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09 मई 2012

भाजपा में तमाशा, चार एमएलए बैठाए, इस्तीफे मंगाए, सब ढोंग है'


जयपुर.भाजपा के भीतर चल रहे घमासान पर चुप्पी तोड़ते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों के इस्तीफे प्रकरण पर वसुंधरा राजे पर निशाना साधा है। गहलोत ने बुधवार को यहां बिड़ला ऑडिटोरियम में यूथ कांग्रेस के युवा पंचायत सम्मेलन में कहा कि भाजपा में देखिए क्या तमाशे हो रहे हैं।

वसुंधरा ने पहले खुद ही बुलाकर विधायकों के इस्तीफे दिलवाए, फिर कह रही हैं कि घर की बात है घर में निपट लेंगे। क्या नाटक हो रहे हैं? जो तमाशे हो रहे हैं वे आप भी देख रहे हैं। पहले चार एमएलए को घर के अंदर बैठा दिया। फिर उन एमएलए से सबको फोन करके बुलाया और इस्तीफे लेते हैं। यह ऊंचे दर्जे का ढोंगीपन है। हिप्पो क्रेट हैं ये, ये क्या भला करेंगे?

पांच साल राज नहीं मजे किए, राजस्थान को बर्बाद किया

गहलोत ने वसुंधरा पर निशाना साधते हुए कहा, राज कर लिया पांच साल तक, राज नहीं मजे किए, बर्बाद किया राजस्थान को। मजे करने का जो क्रिमिनल था, जिसकी देखरेख में मजे हो रहे थे, वो आज लंदन में छिपता फिर रहा है। देश का भगौड़ा है वो। इनको लगने लगा कि सरकार हमारी बनने वाली है तो इन लोगों ने मजे करने वाले कपड़े फिर पहन लिए हैं। वास्तविकता दूसरी है, इनका कोई राज नहीं आने वाला है।

सब कुछ दे रहे हैं तो फिर क्यों कह रहे हैं कि गड़बड़ है : मालवीय

सम्मेलन में पंचायतीराज मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कहा कि सरकार काम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। प्रसव पर सहायता सरकार दे रही है, पढ़ने पर छात्रवृत्ति दे रहे हैं, बेरोजगारी भत्ता दे रहे हैं, रोजगार दे रहे हैं, बुढ़ापे की पेंशन दे रहे हैं और अंतिम समय के लिए भी इंतजाम कर रहे हैं, फिर भी कह रहे हैं कि सरकार का मामला गड़बड़ है। गड़बड़ क्यों है? हमें अपनी सरकार के कामकाज का बखान करना पड़ेगा।

सम्मेलन में यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव सातव, प्रदेश प्रभारी चेतन चौहान, प्रदेशाध्यक्ष पवन गोदारा,महासचिव धीरज गुर्जर, राजपाल शर्मा, कमल मीणा सहित कई नेताओं ने विचार व्यक्त किए। जयपुर ग्रामीण लोकसभा इकाई अध्यक्ष मोहन डागर ने कार्यक्रम का संचालन किया।

युवाओं की पहली प्राथमिकता नहीं रही राजनीति : चंद्रभान

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान ने कहा है कि आज युवा पीढ़ी राजनीति से विमुख हो रही है। राजनीति के जरिए सेवा करना युवाओं की पहली प्राथमिकता नहीं रह गई है। यूथ कांग्रेस के युवा पंचायत समारोह में चंद्रभान ने कहा कि युवा कांग्रेस कांग्रेस का भविष्य है। उन्होंने कहा कि देश में पंचायतीराज ठीक चले न चले, राजस्थान में पंचायतीराज बढ़िया काम कर रहा है।

पंचायतीराज में जनप्रतिनिधियों को जब अधिकार देने की बात करते हैं तो उनकी योग्यता पर सवाल उठाए जाते हैं लेकिन ग्रामीण विकास के बारे में जितना गांव का आदमी जानता है उतना हम नहीं जानते। सम्मेलन में चंद्रभान ने कहा कि जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों को भी भत्ते देने पर विचार करना होगा। मुख्यमंत्रीजी आप प्रमुख, प्रधान, सरपंच और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तक को दे रहे हैं, इन जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों की तरफ भी ध्यान दीजिए।

