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27 जुलाई 2012

कुरान का संदेश

प्रदेश में खुले 13 नए थानों को मंजूरी

एनसीआर रीजन में 4, अन्य जिलों में 4 और 5 पुलिस चौकियों को बनाया नया थाना
जयपुर. राज्य सरकार ने अलवर जिले में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत प्रदेश में 13 नए थाने खोलने को मंजूरी दी है।इनमें 5 पुलिस चौकियों को अब थाना बनाया गया है।इनके लिए गृह विभाग ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर दी।
गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि कानून-व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में नए थाने खोलने और कुछ पुलिस चौकियों को थाना बनाने की घोषणा की थी। इनमें सवाई माधोपुर जिले में सूरवाल में भी नया थाना खोला गया है।यहां पिछले दिनों पुलिस के सीआई फूल मोहम्मद को जिंदा जलाए जाने की घटना हो गई थी।
यहां खुले नए थाने: अलवर जिले में एनईबी, नौगांवा, ततारपुर और चौपानकी। कोटा जिले में बोरखेड़ा, सवाई माधोपुर जिले में सूरवाल, जोधपुर ग्रामीण में नागौरी गेट और बूंदी जिले के नमाना में नया थाना खोला गया है।
पहले पुलिस चौकी थी, अब थाना बना: श्रीगंगानगर जिले में समेजा की कोठी, जोधपुर ग्रामीण में बोरूंदा, जैसलमेर जिले में रामदेवरा, धौलपुर जिले में नादनपुर और चित्तौडगढ़़ में बस्सी पुलिस चौकी को अब थाना बनाया गया है।

खून की कमी दूर हो जाएगी... सिर्फ पंद्रह मिनट में





शरीर में खून की कमी हो जाने पर इंसान को कमजोरी, थकावट, शक्तिहीनता और चक्कर जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसा अधिकतर खून में आयरन कमी के कारण होता है। अगर आपको भी ऐसी कोई समस्या है तो आयरन की कमी को पूरा करने के लिए सेब, अनार, पपीता व सब्जी में पालक, मेथी, गाजर, बथुआ, चुकंदर, खूबानी, अंजीर आदि का सेवन करें।

मुनक्का को रात में लोहे की कड़ाही में पानी में 6 घंटे भिगोने के बाद प्रयोग करें, ऐसा करने से तेजी से खून में आयरन की मात्रा बढ़ेगी। साथ ही रोजाना 15 मिनट वरूण मुद्रा करें तो जल्द ही खून की कमी पूरी हो जाएगी।

कैसे बनाएं वरूण मुद्रा- किसी समतल स्थान पर आसन बिछाकर सुखासन में बैठ जाएं। गहरी सांस लें और छोड़ें। सबसे छोटी अंगुली तथा अंगूठे के पोर को मिलाकर शेष अंगुलियों को सीधा रखा जाए तो वरूण मुद्रा बनती है। इस मुद्रा का अभ्यास रोजाना पंद्रह मिनट करें।

लाभ - यह मुद्रा रक्त संचार संतुलित करने, चर्मरोग से मुक्ति दिलाने, खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने में सहायक है। वरुण मुद्रा के नियमित अभ्यास से शरीर में पानी की कमी से होने वाली कई बीमारियां समाप्त हो जाती हैं। पानी की कमी से ही शरीर में खून से संबंधित बीमारियां होती हैं। यह मुद्रा त्वचा को सुन्दर बनाती है।

सुबह यह देवी मंत्र बोल बने सफल व ताकतवर

देवी दुर्गा को जगतजननी पुकारा जाता है। संसार की मातृशक्ति होने का यह भाव ही शक्ति संपन्न बनाने में मददगार होता है। क्योंकि यह शक्ति ही अनेक तरह से संकल्प, कर्म व कर्तव्य से जोड़कर जीवन में उजागर होती है। चूंकि हर इंसान की इच्छा और जरूरतें भी अलग-अलग होती है। यह भी वजह है कि देवी के अलग-अलग स्वरूप भी कामनासिद्धि के लिए पूजनीय हैं।

इंसानी जीवन की ऐसी ही इच्छाओं में एक है - सफलता, जिसे पाने के लिए सबसे अहम है - ज्ञान। ज्ञानशक्ति ही मन को संकल्पित और चरित्र को उजला बनाकर कामयाबी के शिखर तक पहुंचाती है। इसके लिए देवी उपासना के विशेष मंत्र जप का महत्व है।

शुक्रवार का दिन देवी उपासना का शुभ दिन है। अगर आप भी ज्ञान और कौशल से शक्ति संपन्न बनना चाहते हैं तो शुक्रवार को नीचे लिखे देवी मंत्र का स्मरण देवी के नीचे बताए तरीके से पूजा के बाद स्फटिक की माला से यथाशक्ति या 108 बार जरूर करें -

- शुक्रवार को स्नान के बाद देवी मंदिर या घर में देवी प्रतिमा की कुंकुम, फूल, अक्षत, लाल सूत्र व लाल वस्त्र चढ़ाकर खीर का भोग लगाएं।

- पूजा के बाद मंदिर में ही दीप जलाकर आसन पर पूर्व दिशा की ओर मुख कर बैठें और यह मंत्र ध्यान करें -

