आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

17 जून 2012

एक हाथ में कटा सिर, दूसरे में तलवार, जिसने भी देखा भौंचक रह गया!


चारभुजा (राजसमंद).जिले में चारभुजा क्षेत्र के डूंगरजी का गुड़ा गांव में रविवार को फादर्स डे पर लोमहर्षक घटना हुई। शाम करीब छह बजे एक पिता ने अपनी 18 साल की बेटी का सिर तलवार से काट दिया और बाद में एक हाथ में कटा हुआ सिर और दूसरे में तलवार लेकर थाने पहुंच गया। पुलिस ने आरोपी ओगड़ सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की बेटी मंजू शादीशुदा थी और पिछले दो साल से पीहर में ही रह रही थी। घटना के समय ओगढ़ की पत्नी भंवर कुंवर खेत पर गई हुई थी।

चरित्र पर था शक

पुलिस उपाधीक्षक उमेश ओझा ने बताया कि मंजू के पिता को उसके चरित्र पर शक था। इसी कारण उसने इस वारदात को अंजाम दिया। ओझा के अनुसार मंजू 12 दिन पहले भी किसी के साथ घर से चली गई थी। इस घटना से मंजू के अन्य परिजन भी नाराज थे। ओगड़ उसे रविवार को ही वापस लेकर आया था। मंजू की शादी तीन साल पहले गोगुंदा में मोजावतों की खेड़ी में हुई थी। बताया जाता है कि ससुराल पक्ष ने भी चरित्र पर शक होने के कारण उसे छोड़ रखा था। पुलिस ने मौके से मंजू का शव बरामद कर लिया और उसे चारभुजा अस्पताल पहुंचाया।

जिसने भी देखा भौंचक रह गया

ओगड़ केलवा की एक मार्बल माइंस में काम करता है। रविवार शाम को वह माइंस से घर पहुंचा। उसने आते ही तलवार उठाई और मंजू का सिर धड़ से अलग कर दिया। इसके बाद बिना हिचकिचाहट एक हाथ में कटा सिर और दूसरे में खून से सनी तलवार लेकर पैदल ही पुलिस थाने चल दिया। वह जहां से भी गुजरा, लोगों की आंखें फटी रह गईं। ओगड़ केलवा थाने की गोमती चौकी पहुंचा तो प्रभारी रणजीत सिंह भी ओगड़ को देखकर भौंचक रह गए। आरोपी को पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया।

कुरान का संदेश

नोटों पर महात्‍मा गांधी की जगह होंगे अम्‍बेडकर !

नई दिल्‍ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अपने नोटों पर महात्‍मा गांधी की तस्‍वीर के अलावा दूसरी अन्‍य महान हस्तियों की तस्‍वीर लगाने के सुझाव पर विचार कर रहा है। इन लोगों में संविधान निर्माता भीमराव अम्‍बेडकर, छत्रपति शिवाजी, जवाहरलाल नेहरु, और इंदिरा गांधी शामिल हैं।

देश के महान नेताओं के बुत या योजनाओ में उनका नाम देना दरअसल उनके योगदान को याद करना है। इसी के चलते उनके नाम, चित्र या मूर्ति का प्रयोग किया जाता हैं। इससे वे लोगों की स्‍मृति में रहते हैं और प्रेरणा देते हैं। इन महान योद्धाओं को इसी प्रकार से याद किया जाता है। लगभग सभी क्षेत्रों में इन महापुरूषों को स्‍थान दिया गया है लेकिन जहां तक करेंसी के नोटों का सवाल है, वहां केवल महात्‍मा गांधी का फोटो ही देखने को मिलता है, लेकिन हो सकता है कि यह स्थिति बदल जाए और हमें नोटों पर दूसरे नेताओं के चित्र देखने को मिलें।

