आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

10 मई 2012

छोटे-छोटे घरेलू टिप्स: इनसे पथरी टूट कर निकल जाएगी





- नारियल पानी पीने से पथरी निकल जाती है।

- जीरे और चीनी को समान मात्रा में पीसकर एक-एक चम्मच ठंडे पानी से रोज तीन बार लेने से लाभ होता है।

- 15 दाने बड़ी इलायची के, एक चम्मच खरबूजे के बीज की गिरी और दो चम्मच मिश्री एक कप पानी में मिलाकर सुबह-शाम दो बार रोज पीते रहें।

- जौ का पानी पीने से भी पथरी निकल जाती है।

- सहजन की सब्जी खाने से गुर्दे की पथरी टूटकर बाहर की निकल जाती है।

- आम के पत्ते छांव में सुखाकर बहुत बारीक पीस लें और आठ ग्राम रोज पानी के साथ लें।

- पका हुआ जामुन खाने से पथरी रोग में आराम मिलता है।

- आंवले का चूर्ण मूली के साथ खाने से मूत्राशय की पथरी में लाभ होता है।

- मिश्री, सौंफ, सूखा धनिया सभी 50-50 ग्राम को डेढ़ किलो पानी में रात को भिगोकर रख दें। शाम को छानकर इन्हें पीसकर इसी पानी में घोलकर छान कर पीएं। एक बार में पूरा न पी पाएं तो कुछ समय बाद फिर पीएं।

20 को शनि जयंती और सूर्य ग्रहण का अद्भुत संयोग, ये होगा असर





हिंदू धर्म के अनुसार ज्येष्ठ मास की अमावस्या को शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान शनि देव का विशेष पूजन किया जाता है। इस बार यह पर्व 20 मई, रविवार को है। लेकिन शनि जयंती के दिन ही इस बार सूर्य ग्रहण का योग भी बन रहा है। ज्योतिष के अनुसार सूर्य व शनि पिता-पुत्र हैं इसलिए शनि जयंती के दिन सूर्य ग्रहण होना ज्योतिषिय दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण घटना है।


पं. मनीष शर्मा के अनुसार के इस बार शनि जयंती के दिन सूर्य ग्रहण होना शुभ है। शनि, सूर्य के पुत्र हैं तथा सूर्य से शत्रुता का भाव रखते हैं किंतु सूर्य, शनि के साथ शत्रुता का भाव नही रखते। 20 मई, रविवार को होने वाला सूर्य ग्रहण व शनि जयंती का संयोग अच्छी वर्षा तथा विदेशी व्यापार में सफलता की ओर संकेत करता है। सूर्य ग्रहण का प्रभाव जिन देशों में होगा उनके शत्रुओं का दमन होगा। भारत के लिए आने वाला सूर्यग्रहण लाभकारी होगा जो चीन तथा पाकिस्तान को सीमित रखने में सफल होगा।


कब-कब बना ये संयोग


ये पहली बार नहीं है जब शनि जयंती के दिन सूर्य ग्रहण का योग बन रहा है। पं. शर्मा के अनुसार इसके पहले 2011 में भी शनि जयंती व सूर्य ग्रहण का योग बना था। उस समय आईसलैंड, अलास्का, ग्रीनलैंड देशों के कुछ भागों में सूर्य ग्रहण लगा था। इसके पूर्व 10 जून 2002 एवं 31 मई 2003 में भी यह योग बना था। शनि जयंती के साथ सूर्य ग्रहण का योग पिछले वर्षों में कई बार बना है। 30 मई 1946, 20 मई 1947, 10 जून 1964, 30 मई 1965, 20 मई 1966, 8-9 मई 1967 में भी यह योग बना था। आगे 10 जून 2021 में भी सूर्य ग्रहण के साथ शनि जयंती का योग बनेगा।


क्या करें इस दिन


इस दिन सूर्य देव तथा शनि देव दोनों की आराधना करना श्रेष्ठ है। जो लोग शनि देव की साढ़े साती, ढैय्या या महादशा से पीड़ित है उनके लिए शनि देव को प्रसन्न करने का यह उत्तम अवसर है। इस दिन सूर्य देव की उपासना करने से भी शुभ फल प्राप्त होंगे।