तालिबानी इंसाफ: भीड़ ने 3 को पीटपीटकर मार डाला


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नागपुर. महाराष्ट्र के नागपुर में गुस्साई भीड़ ने बुधवार को चोरी करने के आरोप में तीन लोगों की पीट-पीट कर मार डाला। यह घटना शहर के कलामना इलाके के भरत नगर में हुई। लोगों का आरोप है कि येलोग दिन में रूपरंग बदलकर इलाके में घूम रहे थे। नागपुर पुलिस के एक अधिकारी ने के मुताबिक, 'स्थानीय लोगों को संदेह है कि इन सभी ने दिन में इलाके का मुआयना किया और रात में ताला लगे घरों में चोरी की।' अधिकारी ने कहा कि गुस्साई भीड़ ने तीन लोगों पर हमला किया। उन्होंने पहले पथराव किया, फिर डंडों से बुरी तरह पिटाई की।

पुलिस के मुताबिक, 'एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और दो अन्य को अस्पताल में मृत घोषित किया गया।' पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में लगभग 10 लोगों को हिरासत में लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं। वे मृत व्यक्तियों की शिनाख्त के प्रयास में भी लगे हैं। गौरतलब है कि कुछ साल पहले नागपुर में ही एक नामी बदमाश को कई महिलाओं ने अदालत परिसर में ही पीटपीटकर मार डाला था।

कांग्रेसी नेता ने थाने में पुलिस पर फायरिंग कर भाई को छुड़ाया

मुरैना.कांग्रेस नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रघुराज कंषाना ने बुधवार सुबह करीब दो दर्जन लोगों के साथ सिटी कोतवाली पर फायरिंग कर दिल्ली पुलिस की गिरफ्त से अपने भाई को जबरन छुड़ा लिया। बुधवार को दिल्ली पुलिस कांग्रेस नेता के बड़े भाई संजीव कंषाना को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर कोतवाली ले आई थी।

पुलिस पार्टी पर हमले के दौरान आरोपियों ने दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर संदीप पवार की पिस्टल छीनने का प्रयास किया और पुलिस जवानों को भी पीटा। इस हमले के तत्काल बाद पुलिस ने कांग्रेस नेता रघुराज कंषाना पर दस हजार व संजीव कंषाना पर पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।

इस मामले में चार नामजद व 25 अज्ञात आरोपियों पर हत्या का प्रयास, लूट व डकैती अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली के ग्रेटर कैलाश थाने के सब इंस्पेक्टर संदीप पंवार के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम मंगलवार रात मुरैना आई थी।

टीम को धोखाधड़ी के मामले में कांग्रेस नेता रघुराज कंषाना के बड़े भाई संजीव कंषाना की तलाश थी। बुधवार सुबह करीब सात बजे दिल्ली पुलिस ने संजीव को हाईवे स्थित उनके कार्यालय के सामने से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दिल्ली पुलिस संजीव को लेकर सिटी कोतवाली पहुंची। पुलिस टीम कोतवाली पहुंच ही पाई थी, कि इसी दौरान रघुराज कंषाना करीब दो दर्जन लोगों के साथ कोतवाली आ गए और संजीव को जबरन अपने साथ ले जाने लगे।

भीड़ को देखकर दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर श्री पंवार ने आरोपियों पर पिस्टल तान दी और आरोपी को छुड़ाकर ले जाने का विरोध किया, लेकिन आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी और सब इंस्पेक्टर से पिस्टल छीनने का प्रयास किया।

इस पर दिल्ली पुलिस ने भी जवाबी फायर किए, लेकिन आरोपी संजीव को छुड़ाकर ले गए। खास बात यह है कि इस दौरान मुरैना पुलिस, कोतवाली में ही उत्पात होने के बावजूद मामले से दूरी बनाए रही। पुलिस ने कांग्रेस नेता रघुराज कंषाना सहित सभी आरोपियों के खिलाफ 307, 398, 353, 225, 224, 180, 186 व दस्यु अधिनियम 11 व 13 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

