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29 मार्च 2012

में अकेला खड़ा मदरसा शिक्षा सहयोगियों पर हुए ज़ुल्म के बारे में सोचता रहा ............

.................यह मेरी पुरानी पोस्ट थी जिसकी टिप्पणियों को आधार बना कर मेने नई पोस्ट इसके नीचे लिखी है क्रप्या पूरा पढ़ें और अपना सुझाव दें .............................................................................................................बजट घोषनाओ पर मोलाना फजले हक के नेतृत्व में अशोक गहलोत का आभार
दोस्तों आज जयपुर में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत सभी से तपाक और सादगी से मिले ...सभी लोगों ने आज उन्हें उनके द्वारा प्रस्तुत बजट २०१२ की घोषणाओं के लियें धन्यवाद दिया ....आज राजस्थान मदरसा बोर्ड के चेयरमेन मोलाना फजले हक के नेत्रत्व में राजस्थान के दूर दराज़ से आये मुसलमान भाईयों ने भी हाल ही के बजट में मदरसा शिक्षा के लियें दो हजार पेराटीचर्स देने ....दस करोड़ रूपये अतिरिक्त आवंटन करने वक्फ के लियें तीन करोड़ रूपये देने ...आई टी आई ..छात्रावास और अल्पसंख्यक शिक्षा के लियें विशेष प्रावधान करने ...हज हाउस के लियें दो करोड़ रूपये देने के मामले में सभी मुसलमानों ने उन्हें मुबारकबाद देते हुए उनका शुक्रिया अदा किया ..मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने वालों में आज मोलाना फजले हक ..चेयरमेन मदरसा बोर्ड राजस्थान सरकार .....चेयरमेन जिला वक्फ बोर्ड लियाक़त अली ..अल्पसंख्यक मामलात फ्रंट के अज्जू एजाज़ भाई .कोटा जिला वक्फ कमेटी के चेयरमेन अज़ीज़ अंसारी ..ह्युमन रिलीफ सोसाइटी के महासचिव एडवोकेट अख्तर खान अकेला ..नद्दाफान पंचायत के अध्यक्ष शाहिद मुल्तानी ......आल इण्डिया सीरत कमेटी के अध्यक्ष जमील कादरी उपस्थित थे ..राजस्थान के दूर दराज़ से आये सभी मुसलमानों ने मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत से अल्पसंख्यक कल्याणकारी कार्यक्रमों पर भी चर्चा की ..............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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    • Everything is fictitious and based on election to take muslims vote.
      12 hours ago · · 1
    • Mr. Farhan it is true
      12 hours ago · · 1
    • Akelaji netaon ke bahkave men mat aaiye.
      11 hours ago · · 1
    • ye sab jhoonth hai
      11 hours ago · · 1
    • Aejaj Khan मोलाना सा। ने कहा था मदरसा पेरा टीचर का मानदेय अच्छा हो जाएगा पर हुआ क्या वही ढाक दे तीन पात,.......... सब बकवास करते है ओर अपने गाल बजाते हें
      11 hours ago · ·
    • .......................................................साथियों एक यह पोस्ट थी जो कल मेने जयपुर से आते ही अपनी फेसबुक पर डाल कर सभी भाइयों के साथ शेयर की इस पोस्ट पर थोड़ी देर में ही कुछ साथियों के कमेन्ट आये पहले तो मेने एक नेता बन कर सोचने का प्रयास क्या और सोचा यह सब कमेन्ट बकवास है और इन्हें में डिलीट कर दूँ .मेने ऐसा करने की कोशिश भी की ..लेकिन दोस्तों मेरे हाथ कांपने लगे और मेरे दिल ने यह सब करने को गवारा नहीं किया फिर मेने सोचा के दोस्तों मेने जो कुछ भी लिखा है वोह एक तथ्य हो सकता है लेकिन मेरे साथियों के कमेन्ट में यथार्थ छुपा है ...हकीक़त और कडवा सच छुपा है ...मेने नजरे दोडाई ..मेने देखा के मदरसों में शिक्षा सहयोगियों के पद जो एक माह पूर्व भर दिए जाने थे वोह आज साल खत्म होने तक भी नहीं भरे गए है .......जिन पेरातिच्र्स को अपने गृह जिलों में नियुक्तियां देना थी उन्हें आज नोकरशाही और मंत्रियों की कमजोरी की वजह से कोसों दूर जाना पढ़ेगा ........एक तरफ बेरोज़गारी .........मानदेय भत्ते की कमी और दूसरी तरफ सेकड़ों किलोमीटर दूर जब लडकियों को भेजने का बेदर्द सरकार का फेसला बेवकूफी और तानाशाही भरा हो तो फिर मुझे भी लगता है के मेरे साहियों की जो सोच है उसे अगर निष्पक्षता से सोचा जाए तो वोह सही है ...........और बस में अकेला खड़ा खड़ा यह सोचता रहा के सरकार अगर चाहती तो राजस्थान के पेरातिच्र्स को और बेहतर लाभ बेहतर मानदेय भत्ता दे सकती थी लेकिन सरकार इस मामले में दो तरह से चुक कर गयी एक तो बेरोजगार चयनित लडकियों को मनमाने तोर पर दुसरे जिलों में कोसों दूर भेजना और उनका मानदेय ऊंट के मुंह में जीरे की तरह दिया जाना ...खेर अल्लाह सरकार और हमारे नेताओं को भी अक्ल दे .उनके जमीर को झकझोरे और वोह सरकार का गिरेबान पकड़ कर यह जो जरूरतें हैं उन्हें जल्दी सुधार्वाये बस यही में दुआ करता रहा और अकेला खड़ा इस कडवे सच को पचाने की कोशिश में लगा रहा ..................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ये है पीठ दर्द, कमर दर्द और सर्वाइकल तीनों का एक अचूक इलाज