नोटों के मुद्रण के लिए जिम्‍मेदार रिजर्व बैंक को कई लोगों ने सुझाव दिया है कि महात्‍मा गांधी के अलावा अन्‍य बड़े राजनेताओं आदि लोगों के चित्रों का इस्‍तेमाल नोटों पर होना चाहिये। इससे इनके योगदान को याद करने का एक और मुकम्‍मल तरीका सामने आयेगा क्‍योंकि नोटों से हर एक का वास्‍ता पड़ता है। लोगों ने रिजर्व बैंक को सुझाया है कि महात्‍मा गांधी के साथ साथ महान समाज सुधारक बाबा अम्‍बेडकर, मराठा राजा छत्रपति शिवाजी को भी स्‍थान मिलना चाहिये। इन सिफारिशों में दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के नाम भी सामने आये हैं इनमें जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी शामिल हैं।

अगर इन पर अमल होता है तो ऐसा पहली बार नहीं होगा। महात्‍मा गांधी से पहले मौर्य वंश के प्रतापी शासक महान अशोक के संदेश वाले स्‍तंभ शिलालेख के चित्र को स्‍थान दिया जाता था। साल 1987 में पहली बार महात्‍मा गांधी का फोटो 500 के नोट पर छापा गया और 1996 के बाद से वह अन्‍य नोटों पर दिखने लगे।

कुरान के 'अपमान' पर घाटी में हंगामा, 10 हिरासत में


श्रीनगर. कुरान के कथित अपमान को लेकर बांदीपुरा में शनिवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को हिरासत में लिया है। विरोध-प्रदर्शन बढ़ने पर रोक लगाने के लिए पुलिस ने आम लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी है।

गांववालों का आरोप है कि बीआरओ के काम में लगे कुछ मजदूर शुक्रवार की शाम शराब के नशे में एक मस्जिद में घुस गए और वहां रखी कुरान व अन्‍य पवित्र किताबों को नुकसान पहुंचा दिया।

टीम अन्ना का प्रणब पर हमला, कहा 'भ्रष्टाचारी'

नई दिल्ली. टीम अन्ना ने राष्ट्रपति पद के प्रबल उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी पर हमला बोलते हैं कहा है कि राष्ट्रपति बनने से पहले उन पर लगे भ्रष्टाचार के मामलों की जांच होनी चाहिए।

टीम अन्ना के सदस्य मनीष सिसोदिया ने कहा कि साल 2005 के नेवी वार रूम लीक मामले में प्रणब मुखर्जी की भूमिका पर भी संदेह है। उनकी भूमिका की जांच के बिना उन्हें राष्ट्रपति नहीं बनना चाहिए।

टीम अन्ना ने अपनी वेबसाइट पर भी एक दस्तावेज जारी किया है जिसमें प्रणब मुखर्जी के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं।


टीम अन्ना ने सवाल किया है कि 18 हजार करोड़ रुपए की स्कार्पियन डील में चार प्रतिशत कमीशन कांग्रेस पार्टी को मिलने संबंधी ईमेल रक्षा सौदों के दलाल अभिषेक वर्मा को मिले थे। प्रणब मुखर्जी उस समय रक्षा मंत्री थे, उन्होंने पूरे मामले की जांच के आदेश क्यों नहीं दिए?

टीम अन्ना ने सीधा सवाल किया है नेवी वार रूम लीक मामले में नौसेना के दस्तावेज लीक होने के मामले की जांच के आदेश तो दे दिए गए लेकिन इस बात की जांच नहीं कराई गई कि उन दस्तावेजों में क्या था। टीम अन्ना के आरोपों के मुताबिक उन दस्तावेजों में स्कार्पियन डील में कांग्रेस पार्टी को डील पर कमीशन मिलने संबंधी सबूत थे।

टीम अन्ना ये सभी आरोप हथियार डीलर अभिषेक वर्मा को प्राप्त ईमेल के आधार पर लगा रही है। टीम अन्ना के मुताबिक इस ईमेल में अभिषेक वर्मा को स्कार्पियन डील में चार प्रतिशत कमीशन मिलने की बात कही गई है।

वहीं प्रणब मुखर्जी पर हमला करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रणब मुखर्जी पर भ्रष्टाचार के दो बहुत संगीन मामले हैं। बिना भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के उनका राष्ट्रपति के तौर पर तीनों सेनाओं का कमांडर बनना सही नहीं होगा।

कुरान का संदेश

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...