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20 जुलाई 2012

छोटी उम्र में बच्चे कर रहे हैं बड़ों जैसी शिकायत

कोटा. तलवंडी में पांच साल का उमंग 8 किलो का बैग उठाकर रोज स्कूल जाता है। वह पीठ में दर्द की शिकायत करता है। 11 साल की मानवी कक्षा-8 में है, भारी-भरकम बैग लेकर स्कूल जाने से उसके कंधे में दर्द होने लगा है।

दादाबाड़ी का नमन स्कूल से घर आते ही सबसे पहले बैग को फेंकता है। बोझ के मारे धड़ाम से बिस्तर पर पड़ता है और फिर बिस्तर पर ही ड्रेस चेंज और शूज खोलने लगता है। ऐसे कई बच्चे हैं, जो अभिभावकों से स्कूल बैग के भारी वजन की शिकायत करते हैं, लेकिन उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया जाता है।

भास्कर के आग्रह पर ‘प्रोसीड’ बिजनेस स्कूल के एमबीए स्टूडेंट्स ने इस समस्या को गहराई से जानने के लिए शहर के 30 स्कूलों में व्यापक सर्वे किया। सर्वे टीम ने पाया कि बच्चे एक ही कंधे पर सिंगल स्ट्रिप बैग लटकाकर स्कूल आते-जाते हैं, जिससे उनकी मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है। कुछ स्कूलों में फर्स्ट फ्लोर पर क्लासरूम होने से बच्चों को कंधे पर भार उठाते हुए सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है। सिलेबस ज्यादा होने से किताबों व कॉपियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। नेशनल पेरेंट्स काउंसिल(एनपीसी) ने स्कूल बैग का वजन कम करने की हिदायत देते हुए इसे बच्चों की सेहत के साथ खिलवाड़ माना है।

100 पेरेंट्स से बातचीत का निष्कर्ष

82 फीसदी अभिभावक रोज बच्चों के बैग चेक करते हैं।
71 फीसदी ने माना स्कूल बैग लाना- ले जाना गंभीर समस्या।
68 फीसदी ने कहा, ज्यादा-किताबें ले जाते हैं स्कूल में।
60 फीसदी ने माना एक विषय की कई टेक्स्ट बुक, वर्कबुक व कॉपियां।
60 फीसदी बच्चे घर आकर भारी बैग से कंधे में दर्द की शिकायत करते हैं।


क्या कहती है मेडिकल स्टडी

इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स की वार्षिक कॉन्फ्रेंस में एक रिसर्च पेपर में बताया गया कि 34 प्रतिशत स्कूली बच्चों में वजन से भारी स्कूल बैग के कारण कंधे व पीठ के निचले हिस्से में दर्द रहता है। अपोलो सेंटर फॉर एडवांस पीडियाट्रिक्स, नईदिल्ली की एक स्टडी के अनुसार, बैग का वजन ज्यादा होने से स्कूली बच्चों की मांसपेशियों में ‘मस्कुलर स्केलेटल प्रॉब्लम’ होने लगी है।

क्या है सीबीएसई की गाइडलाइन

कक्षा-2 तक बच्चों के बैग स्कूलों में ही रखे जाएं।
बच्चे केवल लंच बॉक्स तथा पेंसिल बॉक्स लेकर स्कूल आएं।
सभी स्कूलों में क्लासरूम लाइब्रेरी सिस्टम बनाया जाए, ताकि बच्चे स्कूल में ज्यादा पढ़ें।


ये हैं एनसीईआरटी के निर्देश

: क्लास-1 व 2 के लिए कोई होमवर्क नहीं
: क्लास-3 से 4 तक 2 घंटे प्रति सप्ताह
: क्लास-5 से 8 तक 5 से 6 घंटे प्रति सप्ताह
: क्लास-9 से 12 तक 10 से 12 घंटे प्रति सप्ताह होमवर्क

सर्वे के बाद टीम के सुझाव

हर स्कूल अपने स्तर पर बस्ते का वजन कम करें।
स्कूलों में स्टूडेंट्स को बुक लॉकर दिए जाएं।
क्लास वर्क नोटबुक स्कूल में ही रखें।
होमवर्क के लिए एनसीईआरटी की गाइडलाइन का पालन किया जाए।

दो दिन बाद जिस कब्र से ज़िंदा निकला था बच्चा फिर वहीँ दफनाया गया!