आजकल की व्यस्त जीवनशैली के कारण अधिकतर लोग खुद के लिए वक्त ही नहीं निकाल पाते हैं। जिसके कारण कमर दर्द, पीठ दर्द व सर्वाइकल जैसी समस्याएं कम उम्र में ही होने लगती हैं। इन परेशानियों का इलाज दवाईयों से कठिन है। लेकिन योग के माध्यम से इन समस्याओं का आसानी से उपचार किया जा सकता है।

मकरासन की विधि- सबसे पहले कुछ बिछाकर जमीन पर पेट के बल लेट जाए। फिर दोनों हाथों की कोहनियों को मिलाते हुए गाल के नीचे रख लीजिए। दोनों पैरों को मिलाकर सांस को अंदर कीजिए, उसके बाद सांस को बाहर करते हुए दोनों कोहनियों को अंदर की तरफ खींचिए। इस क्रिया को कम से कम 5 बार दोहराइए। उसके बाद पेट के बल लेटते हुए।

दोनों हथेली दोनों गाल के नीचे और कोहनियां मिला कर रखिए। सांस को आराम से लेते हुए पैरों को बारी-बारी घुटने से मोडिए। कोशिश कीजिए कि आपके पैरों की एडी नितंबों को छुए। इसे 20 बार दोहराइए। पहले की स्थिति में रहते हुए अब दोनों पैरों को एक साथ मोडि़ए। इस क्रिया को कम से कम 20 बार दोहराइए। पैरों को मुड़ा रखकर गर्दन को घुमाकर दोनों पैरों की एडियों को देखने का प्रयास कीजिए। इसके बाद पेट के बल लेटकर हाथों की कलाई को के बाद चिन को कलाई पर रखिए। इसमें भी दोनों पैर आपस में मिले हुए हों। अब सांस को अंदर करते हुए पेट को फुलाने का प्रयास कीजिए, पेट को फुलाकर कुछ सेकेंड तक रुकने की कोशिश कीजिए। पूरे शरीर को ढीला छोडकर इस क्रिया को पांच बार दोहराएं।

लाभ- पीठ दर्द, कमर दर्द और सर्वाइकल जैसी समस्याओं का ये आसान उपचार है।

300 करोड़ के जादुई मंदिर में बाबा का खेल, अटक गई सांसें



पखांजूर। 11 माह पूर्व ग्राम पीवी 16 निवासी प्रदीप मंडल के घर स्वयं को बाबा तथा सिद्ध पुरुष बताने वाला एक व्यक्ति पहुंचा। आस्था के चलते प्रदीप ने उसे घर में पनाह दे दी।


