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30 अप्रैल 2012

कोटा में बनेगा देह दानियों का पहला स्मारक!


कोटा.देहदानियों के सम्मान में तीन बत्ती सर्किल के पास पार्क में नगर निगम द्वारा स्मारक बनाया जाएगा। स्मारक और पार्क के विकास के लिए सोमवार को नगर निगम की उद्यान समिति ने 10 लाख रुपए के बजट को मंजूरी दे दी। प्रदेश में इस तरह का पार्क बनाने वाला कोटा पहला शहर होगा। इससे पहले जयपुर नगर निगम ने इसकी घोषणा तो की है, लेकिन वहां अभी तक जगह तय नहीं हो पाई है।

देहदान के प्रति समाज में जागरूकता बढ़े और देहदानियों को सम्मान मिले, इसके लिए भास्कर ने अभियान चलाया था। इस मुहिम में आईएमए सहित शहर की विभिन्न संस्थाएं, समाज और नागरिक जुड़े हैं। महापौर डॉ. रत्ना जैन ने भी घोषणा की थी कि देहदानियों का सम्मान नगर निगम करेगा। उनके लिए निगम द्वारा किसी भी पार्क में स्मारक बनाया जाएगा।


सोमवार को उद्यान समिति की अध्यक्ष सूरज कला की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्वसम्मति से इसका निर्णय किया गया। अध्यक्ष सूरज कला ने बताया कि इसके लिए तीन बत्ती चौराहे के निकट स्थित पार्क का चयन किया गया है। उस पार्क को देहदान पार्क बनाया जाएगा। जहां पर देहदान करने वालों महानुभावों के नाम अंकित किए जाएंगे।

जिस मंदिर का चयन किया गया है वहां पर वर्तमान में पशु पालकों ने कब्जा कर रखा है। पूरे पार्क में झोपड़ियां बना रखी हैं और पशु बांध रखे हैं। पूरा पार्क तबेला बन गया है। इस पार्क से अतिक्रमण हटाकर सबसे पहले 7 लाख रुपए की लागत से इसकी चारदीवारी करवाने तथा वहां मिट्टी डलवाने का काम किया जाएगा। फिर 3 लाख रुपए की लागत से स्मारक और अन्य कार्य किए जाएंगे। यह कार्य शीघ्र ही शुरू किया जाएगा।

तीन माह में 30 लोगों ने की देहदान की घोषणा

कोटा मेडिकल कॉलेज की स्थापना से अब तक 20 साल में केवल 4 लोगों ने देहदान किया था। भास्कर ने समाज में फैली भ्रांतियों और देहदान के महत्व पर 3 जनवरी को एक विशेष पेज प्रकाशित किया था। इसके बाद लोग इस अभियान से जुड़े। पिछले तीन माह में शहर के करीब 30 लोगों ने देहदान का संकल्प लिया है।

यह ढोंगी कुछ ऐसे कर रहा था 'चमत्कार', उसने पकड़ लिया गुनाह


इंदौर। ‘अलख निरंजन। देख बच्चा तेरे दरवाजे पर साधु आए हैं। तू बहुत किस्मत वाला है। अरे बच्चा यह क्या? तुम बहुत निराश दिखाई दे रहे हो। क्या बात है? साधु को बताओ.. तुम्हारी सारी परेशानी दूर हो जाएगी। तुम साधु को दक्षिणा देकर खुश कर दो। तुम्हारी समस्या दूर हो जाए तो अगले साल साधु को खाना खिला देना।’ इसी तरह के बोल वचन से झांसे में लेकर एक ढोंगी बाबा ने दुकानदार के 500 रुपए गायब कर दिए। जब रुपए मांगे तो विवाद करने लगा। लोगों की मदद से उसे पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया।

संयोगितागंज पुलिस के मुताबिक सोमवार को दवा बाजार स्थित स्वास्तिक इन्फोटेक पर साधु के वेश में दो ढोंगी बाबा पहुंचे। शॉप पर संचालक मनीष पिता सोमनाथ अरोरा बैठा हुआ था। हरिनाथ नामक एक ढोंगी ने मनीष को देख बोल वचन करना शुरू कर दिए। मनीष ने हाथ जोड़कर बाबा के कमंडल में 20 रुपए डाल दिए लेकिन उनकी नजर मनीष को ग्राहक द्वारा दिए गए एक हजार रुपए पर थी। हरिनाथ ने बरकत के बहाने मनीष के पांच सौ के दो नोट ले लिए। ढोंगी फूंक मारने के बहाने एक नोट चबा गया और नजर चुराकर पास खड़े जितेंद्रनाथ (ढोंगी का साथी) के झोले में डाल दिए।

मनीष ने रुपए मांगे तो बाबा ने गुस्सा होने का नाटक किया और रुपए निकाले व मनीष को देते हुए कहा इसे रख बच्चे! तू भी क्या याद रखेगा? ये साधु का नोट है। उसने नोट दिया और मनीष की मुट्ठी बंद कर जाने लगा। मनीष ने हाथ खोला तो एक ही नोट था। तब तक जितेंद्रनाथ तो गायब हो चुका था। मनीष ने हरिनाथ को पकड़ा और पुलिस को बुला लिया। ढोंगी भगवा वस्त्र धारण किए हुए था। जब उससे पूछताछ की तो शराब के नशे में बहकी-बहकी बातें करने लगा। पुलिस उसके साथी को तलाश रही है। फरियादी के मुताबिक हरिनाथ पहले भी कई बार आ चुका है लेकिन हर बार वह दक्षिणा लेकर चला जाता था।

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पेट की यह समस्या बेहद आम होती है, लेकिन इसके दुष्परिणाम बहुत घातक हो सकते हैं। कहा तो यहां तक जाता है कि हर रोग की जड़ें किसी न किसी रूप में कब्ज से ही जुड़ी होती हैं। कब्ज इतनी आम बीमारी हो चुकी है कि अक्सर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं होता कि लगातार कब्ज के रहने से उनके स्वास्थ्य पर कितना बुरा प्रभाव पड़ता है।कब्ज व्यक्ति की कार्यक्षमता को तो घटाती ही है, इससे व्यक्ति का विकास भी रुक जाता है। सामान्य दिखने वाली लेकिन बेहद गंभीर इस समस्या का एक बेहद कारगर और सरल उपाय यह है-

-प्रतिदिन भोजन करने के बाद में तथा सोने से एक घंटा पहले दूध के साथ उबाली गईं बड़ी दाखें खूब चबा-चबाकर खाएं, तथा ऊपर से उस दूध को भी पी जाएं जिसमें इन दाखों को उबाला गया था। लगातार कुछ ही दिनों तक इस प्रयोग को करने से लाभ नजर आने लगता है।

-सुबह उठकर 1-2 गिलास गुनगुना पानी पीकर टहलने से कब्ज की समस्या में तत्काल फायदा होता है।

बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम ..कुरान का sndesh






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