तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
23 जनवरी 2012
राजनीती में यह जूतम पैजार क्यूँ है ..
अजमेर दरगाह बम विस्फोट में शामिल आरोपी इन्द्रेश जी को सरकार बदनाम करती है या ...........
मेरी दुआ कुबूल हो खुदा से तमन्ना जरुर करना मेरी दुआ पूरी करने के लियें खुदा से सिफारिश जरुर करना
श्री रामजी का शिवजी से विवाह के लिए अनुरोध
बालकाण्ड |
जाइ बिबाहहु सैलजहि यह मोहि मागें देहु॥76॥
सिर धरि आयसु करिअ तुम्हारा। परम धरमु यह नाथ हमारा॥1॥
तुम्ह सब भाँति परम हितकारी। अग्या सिर पर नाथ तुम्हारी॥2॥
कह प्रभु हर तुम्हार पन रहेऊ। अब उर राखेहु जो हम कहेऊ॥3॥
तबहिं सप्तरिषि सिव पहिं आए। बोले प्रभु अति बचन सुहाए॥4॥
गिरिहि प्रेरि पठएहु भवन दूरि करेहु संदेहु॥77॥
मैंने घोटाला किया है, कृपया मुझे माफ कर दीजिए
सीईओ ने ठेकेदार फर्म को कारण बताओ नोटिस जारी अब इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। नगर निगम ने अलग-अलग अनुभागों में कंप्यूटर ऑपरेटर्स लगाने के लिए मैसर्स सोनी टेक कंप्यूटर को ठेका दे रखा था। यह फर्म महापौर डॉ. रत्ना जैन के ड्राइवर के बेटे की है।
इस फर्म ने विधि अनुभाग में भी ऑपरेटर लगा रखा था जिसे बाद में हटा लिया था जबकि, उसका वेतन नगर निगम से लगातार उठा रहा था। उसने 7 नवंबर व 7 दिसंबर को जो बिल पेश किए उसमें विधि अधिकारी के फर्जी साइन कर उस ऑपरेटर का भुगतान उठाना चाहा।
ऐसे पकड़ में आया था मामला
विधि अनुभाग में लंबे समय से ऑपरेटर नहीं होने के कारण विधि अधिकारी ने कई बार आयुक्त आरडी मीणा को लिखित व मौखिक रूप से अवगत करवा रखा था। इसी दौरान ठेकेदार विधि अनुभाग में ऑपरेटर का वेतन भुगतान का बिल लेकर उनके पास पहुंचा। आयुक्त इसे देखकर चौंके।
एक तरफ तो ऑपरेटर की मांग और दूसरी तरफ वेतन का बिल। आयुक्त ने विधि अधिकारी से पूछा तो उन्होंने ऐसा किसी बिल वेरिफाई करने से मना कर दिया तो पोल खुल गई।
पकड़ा गया तो ठेकेदार ने दी सफाई
प्रार्थी ने 7 नवंबर व 7 दिसंबर 2011 को जो बिल संलग्न किया है। उसमें एक ऑपरेटर विधि अनुभाग में लगा रखा था। उसकी उपस्थिति की मैंने बराबर जानकारी नहीं रखी। यह मेरी गलती रही। मैंने सोचा ऑपरेटर बराबर ड्यूटी कर रहा होगा। इसलिए उसका बिल बनाकर पेश कर दिया।
पेमेंट के भुगतान का प्रेशर ज्यादा होने के कारण मैंने जल्दबाजी में स्वयं ही बिल वेरिफाई कर पेश कर दिया ताकि ऑपरेटरों को समय पर भुगतान कर सकूं। श्रीमान से निवेदन है कि मैंने जो गलती की है उसकी समस्या को मद्देनजर रखते हुए मुझे क्षमा करने की कृपा करें। आशा करता हूं कि मुझे क्षमा कर मेरे भविष्य को सुधारने का मौका देने की कृपा करेंगे।
सावधान! कहीं आप जहर वाला 'पनीर' तो नहीं खा रहे
रांची।होटलों से लेकर ढाबों व पार्टियों में जो पनीर आप चाव से खाते हैं, वो किसी जहर से कम नहीं होता। बिहारशरीफ व बख्तियारपुर से प्रतिदिन सैकड़ों टन ऐसा नकली पनीर राजधानी में आता है। दूध पाउडर, मैदा, व्हाइट ग्रीस, डिटरजेंट, गोंद व यूरिया से बने इस जहर के धंधे में शहर के कई कारोबारी शामिल हैं।
राजधानी के कारोबारियों से सीधा संपर्क
