तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
17 अगस्त 2012
अलविदा..अलविदा, माह-ए-रमजान
जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती अमजद अली ने नमाज अदा कराई। उन्होंने कहा कि बेहतरीन इंसान वही है, जो दूसरों की खिदमत करे। इस मौके पर शहर मुफ्ती अहमद हसन साहब का बयान पढ़कर सुनाया गया। पहली अजान कारी मोहम्मद मुबारक साहब ने की। जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी सचिव हाजी मोहम्मद अली ने बजट पेश किया। कमेटी के अध्यक्ष नईम कुरैशी ने असम के दंगा पीड़ितों के लिए अधिक से अधिक सहयोग की अपील की।
फितरे की रकम तय :
नमाज के बाद शहर मुफ्ती की तकरीर में मुफ्ती अहमद हसन ने ईद पर जकात व फितरे की राशि निर्धारित की। उन्होंने कहा कि इंसान ढाई फीसदी जकात दे। इसके साथ ही 30 रुपए प्रति व्यक्ति फितरा दे।
शिया जामा मस्जिद :
शिया समुदाय की ओर से मुख्य नमाज आमेर रोड कच्चा बंधा पर शिया जामा मस्जिद में अदा की गई। पहली अजान के बाद मौलाना सैयद नाजिश अकबर काजमी ने रोजेदारों को नमाज अदा कराई।
सफाई के निर्देश :
ईद के त्यौहार को देखते हुए मेयर ज्योति खंडेलवाल शनिवार को मुस्लिम बहुल इलाके की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए दौरा करेंगी। वे सुबह 10 बजे दिल्ली रोड ईदगाह व करबला इलाके का जायजा लेने जाएंगी
एक पंचायत ने सुनाया ऐसा फरमान, कांप उठे पुरुष
गांव की सरपंच मुन्नी बाई ने बताया कि बालिकाओं की संख्या लगातार घट रही है। तीन साल पहले प्रति एक हजार लड़कों पर 942 बालिकाएं थी, लेकिन अब प्रति हजार पर 890 बालिकाएं बची हैं। भ्रूण हत्या की आए दिन खबरें आ रही हैं। गांव के दो सौ से अधिक युवा (25-30 वर्ष) शादी के इंतजार में उम्रदराज हो रहे हैं। शादी न होने से गांव में अपराध बढ़ रहे हैं। इसलिए पंचायत को कड़ा निर्णय लेना पड़ा।
लड़कियों की संख्या कम होती जाएगी तो हम अपने लिए बहू कहां से लाएंगे। यह हमारे लिए चिंता का विषय है। सरकार के प्रयासों के साथ हमें भी समाज हित में कुछ करना पड़ेगा, तभी कुछ संभव है। इसलिए हमने भ्रूण हत्या के विरोध में यह कदम उठाया है।
-मुन्नी बाई, सरपंच, ग्राम पंचायत आवदा
सोशल साइटों के मर्यादित आचरण के लियें कानून में संशोधन और इसकी क्रियान्विति जरूरी
1.86 लाख करोड़ का 'घोटाला': जायसवाल बोले- फैशन बना गया है पीएम का इस्तीफा मांगना
राजीव शुक्ला ने भी सीएजी की रिपोर्ट को हल्के में उड़ा दिया है । उन्होंने कहा कि सीएजी तो किसी भी सरकार के खिलाफ ही रिपोर्ट देती है। यह रिपोर्ट लोक लेखा समिति (पीएसी) में विचार के लिए जाएगी, फिर देखा जाएगा। राजीव शुक्ला ने कहा, 'कौआ कान लेकर उड़ा, कौआ कान लेकर उड़ा का शोर हुआ और सभी कौआ देखने लगे। इधर सीएजी रिपोर्ट आई नहीं कि उधर घोटाला-घोटाला चिल्लाने लगे। यदि सीएजी ही सब कुछ है तो फिर पीएसी का क्या मतलब है?'
