तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 अगस्त 2012
माहे रमजान का जुमा अलविदा अलविदा
हुजूर ने फरमाया कि 'रमजान के महीने में एक ऐसी रात है, जो हजार महीनों से ज्यादा बेहतर है।' इस रात से मुराद लैलतुल कद्र है। जैसा कि खुद कुरआन मजीद में है कि 'हमने इस कुरआन को शब-ए-कद्र में नाजिल किया है और तुम क्या जानो कि शब-ए-कद्र क्या चीज है। शब-ए-कद्र हजार महीनों से ज्यादा बेहतर है।' कुरआन इंसान की भलाई और हिदायत का रास्ता दिखाने वाली किताब है।
सच्ची बात तो यह है कि इंसान के लिए इससे बढ़कर कोई दूसरी नेमत हो ही नहीं सकती। इसीलिए कहा गया है कि इंसानी तारीख में कभी हजार महीनों में भी इंसानियत की भलाई के लिए वह काम नहीं हुआ, जो इस एक रात में हुआ है। इस रात की अहमियत के अहसास के साथ जो इसमें इबादत करेगा, वह दरअसल यह साबित करता है कि उसके दिल में कुरआन मजीद की सही कदर और कीमत का अहसास मौजूद है।
डैबितिज़ का केसे करे सावधानी से इलाज
यह रोचक बात करे साफ कि रासलीला है भोग नहीं योग लीला
भगवान श्रीकृष्ण लीला पुरुषोत्त्तम कहलाते हैं। क्योंकि पूरे जीवन की गई श्रीकृष्ण की लीलाओं में कोई लीला मोहित करती है तो कोई अचंभित करती है। लेकिन हर लीला जीवन से जुड़े कोई न कोई बेहतरीन संदेश देती है।
भगवान श्रीकृष्ण की सभी लीलाओं में रासलीला के कई पहलू एक ओर श्रद्धा व आस्था तो दूसरी तरफ उत्सुकता और जिज्ञासा का विषय भी रहे हैं। किंतु युग के बदलाव, धर्म की गहरी समझ की कमी और बदलती संस्कृति व संस्कारों से पैदा हुई गलत मानसिकता की वजह से रासलीला शब्द को लंपटता या गलत अर्थ में उपयोग किया जाता है। खासतौर पर स्त्रियों से संबंध रखने और उनके साथ रखे जाने वाले व्यवहार के लिए रासलीला के आधार पर अनेक युवा भगवान कृष्ण को आदर्श बताने का अनुचित प्रयास करते हैं।
इसलिए यहां तस्वीर के साथ बताए जा रहे एक रोचक पहलू से खासतौर पर युवा समझ्रें कि रासलीला से जुड़ा व्यावहारिक सच क्या है
अब सरकारी कर्मचारी घोषणा करेगा कि उसने दहेज नहीं लिया
इस घोषणा पर उसकी पत्नी, ससुर व पिता के हस्ताक्षर होंगे। इस आदेश की प्रति सभी विभागों को भेज दी है और नियमों का पालन करवाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। अदालत ने मामले की सुनवाई दो सप्ताह बाद तय की। गौरतलब है कि प्रार्थी अधिवक्ता एस.के.गुप्ता ने इस संबंध में प्रार्थना पत्र दायर किया था।
छात्र को यूनिवर्सिटी चुनाव लड़ने की अनुमति दी
राजस्थान हाईकोर्ट ने एमएसडब्ल्यू विभाग के एक छात्र को यूनिवर्सिटी चुनाव लड़ने की अनुमति दे दी है। मुख्य न्यायाधीश अरुण मिश्रा व न्यायाधीश एन.के. जैन की खंडपीठ ने यह आदेश संग्राम सिंह की याचिका निस्तारित करते हुए दिया। याचिका में कहा कि उनके अकादमिक सत्र देरी से चल रहा है और रिजल्ट भी लेट आया। यूनिवर्सिटी उन्हें मौजूदा सत्र में नहीं मान रही है। पिछली साल भी उन्हें नामांकन भरने व मतदान का अधिकार नहीं दिया था। इसलिए उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दी जाए।