मुरैना पुलिस की बड़ी चूक :कोतवाली परिसर में हमला और फिर फायरिंग कर आरोपी को छुड़ाकर ले जाने के घटनाक्रम में मुरैना पुलिस की बड़ी चूक उजागर हुई है। पुलिस से फायरिंग व मारपीट का घटनाक्रम सुबह 7.35 बजे से शुरू हो गया था। 7.50 बजे आरोपी अपने मंसूबों में कामयाब हुए। लेकिन इस दरमियान कोतवाली पुलिस ने कंट्रोल रूम से सहायता नहीं मांगी, बल्कि आरोपियों के जाने के बीस मिनट बाद 8.10 बजे कोतवाली पुलिस ने कंट्रोल रूम को सूचित किया। इसके बाद 8.15 बजे एएसपी व सीएसपी कोतवाली पहुंचे। जबकि कोतवाली टीआई जेपी भट्ट घटना के 35 मिनट बाद 8.25 बजे कोतवाली पहुंचे।

कांग्रेस नेता पहले भी कर चुके हैं पुलिस पर हमला

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व कांग्रेस नेता रघुराज कंषाना पर 2009 में पुलिस पर हमला व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला भी दर्ज है। लोकसभा चुनाव में तात्कालीन यातायात थाना प्रभारी यशवंत गोयल चुनाव कार्य के लिए निजी वाहनों का अधिग्रहण कर रहे थे। तब रघुराज कंषाना के वाहन को भी यातायात प्रभारी ने पकड़ लिया था। वाहन को छुड़ाने के लिए रघुराज कंषाना ने यातायात थाना प्रभारी से न केवल अभद्रता की बल्कि हमला भी कर दिया। इस पर कांग्रेस नेता पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया था।

एक करोड़ की थी धोखाधड़ी

मुरैना निवासी संजीव कंषाना उनके साथी वीरेंद्र कोहली व योगेन्द्र ने दिल्ली के अशोक आहूजा से प्लॉट बेचने के लिए सौदा किया था। इन लोगों ने अशोक आहुजा से एक करोड़ रुपए टोकन मनी के तौर पर ले लिए थे। लेकिन बाद में जमीन बेचने से मुकर गए। इस पर अशोक आहुजा ने पैसे मांगे तो उन्होंने पैसे देने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद अशोक आहुजा ने दिल्ली के ग्रेटर कैलाश पुलिस थाने में एक जनवरी को संजीव व उनके साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया। मामले में आरोपियों ने न्यायालय से अग्रिम जमानत लेने का भी प्रयास किया, लेकिन जमानत नहीं मिली। इस मामले में दिल्ली पुलिस संजीव को गिरफ्तार करने पहले भी दो बार मुरैना आ चुकी है।

क्या बोले अधिकारीः हम जैसे ही संजीव कंषाना को कोतवाली लाए, बीस-पच्चीस लोग आ गए और उसे छुड़ाने लगे। जब विरोध किया तो आरोपियों ने मारपीट की व पिस्टल छीनने का प्रयास किया। साथ ही फायरिंग कर आरोपी को ले गए। संजीव पर ग्रेटर कैलाश थाना में फर्जी लैंड डीलिंग का मामला दर्ज है। इसी मामले में तीन आरोपी हैं, इनमें से संजीव मुरैना का था, इसे पकड़ने आए थे। इनमें से एक आरोपी एनआरआई वीरेंद्र कोहली भी शामिल है। -संदीप पंवार, एसआई, दिल्ली पुलिस

आरोपी दिल्ली पुलिस की जीप का पीछा करते हुए कोतवाली पहुंचे थे, घटनाक्रम अचानक हो गया। वैसे जिस समय बदमाशों ने दिल्ली पुलिस पर कोतवाली में फायरिंग की, कोतवाली में सिर्फ दो कर्मचारी थे। इस बात की जांच की जाएगी कि कोतवाली में तैनात पुलिस कर्मियों ने आला अधिकारियों को सूचना देने में तत्परता क्यों नहीं दिखाई। पूरे मामले की जांच एडीशनल एसपी को सौंपी है। -डीपी गुप्ता, डीआईजी, चंबल रेंज

कुरान का संदेश

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