मयंक शास्त्री जी ..केलाश पाठक और ब्रिजेश जी सक्सेना ने भाईचारे और सद्भावना के साथ प्यार ..अमन का पैगाम भेजा है
- मयंक शास्त्री बहुत सुन्दर...नमस्ते...सुप्रभात
...आपका दिन शुभ हो। मुस्लिम भाइयों को अलविदा जुम्मा की मुबारकवाद। 9 hours ago · · 1 - Kailash Prakash Pathak अलविदा जुम्मा की मुबारकवाद।9 hours ago · · 1
- Brijesh Saxena अलविदा जुम्मा की मुबारकवाद
- दोस्तों आपका ..मेरा और पुरे देश के लोगों का एक ही सपना है ...भ्रष्टाचार मुक्त भारत ...आज़ाद भारत ..भाईचारे और सद्भावना का भारत ..एक दुसरे के दुःख दर्द में काम आने वाला भारत ..एक दुसरे के त्योहारों पर मुबारकबाद देने वाला मिली जुली संस्क्रती का अखंड खुश हाल भारत ..जी हाँ दोस्तों कवि ..शायर कहते है के क्या खूब हिन्दुतान हो यहाँ मन्दिर में हो अज़ान और मस्जिद में हो घंटिया.........तो दोस्तों जो लोग ऐसा सोचते है उनकी इन्तिज़ार की घड़ियाँ खत्म सी हो गयी है फेसबुक और इंटरनेट की इस दुनिया ने जहां एक तरफ समाज कंटकों को प्रोत्साहित कर नफरत फेलाने का काम किया है वहीं दूसरी तरफ अब इसी दुनिया की वजह से हिन्दुस्तान में bhaichara सद्भावना एक दुसरे से पहचान और एक दुसरे की संस्क्रती और त्योहारों में योगदान का दरवाज़ा खोल दिया है......आज अलविदा का जुमा था में सुबह उठा कुछ पोस्टें लिखीं ........और थोड़ी देर बाद ही मयंक शास्त्री जी ..केलाश पाठक और ब्रिजेश जी सक्सेना ने मुझे गद गद कर दिया मुझे गर्व हुआ के में इंसानों के बीच रहता हूँ मुझे गर्व हुआ के में हिन्दुस्तानी हूँ और ऐसे हिन्दुस्तानियों के बीच में रहता हूँ जो एक दुसरे को त्योहारों को मुबारकबाद देने का जज्बा रखते है एक दुसरे से दिल मिलाने की पहल करते है मेरी फेसबुक पर इन भाइयों ने हर पोस्ट पर कमोबेश अलविदा जुमे की मुबारक बाद दी और यह मुबारकबाद मेने आज दिन भर प्रिंट आउट निकाल कर कोटा की अदालत में प्रचारित की ..दोस्तों भाई मयंक शास्त्री ..भाई केलाश पाठक और भाई ब्रजेश सक्सेना ने जो कमाल किया है वोह अनुकरणीय है और अब इंशा अल्लाह इस देश में एक बार फिर से निष्पक्ष लोगों ने निर्भीकता से बेबाकी से भाईचारे और सद्भावना के माहोल की शुरुआत कर दी है ..त्योहारों पर मिलन न हो तो कोई बात नहीं लेकिन मुबारकबाद के सिलसिले से दिलों में जगह बनती है प्यार उमड़ता है और अपनापन झलकता है बात छोटी ही सही लेकिन यकीन मानिये इन्ही बातो से मेरा हिन्दुस्तान अखंड भारत और मेरा भारत महान बनता है ..एक बार फिर भाई मयंक ..भाई केलास और भाई ब्रिजेश को इस शुरुआत के लियें सलाम करता हूँ ......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
गोवा में 4 बेटों की मौत, पिता ने श्मशान में काटा केक और...!
