आपका-अख्तर खान

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14 जनवरी 2012

मेरे दोस्तों भाइयों और बहनों यह जनाब मेरे हम ज़ुल्फ़ यानि मेरे साडू है बहुत नेक और शरीफ इंसान है इनका नाम हाजी अमजद अली खान है अभी हाल ही में इनके सीने में दर्द उठा बच्चे टोंक से जयपुर इन्हें अस्पताल ले गये और डॉक्टरों ने इनकी बाईपास सर्जरी कर दी सभी लोगों की दुआ से अभी हाजी भाई माशा अल्लाह ठीक है लेकिन आप सभी इल्तिजा है आप लोग भी उनके जल्दी ठीक होने की दुआ करें खुदा उन्हें जल्दी saht

हमलावर का अपराध नहीं धर्म और जाती देखने वालों जरा गिरेबान में तो झाँक कर देखो तुम कितने देशभक्त हो

दोस्तों किसी भी घटना पर प्रतिक्रिया से पता चलता है की किस व्यक्ति के दिल में किसके लियें कितना जहर भरा है देश में इन दिनों सोशल साइट्स और ब्लॉग पर काफी लोग धर्मनिरपेक्ष और भाईचारे सद्भावना की बातें करते देखे जाते है लेकिन कुछ लोग होते ही इतने बेगेरत है जो अपने गंदे विचार कभी त्याग नहीं सकते और धर्म के नाम पर पेट भरने वाले अपराधिक कार्यवाही कर खुद को धर्म के नाम पर बचाने वालों का एक गिरोह सक्रिय है जो इस देश में गंदी विचारधारा फेला कर इस देश को बर्बाद करने पर लगा है ........... दोस्तों बाबा रामदेव पर पिछले दिनों पुलिस ने हमला किया ..दिग्विजय सिंह ने उनका खुले आम मान मर्दन किया ....अन्ना पर हमला हुआ ..केजरीवाल पर हमला हुआ ........ प्रशांत भूषण पर हमला हुआ ...........शरद पंवार पर हमला हुआ .अडवानी पर हमला हुआ .स्वामी अग्निवेश पर हमला हुआ सभी हमलावर हिन्दू जाती के या फिर सिक्ख समाज के थे और बस हमारे भाइयों ने हमलावर की जाती देख कर प्रतिक्रिया करना प्रारम्भ कर दी ..आप गवाह है के किसी ने भी इन हमलावरों के लियें जातिगत या मजहबी बात को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं की यहाँ तक के उन्हें देशभक्त बताने की बात कही .........आज बाबा रामदेव पर हमला हुआ .बात अफसोसनाक थी सभी लोग इसकी निंदा करते है लेकिन बाबा समर्थक तो आपे से बाहर है वोह अपने अपने नेकरों में से बाहर आ गये है और बस सोशल साइटों पर भी गंदगी फेलाने लगे है धर्म और मजहब के नाम पर टिप्पणियां कर रहे है अरे भाई देश में बेईमान ..चोर ..घोटालेबाजों और कालाबाजारियों रिश्वतखोरों की सूचि तय्यार कीजिये देखिये देश के गद्दार देश के दुश्मन किस धर्म से जुड़े लोग है बात साफ़ है अपराधी का कोई धर्म और जाती नहीं होती अपराधी तो सिर्फ अपराधी ही होता है लेकिन इन हमलों की प्रतिक्रिया में भेदभाव क्यूँ एक हमलवार की सजा पुरे धर्म पूरी जाती को क्यूँ क्या यह बात बाबा रामदेव खुद अपने समर्थकों को नहीं समझा सकते ..वोह क्यूँ समझायेंगे क्यूंकि उन पर तो खुद पासपोर्ट नकली बनवाने वालों को पनाह देने ..अपने चेले की हत्या कर देने ,,दवाओं में मानव हड्डियों का चूर्ण मिलाने के आरोप लग चुके है लेकिन देश में भ्रष्टाचर खत्म करने कला धन वापसी का मुद्दा उठा कर उन्होंने देश को अपने साथ जोड़ लिया है हम भी उनके साथ इस मुद्दे पर जुड़े है ..तो जनाब यह देश सभी का है किसी के बाप का नहीं क्योंकि इतिहास खुलता है तो फिर नफरत और गद्दारी की कहानियाँ बयान करता है अंग्रेजों की गुलामियों और सरकारी गवाह बनकर लोगों को फंसी पर च्द्वाने की पोलें खोलता है इसलियें जनाब अपराध और अपराधी को सिर्फ एक अपराधिक घटना से ही जोडकर देखिये किसी जाती किस धर्म के नाम से नहीं क्योंके नफरत फेलाने वाले लोग मुट्ठीभर है और धर्मनिरपेक्षता के रक्षक उनसे कई गुना ज्यादा है ऐसे में मेरे इस महान देश का रंग कोई नहीं बिगाड सकता किसी में इतनी मजाल नहीं जो कोई मेरे इस देश की सुक्ख शांति ..एकता ..अपनेपन और प्यार को मटियामेट कर सके इसके पहले ऐसे लोगों को हम समझकर उनकी भूल सुधार करवाकर हमारे साथ लाने की कोशिश करेंगे खुदा हमे कामयाब करे ऐसी आमीन की दुआ आप भी करे ... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हमलों का जवाब अगर भीड़ ने हमलावर की हत्या कर दिया तो फिर इस कानूनी हत्या पर क्या प्रतिक्रिया होगी हमें समझना होगा

