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29 जून 2012

सबने मिलकर कराई मेंढक की शादी ताकि जमकर हो सके...!

नागपुर। बारिश की कामना के साथ परंपरागत नुस्खे अपनाए जाने लगे हैं।



वरुण देवता को मनाने के नाम पर गुरुवार को रामेश्वरी चौक स्थित दुर्गा मंदिर में मेंढक-मेंढकी के विवाह का अनोखा आयोजन किया गया। साथ ही महायज्ञ में आहुती भी दी गई। महायज्ञ का आयोजन विदर्भ किसान समिति ने किया था।

समिति की ओर से कहा गया कि बरसात नहीं होने से कृषि व पेयजल का संकट बना है। राज्य के जलापूर्ति मंत्री ने बयान दिया है कि समय रहते बारिश नहीं आयी तो पेयजल की भीषण समस्या होगी, खेतों में दोबारा बुआई करनी पड़ेगी।

महायज्ञ के माध्यम से वरुण देवता से पानी की दरकार की गई है। आयोजक गुड्डू निखारे, मंगेश साहू, प्रशांत वालदे, स्वप्निल कुजाम, विलास कड़ू,बबलू ताकसांडे,अनिल चांदेकर ,राहुल दुधे,प्रताप शिंदे,आशीष रामटेके ,गजानन घाघरे व अन्य उपस्थित थे।

ऊपर जल रहा था इंसान, नीचे पुलिस काट रही थी चालान

जालंधर. हादसे के वक्त फ्लाईओवर से गुजर रहे काजी मंडी के मुकेश ने बताया कि ड्राइवर सीट बेल्ट खोलने का प्रयास कर रहा था, मगर उसे सफलता नहीं मिली। कुछ ही देर बाद उसका शरीर शांत हो गया। मुकेश ने ही दमकल विभाग को फोन किया और नीचे चालान काट रही पुलिस को मदद के लिए बुलाया। उसका आरोप है कि पुलिस वाले आवाज लगाने के बाद भी नहीं आए। तब तक वहां भीड़ जमा हो गई थी।

एक युवक ने नीचे जाकर पुलिस वालों को बताया कि एक आदमी जिंदा जल रहा है तो जवाब मिला दमकल वालों को बुलाओ। मुकेश ने बताया कि इस बीच घटनास्थल से एक पीसीआर मोटरसाइकिल भी गुजर गई, मगर पुलिस वाले रुके नहीं। फोन करने के कोई पंद्रह मिनट बाद दमकल की गाड़ी आई। आग तो बुझा दी गई, मगर विजय की जान जा चुकी थी। डीसीपी सर्बजीत सिंह ने बताया कि पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने के लिए बातचीत चल रही है।

पुलिसकर्मियों पर लगे आरोप की जांच एसीपी जसबीर राय कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो प्राथमिक जांच में पता चला है कि फ्लाईओवर के नीचे एएसआई रमेश कुमार चार नए रंगरूट के साथ नाकाबंदी कर चेकिंग कर रहे थे और चालान भी काट रहे थे। बैरिकेड्स की चेकिंग को निकले हवलदार बलदेव सिंह भी वहां आ गए थे।

इसी दौरान एक युवक ने आकर बताया था कि पुल के ऊपर एक इंसान जिंदा जल रहा है। बलदेव सिंह अपने साथी सिपाही दर्शन सिंह को लेकर पुल पर पहुंचे। इतने में जलती गाड़ी का टायर ब्लास्ट कर गया। इसलिए पुलिसकर्मियों ने लोगों को वहां से दूर किया और खुद भी आगे जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। जांच के दायरे में आ रहे पीसीआर नंबर 15, 24, 25 और जूलो नंबर तीन के कर्मचारी भी तलब किए गए हैं।

