तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
10 जुलाई 2012
जो लोग सोशल साईट का दुरूपयोग कर धार्मिक भावनाएं भड़का रहे है अब वोह जेल में होंगे
उम्र 68 साल, लेकिन हौसला सुन आप भी करेंगे सलाम!
यह रविवार को कोटा पहुंचे, जहां लोगों ने इनका माल्यार्पण कर सम्मान किया। यह वहीं युवक हैं जो 36 वर्ष की उम्र में इंदिरागांधी से मिलने साइकिल से चले गए थे।
छत्तीसगढ के रायगढ़ निवासी कंकरवाल बताते है कि वे पिछले 8 माह से लगातार साइकिल पर चल रहे हैं और अब तक 8 हजार किलोमीटर यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह 35 से 40 किलोमीटर प्रतिदिन चलते हैं।
बॉलीवुड में नेताओं का कालाधन? टीवी स्टिंग ने किया बड़े-बड़ों का पर्दाफाश
मुंबई.टीवी चैनल आईबीएन 7 और कोबरापोस्ट ने स्टिंग ऑपरेशन करके बॉलीवुड फिल्मों में ब्लैक मनी का खुलासा किया है। टीवी रिपोर्टर ने बड़े नेता का एजेंट बन फिल्मों में कालाधन लगाने की बात की और बड़े-बड़े निर्माता निर्देशक काले धन को सफेद करने की बात करते नजर आए।
इस स्टिंग में फिल्म निर्माता वासु भगनानी, अनुभव सिन्हा और अनीस बज्मी को कैमरे के सामने फिल्मों में कालाधन लगे होने की बात स्वीकार करते हुए दिखाया गया है बॉलीवुड की सबसे महंगी फिल्म रा.वन के निर्देशक अनुभव सिन्हा को स्टिंग में यह कहते हुए दिखाया गया है कि यदि आप मेरी फिल्म में पांच करोड़ रुपये लगाएंगे तो एक साल के भीतर में 6 करोड़ रुपये करके दिखा दूंगा।
सिन्हा ने यह भी कहा कि फिल्मों में पैसा लगाने वाले लोग यह चाहते हैं कि उनका नाम स्क्रीन पर दिखे लेकिन यदि निवेशक इसे राज रखना चाहे तो ऐसा भी किया जा सकता है।
फिल्म में 15 करोड़ के निवेश में सिन्हा ने आधी रकम को ब्लैकमनी में लेने की बात भी कैमरा के सामने स्वीकार की। यहां तक कि सिन्हा इतनी बड़ी रकम की 25 प्रतिशत व्हाइट मनी और बाकी ब्लैक मनी में लेने के लिए तैयार हो गये.
सिन्हा और उनके सीए ने यह भी बताया कि फिल्मों में ब्लैक मनी को कैसे व्हाइट मनी किया जाता है। फिल्मों में प्रॉडक्शन के खर्चों और अभिनेताओं की फीस को तो ब्लैक में वितरित किया जाता है लेकिन मुनाफा एकदम व्हाइट मनी होता है।
स्टिंग ऑपरेशन में कुली नंबर 1, छोटे मियां बड़े मियां और फालतू जैसी फिल्में बनाने वाले वासु भगनानी को भी ब्लैक मनी को व्हाइट करने की बात स्वीकार करते हुए दिखाया गया।
भगनानी तो निवेशक को ब्लैक मनी को व्हाइट करने का लालच देते हुए भी नजर आए। भगनानी कहते हैं, मेरे पास कालेधन को सफेद करने के कई तरीके हैं। लेकिन सही होना चाहिए ताकि हम आयकर विभाग की पकड़ में न आएं।
10 करोड़ रुपए के निवेश पर भगनानी ने 8 करोड़ कालेधन या कैश और दो करोड़ रुपये चैक से लेने की बात स्वीकारी। भगनानी ने यह भी कहा कि कागजी करार केवल दो करोड़ रुपए के निवेश का ही होगा।