बाबा के मंच पर पहले राजबाला का सम्मान, फिर हुआ शहीदों का अपमान
नई दिल्ली। रामलीला मैदान में बाबा रामदेव के आंदोलन का समर्थन करने के लिए देशभर से हजारों की संख्या में लोग जुटे हैं। तीन दिन के उपवास के लिए आए समर्थकों में हरियाणा व उत्तराखंड के लोगों की तादाद अधिक है। मैदान में बुजुर्ग, अधेड़ व महिलाओं की संख्या ज्यादा नजर आ रही है।
एक हजार से अधिक स्वयंसेवक भीड़ को प्रबंधित करने व समर्थकों की मदद के लिए मैदान में मौजूद हैं। जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे के आंदोलन के वक्त समर्थकों की भीड़ पर सवाल उठ रहे थे, वहीं भारी उमस के बावजूद रामलीला मैदान में 30 हजार से अधिक की भीड़ उमड़ी है।
मंच के सामने दो हिस्सों में वाटरप्रूफ पंडाल बनाया गया है, हालांकि वह इतना सादा है कि उसमें पंखे तक का इंतजाम नहीं है। हालांकि पीने के पानी का पर्याप्त इंतजाम दिखा। भोजन की भी पूरी व्यवस्था है, अन्नपूर्णा रसोई के सामने हजारों की संख्या में लोगों को कतार में देखा गया।
अनशन स्थल पर रानी लक्ष्मीबाई, सरदार पटेल, महात्मा गांधी, चंद्रशेखर आजाद जैसे महापुरुषों के साथ राजबाला की तस्वीर भी लगाई गई है। मालूम हो कि पिछले आंदोलन के दौरान हुई पुलिसिया कार्रवाई में घायल हुई राजबाला की बाद में मौत हो गई थी। रामदेव ने राजबाला के परिजनों को मंच पर बुलाकर उनका अभिनंदन किया।
इनके अलावा कई पोस्टर्स में जयप्रकाश नारायण और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को भी स्थान दिया गया है। बाबा के सहयोगी बालकृष्ण के भी मैदान के विभिन्न हिस्सों में अनेक विशाल पोस्टर लगाए गए हैं। मंच से वक्ताओं के तौर पर ज्यादातर बाबा रामदेव ही मुख्यरूप से माइक थामे रहते हैं।
बीच-बीच हरियाणवी रागनियां, फिल्मी गीत व देशभक्ति के पैरोडी गीतों के जरिए समर्थकों में जोश जगाया जाता है। हालांकि इस बार सरकार विरोधी नारे नहीं सुनाई दे रहे हैं। शाम करीब चार बजे अन्ना आंदोलन में लगातार गीत गाने वाले श्रीश्री रविशंकर के शिष्य नितिन ने रघुपति राघव राजाराम की धुन के साथ मंच संभाला।
भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के झंडों की तुलना में इस बार तिरंगा झंडों की मौजूदगी भी ज्यादा नजर आर ही है। बाबा के स्वयंसेवक भारत युवा की टीशर्ट पहने अलग नजर आते हैं। मंच पर बाबा के साथ हरिद्वार व विभिन्न स्थानों से आए धर्मगुरुओं के साथ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे रुसेद रिजवी भी काफी वक्त तक नजर आए।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मैदान के अंदर व आसपास के इलाके में अर्धसैनिक बल, त्वरित कार्रवाई बल व दिल्ली पुलिस के पांच से अधिक जवान तैनात किएगए हैं। मैदान में पुलिस ने बूथ भी स्थापित किया है, फायर की गाड़ी को भी तैयार रखा गया है।
हालांकि इससे पहले बाबा के मंच पर महापुरुषों के साथ बालकृष्ण की तस्वीर वाले पोस्टर पर काफी हो हल्ला हुआ. जिसके बाद इन पोटर्स को हटा दिया गया.
