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25 जून 2012

कुछ दिन पहले एक जिस्म और दो जान थीं ये, अब हैं अलग-अलग

बैतूल। पाढर अस्पताल में 20 जून को ऑपरेशन के बाद अलग-अलग की गई जुड़वां बहनें स्तुति और आराधना की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। सोमवार सुबह अस्पताल नर्सो और अन्य स्टाफ की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। स्तुति उन्हें देखकर खिलखिलाई। वह नर्सो और खिलौनों के साथ काफी देर तक खेली। सुबह 10.30 बजे आराधना का भी वेंटीलेटर हटा लिया गया है। उसे अब नली से ऑक्सीजन और दूध दिया जा रहा है।

हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. राजीव चौधरी ने कहा कि दोनों बहनों की श्वास और दिल की धड़कन के साथ शरीर की अन्य प्रक्रियाएं सामान्य हैं।

एक्टिव है स्तुति

स्तुति की ऑक्सीजन नली भी हटा ली गई है। वह काफी एक्टिव नजर आ रही है। उसका एक्डोमन ड्रेन (पेट की नली) भी हटा लिया गया है।

दोनों बच्चियों का तेजी से विकास हो रहा है। उम्मीद की जा सकती है कि लगभग 10 दिन बाद उन्हें पीआईसीयू से बाहर शिफ्ट किया जा सकता है।
- डॉ. राजीव चौधरी, पाढर हॉस्पिटल

कुछ दिन पहले एक जिस्म और दो जान थीं ये, अब हैं अलग-अलग

बैतूल। पाढर अस्पताल में 20 जून को ऑपरेशन के बाद अलग-अलग की गई जुड़वां बहनें स्तुति और आराधना की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। सोमवार सुबह अस्पताल नर्सो और अन्य स्टाफ की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। स्तुति उन्हें देखकर खिलखिलाई। वह नर्सो और खिलौनों के साथ काफी देर तक खेली। सुबह 10.30 बजे आराधना का भी वेंटीलेटर हटा लिया गया है। उसे अब नली से ऑक्सीजन और दूध दिया जा रहा है।

हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. राजीव चौधरी ने कहा कि दोनों बहनों की श्वास और दिल की धड़कन के साथ शरीर की अन्य प्रक्रियाएं सामान्य हैं।

एक्टिव है स्तुति

स्तुति की ऑक्सीजन नली भी हटा ली गई है। वह काफी एक्टिव नजर आ रही है। उसका एक्डोमन ड्रेन (पेट की नली) भी हटा लिया गया है।

दोनों बच्चियों का तेजी से विकास हो रहा है। उम्मीद की जा सकती है कि लगभग 10 दिन बाद उन्हें पीआईसीयू से बाहर शिफ्ट किया जा सकता है।
- डॉ. राजीव चौधरी, पाढर हॉस्पिटल

छिन गईं पुलिस की दो अहम शक्तियां, अब नहीं चल पाएगी मनमर्जी!

पुलिस के पास निरोधात्मक कार्रवाई के लिए अब तक सीआरपीसी की दो विशेष धाराएं 109 व 151 थीं, राज्य सरकार ने धारा 109 में पुलिस की शक्तियां वापस लीं, पुलिस किसी को संदिग्ध अवस्था में नहीं कर सकती गिरफ्तार


कोटा.अब पुलिस किसी को भी संदिग्ध अवस्था में मिलने पर सीधे गिरफ्तार नहीं कर सकेगी। सीआरपीसी की धारा 109 के तहत गिरफ्तार करने के अधिकार राज्य सरकार ने पुलिस से छीन लिए हैं। अब पुलिस को ऐसे मामलों में गिरफ्तारी की बजाय उस व्यक्ति के खिलाफ अदालत में इस्तगासा पेश करना होगा। अब तक पुलिस के पास अपराधियों को अधिक से अधिक समय तक जेल में रखने के लिए दो महत्वपूर्ण धारा 109 व 151 थीं, जिसमें से अब केवल 151 ही रह गई है। पिछले 3 सालों में पुलिस ने इस धारा के तहत कोटा रेंज में 9592 अपराधियों को गिरफ्तार कर अदालत से पाबंद करवाया है। बताया जाता है कि निरोधात्मक कार्रवाई के आंकड़े बढ़ाने के लिए पुलिस द्वारा इस धारा का दुरुपयोग करने की शिकायत लगातार मिल रही थी, इसलिए यह कदम उठाया गया है।

