया शोध से पता चली है लेकिन इसके दूसरे कई चमत्कारी गुणों के विषय में तो अधिकांश भारतवासी परिचित हैं ही। कमजोर स्मरण शक्ति, मानसिक तनाव, स्नायुदौर्बल्य, हड्डियों की कमजोरी, बौद्धिक क्षमता की कमी...आदि कई बेहद कठिन समस्याओं में भी बादाम का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद और कारगर होता है।
एक पूर्व प्रधानमंत्री के पुश्तैनी गांव की कहानी, बड़ी रोचक है जी...
आगरा। यूपी में आगरा से करीब 70 किमी दूर बसे बटेश्वर गांव की कहानी अनोखी है। इसका इतिहास जितना रोमांचक है वर्तमान उतना ही रोचक। यहां यमुना किनारे लाइन से बने 101 शिवलिंग हर किसी का बरबस मन मोह लेते हैं। 18वीं सदी में जब औरंगजेब ने यहां अपना कहर बरपाया था तब किसी ने नहीं सोचा था कि इस स्थान पर एक सिद्ध राजनीतिक हस्ती पैदा होगी। जिस पर न केवल यहां के लोग गर्व करेंगे, बल्कि समूचा देश गौरवान्वित महसूस करेगा।
बटेश्वर गांव पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी का पुश्तैनी गांव है। यहां एक वैदिक-सनातन कान्यकुब्ज ब्राह्मण परिवार रहता था। श्रीमद्भगवतगीता और रामायण इस परिवार की मणियां थीं। अटलजी के पितामह पं. श्यामलाल जी बटेश्वर में ही जीवनपर्यंत रहे किंतु अपने पुत्र कृष्ण बिहारी को ग्वालियर में बसने की सलाह दी। ग्वालियर में अटलजी के पिता पं. कृष्ण बिहारी जी अध्यापक बने। अध्यापन के साथ-साथ वे काव्य रचना भी करते थे। यहीं 25 दिसंबर 1925 को अटलजी का जन्म हुआ था।
आज पूर्व प्रधानमंत्री श्री वाजपयी का जन्म दिवस है। आगरा के रहने वाले निर्दोष शर्मा के मुताबिक, पूरे देश में भाजपा के सम्राट कहे जाने वाले पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेई का जन्म दीन मनाया जा रहा है। खुशियों की बरसात हो रही है। पर पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेई का मकान खंडर में तब्दील हो चुका है। घर में चिराग जलाने वाला कोई नहीं है। पूरे देश में विकास की गंगा बहाने वाले अटल बिहारी वाजपेई खुद अपने घर का विकास नहीं करा पाए। देश के पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेई के घर में दीपक तले अँधेरा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
रमेश चन्द्र के मुताबिक, भाजपा सरकार में प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले अटल बिहारी वाजपेयी ने पुरे देश में विकास की गंगा बहायी। देश के गाँव की सडको का विकास, राष्टीय राजमार्गो का निर्माण, संचार क्रांति की तेजी, उदारीकरण की प्रक्रिया में तेजी, पोखरन विस्फोट, गाँव के लोग बाजपेयी के विकास कार्यो को गिनाते हुए दुःख भी जताते है की ऐसी शख्सियत को लोग भूलते जा रहे है।
बुढ़ापे के प्रभाव को कम कर सकता है दूध अगर.....
दूध मनुष्य के लिये सर्वोत्तम आहार है क्योंकि दूध में वे सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो कि शरीर के सम्पूर्ण विकास के लिये अनिवार्य होते हैं। आयुर्वेद ग्रथों में पुरुषों के लिये प्रतिदिन कम से कम 250 मिली ग्राम यानी कि लगभग1 गिलास दूध बहुत आवश्यक बताया गया है। आयुर्वेद के अनुसार शाम के भोजन के 2-3 घंटे बाद तथा सोने से 1 घंटा पहले प्रतिदिन सभी को दूध का सेवन अवश्य करना चाहिये, खासकर पुरुषों के लिये तो इसे अनिवार्य ही बताया गया है क्योंकि...