फतेहपुर (सीकर).कस्बे के वार्ड दो में गुरुवार को दो दिन पूर्व दफनाए बच्चे के जिंदा होने के परिजनों के दावे को नकारते हुए डाक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया है। शुक्रवार शाम चार बजे वार्ड दो स्थित कब्रिस्तान में बालक को पुन: उसी स्थान पर दफनाया गया, जहां पहले दफनाया गया था।

गुरुवार को सुगनाराम की 14 वर्षीया बेटी प्रियंका के ये कहने पर कि बच्चा जीवित है, उसे जमीन से निकाला गया था। बच्चे को निकालने के बाद परिजन उसे गुड़गांव माताजी मंदिर लेकर गए थे। शुक्रवार तड़के चार बजे मंदिर के ही एक ट्रस्टी की सलाह पर बच्चे को डाक्टर को दिखाया गया।

श्रीनाथ क्लीनिक के डॉ. अजय अरोड़ा ने सुबह करीब सात बजे बच्चे की जांच करने के बाद उसे मृत घोषित किया। सुगना राम की पत्नी संतोष ने रविवार शाम बच्चे को जन्म दिया था। दो दिन बाद बच्चे की तबीयत खराब होने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। तब परिजनों ने उसे दफनाया था।मंगलवार सुबह बच्चे की हालत खराब होने पर उसे मोदी अस्पताल के डॉ. विनोद चावला को दिखाया, जिन्होंने उसे सीकर ले जाने को कहा।

परिजन बच्चे को सीकर के निजी अस्पताल लेकर आए जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। इस पर बच्चे को दफना दिया गया था। दूसरी ओर परिजन अभी भी यह मानते हैं कि दफनाए जाने के बाद बच्चे को निकाला गया तो वह जीवित था। इसीलिए वे उसे लेकर गुड़गांव माताजी मंदिर गए थे।

जमीन के नीचे दिखा कुछ ऐसा कि जुट गए हजारों और अता की नमाज


नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को सुभाष मैदान में मस्जिद निर्माण पर रोक लगा दी।

अदालत ने नॉर्थ दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इस स्थान को तुरंत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को सौंपे ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि क्या वहां किसी मुगलकालीन ढांचे का कोई अवशेष था।

कार्यवाहक चीफ जस्टिस एके सीकरी, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस राजीव शकधर की पूर्ण पीठ ने निगम को यह निर्देश भी दिया कि पुलिस की मदद से इलाके की घेराबंदी की जाए ताकि कोई उस स्थान पर प्रवेश न कर सके।

नॉर्थ निगम ने गुरुवार को उस स्थान पर कोई भी धार्मिक गतिविधि करने की अनुमति देने से इंकार कर दिया था। कहा जा रहा है कि दिल्ली मेट्रो के निर्माण कार्य के दौरान यहां मुगलकालीन अकबराबादी मस्जिद के अवशेष मिले थे।

स्थानीय विधायक शोएब इकबाल के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के लोग शुक्रवार को सुबह से ही सुभाष मैदान में जुटने लगे और उन्होंने ढांचे के सामने नमाज अदा की। अदालत ने इस मामले में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए सभी संबंधित एजेंसियों की बैठक बुलाने को कहा है।

अदालत ने वकीलों के एक समूह की ओर से पेश अधिवक्ता अमन लेखी के आग्रह पर यह आदेश दिया। अदालत में आरोप लगाया गया कि शोएब इकबाल सरकार की जमीन पर अवैध तरीके से मस्जिद का निर्माण करा रहे हैं। लेखी का कहना है कि पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी इस स्थल पर अवैध निर्माण रोकने में विफल रहे हैं।

