आपका-अख्तर खान

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01 जून 2012

कुरान का संदेश


मेरे घर के चश्मों चिराग वली अहद शाहरुख खान को उनके जन्म दिन पर बधाई हो ,,,मुबारक हो


दोस्तों यह जनाब जो आराम फरमाते हुए मुस्कुरा रहे है यह मेरे घर के चश्मों चिराग वली अहद शाहरुख खान हैं ....जी हाँ दोस्तों दो जून को इनका जन्म दिन है ..आप भी सोचते होंगे के इस परिवार में रोज़ रोज़ जन्म दिन लेकिन भाई क्या करे इकत्तीस मई को छोटी बच्ची सदफ का जन्म हुआ ..दो जून को इन साहबजादे का जन्म तो सात जून को हमारा जन्म ..और फिर बारह जून को हमारी दूसरी बिटिया जवेरिया अख्तर का जन्म हुआ है कुल मिलकर हम बाप बेटे ..बेटियां गर्मी के मोसम का जन्म है इसलियें ठंडे मिजाज़ के है लेकिन हमारी शरीके हयात जनवरी कडाके की ठंड में पैदा हुईं इसलियें बाप रे बाप उनका मिजाज़ इतना गर्म है के सर पर चाय की भगोनी रख कर चाय बना लो ..खेर यह तो हुई हंसी मजाक की बात अब मुबारकबाद की बात हो मेरे इन साहबजादे शाहरुख खान का कल दो जून को जन्म दिन है में इसकी इन्हें मुबारकबाद देता के इसी के पहले जन्म दिन के पहले दिन ही इनका बी टेक कम्प्यूटर साइंस सेकंड सेमेस्टर का रिजल्ट भी आ गया ..आठ पॉइंट लेकर आप बहतर नम्बरों से सेकंड सेमेस्टर पास कर तीसरे सेमेस्टर में प्रवेश कर रहे है अब इनकी मुबारकबाद दुगुनी हो गयी है ......शाहरुख़ खान इन दिनों अमिटी यूनिवर्सिटी से ग्रीष्मकालीन अवकाश पर हैं इसीलियें मजे करने नाना ..नानी के घर टोंक गए हुए हैं .शाहरुख खान को उनके जन्म दिन पर और बहतरीन कामयाबी पर मुबारकबाद ...वोह हर जगह ..हर इम्तिहान ..जिंदगी के हर काम में तरक्की करे ..कामयाब हों ..उनके छू भर लेने से कोई भी चीज़ सोना बन जाए ...उनकी लम्बी उम्र हो ..सह्त्यब रहे ..अच्छे आदाब अखलाक बने रहे ..अमिटी हीरो बने और जो मिशन कम्प्यूटर इंजीनियरिंग में लेकर वोह चल रहे हैं उनका सपना पूरा हो और वोह जेसा चाहते हैं वेसा सोफ्टवेयर बना सकें यही मेरी शाहरुख़ खान के लियें दुआ है और आप से भी गुज़ारिश है के आप शाहरुख खान के बहतरी ..तरक्की ..कामयाबी..सह्त्याबी ..लम्बी उम्र के लियें दुआ करें ...आमीन सुम्मा आमीन ............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जज ने लिए 5 करोड़ रूपए घूस, अब हाईकोर्ट ने किया निलंबित

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हैदराबाद. हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मदन बी. लोकुर ने एक सीबीआई के स्पेशल जज को निलंबित कर दिया है। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।


सीबीआई जज टी.पत्तभी रामाराव पर कर्नाटक के मंत्री गली जनार्दन रेड्डी को जमानत देने के लिए पांच करोड़ रूपए लेने का आरोप है। रामाराव ने रेड्डी को 12 मई को जमानत दिया था। रेड्डी को गैरकानूनी खनन केस में जमानत मिली थी।

जिस ने देश तोडा है ..जिसने लोगों के दिलों को तोडा है .वोह आज लुप्त हो गया है और अब नरेंद्र मोदी हाशिये पर आ रहे हैं