अन्ना ने खुद को किया मंदिर में ‘कैद’, तीन दिन से नहीं बोले एक भी लफ्ज
नाशिक। वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे ने अपने गृह ग्राम रालेगण सिद्धि के यादव बाबा मंदिर में खुद को कैद कर लिया है।
सूत्रों की मानें तो अन्ना पिछले तीन दिनों से किसी के साथ कोई चर्चा नहीं कर रहे हैं। अन्ना का यह मौन व्रत नहीं है। बल्कि कमजोरी के कारण अन्ना के इन दिनों आराम करने की बात कही जा रही है।
मजबूत जनलोकपाल बिल को मंजूरी दिलाने के लिए पिछली 25 जुलाई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल व उनके सहयोगियों ने अनिश्चितकालीन अनशन आंदोलन शुरू कर दिया था, जिसमें चार दिन के बाद अन्ना हजारे शामिल हो गए थे।
इसके बाद आंदोलन को भारी जन समर्थन मिला था। अन्ना हजारे ने राजनीतिक विकल्प देने की बात करते हुए पूर्व सेना प्रमुख वी. के. सिंह की उपस्थिति में अपना आंदोलन समाप्त कर दिया था। तीन दिन पूर्व अन्ना हजारे अपने गृहग्राम रालेगण सिद्धि पहुंच गए थे। वहां पहुंचे कुछ लोगों से चर्चा करने के बाद वह यादव बाबा मंदिर में चले गए।
तीन दिन हो गए लेकिन अन्ना मंदिर से बाहर नहीं निकले हैं। जबकि मंदिर श्रद्धालुओं के लिए नियमित रूप से खुला है। अन्ना के सहायक दादा पठारे ने फोन पर चर्चा के दौरान तीन दिन से अन्ना के किसी से भी मुलाकात नहीं करने की पुष्टि की। लेकिन उन्होंने कहा कि इसके पीछे कोई ठोस कारण नहीं है।
पठारे के अनुसार अनशन समाप्त करने के बाद अपने गांव रालेगण सिद्धि लौटे अन्ना हजारे शारीरिक रूप से कमजोरी महसूस कर रहे थे इसलिए वह इन दिनों आराम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अन्ना का यह कोई मौनव्रत नहीं है, वह स्वास्थ्य के कारण एकांतवास में चले गए हैं।
महंगाई से जनता का ध्यान बटाने के लियें केंद्र ने क्या है अन्ना हजारे और बाबा रामदेव से आन्दोलन करवाने का समझोता
त्योहारों के संगम पर नया त्योगार कोमी एकता रोजा इफ्तार ..ममता शर्मा चेयरमेन महिला आयोग मुख्यातिथि रहेंगी
मां के हाथ-पैर काट थैले में रखकर घूम रहा था दरिंदा बेटा
प्राप्त जानकारी के अनुसार चाकलिया गांव के बोरसद फणियां में रहने वाली 73 वर्षीय शकुडीबेन की हत्या रमेश ने मंगलवार की रात को की। मृतका के पूरे शरीर पर तलवार से वार किए गए थे। उसका एक हाथ और एक पैर धड़ से अलग था।
हत्या के बाद रमेश भागने की बजाय मां की लाश के पास ही खड़ा रहा। सुबह उसने मां के शरीर के कटे हुए हाथ व पैर एक थैले में भरे और घर से बाहर निकला। थैले को देखकर कुछ लोगों को शक हुआ और वे तुरंत रमेश के घर पहुंच गए। जहां उन्होंने शकुडीबेन की क्षत-विक्षत लाश देखी।
ग्रामीणों ने तुरंत घेराबंदी कर रमेश को पकड़ लिया और उसे एक पेड़ से बांध दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। घटना के बाद से ही रमेश ने चुप्पी साध रखी है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तलवार भी जब्त कर ली है। हत्या खुद बेटे ने ही की थी, इसके लगभग सारे सुबूत पुलिस को मिल गए हैं। पुलिस ने रमेश को गिरफ्तार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इस जगह होती थी श्रीकृष्ण की रासलीला