विद्या: समस्तास्तव देवि भेदा: स्त्रिय: समस्ता: सकला जगत्सु।

त्वयैकया पूरितमम्बयैत् का ते स्तुति: स्तव्यपरा परोक्ति:।।

- मंत्र ध्यान के बाद देवी आरती करें और सुख व सबलता की प्रार्थना करें।

नहीं होगी कब्ज और गैस की परेशानी अगर करेंगे रोज ये एक काम


अनियमित खान-पान के कारण कई लोगों को कब्ज की समस्या हो जाती है। ऐसे में लगातार कब्ज के बने रहने पर गैसया वात की समस्या हो ही जाती है और यही गैस्ट्रिक ट्रबल शरीर में कई अन्य प्रॉब्लम्स, जिन्हें आयुर्वेद की भाषा में वात रोग कहते हैं, का कारण बनती है इससे पीड़ित व्यक्ति को सिरदर्द, कमरदर्द, पेटदर्द, सीने में दर्द जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप भी गैस से परेशान हैं और इसे जड़ से मिटाना चाहते हैं तो नियमित रूप से मंडूकासन करें। इस आसन में हमारे शरीर की आकृति मेंढक के समान हो जाती है इसलिए इसे मंडूकासन कहा जाता है।

मंडूकासन की विधि-

मंडूकासन के लिए पहले चटाई बिछाकर बैठ जाएं। इसके बाद दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर पीछे की ओर ले जाएं और एड़ियों को फैलाकर दोनों पंजों को मिलाकर उस पर बैठ जाएं। दोनों हाथों के अंगूठों को अंदर करके मुट्ठी बांध लें और मुट्ठी को एक-दूसरे से सटाकर नाभि के पास रखें। अब सांस अंदर खींचकर शरीर को ढ़ीला छोड़ दें। सांस को छोड़ते हुए शरीर को धीरे-धीरे आगे की ओर झुकाते हुए छाती को घुटनों से लगाएं। इसके बाद सांस लेते हुए शरीर को वापिस पहले वाली स्थिति में ले आएं। फिर कुछ देर रुककर सांस को छोड़ते हुए फिर से छाती को घुटनों से लगाएं। इस क्रिया को 3 बार करें।

आसन से रोगो में लाभ-

इस आसन से पेट की सभी मांसपेशियों की मालिश हो जाती है जिससे पेट के अधिकतर रोग खत्म हो जाते हैं। यह आसन पेट को बाहर निकलने से रोकता है अर्थात चर्बी को बढ़ने से रोकता है। यह सांस की तेज गति को सामान्य करता है इसलिए जिन व्यक्तियों की सांस फूलती हो उनके लिए यह आसन बहुत लाभकारी होता है। यह आसन अपच (भोजन का न पचना) व गैस का अधिक बनना कम करता है। इससे घुटनों, पिण्डलियों तथा टखनों का दर्द दूर होता है। इस आसन से पंजो को बल मिलता है जिससे पैरों में उछलने की शक्ति बढ़ती है। यह आसन ब्लडप्रेशर (उच्च रक्तचाप), वायु विकार को खत्म करने के लिए अधिक लाभकारी है। यह आसन शरीर में ऊपर की वायु को ऊपर से तथा नीचे की वायु को नीचे से निकाल देता है। खाने को लेकर असावधानी रखने वाले लोगों के लिए यह आसन काफी फायदेमंद है। प्रतिदिन मंडूकासन करने पर पेट की कई छोटी-बड़ी समस्याएं आपसे हमेशा दूर ही रहेगी।

डीएनए रिपोर्ट: एनडी तिवारी ही पिता


नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एनडी तिवारी को पितृत्‍व केस में तगड़ा झटका लगा है। दिल्‍ली हाईकोर्ट ने डीएनए रिपोर्ट के आधार पर यह कहा है कि एन डी तिवारी ही रोहित शेखर के पिता हैं। हाईकोर्ट में यह रिपोर्ट आज खोली गई।
रोहित शेखर के वकील ने कहा कि कोर्ट ने ऐलान किया है कि डीएनए रिपोर्ट के मुताबिक एनडी तिवारी ही रोहित शेखर के जैविक पिता हैं। वकील ने कहा कि इस मामले में अब संदेह की कोई गुंजाइश नहीं बची है।

तिवारी ने अपने ओएसडी ए डी भट्ट के माध्‍यम से अपना संदेश भेजा। तिवारी ने आरोप लगाया कि उन्‍हें बदनाम करने के लिए एक सोची-समझी साजिश का शिकार बनाया गया है। उन्‍होंने कोर्ट के फैसले का सम्‍मान करते हुए कहा, 'मैं विवादों से दूर रहना चाहता हूं और इस मामले को ज्‍यादा तूल नहीं देना चाहता था। यह निजी मामला है, इसे तूल नहीं दिया जाना चाहिए। मेरी सहानुभूति रोहित शेखर के साथ है।'

इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट से तिवारी को बड़ा झटका लगा। हाई कोर्ट की एक बेंच ने एनडी तिवारी की उस याचिका खारिज कर दिया,जिसमें उन्होंने अपनी डीएनए रिपोर्ट को सार्वजनिक न करने की अपील की थी। इस तरह पितृत्व मामले में उनकी डीएनए रिपोर्ट के सार्वजनिक होने का रास्ता साफ हो गया। हाई कोर्ट की बेंच ने पिछले हफ्ते डीएनए रिपोर्ट 27 जुलाई को कोर्ट में खोलने के आदेश दिए थे।

गौरतलब है कि रोहित शेखर नाम के युवक का दावा है कि तिवारी उसके जैविक पिता हैं। डीएनए रिपोर्ट से इस दावे की सच्चाई पता चल गया। 87 साल के तिवारी ने अपनी याचिका में कहा था कि कोर्ट अभी तक यह निर्णय नहीं कर पाया है कि यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट के अधिकार क्षेत्र में आता भी है या नहीं? ऐसे में रिपोर्ट सार्वजनिक करना उनके साथ भारी अन्याय होगा और अधिकार क्षेत्र पर निर्णय आने तक रिपोर्ट सार्वजनिक न की जाए।

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