125 करोड़ के भ्रष्ट अफसर, खोखों व साड़ियों में नोटों की गड्डियां



भोपाल.लोकायुक्त पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी छापामारी कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग के संचालक डॉ. अमरनाथ मित्तल और जूनियर ऑडिटर गणेश प्रसाद किरार के यहां सवा सौ करोड़ की संपत्ति बरामद की है।

इनमें अकेले मित्तल के घर से 100 करोड़ की संपत्ति मिली है, जिसमें 38 लाख रुपए नकद, 2 किलो से अधिक सोना और करीब 11 किलो चांदी के जेवरात हैं। वहीं किरार के मकान से 10 लाख रुपए नगद, आधा किलो सोना व साढ़े चार किलो चांदी के जेवर जब्त किए गए हैं।

लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी ने बताया कि प्रांरभिक पड़ताल में दोनों आरोपियों के पास से करोड़ों की संपत्ति उजागर होने की संभावना है। सतपुड़ा भवन स्थित स्वास्थ्य संचालक के कार्यालय की तलाशी भी ली गई है। इसमें कुछ दस्तावेज जांच के दायरे में लिए गए हैं।

ईडी को सौंपा जाएगा मामला :चौधरी ने बताया कि डॉ. मित्तल के घर से विदेशी मुद्रा मिली है। यह जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भेजी जाएगी। ईडी इस मामले में फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (फेमा) के तहत मामले का परीक्षण कर सकता है।

यू कैन हील मोर लाइफ -जब छापा पड़ा तब डॉ. मित्तल लुईस एल हे की किताब ‘यू कैन हील मोर लाइफ’ पढ़ रहे थे।

प्रति सेमेस्टर 6 लाख का भुगतान

मित्तल के दो बच्चे हैं। उनका पुत्र बेंगलुरू में इंजीनियरिंग कर रहा है। पुत्री पुणो में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। दोनों को कॉलेजों में प्रवेश पेड सीट पर कराया गया था। पुत्री की पढ़ाई के लिए प्रति सेमेस्टर 6 लाख रुपए के हिसाब से भुगतान करने की जानकारी लोकायुक्त को मिली है।

अस्सिटेंट सर्जन से नौकरी शुरू की थी

मित्तल ने अंबिकापुर में अस्सिटेंट सर्जन के रूप में नौकरी शुरू की थी। तीन साल पहले स्वास्थ्य संचालक बने थे। राजनीतिक व प्रशासनिक रसूख के चलते उन्हें सुपरसीड कर संचालक पद पर पदोन्नत किया गया था। इतना ही नहीं न्यायालय के आदेश पर उन्हें पदावनत किया गया तो एक बार फिर उन्हें डीपीसी कर पदोन्नति दी गई। उनके खिलाफ कई जांचें लंबित हैं। डॉ. मित्तल को पदोन्नत किसने कराया, इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है।

हर जिले में बना सकते हैं 50 बिस्तरों का अस्पताल

100 करोड़ रुपए में प्रदेश के प्रत्येक जिले में 50 बिस्तरों के दो अस्पताल बनाए जा सकते हैं। क्योंकि 50 बिस्तरों के एक अस्पताल की लागत अनुमानित सवा से डेढ़ करोड़ आती है। जनस्वास्थ्य के लिए यह एक बड़ा योगदान हो सकता है।

एसी रूम में पालने में सोता है पपी

मित्तल को कुत्ते पालने का भी शौक है। उन्होंने एक विदेशी नस्ल के पपी को पाला है। उसे विमान से दिल्ली से लाया गया। उसे बाकायदा बच्चे के पालने में रखा गया है। यह पालना एयर कंडीशनर रूम में था।

मुख्यमंत्री ने की तत्काल कार्रवाई, दोनों निलंबित

छापे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डॉ. मित्तल व गणोश प्रसाद को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए। जिस पर राज्य शासन ने दोनों के निलंबन के आदेश जारी कर दिए।

