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01 अप्रैल 2012

कुरान का संदेश

रक्षा मंत्री एंटनी को हो सकती है जेल




नई दिल्ली. टाट्रा ट्रक डील से उपजा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। सेना प्रमुख वीके सिंह को घूस की कथित पेशकश से जुड़े बयान देने के बाद रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस में मामले में अब रक्षा मंत्री एके एंटनी भी फंसते हुए नजर आ रहे हैं। मामला इतना गंभीर होता दिख रहा है कि उन्हें जेल तक हो सकती है।


जानकारी के मुताबिक, सेना प्रमुख ने घूसकांड से संबंधित जानकारी रक्षा मंत्री को दो साल पहले दी थी। रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए रक्षा मंत्री के खिलाफ आपराधिक मामला बन सकता है। उन्हें छह माह की जेल भी हो सकती है। उन्हें सीआरपीसी की धारा 39 का ठीक ढंग से पालन नहीं करने और आईपीसी के सेक्शन 176 के तहत दंडित किया जा सकता है।

बताते चलें कि 2009 में गुलाम नबी आजाद ने लिखित रूप में रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। उसके बाद 2010 में आर्मी चीफ जनरल वी.के.सिंह ने भी रक्षा मंत्री को मौखिक तौर पर बताया था कि उन्हें घूस की पेशकश की गई थी। अब यदि एंटनी को इस मामले में खुद को बचाना है तो ठोस जवाब देना होगा।

बूंदी में गरीब नवाज़ सोसाइटी के सामूहिक निशुल्क विवाह सम्मेलन में भाजपा के विधायक सगीर अहमद ने मजहबी जज्बाती और तार्किक भाषण से मुस्लिमों का दिल जीता


शादियाँ अर्श पर तय होती है लेकिन उन्हें सम्पादित इसी सर ज़मीं पर क्या जाता है .....शादियों में फ़िज़ूल खर्ची इस्लामिक सिद्धांत के खिलाफ है और इसीलियें जब इज्तिमाई शादियाँ हो तो उनका स्वागत करना चाहिए ..उत्साहवर्धन करना चाहिए ..उक्त उदगार प्रकट करते हुए आज राजस्थान के बूंदी जिले में धोलपुर से भाजपा विधायक अब्दुल सगीर खान ने कहा के मुसलमानों एक जुट हो जाओ पढो ...समझो ..एक रहो और इस्लाम के रास्ते पर चल कर तरक्की करो ..उन्होंने कहा के आज़ादी के बाद डोक्टर अम्बेडकर ने दलितों को अधिकार के साथ साथ तीन फार्मूले दिए ..पहला पढो ..दुसरा इत्तेहाद कायम करो तीसरा एक दुसरे की मदद करो ..सगीर अहमद ने कहा के आज मुसलमानों में उलटा है शिक्षा की तरफ ध्यान नहीं है ......एकता की तो बात ही क्या कहिये आपस में ही एक दुसरे से विवाद करके खुद कमजोर हो रहे है ..उन्होंने आज बूंदी में गरीब नवाज़ सोसाइटी की तरफ से बिलकुल मुफ्त आयोजित विवाह सम्मेलन समारोह में कहा के आज यह प्रोग्राम है लोग कहते है के चंदा लिया हिसाब लाओ ..उन्होंने कहा के यहाँ स्टेज पर आओ और कहो के किसने कितना चंदा दिया है और हिसाब मांगो ..सगीर अहमद ने मुसलमानों के जमीर को ललकारते हुए बिना सत्ता पार्टी का नाम लिए कहा के तुम्हे समझना होगा के कोन तुम्हारे साथ सियासत कर रहा है ..कोन तुम्हे तुम्हारा हक नहीं दे रहा है उन्होंने सच्चर .रंगनाथ मिश्र की रिपोर्टों का भी हवाला दिया ..उन्होंने कहा के इसका लाभी किसी मुसलमान को नहीं दिया गया है ..सगीर अहमद ने कहा के राजस्थान में में विधायक हूँ प्रधानमन्त्री जी का पन्द्रह सूत्री कार्यक्रम है लेकिन किसी जिले में इस कमेटी में मुसलानों को नियुक्त नहीं किया गया है यही हाल बीस सूत्रीय कार्यक्रम में है ..उन्होंने कहा के अभी वक्फ बोर्ड को तीन करोड़ दिए गये ..जबकि अनुदान जो हर साल पचास लाख मिलता था वोह खतम ..और वक्फ सम्पत्तियों के किराए के नाम पर कटोती कर केवल तीन करोड़ देने की घोषणा की गयी है उन्होंने मुसलमानों से सवाल किया के सरकार ने कितनी घोशनाए की और कितनों पर अमली जामा पहनाया यह तुम्हे सोचना होगा .........विधायक सगीर अहमद ने मजहबी और जज्बाती भाषण के साथ आंकड़े देकर मुसलमानों की इस हालत के लियें सत्ता को ज़िम्मेदार ठहराया ..उन्होंने कहा के एक तरफ तो एकता की बात करते है दूसरी तरफ बटवारे की बात करते है टिकिट जब लेने जाते है तो मुसलमान से कहा जाता है के तुम बीस हजार हो चुनाव हार जाओगे उन्होएँ सवाल किया के बूंदी ..कोटा ..राजस्थान और पुरे देश में मुसलमानों ने अपना नेता तय्यार नहीं किया ..और किसी भी पार्टी ने नेता तय्यार ही नहीं होने दिया ..सगीर अहमद ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा के धोलपुर में केवल अट्ठारह हजार मुसलमान थे लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकिट दिया और हिन्दू और मुसलमानों को हिन्दुस्तान की दो आँखें समझ कर मेने वोट मांगे और आज में विधायक हूँ ........सगीर अहमद विधायक के इस जज्बाती भाषण से विवाह सम्मेलन में आये सभी लोग मंत्रमुग्ध होकर उन्हें धन्यवाद देने लगे ..शाबाशी देने लगे ..लेकिन मंच पर बेठे कोंग्रेसी लोग उनके इस भाषण में राजनीती उठापठक की बातें होने से नाराज़ हो गये ...मंच से उतरने के बाद लोग कहते सुने गये के समाज के गेर राजनितिक मंच से सियासत करना अच्छी बात करना नहीं है उनका सवाल था के जब केंद्र सरकार ने मुस्लिम पिछड़ों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया तब भाजपा ने इसका खुला विरोध किया तब यह नेता कहा थे उनका सवाल था जब अयोध्या में इनकी पार्टी ने मस्जिद तोड़ी ...गुजरात और देश भर में इनकी पार्टी ने निहत्ते मुसलमानों को मारा और मरवाया तब यह विधायक जी कहाँ थे ......बूंदी की गरीब नवाज़ सोसाइटी के असलम मोलाना और लियाकत अली निक्कू ने पहली बार निशुल विवाह समारोह करवाया था जिसमे ३१ जोड़ों का निकाह हुआ और इस समारोह में दहेज़ के आवश्यक सामानों सहित सभी व्यवस्थाये सोसाइटी ने अपने दम पर की थी बूंदी जेसे जिले में यह पहला निशुल्क सम्मेलन था जिसकी सभी सराहना कर रहे थे .......

