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25 जुलाई 2012

हैड कांस्टेबल ने घूस लेकर जैसे ही बेटे को सौंपी तभी एसीबी ने धर दबोचा

जयपुर.दहेज प्रताड़ना के मामले को रफा-दफा करने की एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत ले रहे महिला थाना वेस्ट के हैड कांस्टेबल और उनके बेटे को एसीबी ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी हैड कांस्टेबल ने रिश्वत की राशि लेकर बेटे को दे दी थी।

एसीबी आईजी उमेश मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी हैड कांस्टेबल ताराचंद (57)महिला थाना वेस्ट में करीब 20 दिन पहले ही लगा था। ताराचंद का बेटा अनिल होमगार्ड में है और ट्रैफिक ड्यूटी खत्म कर पिता के पास आया था।

एसीबी ने रिश्वत की राशि अनिल से बरामद कर ली। ट्रैप कार्रवाई के बाद एसीबी ने हरमाड़ा में बालाजी कांटे के पास स्थित आवास की तलाशी ली लेकिन कुछ नहीं मिला। इस संबंध में फुलेरा के छोटू लाल ने एसीबी में शिकायत की थी कि उसके पुत्र के खिलाफ ससुराल वालों ने दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाकर महिला थाना वेस्ट में मामला दर्ज कराया था।

मामले का रफा दफा करने के लिए हैड कांस्टेबल ताराचंद 30 हजार रुपए मांग रहा है। इसमें दो हजार रुपए पहले ही ले लिए। एसीबी ने मामले का सत्यापन कराया तो सही निकला। बुधवार शाम को छोटू लाल 10 हजार रुपए हैड कांस्टेबल को देने के लिए थाने पहुंचा। हैड कांस्टेबल ने रिश्वत की राशि ली और पास ही खड़े बेटे को दे दी। इस दौरान एसीबी ने दोनों को दबोच लिया।

फुलेरा गया और दो हजार रुपए ले आया:

जांच मिलने के बाद आरोपी हैड कांस्टेबल फुलेरा में छोटू लाल के घर पर गया और उनके खिलाफ मामला दर्ज होने की जानकारी दी। इसके बाद छोटू लाल से दो हजार रुपए ले आया। शेष राशि थाने में आकर देने की बात कही।

ये है धरती का पहला ज्योतिर्लिंग!


धर्म शास्त्रों के अनुसार सावन के महीने में भगवान शिव के दर्शन करने से सभी पापों से छुटकारा मिल जाता है और सभी मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती हैं। सावन के महीने में 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन लाखों श्रद्धालु रोज करते हैं। इन ज्योतिर्लिंगों का अपना एक अलग महत्व है। इन ज्योतिर्लिंगों की स्थापना से जुड़ी कई कथाएं प्रचलित हैं। कुछ ज्योतिर्लिंगों की कथा तो धर्म ग्रंथों में भी मिलती है। मान्यता है कि गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित सोमनाथ ज्योतिर्लिंग धरती का पहला ज्योतिर्लिंग है।