बाबा ने स्वयं को अंडमान निकोबार का निवासी बताया। लोगों का विश्वास हासिल करने बाबा ने झाडफ़ूंक करने के अलावा तरह-तरह के हथकंडे अपनाए। गांव में एक अस्थाई मंदिर की स्थापना की तथा लोगों को रुपए बांटे। गांव गांव में होने वाले भजन कीर्तन में भरपूर सहयोग किया।


ऐसे ही एक अवसर पर पीवी 28 में महिलाओं को साड़ी बांटी। इन सब के चलते कथित बाबा कुछ ही दिनों में क्षेत्र में चर्चित हो गया तथा दिन प्रतिदिन उसकी प्रसिद्धि बढ़ती चली गई। बाबा की पाखंडी महिमा यहीं नहीं रूकी उसने ग्राम पीवी 36 में 300 करोड़ की लागत से 108 मंदिर का निर्माण स्वयं के खर्च पर कराने की घोषणा की।

इसके अलावा तीन किलो की सोने की नाग देवी की मूर्ति देने की बात कही। मंदिर निर्माण के लिए गांव की एक पहाड़ी को चुना गया तथा वहां साफ-सफाई भी की गई। मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन की तिथि बंगला नववर्ष 14 अप्रैल निर्धारित किया गया। भूमिपूजन कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र भी छपवाए गए तथा उनका जगह-जगह वितरण भी किया गया। माइक के माध्यम से क्षेत्र में एनाउंसमेंट भी किया गया। भूमिपूजन कार्यक्रम में भारत के बड़े-बड़े उद्योगपतियों के आने की बात कही गई।


इस दौरान उपस्थित महात्माओं द्वारा प्रेतात्मा, बाधा, कानूनी मामले आदि उलझनों से मुक्ति दिलाने तथा बीमारियों के अचूक इलाज के लिए लोगो से लाखों रुपए बाबा ने वसूले। साथ ही कुछ संपन्न लोगों से बाबा ने उधारी भी ली। पीवी 16 में ही पांच लाख रुपए उधारी लेने की बात सामने आई है।

लाखों रुपए की वसूली के बाद 28 मार्च से महात्मा क्षेत्र से गायब हो गया है। जिस तरह बाबा के आने की खबर रातों रात क्षेत्र में फैल गई थी उसी तरह गायब होने की खबर भी क्षेत्र में तेजी से फैल गई है। बाबा के अचानक गायब होने से दानदाताओं तथा उधारी देने वालों के होश उड़ गए हैं। सूत्रों के अनुसार कथित बाबा ने करीब 20 से 25 लाख रुपए की चपत लोगों को लगाई है। घटना के बाद से बाबा के भक्तों की बोलती बंद है तथा वे उसकी तलाश में जुटे है।


एकाउंट के बहाने बनाया अप्रैल फूल
प्रसिद्ध होने के बाद बाबा ने उधारी लेना भी प्रारंभ कर दिया था। बाबा की महिमा को देखते लोग भी उसे उधारी देने में संकोच नहीं किया। धीरे-धीरे बाबा ने अंतिम समय तक लाखों रुपए की उधारी ले ली थी। बाबा से किसी ने कभी उधारी को लेकर तकादा तो नहीं किया लेकिन बाबा हमेशा मार्च एकाउंट का बहाना बनाया करते थे। बाबा ने इस मार्च में जाने से पूर्व कहा था की मार्च एकाउंट खत्म होने के बाद 2 अप्रैल को वे चेक के माध्यम से पैसे लौटा देंगे। लेकिन बाबा अप्रैल के पहले ही लोगों को मार्च में अप्रैल फूल बना गए।