कोटा वक्फ नगर में जुगनू भाई के कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन हुआ

कोटा शहर के वक्फ नगर इलाके में आज जुगनू भाई की समाज सेवी संस्था ने अल्पसंख्यक लडकियों के लियें कम्प्यूटर प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की ............कार्यक्रम में महापोर रत्ना जेन ..शहर काजी अनवर अहमद ..जिला वक्फ कमेटी के सचिव एडवोकेट आबिद अब्बासी सहित सेकड़ों लोगों ने शिरकत की .............जुगनू भाई कम्प्यूटर प्रशिक्षक है और अल्पसंख्यक विभाग की तरफ से आर के सी एल योजना में उन्हें सो महिलाओं को तीन माह में कम्यूटर प्रशिक्ष्ण की ज़िम्मेदारी की गयी है यह प्रिशक्षण सरकारी नोकरी के लियें भी मान्यता प्राप्त है .........कार्यक्रम में जुगनू भाई ने सभी को धन्यवाद देते हुए गुजारिश की है के उनकी संस्था अभी और सेवा करना चाहती है इसलियें सभी लोग मिलकर उनका सहयोग करें और इसका लाभ आम जनता तक पहुंचाएं ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दोस्तों कहते है के माँ के पेरों के नीचे जन्नत होती है ..और आज यह साबित कर दिखाया है कोटा के तीन सपूतों ने ..सिटी होस्पिटल का विज्ञाननगर में उद्घाटन

दोस्तों कहते है के माँ के पेरों के नीचे जन्नत होती है ..और आज यह साबित कर दिखाया है कोटा के तीन सपूतों ने ..बात है एक निजी सिटी अस्पताल के उदघाटन समारोह की ................जी हाँ दोस्तों राजस्थान के कोटा के विज्ञाननगर इलाके में तीन डोक्टर दोस्तों ने एक निजी चिक्तिसालय सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर खोलने का मानस बनाया ..गरीबों और बीपीएल परिवारों के लियें फ़ीस का अलग टेरिफ रखा गया ..किसी भी नयी चीज़ के शुभारम्भ के पहले लोग किसी वी आई पीई या मंत्री को तलाशते हैं लेकिन डोक्टर रहीम ...डोक्टर रियाज़ और अल्फ्लाह के भाई रफीक बेलिय्म ने इस चिकित्सालय का उदघाटन अपनी माता श्रीओं से करवाकर सभी को चोका दिया ......डोक्टर रहीम की अम्मी जीनत निशा .....डोक्टर रियाज़ की अम्मी बशीरन ....भाई रफ़ीक बेलिय्म की अम्मी मेहरुन्निसा जब इस अस्पताल का संयुक्त रूप से फीता काट रही थीं तो उनकी आँखों में अपने बेटों पर नाज़ साफ़ नज़र आ रहा था ..उनकी दुआएं अपने बेटों की कामयाबी के लियें बेहिसाब थी ...इस अनोखे और व्यवहारिक उद्घाटन समारोह को देख कर लोग कहते रहे खुदा का शुक्र है के इस कलियुग में भी माँ के खिदमतगार ..माँ के शुक्रगुजार लोगों की कमी नहीं है जो आज भी इस कलियुग में अपनी माँ के पेरों के नीचे ही जन्नत तलाश रहे है और सभी की एक साथ दुआएं थीं के खुदा इस अस्पताल को लोगों के लियें जन्नत बनाये और हर मरीज़ को यहाँ शिफा मिले इस अस्पताल की कामयाबी पुरे कोटा में ही नहीं बलके राजस्थान में नम्बर वन हो और इस दुआ पर सब आमीन आमीन कहते रहे ...................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मदरसा पेराटीचर्स की नियुक्ति लिस्ट ने सरकार और बेरोजगारों के तोते उडाये ...बहुत शोर सुनते थे सीने में दिल का जो काटा तो कतराए खून ना निकला .

