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04 जुलाई 2012

कोटा में नईमुद्दीन गुड्डू को हरा कर एक बार वही कोंग्रेस भाजपा गठबंधन का इतिहास बनाया

दोस्तों कभी जनसंघ और फिर भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले राजस्थान के शहर कोटा में कोंग्रेस के नेता नईमुद्दीन गुड्डू के मुस्लिम प्रत्याक्षी होने के कारण उनके विरुद्ध उन्हें हराने के लियें कोंग्रेस और भाजपा गठबंधन का इतिहास बनगया है ..ताज्जुब इस बात पर है के धर्मनिरपेक्षता ...अनुशासन और मुस्लिम्प्रेमी होने का दम्भ भरने वाली कोंग्रेस हाईकमान ने आज तक इस मामले में किसी भी कोंग्रेसी गद्दार के खिलाफ कोई कार्यवाही करना मुनासिब नहीं समझा है और हालात यह है के यहाँ के कई कोंग्रेसी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा नेताओं की गोद में बेठ कर मोकापरास्ती सियासत का खेल खेल रहे है .............नईमुद्दीन गुड्डू जो सहकारिता क्षेत्र के जानकार और कोटा जिले की लाडपुरा तहसील के स्थापित नेता है उन्हें पहले विधायक का टिकिट दिया गया लाडपुरा क्षेत्र में उनकी जीत निश्चित थी लेकिन कोंग्रेस के ही लोग उन्हें हराने के लियें खुलेआम भाजपा प्रत्याक्षी का प्रचार करते देखे गए नतीजा यह हुआ के नईमुद्दीन गुड्डू विधायक का चुनाव भाजपा प्रेमी कोंग्रेसी गद्दारों की वजह से सात्सो वोटों से हार गए ..खेर वोह जिला परिषद का चुनाव लड़े .फिर कोंग्रेस भाजपा गठबंधन था लेकिन नईमुद्दीन गुड्डू जिला परिषद सदस्य निर्वाचित हो गए .अब फिर उन्हें जिला प्रमुख का टिकिट दिया गया जिला परिषद में कोंग्रेस का खुला बहुमत था लेकिन दोस्तों जब वोट डाले तो दू कोंग्रेसी वोटर्स फिर भाजपा की गोद में जा बेठे और नतीजे बदल गए अल्पमत में भाजपा के प्रत्याक्षी कोंग्रेस के बहुमत के बाद भी नईमुद्दीन गुड्डू को हराकर जिला प्रमुख बन गए .हाई कमान को पता था के गद्दार कोन है लेकिन गद्दार कोंग्रेसियों को सजा देने की जगह पुरस्कर्त क्या गया महत्वपूर्ण पद दिए गए गुड्डू समर्थक पहले चिल्लाये लेकिन फिर कोंग्रेस हाईकमान ने उन्हें अनुशासन और कोंग्रेस हित का पाठ पढ़ा कर घर बिठा दिया इसके अलावा मंदी समिति का चुनाव हुआ वहां भी यही मुस्लिम विरोधी कोंग्रेसियों का भाजपा प्रेम देखने को मिला ..अब कोटा मार्केटिंग सोसाइटी के चुनाव की बारी थी कल कोटा में कोंग्रेस का स्पष्ट बहुमत था नईमुद्दीन गुड्डू जितने वाले प्रत्याक्षी थे लेकिन वाह मुस्लिम विरोधी कोंग्रेस फिर चमत्कार हुआ कोंग्रेस भाजपाई भाई भाई का नारा बुलंद हुआ और नईमुद्दीन गुड्डू को फिर से हराकर भाजपा के प्रत्याक्षी को चुनाव जितवा दिया गया ...........वेसे कोटा की बदनसीबी है के यहा महत्वपूर्ण राजकीय पदों पर कोंग्रेस के किसी भी मुस्लिम की नियुक्ति नहीं की गयी है दिखने के लियें छोटे मोटे पदों पर जरुर यह नाम लिए जाते है ..दोस्तों कोंग्रेस एक तरफ तो मुस्लिम प्रेम की बात करती है और दूसरी तरफ मुस्लिम प्रत्याक्षी का इस तरह से पीछा कर मजबूत होने पर बहुमत होने पर भी भाजपा से गठबंधन कर उसे हरा देती है और कोंग्रेस का हाईकमान इतना सब होने पर भी मूकदर्शक बना रहता है तो फिर तो भाई यहाँ कोंग्रेस और भाजपाई भाई भाई का नारा बुलंद हुआ और मुस्लिम वोह भी कोंग्रेसी मुस्लिमों को एक सबक मिला के तुम्हे कोंग्रेस की हवा होगी कोंग्रेस का बहुमत होगा तब भी महत्वपूर्ण पदों पर कोंग्रेस में बेठे भाजपा एजेंट जीतने नहीं देंगे ..........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अब यह होगा देश की सबसे बड़ी अदालत का नया पता


नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय परिसर में स्थान की कमी के चलते सरकार ने शीर्ष अदालत के लिए अतिरिक्त कार्यालय भवन के निर्माण की परियोजना को मंजूरी दे दी है।

नए भवन में पुस्तकालय, प्रतीक्षालय और कार पार्किग की व्यवस्था होगी । केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय का फैसला किया गया । केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि परियोजना की लागत करीब 884.30 क रोड रुपए होगी।

नए भवन को समीप के प्रगति मैदान में 12.19 एकड भूमि पर बनाया जाएगा । कानून मंत्रालय के प्रस्ताव के मुताबिक उच्चतम न्यायालय ने पांच दशक पहले तिलक मार्ग स्थित परिसर से कामकाज शुरू किया था और उस समय केवल सात न्यायाधीश और सीमित स्टाफहोता था। उक्त परियोजना का प्रस्ताव पहले 2006 में आया था । परियोजना उसी जगह शुरू होगी, जहां कभी मनोरंजन पार्क (अप्पू घर) होता था।

नया परिसर हरित भवन होगा

उच्चतम न्यायालय के मौजूदा परिसर ‘अंडरपास’ के जरिए नए भवन से जोड़ा जाएगा । इतना ही नहीं नया परिसर हरित भवन होगा। चिदंबरम ने बताया कि नए भवन के निर्माण से उच्चतम न्यायालय के पुराने परिसर पर दबाव कम होगा और गैर न्यायिक कामकाज प्रस्तावित भवन में स्थानांतरित किए जा सकेंगे।

पुलिस पर कहर बन टूटे ग्रामीण, फोड़ डाला SP का सिर

रांची/कांके. भूमि अधिग्रहण से गुस्साए कांके नगड़ी के ग्रामीणों ने बुधवार की सुबह 10.30 पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में ही आईआईएम की 500 मीटर लंबी चहारदीवारी तोड़ डाली। इसके बाद ग्रामीण लॉ यूनिवर्सिटी की चहारदीवारी तोडऩे लगे। जब हंगामा कर रहे लोगों को पुलिस ने पकडऩे की कोशिश की, तो भगदड़ मच गयी। अचानक ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे ग्रामीण एसपी असीम विक्रांत मिंज का सिर फूट गया, जबकि कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं। इसके बाद पुलिस ने भी ग्रामीणों पर पथराव कर दिया। दोनों ओर से जम कर पत्थरबाजी हुई। बाद में पुलिस ने पथराव कर रहे ग्रामीणों को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया। पथराव व लाठी चार्ज में दोनों ओर से दर्जन भर लोग घायल हुए हैं। गंभीर रूप से घायल महिला जामी देवी को रिम्स में भर्ती कराया गया है, वहीं ग्रामीण एसपी को एक टांका पड़ा।

जेसीबी पर पथराव, जलाने का प्रयास

लॉ यूनिवर्सिटी के नए हिस्से में काम के लिए जा रही जेसीबी जैसे ही धरनास्थल के पास से गुजरी, अचानक 50- 60 ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। ग्रामीणों के उग्र तेवर देख कर ड्राइवर भाग खड़ा हुआ। ग्रामीणों ने जेसीबी को जलाने का भी प्रयास किया, तो वहां प्रतिनियुक्त रैप के जवानों ने ग्रामीणों को खदेड़ दिया। भागने के क्रम में ग्रामीणों ने आईआईएम के उत्तरी छोर पर चहारदीवारी को तोडऩा शुरू किया, तो डर से मजदूर भागने लगे। कांके थाना प्रभारी एचएन सिंह ने थाना के जवानों, लाठी पार्टी और रैप के जवानों के साथ वहां से ग्रामीणों को पीछे भगाया।

