आईजी ने पहले ही दिन सख्ती दिखाते हुए शहर पुलिस को शराब पीकर वाहन चलाने वालों से सख्ती से निबटने तथा हिस्ट्रीशीटरों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। आईजी अमृत कलश ने पहले दिन ही अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए।
आईजी ने सुबह शहर पुलिस को निर्देश दिए हैं कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और उनके वाहन भी जब्त करें। आईजी के निर्देश मिलते ही शहर पुलिस ने गुरुवार रात से ही धरपकड़ शुरू कर ५५ वाहन चालकों के खिलाफ कार्राई की।
आईजी गुरुवार देर शाम अचानक पैदल ही सादा वेश में भीमगंजमंडी थाने पहुंचे। उन्होंने वहां तैनात पुलिसकर्मियों से सवाल किया यहां किसे बंद कर रखा है। एक आम आदमी का इस तरह सवाल सुनकर पुलिसकर्मी हरकत में आ गए। इस बीच किसी पुलिसकर्मी ने अखबार में छपे फोटो को देखकर रिकॉल किया।
खुसरफुसर हुई, अरे! ये तो आईजी साहब हैं। इतने में ही उन्होंने वहां मौजूद डीओ एसआई विजेंद्र सिंह से भी पूछ लिया कि मैं कौन हूं । विजेंद्र सिंह को समझने में देर नहीं हुई और कहा कि आप आईजी हैं। इस पर वे हंसे। विजेंद्र सिंह का जवाब सुनकर थाने में मौजूद जवानों की हवाइयां उड़ गई।
जवानों का नजरिया बदल गया। वे एक-एक करके आईजी को सैल्यूट मारने लगे। आईजी ने थाने का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि वे आरपीएफ और जीआरपी से बेहतर तालमेल रखें। आईजी ने भास्कर को बताया कि वे किसी भी समय रेंज के थाने में जाकर ऐसे ही औचक निरीक्षण करेंगे, जिससे पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली का ठीक-ठीक पता लगेगा।
आईजी ने कहा कि शहर पुलिस को निर्देश दिए हैं कि वह शहर में शराब पीकर वाहन चलाने वालों के साथ सख्ती से निपटें। क्योंकि, शराब पीकर वाहन चलाने की वजह से हुआ हादसा किसी परिवार के लिए जिंदगीभर का जख्म बन जाता है