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15 मार्च 2012

देश के हजयात्रा पर जाने वाले इच्छुक लोगों के लियें पासपोर्ट का अडंगा एक अभिशाप बन गया है ..इस मामले में आप भी मदद करें ..शेयर करे टिप्पणियां सुझाव दें

देश के हजयात्रा पर जाने वाले इच्छुक लोगों के लियें पासपोर्ट का अडंगा एक अभिशाप बन गया है .........कहने को तो देश में पासपोर्ट कानून के तहत शीघ्रतम पासपोर्ट बनाया जाता है लेकिन लाखों हाजी पिछले कुछ सालों से पासपोर्ट अडंगे का शिकार होकर परेशानी में पढ़े हुए है और सरकार ...सरकार के नुमाइंदे ..मुस्लिम लीडर इस परेशानी का स्थायी हल निकालने के बारे में कुछ नहीं कर रहे है .....दोस्तों सभी को पता है के पहले प्रत्येक हज यात्री को बिना पासपोर्ट के सरकार हज पास बनाकर देती थी और यह हज पास जिसका भी हज में नम्बर आता था बिना किसी तकलीफ के सरकार बना दिया करती थी लेकिन अब सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय समस्या के नाम पर हज यात्रा के लियें निजी पासपोर्ट जरूरी कर दिया है इससे सरकार को पासपोर्ट नए बनने से प्रतिवर्ष करोड़ों की अतिरिक्त आय तो हो ही रही है लेकिन इस झमेले में बुज़ुर्ग और कई लोग जो तुच्छ मामलो में मुलिज्म बना दिए गए है वोह परेशानी में पढ़ गए है .......पासपोर्ट के नियम इतने कड़े है के किसी के पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है तो किसी के नाम की स्पेलिंग गलत है किसी की उर्फियत अलग है तो किसी की आयु का झमेला है ....किसी के दस्तावेज में नाम गलत है ..किसी के फोटो पहचान पत्र में नाम ..या पिता का नाम गलत छप गया है ..आयु गलत छप गयी है ..और कुछ लोग ऐसे हैं जो सम्पत्ति या दुर्घटना मामलों में अभियुक्त बना दिए गये है जिनकी थाना मुकदमे के बारे में जानकारी देता है और वोह पासपोर्ट अटक जाता है ......इन हालातों में देश में हर साल हज पर जाने के लाखों लोग बिना किसी कारण के प्रेषण होते है थानों के चक्कर काटते है ...अधिकारीयों और नेताओं के सामने गिडगिडाते है एक रूपये की जगह सो रूपये खर्च करते है और हालात यह हो जाते है के उनके लियें केवल और केवल पासपोर्ट के कानून की वजह से एक अज़ाब खड़ा हो जाता है ..यह अज़ाब कोई एक साल का नहीं हर साल लोगों को भुगतना पढ़ रहा है लेकिन सरकार और मुस्लिम नेताओं सांसदों ..विधायकों ..प्रतिनिधियों को इस मामले में कोई चिंता नहीं है ..अगर पासपोर्ट कानून में एक निर्धारित समयावधि का पासपोर्ट केवल हज यात्रा के लियें बनाये जाने के लियें एक अधिसूचना जारी कर पासपोर्ट कानून में शिथिलता बरत कर लोगों को राहत डी जाए तो देश के लाखों करोड़ों मुसलमानों को जो हज यात्रा पर जाना चाहते है फ़ालतू की परेशानी से मुक्ति मिल सकेगी लेकिन यह पवित्र हज यात्रा के मामले को लेकर परेशानी होने के बाद भी सरकार कुछ नहीं कर रही है ..मुस्लिम नेता ..संसद ..विधायक और पार्टियाँ इस मामले में आवाज़ नहीं उठा रही है .हमरे द्वारा भेजे गए ज्ञापन और सुझाव कचरे की टोकरी में डाल दिए गए है ...हमारे नेता है जिन्हें कोम के दर्द की तड़पन हे आराम के साथ और इसी लियें यह लोग कोफ़ी बेठ कर पीते है हुक्काम के साथ .....बस शायद इसीलिए इस समस्या का समाधान अब तक नहीं हो पा रहा है और मुस्लिम बुज़ुर्ग और दुसरे लोग दर दर की ठोकरें खा रहे है ..तो दोस्तों यह समस्या आप फेसबुक साथियों के हवाले है इस मामले को इतना शेयर करे इतना शेयर करें इतने संदेश दें के केंद्र सरकार के कानों में पढ़ी रुई हट जाए ..मुस्लिम नेताओं का मरा हुआ जमीर जाग जाए और केंद्र सरकार पर ऐसा दबाव बनाया जाए के केवल हज यात्रियों के लियें पासोपोर्ट कानून में संशोधन किया जाए प्रथक से राष्ट्रपति से अधिसूचना जारी करवाकर हज यात्रियों को पासपोर्ट अज़ाब से मुक्ति दिलवाएं ................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