इतना ही नहीं, ये अधिकारी कानून अपने हाथ में लेने वाले विधायक के खिलाफ भी कार्रवाई करने में विफल रहे। जबकि नॉर्थ निगम के वकील ने कहा कि पुलिस द्वारा विवादित स्थल से भीड़ हटाए जाने के बाद निगम इस क्षेत्र की घेराबंदी के लिए तैयार है।

नमाज अदा की

स्थानीय विधायक शोएब इकबाल के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के लोग शुक्रवार को सुबह से ही सुभाष मैदान में जुटने लगे और उन्होंने ढांचे के सामने नमाज अदा की। अदालत ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए सभी संबंधित एजेंसियों की बैठक बुलाने को कहा है।

जमीन के नीचे दिखा कुछ ऐसा कि जुट गए हजारों और अता की नमाज


नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को सुभाष मैदान में मस्जिद निर्माण पर रोक लगा दी।

अदालत ने नॉर्थ दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इस स्थान को तुरंत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को सौंपे ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि क्या वहां किसी मुगलकालीन ढांचे का कोई अवशेष था।

कार्यवाहक चीफ जस्टिस एके सीकरी, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस राजीव शकधर की पूर्ण पीठ ने निगम को यह निर्देश भी दिया कि पुलिस की मदद से इलाके की घेराबंदी की जाए ताकि कोई उस स्थान पर प्रवेश न कर सके।

नॉर्थ निगम ने गुरुवार को उस स्थान पर कोई भी धार्मिक गतिविधि करने की अनुमति देने से इंकार कर दिया था। कहा जा रहा है कि दिल्ली मेट्रो के निर्माण कार्य के दौरान यहां मुगलकालीन अकबराबादी मस्जिद के अवशेष मिले थे।

स्थानीय विधायक शोएब इकबाल के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के लोग शुक्रवार को सुबह से ही सुभाष मैदान में जुटने लगे और उन्होंने ढांचे के सामने नमाज अदा की। अदालत ने इस मामले में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए सभी संबंधित एजेंसियों की बैठक बुलाने को कहा है।

अदालत ने वकीलों के एक समूह की ओर से पेश अधिवक्ता अमन लेखी के आग्रह पर यह आदेश दिया। अदालत में आरोप लगाया गया कि शोएब इकबाल सरकार की जमीन पर अवैध तरीके से मस्जिद का निर्माण करा रहे हैं। लेखी का कहना है कि पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी इस स्थल पर अवैध निर्माण रोकने में विफल रहे हैं।

इतना ही नहीं, ये अधिकारी कानून अपने हाथ में लेने वाले विधायक के खिलाफ भी कार्रवाई करने में विफल रहे। जबकि नॉर्थ निगम के वकील ने कहा कि पुलिस द्वारा विवादित स्थल से भीड़ हटाए जाने के बाद निगम इस क्षेत्र की घेराबंदी के लिए तैयार है।

नमाज अदा की

स्थानीय विधायक शोएब इकबाल के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के लोग शुक्रवार को सुबह से ही सुभाष मैदान में जुटने लगे और उन्होंने ढांचे के सामने नमाज अदा की। अदालत ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए सभी संबंधित एजेंसियों की बैठक बुलाने को कहा है।

अब कभी सुनाई न देगी 22 साल के इस अजगर की फुफकार, देखें तस्वीरें

कोटा. चिड़ियाघर में शुक्रवार को अजगर(मादा पायथन) की फुफकार शांत हो गई। 22 साल की आयु में उसने चिड़ियाघर के पिंजरे में अंतिम सांस ली। केयरटेकर ने शुक्रवार सुबह इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को दी।

