राजीव गांधी के जीवन पर प्रकाश डालने को जब महापौर ने बोलना शुरू किया तो उन्होंने कह दिया कि शहर के कुछ अनपढ़ कांग्रेसी मेरे पीछे पड़े हैं, इससे कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। यह कहते ही वहां मौजूद अन्य कांग्रेसी नाराज हो गए और गोष्ठी में हंगामे जैसी स्थिति हो गई। हालांकि बात को संभालने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने कहा कि यदि किसी को कोई शिकायत है तो वह जिला कांग्रेस कमेटी को लिखित में दे सकते हैं।
जांच के बाद दोषी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रदेश कांग्रेस सचिव डॉ. जफर मोहम्मद ने कहा कि महापौर ने जो कहा है, वह सत्य नहीं है, कांग्रेस में पढ़े-लिखे लोग मौजूद हैं। जो लोग कम पढ़े-लिखे हैं, वे भी कांग्रेस के प्रति समर्पित कार्यकर्ता हैं। हम उनकी गरिमा को ठेस नहीं पहुंचा सकते। दोनों के वक्तव्य के बाद महापौर ने अपने कथन के लिए माफी मांगी और कहा कि यदि किसी की भावना को ठेस पहुंची है, तो वे अपने शब्द वापस लेती हैं।
ठ्ठ यह है मामला: महापौर के अस्पताल की छत पर मोबाइल कंपनी का टावर लगा होने का पीसीसी सदस्य क्रांति तिवारी के नेतृत्व में विरोध किया जा रहा है। तिवारी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर को ज्ञापन दे चुका है। वे इसकी शिकायत मुख्यमंत्री को भी कर चुके हैं।
ये भी रहे मौजूद
गोष्ठी में महिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रीति शर्मा, अनिल जैन, प्रमोद त्रिपाठी, दिलीप पाठक, गुड्डा कुरैशी, डॉ. बीके.शर्मा, केशव तिवारी, रचना राठोर, हेमचंद पंवार अनूप कुमार अन्नू, शाहिद मिर्जा, सुभाष सैनिक, सीमा मित्तल, ज्ञानचंद सोनी, आबिदा खान, देवेन्द्र शर्मा मौजूद थे।
मुझे राजनीतिक भाषा नहीं आती
मेरा उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। मेरा कहने का मतलब था कि जो लोग महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हैं, उन्हें कम्प्यूटर का उपयोग आना चाहिए। राजीव गांधी भी यही चाहते थे। मुझे राजनीतिक भाषा नहीं आती है, यदि किसी की भावना आहत हुई हो तो मैंने माफी भी मांग ली है।
- डॉ.रत्ना जैन, महापौर
प्रदेश अध्यक्ष से करुंगा शिकायत
महापौर के कांग्रेसजनों को अनपढ़ बताने की शिकायत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान से की जाएगी। कांग्रेस में सभी वर्गो के लोग शामिल हैं। यह पार्टी किसी की बपौती नहीं है। महापौर को सोच समझकर बोलना चाहिए।
- क्रांति तिवारी,
पीसीसी सदस्य
गोष्ठी में ये भी आए विचार
गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए गोविंद शर्मा ने कहा कि हमें राजीव गांधी के आदर्श व सिद्धांतों को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज इलेक्ट्रॉनिक्स, कम्प्यूटर की जो क्रांति आई है, वह राजीव गांधी की देन हैं। विचार गोष्ठी में प्रदेश महासचिव पंकज मेहता, यूआईटी चेयरमैन रविन्द्र त्यागी, प्रदेश सचिव डॉ. जफर मोहम्मद, लोकसभा क्षेत्र के युवा अध्यक्ष शिवकांत नंदवाना, वरिष्ठ नेता नरेश विजयवर्गीय, पार्षद मोडूलाल वर्मा, प्रमोद त्रिपाठी, डॉ. विजय सोनी ने भी विचार व्यक्त किए।
बार-बार सुधारनी पड़ती है गलती
: राजपुरा गांव के ज्ञापन देने आए लोगों से विवाद हुआ तो महापौर के हाथ से सौ रुपए का नोट फट गया। जिस पर काफी हंगामा हुआ था।
: एक समारोह में प्रदेश कांग्रेस महासचिव पंकज मेहता को अपना राजनीतिक गुरु बताया। बाद में संशोधन किया।
: स्लाटर हाउस खोलने की घोषणा की। फिर जैन समाज के विरोध और स्वायत्त शासन मंत्री के हस्तक्षेप के बाद घोषणा वापस।
: भवन निर्माण बॉयलाज में संशोधन की घोषणा। स्वायत्त शासन मंत्री को संशोधित बयान देना पड़ा।