नगद- 38 लाख 33 हजार रुपए। विदेशी मुद्रा - 1074 अमेरिकी और 6 ऑस्ट्रेलियन डॉलर, 3 हजार यूरो, 270 बाथ (थाईलैंड की मुद्रा)। जेवरात - 2 किलो 193 ग्राम सोना व 10 किलो 975 ग्राम चांदी (72 लाख रुपए)। बैंक बैलेंस - 4 बैंक खातों में 34 लाख रु.। जमीन - 50 एकड़ सतगड़ी कोलार रोड पर (करीब 50 करोड़ रुपए)। मकान- शांति निकेतन में आलीशान बंगला वाहन- एक होंडा सिटी, एक आई 10 कार।

खोखों व साड़ियों में नोटों की गड्डियां

स्वास्थ्य संचालक डॉ. मित्तल और जूनियर ऑडिटर गणोश के घरों की अलमारी से 50 हजार रुपए ही बरामद किए गए। मित्तल के घर में मिली रकम दवाओं के खोखों में भरी थी जबकि गणोश के घर से साड़ियों की तह में नोटों की गड्डियां मिलीं।

100 से ज्यादा ब्रीफकेस मिले

डॉ. मित्तल यहां खाने के उपयोग में आने वाले चांदी के बर्तन, पूजा घर से 40 विदेशी सैंडिल और 100 से ज्यादा ब्रीफकेस और अन्य कीमती सामान भी मिला है। घर के सभी कमरे एयर कंडीशंड हैं तथा महंगे झूमर व पेंटिंग से सुसज्जित हैं।

10 लाख तो मिले हैं, वापस आ जाएंगे

जूनियर ऑडिटर गणोश का कहना है उसके घर से 10 लाख रुपए ही तो मिले हैं, वह वापस आ जाएंगे। लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई के दौरान वह लगातार मुस्कुरा रहा था। उसके चेहरे पर जरा भी शिकन नहीं थी।

गुरू की कमाई पर हुआ आश्चर्य

डॉ. मित्तल के घर छापे की कार्रवाई की जानकारी गणोश को सुबह 11 बजे टीवी देखकर मिली। उसे जैसे ही पता चला कि मित्तल के घर से 38 लाख रुपए नगद मिले हैं तो वह बहुत खुश हुआ। हालांकि मित्तल की कमाई को लेकर उसे आश्चर्य भी हुआ।

७५क् करोड़ का बजट राज्य के सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने से लेकर दवा खरीदी तक का बजट संचालक स्वास्थ्य सेवा मित्तल जारी करते थे। स्वास्थ्य विभाग का दवा, उपकरण खरीदी और अस्पताल भवन निर्माण का बजट 750 करोड़ रुपए है। इसमें 200 करोड़ रुपए दवा खरीदी, 50 करोड़ रुपए उपकरण खरीदी पर खर्च होते थे, जबकि 500 करोड़ रुपए इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर खर्च किए जाते थे।

मुख्यमंत्री ने की तत्काल कार्रवाई, दोनों निलंबित

छापे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डॉ. मित्तल व गणोश प्रसाद को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए। जिस पर राज्य शासन ने दोनों के निलंबन के आदेश जारी कर दिए।

गणेश किरार के यहां क्या मिला

नगद- 10 लाख रुपए

जेवरात - आधा किलो सोना व साढ़े चार किलो चांदी (40 लाख रुपए)।

बैंक बैलेंस - दो बैंकों में 10 लाख रुपए।

जमीन - 20 एकड़ रायसेन में।

मकान- भोपाल में दो आलीशान बंगले व चिनार काम्पलेक्स में एक फ्लैट।

दुकान- एक आमेर और एक मानसरोवर काम्पलेक्स तथा ऐशबाग में दो दुकानें।

वाहन- आई 20 कार, एक सफारी, दो मोटर साइकिल व एक ट्रैक्टर ।

सब कुछ नियम से कर देता था

गणोश का कहना है कि स्वास्थ्य संचालक कार्यालय में करीब 17 ऑडिटर हैं। मैं तो दो साल पहले ही यहां पदस्थ हुआ। डॉ. मित्तल की लगभग सभी फाइलें मेरी टेबल से होकर गुजरती हैं। उसने दावा किया है कि वह सब कुछ नियम से कर देता था।