चिड़ियाघर के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। मौत की पुष्टि के बाद डीएफओ ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर चिड़ियाघर परिसर में अंतिम संस्कार करवाया। उसने कुल 14 साल यहां के पिंजरे में बिताए।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा-लीवर खराब

शैड्यूल फस्र्ट (दुर्लभ प्रजाति) के इस रेप्टालिया वर्ग में इंडियन डॉग पयथन प्रजाति से हैं। मेडिकल बोर्ड से इसका पोस्टमार्टम करवाया। टीम में डॉ. लीलाराम शर्मा, डॉ. खुशालसिंह व डॉ. एके पांडे शामिल रहे। डॉ. पांडे ने बताया कि रिपोर्ट में मादा अजगर की मौत लीवर सिहरेसिस (इसमें लीवर का अंदरूनी हिस्से काम करना बंद कर देते हैं) नामक बीमारी से हुई।

9 जुलाई को किया था मुर्गे का शिकार

चिड़ियाघर में मादा अजगर को केयरटेकर जानकीलाल ने खाने के लिए मुर्गा दिया था। उसने तुरंत हमला कर गर्दन मरोड़ कर मार दिया था। उसने बाद में उसे आहार नहीं बनाया।

14 साल पहले पकड़ा था सर्कस

1998 में दशहरा मैदान में गणेश नामक सर्कस (जू) से वाइल्ड लाइफ की टीम ने एक मादा व नर जोड़े को पकड़ा था। 12 फीट लंबी इस मादा अजगर को विभागीय अधिकारियों ने चिड़ियाघर में रखा। 2007 में साथी अजगर की मौत हो गई थी। पांच साल बाद अब इसने दम तोड़ दिया।

मादा अजगर की मौत लीवर हिसरेसिस नामक बीमारी से हुई है। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार करवा दिया है।

-बीपी पारीक, डीएफओ चिड़ियाघर

ड्रग टेस्ट पॉजिटिव, क्रिकेटर राहुल शर्मा को हो सकती है 10 साल की जेल


मुंबई. इस साल 20 मई की रात जुहू के पॉश होटल ओकवुड में रेव पार्टी के दौरान पकड़े गये आईपीएल क्रिकेटर राहुल शर्मा और वेन पार्नेल का टेस्‍ट पॉजिटिव पाया गया है। मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि जूहू स्थित ओकवुड होटल में हुई रेव पार्टीमें शामिल 42 और लोगों के ब्लड सैंपल ड्रग टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। आईपीएल खिलाड़ी राहुल शर्मा और और वेन परनेल का ब्लड सैंपल भी पॉजिटिव पाया गया। गौरतलब है कि राहुल शर्मा अभी श्रीलंका के दौरे पर हैं। क्रिकेटरों को ड्रग्‍स लेने के आरोप में दस साल की जेल हो सकती है।

पुलिस ने 44 लोगों के ब्लड सैंपल लिए थे जिनमें से दो महिलाओं के टेस्ट निगेटिव पाए गए हैं। कुल 44 सैंपल में से 35 में भांग (कैनाबिस) 3 में भांग और कोकीन और 4 में भांग और एमडीएमए मिला है।

कुरान का संदेश

ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार माँ बीवी के हाथ में से किसके हाथ का बना खाएं अचार .

ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार माँ बीवी के हाथ में से किसके हाथ का बना खाएं अचार ... जी हाँ यही मुसीबत मेरे सामने थी ...हमारी शरीके हयात बाज़ार गयी और बहतरीन केरियाँ और अचार का मसाला ले आयीं ...अम्मीजान ने मुझ से भी केरियाँ लाने के लियें कहा एक ही दिन में में और मेरी शरीके हयात दोनों केरियाँ ले आये ..अब संकट यह रहा के अचार कोन और किस के वारा लायी गयी केरियों से बनाये फेसला हुआ के भाई मेरे द्वारा लाइ गयी केरियों से तो अम्मीजान अचार बनाएंगी और शरीके हयात उनके द्वारा लाइ गयी केरियों का अचार बनाएंगी फिर देखेंगे किसका अचार बहतरीन बनता है ..सास बहुओं में पहले बार बहतर से बहतर अचार बनाने का कम्पीटीशन हुआ खुदा का शुक्र है आज वोह दीन था के मुझे और मेरे वालीद साहब को अम्मिजना और शरीके हयात द्वारा बनाये गए अचारों में से चक्ख कर सही रिपोर्ट बताना थी के किसके हाथ का अचार ठीक है में चखा दोनों के हाथ के अचार ला जवाब थे लेकिन बीवी के अचार की तारीफ़ करूं तो माँ मेरा अचार निकाल दे और माँ के अचार की तारीफ़ करूं तो बीवी मेरा मुआब्बा बना दे में खामोश रहा लेकिन वालिद साहब ने फेसला किया के यह अचार दोनों एक साथ मिला दो क्योंकि दोनों अचार ही पठानियों के हाथ का बना है एक मेरी बीवी के हाथ का है और एक मेरे बेटे की बीवी के हाथ का है इसलियें इन सास बहु के अचार का मिलन करो और मेरी मुश्किल मेरे वालिद साहब ने इस तरह से हाल कर दी वरना तो मेरा अचार और मुरब्बा दोनों बनना तय था भाई .......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राहुल गाँधी की सक्रिय राजनीती में आने की घोषणा और उनके द्वारा चलाए जाने वाले शुद्धिकर्ण अभियान से शरद पंवार घबरा गए है

देश की सक्रिय और सर्वोच्च राजनीति में जेसे ही राहुल गाँधी ने सक्रिय होने के मामले में अपनी स्वीक्रति दी वेसे ही कोंग्रेस और उसके गठबंधन दलों के भ्रष्ट और बेईमान दागी नेताओं को सांप सूंघ गया और उनकी नीन्द हराम हो गयी है क्योंकि उन्हें पता है अपने घर भरने के काम अभी तक जो भी चल रहे थे अब इसे बंद करना होगा और अगर पकड़े गए तो बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा ............
शरद पंवार ने किसी भी सूरत में कभी भी कोंग्रेस को आँख नहीं दिखाई है लेकिन अचानक राहुल गाँधी की सक्रिय राजनीति में आने की स्वीक्रति से उनके होश उड़ गए है और उन्होंने बहाना बनाकर इस्तीफे की बात कही है ..सही बात तो यह है के शरद पंवार और उनके समर्थक गाँधी परिवार की सर्वोच्चता से शुरू से ही जलन रखते है और इसीलियें इन्होने सोनिया गाँधी को विदेशी बताकर कोंग्रेस छोड़ दी थी आज यही लोग यु ई ऐ अध्यक्ष के रूप में सोनिया गाँधी को अपना मालिक मानकर उनके इशारे पर नाच रहे है लेकिन जब राहुल गाँधी की सक्रियता का एलान हुआ तो प्रफुल्ल पटेल और शरद पंवार अब तक के जो घोटाले हुए है उनकी पोल खुलने के डर से घबरा गए है हालात यह है के वोह अब कोंग्रेस को ब्लेकमेल करने की कोशिश कर रहे है ..शरद पंवार ने पहले तो इस्तीफे का नाटक किया जो इस्तीफा उन्हें राष्ट्रपति को देना चाहिए था वोह नोटंकी के तहत मनमोहन प्रधानमन्त्री जी को दिया और मनमोहन तो शरद पंवार के सभी पाप जानकर भी उसमे हिस्सेदार बने बेठे है उनकी ख़ामोशी ने देश में महंगाई और तबाही फेलाई है ....अब शरद पंवार की मांग हास्यास्पद है कहते है गवर्नर हमारा बनाओ ..तारिक अनवर को उप सभापति राज्यसभा बनाओ इतने दिनों से क्यूँ खामोश थे जो अचानक यह सब बातें याद आ गयी .................तो जनाब शरद पंवार अकेले ही ऐसे नहीं है जो राहुल गाँधी की सक्रिय राजनीति में आने से घबरा रहे है ऐसे कोग्न्रेस में भी है जो घबरा रहे है क्योंकि अभी तक तो राहुल की राजस्थान सहित कई जगह सभी प्रयासों के बावजूद भी नहीं चल पाई है लेकिन सीधे पावर में आने के बाद निर्णय की क्षमता होने के बाद तो राहुल गाँधी सीधा कचरा साफ़ करने का काम कर कोंग्रेस और सरकार शुद्धिकरण अभियान चलाएंगे और इस अभियान में कई बड़े दिग्गज सफ़ेद पोश चोर नेता शहीद होकर ही रहेंगे ..बस इसीलियें शरद पंवार घबरा गये है वरना उनकी तो उम्र कटी बुत कड़े में अब आखरी वक्त में क्या खाक मुसलमान होंगे ..उनके लियें तो यही कहा जा सकता है के कुछ तो मजबूरिय है वरना हर शख्स यूँ बेवफा नहीं होता ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