फोटो देने से परहेज करता था बाबा
रातो रात प्रसिद्ध हुए बाबा की फोटो किसी के पास भी नहीं है। बाबा फोटो खिंचवाने से बिल्कुल परहेज करते थे। किसी कार्यक्रम आदि में कोई श्रद्धालु बाबा की फोटो लेने अपना कैमरा या मोबाइल फोकस करता तो वे मना कर देते थे। कुछ कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने चोरी चुपके बाबा की फोटो लेने कोशिश जरूर की लेकिन वे स्पष्ट फोटो ले नहीं पाए।

quran kaa sndesh

वन्य जीव कानून का उलंग्घन कर जयपुर में चिड़िये बेचीं जा रही है खुलेआम

दोस्तों यह राजस्थान है और यहाँ की राजधानी जयपुर गुलाबी नगरी है ...यहाँ विधानसभा है ....हाईकोर्ट है .....मुख्यमंत्री भवन ..राज्यपाल भवन ...पुलिस के सिरमोर अधिकारी और वन विभाग के शीर्ष अधिकारी बैठते है लेकिन बस यहाँ कानून की पालना नहीं है ..जयपुर एक ऐसी जगह है जहां डंके की चोट पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम का उलंग्घन कर खुलेआम एक सीटी मोल जी टी यानी गोरव टावर कोटा रोड पर स्थित एक दूकान सिर्फ विधि विरुद्ध चिड़ियें बेचने के लियें खोली गयी है हजारों रूपये की चिड़ियें बेचने वाले इस व्यापारी ने खरगोश वगेरा की भी दुकान लगा रखी है .....वन्य जीव संरक्षण अधिनियम में ऐसी चिड़ियाएँ बेचन कानूनी अपराध हैं जिसमे तीन वर्ष तक के कारावास की सजा का प्रावधान है लेकिन अफ़सोस है के इन चिड़ियों को केद कर गेर कानूनी तरीके से ऐसे शहर में खुले आम बेचा जा रहा है जहां कानून के रक्षकों के सभी मुख्यालय और सभी ताकतें मोजूद है ...कोई माई का लाल जयपुर का हो अगर तो प्लीज़ इस मामले में इन चिड़ियों को बेचने वालों के खिलाफ शीघ्र कार्यवाह करने के लियें शीर्ष अधिअक्रियों को शिकायत करें .............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बजट घोषनाओ पर मोलाना फजले हक के नेतृत्व में अशोक गहलोत का आभार

दोस्तों आज जयपुर में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत सभी से तपाक और सादगी से मिले ...सभी लोगों ने आज उन्हें उनके द्वारा प्रस्तुत बजट २०१२ की घोषणाओं के लियें धन्यवाद दिया ....आज राजस्थान मदरसा बोर्ड के चेयरमेन मोलाना फजले हक के नेत्रत्व में राजस्थान के दूर दराज़ से आये मुसलमान भाईयों ने भी हाल ही के बजट में मदरसा शिक्षा के लियें दो हजार पेराटीचर्स देने ....दस करोड़ रूपये अतिरिक्त आवंटन करने वक्फ के लियें तीन करोड़ रूपये देने ...आई टी आई ..छात्रावास और अल्पसंख्यक शिक्षा के लियें विशेष प्रावधान करने ...हज हाउस के लियें दो करोड़ रूपये देने के मामले में सभी मुसलमानों ने उन्हें मुबारकबाद देते हुए उनका शुक्रिया अदा किया ..मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने वालों में आज मोलाना फजले हक ..चेयरमेन मदरसा बोर्ड राजस्थान सरकार .....चेयरमेन जिला वक्फ बोर्ड लियाक़त अली ..अल्पसंख्यक मामलात फ्रंट के अज्जू एजाज़ भाई .कोटा जिला वक्फ कमेटी के चेयरमेन अज़ीज़ अंसारी ..ह्युमन रिलीफ सोसाइटी के महासचिव एडवोकेट अख्तर खान अकेला ..नद्दाफान पंचायत के अध्यक्ष शाहिद मुल्तानी ......आल इण्डिया सीरत कमेटी के अध्यक्ष जमील कादरी उपस्थित थे ..राजस्थान के दूर दराज़ से आये सभी मुसलमानों ने मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत से अल्पसंख्यक कल्याणकारी कार्यक्रमों पर भी चर्चा की ..............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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