क्या आप जानते हैं श्री गणेश का असली मस्तक कहां गया? नहीं, तो पढ़े


भगवान गणेश गजमुख, गजानन के नाम से जाने जाते हैं। क्योंकि उनका मुख गज यानी हाथी का है। भगवान गणेश का यह स्वरूप विलक्षण और बड़ा ही मंगलकारी है। आपने भी श्री गणेश के गजानन बनने से जुड़े पौराणिक प्रसंग सुने-पढ़े होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं या विचार किया है कि गणेश का मस्तक कटने के बाद उसके स्थान पर गजमुख तो लगा, लेकिन उनका असली मस्तक कहां गया? जानिए, उन प्रसंगों में ही उजागर यह रोचक बात...

ब्रह्माण्ड पुराण के मुताबिक जब माता पार्वती ने श्री गणेश को जन्म दिया, तब इन्द्र, चन्द्र सहित सारे देवी-देवता उनके दर्शन की इच्छा से उपस्थित हुए। इसी दौरान शनिदेव भी वहां आए, जो श्रापित थे कि उनकी क्रूर दृष्टि जहां भी पड़ेगी, वहां हानि होगी। उनकी उपस्थिति से पार्वती रुष्ट थी। फिर भी शनि देव की दृष्टि गणेश पर पड़ी और दृष्टिपात होते ही श्री गणेश का मस्तक अलग होकर चन्द्रमण्डल में चला गया।

इसी तरह दूसरे प्रसंग के मुताबिक माता पार्वती ने अपने तन के मैल से श्री गणेश का स्वरूप तैयार किया और स्नान होने तक गणेश को द्वार पर पहरा देकर किसी को भी अंदर प्रवेश से रोकने का आदेश दिया। इसी दौरान वहां आए भगवान शंकर को जब श्री गणेश ने अंदर जाने से रोका, तो अनजाने में भगवान शंकर ने श्री गणेश का मस्तक काट दिया, जो चन्द्र लोक में चला गया। बाद में भगवान शंकर ने रुष्ट पार्वती को मनाने के लिए कटे मस्तक के स्थान पर गजमुख जोड़ा।

ऐसी मान्यता है कि श्री गणेश का असल मस्तक चन्द्रमण्डल में है, इसी आस्था से भी धर्म परंपराओं में संकट चतुर्थी तिथि पर चन्द्रदर्शन व अर्घ्य देकर श्री गणेश की उपासना व भक्ति द्वारा संकटनाश व मंगल कामना की जाती है।

जानिए, आंखों का फड़कना किसी अनहोनी की चेतावनी है या...

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हमारा शरीर अन्य प्राणियों की तुलना में काफी संवेदनशील होता है। यही कारण है कि भविष्य में होने वाली घटना के प्रति हमारा शरीर पहले ही आशंका व्यक्त कर देता है। शरीर के विभिन्न अंगों का फड़कना भी भविष्य में होने वाली घटनाओं से हमें अवगत कराने का एक माध्यम है। नीचे सिर के विभिन्न हिस्सों के फड़कने के फलादेश दिए गए हैं-

1- मस्तक फड़कने से भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है।

2- कनपटी फड़के तो इच्छाएं पूर्ण होती है।

3- दाहिनी आंख व भौंह फड़के तो समस्त अभिलाषा पूर्ण होती है।

4- बांई आंख व भौंह फड़के तो शुभ समाचार मिलता है।

5- दोनों गाल यदि फड़के तो अतुल धन की प्राप्ति होती है।

6- यदि होंठ फडफ़ड़ाएं तो हितैषी का आगमन होता है।

7- मुंह का फड़कना पुत्र की ओर से शुभ समाचार का सूचक होता है।

8- यदि लगातार दाहिनी पलक फडफ़ड़ाए तो शारीरिक कष्ट होता है

इस ग्रह के कारण संवत् 2069 में और बढ़ेगी महंगाई



हिंदू पंचांग के अनुसार 22 मार्च 2012 को रात 7.10 बजे विक्रम संवत् 2069 का प्रारंभ कन्या लग्न में होगा। चूंकि प्रतिपदा तिथि का सूर्योदय 23 मार्च को होगा इसलिए नव संवत् का प्रारंभ 23 मार्च से माना जाएगा। इस वर्ष विश्वावसु नाम का संवत्सर रहेगा, जिसका स्वामी राहु है। इस वर्ष का राजा और मंत्री शुक्र है साथ ही दुर्गेश का पद भी शुक्र के ही पास है।

