तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 जून 2012
भाई मुमताज़ मसीह के आदर्शवादी जीवन उनकी आदर्शवादी जीवनशेली को सलाम ..........
दोस्तों आप है मुमताज़ मसीह ..मुमताज़ इसलियें के यह हर दिल अज़ीज़ निर्विवाद है और सभी इनसे प्यार करते हैं मसीह इसलियें के यह हर दुःख दर्द से परेशान शख्स के लियें मसीहा बनकर सामने आते है इसीलियें इन्हें मुमताज़ मसीह कहा जाता है ..अभी हाला ही में आप सपरिवार क्रिश्चियन पवित्र यात्रा पर गए वहां भी आपने देश की खुशहाली और तरक्की के लियें दुआएं मांगी .............जी हाँ दोस्तों मुमताज़ मसीह राजस्थान कोंग्रेस के लियें जाना पहचाना नाम है ...एक समर्पित..संघर्षशील ..अनुशासित सिपाही कोंग्रेस सेवादल के प्रमुख पदों पर रहे है ..इन्होने कोंग्रेस संगठन को मजबूत करने के लियें सेवादल कार्यकर्ता के रूप में इंदिरा जी हों ..चाहे राजिव जी हो ..चाहे सोनिया जी हों चाहे राहुल जी हो सभी के साथ मिलकर कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढाया है .....कोंग्रेस की सरकार में यह हमेशा संगठन से जुड़ कर कोंग्रेस के आँख ...नाक..... कान ..बन कर रहे है ..मुमताज़ साहब की इसी खूबी को देखते हुए अभी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन्हें राजस्थान की किसी भी समस्या किसी भी व्यक्ति की तकलीफ को दूर करने के लिए संकट मोचक का काम दिया है और इन्हें राजस्थान सरकार में जनभाव अभियोग समिति में मंत्री दर्जा देकर अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी दी है ..भाजपा सरकार में यह पद वसुंधरा के वफादार और नीतिनिर्धारक सत्यनारायण गुप्ता के पास था और ..कोंग्रेस सरकार में वफादारी और ज़िम्मेदारी दोनों एक साथ मुमताज़ मसीह में होने के कारण यह पद इन्हें दिया गया है ....मुमताज़ साहब का अपना कार्यालय मुख्यमंत्री कार्यालय के पास है और अधिकतम समस्याओं का निराकरण ये अपने स्तर पर ही कर देते है कोई भी समस्या कोई इश्यु नहीं बने इसके लियें आप पूरी ज़िम्मेदारी से अपना कर्तव्य निभाते है .....कुल मिलाकर राजस्थान सरकार के यह संकट मोचक भी है और मार्द्र्शक भी जो वक्त से पहले ही परेशानियों और मुसीबतों को भांप कर सरकार को अलार्म सावचेत कर देते है और कोई भी षड्यंत्र असफल हो जाता है ..यह सब ताकत इन्हें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सादगी..पारदर्शिता ..साफगोई से मिली है .....हाल ही में जनाभावाभियोग की टीम का इन्होने मुख्यमंत्री जी के निर्देशों पर विस्तार किया है और अब इनकी पकड़ सीधे सम्भाग स्तर पर हो गयी है ...किसी भी शिकायत पर चिंतन करना और फिर उसके निराकरण का प्रयास कर की गयी कार्यवाही से सम्बंधित शिकायतकर्ता को अवगत कराना इनकी आदत है और राजस्थान सरकार में पहले ऐसे ज़िम्मेदार है जो जनता के दर्द को समझते है ..उसका दर्द बांटते है और दर्द निवारण के लियें दवा देकर उसे नुस्खे से सूचित भी करते है ......