श्रीकृष्ण भक्ति की तीन धाराएं गायन, नृत्य और रुदन या रोना जगत प्रसिद्ध हैं। माना जाता है कि इनके ही सहारे संत सूरदास, चैतन्य महाप्रभु व मीराबाई जैसे भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण को पा लिया। भक्ति मार्ग की ये तीन धाराएं भगवान श्रीकृष्ण के जन्म और लीलास्थलों मथुरा, वृंदावन और उसके आसपास के इलाकों में श्रीकृष्ण के अनेक मंदिरों में बहती हैं। यही वजह है कि श्रीकृष्ण भक्ति को समर्पित इन मंदिरों और जगहों पर कदम रखना भी सारे पापों को मिटाने वाला माना गया है। इनमें वह स्थान भी शामिल है जहां श्रीकृष्ण गोपियों संग महारास करते थे। तस्वीरों में देखिए मथुरा-वृंदावन के ऐसे ही 6 पवित्र मंदिर व स्थान -
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कल: जानिए, पूजन व व्रत विधि और शुभ मुहूर्त
10 अगस्त, शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के निमित्त व्रत रखा जाता है व विशेष पूजन किया जाता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन जो भी व्रत रखता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है और वह मोह-माया के जाल के मुक्त हो जाता है। यदि यह व्रत किसी विशेष कामना के लिए किया जाए तो वह कामना भी शीघ्र ही पूरी हो जाती है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजन व व्रत की विधि इस प्रकार है-
व्रत व पूजन विधि
जन्माष्टमी (10 अगस्त, शुक्रवार) के दिन सुबह जल्दी उठें और नित्य कर्म से निवृत्त होकर स्नान करें व साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद सभी देवताओं को नमस्कार कर पूर्व या उत्तर की ओर मुख करके श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत का संकल्प लें (जैसा व्रत आप कर सकते हैं वैसा संकल्प लें यदि आप फलाहार कर व्रत करना चाहते हैं तो वैसा संकल्प लें और यदि एक समय भोजन कर व्रत करना चाहते हैं तो वैसा संकल्प लें)।
इसके बाद पंचामृत व गंगा जल से माता देवकी और भगवान श्रीकृष्ण की सोने, चांदी, तांबा, पीतल, मिट्टी की (यथाशक्ति) मूर्ति या चित्र पालने में स्थापित करें। श्रीकृष्ण को नए वस्त्र अर्पित करें। पालने को सजाएं। इसके बाद सोलह उपचारों से भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करें। पूजन में देवकी, वासुदेव, बलदेव, नंद, यशोदा और लक्ष्मी आदि के नाम उच्चारण करें। अंत में माता देवकी को अघ्र्य दें। भगवान श्रीकृष्ण को पुष्पांजलि अर्पित करें। चन्द्रमा को शंख में जल, फल, कुश, फूल, गंध डालकर अघ्र्य दें एवं पूजन करें।
रात्रि में 12 बजे के बाद श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाएं। पालने को झूला करें। पंचामृत में तुलसी डालकर व माखन मिश्री का भोग लगाएं। आरती करें और रात्रि में शेष समय स्तोत्र, भागवद्गीता का पाठ करें। दूसरे दिन पुन: स्नान कर जिस तिथि एवं नक्षत्र में व्रत किया हो, उसकी समाप्ति पर व्रत पूर्ण करें।
शुभ मुहूर्त
सुबह 06:20 से 07:05 तक- चल
सुबह 6: 32 से 8: 45 बजे तक (सिंह लग्न में)
सुबह 07:50 से 09:20 तक- लाभ
सुबह 09:20 से 10:50 तक- अमृत
दोपहर 12:20 से 01:50 तक- शुभ
दोपहर 1:10 से 3: 26 बजे तक (वृश्चिक लग्न में)
शाम 04:50 से 06:20 तक- चल
मध्यरात्री 12: 01 से 1: 59 बजे तक (वृष लग्न में- सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त)
जन्माष्टमी पर बन रहा ये दुर्लभ योग, चमक सकती है आपकी भी किस्मत
