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26 मई 2012

मां के दूध के बारे में इस अनजाने सच को जानकर आप हैरान रह जाएंगे!

दूध की महत्ता आयुर्वेद के ग्रंथों में बलवर्धक, मेध्य एवं जीवनीय शक्ति से युक्त माना गया है। यह थकान मिटाने वाला, सांस रोगों को दूर करने वाला। शरीर में आई टूट-फूट को जोडऩे वाला और सभी जीवधारियों के लिए लाभदायक माना गया है। आयुर्वेद में आठ प्रकार के दूध की चर्चा कि गई है। लेकिन माँ के दूध को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना गया है।

जीवनं वृहणं सात्मयं स्नेहं मानुषं पय:!

नावनम रक्तपित्ते च तर्पणं चाक्षि शूलिनाम ....!!

सन्दर्भ :चरक संहिता सूत्र स्थान अब इसी दूध में वैज्ञानिकों ने कुछ ऐसे एंटीबॉडीज पाए हैं ,जो एच .आई.वी वाइरस के संक्रमण को रोक देते हैं। ड्यूक विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एच .आई.वी.संक्रमित की इम्यून कोशिकाओं में से बी- कोशिकाओं को निकाला और पाया कि माँ के दूध में पाई जानेवाली ये बी-कोशिकाएं ऐसे एंटीबॉडीज पैदा करती हैं, जो एड्स के वाइरस को निष्क्रिय कर देती है। आप शायद जानते होंगे कि एच .आई .वी -1 वाइरस संक्रमित माँ से बच्चे में स्तनपान द्वारा संक्रमित किया जा सकता है।

लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि दस में से केवल एक एच.आई.वी.संक्रमित माँ ,संक्रमण को स्तनपान द्वारा बच्चे में पहुंचाती है। इसका मतलब यह है,कि नब्बे प्रतिशत बच्चे माँ के संक्रमित होने तथा नियमित स्तनपान के बावजूद संक्रमण से बचे रहते हैं। अत: अब वैज्ञानिक माँ के दूध में पाए जाने वाली बी -कोशिकाओं के द्वारा ही एच.आई.वी वेक्सीन बनाए जाने की दिशा में काम कर रहे हैं, तो बात फिर वही आई न जो आयुर्वेद के मनीषियों ने वर्षों पहले ही कह दी थी कि माँ का दूध जीवनीय शक्तिदायक होता है।

कुरान का संदेश



12000 करोड़ के बाबा: अरबों का बैंक बैलेंस, 150 करोड़ की कारें


मथुरा. गत 18 मई को में ब्रह्मलीन हुए बाबा जय गुरुदेव की संपत्ति का हिसाब-किताब लगाया जा रहा है तो आंखें चौंधिया जा रही हैं। शुरुआती आकलन के मुताबिक बाबा 12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का साम्राज्‍य छोड़ गए हैं। बाबा टाट के वस्‍त्र धारण करने की नसीहत देते थे, लेकिन उनकी संपत्ति से ठाठ का अंदाज लगाया जा सकता है। और अब यह संपत्ति उत्‍तराधिकार विवाद को गहरा सकती है।
संपत्ति में क्‍या-क्‍या बाबा के ट्रस्ट के मथुरा में आधा दर्जन से ज्यादा बैंक शाखाओं में खाते और एफडीहैं। एसबीआइ मंडी समिति ब्रांच के चालू खाते में एक अरब रुपए जमा बताए जाते हैं। कई अरब रुपए की एफडी भी हैं। अचल संपत्ति में ज्यादातर मथुरा-दिल्ली हाईवे पर एक तरफ साधना केंद्र से जुड़ी जमीनें हैं, तो दूसरी तरफ बाबा का आश्रम है। तीन सौ बीघे जमीन पर एक आश्रम इटावा के पास खितौरा में बन रहा है। एक आकलन के मुताबिक बाबा के ट्रस्ट के पास चार हजार एकड़ से ज्यादा जमीन है। जय गुरुदेव के ट्रस्ट के नाम से मथुरा में स्कूल और पेट्रोल पंप भी हैं। बाबा के आश्रम में दुनिया की सबसे महंगी गाड़ियों का लंबा काफिलाहै। इसमें पांच करोड़ से ज्यादा कीमत की लिमोजिन गाड़ी भी है। करोड़ों की प्लेमाउथ, ओल्ड स्कोडा, मर्सडीज बेंज और बीएमडब्ल्यू सहित तमाम गाडियों की कीमत 150 करोड़ के आसपास आंकी जा रही है।
दान से आय: आश्रम को हर महीने दस-बारह लाख रुपये का दान मिलता है। इसमें पूर्णिमा, गुरू पूर्णिमा और होली के आयोजनों पर आने वाला दान शामिल नहीं है।

हल्दी का प्राचीन आयुर्वेदिक प्रयोग: ये डायबिटीज में अचूक दवा है


प्राचीन आयुर्वेद ग्रंथों में माना गया है कि डायबिटीज के रोगियों के लिए हल्दी का उपयोग संजीवनी की तरह काम करता है। हल्दी का सही तरीके से प्रयोग करने पर मधुमेह का रोग ठीक हो जाता है। हल्दी एक फायदेमंद औषधि है।हल्दी किसी भी उम्र के व्यक्ति को दी जा सकती है चाहे वह बच्चा हो, जवान हो, बूढ़ा हो और यहां तक की गर्भवती महिला ही क्यों न हो।

हल्दी में प्रोटीन,वसा खनिज पदार्थ एरेशा, फाइबर, मैंगनीज, पोटेशियम, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम,फास्फोरस, लोहा, ओमेगा, विटामिन ए, बी, सी के स्रोत तथा कैलोरी भी पाई जाती है। माना जाता है कि मधुमेह की रोकथाम के लिए हल्दी सबसे अच्छा इलाज है। रोज आधा चम्मच हल्दी लेकर डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है।

- मधुमेह के रोगियों को रोजाना ताजे आंवले के रस या सूखे आंवले के चूर्ण में हल्दी का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से बहुत अधिक लाभ मिलता है।

- आंवले के रस में हल्दी व शहद मिलाकर सेवन करने से भी मधुमेह रोगी को फायदा मिलता है।

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