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02 मई 2012

अशोक दी ग्रेट.अशोक महान ...राजस्थान के गाँधी अशोक गहलोत को उनके जन्म दिन पर हार्दिक बधाई मुबारकबाद


राजस्थान के गांधी .राजस्थान के विकास पुरुष और राजस्थान के गरीबों ..दलितों के मसीहा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज उम्र के तिरेसठ्वें साल के पढ़ाव में हैं आज ही के दिन उनकी माँ ने उन्हें जन्म दिया था ..और यह तिरेसठ साल के नोजवान हंसते मुस्कुराते निर्मल और म्रदुल स्वभाव से जनहित के कार्यों में जुटे हैं ...हमेशा विकास ..भाईचारा और सद्भावना की राह को आगे बढाने वाले अशोक गहलोत कुशल प्रशासक है ..इनकी मज़बूरी यह है या इनके बारे में कडवा सच अगर कहा जाये तो वोह यह है के अशोक गहलोत अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में जब अपराधी देखते है तो वोह अपना प्राय नहीं देखते कोंग्रेस भाजपा नहीं देखते और उसे दंडित जरुर करवाते है ..राजस्थान में भंवरी मामले में मंत्री जी जेल में है एक मंत्री को हटा दिया गया है और कई अफसरों को सबक सिखाया है .....अशोक गहलोत को इसीलियें कहते है के अशोक दी ग्रेट ..अशोक महान है और इसी लियें कई कोंग्रेसी निजी स्वार्थों को लेकर कई बार उनकी आलोचना करने से भी नहीं चुकते है लेकिन दोस्तों चाँद पर थूकने से कभी दाग नहीं लगता वोह अटल होकर निर्भीकता और निष्पक्षता से जनता की सेवा करने में जुटे है ..आज नरेगा मजदूर हो ..बी पी एल लोग हों ...महिलाएं हैं ...वृद्ध हों .दवा का मामला हो पेंशन का मामला हो किसानों के लियें पानी बिजली खाद का मामला हो सिंचाई का मामला हो ..युवाओं के लियें सुविधाओं और नोकरी का मामला हो अशोक गहलोत हर वर्ग हर तबके के लियें गंभीर है और उनकी इसी उपलब्धि से चिढ कर कुछ लोग कुछ लोग केवल कुछ कोंग्रेसी बागी उनके विरुद्ध अनर्गल प्रचार करते दिखते है लेकिन गहलोत तो गांधी ठहरे वोह कभी किसी की प्रवाह नहीं करते उन्हें तो जनसेवा करना है उन्हें तो राजस्थान का विकास करना है और राजस्थान की सुक्ख शांति के लियें समर्पित भाव से निष्पक्ष और निर्भीकता से एक सच्चे सिपाही की तरह से अडिग खड़े रहना है ..ऐसे विकास पुरुष ..जनहित के मुद्दों पर योजनायें बनाने और उन्हें जमीनी स्तर तक पहुँचाने ..भ्रष्टाचारियों को दण्डित करवाने के लियें संघर्ष करने वाले महापुरुष का नाम ही अशोक गहलोत है और इसीलियें इन जनाब को राजस्थान का गांधी ..भारत का अशोक दी ग्रेट अशोक महान कहते हैं .ऐसे व्यक्तित्व को उनके जन्म दिन पर हार्दिक बधाई मुबारकबाद ......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

संसद में हत्यारे, लुटेरे और जाहिल लोग बैठे हैं'- रामदेव




दुर्ग/नई दिल्ली. कालेधन के खिलाफ मुहिम शुरू करने के पहले ही दिन बाबा रामदेव ने विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने कहा है कि ‘संसद में हत्यारे, लुटेरे और जाहिल लोग बैठे हैं। 543 रोगी हिंदुस्तान चला रहे हैं।’ बाबा के बयान पर बुधवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ।

लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार समेत सभी दलों के सांसदों ने बयान पर आपत्ति जताई है। मीरा कुमार ने कहा कि ‘संविधान ने संसद और सांसदों को कुछ जिम्मेदारी और गरिमा सौंपी हैं। हम सबको इसका मान रखना होगा।’ इस बीच अन्ना ने भी बाबा रामदेव के बयान का समर्थन किया है।

उन्होंने कहा कि सांसदों की सच्चई सामने आने लगी हैं। सपा सांसद शैलेंद्र कुमार ने बाबा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सांसदों को चोर, ठग, बलात्कारी और हत्यारा कहा जा रहा है। सभी दलों ने उनका समर्थन किया।

आयोजन क्या : रामदेव ने विदेशों में जमा कालाधन वापस लाने के लिए मंगलवार को अभियान की शुरुआत की है। पहला कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में था।