कुरान का संदेश

: मुख्यमंत्री करेंगे मदरसा बोर्ड के नए भवन का शिलान्यास

: मुख्यमंत्री करेंगे मदरसा बोर्ड के नए भवन का शिलान्यास



शिक्षा संकुल में बनेगा मदरसा बोर्ड का नया भवन, शिलान्यास समारोह 12 मई को



जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को राजस्थान मदरसा बोर्ड के नए भवन का शिलान्यास करेंगे। इस दिन शिक्षा संकुल में सुबह 10 बजे होने वाले शिलान्यास समारोह में राज्य मंत्रिमंडल के अनेक सदस्य मौजूद रहेंगे। शिक्षा संकुल में समारोह की तैयारियां जोरों पर है।



बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना फजले हक ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह भवन 3 करोड़ की लागत से बनेगा। एक हजार वर्ग मीटर में बनने वाला यह भवन तीन मंजिला व आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा। शिलान्यास समारोह की अध्यक्षता अल्पसंख्यक मामलात विभाग के राज्यमंत्री अमीन खां करेंगे। इस मौके पर चिकित्सा मंत्री एए खान, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भरत सिंह, शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा, शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर, सांसद महेश जोशी, अश्कअली टाक व लालचंद कटारिया, राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष माहिर आजाद, जन अभाव अभियोग समिति के अध्यक्ष मुमताज मसीह, संसदीय सचिव, जाहेदा खान, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष लियाकत अली, उर्दू अकादमी के अध्यक्ष हबीबुर्रहमान, विधायक अलाउद्दीन आजाद, कालीचरण सराफ और महापौर ज्योति खंडेलवाल विशिष्ट अतिथि होंगे।

राजस्थान के बेघर लोगों को घर देने के लियें कामयाब प्रशासक साबित होंगे आवासन आयुक्त टी रविकांत


दोस्तों आप है टी रवीकान्त जो एक कुशल प्रशासक ..कामयाब अधिकारी और निष्पक्ष न्यायविद साफ़ गो शख्सियत के धनि है ........इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद एक कुशल प्रशासक बनकर समाज और व्यवस्था सुधार का संकल्प लेकर भारतीय प्रशासनिक सेवा में बहतरीन अंकों से पास होने वाले यह टी रवी कान्त जी अपने बहतर और कुशल प्रबंधन का जलवा झुंझुनू..भरतपुर कोटा सहित पांच महत्वपूर्ण और संवेदन शील जिलों में बता चुक है .कितना ही अशांत अव्यवस्थित जिला हो इन्होने अपना कार्यभार सम्भालते ही वहां परिस्थितियाँ जादुई शक्ति की तरह बदल दी है ..ना काहू से दोस्ती ना काहू से बेर ..ना किसी का डर ना किसी से प्यार ना किसी की सिफारिश ना किसी का दुलार बस जो जनहित में है वही करना है फिर चाहे मिडिया नाराज़ हो चाहे नेता जी नाराज़ हों इन्हें कोई फर्क नहीं पढ़ता ..टी रविकांत वेसे तो हाल ही में सामाजिक न्याय विभाग से राजस्थान आवासन मंडल में आयुक्त के पद पर स्थानांतरित हुए है लेकिन इनकी कार्यशेली से घबराकर जो भ्रष्ट लोग है उनमे हडकंप मच गया है और जो कुछ कर गुज़ारना चाहते है वोह एक कुशल प्रशासक के रूप में टी रविकांत का पलक पावने बिछा कर इन्तिज़ार कर रहे है ...टी रविकांत ने अपने कोटा कलेक्टर के कार्यकला में जहाँ एक तरफ राजनितिक संतुलन बने वहीँ निष्पक्षता निडरता और निर्भीकता भी दिखाई ..इन्ह्ने अपने कार्यकाल में कोटा कलेक्ट्रेट को दुल्हन की तरह सजवाया ..साफ सुथरा करवाया एक प्रबन्धन दिया और इनके इंजीनियरिंग दिमाग से कोटा के कर्मचारियों के सारे कल पुर्जे कस दिए .....इन्होने कोटा में ही नहीं जहाँ भी कार्यभार सम्भाला वहां निकम्मे कर्मचारियों को चेतावनी के बाद सबक भी सिखाया है तो फिर जो काम करने वाले समर्पित अधिकारी कर्मचारी है उनकी पीठ भी थपथपाई है यहाँ तक के उनको विशेष उत्साह्वार्धन के लियें प्रमाण पत्र भी जारी किये है तो जनाब ऐसी शख्सियत जो कुशल प्रशासक है और इंजीनियरिंग के मास्टर है अब राजस्थान आवासन आयुक्त पद अपर तेनात किये गए है वोह राजस्थान के गरीबों को सस्ते दामों में केसे मकान मिले सरकार की भी स्थिति मजबूत हो सरकार को भी नुकसान नहीं हो और बहतर प्रबन्धन के तहत विभाग में भ्रष्टाचार केसे खत्म हो केसे नयी योज्नायीं लागु हों इस पर जल्दी ही कोई जादुई करिश्मा कर लोगों को अपने बहतर कार्यप्रबंधन से कुछ नया जरुर करके दिखलायेंगे ऐसे निष्पक्ष और निर्भीक प्रशासनिक इंजीनियर अधिकारी को सलाम ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