आदरणीय बंधुओं जेसा की आप सभी जानते है के जिसने भी आसमान पर थूकने की कोशिश की है उसका थूक खुद उसी के मुंह पर आन गिरा है ..इसी तरह से जिसने भी देश के कानून ..विधि नीयम ..संविधान और दिलों को तोड़ने की कोशिश की है उसको अल्लाह भगवान ने मिटटी में मिला दिया है .जिसने तोबा की उसे फर्श से अर्श पर बिठाया है और जिसने हठधर्मिता की हिमाक़त की उसे यहाँ खुदा ने जनता से मिटटी में मिलवा दिया है ..जी हाँ जनाब हमने यहाँ रोशन सूरज नर्सिम्मा राव को देखा है जो आसमान थे लेकिन आखिर वक्त में उन्हें लकडिया भी जलाकर मिटटी राख न बना सकीं ..........हमने राजा नहीं फकीर है देश की तकदीर है के नारे के साथ लोगों के दिलों पर शासन करने वाले वी पी सिंह को भी देखा है जिसका आज कोई नामलेवा नहीं है ..हमने कल्याण सिंह कालवी जिसे उत्तरप्रदेश के शेर की उपाधि दी गयी थी जो एक विशिष्ठ समाज में अपने कट्टरपंथी के कारण पूजनीय हो गये थे उन्होंने सरकार का कानून तोडा और मस्जिद शहीद करवाई लेकिन क्या वोह हिन्दू समाज के नेता बन सके नहीं न अभी देख लो खुद भाजपा उन्हें अछूत समझती है ..खुद हिदूं उन्हें अछूत समझते है ..मुलायम सिंह से हथ्मिलाने पर उनकी जो बेईज्ज़ती हुई सभी जानते है ..हम बात करें उमा भारती जी की उन्होएँ भी कट्टरपंथी नेता की भूमिका निभाई लेकिन आज वोह ज़मीं पर हैं उनकी ही पार्टी के लोग उन्हें नचा रहे है ......आज लोग गुजरात के नरेंद्र मोदी की बात करते है क्या आप उनके हालात ..उनके तोर तरीके नहीं जानते वोह अब भी तोबा करके देश की मुख्यधारा में नहीं जुड़ना चाहते एक तबका उन्हें भगवान कर रूप देकर कभी शेर कहते है तो कभी देश कभी देश का भविष्य तो कभी मुंगेरी लाला के हसीन सपनों की तरह मोदी को प्रधानमन्त्री बनाने का ख्वाब देखते है ..लेकिन दोस्तों अप ने इस देश के और यहाँ की जनता और नेताओं के उतर चढाव देखे है यहाँ जिसने भी देश का कानून तोड़ा है ..जिसने भी देश के साथ विश्वासघात किया है ..जिसने भी लोगों के दिलों को दो समाजों को तोडा है वोह इस देश में कभी भी किसी भी हालत में किसी भी पद पर सुखी नहीं रहा है कहते है ..अरे कहते नहीं सच है के यह हिन्दुस्तान है यह मेरा भारत महान है यहाँ भोले भले मासूम लोग रहते है यह न जात है ना पात है न धर्म है ना कट्टरता बस प्यार ही प्यार है और इसीलियें यहाँ मेरे इस देश में इश्वर ..अल्लाह..भगवान का वास हिया और कहावत है जो सच भी है के कोई देखे न देखे अल्लाह देख रहा है तो जनाब जब नरेंद्र मोदी की सभी करतूतें आपके सामने है तो फिर उन्हें ऐसे सने केसे दिखाए जा सकते है जो कभी पुरे नहीं हो सकते ऐसे लोग चाहे कल्याणसिंह हों चाहे उमा भारती हों ..काहे बनातवाला हों .....चाहे नारसिम्मा राव हो सभी विलुप्त हो गए है और इनका आज कोई नामलेवा भी नहीं बचा है अब देख लो किसकी बारी हिया विलुप्त होने की किसकी शुरुआत है ..उदाहरण है के लाल्क्रष्ण अडवानी सभी बुराइयों को त्याग कर तोबा कर फिर से जब सियासत के मदन में आये तो उन्हें पद भी मिले और इज्ज़त भी उन्होंने पद पर रहकर भी देश के कानून का भ्रम रखा इसीलियें देश और देश की जनता ने आज भी उनेह गले से लगा रखा है उनके कद का नेता आज भी भाजपा में न तो है और न ही बन सकेगा देश के लियें भी वोह जो भी कहते है सोच समझ कर कहते है ..खुद अटल बिहारी वाजपई इसका उदाहरण है और आज वोह देश के करोड़ों लोगों के लियें उनकी निष्पक्षता ..निर्मलता ..निर्भीकता के लियें पूजनीय है तो दोस्तों नेताओं को इस इतिहास से सबक लेना चाहिए अपनी करतूतों को छोड़ना चाहिए कट्टरता राजनीति का शोर्त्क्त हो सकता है लेकिन जब लोगों की आँखें खुलती है तो फिर बस यही लोग ज़मीं पर होते है और लुप्त प्राणी बन जाते है इसलियें मोदी का अभी शायद अब ज़वाल शुरू हो गया है ...इसीलिए तो कहते है के ना इतरा अपनी इस झूंठी शान पर तू न समझ खुदा से बढ़कर खुद को तू न जाने तुझे यह खुदा कब मिटटी में मिला देगा ..कभी जेल में तो कभी सडकों पर भिक मंगवा देगा लेकिन दोस्तों यह तो नेता है जो मोती चमड़ी के होते है शायद सुधरेंगे थोड़ी ...देश के कानून ..संविधान का सम्मान थोड़ी करेंगे ..भाईचारे और स्द्भावने की बात थोड़ी करेंगे ..टूटे हुए दिलों की खाइयाँ जोड़ कर उनकी दूरियां काम थोड़ी करेंगे और अगर हमारे नेता ऐसा नहीं कर सकते तो दोस्तों हमे उन्हें मिटटी में मिला देने उनके सियासत के हाशिये से उन्हें लुप्त कर देने की दुआ खुदा से करना होगी ..............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जिला वक्फ कमेटी कोटा का इकरा २०१२ प्रतिभा सम्मान चार जून को