डीसीपी ने लगाई क्लास

जिस वक्त डीसीपी सरबजीत सिंह लोगों को शांत कर रहे थे, उन्होंने देखा कुछ पुलिस मुलाजिम मोबाइल पर किसी से बात कर रहे हैं। कुछ तो गमगीन माहौल में आपस में बातें कर रहे थे। डीसीपी ने उन पुलिस वालों की मौके पर ही क्लास लगाई।

बैलेंस बिगड़ा, हाथ फिसला और सीधे गले में घुस गया

इंदौर। फेब्रिकेशन की दुकान पर काम करते समय एक कर्मचारी का हाथ फिसल गया। इससे लोहे का पाना उसके गले में घुस गया। उसे गंभीर हालत में निजी अस्पताल लाया गया।

इकबाल कॉलोनी निवासी 50 वर्षीय साबिर खान एरोड्रम रोड स्थित फेब्रिकेशन की एक दुकान पर शटर बनाने का काम करते हैं। शुक्रवार को वे छह फीट के स्टैंड पर खड़े होकर पाने से शटर की स्प्रिंग मोड़ रहे थे तभी पाना स्लिप हुआ और टूटकर गिर गया। इसी बीच साबिर का भी संतुलन बिगड़ गया और वे पाने पर गिर पड़े जिससे पाना गर्दन में घुस गया। साथ में काम कर रहे धर्मेंद्र नेगी व अन्य साथी उन्हें एम्बुलेंस 108 की मदद से गोकुलदास हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। सूचना मिलने पर पत्नी व बच्चे भी वहां पहुंचे। परिजन उन्हें वहां से अरबिंदो हॉस्पिटल ले गए। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

इंसान की आंख से निकला इतना बड़ा जानवर कि डॉक्टर भी रह गए दंग!


मुंबई. आंखों में दर्द की शिकायत लेकर एक बुजुर्ग मरीज डॉक्टर वी सीतारामन के पास आया. डॉक्टर ने जांच की और दर्द की वजह हैरान कर देने वाली थी. 13 सेंटीमीटर लंबा एक केंचुआ, जिसने मरीज की आंखों में घर बना लिया था.

75 साल के मरीज का ऑपरेशन मुंबई के फोर्टिस अस्पताल में हुआ. आंखों की बीमारियों को देखने और पहचानने में समर्थ डॉक्टर को विश्वास ही नहीं हो रहा था जब उन्होंने इस लंबे केंचुए को मरीज की आंखों में हिलते डुलते देखा. मरीज का जल्द से जल्द ऑपरेशन करना पड़ा ताकि आंख को और नुकसान न हो.

सीतारामन ने कहा, "केंचुआ आंख के कंजंक्टीवा के नीचे था. मैंने पूरे 30 साल के अपने अनुभव में पहली बार ऐसा कुछ देखा है."सीतारामन ने कहा कि मरीज पीके कृष्णमूर्ति भी बहुत ही परेशान थे.

कंजंक्टीवा आंखों के पलकों के नीचे आंख की ऊपरी परत को ढकता है. यह आंसू पैदा करता है जिससे आंख सूखते नहीं है. डॉक्टर सीतारामन ने 15 मिनट की सर्जरी के दौरान केंचुए को आंख से निकाला.

इस दौरान कृष्णमूर्ति की पत्नी भी उनके साथ थीं और उन्होंने बताया कि केंचुआ हिलता रहा और उसे देखना काफी डरावना था. ऑपरेशन के लगभग 30 मिनट बाद तक केंचुआ जिंदा रहा और फिर उसे अस्पताल में शोधकर्ताओं के पास भेज दिया गया.

सीतारामन के मुताबिक इससे पहले एक या दो सेंटीमीटर लंबे केंचुए लोगों की आंखों में मिले हैं, लेकिन यह शायद एक रिकॉर्ड है. वे कहते हैं कि अगर इसे सही वक्त पर न निकाला जाता को यह आंख के अंदर घुसकर मरीज को अंधा भी बना सकता था. अगर यह दिमाग में घुस जाता तो मरीज की दिमागी हालत अस्थिर हो जाती.