इस सियासी भरे माहोल में जब सभी लोग अपनी अपनी ढपले अपना अपना राग अलापते है ऐसे सादा जीवन उच्च विचार वाले लोग जब मिलते है तो ऐसे लोगों को सलाम करने का जज्बा पैदा होता है और इसीलियें भाई मुमताज़ मसीह के आदर्शवादी जीवन उनकी आदर्शवादी जीवनशेली को सलाम ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सोशल साईट पर गंदगी..अश्लीलता..नफरत...वैमनस्यता फेलाने वालों का बहिष्कार करें ..फिर भी ना माने तो मुकदमा दर्ज करवाकर जेल का रास्ता दिखाएँ
दाल में कुछ काला है ..अन्ना देश के हालातों के लियें ज़िम्मेदार को क्लीन चिट देते हैं तो बाबा रामदेव इनका नाम नहीं लेने देते
निर्मल बाबा ने जनता को लुटने के लियें मिद्या को दी है पांच करोड़ रूपये प्रतिमाह की रिश्वत
छोटे-छोटे घरेलू टिप्स...थोड़ी सी कालीमिर्च कर देगी इन सारे रोगों को ठीक
- कालीमिर्च का चूर्ण नाक में डालने से बेहोशी दूर होती है।
- सूजन पर कालीमिर्च का लेप करने से वह ठीक हो जाती है।
- काली मिर्च व तुलसी के पत्ते का काढ़ा बनाकर छानकर उसमें बताशा मिलाकर पीने से जुकाम ठीक होता है।
- कालीमिर्च व काला नमक अंदाज से लेकर दही में मिलाकर पीने से खाना न पचने की समस्या दूर होती है।
- कालीमिर्च को पीसकर पुराने गुड़ के साथ देने से नाक से गिरने वाला खून बंद हो जाता है।
- कालीमिर्च को घी में मिलाकर या मिश्री के साथ सुबह उठते ही खाने से अनेक प्रकार के नेत्र रोग मिटते हैं।
- कालीमिर्च को पीसकर तेल में मिलाकर लकवे के रोगी को लेप करने से लाभ होता है।
- त्वचा पर कहीं भी फुंसी होने पर, काली मिर्च को पानी के साथ पत्थर पर घिस कर अनामिका अंगुली से सिर्फ फुंसी पर लगाने से फुंसी खत्म जाती है।
- काली मिर्च को सुई से छेद कर दिये की लौ से जलाएं। जब धुआं उठे तो इस धुएं को नाक से अंदर खीच लें। इस प्रयोग से सिर दर्द ठीक हो जाता है। हिचकी आना भी भी बंद हो जाती है।
- काली मिर्च 20 ग्राम, जीरा 10 ग्राम और शक्कर या मिश्री 15 ग्राम कूट पीस कर मिला लें। इसे सुबह-शाम पानी के साथ फांक लें। बवासीर रोग में लाभ होता है।
- शहद में पिसी काली मिर्च मिलाकर दिन में तीन बार चाटने से खांसी बंद हो जाती है।
- आधा चम्मच पिसी काली मिर्च थोड़े से घी के साथ मिला कर रोजाना सुबह-शाम नियमित खाने से नेत्र ज्योति बढ़ती है।
- काली मिर्च 20 ग्राम, सोंठ, पीपल, जीरा व सेंधा नमक सब 10-10 ग्राम मात्रा में पीस कर मिला लें। भोजन के बाद आधा चम्मच चूर्ण थोड़े से जल के साथ फांकने से मंदाग्रि (खाना न पचना) दूर हो जाती है।
- चार-पांच दाने कालीमिर्च के साथ 15 दाने किशमिश चबाने से खांसी में लाभ होता है।
- कालीमिर्च सभी प्रकार के संक्रमण में लाभ देती है।
- यदि आपका ब्लड प्रेशर लो रहता है, तो दिन में दो-तीन बार पांच दाने कालीमिर्च के साथ 21 दाने किशमिश का सेवन करे।
- बुखार में तुलसी, कालीमिर्च तथा गिलोय का काढ़ा लाभ करता है।
रोज पीना चाहेंगे टमाटर सूप जब जान लेंगे इसका ये अनोखा गुण....