भगनानी तो 18 फिल्मों को वितरण अधिकारों को 100 करोड़ रुपये में बेचने की बात करते भी नजर आए।
स्टिंग ऑपरेशन में 'नो एंट्री', 'सिंह इज किंग' और 'रेडी' राजीव जैसी फिल्मों के निर्देशक अनीस बज्मी और फिल्म लेखक राजीव कौल को भी बॉलीवुड के रास्ते काले धन को सफेद करने का रास्ता बताते हुए दिखाया गया।
अनीस बज्मी और राजीव कौल तो यह तक कहते हुए नजर आते हैं कि जितना चाहो उतना कालाधन बॉलीवुड में लगाओ कोई दिक्कत नहीं होगी।
टीवी चैनल के इस स्टिंग ऑपरेशन पर प्रतिक्रिया देते हुए अनीस बज्मी ने कहा कि पूरा स्ट्रिंग ऑपरेशन एक कॉमेडी फिल्म की तरह है।
सुलझ गई लैला की गुत्थी? फार्म हाउस से बरामद हुए 6 मानव कंकाल
मुंबई. बॉलीवुड की लापता हीरोइन लैला खान का राज खोलने के लिए पुलिस खाक छान रही पुलिस को लैला और उसके परिजनों के कंकाल बरामद हो गये हैं। पुलिस मामले के मुख्य आरोपी और लैला के सौतेले बाप परवेज टाक को मंगलवार को इगतपुरी के पास लैला के फार्म हाउस पर ले गई (देखें वीडियो)। लैला के शव को तलाशने के लिए फार्म हाउस के आसपास की जमीन की खुदाई में पुलिस को 6 मानव कंकाल मिले। यह सभी लैला के परिवार के लोगों के हो सकते हैं। पुलिस को मानव अंगों के साथ-साथ वो चादर और गद्दा भी मिला है जिसे जमीन के नीचे दबाने के दावा लैला के सौतेले पिता परवेज टाक ने किया था।
फार्म हाउस से 6 कंकाल बरामद होने के बाद पुलिस ने पूरी तरह से मामले को सुलझाने का दावा किया है। टाक ने पुलिस को बताया था कि इसी जगह लैला के परिजनों को दफन किया गया था। यहां से लैला का मेक अप बॉक्स भी मिला है। अब तक की जांच के मुताबिक मामले का पॉलिटिकल कनेक्शन भी लग रहा है। लैला के पुणे स्थित फार्म हाउस से मुंबई पुलिस को एक राजनीतिक पार्टी का झंडा मिला है। इससे पहले भी लैला के पर्सनल एलबम में कई पुलिस अधिकारियों और नेताओं की तस्वीरें मिल चुकी हैं।
एक जिद की खातिर अजीबो-गरीब तप कर रहे हैं योगी
कुरुक्षेत्र.प्रदेश में गोचरान भूमि की मांग पर अड़े संतों की तपस्या दिन ब दिन कड़ी होती जा रही है। पिछले 18 दिन से ब्रह्मसरोवर पर आमरण अनशन पर बैठे संत गोपाल दास की अब तबीयत बिगड़ने लगी है, वहीं पंचदशाननी अखाड़े के महंत ब्राहमण पुरी ने सोमवार को एक घंटे जल समाधि ली।
बड़ा ही भयानक था ये हादसा, देखने वालों की अटक गई सांस
इसी अखाड़े के संत पारेश्वर पुरी का दूसरे दिन भी खड़ा तप जारी है। संत गोपाल दास भी अनशन पर बैठ गए। इसी तरह हरिद्वार से आए संत रामजीदास ने भी गो रक्षा के लिए अपना विशेष योगदान दिया। गऊओं की अनदेखी पर दुखी मन से संत दंडी स्वामी ने कहा कि हमारी कड़ी तपस्या के बाद भी सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। वे बोले कि हमने कभी सोचा भी नहीं था कि हिन्दुओं की मां गऊ के इतने बुरे दिन भीकभी आएंगे।