कोटा जिला वक्फ कमेटी ने हाडोती के कोटा. बूंदी ,झालावाड ,बरन जिले के प्रतिभावान छात्र और छात्राओं के उत्साहवर्धन के लियें इकरा २०२प्रतिभावान पुरस्कार शुरू किया है जो लगातार जारी रहेगा ......जिला वक्फ कीमती कोटा के सचिव एडवोकेट आबिद हुसेन अब्बासी ने बताया की जिला वक्फ कमेटी कोटा द्वारा आगामी चार जून को सठिय वक्फ कार्यालय वल्लभ नगर में प्रतिभा सम्मान और छात्रवृत्ति वितरण समारोह रखा है इस समारोह में बारहवी मेरिट में आने वाली जोया खान ..दसवीं की जवेरिया अख्त ..फरहीन अब्बासी सहित कई दर्जन छात्र और छात्राओं को पुरस्कर्त किया जाएगा ........इस अवसर पर राजस्थान वक्फ बोर्ड चेयरमेन लियाक़त अली जिला व्क्ग कीमती द्वारा छात्र छात्रों को छात्रवृत्ति के चेक भी वितरित करेंगे ..आबिद अब्बासी ने बताया की चार जून को सुबह नो बजे आयोजित इस कार्यक्रम में मदरसा बोर्ड राजस्थान सरकार में नव नियुक्त मदरसा बोर्ड सदस्य डोक्टर इकराम खान का भी स्वागत होगा ...जिला वक्फ कमेटी के चेयरमेन हाजी अज़ीज़ अंसारी ने सभी अभिभावक और स्कुल संचालकों से प्रतिभावान छात्र छात्राओं की सूचि मांगी है .......इस कार्यक्रम में विशेष रूप से अल्फ्लाह सोसाइटी और इस सोसाइटी के बहा रफीक बेलियम ....शराफत खान सहित कई अन्य समाजसेवक सहयोग कर रहे है .......जिला वक्फ कमेटी के विधि सलाहकार और नायब सदर एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने इस कार्य में सभी सहयोगियों को धन्यवाद दिया है और कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है ..................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

277 हत्या, 22 नरसंहार, कुछ ऐसा था ये मुखिया, जानिए और बातें!