लेकिन - तुम कह दो

लेकिन - तुम कह दो
मैं सह लूँगा - जो कहना है
अपने जज्बात से -
मैं खुद कह लूँगा.

परेशां ना रहो - कुछ तो कहो
बुतों से यूँ तो ना घिरे रहो .
अकेले - खो जाओगे
जो मुझ से अलग - अपने को
दूर खड़ा पाओगे .

छोडो - वक्त की ठोकरें
इन्हें अभी और खाने दो .
सितारों से भी आगे - एक
नया जहाँ बसाने दो - अरे
उन्हें मत रोको - जो
जा रहें हैं उन्हें जाने दो .

कोई कमी रह गयी शायद
ये सपने - सोते हैं बहूत
इन्हें यूँ ही सो जाने दो
बहूत रोती हैं ये ऑंखें -
इन्हें थोडा और धुंधलाने दो -

अँधेरे - शाश्वत तो नहीं होते
इस जमीन को - सूर्य के
इसी तरह चक्कर लगाने दो .
भौर तो होनी है - होगी जरुर
एक बार जरा - मुझे
रौशनी में तो आने दो ।

अमेरिका में मां काली को बताया 'पोर्न स्‍टार', भड़का गुस्‍सा

वॉशिंगटन. अमेरिका में एक बार फिर हिंदुओं की देवी मां काली का अपमान हुआ है। वीडियो गेम बनाने वाली अमेरिका की एक कंपनी ने मां काली को 'पोर्न स्‍टार' के तौर पर दिखाया गया है। मां काली का इस तरह अपमान SMITE नाम के ऑनलाइन एक्‍शन वीडियो गेम में किया गया है, जिसे जॉर्जिया के हाई-रेज स्‍टूडियोज में डेवलप किया जा रहा है।

अमेरिकी कंपनी के इस कदम का यहां रहने वाले हिंदू समुदाय के लोगों ने कड़ा विरोध किया है। यूनिवर्सल सो‍सायटी ऑफ हिंदुइज्‍म के प्रेसिडेंट राजन जेड ने कहा कि मां काली के साथ इस तरह के खिलवाड़ से उनके श्रद्धालुओं में गुस्‍सा है जो उन्‍हें पूजते हैं।

हिंदू जनजागृति समिति ने वीडियो गेम डेवलप करने वाली कंपनी की आलोचना करते हुए कहा है, 'इस गेम में मां काली को बड़े ही खराब तरीके से पेश किया गया है। काली माता हिंदुओं की देवी हैं और एक अरब से ज्‍यादा हिंदू इनकी पूजा करते हैं। अमेरिकी कंपनी ने हिंदू समुदाय की देवी-देवताओं का अपमान किया है क्‍योंकि देवी-देवताओं को ऑनलाइन गेम्‍स के लिए इस्‍तेमाल नहीं किया जा सकता है।'