शुक्र के कारण बढ़ेगी मंहगाई

इस संवत् का राजा और मंत्री शुक्र है साथ ही दुर्गेश का पद भी शुक्र के ही पास है, इसके कारण आकाशीय ग्रहों में इस वर्ष शुक्र का प्रभाव सबसे अधिक रहेगा। ज्योतिष के अनुसार यह ग्रह योग वर्षा में कमी, प्राणियों को कष्ट और मंहगाई में और वृद्धि के संकेत देता है। खाद्य पदार्थों पर मंहगाई की असर दिखाई देगा। सोना-चांदी, तांबा में भी तेजी रहेगी। वर्ष लग्न कन्या होने से घी, तेल आदि में तेजी आएगी।

पापमोचिनी एकादशी 18 को, जानें महत्व व व्रत विधि




हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। हर माह में दो एकादशी आती है। इस तरह एक वर्ष में 24 एकादशियां होती हैं। जिस वर्ष अधिक मास होता है उस वर्ष इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। पुराणों के अनुसार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचिनी एकादशी कहते हैं। यह एकादशी सभी पापों का नाश करने वाली है। इस बार यह एकादशी 18 मार्च, रविवार को है।

व्रत विधि

पापमोचिनी एकादशी व्रत में भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की पूजा की जाती है। व्रती दशमी तिथि (17 मार्च, शनिवार) को एक बार सात्विक भोजन करे और मन से भोग विलास की भावना को निकालकर भगवान में मन लगाएं। एकादशी के दिन सूर्योदय काल में स्नान करके व्रत का संकल्प करें। संकल्प के उपरान्त षोड्षोपचार सहित भगवान श्री विष्णु की पूजा करें। पूजा के पश्चात भगवान के सामने बैठकर भग्वद् कथा का पाठ अथवा श्रवण करें। एकादशी तिथि को जागरण करने से कई गुणा पुण्य मिलता है अत: रात्रि में भी निराहार रहकर भजन कीर्तन करते हुए जागरण करें। द्वादशी के दिन प्रात: स्नान करके विष्णु भगवान की पूजा करें फिर ब्राह्मणों को भोजन करवाकर दक्षिणा सहित विदा करें पश्चात स्वयं भोजन करें।

इस प्रकार पापमोचिनी एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु अति प्रसन्न होते हैं तथा व्रती के सभी पापों का नाश कर देते हैं।

बिना चूर्ण करें कब्ज का इलाज इस आसान तरीके से



अनियमित दिनचर्या के कारण आजकल अधिकांश लोगों को अपच, कब्ज, एसीडिटी जैसी पेट की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए पवन मुक्तासन करें। कुछ ही दिनों में लाभ मिलने लगेगा।

पवनमुक्ता आसन की विधि-

किसी भी समतल स्थान पर कंबल या दरी बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। अब दाएं पैर के घुटने को पेट पर रखें। उसके बाद दोनों हाथों की अंगुलियां एक दूसरे में डालकर सांस बाहर निकलते हुए घुटने को दबाकर छाती से लगाएं। अब सिर को उठाते हुए घुटने से स्पर्श करें। कुछ क्षण तक सांस को बाहर रोकते हुए इस स्थिति में रहें। फिर पैर को सीधा कर दें।

सावधानियां - पीठ दर्द, गर्दन दर्द और कमर दर्द के रोगी इस आसन का अभ्यास न करें।

आसन के लाभ- मानसिक तनाव के कारण व्यक्ति को पेट संबंधी समस्याएं होती हैं, जो इस आसन से दूर हो सकती हैं। यह आसन तनावजनित रोगों में विशेष लाभदायक है। कब्ज रोग के निवारण में यह आसन विशेष प्रभावी है। आतों में जमा पुराना मल भी इस आसन के करने से निष्कासित हो जाता है। इस आसन के अभ्यास से पेट की वायु तुरंत बाहर निकल जाती है। इसे करने से पेट की आतों की अच्छी तरह मालिश हो जाती है। हाजमा ठीक रहता है। एसीडिटी, खट्टी डकारें आदि पेट संबंधी समस्त रोग दूर होते हैं। इसे करने से भूख खुलकर लगती है। दिन भर ताजगी और स्फूर्ति बनी रहती है।