गोलबंद हो महिलाएं और युवक पुलिस से भिड़े

थोड़ी देर के बाद युवाओं और महिलाओं ने गोलबंद होकर पुलिस को चुनौती देते हुए आईआईएम की चहारदीवारी को ढहाना आरंभ कर दिया। थाना प्रभारी ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की, तो महिलाओं और युवाओं ने उन पर ही डंडा तान दिया। महिलाएं उन्हें आगे नहीं बढऩे नहीं दे रही थीं। वहीं युवक मरने मारने पर उतारु थे। युवकों कह रहे थे, गोली मारनी है, तो मार दीजिए, लेकिन हम पीछे नहीं जाएंगे। भूखों मरने से अच्छा है, गोली से मरें। इस बीच पूरी ताकत से युवकों व महिलाओं ने बांस- बल्ली, कुदाल, साबल से चहारदीवारी को तोडऩा शुरू कर दिया। बीच बीच में पुलिस उन्हें रोकने का प्रयास करती रही। लेकिन अलग-अलग जत्थे में बंटे ग्रामीण चहारदीवारी को तोड़ते हुए आगे बढ़ते गए।

कार्रवाई के लिए हो रहा था मजिस्ट्रेट का इंतजार

डीएसपी बीबी तिर्की सहित अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी पूर्वाह्न 11.30 बजे मौके पर पहुंचे। उनके सामने भी ग्रामीण दीवार को तोड़ते हुए आगे बढ़ते रहे। इधर कार्रवाई करने के लिए पुलिस मजिस्ट्रेट का इंतजार कर रही थी। दोपहर 12 बजे कांके बीडीओ प्रेमलता मुर्मू घटनास्थल पर पहुंचीं। उनके पहुंचते ही डीएसपी बीबी तिर्की ने रैप की महिला जवानों को महिलाओं को पकडऩे का निर्देश दिया।

जवानों से भिड़ीं महिलाएं

रैप की महिला जवान जैसे ग्रामीण महिलाओं को पकडऩे के लिए आगे बढ़ीं, महिलाएं उनसे भिड़ गयीं। महिलाओं ने पुलिसकर्मियों को जम कर खरी खोटी सुनाई। काफी खींचतान भी हुई। आखिरकार पुलिस को ही पीछे हटना पड़ा। इस बीच गांव के युवक इंस्पेक्टर डीके गुप्ता से बहस करने लगे। रोकने पर युवक और महिलाएं उनसे भिड़ गए। इस बीच उनके सिर पर किसी ने ईंट दे मारी। चोटिल इंस्पेक्टर किनारे हो गए।

कैसी फोर्स है, कोई सुनता ही नहीं

हो हंगामे की सूचना पाकर सदर एसडीओ शेखर जमुआर, ग्रामीण एसपी असीम विक्रांत मिंज, एडीएम लॉ एंड आर्डर धर्मेंद्र पांडेय दोपहर 12:30 बजे घटनास्थल पर पहुंचे। उस वक्त ग्रामीण लॉ यूनिवर्सिटी की चहारदीवारी तोडऩे में लगे थे। एसडीओ ने जिला बल और रैप के जवानों को ग्रामीणों को पीछे करने को कहा। लेकिन जवान टस से मस नहीं हो रहे थे। इससे नाराज एसडीओ ने ग्रामीण एसपी से कहा कि कैसी फोर्स है, कोई सुनता ही नहीं है। तब तक ग्रामीण महिलाओं ने एसपी असीम विक्रांत मिंज को भी घेर लिया था। दोनों ओर से लाठियां तन गई थीं।

उजाड़ा गया धरनास्थल, उखाड़े गए सरना झंडे

एग्जिक्यूटिव मजिस्ट्रेट राजेश्वर नाथ आलोक सहित अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी में पुलिस ने ग्रामीणों को खदेडऩे के बाद नगड़ी चैरा में बने धरनास्थल को ध्वस्त कर दिया। वहीं खेतों में गड़े सरना झंडा को भी उखाड़ दिया गया।