कुरान का संदेश

महामहीम के खिलाफ सियासत मामले में अन्ना टीम को सरकार जेल क्यूँ नहीं भेजती

राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज अपने पद की शपथ लेकर खुद को महामहीम बना लिया है ..दूसरी तरफ आज ही के दिन उनके खिलाफ अन्ना टीम के केजरीवाल ने मोर्चा खोला है ..अन्ना तो खेर आज से अनशन के अपने वायदे से मुकर गए और उन्होंने तारीख पर तारीख की तरह अपने अनशन की तारीख आगे बढ़ा दी है .................... दोस्तों सभी को पता है के प्रणव मंत्री थे तब तक तो खूब उन पर आरोप लागे लेकिन अब सर्वोच्च पद पर बेठने के बाद अगर उनपर ऐसे आरोप लगाये जाते है और सरकार और उसके वकील चुप रहते है तो मान लेना चाहिए के सरकार डरी हुई है और सरकार के जो लाखों रूपये महीना लेने वाले वकील है वोह कुछ भी कर पाने में सक्षम नहीं है ........अन्ना और उनकी टीम देश में कानून का राज चाहते है हम भी कानून का राज भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहते है लेकिन अगर इस नाम पर राजनीति हो तो फिर ऐसे लोगों के साथ कोई रियायत कोई छुट नहीं होना चाहिए कानून में तोडू ..आप तोड़ो या फिर अन्ना टीम तोड़े सभी को बराबर सजा मिलना चाहिए ..दोस्तों सभी जानते है के देश के सर्वोच्च पद पर बेठे व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्यवाही सम्भव नहीं है लेकिन अगर कोई ऐसे सर्वोच्च राष्ट्रपति जेसे पद पर बेठ जाये शपथ ले ले और उसके खिलाफ बिना किसी सुबूत के सडकों पर अनाप शनाप बकवास हो तो फिर ऐसे लोगों के खिलाफ तो मुकदमे दर्ज होना ही चाहिए क्योंकि देश की ग्रीमा जभी कायम रह सकेगी जब ऐसे सियासी आरोप लगाने वालों के खिलाफ कार्यवाहियां शुरू होंगी .................अन्ना ..केजरीवाल ..प्रशांत भूषण के पास प्रणव के खिलाफ की सुबूत थे तो उसे अदालत के ज़रिये मुकदमा दर्ज कराने की जगह सियासी रूप क्यूँ दिया गया यह एक प्रश्न है के एक सुप्रीम कोर्ट के वकील और उनके समर्थक भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर ऐसे व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के स्थान पर सियासत कर रहे है जबकि कोई सुबूत पुख्ता होता तो यही लोग अदालत से मुकदमा दर्ज कराते और दोषी लोगों को सजा दिलवाते लेकिन ऐसा नहीं किया गया सिर्फ भेडिया आया भेडिया आया वाली दास्तान सियासत बन कर रह गयी ..आज जंतर मंतर पर जो कुछ भी हुआ वोह सबके सामने है खुद अन्ना टीम ने प्रथम द्रष्टया माना के वोह अपराध कर रहे है और इसीलिए उन्होंने प्रणव की तस्वीर को कपड़े से ढक दिया ..लेकिन मंच से जो कुछ भी प्रणव के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद उनके खिलाफ अन्ना टीम ने कहा वोह उन्हें जेल पहुंचाने के लियें काफी है ........हमारे देश में दंड प्रक्रिया संहिता में प्रावधान है के १९९ के तहत कोई भी सरकारी वकील ऐसे मामलों में दोषी लोगों के खिलाफ उन्हें सज़ा दिलवाने के लियें सरकार से अनुमति प्राप्त कर सेशन जज के समक्ष परिवाद पेश करेगा ..लेकिन दोस्तों आप सभी जानते है के देश में सरकार अपने वकील सरकारे आने जाने के बाद बदलती रहती है और किन लोगों को सरकार वकील बनाती है और वोह लोग क्या करते है सभी जानते है सरकार अगर ज़िम्मेदार लोगों को वकील बनाये तो ऐसे मामलों में कोई भी सरकारी वकील सरकार से अनुमति लेकर मुख्य पदों पर बेठे लोगों के खिलाफ अनर्गल बातें करने वालों को जेल भेजने के लियें जिला जज के समक्ष परिवाद पेश करे इस मामले में मेने महामहीम राष्ट्रपति और प्रधानमन्त्री महोदय को एक शिकायत भेज कर दोषी लोगों के खिलाफ न्यायालय में कार्यवाही करने के लियें सरकारी वकील को निर्देश देने का निवेदन किया है जो महामहीम राष्ट्रपति कार्यालय में पी आर एस ई सी /ई /२०१२/१००२२ पर दर्ज की गयी है जिस पर निर्णय होना है ..........दोस्तों ऐसे अनर्गल आरोप लगाकर माहोल बिगाड़ने और राजनीति करने वाले लोगों को दंड मिलना चाहिए शायद आप भी यही चाहते होंगे वरना सियासत अगर नहीं तो फिर मुकदमा दर्ज होना चाहिए था जो अन्ना टीम ने अब तक विधिक प्रक्रिया नहीं अपनाई है ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राष्‍ट्रपति प्रणब बोले- चौथे विश्‍वयुद्ध से गुजर रहे हैं हम


नई दिल्ली। प्रणब मुखर्जी ने बतौर राष्ट्रपति अपने पहले भाषण में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को चौथा विश्वयुद्ध बताते हुए कहा कि यह दानव पूरे विश्व में कहीं भी अपना सिर उठा सकता है। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि अभी युद्ध का युग समाप्त नहीं हुआ है।

प्रणब मुखर्जी ने कहा, 'हम चौथे विश्वयुद्ध के बीच में हैं, शीतयुद्ध तीसरा विश्वयुद्ध था जिसका 1990 में समाप्त होने तक एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका पर काफी व्यापक असर रहा।' आतंकवाद के मुद्दे पर उन्‍होंने कहा, 'भारत इस युद्ध के मोर्चे पर तब से है जबसे इसकी गहराई या खतरनाक परिणामों को बाकी लोगों ने मान्यता तक नहीं दी थी।'

मुखर्जी ने भारतीय सुरक्षाबलों के साहस और हौसलों पर गर्व करते हुए कहा, 'मुझे गर्व है हमारी सेना पर जिसने सीमाओं पर इन धमकियों से लड़ाई लड़ी है, हमारी पुलिस फोर्स के वीर जवानों पर जिन्होंने देश के भीतर दुश्मनों का सामना किया है और हमारे देश के नागरिकों पर जिन्होंने शांति व्यवस्था और आपसी सौहार्द बनाए रखकर आतंकियों के मंसूबों को नाकाम किया है।'

प्रणब को बुधवार को सीजेआई एसएच कपाडि़या ने 13वें राष्‍ट्रपति के तौर पर शपथ ( दिलाई। इसके बाद अपने भाषण में उन्‍होंने भ्रष्‍टाचार का भी जिक्र किया। उन्‍होंने कहा कि भ्रष्‍टाचार देश को मायूस करता है। लेकिन टीम अन्‍ना उन पर ही भ्रष्‍टाचार के आरोप लगा रही है। अन्‍ना हजारे के साथी आज से जंतर मंतर पर मजबूत लोकपाल के लिए अनशन कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रणब मुखर्जी पर भ्रष्‍टाचार के आरोप हैं। उनका दावा है कि उन पर चारों आरोपों के पक्ष में सुबूत प्रधानमंत्री को दिए गए थे, लेकिन अब इनकी जांच नहीं हो सकती
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