मुखिया पिछले वर्ष जेल से रिहा हुए थे.

ब्रह्मेश्वर सिंह उर्फ बरमेसर मुखिया बिहार की जातिगत लड़ाईयों के इतिहास में एक जाना मान नाम है. भोजपुर ज़िले के खोपिरा गांव के रहने वाले मुखिया ऊंची जाति के ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें बड़े पैमाने पर निजी सेना का गठन करने वाले के रुप में जाना जाता है. बिहार में नक्सली संगठनों और बडे़ किसानों के बीच खूनी लड़ाई के दौर में एक वक्त वो आया जब बड़े किसानों ने मुखिया के नेतृत्व में अपनी एक सेना बनाई थी. सितंबर 1994 में ब्रह्मेश्वर मुखिया के नेतृत्व में जो सगंठन बना उसे रणवीर सेना का नाम दिया गया. उस समय इस संगठन को भूमिहार किसानों की निजी सेना कहा जाता था. इस सेना की खूनी भिड़ंत अक्सर नक्सली संगठनों से हुआ करती थी. बाद में खून खराबा इतना बढ़ा कि राज्य सरकार ने इसे प्रतिबंधित कर दिया था. नब्बे के दशक में रणवीर सेना और नक्सली संगठनों ने एक दूसरे के ख़िलाफ़ की बड़ी कार्रवाईयां भी कीं सबसे बड़ा लक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार एक दिसंबर 1997 को हुआ था जिसमें 58 दलित मारे गए थे. इस घटना ने राष्ट्रीय स्तर पर बिहार की जातिगत समस्या को उजागर कर दिया था. इस घटना में भी मुखिया को मुख्य अभियुक्त माना गया था. ये नरसंहार 37 ऊंची जातियों की हत्या से जुड़ा था जिसे बाड़ा नरसंहार कहा जाता है. बाड़ा में नक्सली संगठनों ने ऊंची जाति के 37 लोगों को मारा था जिसके जवाब में बाथे नरसंहार को अंजाम दिया गया. इसके अलावा मुखिया बथानी टोला नरसंहार में अभियुक्त थे जिसमें उन्हें गिरफ्तार किया गया 29 अगस्त 2002 को पटना के एक्जीविसन रोड से. उन पर पांच लाख का ईनाम था और वो जेल में नौ साल रहे. बथानी टोला मामले में सुनवाई के दौरान पुलिस ने कहा कि मुखिया फरार हैं जबकि मुखिया उस समय जेल में थे. इस मामले में मुखिया को फरार घोषित किए जाने के कारण सज़ा नहीं हुई और वो आठ जुलाई 2011 को रिहा हुए. बथानी टोला मामले में वो अभी भी फरार घोषित हैं और मामले अदालत में है. 277 लोगों की हत्या से संबंधित 22 अलग अलग आपराधिक मामलों (नरसंहार) में इन्हें अभियुक्त माना जाता थ. जब वो जेल से छूटे तो उन्होंने 5 मई 2012 को अखिल भारतीय राष्ट्रवादी किसान संगठन के नाम से संस्था बनाई और कहते थे कि वो किसानों के हित की लड़ाई लड़ते रहेंगे. जब मुखिया आरा में जेल में बंद थे तो इन्होंने बीबीसी से इंटरव्यू में कहा था कि किसानों पर हो रहे अत्याचार की लगातार अनदेखी हो रही है. मुखिया का कहना था कि उन्होंने किसानों को बचाने के लिए संगठन बनाया था लेकिन सरकार ने उन्हें निजी सेना चलाने वाला कहकर और उग्रवादी घोषित कर के प्रताड़ित किया है. उनके अनुसार किसानों को नक्सली संगठनों के हथियारों का सामना करना पड़ रहा था.