कहने को बोर्ड परीक्षा लेकिन इन तस्वीरों ने उठाया हकीकत से पर्दा

हिसार. भिवानी.हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दूसरे सेमेस्टर परीक्षाएं गुरुवार से शुरू हुई। परीक्षा के पहले ही दिन प्रदेशभर में 231 नकलची पकड़े गए। इसके अलावा परीक्षा ड्यूटी में अनियमितता बरतने पर चार शिक्षकों को रिलीव कर दिया गया। इनमें भिवानी के बाढड़ा-1 परीक्षा केन्द्र पर नियुक्त सुपरवाइजर उर्मिला व मीर सिंह,बाढड़ा-2 परीक्षा केन्द्र के भीम सिंह और झज्जर जिले के बहादुरगढ़ -5 परीक्षा केंद्र के राकेश कुमार शामिल हैं।

कुल 231 यूएमसी में से 33 केस भिवानी जिले में बनाए गए। सुबह के सत्र में सेकंडरी व सीनियर सेकंडरी(रि-अपीयर) की अंग्रेजी और शाम के सत्र में सीनियर सेकंडरी(रेगुलर) परीक्षार्थियों की अंग्रेजी की परीक्षा हुई। दोनों सत्र में सेकंडरी के 36 हजार 159 और सीनियर सेकंडरी के 3 लाख एक हजार 552 परीक्षार्थियों ने 1591 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा दी।

आज ये होगी परीक्षा

शुक्रवार को सुबह सेकंडरी(नियमित) परीक्षार्थियों की अंग्रेजी और शाम के सत्र में सीनियर सेकंडरी परीक्षार्थियों की होमसाइंस व इंटरप्रिन्योरशिप विषय की परीक्षा होगी।

खूब पहुंचाई साथियों को पर्चियां

सिवानी मंडी.शहर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय और राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बनाए गए छह परीक्षा केंद्रों में नकल का बोलबाला रहा। बड़ी संख्या में लोग परीक्षा केंद्र के अंदर और बाहर गाइडों के साथ नकल करवाते देखे गए। हालांकि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में नकल चलने की सूचना मिलने के बाद थाना प्रभारी चंद्रपाल मौके पर पहुंचे और नकल करवा रहे लोगों को परीक्षा केंद्र से खदेड़ा और यहां पर अलग से एक पीसीआर तैनात की गई।

जान जोखिम में डाल कर पहुंचाई नकल

बौंदकलां .गुरुवार से शुरू हुई शिक्षा बोर्ड की सीनियर सेकेंडरी की अंग्रेजी की परीक्षा के पहले दिन बौंदकलां, सांवड़, मिसरी और रानीला में पुलिस की कमी के चलते नकलचियों और उनके सहयोगियों के हौंसले बुलंद रहे। बोर्ड चाहे नकल रोकने के कितने ही दावे क्यों नहीं कर रहा हो, लेकिन गुरुवार को सच्चाई इसके विपरीत रही। सुबह 11 बजे परीक्षा शुरू होते ही बौंदकलां, सांजरवास, मिसरी और रानीला में बाहरी तत्वों ने परीक्षा भवन की चारदीवारी, दीवारों, छतों और खिड़कियों पर चढ़ना शुरू कर दिया था। बौंदकलां थाना प्रभारी लीलाराम ने बताया कि थाने के तहत 6 परीक्षा केंद्र आते हैं। थाने में कर्मचारी भी छह थे। स्थिति ये बनी कि मुंशी तक को भी ड्यूटी पर भेजना पड़ा।




बेबस आंखों से देखता रहा पत्नी की लुटती हुई इज्जत



अम्बाला.कुरुक्षेत्र .उदारसी पुल के निकट नहर की पटरी पर तीन युवकों द्वारा एक महिला संग दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि उक्त युवकों ने उसके पति को बंधक बना बारी-बारी उससे दुष्कर्म किया। किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दे भाग निकले। महिला ने थाना झांसा पहुंच पुलिस को आपबीती बताई। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू की और आरोपियों की तलाश में जुटी है।