प्रतिदिन 400 टिन पनीर बिहारशरीफ व बख्तियारपुर से मंगाया जाता है। तड़के यह हरमू चौक, अरगोड़ा चौक व धुर्वा में बसों से उतारा जाता है। राजधानी के कारोबारियों का बिहार के पनीर बनाने वालों से सीधा संपर्क है। बिहारशरीफ के पुल पर मुहल्ले में नकली पनीर व नकली दूध के उत्पाद का बड़े पैमाने पर कारोबार होता है।
इलेक्ट्रिक केन में बनता है पुल पर मुहल्ले के कई घरों में पनीर बनाने की मशीन है। दूध के केन जैसी दिखने वाली इस बिजली चालित मशीन में एक बार में लगभग 40 किग्रा तक पनीर बनाया जा सकता है। मशीन में सबसे पहले पानी डाला जाता है, जो लगातार गर्म होता रहता है। फिर उसमें दूध पाउडर डाला जाता है। इसके बाद यूरिया, डिटर्जेट, व्हाइट ग्रीस, मैदा व गोंद मिलाकर मिश्रण को घुमाया जाता है। थोड़ी देर में मिश्रण फट जाता है। इसके बाद पानी निकालकर नकली पनीर को टिन में पैक कर रांची भेज दिया जाता है।
असली से आधा भाव
राजधानी में सुधा का 200 ग्राम पनीर 44 रुपए में बिक रहा है। वहीं, हरमू चौक, अरगोड़ा चौक व धुर्वा आदि जगहों पर उतरने वाले नकली पनीर का कोई भाव तय नहीं होता। यह 70 से 120 रुपए प्रति किलो तक बिकता है। राजधानी में दूध का भाव 30 रुपए प्रति लीटर है और एक लीटर दूध में 150 से 200 ग्राम तक पनीर निकलता है। इसे बनाने में लगभग पांच रुपए खर्च होते हैं। कुल मिलाकर 200 ग्राम पनीर में 35 रुपए खर्च होते हैं। बेचने पर मिलते हैं 44 रुपए। यानी नौ रुपए का फायदा।
ऐसे में 70 रु. या 120 रु. किलो मिलने वाला पनीर नकली नहीं, तो और क्या है। इस बात का दावा नहीं कि 200 से 250 रुपए प्रति किलो बिकना वाला पनीर असली ही होता है।
इंडियन हसबैंड का दिमाग तो उनके पेट में होता है'
ओनियन टियर की लेखिका शबनम खान ने कुछ ऐसे ही हसबैंड सीक्रेट अपनी बुक के जरिए एक्सप्लोर किए। वे कहने लगीं- मुझे एक बुक लिखनी थी तो मैंने सोचा मैं कुछ खाने पर ही लिख देती हूं, क्योंकि कहीं न कहीं इंडियन फैमिलीज में तो कहानी घूम फिर कर खाने के आसपास ही चलती है।
यहां तक कि साउथ अफ्रीका में रहने वाले इंडियंस की भी कुछ यही कहानी है। इस बुक में एक लड़की अपने हसबैंड के साथ फ्लैट में रहती है और उसे लगता है कि ऊपर वाले फ्लैट में कोई लड़की है, जो कहीं न कहीं परेशानी में है।
वो एक दिन उस फ्लैट में जाती है और उसे पता चलता है कि फ्लैट में रहने वाली लड़की परेशान है, क्योंकि उसे खाना अच्छा बनाना नहीं आता। इस वजह से उसका हसबैंड उसे मारता भी है।
तब वो बताती है कि उसका हसबैंड भी उसे मार सकता है, लेकिन वो नहीं मार पाता क्योंकि उसे अच्छे आलू के परांठे बनाने आते हैं और जाहिर सी बात है जब उसका पेट भारी हो जाता है तो हाथ उठा ही नहीं पाता।
रेनबो है साउथ अफ्रीका
शबनम कहती हैं-साउथ अफ्रीका में लोगों के अपने-अपने ग्रुप हैं और कह सकते हैं हमारा साउथ अफ्रीका तो दुनिया के अलग-अलग लोगों का एक रेनबो है। मेरी कहानी है ओनियन टीयर्स में अलग-अलग तीन पीढ़ियों के फेज हैं। मुझे यंग लड़की का हिस्सा लिखने में बहुत आसानी हुई।
लिटरेचर फेस्ट में सुमन ने सुनाए कबीर के दोहे
लिटरेचर फेस्टिवल के तीसरे दिन फ्रंट लॉन में कबीर और दादू दयाल सेशन में प्रोफेसर सुमन यादव ने कबीर के दोहे गाए। साथ ही कबीर के दर्शन पर अपने विचार रखे, जिसकी फेस्टिवल में खूब प्रशंसा की गई।