इस बार 10 अगस्त, शुक्रवार यानी जन्माष्टमी पर धन प्राप्ति का दुर्लभ योग बन रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार ये बहुत ही दुर्लभ योग है और अगर इस दिन निश्चित विधि-विधान से भगवान श्रीकृष्ण का पूजन किया जाए तो धन प्राप्ति निश्चित रूप से होती है।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित मनीष शर्मा के अनुसार जन्माष्टमी के दिन सुबह 6 बजकर 46 मिनिट से कृत्तिका नक्षत्र प्रारंभ होगा, जिसके स्वामी सूर्य हैं। इस समय चंद्रमा मेष राशि में रहेगा एवं दोपहर बाद में चंद्रमा वृषभ राशि में गोचर करेंगे। गुरु पहले से ही वृषभ राशि में स्थित है। वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं एवं शुक्रवार तथा अष्टमी तिथि का संयोग जिसके स्वामी शिव हैं के संयोग से धन प्राप्ति का दुर्लभ योग बन रहा है।
इस उपाय से होगी धन प्राप्ति
- इस दिन, दिन भर उपवास कर ऊँ नमों नारायणाय मंत्र का जप करें एवं रात को जागरण कर भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप का षोडशोपचार से पूजन कर पुरुषसूक्त से अभिषेक करें। इसके बाद श्रीसूक्त का पाठ करें एवं इसी पाठ से सफेद तिल, शहद, कच्चा दूध, घी एवं मालपूए से हवन करें तो स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती हैं।
- केवल तिल एवं घी के हवन से गंभीर रोगों से छुटकारा मिलता है।
- शहद एवं चावल के हवन से सुंदर जीवन साथी की प्राप्ति होती है।
- हवन सामग्री में छोटे फलों के टुकड़े मिलाकर उनसे हवन करने से रोजगार की प्राप्ति एवं तरक्की होती है।
श्मशान के कुएं से निकला बच्चा, लोगों ने कहा चमत्कार, हकीक़त सुन कांपी रूह!
बाड़मेर/रावतसर.पांच साल के एक बच्चे को उसकी ही मां ने कुएं में फेंक दिया। घटना घोनरी नाड़ी की हैं। बीते दिनों पीहर आई कमला पत्नी जीयाराम जाट ससुराल वालों से पीड़ित होकर इस हद तक पहुंच गई कि उसने अपने ही बेटे प्रकाश को गांव के श्मशान घाट के कुएं में फेंक दिया। गनीमत रही उसमें पानी नहीं था। इसलिए बच्चा बच गया।
उसे 4 घंटा बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। कमला के भाई ईश्राराम ने बताया कि कमला को ससुराल वाले लगातार परेशान कर रहे थे। कमला के दो बच्चेहैं।
खुशनसीब था बच्चा
बुधवार को चैनाराम अपने खेत जा रहा था, इसी बीच उसे चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। जब उसने कुएं की ओर जाकर देखा तो बच्चा वहां रो रहा था। चैनाराम ने लोगों को घटना की जानकारी देकर बच्चे को बाहर निकाला। जब बच्चे ने बताया कि उसकी मां ने ही उसे कुआं में फैंका है तो यह सुनकर लोगों की रूह कांप उठी।
अस्पताल में भर्ती है बच्चा
घटना की जानकारी मिलने के बाद बच्चे का मामा भी घटनास्थल पर पहुंच गया। इसके बाद उसको 108 एंबुलेंस से राजकीय अस्पताल लाया गया, जहां उसे भर्ती किया गया।
कमला का पति झगड़ा कर उसके साथ मारपीट करता था। परेशान होकर महिला ने बच्चे को कुआं में फैंक दिया। बच्चा सुरक्षित है। परिवार वालों से समझाइश की जाएगी।
लता कछवाहा, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति, बाड़मेर
परमाणु हमले की तैयारी बढ़ा रहा पाकिस्तान, सेना ने की भारत में घुसपैठ की कोशिश नाकाम
श्रीनगर/वॉशिंगटन. भारत को लेकर पाकिस्तान के 'नापाक' मंसूबे एक बार फिर सामने आए हैं। बीती रात सेना ने जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से आतंकियों की घुसपैठ की बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया। इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया।
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जेएस बरार ने बताया, 'गुरेज सेक्टर के बकतूर इलाके में मौजूद घाटी में आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। सेना ने इस कोशिश को नाकाम कर दिया। जिसकी वजह से आतंकियों को वापस लौटना पड़ा।'