सरना झंडे का हुआ अपमान

कांके सरना समिति ने सरना झंडा को उखाडऩे की निंदा करते हुए कहा कि यह उनकी आस्था का अपमान है। पूरे क्षेत्र से सरना समाज के लोग जुट कर इसका विरोध करेंगे। वहीं ग्रामीणों की गांव में हुई बैठक में पुलिस लाठीचार्ज को बर्बरतापूर्ण कार्रवाई बताया गया। साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि वे सरकार की दमनात्मक कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं। वे अपनी जमीन को हर हाल में बचाएंगे। उनका आंदोलन जारी रहेगा। चहारदीवारी को हर हाल में पूरी तरह से ध्वस्त किया जाएगा।

बाइक सवार ने ग्रेजुएशन की छात्रा की सरेआम गर्दन काट डाली

अमृतसर. बुधवार शाम छह बजे गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से अपने पीजी लौट रही 20 साल की छात्रा की बाइक सवार ने धारदार हथियार से गर्दन उड़ा दी। हमलावार तब तक छात्रा पर वार करता रहा जब तक कि उसकी गर्दन धड़ से अलग नहीं हो गई। घटना के बाद बाइक सवार फरार हो गया।

सूचना मिलने के बाद थाना एसीपी कैंटोनमेंट और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। फिलहाल हत्यारा पुलिस की पकड़ से बाहर है। सरेराह की गई इस हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। हत्यारे ने घटना को अंजाम यूनिवíसटी से सौ मीटर की दूरी पर उस समय दिया जब छात्रा मोहनी पार्क स्थित अपने पीजी में लौट रही थी। छात्रा की पहचान प्रीती अत्री के रूप में हुई है और दीनानगर की रहने वाली थी। खबर लिखे जाने तक हत्या के कारणों का पता नहीं लग पाया है। 20 साल की प्रीति अत्री जीएनडीयू में बीएससी ऑनर्स भाग पहला की छात्रा थी।



यहां सरेआम पी जाती है दारू, छेड़छाड़ आम बात
युवतियों से छेड़छाड़ और खुले में शराब, यह माहौल उस जगह का है, जहां जीएनडीयू की छात्रा का दिनदिहाड़े बाइक सवार कत्ल कर फरार हो गया। थाना कैंटोनमेंट के इलाका मोहनी पार्क में युवतियों से छेड़छाड़ की घटनाएं रोजाना होती हैं। इस कारण यहां से युवतियों व महिलाओं ने घर से अकेले निकलना ही छोड़ दिया है। क्षेत्रवासियों के मुताबिक इस बारे कई बार पुलिस को शिकायत भी की गई है, लेकिन पुलिस सुना अनसुना कर देती है।

चंद कदम पर पुलिस चौकी

हैरानीजनक तो यह कि यहां खुले में शराब की महफिलें लगती हैं और पुलिस चौकी मात्र चंद कदमों पर है। मोहनी पार्क इलाके में रहने वाले लोगों ने बताया कि बाहर बनी मार्केट के फुटपाथों पर सुबह 10 बजे से ही युवकों की टोलियां बन जाती है। दोपहर को धूप के कारण भले ही टोलियां नजर नहीं आती, लेकिन साम होते ही टोलियां फिर बन जाती है और वहां से निकलने वाली युवतियों और महिलाओं से छेड़छाड़ की जाती है। शाम होते ही यह युवक खुले में बीयर व शराब पीने लग जाते हैं और शराब पीकर गुंडागर्दी व हुल्लड़बाजी करते हैं।

कुरान को आग के हवाले करने वाले को हजारों लोगों ने जिंदा जलाया


इस्लामाबाद. पाकिस्तान में ईशनिंदा की कीमत एक मानसिक रूप से असंतुलित शख्स को अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ी है। पाकिस्तान के पंजाब सूबे के दक्षिणी हिस्से में ईशनिंदा के एक आरोपी को हजारों लोगों की भीड़ ने जबरन आग के हवाले कर दिया।

पुलिस के अनुसार बहावलपुर के नजदीक के एक गांव में ये घटना तब घटी जब इस व्यक्ति पर पवित्र कुरान की एक प्रति को जलाने का आरोप लगाया गया। उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया था और गांव के थाने में सलाखों के पीछे रखा गया था। ऐसी अपुष्ट खबरें मिली थीं कि ये व्यक्ति अपना मानसिक संतुलन खो चुका था। पुलिस का कहना है कि इस ईशनिंदा की कथित घटना के फैलने के बाद हजारों लोगों की भीड़ थाने के बाहर एकत्र हो गई।

