मुंबई. आंखों में दर्द की शिकायत लेकर एक बुजुर्ग मरीज डॉक्टर वी सीतारामन के पास आया. डॉक्टर ने जांच की और दर्द की वजह हैरान कर देने वाली थी. 13 सेंटीमीटर लंबा एक केंचुआ, जिसने मरीज की आंखों में घर बना लिया था.
75 साल के मरीज का ऑपरेशन मुंबई के फोर्टिस अस्पताल में हुआ. आंखों की बीमारियों को देखने और पहचानने में समर्थ डॉक्टर को विश्वास ही नहीं हो रहा था जब उन्होंने इस लंबे केंचुए को मरीज की आंखों में हिलते डुलते देखा. मरीज का जल्द से जल्द ऑपरेशन करना पड़ा ताकि आंख को और नुकसान न हो.
सीतारामन ने कहा, "केंचुआ आंख के कंजंक्टीवा के नीचे था. मैंने पूरे 30 साल के अपने अनुभव में पहली बार ऐसा कुछ देखा है."सीतारामन ने कहा कि मरीज पीके कृष्णमूर्ति भी बहुत ही परेशान थे.
कंजंक्टीवा आंखों के पलकों के नीचे आंख की ऊपरी परत को ढकता है. यह आंसू पैदा करता है जिससे आंख सूखते नहीं है. डॉक्टर सीतारामन ने 15 मिनट की सर्जरी के दौरान केंचुए को आंख से निकाला.
इस दौरान कृष्णमूर्ति की पत्नी भी उनके साथ थीं और उन्होंने बताया कि केंचुआ हिलता रहा और उसे देखना काफी डरावना था. ऑपरेशन के लगभग 30 मिनट बाद तक केंचुआ जिंदा रहा और फिर उसे अस्पताल में शोधकर्ताओं के पास भेज दिया गया.
सीतारामन के मुताबिक इससे पहले एक या दो सेंटीमीटर लंबे केंचुए लोगों की आंखों में मिले हैं, लेकिन यह शायद एक रिकॉर्ड है. वे कहते हैं कि अगर इसे सही वक्त पर न निकाला जाता को यह आंख के अंदर घुसकर मरीज को अंधा भी बना सकता था. अगर यह दिमाग में घुस जाता तो मरीज की दिमागी हालत अस्थिर हो जाती.
डॉक्टर सीतारामन के मुताबिक केंचुआ शायद अधपके खाने या फिर मरीज के पैर में चोट के रास्ते उसके शरीर में घुसा हो और फिर खून के जरिए वह उसकी आंख तक पहुंच गया. फोर्टिस की चिकित्सा निदेशक एस नारायणी ने कहा कि 10 साल में पहली बार वह ऐसा कुछ देख रही हैं.