अपराधियों पर नकेल कसने के लिए सीआरपीसी की धारा 109 को लागू किया गया था। जिसका सीधा-सीधा मकसद था कि जब तक किसी व्यक्ति के आचरण के संबंध में कानूनन पुष्टि नहीं हो जाती तब तक उसे संदिग्ध मानते हुए इस धारा के तहत गिरफ्तार किया जा सकता है। पुलिस ने इसकी बजाय इसे निरोधात्मक (प्रिवेंटिव एक्शन) कार्रवाई के आंकड़े बढ़ाने का जरिया बना लिया था। रात के समय राह चलते किसी भी व्यक्ति को पुलिस संदिग्ध मानकर इस धारा के तहत गिरफ्तार कर लेती थी।

पुराने अपराधी जो पिछले कई सालों से आपराधिक जिंदगी छोड़कर रोजगार से जुड़ गए, उन्हें भी पुलिस गिरफ्तार कर लेती थी। हर माह इसके लिए अभियान चलाया जाने लगा और अधिकारियों द्वारा हर थाने को 109 के तहत कार्रवाई का टास्क दिया जाने लगा। इसकी शिकायतें जब पुलिस मुख्यालय व राज्य सरकार के पास पहुंचने लगी तो पिछले दिनों हाईपावर कमेटी गठित कर इसका पुनर्मूल्यांकन किया गया। इसके बाद इसके तहत पुलिस से गिरफ्तारी व सीधी कार्रवाई करने की शक्तियां छीन ली गई।

हर साल कोटा में सैकड़ों को इस धारा में गिरफ्तार किया जाता है

कई आतंकवादी बंद हैं इस धारा के तहत

पुलिस के अनुसार यह धारा इतनी कारगर थी कि राजस्थान सहित देश के कई सीमा क्षेत्रों की जेलों में इसके तहत कई आतंकवादी बंद हैं। आतंकी इरादे से आने वाले आतंकवादियों को यदि मुकदमे में गिरफ्तार करते हैं तो अपराध सिद्ध करने तक उसे जेल में नहीं रख सकते। ऐसे में 109 के तहत उन्हें संदिग्ध मानते हुए गिरफ्तार कर जेल में रखते हैं और फिर उनकी तस्दीक की जाती है।


109 के तहत 3 साल में हुई कार्रवाई

वर्ष रेंज कोटा शहर

2009 2729 968

2010 3414 1089

2011 3449 990


'धारा 109 के तहत गिरफ्तारी बंद करने के पीछे कई कारण थे। कुछ जगह इसका मिसयूज भी होता था। इससे पुलिस कमजोर तो नहीं हुई है। उसके पास कई तरह की और भी धाराएं हैं। धारा 109 के तहत गिरफ्तार नहीं कर सकते हैं, लेकिन उसे बुलाकर पूछताछ तो की ही जा सकती है।’

- अमृत कलश आईजी कोटा रेंज

कुरान का संदेश


ये लो कारगिल की मिट्टी, इससे सोना बनता है!

जयपुर.कारगिल की मिट्टी से सोना बनाने का झांसा देकर एक युवक ने बर्तन कारोबारी से पांच लाख रुपए हड़प लिए। फिर मिट्टी थमाकर भाग निकला। पीड़ित ने इस्तगासे से ठग के खिलाफ ब्रह्मपुरी थाने में केस दर्ज कराया।

उपनिरीक्षक दुर्गसिंह ने बताया कि ठगी की वारदात आमेर रोड पर गोविंद नगर पश्चिम निवासी छीतरमल गुप्ता से हुई। उनकी त्रिपोलिया बाजार में बर्तनों की दुकान है। पिछले वर्ष अगस्त में एक युवक उनकी दुकान पर बर्तन खरीदने आया था। तब छीतरमल से बातचीत में उसने खुद का नाम राजीव चौधरी तथा हरियाणा में रोहतक का रहने वाला बताया। इसके बाद जान-पहचान कर छीतरमल से बातचीत करने लगा। बाद में, राजीव ने जान-पहचान बनाकर छीतरमल के घर आना-जाना शुरू कर दिया। उनकी पत्नी को धर्म बहन बना लिया। फिर उनके लिए हटवाड़ा से दूध लेकर आने लगा।