नरेंद्र मोदी की गुजरात से होगी छुट्टी? पार्टी ने पढाया संयम का पाठ


नई दिल्‍ली. बीजेपी के भीतर जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी के वरिष्‍ठ नेता लाल कृष्‍ण आडवाणी द्वारा नितिन गडकरी पर निशाना साधे जाने के बाद अब बीजेपी के मुखपत्र 'कमल संदेश' के जरिये गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला गया है। इस बीच, मोदी नई दिल्‍ली पहुंच गए हैं। योजना आयोग की बैठक में हिस्‍सा लेने दिल्‍ली आए मोदी आज शाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से भी मिलेंगे। उम्‍मीद है कि मोदी यहां गडकरी से भी मिल सकते हैं।

समय-समय पर अपनी ही पार्टी को अपने आगे झुकने पर मजबूर करने वाले मोदी की गुजरात से छुट्टी हो सकती है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक बीजेपी और आरएसएस उन्‍हें अगले लोकसभा चुनाव में यूपी से उम्‍मीदवार बनाने के बारे में गंभीरता से विचार कर रहा है।

पार्टी के मुखपत्र में हालांकि सीधे तौर पर मोदी का नाम तो नहीं लिया गया लेकिन यह कहा गया कि पार्टी के कुछ नेताओं को आगे बढ़ने की जल्‍दबाजी है। 'कमल संदेश' के ताजा अंक के संपादकीय में लिखा गया है, 'जो लोग जल्‍दबाजी में हैं, वो पार्टी के ताने-बाने को नुकसान पहुंचा रहे हैं।'' संपादकीय में लिखा गया है, 'व्यवस्थाएं पार्टी में कार्यरत लोग ही कायम रखते हैं। पार्टी किसी एक के सहयोग से नहीं, सभी के सहयोग से चलती है। 'सिर्फ मेरी ही चलेगी, मेरी नहीं तो किसी की नहीं चलेगी' की तर्ज पर न संगठन चलता है न ही समाज और न परिवार।'

संपादकीय के मुताबिक, 'जब एक शख्‍स ऊंचाइयों पर चढ़ता है तो उसकी समझदारी भी बढ़नी चाहिए। लेकिन अफसोस की बात है कि शीर्ष पर पहुंचने के बाद अक्‍सर लोग अपने नीचे वाले को कमतर दिखाने की कोशिश करते हैं जबकि उन्‍हें पता होता है कि एक दिन वो भी इस स्थिति में पहुंचेंगे। जब हम किसी शख्‍स की हद से ज्‍यादा तारीफ करते हैं तो इसकी अधिक गुंजाइश रहती है कि वह शख्‍स बहक जाएगा। इसी तरह जब किसी की हद से अधिक आलोचना की जाती है तो हम उसके बाहर जाने का रास्‍ता साफ कर रहे होते हैं।'

मोदी को संयम रखने की सीख देते हुए लिखा गया है, 'अटल, आडवाणी और डॉ. जोशी भारतीय राजनीति में आज भी इसलिए चमक रहे हैं, क्योंकि उन्होंने हमेशा संगठन को सबसे ऊपर माना। अपने को पार्टी के भीतर रखा। उनका कद बहुत बड़ा है, पर उन्होंने अपने कद को पार्टी के कद से कभी ऊंचा नहीं बनाया।'

नरेंद्र मोदी को पार्टी में प्रधानमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन हाल के दिनों में उनके प्रधानमंत्री बनने की राह में रोड़े अटकाने वाली खबरें लगातार आ रही हैं। पहले केशुभाई पटेल ने मोदी को तानाशाह बताया, फिर विकीलीक्‍स के जरिए पूर्व भाजपा विधायक जयनारायण व्‍यास की 'निजी बातचीत' जगजाहिर हुई। इसमें उन्‍हें यह कहते हुए बताया गया कि भाजपा के पास तानाशाह नरेंद्र मोदी का विकल्‍प नहीं है और अब पार्टी के 'मुखपत्र' के जरिए ही उन पर निशाना साधा गया है।

इससे पहले, आडवाणी ने पार्टी की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए गुरुवार को कहा कि देश की जनता यदि यूपीए सरकार से निराश है तो वह भाजपा से भी खुश नहीं है। पेट्रोल मूल्य वृद्धि के खिलाफ भाजपा ने गुरुवार को जहां देशव्यापी बंद आयोजित किया, वहीं आडवाणी ने अपने ब्लॉग पर कहा कि देश की मुख्य विपक्षी पार्टी की मनोदशा उत्साहजनक नहीं है। भाजपा ने हालांकि, आडवाणी के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