सूरत। बर्थडे मनाने गोवा पहुचें शहर के चार युवकों सहित ड्राईवर की गुरुवार को भीषण सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। दुर्घटना अगासियम बायपास हाईवे के नजदीक हुई। चारों युवक प्राईवेट टैक्सी से बायपास से गुजर रहे थे, तभी दूसरी तरफ से आ रही टाटा मोबाइल कार से भिड़ंत हो गई। टैक्सी में सवार सूरत के चार युवकों सहित ड्राईवर की मौत हो गई। जबकि टाटा मोबाइल काड्राईवर गंभीर रूप से घायल है।
चारों युवकों की उम्र 22 से 23 वर्ष के बीच थी और ये एक दोस्त का बर्थडे सेलीब्रेट करने गोवा पहुंचे थे। मृतकों की पहचान सिद्धार्थ सुराणा, रौनक गोती, गौरव तातेड, रोहित जैन और ड्राईवर जहीर अब्बास के रूप में हुई है।
सूरत के ये चारों युवक टेक्सटाइल के बिजनेस से जुड़े हुए थे। गुरुवार को शहर के कापड बाजार में इन युवाओं कीमौत के समाचार से मातम पसर गया।
रोहित का 16 अगस्त को जन्मदिन था। इसलिए दोस्त रोहित का बर्थडे सेलीब्रेट करने गोवा गए थे। परिजनों ने भी खुशी-खुशी इसकी सहमति दे दी थी। लेकिन जन्मदिन से पहले ही रोहित को मौत ने अपनी आगोश में ले लिया।
शुक्रवार सुबह जब रोहित का शव श्मशान गृह ले जाया गया, तब परिजनों ने उसकी अधूरी इच्छा पूरी करने के लिए यहीं केक मंगाकर कटवाया और हैप्पी बर्थडे टू रोहित कहते हुए उसे अंतिम विदाई दी। यह दृश्य देख यहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं।
आज से छप्पनभोग में गूंजेगी-मथुराधीश की जय
श्रीकृष्णास्य बाबा के हाथी पर सवार होते ही शहनाइयों की गूंज के साथ गृहप्रवेश के लिए किशोरपुरा छप्पनभोग ‘प्रथमेश नगर’ के लिए शोभायात्रा रवाना हुई। शोभायात्रा के आगे घोड़ों पर श्रद्धालु धर्म-ध्वज लेकर सवार थे। ‘ गिरधर कृष्ण कन्हाई वल्लभ शरण तिहारी आए.. म्हारी मीठी-मीठी बांसुरी ने धारण कर लीजो, म्हा तो दर्शन करबा आया दर्शन दे दीजो.. श्रीनाथजी की जय, यमुनाजी की जय..’ सरीखे मधुर गीतों के बीच घेरा बनाकर महिला-पुरुषों ने चकरी नृत्य किया तो माहौल कृष्णमय हो गया। शोभायात्रा में गले में केसरिया उपरणा, सफेद अंगरखी और धोती-दुपट्टा पहने हुए युवाओं की टोलियां और पारंपरिक वेशभूषा में महिलाएं नृत्य करते हुए चल रही थीं। 51 महिलाओं ने सिर पर कलश धारण किए हुए थे। यात्रा में प्रथम ग्रह के आदि गृहाधीश्वर के साथ अन्य चित्रों की विशेष झांकी चल रही थी। यात्रा शास्त्री नगर, यूआईटी गेस्ट हाउस रोड, चंबल गार्डन रोड, शक्ति नगर होते हुए ‘प्रथमेश नगर’ पहुं
ची।
गौ-दान की, गृहप्रवेश विधि संपन्न
बड़े मथुराधीशजी मंदिर में पहुंचने के बाद सबसे पहले कृष्णास्य बाबा ने गौ माता का पूजन करने के बाद दो गौ माता का दान किया। इसके बाद पुरोहितजी ने श्रीलालमणी बाबा, श्रीमिलन बाबा और कृष्णास्य बाबा को ‘विधि की विशेष रीत’ करवाई। श्रीकृष्णास्य बाबा ने पारंपरिक तरीकों के साथ गृह प्रवेश किया। रात 9 बजे मथुराधीशजी के कुण्डवारे (मिट्टी के कुंडों यानी बर्तनों में रखी विशेष सामग्री के साथ) के दर्शन हुए। इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, कांग्रेस शहर अध्यक्ष गोविंद शर्मा, कांग्रेस नेता अरुण भार्गव, पीसीसी सदस्य क्रांति तिवारी भी शामिल रहे। श्रीमिलन बाबा ने मंत्री धारीवाल को उपरणा ओढ़ाकर स्वागत किया।
