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02 जून 2012

कुरान का संदेश


खबरदार ..होशियार सभी बहने अपने शलवार कुरते और कपडे संभाल कर रखें ..बाबा रामदेव कल से फिर आन्दोलन के लियें आ रहे हैं

मेरे दोस्तों मेरे भाइयों मेरी बहनों और माताओं जरा सावधान हो जाइए बाबा रामदेव जी कल तीन जून से फिर आंदलन शुरू करने जा रहे है इसलियें कहते है प्लीज़ अपने अपने लेडीज़ कपड़े सभी सम्भालकर रखना कहीं ऐसा ना हो के पुलिस आ जाए और आपके लेडीज़ कपड़े पहन कर बाबा जी गायब हो जाए बाबा जी तो बाबा जी है उनका क्या उनकी आधुनिक सोच है ..वोह बेचारे नोटों की मोह माया में पढ़े है और खुद को सन्यासी बाबाजी कहते है खेर कलियुग है इसमें राजा कलि का युग केसा होगा बताया गया है इसलियें बाबा जी लोग केसे केसे कम करेंगे और कर रहे हैं सब जानने लागे है .....सरकार गरीब है ..उद्ध्योग बंद हो रहे हैं लेकिन बाबाजी और साधू संत है के करोड़ पति से अरब पति और अरब पति से महा अरब पति हो रहे है हमारे देश के साधू संत महात्मा ऊँची चीज़ हैं और फिर बाबा जी का अतो कहना क्या हम बच्चे थे जब बाबा जी के बारे में पडाते थे जो आज देख रहे है उसके उलट है या तो हमे बाबा जी के बारे में स्कूलों में गलत पढ़ाया है या फिर यह उद्ध्योग्पति बाबाजी होते है यही सच है ......खेर बाबा जी और उनके चाहने वालों की यह निजी जिंदगी है उससे हमे क्या ..वोह शलवार कुरता पहन कर भागें या फिर साडी ..लुंगी पहन कर भागें यह उनका निजी मामला है ...बाबा जी ने मरते दम तक अपनी मांगे पूरी नहीं होने की शपथ लेकर आमरण अनशन की शुरुआत की थी बेचारे तपस्वी योगी बाबा थे एक हफ्ते के पहले ही टें बोल गए और फिर अपनी जान बचाने के लियें जनता से क्या वायदा भूल गए जब जान पढ़ी तो बिना किसी के कहे खुद ने ही अनशन तोड़ दिया और लुप्त प्राणी की तरह ला पता हो गए ....अब जनाब फिर से शेर बनकर निकले है ..भरी जनमत जुटाया है जो भी मुद्दे है जनहित के मुद्दे है सभी चाहते है के बाबा की जो मांगे हैं वोह शतप्रतिशत पूरी हो लेकिन होंगी केसे इसके लिए तो लड़ना होगा और बाबा के बारे में तो अब खुद के रणछोड़ दास होने से कहावत चरितार्थ हो गयी है के ठाकुर ने ,,,,,,,,,,,,,की फोज बनाई है और ठाकुर भी ,,,,,,,,,,,,,,,,साबित हो गए है ..खेर कल तीन जून है अब देखते है के बाबा को खुद की जान की परवाह है खुद के व्यवसाय दवा उद्ध्योग की परवाह है या फिर फिर देश देश की परवाह है जनता चाहती है के बाबा जीते लेकिन बाबा का पिछला रूप देख कर जनता हताश है और सोचती है के छोडो यार क्यूँ मजाक करते हो आप तो जो रुपया अपने जमा किया है उससे गरीबों के लियें अनाथ आश्रम ...अनपडों के लियें स्कूल ..बेरोजगारों के लियें रोज़गार खोल दो ..लोग आपको पूजने लगेंगे लेकिन भाई इसमें सियासत नहीं होती यह सेवा होती है और हमे तो सेवा नहीं सियासत करना है ........जनता को उकसाना है ..जनता की ताकत खुद के साथ होने की दिखाना है और फिर चुपचाप समझोते कर खुद की इज्ज़त और दवा फेक्टरियों सहित खुद के खिलाफ चल रहे अपराधिक प्रकरणों की जांचों से खुद को बचाना है .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

होस्नी मुबारक को उम्र कैद की सजा, काहिरा में जश्न का माहौल

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काहिरा।मिस्र के पूर्व तानाशाह होस्नी मुबारक को सैकड़ो प्रदर्शनकारियों की हत्या का दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। मिस्त्र की अदालत द्वारा यह फैसला सुनाया गया है। मुबारक के लिए खिलाफ सजा का ऐलान सुनते ही काहिरा में जश्न का माहौल है। पूर्व राष्ट्रपति मुबारक, पूर्व मंत्री हबीब और छह सहायकों पर हत्या के आरोप था।