बहन को सौगात में दी मिट्टी

कुछ माह में ही राजीव ने छीतरमल के परिवार पर विश्वास जमा लिया। उसने धर्म बहन बनी छीतरमल की पत्नी को सौगात देने की बात कही और फिर मिट्टी लेकर आया। राजीव ने मिट्टी को कारगिल की बताकर उससे सोना बनाने की बात कही। फिर फर्जी तरीके से छीतरमल को मिट्टी से 100 ग्राम सोना बनाकर दिखाया। जांच में, राजीव ने पीड़ित को झांसे में लेकर मिट्टी देकर पांच लाख रुपए ले लिए और फिर भाग निकला।

सोना पाने के लिए जलाते रहे मिट्टी

छीतरमल का परिवार राजीव की बताई विधि के अनुसार मिट्टी जलाकर सोना निकालने की कोशिश करता रहा, लेकिन सोना नहीं निकला। राजीव को तलाशा, नहीं मिला। मोबाइल बंद आया, उसका हरियाणा का पता भी गलत निकला।

तिरंगे का अपमान? धोबले के विरोध में अधनंगी हुई हिरोइन


मुंबई में एसीपी वसंत धोबले जब वहां देर रात चलने वाली पार्टियों की मस्ती रोकने के लिए कानून का डंडा चलाने लगे तो लोगों ने भी तरह-तरह से उनके खिलाफ विरोध जताना शुरू किया। साउथ इंडियन फिल्मों की हीरोइन शमिता शर्मा ने तो न्यूड फोटोशूट करवा डाला जिसमें उन्होंने अपने प्राइवेट पार्ट्स तिरंगे से छुपाए हैं।

यह हॉट फोटोशूट 'सिटीजन एक्शन फोरम' की 80 मिनट की मूवी 'ह्वाट द फोबले' की पब्लिसिटी का हिस्सा है। वृंदावन फिल्म्स के बैनर तले बन रही इस फिल्म में फ्लेक्सिबल मोरल लॉज की वकालत की गई है। इसे 15 अगस्त के आसपास रिलीज किया जाएगा।


उनसे पहले हाल में पूनम पांडे और रोजलिन खान न्यूड हुई हैं, जिनकी तस्वीरें इंटरनेट पर खूब देखी जा रही है।

अल्पसंख्यक मामलात फ्रंट की तरफ से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सम्मान


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आज कोटा सर्किट हाउस में एक दिवसीय प्रवास पर कोटा के अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने उनका शाल उड़ा कर सम्मान किया ............राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक दिवसीय प्रवास पर कोटा सर्किट हाउस में थे .....राजस्थान मदरसा बोर्ड के चेयरमेन मोलाना फज्लेहक के नेतृत्व में आज कोटा में राजस्थान अल्पसंख्यक मामलात फ्रंट के प्रदेश संयोजक अख्तर खान अकेला ....प्रदेश अध्यक्ष एजाज़ खान अज्जू भाई ने अशोक गहलोत का शाल उड़ा कर सम्मान किया इस अवसर पर जिला वक्फ कमेटी कोटा के सदर हाजी अज़ीज़ अंसारी ..मदरसा बोर्ड के प्रदेश प्रवक्ता प्रोफ़ेसर मुमताज़ आलम ...कोटा व्यापार महासंघ के सचिव हाजी शाहिद मुल्तानी ....तंजीम एहले सुन्नत के जमील कादरी ....अताए रसूल मदरसा के हाजी अज़ीज़ साहब ..जिला वक्फ कमेटी के सचिव आबिद हुसेन अब्बासी सहित कई दर्जन मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने अशोक गहलोत का सम्मान किया ..इस अवसर पर फ्रंट के अख्तर खान अकेला ..एजाज़ अहमद अज्जू ने अशोक गहलोत को राजस्थान एवम केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही अल्प्नख्यकों की योजनाओं की जानकारी राजस्थान के मुसलमानों में सकारात्मक प्रचार की जानकारी दी..गहलोत ने अल्पसंख्यक मामलात फ्रंट के सकारात्मक प्रचार कार्यों की सराहना करते हुए इसे और रचनात्मक सेवाभावी बनाने पर जोर दिया .................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मंदिर में चमत्कार : भक्तों की लगी 4 किमी तक लंबी लाइन

राजकोट (गुजरात)। राजकोट जिले के कागवडधाम में एक निर्माणाधीन मंदिर में बीते दिन कांच के बक्से के अंदर पैरों के निशान दिखाई दिए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ये निशान माताजी के पैरों के थे। इसलिए दर्शन करने रात भर श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। दरअसल इन दिनों यहां माताजी के मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। इसलिए मंदिर की प्रतिकृति एक कांच के बक्से में रखी गई है। इसी कांच के बक्से के अंदर पैरों के ये निशान दिखाई दिए।