एक शायर ने कहा है के बहुत शोर सुनते थे सीने में दिल का जो काटा तो कतराए खून ना निकला ......यह कहावत राजस्थान के मदरसा पेराटिचेर्स आवेदक बेरोजगारों पर खरी उतरी है .....राजस्थान सरकार ने सभी बेरोजगार आवेदकों के सपने मिस मेनेजमेंट के कारण चकनाचूर कर दिए है और अव्यवहारिक रूप से उन्हें पोस्टिंग तो दी है लेकिन साथ ही काले पानी की सजा भी दे डाली है .............राजस्थान में दूसरी कोंसिलिंग में कुल १६८५ पद रिक्त थे जिनकी नियुक्ति के लियें आवेदक खासकर लडकियाँ बेताब थी ..बहुत कोशिशों के बाद इनकी नियुक्ति की लिस्ट निकाली गयी लेकिन बेरहम सरकार ने मात्र तीन हजार वेतन पाने वाले पेराटिचार के पद पर कोटा पर टोंक जिले वालों को जिलों से बाहर नहीं भेजने की बंदिशों के बाद भी कोसों दूर चार सो किलोमीटर से भी ज्यादा दुरी पर बीकानेर ..बाड़मेर ......जोधपुर भेज दिया है ...आज मदरसा बोर्ड के चेयरमेन मोलाना फजले हक को जो महिलाएं ज्ञापन देने आयीं उनकी गोद में छोटे छोटे बच्चे थे जबकि कई महिलाएं गर्भवती है .....पति को बाड़मेर भेजा है तो पत्नी को जोधपुर भेजा है ........राजस्थान मदरसा बोर्ड के चेयरमेन ने भी उनकी समस्याएं सुनी और अब वोह मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत को सारी परिस्थितियों से अवगत करा कर इन हालातों में कोटा और टोंक सहित दूसरी जगहों पर महिलाओं को उन्ही के गृह जिले में लगाने के लियें नई पोस्टों की मांग करेंगे और आवश्यक दिशा निर्देश प्राप्त करेंगे इस मामले में आज उन्होंने कोटा सर्किट हाउस में पत्रकारों से भी वार्ता कर इस मामले में उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है .......कोटा और टोंक के पेरातिचर्स को इस तरह से कोसों दूर काले पानी की सजा देने से उनके सपने बिखर गये हैं उनके सपने चकनाचूर हो गये हैं और हालत यह है के सभी बेरोजगार पेरातिच्र्स को नोकरी मिलने के बाद उनके पेरों तले ज़मीन खिसक गयी है ...............पेरातिच्र्स की नियुक्ति की इस लिस्ट के जारी होने के बाद कोंग्रेस का चारों तरफ विरोध शुरू हो गया है और सरकार की इस नादानी भरे निर्णय से सभी मुसलमान नाराज़ है ..देखते है आगे क्या होता है ..मोलाना फजले हक चेयरमेन मदरसा बोर्ड तो अदालत के आदेश के हाथो मजबूर थे लेकिन सरकार तो सभी निर्णय लेने में सक्षम है सरकार को इस मामले में जल्दी ही कोई सकारात्मक निर्णय लेकर कोटा ..टोंक सहित सभी जिलों के बेरोजगार पेरातिच्र्स को उनके गृह जिले में नोकरी देने के लिए निर्णय लेना होगा वरना मुसलमानों के दिलों में उपजे गुस्से को यह सरकार बर्दाश्त भी नहीं कर पाएगी और जो नाराजगी आम मुसलमानों में बनी है वोह सडकों पर आ जायेगी ...सरकार को इस लिस्ट से सबक भी लेना होगा और भविष्य में अगर किसी इदारे का चेयरमेन कोई सुझाव दे कोई योजना बनाये तो उसे नोकर शाही की बली चढा कर तानाशाही रवय्या नहीं अपनाने के लियें मंत्रियों और सचिवों को पाबन्द करना होगा वरना चेयरमेन बनाने से क्या फायदा ..जो मदरसा बोर्ड पुरे राजस्थान में तेज़ी से कोंग्रेस की उपलब्धियों का एक ग्राफ निरंतर बढा रहा था आज अफसर शाही की मनमानी के कारण वोह फिर से जीरो पर आ गया है .............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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