मंगलवार को भिलाई में कहा

संसद में लुटेरे, हत्यारे व जाहिल बैठे हैं। सत्ता की कुर्सी पर इंसान की शक्ल में हैवान हैं। हमने उन्हें कुर्सी पर बैठाया है। लेकिन वो सत्ता चलाने की पात्रता नहीं रखते।

वे लोग किसानों और मजदूरों से हमदर्दी नहीं रखते। वे देश इसलिए चला रहे, क्योंकि हमने ऐसा ही सिस्टम बनाया है। हमने मान लिया है कि 543 रोगी हिंदुस्तान चलाएंगे। हालांकि उनमें कुछ अच्छे भी हैं। हमें संसद को बचाना होगा। रामदेव बुधवार को दिल्ली में थे। वहां भी वे अपने बयान पर टिके रहे।

बयान पर टिके रहे बाबा

रामदेव बुधवार को भी अपने बयान पर टिके रहे। उन्होंने कहा, ‘जो मैं कह रहा हूं वह चुनाव आयोग पहले ही कह चुका है। तब किसी ने हंगामा नहीं किया। 182 सांसद चुनाव आयोग में हलफनामा दायर कर स्वीकार कर चुके हैं कि उन पर गंभीर मामले दर्ज हैं।’

आगे क्या

ञ्चसंसद के विशेषाधिकार कानून के तहत रामदेव के खिलाफ नोटिस जारी हो सकता है। फैसला लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को करना है।

ञ्चसदन रामदेव के जवाब से संतुष्ट हुआ तो कार्रवाई नहीं होगी। लेकिन संतुष्ट नहीं होने की स्थिति में कार्रवाई की भी अनुशंसा हो सकती है।

विरोध में सांसद

संविधान सबसे ऊपर है। उसने संसद और सांसदों को कुछ जिम्मेदारी और गरिमा सौंपी हैं। हम सबको इसका मान रखना होगा। मीरा कुमार, लोकसभा अध्यक्ष

सांसदों का चरित्र हनन करना सही नहीं है। सांसद को 15 लाख लोगों का विश्वास हासिल होता है। जगदंबिका पाल, कांग्रेस सांसद

संसद और सांसदों का अपमान करना फैशन होता जा रहा है। होड़ इस बात की लगी है कि यह काम कौन अधिक करता है। यशवंत सिन्हा, भाजपा नेता

रामदेव मेंटल केस हो गए हैं। ये सब के सब फ्रस्ट्रेटेड लोग हैं। इनके बोलने से कुछ नहीं होगा। लालू यादव, राजद नेता

रामदेव ठीक कह रहे हैं। उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है। राबड़ी देवी, लालू की पत्नी

कुरान का संदेश


कुरान का संदेश


सांसदों से पंगा: बाबा रामदेव के खिलाफ नोटिस, लालू ने कहा- पागल



नई दिल्ली. सांसदों को लेकर आपत्तिजनक बयान देने पर योग गुरु स्वामी रामदेव की मुश्किलें बढ़ती हुई लग रही हैं। एक तरफ लोकसभा में बाबा रामदेव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दे दिया गया है। वहीं, दूसरी ओर संसद के अंदर और बाहर नेताओं ने स्वामी रामदेव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बाबा रामदेव को मानसिक तौर पर अस्थिर तक करार दिया है। उन्होंने कहा कि योग गुरु कुंठित और मेंटल हैं। लेकिन लालू की पत्नी ऐसा नहीं सोचती हैं। राबड़ी देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है, 'स्वामी रामदेव ने क्या गलत कहा है? उन्होंने किसी एक नेता के लिए कुछ नहीं कहा है।'

इससे पहले लोकसभा में समाजवादी पार्टी के सांसद शैलेंद्र कुमार ने रामदेव के खिलाफ नोटिस देते हुए कहा कि सांसदों को संसद के बाहर लगातार अपमानित किया जा रहा है। उनके मुताबिक पिछले 1-2 वर्षों में सार्वजनिक मंचों से कभी कोई संत तो कभी कोई सामाजिक कार्यकर्ता सांसदों को चोर, लुटेरा, शैतान, हैवान कह रहा है। दूसरी तरफ, सांसदों को लेकर मंगलवार को दिए गए बयान पर स्वामी रामदेव विवाद उठने के बावजूद कायम हैं। बुधवार को मीडिया से बात करते हुए योग गुरु ने कहा कि उन्होंने जो कहा सही कहा।

बाबा रामदेव को बीजेपी से भी इस मुद्दे पर समर्थन नहीं मिल रहा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए स्वामी रामदेव की आलोचना की। उन्होंने कहा, 'कोई कितना बड़ा भी संत हो, समाजसेवी हो, उसे सांसदों के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है।'