पुलिस का कहना है कि हजारों की भीड़ के सामने महज चंद पुलिस वाले भीड़ का कुछ खास विरोध नहीं कर पाए। भीड़ सलाखों के पीछे कैद व्यक्ति को घसीटती हुई थाने के बाहर ले आई और उसे उसी जगह पर ले गई जहां कथित तौर पर उसने कुरान की प्रति को जलाया था। इसके बाद उस पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी गई जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया।

प्रणब मुखर्जी के बारे में ये क्या बोल गए बाबा रामदेव

Comment

रोहतक.टीम अन्ना के बाद अब योग गुरु स्वामी रामदेव ने भी यूपीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि देश की मौजूदा आíथक बदहाली के लिए काफी हद तक प्रणब मुखर्जी भी जिम्मेदार हैं। रामदेव ने कहा है कि राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब योग्य उम्मीदवार नहीं हैं और देश की जनता के प्रतिनिधियों को इस पर विचार करने की जरूरत है।

रामदेव ने रोहतक में अस्थल बोहर स्थित बाबा मस्तनाथ मठ में बुधवार को हुई पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि यदि प्रणब राष्ट्रपति बने तो देश की जनता को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की आधी कैबिनेट तो जेल में पहुंच चुकी है और आधी जाने की तैयारी में है।

अगर ऐसे ही चलता रहा तो केंद्र सरकार का गिरना निश्चित है। जनता का प्रतिनिधि होने के नाते लोकसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा से भी काले धन को वापिस लाने के लिए सहमति पत्र मांगेगे। वहीं, कालेधन की वापसी को लेकर उन्होंने यूपीए सरकार के प्रयासों को नाकाफी बताया।

चुनाव आयुक्त की निष्पक्ष हो नियुक्ति :योग गुरु ने कहा कि चुनाव आयुक्तऔर सीबीआई के मुखियाओं की नियुक्ति और निष्कासन की प्रक्रिया निष्पक्ष होनी चाहिए। इसके लिए ऐसी कमेटी गठित की जानी चाहिए, जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष में संतुलन होना चाहिए तभी लोकपाल मजबूत बनेगा।

इस बार आंदोलन की धार है तेज :रामदेव ने कहा कि कालाधन व भ्रष्टाचार के विरुद्ध नौ अगस्त को दिल्ली के रामलीला मैदान से होने वाले आंदोलन की धार पहले से कहीं ज्यादा तेज है। उन्होंने कहा कि पिछले साल की घटना न दोहराई जाए, इसलिए देश भर में घर घर जाकर, अन्य संगठन व विपक्ष की पाíटयों से समर्थन मांगा जा रहा है।

उम्मीद है कि इस बार मैदान में लाखों की संख्या में जन सैलाब होगा। सरकार जब तक हमारी मांगों पर सहमति नहीं बनाएगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमारी मांगे नहीं मानी तो सरकार गिरेगी, नहीं तो जनता की नफरत का सामना करना पड़ेगा।

अन्ना टीम को शुभकामनाएं दी रामदेव ने कहा कि अन्ना मेरे सबसे अच्छे मित्र है। उनकी टीम को मेरी शुभकामनाएं है कि 25 जुलाई को दिल्ली के जंतर मंतर पर जन लोकपाल बिल को लागू करवाने वाला आंदोलन सफल रहे।

आदर्श आवास घोटाला: अशोक चव्हाण सहित 13 के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल




मुंबई। आदर्श आवास घोटाले में आखिरकार 18 महीने के लंबे अंतराल के बाद सीबीआई ने मुंबई सत्र न्यायलय में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण सहित कुल 13 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया। करीब 10 हजार पन्नों के इस आरोपपत्र में केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख और सुशील कुमार शिंदे का नाम नहीं है।

सीबीआई ने 29 जनवरी 2011 को आदर्श घोटाले में आईपीसी की विभिन्न धारों आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी, जाली दस्तावेजों को वास्तिवक बताने और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था।

चव्हाण पर सीबीआई ने लगाये ये आरोप

सीबीआई ने आरोपपत्र में चव्हाण पर अपने मुख्यमंत्री काल के दौरान विवादित आदर्श आवास सोसायटी को अतिरिक्त फ्लोर स्पेस इंडेक्स (एफएसआई) देने और सोसायटी में अपने रिश्तेदारों को फ्लैट दिलाने की एवज में उसके प्रस्ताव को मंजूरी देने का आरोप लगाया है।