वहीं, दूसरी ओर अमेरिका की एक संसदीय समिति (कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस) की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों की संख्या और गुणवत्ता लगातार बढ़ा रहा है। सीआरएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान भारत को मद्देनजर रखते हुए अपनी परमाणु तैयारी को अंजाम दे रहा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत की परमाणु क्षमताओं में संभावित इजाफे को देखते हुए पाकिस्तान अपनी परमाणु हथियार की क्षमता लगातार बढ़ा रहा है। जल्द ही इसमें और तेजी भी आ सकती है। सीआरएस की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अपने परमाणु हथियारों की संख्या और गुणवत्ता को बढ़ाने के अलावा पाकिस्तान उन हालातों की संख्या भी बढ़ा सकता है, जिसके तहत भारत पर परमाणु हमला किया जा सकता है।
सीआरएस की अन्य रिपोर्ट के अनुसार, 'पाकिस्तान के पास करीब 90-110 परमाणु हथियार है।' रिपोर्ट में आशंका व्यक्त की गई है कि यह तादाद इससे अधिक भी हो सकती है।
सीआरएस की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने शुरू में कहा था कि उसे केवल न्यूतम प्रतिरोध के लिए इसकी आवश्यकता है लेकिन उसने कभी इसकी परिभाषा नहीं बताई। भारत ने परमाणु अप्रसार संधि (सीटीबीटी) पर भी हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी अपनी परमाणु क्षमताओं को बढ़ाया।
दूसरी ओर, पाकिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास में राजनीतिक सलाहकार रहे जॉन आर स्कमिड्ट की किताब 'द अनरैवलिंग-पाकिस्तान इन द एज ऑफ जिहाद' में कहा गया है कि देश पर जिहादियों के नियंत्रण से यदि पाकिस्तान की सेना में फूट पड़ती है तो परमाणु हथियारों की सुरक्षा मुश्किल हो जाएगी। किताब में कहा गया है कि आज यह चिंता जाहिर की जा रही है कि आंतकी परमाणु हथियार का नियंत्रण अपने हाथ में ले सकते हैं और अमेरिका के खिलाफ इसका प्रयोग करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल कर सकते हैं। यदि वास्तव में जिहादी इस्लामाबाद पर पकड़ बनाने में कामयाब रहते हैं तो अमेरिका की चिंता के बारे में कल्पना की जा सकती है। इस स्थिति में अमेरिका पहले हमला करने का निर्णय करेगा। अमेरिका अपने विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कमांडो को तैनात करेगा या पाकिस्तान के हथियार भंडारों पर बमबारी करेगा।
गृह मंत्री के 'जुबानी हमले' से गुस्साई जया बच्चन, शिंदे को मांगनी पड़ी माफी
फिजा के घर से मिली एक करोड़ की नकदी, केंद्रीय मंत्री के साथ फोटो भी
मुंहबोले भाई और बुलंदशहर के समाजसेवी सलीम अल्वी के सनसनीखेज दावे ने फिजा उर्फ अनुराधा बाली की मौत के मामले में नया मोड़ ला दिया है। अल्वी ने दावा किया है कि फिजा की मौत में हरियाणा जनहित कांग्रेस के नेता और चंद्रमोहन के भाई कुलदीप विश्नोई का हाथ है। सलीम अल्वी उन लोगों में शामिल हैं, जिनसे फिजा ने मौत से ऐन पहले बात की थी। इसी आधार पर मोहाली क्राइम ब्रांच ने फिजा के मोबाइल फोन की कॉल ट्रेस कर सलीम अल्वी से संपर्क साधा और जांच में सहयोग के लिए कहा है। 31 जुलाई की दोपहर करीब ढाई बजे और एक अगस्त की शाम 4-5 बजे के बीच सलीम अल्वी ने फिजा से मोबाइल पर बातचीत की थी। अल्वी दो वर्ष से अधिक समय से फिजा के संपर्क में था।