रणवीर सेना सुप्रीमो को भूना, विरोध में उबला आरा



पटना. बिहार में रणवीर सेना के संस्थापक माने जाने वाले ब्रह्मेश्वर सिंह उर्फ ब्रह्मेश्वर मुखिया की अज्ञात हमलावरों ने आज तड़के गोली मार कर हत्या कर दी। वे सुबह चार बजे टहलने के लिए निकले थे, तभी पहले से घात लगाए अज्ञात अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। अपराधियों ने उनके शरीर में लगभग 40 गोलियां दागीं और फरार हो गए।

बिहार में सत्‍तारूढ़ जद(यू) के प्रवक्‍ता शिवानंद तिवारी ने हत्‍या की निंदा की है। उन्‍होंने कहा है कि यह राजनीतिक हत्‍या का मामला लग रहा है। पूर्व मुख्‍यमंत्री और राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव ने इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। राज्‍य के डीजीपी अभयानंद मौके पर पहुंचने वाले हैं। मुखिया के समर्थक मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के आने तक लाश नहीं उठाए देने पर अड़े हैं।

हत्या के बाद से आरा में रणवीर सेना समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। जगह-जगह आगजनी और तोड़फोड़ की सूचना है। आरा के कतिरा थाना क्षेत्र में जहां पर मुखिया की हत्या हुई है वहां पर स्थित हरिजन छात्रावास में आग लगा दी गई है। इसके अलावा सर्किट हाउस में भी आगजनी और तोड़फोड़ की सूचना है। आरा प्रशासन ने हालात को काबू में रखने के लिए धारा 144 लगा दी है। पूरे बिहार में अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

शहर में कई जगह सीआरपीएफ तैनात कर दिया गया है। आरा के हालात पर केंद्रीय गृह मंत्रालय भी लगातार नजर बनाए हुए है। आंतरिक सुरक्षा (सचिव) ने बिहार के डीजीपी से बातचीत की है।
हत्या की घटना के बाद से हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन कर रहे हैं। सड़क मार्ग से लेकर रेलवे मार्ग तक को मुखिया समर्थकों ने बाधित कर दिया है। बीडीओ दफ्तर सहित कुछ सरकारी कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया गया है। मुखिया के समर्थकों ने आरा रेलवे स्टेशन पर जमकर तोड़फोड़ की और एक डेयरी के वाहन को भी फूंक दिया। पुलिस शहर में गश्‍त कर रही है

बता दें कि ब्रह्मेश्वर सिंह मुखिया बिहार का जाना माना नाम है और वो रणवीर सेना के कारण चर्चा में आए थे। कई संगीन अपराधों में शामिल सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। वह हाल ही में जेल से रिहा हुये थे। जेल से निकलने के साथ ही किसानों के लिए एक संगठन की स्थापना भी की थी, जो किसानों के हित के लिए संघर्ष करता। लेकिन मुखिया की हत्या की इस घटना के बाद से ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं फिर से बिहार में खूनी संघर्ष का दौर ना शुरू हो जाए।

उल्लेखनीय है कि बिहार के जातीय संघर्ष के दौर में ऊंची जातियों ने एक सेना का गठन किया था जिसे रणवीर सेना नाम दिया गया था। राज्य में 90 के दशक में हुए कई नरसंहारों में रणवीर सेना का हाथ माना जाता है। हाल ही में ब्रह्मेश्वर सिंह को बथानी टोला नरसंहार मामले में बाइज्जत बरी कर दिया गया था। हालांकि हाई कोर्ट के इस फैसले की कड़ी आलोचना हुई भी थी।

उधर बथानी नरसंहार में बरी किए जाने के खिलाफ माले भी लगातार धरना प्रदर्शन कर रहा था। आरा में पिछले 26 मई से धरना पर बैठे माले के पूर्व विधायक सुदामा प्रसाद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने ये कदम उनकी सुरक्षा के कारण उठाया है।

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