हिंदू संगठनों ने यह गेम डेवलप करने वाले स्‍टूडियो के खिलाफ दुनियाभर में विरोध-प्रदर्शन का आह्वान किया है। इन संगठनों ने हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने के लिए बिना शर्त माफी की मांग की है।

इससे पहले, अमेरिका में बीयर का नाम मां काली पर रखकर हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ किया गया था।

'आशीर्वाद' पर विवादः राजेश खन्ना की लिव-इन पार्टनर ने भेजा नोटिस



मुंबई.गुजरे ज़माने के सुपर स्टार राजेश खन्ना के निधन ) के बाद उनकी संपत्ति को लेकर विवादों का सिलसिला शुरू हो गया है। अंग्रेजी अखबार 'मिड डे' की खबर के मुताबिक राजेश खन्ना के साथ बीते 8 साल तक रहीं अनीता आडवाणी ने उनकी मौत से ठीक एक दिन पहले खुद को 'आशीर्वाद' से बाहर निकाले जाने से रोकने के लिए खन्ना परिवार को कानूनी नोटिस भेज दिया था। 'आशीर्वाद' काका के परिवार और राजेश खन्ना के आखिरी दौर में उनकी प्रेमिका बताई जाने वाली अनीता आडवाणी के बीच कानूनी जंग का अखाड़ा भी बनता दिख रहा है। अनीता के करीबी सूत्रों के मुताबिक राजेश खन्ना का परिवार उन्हें 'आशीर्वाद' से बेदखल करने की कोशिश कर रहा है।

हरिद्वार में आचार्य बालकृष्ण और भोपाल में दिग्विजय सिंह गिरफ्तार



देहरादून.बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण को गिरफ्तार कर लिया गया है। देहरादून की एक अदालत द्वारा उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए जाने के बाद यह कार्रवाई हुई। उधर, भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक प्रदर्शन के दौरान पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह की भी गिरफ्तारी हुई है।
आचार्य बालकृष्ण को फर्जी पासपोर्ट मामले में कोर्ट में हाजिर होना था। लेकिन वह पेश नहीं हुए। तब अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। इसके फौरन बाद सीबीआई की टीम पतंजलि योगपीठ स्थित बालकृष्‍ण के दफ्तर पहुंच गई।
सीबीआई की टीम बालकृष्ण को गिरफ्तार करके देहरादून की ओर लेग गई। आचार्य बालकृष्ण के समर्थकों ने उनकी गिरफ्तारी की काफी विरोध भी किया।() पतंजलि योगपीठ स्थित उनके दफ्तर से गाड़ी तक ले जाने में ही सीबीआई को आधा घंटा लग गया।
यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब बाबा रामदेव 9 अगस्‍त से विदेश में जमा काला धन भारत मंगवाने के लिए सरकार पर दबाव डालने के मकसद से बड़ा आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं।
आरोप है कि फर्जी दस्तावेज देकर आचार्य बालकृष्ण ने पासपोर्ट हासिल किया है। सीबीआई इसकी जांच कर रही है। बालकृष्ण के पास वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से मध्यमा (इंटरमीडिएट के समकक्ष) और शास्त्री (बीए के समकक्ष) की डिग्रियां हैं। इन डिग्रियों की भी जांच चल रही है।
उनके खिलाफ इस बात की भी जांच हो रही है कि वह शादीशुदा हैं या नहीं। उनकी वैवाहि‍क स्‍थि‍ति‍ को लेकर कुछ वि‍वादास्‍पद जानकारी मि‍ल रही है। इसके तार उत्तराखंड से नेपाल तक जुड़े बताए जा रहे हैं। इस जानकारी के आधार पर जांच की जा रही है। हालांकि‍ अभी इस बात की कोई आधि‍कारि‍क पुष्‍टि‍ नहीं हुई है।
आचार्य बालकृष्ण रामदेव के नेतृत्‍व में चलने वाले ट्रस्‍ट की 34 पंजीकृत कंपनियों के निदेशक हैं। इन 34 कंपनियों का कुल कारोबार 265.94 करोड़ रुपए है। इन कंपनियों में 23 उत्तराखंड में, पांच उत्तर प्रदेश में,चार दिल्ली में तथा एक एक पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में है। दिल्ली की चार कंपनियों का कुल कारोबार 163.06 करोड़ रूपए,उत्तराखंड की कंपनियों का 94.84 करोड़ रूपए तथा पश्चिम बंगाल की कंपनी का कारोबार आठ करोड़ रुपए है।
करीब साल भर पहले तक पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट और उससे जुड़े संस्थानों के लिए संगठन की कमान बाबा रामदेव संभाले हुए थे और प्रशासन व पैसे से जुड़ा सारा कामकाज बालकृष्ण देखते थे। लेकिन रामदेव ने मुक्तानंद को साइनिंग अथारिटी दे दिया था। उस समय भी बालकृष्‍ण की गिरफ्तारी की आशंका के मद्देनजर ही ऐसा किया गया था, लेकिन तब वह अदालत से गिरफ्तारी के खिलाफ स्‍टे ले आए थे। यह बात पिछले साल अगस्‍त की है।