देश में इन दिनों किसी भी नेता या नेताओं का विरोध करने वालों पर हमले की परम्परा बढ़ गयी है ...अपत काल के बाद इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी के विरोध में जब एक हवाई जहाज़ हाई जेक किया गया और उन अपराधियों को राजनीति में स्थान ही नहीं बल्कि प्रमुख स्थान मिला तबसे यह मानसिक रोग इस देश में बढ़ गया है .कोई भी किसी भी नेता पर हमला करता है और एक ही दिन में नेता या कथित रूप से देशभक्त हो जाता है फिर वोह चुनाव की राजनीती में आता है या फिर चंदे की राजनीती में आकर मजे करता है लेकिन दोस्तों अब वोह वक्त नहीं रहा है वक्त बदल गया है जिस नेता या समाज सेवक पर हमला होता है उसके समर्थक भी हमलावर हो जाते है अगर यह परम्परा जया दिन चली तो किसी भी हमलावर की मोके पर ही पीट पीट कर हत्या करने की परम्परा पढ़ जायेगी ..क्योंकि अगर ऐसा हमलावर जिंदा रहता है तो उसे ज्यादा दिन तो जेल में नहीं रख सकते लेकिन अगर ऐसे हमलावर की इन हालातों में भीड़ हत्या भी कर देती है तो कानून सेल्फ डिफेन्स के नाम पर ऐसे लोगों को इसकी छुट देता है ..देश में इस तरह के हमलों की अब हद हो गयी है और पुलिस प्रशासन की लापरवाही से ही ऐसे हमले होते है लेकिन ऐसे मानसिक रोगी हमलावरों को अगर भीड़ मोके पर ही पीट पीट कर हत्या करने लगेगी तो गलत परम्परा का जवाब गत परम्परा से दिया जाने लगेगा और फिर चाहे म़ोत के डर से ऐसे हमले तो रुक जाएँ लेकिन देश में जंगल कानून की स्थिति पैदा हो जाएगी इसलियें समाज को ऐसे हमलावर मानसिक रोगियों का सामजिक बहिष्कार करना होगा ऐसे लोगों को कोई भी पार्टी कभी अपना सदस्य नहीं बनाये और कभी भी ऐसे हमलावर को कोई पार्टी टिकिट या कोई पद नहीं दे तब कहीं इस रोग का इलाज होगा वरना हमला और फिर हत्या का खेल शुरू हुआ तो यह खुनी खेल रुकेगा नहीं और देश शर्मसार हो जायेगा ......... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

इस चमत्कारी पानी से दूर हो जाता है हर रोग



पानी जीवन का आधार है। इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इस पानी को यदि तंत्र प्रयोग कर अभिमंत्रित कर लिया जाए तो इसके सेवन से कई लाइलाज रोग भी ठीक हो सकते हैं। पानी को अभिमंत्रित करना बहुत ही आसान है। इस पूरी प्रक्रिया में सबसे मुख्य बात श्रृद्धा व विश्वास की है। जानते हैं कि किस उपाय से साधारण पानी अमृत के समान बन सकता है।

उपाय

सबसे पहले हनुमानजी की एक ऐसी मूर्ति लेकर आए जिसमें उन्हें संजीवनी बूटी सहित पूरा पहाड़ लेकर उठाकर ले जाते हुए दिखाया गया हो। मंगलवार के दिन थोड़ा सा पानी लेकर तांबे के बर्तन में रखें। फिर उस बर्तन में सिंदूर लगाकर तिलक करें। इसके बाद हनुमानजी की मूर्ति उस पानी में डूबो दें।