केंद्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप तय



नई दिल्ली/शिमला. शिमला की एक अदालत ने केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह तथा उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह के खिलाफ सोमवार को भ्रष्टाचार के आरोप तय किए। उन पर एक कारोबारियों से पैसे लेने का आरोप है।

एक आईएएस अधिकारी ने इसकी सीडी रिकॉर्ड कर ली थी, जिसे कोर्ट में पेश किया गया। सीएफएसएल जांच में उक्त सीडी में वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी की आवाज सही पाई गई है।

केस का खुलासा करने वाले पूर्व कांग्रेसी नेता विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि कांग्रेस में भ्रष्ट नेताओं की बाढ़ सी आ गई है। आलाकमान को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ऐसे नेताओं को पार्टी से निकाल कर बाहर कर देना चाहिए।

बीजेपी के तरुण विजय ने कहा कि वीरभद्र सिंह को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रधानमंत्री को भी चाहिए कि वीरभद्र सिंह पर लगे आरोपों को ध्यान में रखते हुए उनसे तत्काल प्रभाव से इस्तीफा मांगें।

कांग्रेस-प्रणब के 50 साल पुराने रिश्‍ते का अंत, विदाई देने नहीं आए दिग्विजय


नई दिल्‍ली। राजधानी में सोमवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) में पार्टी के महासचिव दिग्‍विजय सिंह नहीं दिखे। वह भोपाल में हैं। आज की बैठक यूपीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को आधिकारिक रूप से विदा करने के लिए बुलाई गई थी।

दिग्‍विजय सिंह का कहना है कि गृह जिले में होने के कारण वो इस कार्यक्रम में हिस्‍सा नहीं ले पाए।

बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के अलावा कई वरिष्‍ठ नेता मौजूद थे।बैठक में प्रणब मुखर्जी के पार्टी को दिए चार दशक के योगदान पर प्रस्ताव पारित किया गया। मुखर्जी 1978 में पहली बार सीडब्ल्यूसी के सदस्य बने थे। कांग्रेस कार्यसमिति की ओर से औपचारिक विदाई देने के साथ ही प्रणब और कांग्रेस का रिश्‍ता औपचारिक तौर पर खत्‍म होने पर मुहर लग गई।

गौरतलब है कि कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले ही एक प्रेस नोट के जरिए मीडिया को बताया था पार्टी के महासचिव दिग्‍विजय सिंह के बयान को कांग्रेस का बयान नहीं समझा जाए। कांग्रेस के मीडिया सेल ने एक बयान जारी कर यह फरमान सुनाया था कि दिग्विजय सिंह पार्टी की तरफ से बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इसके बाद से कांग्रेस के तेज तर्रार नेताओं में शुमार दिग्‍विजय सिंह न तो मीडिया से रूबरू हो रहे हैं और न ही किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में कुछ खास नजर आ रहे हैं। दिग्‍विजय सिंह का अगला कदम क्‍या होगा, यह राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

दिग्विजय पर भाजपा का हमला

मध्‍य प्रदेश प्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रभात झा कहते हैं कि कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बयानों से खुद को अलग कर साबित कर दिया है कि उनके बयान सत्य से परे और अनर्गल होते हैं। मध्य प्रदेश की जनता दिग्विजय सिंह को नौ साल पहले ही नकार चुकी थी, अब कांग्रेस ने भी उनकी ऐसी ही हालत कर दी है।

क्‍या कहा था दिग्विजय ने

दिग्विजय सिंह ने हाल में तृणमूल कांग्रेस चीफ और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर टिप्‍पणी की थी। उन्‍होंने कहा था कि यह पार्टी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और पीएम मनमोहन सिंह के लिए बेहद शर्मनाक है कि ममता बनर्जी ने न सिर्फ यूपीए के उम्‍मीदवारों के नाम खारिज कर दिए बल्कि समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाकर तीन और नाम उछाल दिए जिसमें एक पीएम का भी नाम शामिल था। हर बात की सीमा होती है, जहां तक कोई झुक सकता है। उनके इस बयान के बाद ही कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर कहा कि आगे से दिग्विजय के बयान का कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं होगा।

कुरान का संदेश

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