- पुरुषों को घर से बाहर दौड़-धूप तथा शारीरिक श्रम करना पड़ता जिसकी भरपाई सिर्फ दूध जैसा कम्पलीट फूड ही कर सकता है।
- प्रतिदिन के काम-काज के दौरान हमारे शरीर के हजारों पुराने कोष नष्ट हो जाते हैं, तथा नए कोषों के बनने के लिये दूध ही सर्वश्रेष्ठ साधन है।
- स्त्रियों की बजाय पुरुषों में उम्र का ढलान ज्यादा तेजी से आता है तथा पुरुषों में बुढ़ापे के प्रभाव को धीमा करने में दूध बेहद कारगर सिद्ध होता है।
तो मैं गिर जाऊंगा पागल
पाकिस्तान: सूचना मंत्री का इस्तीफा नामंजूर
कराची. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने सूचना मंत्री फिरदौस अवान का इस्तीफा नामंजूर कर दिया। ‘रेडियो पाकिस्तान’ के मुताबिक फिरदौस ने अपना इस्तीफा नामंजूर किए जाने का ऐलान किया है। फिरदौस ने कहा है कि वह नौकरशाही से मुक्त रहना चाहती हैं और अपनी पसंद की टीम बनाना चाहती हैं। पीएम ने उन्हें भरोसा दिया है कि मंत्रालय को लेकर उनकी आपत्तियों को दूर किया जाएगा। सूचना मंत्री ने कहा है कि वह अब संतुष्ट हैं और वह पार्टी आलाकमान और लोगों के लिए काम करती रहेंगी।
पाकिस्तान में सेना और सरकार के बीच बढ़ते तनाव के बीच सूचना मंत्री ने यहां इस्तीफे का ऐलान किया है। यहां हो रही कैबिनेट की मीटिंग के दौरान अवान ने जब अपने इस्तीफे का ऐलान किया तो उनकी आंखों में आंसू भर गए। अवान ने अपना त्यागपत्र पीएम को लिखा और आरोप लगाया कि उनकी 'लगातार उपेक्षा' की जा रही है।
अवान ने बैठक में कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री गिलानी और राष्ट्रपति आसिफ जरदारी के नेतृत्व पर भरोसा करती हूं और हमेशा करती रहूंगी। मुझे यह ऐलान करते हुए दुख हो रहा है कि मैं अपने पद से त्याग पत्र दे रही हूं।’ अवान ने बताया कि अगर पीपुल्स पार्टी उनके काम से संतुष्ट नहीं है तो वह इस पद पर बनी नहीं रह सकतीं।
खास बात यह रही कि इस कैबिनेट मीटिंग का सरकारी टीवी चैनल पर सीधा प्रसारण हो रहा था। अवान ने जैसे ही इस्तीफे का एलान किया वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने कुछ पल के भीतर ही सभी टीवी कैमरामैनों को धक्का देकर मीटिंग के हॉल से बाहर निकाल दिया। अवान के इस्तीफे के ऐलान करते ही प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी हक्के-बक्के रह गए, जो इस बैठक में मौजूद थे। बैठक में मौजूद कानून मंत्री मुल्ला बख्स चांदियो और संसदीय कार्य मंत्री बाबर अवान ने फिरदौस को मनाने की कोशिश की लेकिन सूचना मंत्री टस से मस नहीं हुईं।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की अगुवाई वाली मौजूदा सरकार में इससे पहले कमरुजमान कैरा और शेरी रहमान ने पाकिस्तान के सूचना मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था। बताया जा रहा है कि मेमो विवाद के बाद अवान ने बतौर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री सरकार का बचाव नहीं किया था लेकिन स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
गौरतलब है कि फिरदौस अवान ने ही घोषणा की थी कि पाकिस्तान ने भारत को एमएफएन का दर्जा दे दिया है लेकिन गिलानी सरकार ने बाद में साफ किया था कि यह प्रक्रिया अभी पूरी होनी है। अवान के इस ऐलान के बाद भारत को एमएफएन का दर्जा दिए जाने का पाकिस्तान में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। इस प्रदर्शन में कई आतंकी संगठन भी शामिल हैं।