आरोप के मुताबिक, उन्होंने मिस्र क्रांति के 18 दिन के दौरान निहत्थे प्रदर्शनकारियों की हत्या की थी। मुबारक, उनके दो बेटों और भगोड़े व्यवसायी हुसैन सलेम पर भ्रष्टाचार के आरोप भी हैं। फैसला आने के बाद मिस्र में ध्रुवीकरण गहराने की आशंका जताई जा रही है। मुबारक के पक्ष में फैसला हो या फिर उन्हें दोषी ठहराया जाए दोनों ही सूरत देश के लिए घातक साबित हो सकती है। वैसे भी मिस्र में राष्ट्रपति पद के पहले चरण का चुनाव खत्म होने के बाद से राजनैतिक तनाव चरम पर है।

84 वर्षीय मुबारक ऐसे पहले अरबी नेता हैं जिन पर अपनी जनता द्वारा मुकदमा चलाया जा रहा है। मुबारक पर 900 लोगों की हत्याओं में भागीदारी के आरोप हैं। ये हत्याएं पिछले साल तब की गईं थीं जब मिस्र के लोगों ने उनके खिलाफ बगावत कर दी थी। इसके बाद मुबारक को सत्ता छोड़नी पड़ी थी। दोषी करार दिए जाने पर मुबारक को मौत की सजा सुनाई जा सकती है। इन हत्याओं के अलावा उनपर अपने दो बेटों गमाल और अला और एक पारिवारिक मित्र के साथ मिलकर भ्रष्टाचार करने के भी आरोप हैं। यह पारिवारिक मित्र फिलहाल फरार है।

सीरियाई विद्रोहियों ने 11 लेबनानी शिया तीर्थयात्रियों को अगवा किया

बेरुत।सीरिया के एक विद्रोही समूह ने 11 लेबनानी शिया तीर्थयात्रियों के अपहरण का दावा किया है। अल जजीरा को दिए बयान में इस समूह ने अपना नाम ‘सीरियन रिबेल्स इन अलेप्पो’ बताया है। समूह ने कहा है कि अपहृत लोग ठीक हालत में हैं।ये तीर्थयात्री तुर्की से लेबनान जा रहे थे। इन्हें 22 मई को सीरिया में दाखिल होने के बाद पकड़ लिया गया। बंधक तीर्थयात्रियों और उनके पासपोर्ट की तस्वीरें गुरुवार रात टीवी चैनल अल जजीरा पर दिखाई गई। हालांकि अल जजीरा ने यह बताने से इंकार कर दिया है कि उसे ये तस्वीरें कहां से मिलीं? विद्रोहियों के समूह का दावा है कि पांच बंधक आतंकी हिजबुल्लाह समूह के हैं। विद्रोहियों ने हिजबुल्लाह समूह के नेता शेख हसन नसरल्लाह से माफी मांगने को कहा है।

अलकायदा ने की 27 यमनी सैनिकों को छोड़ने की घोषणा

सना।यमन में अलकायदा से संबद्ध आतंकी संगठन अंसार अल शरीयत ने 27 यमनी सैनिकों को छोड़ने की घोषणा की है। उसने कहा है कि वह रविवार को इन्हें छोड़ देगा। इन्हें पिछले महीने अगवा किया गया था। आतंकियों के खिलाफ यमन की सेना की मुहिम का शुक्रवार को पांचवां दिन था। सेना ने अबयान प्रांत के शकरा और अरकूब क्षेत्रों में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया। उल्लेखनीय है कि अलकायदा लंबे वक्त से यमन पर अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। उसका मकसद विदेशी ठिकानों पर हमलों के लिए यमन का इस्तेमाल एक अड्डे के तौर पर करने का है।

दिल्ली: विधायक को दफ्तर में सरे आम गोली मारी

इस मामले में दिल्ली पुलिस कमिश्नर बी.के. गुप्ता ने कहा है कि इसकी जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच कर रही है। कमिश्नर ने कहा कि विधायकों की सुरक्षा के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाए गए हैं और किसी भी विधायक को खतरा होने पर स्पेशल सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।

नई दिल्ली। नजफगढ़ से विधायक भरत सिंह को आज सुबह अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी है। उन्हें तीन गोलियां लगी हैं। भरत सिंह को गंभीर हालत में जनकपुरी के चंदन देवी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

भरत सिंह को सुबह 8.30 बजे उनके दफ्तर के सामने गोली मारी गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमलावर कार से आए थे और वे करीब 4-5 थे। विधायक के मामा धर्मपाल सिंह भी घटना के वक्त उनके साथ थे। धर्मपाल सिंह को भी गंभीर अवस्था में दूसरे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

हमले की इस वारदात के मामले में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी फौरन जांच कराए जाने के आदेश दिए हैं। फिलहाल नजफगढ़ इलाके के लोग और समर्थक काफी संख्या में चंदन देवी अस्पताल के बाहर मौजूद हैं।

आपको बता दें कि भरत सिंह पहली बार 2008 में विधायक बने थे और वो गैंगस्टर किशन सिंह के छोटे भाई हैं। उनका परिवार लंबे समय से राजनीति में सक्रिय है।

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