डॉक्टर सीतारामन के मुताबिक केंचुआ शायद अधपके खाने या फिर मरीज के पैर में चोट के रास्ते उसके शरीर में घुसा हो और फिर खून के जरिए वह उसकी आंख तक पहुंच गया. फोर्टिस की चिकित्सा निदेशक एस नारायणी ने कहा कि 10 साल में पहली बार वह ऐसा कुछ देख रही हैं.

घूस लेते पकड़ीं गईं डेयरी चेयरमैन, बोलीं- 'राजनीतिक साजिश है'

Comment
उदयपुर.एसीबी ने शुक्रवार सुबह सरस डेयरी की चेयरमैन और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य डॉ. गीता पटेल को दस हजार रु. की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने यह राशि डेयरी बूथ के आवंटन के एवज में मांगी थी। गीता को सेक्टर चार के मयूर कॉम्पलैक्स स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया।

उधर, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष स्मृति ईरानी ने जांच पूरी होने तक गीता को मोर्चा के राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य पद से निलंबित कर दिया है।भाजपा देहात के जिलाध्यक्ष सुंदरलाल ने भी उन्हें देहात जिला कार्यकारिणी के महामंत्री पद से हटा दिया है।

क्या है मामला :

लखारा चौक, धानमंडी रोड निवासी संदीप लक्षकार ने 31 मई को सरस दूध के बूथ के लिए आवेदन किया था। डेयरी चेयरमैन ने 25 जून को 10 हजार रु. मांगे। शुक्रवार सुबह दस बजे संदीप उनके घर पहुंचा तो डेयरी की चेयरमैन ने राशि बाहर पड़े अखबार में रखने को कहा। तभी ब्यूरो की टीम ने गीता को गिरफ्तार कर लिया।

राजनीतिक साजिश : गीता

डेयरी की चेयरमैन गीता पटेल ने मामले को राजनीतिक द्वेषता रखने वालों लोगों का षड्यंत्र बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें डेयरी के पूर्व अध्यक्ष व पार्टी के कुछ लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा- संदीप मेरे घर में जबरन घुस आया और बूथ आबंटन की बात की। मैंने ऑफिस में आने के लिए कहा, लेकिन इसी बीच उसने बाहर पड़े अखबारों में रुपए रख दिए।

पुलिस को घूस न देने की सजा मौत

जुलाना/रोहतक. अवैध वसूली में नाकाम रहने पर जींद पुलिस ने राजस्थान के एक ट्रक चालक की पीट पीटकर हत्या कर दी। जींद पुलिस ने वारदात सीमा पार करके रोहतक जिले में आकर अंजाम दी।

पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें एक दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस के मुताबिक राजस्थान के अलवर जिले के पीपरोली गांव निवासी शौकीन मोहम्मद ने बताया कि अलवर की एक ट्रांसपोर्ट कंपनी हर रोज पंजाब स्थित समाना में पत्थर का पाउडर भेजती है। गुरुवार को वह, उसका भाई नूर मोहम्मद, पघ्पू, राजा व सबरूद्दीन तीन ट्रकों में माल भरकर पंजाब जा रहे थे।

खाना खाने के लिए जींद- रोहतक सीमा के नजदीक नहर के पास राठी ढाबे पर रुक गए। जहां पहले से जींद पुलिस की जिप्सी खड़ी थी। शौकीन ने आरोप लगाया है कि जिप्सी में सवार पुलिसकर्मियों ने कहा, ट्रकों के कागजात दिखाओ। कागजात देखने के बाद 4 हजार रुपए की मांग की, लेकिन उन्होंने तीनों ट्रकों के 1200 रुपए दे दिए। इससे गुस्साए पुलिसकर्मियों ने उसके भाई नूर मोहम्मद की छाती में लात मारी। इससे वह नीचे गिर गया।