फिर हनुमान बाहुक का पांच बार पाठ करें। पाठ समाप्त होने पर हाथ जोड़कर उठ जाएं। चौबीस घंटे के बाद हनुमानजी की मूर्ति व हनुमान बाहुक की पुस्तक को किसी नदी में प्रवाहित कर दें। अब यह जल रोगी को थोड़-थोड़ा पिलाते रहे। कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि रोगी धीरे-धीरे ठीक होने लगेगा। यह सब आपकी श्रृद्धा व भक्ति पर निर्भर है।

व्यक्ति अकेले जन्म लेता है और अकेले ही मरता है, इसलिए ध्यान रखें ये बात


जब इस दुनिया में किसी व्यक्ति का जन्म होता है तो वह अकेले ही आता है। उसके साथ कोई और नहीं होता है। जन्म के बाद ही उसे परिवार, समाज, मित्र आदि प्राप्त होते हैं। जैसे कर्म वह करता है उसी के अनुसार जीवनभर सुख या दुख प्राप्त करते रहता है। अंत में व्यक्ति अकेले ही मर जाता है।

आचार्य चाणक्य ने जीवन से जुड़ी कई सटीक नीतियां बताई हैं। इन नीतियों में जीवन की सत्यता छिपी हुई है। जो व्यक्ति इन नीतियों को अपने व्यवहार में उतार लेता है वह निश्चित ही श्रेष्ठ व्यक्ति बन सकता है। आचार्य ने बताया है कि इस दुनिया में हमें आना अकेले ही है और जाना भी अकेले ही पड़ता है, अत: स्वर्ग या नर्क भी हमें अकेले भी भोगना है।

चाणक्य के अनुसार जन्म लेने के बाद व्यक्ति को जो घर-परिवार और वातावरण प्राप्त होता है उसी के अनुसार वह कर्म करते रहता है। यदि कोई व्यक्ति अच्छे कर्म करेगा तो उसे इनके शुभ फल प्राप्त होंगे। वहीं यदि कोई व्यक्ति बुराई के कार्यों में लिप्त रहता है तो उसे इन सभी कार्यों के भयंकर परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। जन्म से मृत्यु तक हमें अच्छे-बुरे कर्मों के फल अवश्य ही प्राप्त हो जाते हैं।

कोई भी व्यक्ति यदि अपने निजी स्वार्थ के लिए या किसी और के लिए बुरा कार्य करता है तो यह निश्चित ही दुख देने वाली बात है। लेकिन जिन लोगों के लिए व्यक्ति अधर्म के मार्ग पर चलता है वे सभी लोग भी मृत्यु के समय उनका साथ छोड़ देते हैं। इसीलिए कभी भी किसी भी परिस्थिति में बुरे कार्यों से बचना चाहिए। हमेशा ऐसे कर्म करें जिनसे दूसरों का अहित न हो।

चम्मच भर हल्दी के फायदे: जानेंगे तो हैरान हो जाएंगे

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हल्दी का उपयोग भारतीय खाने में मसालों के रूप में प्राचीन समय से किया जाता है। हल्दी का सबसे ज्यादा उपयोग दाल व सब्जी में किया जाता है क्योंकि यह दाल व सब्जी का रंग पीला करता है और भोजन को स्वादिष्ट भी बनाती है। मधुमेह रोगियों के लिए हल्दी किसी औषधी से कम नहीं है। मधुमेह के रोगियों को प्रतिदिन गरम दूध में हल्दी चूर्ण मिलाकर पीना चाहिए। दरअसल, हल्दी में वातनाशक गुण होते हैं जिससे मधुमेह की समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है।

अपने घर पर ही छोटे-छोटे प्रयोग कर इसके अलग-अलग लाभ उठाए जा सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। खून को साफ करती है। महिलाओं की पीरियड से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करती है।लीवर संबंधी समस्याओं में भी इसे गुणकारी माना जाता है। यही वजह है कि सर्दी-खांसी होने पर दूध में कच्ची हल्दी पाउडर डालकर पीने की सलाह दी जाती है। जरूरी है कि हल्दी को हमेशा एयर टाइट कंटेनर में रखें ताकि इसके स्वाद और गुणवत्ता में कोई कमी नहीं आए।पेट में कीड़े होने पर 1 चम्मच हल्दी पाउडर रोज सुबह खाली पेट एक सप्ताह तक ताजा पानी के साथ लेने से कीड़े खत्म हो सकते हैं। चाहें तो इस मिश्रण में थोड़ा नमक भी मिला सकते हैं। इससे भी फायदा होगा।

चेहरे के दाग-धब्बे और झाइयां हटाने के लिए हल्दी और काले तिल को बराबर मात्रा में पीसकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं। हल्दी-दूध का पेस्ट लगाने से त्वचा का रंग निखरता है और आपका चेहरा खिला-खिला लगता है।खांसी होने पर हल्दी की छोटी गांठ मुंह में रख कर चूसें। इससे खांसी नहीं उठती।त्वचा से अनचाहे बाल हटाने के लिए हल्दी पाउडर को गुनगुने नारियल तेल में मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को हाथ-पैरों पर लगाएं। इसे त्वचा मुलायम रहती है और शरीर के अनचाहे बाल भी धीरे-धीरे हट जाते हैं।

पुलिस को बताकर बाबा रामदेव के पास गया था कामरान!