गर्मियों में दही से करें इन बीमारियों का मुफ्त




गर्मियों में दही का नियमित सेवन करने से शरीर कई तरह की बीमारियों से मुक्त रहता है। दही में अच्छी किस्म के बैक्टीरिया पाए जाते हैं, जो शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं। पेट में मिलने वाली आंतों में जब अच्छे किस्म के बैक्टीरिया का अभाव हो जाता है, तो गर्मियों में भूख न लगना या अन्य बीमारियां पैदा हो जाती हैं। इसके अलावा जब बीमारी के दौरान या एंटीबायोटिक में मौजूद विटामिन और खनिज हजम नहीं होता है तो दही सबसे अच्छा भोजन साबित होता है। यह इन तत्वों को हजम करने में मदद करता है।

इससे पेट में होने वाली बीमारियां अपने आप खत्म हो जाती हैं। दही खाने से पाचनक्रिया सही रहती है, जिससे खुलकर भूख लगती है और खाना सही तरह से पच भी जाता है। दही खाने से शरीर को अच्छी डाइट मिलती है, जिस से स्किन पर अच्छा ग्लो रहता है। मुंह के छालों पर दिन में 2-4 बार दही लगाने से छाले जल्द ही ठीक हो जाते हैं। शरीर के ब्लड सिस्टम में इन्फेक्शन को कंट्रोल करने में वाइट ब्लड सेल्स का महत्त्त्वपूर्ण योगदान होता है। दही खाने से वाइट ब्लड सेल्स मजबूत होते हैं, यह शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। ग्रीष्मऋतु में जब लू चल रही हो तब दही की लस्सी ऊर्जा प्रदान करने के साथ ही शरीर से जल की कमी को दूर करती है।

पुलिस कप्‍तान का अजीब बयान : लड़कियां पकड़ूं या चोर




लखनऊ . उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारी इन दिनों विवादास्पद बयानों के कारण चर्चा में हैं। बुधवार को संत कबीरनगर के एसपी धर्मेंद्र सिंह ने कहा, 'हमारे जिले में 70 फीसदी मामले लड़की भगाने के आते हैं। मैं लड़कियां पकड़ूं या चोर? विभाग लड़की पकड़ते-पकड़ते परेशान है। मंगलवार को सहारनपुर के डीआईजी एसके माथुर ने कहा था, '...अगर मेरी बहन भागी होती तो मैं उसे गोली मार देता या खुद मर जाता।'


उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग ने मामले को गंभीरता से लिया है। प्रदेश के एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) जगमोहन यादव ने कहा, 'डीआईजी माथुर की कथित टिप्पणी की फैक्टफाइंडिंग कमेटी जांच करेगी। यदि उन्होंने आपत्तिजनक बयान दिया है तो कार्रवाई होगी। मेरठ के आईजी को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है।' यादव ने कहा कि लड़की बालिग है। वह चाहे जिसके साथ रह सकती है। पता लगा है कि उसने कोर्ट में शादी की है। उसने कुछ भी गैरकानूनी नहीं किया है।


उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने माथुर को निलंबित करने की मांग की है। आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा कि डीआईजी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण और कायरतापूर्ण है। यह ऑनर किलिंग को उकसाने वाला है। इस बीच, डीआईजी माथुर ने कहा है कि उन्होंने ऐसा कोई बयान ही नहीं दिया।

रिटायर्ड जज के वकील बेटे से गर्भवती हुई नौकरानी को मारने के लिए दी गई सुपारी


भुवनेश्‍वर. ओडिशा में एक रिटायर्ड जज, उनकी पत्‍नी और वकील बेटे समेत चार लोगों को अपनी 23 वर्षीय गर्भवती नौकरानी की हत्‍या की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं पीड़ित नौकरानी ने जज के वकील बेटे की बहू होने का दावा किया है।


पुलिस सूत्रों ने बताया कि पीडि़त महिला कालाहांडी में न्‍यायधीश रह चुके समीर कुमार रे के घर में बतौर घरेलू नौकरानी का काम करती थी। मंगलवार सुबह महानदी पर बने जोब्रा एनीकट पुल पर उसे कुछ लोगों ने जख्‍मी हालत में पुल की रेलिंग में फंस कर तड़पते हुए देखा। वे तुरंत उसे एससीबी मेडिकल कालेज ले गए जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।


इस महिला ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि उसके पेट में जस्टिस रे के 26 वर्षीय बेटे सत्‍यब्रत का बच्‍चा पल रहा है। उन लोगों ने सत्‍यव्रत की शादी कहीं और तय कर दी और उस पर बच्‍चा गिरवाने का दबाव डाला लेकिन जब उसने ऐसा करने से इंकार कर दिया तो उसे ठिकाने लगाने की साजिश रची गई।


कटक के डीसीपी एस प्रवीण कुमार के अनुसार इस बात के प्रारंभिक सुबूत मिल गये हैं कि जस्टिस रे और उनके परिवार ने भाड़े के हत्‍यारों को इस काम का जिम्‍मा सौंपा और नौकरानी की जुबान हमेशा बंद करने करने के लिए उन्‍हें तीन लाख रूपये दिये। दैनिक भास्कर डॉट कॉम से बातचीत में प्रवीण कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि पीड़ित महिला पिछले चार साल से परिवार के साथ काम कर रही थी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि जज के बेटे ने उसके साथ मंदिर में सिंदूर लगाकर शादी की। पीड़िता परिवार की बहू है या नौकरानी यह अभी जांच का विषय है। पीड़िता अभी इस हालत में नहीं है कि वो अपनी शादी के सबूत पेश करे। पुलिस की पहली प्राथमिकता पीड़िता का स्वास्थ्य और फिर उसे न्याय दिलाना है।

सोमवार की रात चार बदमाशों ने उसे जज के घर से अगवा कर लिया और उसकी बहुत देर तक बुरी तरह पिटाई की। बाद में वे उसे कार में डाल कर पुल पर ले आये और उसके हाथ पैर बांध कर नदी की तरफ फेंक कर चले गये लेकिन उसकी किस्‍मत को कुछ और ही मंजूर था। वह नदी में गिरने के बजाए पुल पर लगे लोहे की रेलिंग में फंस गयी और रात भर जिंदगी और मौत के बीच झूलती रही।

जस्टिस रे परिवार ने अपनी सफाई में कहा है कि यह महिला उन्‍हें ब्‍लैकमेल कर रही थी। एक व्‍यक्ति जो उसके पति होने का दावा कर रहा था वह उसे सोमवार को अपने साथ ले गया था।

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...