तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 जनवरी 2012
गुजरात में हिंदी की चिंदी राष्ट्रवादी मोदी जी की अजीब चुप्पी
सम्भल जाएं अगर ताकत बढ़ाने वाली दवाईयां ले रहें हैं तो, वरना...
शादी के बाद अधिकांश लोग अपने वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए अनेक तरह की दवाओं का सेवन करते हैं। कई लोग इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए पिल्स लेते हैं। आपने अधिकांश लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि इन दवाईयों के सेवन से कई तरह के डिसऑर्डर या डिस्फंशन का सामना करना पड़ता है। परन्तु क्या ये बात सही है या सिर्फ भ्रांति, इस बात की सही जानकारी बहुत कम लोगों को है। लेकिन एक ताजा शोध के अनुसार रोजाना सेक्स पॉवर बढ़ाने वाली दवाओं के सेवन से कई तरह के डिस्फंक्शन और डिसऑर्डर का सामना करना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि इस रिसर्च में 46 से 69 साल के उम्रदराज लोगों को भी शामिल किया गया है। शोध के बाद ये बात सामने आई और उनमें से अधिकतर लोगों ने भी बताया कि उन्हें कई तरह के डिसऑर्डर और डिस्फंक्शन हो गए हैं। साथ ही इनमें से अधिकतर लोगों को हाई बीएमआई, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाइपरटेंशन और डिप्रेशन की परेशानी होती है। सर्वे के नतीजों में पता लगा है कि रोजाना पिल्स लेने वाले लोगों को और अन्य प्रकार के सेक्शुअल साइड इफैक्ट्स का सामना करना पड़ रहा है।
भारत में लहराया पाकिस्तानी झंडा, मच गई सनसनी!
बीजापुर। कर्नाटक के बीजापुर के पास स्थित सिंदगी कस्बे में शनिवार शाम तब तनाव की स्थिति बन गई जब लोगों तहसीलदार के कार्यालय के ऊपर पाकिस्तानी झंडा लहराते हुए देखा।
सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंची और तत्काल उन्होंने झंडे को उतार कर अपने कब्जे में ले लिया। इससे नाराज लोगों ने दो बसों पर पत्थरबाजी और नारेबाजी की। हालांकि पुलिस के समझाने के बाद लोग शांत हो गए।
इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले रखा है और पूछताछ जारी है।
जबर्दस्त हो जाएगी याददाश्त अपनाएं ब्रह्मी व बादाम का ये अचूक उपाय
कमजोर याददाश्त को बुढ़ापे की निशानी माना जाता है, लेकिन बार-बार भूलने की समस्या केवल बूढ़े लोगों के साथ ही नहीं बल्कि जवान लोगों के साथ भी होती है। दरअसल भूलने का मुख्य कारण एकाग्रता की कमी है। स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए दिमाग को सक्रिय रखना आवश्यक है। अगर आपके साथ भी यही समस्या है कमजोर स्मरण शक्ति आपके लिए परेशानी का कारण बनी हुई है, तो नीचे लिखे घरेलू उपायों को जरुर अपनाएं।
- अखरोट स्मरण शक्ति बढाने में सहायक है। 20 ग्राम अखरोट और साथ में 10 ग्राम किशमिश रोजाना लेना चाहिये।
- अलसी का तेल आपकी एकाग्रता बढाता है, आपकी स्मरण शक्ति तेज करता है तथा सोचने समझने की शक्ति को भी बढ़ाता है। नियमित रूप से अलसी के तेल के सेवन से आपको मष्तिष्क सम्बन्धी कोई विकार नहीं रहेगा।
- ब्रह्मी दिमागी शक्ति बढाने की मशहूर जड़ी-बूटी है। इसका एक चम्मच रस नित्य पीना हितकर है। इसके 7 पत्ते चबाकर खाने से भी वही लाभ मिलता है। ये दिमाग की शक्ति घटने पर रोक लगती है।
- बादाम 9 नग रात को पानी में गलाएं। सुबह छिलके उतारकर बारीक पीस कर पेस्ट बना लें। अब एक गिलास दूध गरम करें और उसमें बादाम का पेस्ट घोलें। इसमें 3 चम्मच शहद भी डालें। जाने पर उतारकर मामूली गरम हालत में पीएं। यह मिश्रण पीने के बाद दो घंटे तक कुछ न लें।
रोबोट का थप्पड़
चीन में राजनयिक की पिटाई से भड़का भारत
शंघाई. चीन में भारतीय राजनयिक की पिटाई का मामला गरमा रहा है। भारत ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी चीनी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। शंघाई स्थित कौंसुल जनरल ने स्थानीय प्रशासन से अपना विरोध दर्ज करा दिया है।
इस बीच, सूत्रों के मुताबिक भारतीय विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित चीनी राजनयिक मिशन को तलब किया। डिप्टी चीफ मिशन झांग यूए ने कहा कि हम पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों देश की सरकारें इस हालात को संभाल लेंगी। सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक बालचंद्रन की हालत में सुधार हो रहा है और वह अब शंघाई स्थित अपने आवास पर लौट गए हैं।
भारत में राजनीतिक पार्टियां इस मुद्दे पर बेहद नाराज हैं। भारतीय राजनयिक की पिटाई पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। पार्टी के प्रवक्ता बलबीर पुंज ने कहा, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। राजनयिकों को इम्युनिटी दी जाती है। चीन सरकार को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।'
चीन के एक कोर्ट में पिटाई के बाद बेहोशी की हालत में एस. बालचंद्रन नाम के इस राजनयिक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। दरअसल, शंघाई में मौजूद भारतीय वाणिज्य दूतावास में तैनात बालचंद्रन भारतीय मूल के दो लोगों को रिहा कराने के लिए एक स्थानीय कोर्ट में गए थे। दोनों भारतीयों को कर्ज न चुका पाने पर स्थानीय कारोबारियों ने बंधक बना लिया था।
दीपक रहेजा और श्यामसुंदर अग्रवाल नाम के दो भारतीयों को चीनी कारोबारियों ने बीते एक पखवारे से कैद कर रखा था। रहेजा और अग्रवाल एक कंपनी में काम करते थे, जिसका मालिक चीन से भाग गया है। उनकी कंपनी पर चीन के स्थानीय कारोबारियों का बकाया था। बकाया न मिलने पर कारोबारियों ने दोनों को बंधक बना लिया था। चीन में भारत की महावाणिज्य दूत रीवा गांगुली दास ने इस घटना की पुष्टि की है।
बालचंद्रन के साथ यह घटना तब घटी जब वह कोर्ट से बाहर आ रहे थे। दोनों भारतीय भी बालचंद्रन के साथ बाहर आऩे की कोशिश कर रहे थे। तभी स्थानीय कारोबारियों की भीड़ उन पर टूट पड़ी और दोनों भारतीयों को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की। इस बीच, हाथापाई में बालचंद्रन बेहोश हो गए। बालचंद्रन डायबिटीज से पीड़ित बताए जाते हैं।
31 दिसंबर की रात दोनों पक्षों ने बातचीत के जरिए मामला सुलझाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनने पर दोनों पक्ष कोर्ट चले गए। अभी तक दोषियों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई की खबर नहीं है।