सुमन ने राग तोडी में ‘जागी रे सब रैन बिहानी’ और ‘बटाऊ रे चलना आज की काल’ की प्रस्तुति दी। दादू और कबीर के पैनल डिस्कशन में सुमन ने कबीर के भजन ‘मन लागा मेरा यार फकीरी में’ प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मंच पर उनके साथ पुरुषोत्तम अग्रवाल, शबनम विरमानी, मोनिका टेटलबैक और अरविंद के . मेहरोत्रा उपस्थित थे।
दूसरा 'निठारी' बनता जा रहा है कुकुरबेड़ा, अभी 1800 लोग हैं गायब
रायपुर। कुकुरबेड़ा से गुमशुदा लोगों के कंकाल मिलने के बाद पुलिस का अमला सहमा हुआ है। पुलिस रिकार्ड रायपुर जिले में ही 18 सौ लोग गायब हैं। इनमें महिलाओं की संख्या एक हजार से ज्यादा है। गायब लोगों में कुछ ऐसे हैं, जिनका पांच-पांच साल से पता नहीं हैं। पुलिस उन्हें तलाश करना तो दूर यह भी मालूम नहीं कर सकी है कि गायब लोग अभी जिंदा हैं या नहीं?
कुकुरबेड़ा में कई लोगों की हत्याओं का मामला उजागर होने के बाद आला अफसरों का ध्यान गुमशुदा लोगों की लंबी फेहरिस्त की ओर गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिपांशु काबरा ने अफसरों की बैठक लेकर उन्हें गुमशुदा लोगों का रिकार्ड नए सिरे से चेक करने के निर्देश दिए। उन्होंने थानेदारों से रिपोर्ट मांगी है कि उनके क्षेत्र में कितने लोग और कब से गायब हैं। रिपोर्ट के साथ यह जानकारी भी देने को कहा गया है कि गायब लोगों की खोजबीन के संबंध में क्या-क्या किया गया और कहां जाकर तहकीकात अटकी। कुकुरबेड़ा का मामला भी ऐसा ही था। यहां एक ही परिवार के तीन सदस्य गायब थे, लेकिन शिकायत के बावजूद थाना स्तर पर उनकी खोजबीन के कोई प्रयास नहीं किए गए।
जिम्मेदार अधिकारियों ने भी यह जानने की कोशिश नहीं की थी कि आखिर एक परिवार से तीन-तीन लोग गायब कैसे हो गए? इस बात से आला अफसर बेहद नाराज हैं। हालांकि पुलिस ने अब उनके शव बरामद कर लिए हैं, लेकिन इसमें डेढ़-दो साल लग गए। यह काम भी डीजीपी की चिट्ठी के बाद हुआ। इस दौरान लाशें कंकाल में तब्दील हो गईं।
पांच साल में 1741 हो गए गायब
वर्ष बालक बालिका पुरुष महिला कुल
2007 15 69 70 80 234
2008 23 40 84 85 232
2009 18 78 78 100 274
2010 41 78 110 138 367
2011 48 148 166 272 634
कुल 145 413 508 675 1741
दोबारा खुलेगी फाइल
रायपुर जिले ही नहीं छत्तीसगढ़ से गायब तमाम लोगों की फाइल दोबारा खुलेंगी। पुलिस मुख्यालय ने इस बारे में निर्देश जारी कर दिए हैं। फरमान देने के आला अलावा प्रारंभिक जांच रिपोर्ट तत्काल मांगी गई है कि खोजबीन के लिए क्या-क्या प्रयास किए गए।
गुप्त नवरात्रि कल से, मिल सकती हैं चमत्कारी शक्तियां
हिंदू धर्म के अनुसार एक वर्ष में चार नवरात्रि होती है लेकिन आमजन केवल दो नवरात्रि (चैत्र व शारदीय नवरात्रि) के बारे में ही जानते हैं। आषाढ़ तथा माघ मास की नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। इस बार माघ मास की गुप्त नवरात्रि 24 जनवरी, मंगलवार से प्रारंभ हो रही है।
आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि का समय शाक्य एवं शैव धर्मावलंबियों के लिए पैशाचिक, वामाचारी क्रियाओं के लिए अधिक शुभ एवं उपयुक्त होता है। इसमें प्रलय एवं संहार के देवता महाकाल एवं महाकाली की पूजा की जाती है। इन्हीं संहारकर्ता देवी-देवताओं के गणों एवं गणिकाओं अर्थात भूत-प्रेत, पिशाच, बैताल, डाकिनी, शाकिनी, खण्डगी, शूलनी, शववाहनी, शवरूढ़ा आदि की साधना की जाती है। ऐसी साधनाएं शाक्त मतानुसार शीघ्र ही सफल होती है। दक्षिणी साधना, योगिनी साधना, भैरवी साधना के साथ पंचमकार की साधना इसी नवरात्रि में की जाती है।