इसके अलावा करगिल युद्ध के नायकों और शहीद हुए जवानों के आश्रितों के लिए बनी आदर्श सोसायटी में 40 प्रतिशत असैनिक (नागरिकों) लोगों को सदस्य बनाने की मंजूरी देने का भी आरोप चव्हाण पर लगाया गया है। सीबीआई का आरोप है कि यह काम चव्हाण ने 2001-03 के दरम्यान राजस्व मंत्री की हैसियत से किया था।

विरोधियों ने रची मेरे खिलाफ साजिश : चव्हाण

सीबीआई द्वारा आरोपपत्र में मेरा नाम डालना दुर्भाग्यपूर्ण और अप्रत्याशित है। इस प्रकार की प्रतिक्रिया देते हुए चव्हाण ने कहा कि आदर्श सोसायटी का मामला सिर्फ प्रशासनिक मामला था। परंतु आरोपपत्र में मेरा नाम डालना विरोधियों द्वारा मेरे खिलाफ रची गई गहरी साजिश है।

विरोधियों ने इस मसले को जरूरत से ज्यादा तूल देकर मुझे फंसाने की कोशिश की है। उन्होंने न्यायपालिका पर पूरा विश्वास व्यक्त करते हुए खुद के निदरेष साबित होने की उम्मीद जताई है।

चव्हाण सीबीआई द्वारा आरोपपत्र में लगाये गये आरोपों को भी सिरे से नकारा है। उन्होंने कहा कि मैंने न तो आदर्श सोसायटी को जमीन आवंटित की और न ही उसके सदस्यों के बारे में कोई निर्णय लिया था।

कुरान का संदेश


कुरान का संदेश


दागी ..भ्रष्ट..योनशोषण के आरोपी जेल में बंद लोग अगर राष्ट्रपति चुनते है तो इस देश का क्या होगा भाई

दोस्तों अजीब बात हमारे देश की ..हमारे कानून और संविधान की जिसका राज़ आपको बताकर आपसे एक सवाल पूंछने की गुस्ताखी करता हूँ ..हमारे देश हमारे कानून हमारे संविधान की पालना करवाने वाले का सर्वोच्च पद राष्ट्रपति ..महामहिम साहब का है ..जिनके हाथ में न्यायपालिका और सेना की बागडोर रहती है देश के संविधान की मर्यादा का पालन गरीब को न्याय की ज़िम्मेदारी इसे पद की रहती है लेकिन सोचो अगर ऐसे पद पर ..........किसी भी व्यक्ति को चुनने के लिए चारा घोटाले के आरोपी लालू यादव ....संचार घोटाले के ऐ राजा ..कोनीमोझी ...खेल घोटाले के सुरेश कलमाड़ी .....राजस्थान भंवरी योन शोषण और हत्या के आरोपी ...महिपाल मदेरणा ...सहित दुसरे विधायक मलखान सिंह .उत्तर प्रदेश के राजा भय्या ...अंसारी जी और कई दागी विधायक सांसद लोग मिलकर वोट डालते हों और इनके वोट से ऐसे महामहीम जी को निर्वाचित क्या जाता है तो क्या आप ऐसे व्यक्ति को महामहीम समझेंगे क्या ऐसे महामहीम जी देश की जनता को निष्पक्ष न्याय दिला पायेंगे ..क्या जिनके वोट से वोह महामहीम बनेंगे ऐसे ऐ राजा ..कोनीमोझी..सुरेश कलमाड़ी और ना जाने कोन कोन उन्हें सजा मिल सकेगी आपका क्या कहना है देश की यह प्रक्रिया क्या सही है क्या इसे बदलना चाहिए और अगर हाँ तो क्या आप इस पद पर आम जनता की वोटिंग से निर्वाचित व्यक्ति चाहते है जो बहुमत के आधार पर जीते और केवल आम जनता का जवाबदार हो इन चोर बेईम्मान बलात्कारी अपराधियों से उसका कोई वास्ता ना हो जो घोषित रूप से जेलों में बंद है आपकी टिपण्णी का बेसब्री से इन्तिज़ार है .................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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