नई दिल्‍ली.बाबा रामदेव पर स्याही फेंकने वाला कामरान सिद्दिकी शनिवार की सुबह जामिया नगर थाने में पुलिस वालों से यह कहकर गया था कि वह बाबा रामदेव से बटला हाउस एनकाउंटर पर सवाल पूछेगा। यह खबर दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों के हवाले से मीडिया में आई है। हालांकि, पुलिस ने इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। पुलिस ने कामरान सिद्दिकी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने धार्मिक भावनाएं भड़काने और हमला करने से जुड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया है। कामरान को कल कोर्ट में पेश किया जा सकता है।बाबा रामदेव ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अभी शुरुआती तौर पर यह साजिश नज़र आ रही है। बाबा रामदेव ने कांग्रेस पर इशारे-इशारे में निशाना साधते हुए कहा, 'अल्पसंख्यक समाज के एक व्यक्ति को तैयार कर एक भगवाधारी पर स्याही फिंकवाई गई है। सांप्रदायिक दंगे करवाने की साजिश है। मेरे कार्यकर्ता भी अल्पसंख्यक हैं। इस समाज से मेरा कोई वैमनस्य नहीं है। अगर अल्पसंख्यक समुदाय को बटला हाउस पर किसी से आपत्ति हो सकती है, तो वह खुद गृहमंत्री ही हैं। उन्होंने इस मुठभेड़ को सही ठहराया है। मेरा बटला हाउस से क्या लेना देना है?' उन्होंने कहा, 'मेरे ऊपर स्याही फेंकने वाले शख्स को यह कैसे पता चला कि मैं बटला हाउस पर बोलूंगा। वह तो स्याही वगैरह लेकर पूरी तैयारी से आया था। इसलिए मुझे इसमें साजिश लग रही है।' बाबा रामदेव ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। क्या इस घटना से उन पर असर पड़ेगा? इस सवाल के जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि इस घटना से उनके आंदोलन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। शनिवार को एक शख्‍स ने योग गुरु बाबा रामदेव के मुंह पर काली स्‍याही फेंक कर उनकी तौहीन की। बाबा एक प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे। कांफ्रेंस खत्‍म होने के बाद जैसे ही वह मंच छोड़ने के लिए तैयार हुए कि एक युवक ने उनके ऊपर काली स्‍याही फेंक दी। इसके बाद बाबा के समर्थकों ने उसे दबोच लिया और उसकी जम कर पिटाई कर दी। पुलिस की मौजूदगी में भी समर्थक उसे पीटते रहे। थोड़ी देर बाद पुलिस उसे अपने साथ ले गई। स्‍याही फेंकने वाले युवक ने संसद मार्ग थाने की पुलिस को अपना नाम कामरान सिद्दिकी बताया है। कामरान का कहना है कि वह ओखला का रहने वाला है और रियल कॉज नाम का एक एनजीओ चलाता है। कामरान के बारे में बताया जा रहा है कि वह जामिया नगर इलाके की स्थानीय राजनीति में सक्रिय रहा है और वह पार्षद का चुनाव लड़ने की तैयारी में भी है। पुलिस ने जानकारी दी है कि कामरान से पूछताछ चल रही है और इसके बाद ही उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। पुलिस ने यह जानकारी भी दी है कि कामरान की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है।कामरान सिद्दिकी के भाई मोहम्मद यूनुस सिद्दिकी के मुताबिक उनका भाई बाबा रामदेव को भ्रष्ट मानता है। यूनुस ने इस बारे में बताया, 'मेरे भाई ने कहा कि बाबा रामेदव एक भ्रष्ट व्यक्ति है। रामदेव के समर्थकों ने उसकी नाक तोड़ दी है।' कामरान सुरक्षाकर्मी के रूप में कांस्‍टीट्यूशन क्‍लब में हो रहे बाबा के प्रेस कांफ्रेंस में आया था। उसका गुस्‍सा किस बात को लेकर था, यह पता नहीं चल सका है। रामदेव के प्रवक्‍ता एसके तिजारावाला ने कहा कि स्‍याही फेंकने वाले शख्‍स के हाथ में वायरलेस सेट था। उसके पास एसिड की बोतल भी मिली है। वह खुद को विशेष सुरक्षा अधिकारी बताकर संवाददाता सम्‍मेलन में आया था। उन्‍होंने बताया कि वह शख्‍स किसी नेता का नाम ले रहा था और अल्‍पसंख्‍यक समुदाय का बताया जाता है। घटना के बाद बाबा रामदेव ने कहा कि जालिम जुल्‍म करते रहते हैं। उन्‍होंने कहा कि उन्‍होंने काला धन मांगा था, लेकिन काली स्‍याही मिली। उन्‍होंने कहा कि जिनका जीवन देश के लोगों की भलाई के लिए है, उस पर काली स्‍याही फेंक देने से उसके चरित्र पर कोई असर नहीं होता। बाबा ने कहा कि वह पूरी प्रामाणिकता, दृढ़ता के साथ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। बाबा ने कहा कि उन्‍होंने आखिर ऐसा क्‍या किया है जो उनके साथ इस तरह का सुलूक हो। बाबा ने पत्रकारों से कहा कि जो भी सच होगा, सामने आ जाएगा। इससे पहले पत्रकार सम्‍मेलन में बाबा ने कहा कि वह एक बार फिर भारत स्‍वाभिमान यात्रा करने जा रहे हैं। वह उन पांच राज्‍यों का दौरा करेंगे जहां अभी विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्‍होंने कहा कि वह उत्‍तर प्रदेश, उत्‍तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में सभाएं कर लोगों को विदेश में जमा काले धन के बारे में जागरूक करेंगे। उन्‍होंने कहा कि अगर सभा करने की इजाजत नहीं मिली तो चुनाव लड़ रही सभी प्रमुख पार्टियों के बड़े नेताओं से मिल कर पूछेंगे कि वो विदेश में जमा भारतीयों का काला धन वापस लाने के लिए क्‍या करने वाले हैं। बाबा रामदेव ने काला धन को राष्‍ट्रीय संपत्ति घोषित करने की मांग दोहराते हुए कहा कि चुनाव के वक्‍त राजनीतिक दलों को जनता के सवालों का जवाब देना ही होता है। लिहाजा वह काले धन के मसले पर सभी उम्‍मीदवारों की राय जानेंगे। उन्‍होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम के लिए उन्‍होंने प्रशासन से अनुमति मांगी है।