यूं तो हर फल एवं सब्जियों में कुछ न कुछ औषधीय गुण होते हैं ,लेकिन वैज्ञानिकों की माने तो, अब टमाटर दर्द निवारक दवा एस्पिरीन का विकल्प हो सकता है। एस्पिरिन को दर्द निवारक के साथ-साथ खून पतला करने वाली दवा के रूप में जाना जाता है,अब ऐसे ही कुछ गुणों को टमाटर में भी देखा गया है।
टमाटर के बीजों से बनाए गए प्राकृतिक जेल शरीर में खून के प्रवाह को बढाने वाले तथा रक्त के थक्कों के बनने से रोकने वाले पाए गए हैं ,यह बात हम नहीं, रोवेट संस्थान के प्रोफेसर असीम दत्त रॉय के शोध के परिणाम कह रहे हैं। यूरोपीयन यूनियन के स्वास्थ्य अधिकारी तो पहले ही इस बात को मान चुके हैं, यह बात उन करोड़ों लोगों के लिए एक सुखद एहसास है ,जो अपने खून को पतला रखने के लिए एस्पिरिन का सेवन कर अल्सर जैसे दुष्प्रभाव को झेलने को मजबूर हैं।
प्रो असीम दत्त रॉय के अनुसार आज तक इस जेल के कोई भी साईड इफेक्ट नहीं देखे गए हैं ,इस अध्ययन के अनुसार टमाटर के बीजों से बने जेल के सेवन के तीन घंटे के अन्दर ही यह रक्त के प्रवाह को बढ़ा देता है ,तथा इसका अपना प्रभाव 18 घंटे तक बना रहता है, तो है न कमाल। पीएं टमाटर का सूप या टमाटर के बीजों का जेल और कर लें खुद को एस्पिरिन लेने की टेंशन से फ्री।
ब्रह्मांड में होगी भयंकर टक्कर- सूर्य, पृथ्वी की बदल जाएगी जगह...
ब्रह्मांड में आकाशगंगाओं के बीच भयंकर टक्कर होगी और सूरज छिटककर आकाशगंगा के दूसरे कोने में पहुंच जाएगा। घबराइए नहीं। दरअसल यह ब्रह्मांडीय टक्कर निकट भविष्य में नहीं होने जा रही है।
अमेरिका में बाल्टीमोर स्थित नासा के स्पेस टेलीस्कोप इंस्टीट्यूट के खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार हमारी आकाशगंगा मिल्की वे और पड़ोसी आकाशगंगा एंड्रोमेडा के बीच सीधी टक्कर का होना निश्चित है। यह ब्रह्मांडीय घटना चार अरब वर्ष बाद होगी। इस टक्कर के पश्चात सूरज अपने स्थान से हट जाएगा और तारे उछलकर दूसरी कक्षाओं में पहुंच जाएंगे। इस टक्कर से हमारी पृथ्वी व सौरमंडल को कोई खतरा नहीं है, लेकिन वे अपनी आकाशगंगा में अपने मौजूदा स्थान से धकेल दिए जाएंगे। मिल्की वे और एंड्रोमेडा के भविष्य को लेकर लंबे समय से अटकलें लग रही थीं, लेकिन नासा इंस्टीट्यूट के एक वैज्ञानिक सेंग्मो टोनी सोन का कहना है कि अब हम भविष्य में होने वाली खगोलीय घटना की साफ तस्वीर देख सकते हैं। मिल्की वे से एंड्रोमेडा की भिडं़त के बाद एक अंडाकार आकाशगंगा बनेगी। हबल टेलीस्कोप से मिले आंकड़ों के आधार पर कंप्यूटर द्वारा लगाए अनुमान के अनुसार दोनों आकाशगंगाओं के संपूर्ण विलय में दो अरब वर्ष और लगेंगे। आकाशगंगाओं के एक-दूसरे से टकराने के बावजूद प्रत्येक आकाशगंगा में मौजूद तारे दूसरे तारों से नहीं टकराएंगे। हमारा सौर मंडल मिल्की वे आकाशगंगा के मध्य भाग से हटकर दूसरी जगह पहुंच जाएगा। एंड्रोमेडा इस समय पृथ्वी से 25 लाख प्रकाश वर्ष दूर है। यह आकाशगंगा हमारी आकाशगंगा की तरफ करीब 4 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है।
खगोल वैज्ञानिकों का ख्याल है कि एक तीसरी छोटी आकाशगंगा, ट्रायनगुलम भी इस महाभिड़ंत में शामिल हो सकती है। आकाशगंगाओं की टक्कर के बारे में ये निष्कर्ष वैज्ञानिकों ने आकाशगंगा के कुछ खास क्षेत्रों पर पांच से सात साल की निगरानी के बाद निकाले हैं। हबल टेलीस्कोप द्वारा ब्रह्मांड में दूर तक गहराई से किए अध्ययन से पता चलता है कि अतीत में इस तरह की टक्करें सामान्य बात थीं, जब ब्रह्मांड का आकार छोटा था।