गौरतलब है कि दुर्ग में भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ 'भारत स्वाभिमान यात्रा' के तीसरे चरण की शुरुआत करते हुए स्वामी रामदेव ने कहा था, 'संसद में बैठे कुछ लोग रोगी, जाहिल और लुटेरे हैं।' स्वामी रामदेव ने सांसदों को हत्यारा तक करार देते हुए कहा है कि संसद में बैठे लोग इंसान के रूप में शैतान-हैवान हैं। उन्होंने कहा, '543 रोगी हिंदुस्तान चला रहे हैं। हमने उन्हें कुर्सी पर बैठा दिया है। लेकिन उन्हें कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है। लेकिन देश चल रहा है। हमने ऐसा ही सिस्टम बनाया है। बेईमान, भ्रष्ट लोगों से संसद को भी बचाना है।' हालांकि, रामदेव ने कुछ सांसदों को अपनी आलोचना से बख्शते हुए कहा कि वहां (संसद में) कुछ अच्छे लोग भी बैठे हैं।


बाबा रामदेव का बयान आते ही राजनीतिक दलों ने संसद के बाहर ही योग गुरु के बयान की आलोचना शुरू कर दी थी। डुमरियागंज संसदीय सीट से लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता जगदंबिका पाल ने कहा, 'अन्ना जी द्वारा संसद और सांसदों पर की गई टिप्पणी हो या स्वामी रामदेव की टिप्पणी, ये सांसदों पर टिप्पणी नहीं है बल्कि जनता की समझ पर सवाल है। सांसदों को जनता ही चुनती है।' भ्रष्टाचार और काले धन पर सरकार की तरफदारी करते हुए पाल ने कहा, 'सरकार ने पारदर्शिता पर जोर दिया है। सरकार ने अन्ना और स्वामी रामदेव की भावनाओं की कद्र की है। भारत में जिस तरह से चुनाव हो रहे हैं, उससे लोकतंत्र मजबूत होगा।' वहीं, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मोहन सिंह ने कहा कि मैं कामना करता हूं कि ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दें और वे साधु की तरण आचरण करें।

महिला सांसद ने रो कर सुनाई आपबीती- बाल घसीटकर ले गई थी पुलिस, लालू भड़के




नई दिल्ली.
गुजरात पुलिस विवाद में फंसती नज़र आ रही है। गुजरात के दाहोद जिले की पुलिस पर कांग्रेस की सांसद डॉ. प्रभा किशोर तवियाड के साथ बदसलूकी का आरोप लगा है। पीड़ित सांसद डॉ. प्रभा किशोर ने कांग्रेसी की सांसद डॉ. गिरिजा व्यास के सहयोग से लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया। डॉ. प्रभा ने अपने हाथ पर निशान दिखाते हुए लोकसभा में यह मुद्दा उठाया और दावा किया कि दाहोद पुलिस ने उनकी पिटाई भी की। इस दौरान डॉ. प्रभा बेहद भावुक हो गईं और उनकी आंखों में आंसू आ गए। वे बार-बार रुमाल से अपनी आंखें और नाक पोंछती रहीं।

दाहोद लोकसभा सीट से सांसद डॉ. प्रभा किशोर का कहना है कि पुलिस ने उनके घर के बाहर उनके बाल पकड़कर खींचे और रात 8 बजे तक मेडिकल सुविधाओं के लिए इंतजार करवाया। डॉ. प्रभा ने सदन में कहा कि उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें दिल्ली जाने के लिए ट्रेन पकड़नी है तो पुलिस ने पहले रेलवे स्टेशन से उनके टिकट की पुष्टि की और उसके बाद ही उन्हें स्टेशन ले गई।

वहीं, दाहोद पुलिस ने अपनी सफाई में कहा है कि गुजरात दिवस के मौके पर उन्हें सूचना मिली थी कि डॉ. प्रभा किशोर हंगामा खड़ा कर सकती हैं। इसलिए उन्हें हिरासत में लिया गया। वे पहले भी कुछ कार्यक्रमों में हंगामा कर चुकी हैं। दाहोद पुलिस का कहना है कि पुलिस खुद डॉ. प्रभा को वड़ोदरा रेलवे स्टेशन ले जाने से पहले अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मेडिकल जांच की गई।

आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने लोकसभा में इस मुद्दे पर दाहोद पुलिस के साथ ही गुजरात सरकार के मुखिया नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने इसे गुजरात सरकार की साजिश करार दिया। लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि वे खुद नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर बात करेंगी। हालांकि, स्वराज के इस आश्वासन पर भी लोकसभा में हंगामा हुआ।

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