आषाढ़ मास की नवरात्रि की तरह माघ मास की नवरात्रि को भी गुप्त नवरात्रि कहते हैं। लेकिन इन दोनों में काफी भिन्नताएं हैं। आषाढ़ मास की नवरात्रि में जहां वामाचार उपासना की जाती है वहीं माघ मास की नवरात्रि में वामाचार पद्धति को अधिक मान्यता नहीं दी गई है। ग्रंथों के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष का विशेष महत्व है। शुक्ल पक्ष की पंचमी को ही देवी सरस्वती प्रकट हुई थीं। इन्हीं कारणों से माघ मास की नवरात्रि में सनातन, वैदिक रीति के अनुसार देवी साधना करने का विधान निश्चित किया गया है।
मामूली मूली का कमाल: पढ़े और जानें ये क्यों है इतनी खास
मूली में प्रोटीन, कैल्शियम, गन्धक, आयोडीन तथा लौह तत्व पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होते हैं। इसमें सोडियम, फॉस्फोरस, क्लोरीन तथा मैग्नीशियम भी होता है। मूली में विटामिन ए भी होता है। विटामिन बी और सी भी इससे प्राप्त होते हैं। जिसे हम मूली के रूप में जानते हैं, वह धरती के नीचे पौधे की जड़ होती हैं। धरती के ऊपर रहने वाले पत्ते से भी अधिक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
सामान्यत: हम मूली को खाकर उसके पत्तों को फेंक देते हैं। यह गलत आदत हैं। मूली के साथ ही उसके पत्तों का सेवन भी किया जाना चाहिए। सामान्यत: लोग मोटी मूली पसन्द करते हैं। मुली का उपयोग सलाद के रूप में किया जाता है इसका कारण उसका अधिक स्वादिष्ट होना है, मगर स्वास्थ्य तथा उपचार की दृष्टि से छोटी, पतली और चरपरी मूली ही उपयोगी है। ऐसी मूल वात, पित्त और कफ नाशक है।
इसके विपरीत मोटी और पकी मूली त्रिदोष कारक मानी जाती है।मूली कच्ची खायें या इसके पत्तों की सब्जी बनाकर खाएं, हर प्रकार से बवासीर में लाभदायक है। गर्दे की खराबी हो सकती है।मूली खाने से मधुमेह में लाभ होता है।एक कच्ची मूली नित्य प्रात: उठते ही खाते रहने से कुछ दिनों में पीलिया रोग ठीक हो जाता है। खट्टी डकारें आती हो तो एक कप मूली के रस में मिश्री मिलाकर पीने से लाभ होता है। मासिकधर्म की कमी के कारण लड़कियों के यदि मुहांसे निकलते हों तो प्रात: पत्तों सहित एक मूली नित्य खाएं।मूली खाने से मधुमेह में लाभ होता है।रोज मूली खाने से शरीर की खुश्की दूर होती है। मूली के रस में नींबू का रस समान मात्रा में मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे की रंगत निखरती है।त्वचा के रोगों में यदि मूली के पत्तों और बीजों को एक साथ पीसकर लेप कर दिया जाये, तो यह रोग खत्म हो जाते हैं।
लहसुन का अनोखा फेसपैक : स्कीन हो जाएगी पिंपल्स फ्री
यौवन के दहलीज पर कदम रखते ही कई युवक व युवतियों को मुंह पर छोटे-छोटे दाने या फुन्सियां निकलती है जिनसे चेहरा कुरूप लगने लगता है। इसे मुंहासे कहते हैं। अधिकतर ये तैलीय त्वचा पर निकलते हैं अत: चेहरे क्रीम तेल कोई चिकनाई युक्त पदार्थ न लगाएं ये हार्मोन की गड़बड़ी, त्वचा की सफाई न करने, पेट की खराबी से भी होते हैं।