कुरुक्षेत्र की श्याम कॉलोनी वासी 30 वर्षीय महिला ने बताया कि उसके पति की मोबाइल आदि की दुकान है। कुछ दिन पहले सलपानी वासी एक युवक उनसे उधार मोबाइल ले गया था। लेकिन वह पेमेंट देने नहीं पहुंचा। जिस पर उसका पति और वह बुधवार रात को स्कूटी पर सलपानी गए थे। लेकिन उक्त व्यक्ति घर नहीं मिला। रात करीब साढ़े नौ बजे वे दोनों वापस घर के लिए चल पड़े। जैसे ही वे सलपानी से निकले, तभी तीन युवक मोटरसाइकिल पर उनके पीछे लग गए।

वह नहर की पटरी से होते हुए झांसा कुरुक्षेत्र मार्ग पर आना चाह रही थी। इसी बीच इन युवकों ने ओवरटेक उन दोनों को रोक लिया। इसके बाद दो युवकों ने उसके पति को पकड़ लिया, जबकि तीसरे ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद दोनों युवकों ने भी बारी-बारी से उससे दुष्कर्म किया।


उसने व उसके पति ने बचाव के लिए शोर भी मचाया, लेकिन पटरी उस वक्त सुनसान पड़ी थी। जिसके चलते कोई उनकी पुकार नहीं सुन पाया। इसके बाद तीनों युवक वहां से भाग निकले। रात को ही वह और उसका पति थाने पहुंचे और पुलिस को पूरी घटना बताई।

पीड़िता के मुताबिक इन तीन युवकों में से दो को वह पहचानती है। थाना एसएचओ धर्मपाल के मुताबिक पुलिस ने शिकायत पर सलपानी वासी काबल सिंह व करनैल उर्फ कैली व एक अन्य युवक के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही उनकी तलाश में पुलिस की टीम लगाई है। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराया है, जिसमें शारीरिक संपर्क बनाए जाने की पुष्टि हुई है। तीसरे युवक का अभी सही नाम पता नहीं चला है। जल्द ही पुलिस आरोपियों को पकड़ लेगी।

कुरान का संदेश

युसूफ तुम जियो हजारो साल और साल के दिन हो पचास हज़ार ....सालगिरह मुबारक हो जनाब


जी जनाब इस खुबसूरत नो जवान को इस हाल में देख कर यह ना समझ बेठना के यह कोई डकेत है ..अलबत्ता यह फ़िल्मी हीरो जरुर है ....यह जनाब खानदाने अमीरिया के चश्मे चिराग साहिबजादा युसूफ खान है ....जो इन दिनों राजा नाम होने की वजह से राजापार्क आदर्शनगर में रहकर अपने आदर्शों को मजबूत कर रहे हैं ..इन जनाब के दिल पर रानी साहिबा का हुक्म चलता है ..जिन्होंने इन्हें अयान तोहफा दिया है ...और रानी साहिबा का कहना क्या वोह कुछ बनाना जाने ना जाने लेकिन .... मुर्गा तो बनाना खूब अच्छी तरह से जानती है ....और इन रानी साहिबा के टीपू जो हेदर भी है ..क़ज़ल ..क़ज़ल गाते है और इसीलियें घर में इनकी आलिया का इकबाल बुलंद है बल्लेबाज़ इमरान है के रुख के आगे बेठ कर अफसाना कहते है इसलियें रुखसाना इनकी अम्मी है उनका भी घर में बुलंद इकबाल ही है जो जनाब इस घर के अमीर और हमारे हम्ज़ुल्फ़ है अब ...परिचय बहुत हुआ सही बात तो यह है के आज इन जनाब युसूफ अली खान साहब की सालगिरह है इसलियें इन्हें इनकी सालगिरह मय परिवार बहुत बहुत मुबारक हो ....हाल ही में जनाब यूनानी कोलेज के मालिक बने है .....कोंग्रेस में कच्ची बस्ती प्रकोष्ट हो .....किसान प्रकोष्ट हो ...अल्पसंख्यक मामलात हो .....यूथ कोंग्रेस हो ..राहुल ब्रिगेड हो आप इन सभी पदों पर रहकर लोगों की खिदमात भी अंजाम दे रहे है .....टोंक अंजुमन खानदान के आप रोशन चिराग है और इसीलियें इन जनाब युसूफ साहब को जो हमारे प्यारे से भांजे है उनके जन्म दिन पर हमारी तरफ से ..इनकी खाला रिजवाना की तरफ से ..भाई शाहरुख खान ..बहने जवेरिया और सदफ अख्तर की तरफ से एक बार फिर दिली मुबारकबाद ...... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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