प्रीमियर देख रहे लोगों पर 'बैटमैन' ने की गोलीबारी, एक गिरफ्तार

डेनेवर. अमेरिका के कोलेराडो प्रांत में एक थिएटर में हुई अंधाधुंध गोलीबारी में कम से कम 14 लोग मारे गए जबकि कम से कम 50 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह घटना बैटमैन सीरीज की नई फिल्म 'द डार्क नाइट राइजेज' के प्रीमियर के दौरान हुई। पुलिस ने इस सिलसिले में एक संदिग्‍ध को कार पार्किंग से गिरफ्तार भी कर लिया है।

डेनेवर के करीब ओरोरा में एक सिनेमाहाल में मिडनाइट शो के दौरान थिएटर खचाखच भरा था। ज्यादातर युवा फैन फिल्म देखने आए थे। न्यूज9 की एक रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म शुरू होने के करीब 15 मिनट बाद ही अंधाधुंध फायरिंग हुई। मास्‍क पहने हमलावर ने फायरिंग करने से पहले थियेटर में आंसू गैस के गोले छोड़े। देखते ही देखते पूरा थियेटर धुएं से भर गया। गोलीबारी की वजह से थियेटर में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। लोग अपनी जान बचाकर भागने लगे।

थिएटर में मौजूद कुछ लोगों का कहना है कि शुरू में ऐसा लगा जैसे यह कोई नया स्पेशल इफेक्ट है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक गोलीबारी दो लोगों ने की, हालांकि स्‍थानीय पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। हमलावरों ने थिएटर में विस्फोटक भी लगाया था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावरों ने मास्क भी पहन रखा था। पुलिस ने कथित बंदूकधारी की कार से गैस मास्‍क, राइफल और हैंडगन बरामद किया है। हमलावर बुलेटप्रूफ वेस्‍ट, चश्‍मा और हेलमेट बन रखा था। पुलिस ने गिरफ्तार संदिग्‍ध की पहचान अभी तक उजागर नहीं की है।

गोलीबारी के शिकार हुए लोगों में नवजात बच्‍चे और एक प्रेग्‍नेंट महिला भी शामिल है। घायल हुए लोगों में से कम से कम 20 का यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोरेडो हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। 10 लोगों ने थियेटर में ही दम तोड़ दिया, जबकि चार की अस्‍पताल में मौत हुई। राष्‍ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्‍नी मिशेल ओबामा ने इस घटना पर दुख जताया है। ओबामा को इस घटना की जानकारी तड़के पांच बजकर 26 मिनट पर उनके होमलैंड सिक्‍योरिटी एडवाइजर जॉन ब्रेनैन ने दी।

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