इन्हें हाथ से न फोड़ें निशान पड़ जाते हैं। मुंहासे खाने पीने की गलत आदत से भी होते हैं। कारण जब पेट अपना काम सुचारू रूप से नहीं करता जिसकी वजह से जो भी टॉक्सिक बाहर आ जाना चाहियें वो नहीं आ पाता तथा रक्त में जहरीले पदार्थ फैल जाते हैं और वह इस रूप में बाहर निकलते हैं। ऐसे भोजन जिनमें स्टार्च, प्रोटीन, वसा अधिक होता है उनसे बचना चाहिये। साथ ही नीचे लिखा आयुर्वेदिक फैसपेक भी उपयोग करें।
फैसपेक-मुंहासे+ लहसुन की कोपलें+ मजीठ + लालचंदन+मसूर+ लोध- इन सबको जल के साथ महीन पीसकर रात को मुहांसों पर लगाकर सो जाएं और सबेरे गुनगुने जल से धो लेना चाहिए।
जूता उछाले जाने पर राहुल ने कहा- फेंको, फेंको और फेंको
देहरादून. यहां आज राहुल गांधी की सभा में एक शख्स ने मंच की तरफ जूता फेंका। इस घटना के बाद सभा में हंगामा मच गया। जूता फेंकने का आरोपी हिरासत में ले लिया गया। कांग्रेस महासचिव ने इस घटना पर कहा कि वह किसी के जूता फेंकने से नहीं घबराते हैं। राहुल अपना सुरक्षा घेरकर तोड़कर जनता से भी मिले।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने इस घटना को आरएसएस-बीजेपी-रामदेव की साजिश करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि रामदेव सबसे बड़े ठग हैं और उन्होंने काले धन को सफेद बनाने के लिए रामदेव ने कमीशन लिया है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राहुल की इस प्रतिक्रिया की सराहना की है। उन्होंने तत्काल ट्विट किया, ‘जूता फेंकने पर राहुल की प्रतिक्रिया मुझे अच्छी लगी –फेंको, फेंको और फेंको।’
कांग्रेस महासचिव की ओर जूता फेंके जाने की घटना उस वक्त हुई जब राहुल यहां के विकासनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। राहुल ने जैसे ही ‘इंडिया शाइनिंग’ के स्लोगन को लेकर बीजेपी को निशाने पर लिया, एक शख्स ने जोर से ‘कलमाड़ी’ का नाम लेते हुए मंच की ओर जूता फेंका। हालांकि जूता मंच की ओर नहीं जा सका। एसपीजी और स्थानीय पुलिस के जवानों ने तुरंत ही इस शख्स पर काबू पा लिया और उसे हिरासत में ले लिया।
जूता फेंकने वाले शख्स ने कहा, ‘हमें चाहे जितनी भी बार रोकने की कोशिश की जाए, हम रुकने वाले नहीं हैं।’ जूता फेंकने वाला युवक स्थानीय दुकानदार बताया जा रहा है। देहरादून के एसएसपी जी एन गोस्वामी ने बताया कि जूता कांग्रेस महासचिव से 10 मीटर की दूरी पर गिरा। एसएसपी के मुताबिक युवक का नाम कुलदीप है और उससे पूछताछ की जा रही है।
युवक ने जब राहुल गांधी की तरफ जूता फेंका तो वहां मौजूद भीड़ ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। इस पर राहुल ने अनुरोध किया, ‘भैया, मारो मत उसको, छोड़ दो।’ इस दौरान राहुल समर्थकों ने ‘राहुल गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगाए। इस घटना के बाद भी राहुल ने अपने संबोधन में भाजपा को निशाने पर लिया।
हाल में देहरादून में ही टीम अन्ना की सभा में एक शख्स ने मंच की तरफ जूता फेंका। दिल्ली में बाबा रामदेव पर एक शख्स ने स्याही फेंक दी तो इसके बाद दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर लगी सोनिया गांधी की तस्वीर पर कालिख फेंकी गई थी। इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, गृह मंत्री पी चिदंबरम की तरफ भी जूते चले हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को तो एक शख्स ने थप्पड़ जड़ दिया था।