दिल्ली में काले धन पर पीसी कर रहे योग गुरु बाबा रामदेव के मुंह पर एक शख्स ने काली स्‍याही फेंक दी। बाबा कांफ्रेंस खत्‍म होने के बाद जैसे ही वह मंच छोड़ने के लिए तैयार हुए कि एक युवक ने उनके ऊपर काली स्‍याही फेंक दी।

इसके बाद बाबा के समर्थकों ने उसे दबोच लिया और उसकी जम कर पिटाई कर दी। पीसी स्थल से एसिड की बोतल भी मिली है। इससे अंदाजा लगाया सकता है कि बाबा पर एसिड हमले की तैयारी थी।

रामदेव के प्रवक्‍ता एसके तिजारावाला ने कहा कि स्‍याही फेंकने वाले शख्‍स के हाथ में वायरलेस सेट था। उसके पास एसिड की बोतल भी मिली है। वह स्याही के बाद बाबा पर एसिड फेंक सकता था। समय रहते उसे दबोच लिया गया।

इस घटना के बाद रामदेव ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से वह डरने वाले नहीं हैं। काली स्याही फेंकने से उनके चरित्र पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि, काले धन के मुद्दे को पूरी प्रामाणिकता के साथ उठाऊंगा।

बाबा रामदेव पर किए इस कृत्य की राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस के राशिद अल्वी ने कहा कि, लोकतंत्र में हर व्यक्ति को बोलने का अधिकार है। उसे इस तरह से रोकना लोकतंत्र का हनन है। लालू यादव ने कहा कि, ऐसा करने वाले व्यक्ति का स्क्रू ढ़ीला है। उसे टाइट करना चाहिए।


ये है स्याही फेंकने वाला


दिल्ली में प्रैस कांफ्रैंस के दौरान बाबा रामदेव पर काली स्यासी फेंकने वाले व्यक्ति का नाम कामरान सिद्दिकी है। वो जामिया नगर में रहता है और यहां रियल कॉज के नाम से एक एनजीओ चलाता है।



कामरान जामिया नगर इलाके से विधानसभा और नगर निगम का चुनाव भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ चुका है। कामरान सिद्दीकी ने ही बटला हाउस एनकाउंटर का मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष उठाया था।










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