उसके साथ जमकर मारपीट की गई। इसके बाद लात व घूसे मारे। इससे वह बेहोश हो गया। ट्रक चालक की हालत बिगड़ती देखकर आरोपी मौके से खिसक गए। उसे जुलाना के सरकारी अस्पताल में ले गए, जहां मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए जींद के सामान्य अस्पताल भेज दिया गया।

वारदात से जींद पुलिस में हड़कंप मच गया। जांच पड़ताल के बाद पता चला कि वारदात रोहतक पुलिस के क्षेत्र में हुई है। ऐसे में रोहतक पुलिस को सूचना दी गई। लाखनमाजरा थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह देर रात जींद पहुंचे और जांच पड़ताल के बाद जींद पुलिस के ईएएसआई सुरेश कुमार व जोगेंद्र सिंह सहित चार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। देर रात दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

जींद पुलिस ने चुप्पी साधी

जींद पुलिस के अफसरों ने मामले में चुप्पी साध ली है। दूसरे जिले के सीमा में जाकर वाहनों की चेकिंग करना व पुलिस कर्मियों द्वारा इस दौरान इंट्री फीस लेने के नाम पर झगड़ा करने के लगे गंभीर आरोपों के बाद भी किसी पुलिसकर्मी के खिलाफ उसके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। शुक्रवार को रोहतक पुलिस ने शव को पीजीआई के डेड हाउस में पोस्टमार्टम करवाया, लेकिन डाक्टरों के तीन सदस्यीय पैनल ने दी पोस्टमार्टम रिपोर्ट मौत के कारणों को स्पष्ट नहीं किया। विसरा जांच के लिए मधुबन भेज दिया।

कुरान का संदेश

जानिए, क्या फल मिलता है देवशयनी एकादशी व्रत से

इस बार देवशयनी एकादशी व्रत 30 जून, शनिवार को है। इस व्रत की कथा धर्म शास्त्रों में बताई गई है। उसके अनुसार-

एक बार देवर्षि नारद ने ब्रह्माजी से देवशयनी एकादशी का महत्व जानना चाहा। तब ब्रह्माजी ने उन्हें बताया- सतयुग में मांधाता नामक एक चक्रवर्ती राजा था। उनके राज्य में प्रजा बहुत सुखी थी। एक बार उनके राज्य में भयंकर अकाल पड़ा। इस अकाल से चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई। प्रजा ने राजा के पास जाकर अपनी व्यथा सुनाई। राजा मांधाता यह देखकर बहुत दु:खी हुए। इस समस्या का निदान जानने के उद्देश्य से राजा सेना को लेकर जंगल की ओर चल दिए।

वहां वे एक दिन ब्रह्माजी के पुत्र अंगिरा ऋषि के आश्रम में पहुंचे। अंगिरा ऋषि ने उनके जंगल में घूमने का कारण पूछा तो राजा ने अपनी समस्या बताई। तब महर्षि अंगिरा ने कहा कि सब युगों से उत्तम यह सतयुग है। इसमें छोटे से पाप का भी बड़ा भयंकर दंड मिलता है। ब्राह्मण के अतिरिक्त किसी अन्य जाति को तप करने का अधिकार नहीं है जबकि आपके राज्य में एक अन्य जाति का व्यक्ति तप कर रहा है इसीलिए आपके राज्य में वर्षा नहीं हो रही है। जब तक उसका अंत नहीं होगा तब तक यह अकाल समाप्त नहीं होगा।

किंतु राजा का हृदय एक निरपराध तपस्वी को मारने को तैयार नहीं हुआ। तब महर्षि अंगिरा ने राजा को आषाढ़ मास के शुक्लपक्ष की एकादशी का व्रत करने के लिए कहा। राजा के साथ ही सभी नागरिकों ने भी देवशयनी एकादशी का व्रत विधिपूर्वक किया। व्रत के प्रभाव से उनके राज्य में मूसलधार वर्षा हुई और पूरा राज्य धन-धान्य से परिपूर्ण हो गया।

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