पूरे शाही ठाठ-बाट से निकलेगी यात्रा
25 साल बाद शुक्रवार सुबह 7 बजे भगवान मथुराधीशजी पाटनपोल स्थित स्वगृह से 3 दिवसीय नगर भ्रमण को निकलेंगे। नगर भ्रमण के बाद वह तीन दिन तक किशोरपुरा छप्पनभोग यानी ‘प्रथमेश नगर’ में विराजमान रहेंगे। महाराज के निजी सचिव मथुरेश कटारा ने बताया कि यात्रा गढ़ पैलेस से पूरे शाही ठाठ-बाट से रवाना होगी, जो दशहरा मैदान, किशोरपुरा आशापाला मंदिर रोड होते हुए ‘प्रथमेश नगर’ पहुंचेगी। शाम 7 बजे ठाकुरजी के नाव का मनोरथ में विशेष दर्शन होंगे। इसके लिए परिसर में यमुना नदी का भावनात्मक प्रतिरूप बनाया गया है। शनिवार को छप्पनभोग एवं रविवार को फूलबंगला के दर्शन होंगे। वहीं, शुक्रवार सुबह ठाकुरजी के भक्तों को मंगला के दर्शन नहीं हो सकेंगे। इसके बाद ठाकुरजी के 17 से 19 अगस्त के बीच रोजाना होने वाले 7 दर्शन ना होकर विशेष दर्शन ही होंगे।
चरणचौकी की पदयात्रा 19 को
श्रीनाथजी के साक्षात चरणों के दर्शनों के निकाली जाने वाली पदयात्रा के पोस्टर का विमोचन महाप्रभुजी मंदिर के विनय बाबा ने गुरुवार को किया। देवालय सुधार समिति की ओर से 19 अगस्त को सुबह 6 बजे से चरणचौकी तक 15 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा निकलेगी। पदयात्रा टिपटा गढ़ से रवाना होगी, जो कैथूनीपोल, गुमानपुरा, चौपाटी बाजार, एरोड्रम सर्किल, कंसुआ रोड होती हुई चरणचौकी पहुंचेगी। इसके पहले भक्तगण पाटनपोल के महाप्रभुजी मंदिर के दर्शन करेंगे। यात्रा महाप्रभुजी के वंशज श्रीविनय बाबा के सानिध्य में निकाली जाएगी। संयोजक क्रांति तिवारी ने बताया कि इस कार्य के लिए 8 समितियों का गठन कर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यात्रा का मुख्य आकर्षक श्रीकृष्ण की मनमोहक झांकी रहेगी। इस मौके पर समिति के दिनेश जोशी, अनिल तिवारी, राहुल मिश्रा, रमेश चंचलानी, अनिल खंडेलवाल, सुनील सहित कार्यकर्ता मौजूद थे।
तैयारियों में मशगूल था हर कोई..
गुरुवार छप्पनभोग परिसर की छटा ही निराली थी। रिमझिम फुहारों के बीच ठाकुरजी के सेवक सेवा में मशगूल थे। ठाकुरजी के सेवक हर पल एक ही बात दोहरा रहे थे अरे. यहां ठाकुरजी विराजने वाले हैं जरा ध्यान से.. इतनी देर क्यों लग रही है..। आयोजकों से पूछने पर वो बस एक ही बात बोलते कि ‘वल्लभ कुल की बलिहारी, जब देखो तब तैयारी..’ यानी जो कुछ कार्य है वो तो प्रभु इच्छा के अधीन है। हमारा काम तो हर पल तैयार रहना है। यहां आयोजन में भाग लेने को गुरुवार शाम तक देशभर से करीब 500 से 1000 कृष्णभक्तआ चुके थे।
6.25 करोड़ से संवरेगा हाड़ौती इको टूरिज्म
मुकुंदरा हिल्स को नेशनल पार्क घोषित कर दिया गया, लेकिन अभी भी इसे राष्ट्रीय स्तर की ख्याति नहीं मिल पा रही है। यहां पर महाराव उम्मेदसिंह द्वारा बनाए पहाड़ पर 1600 ईस्वी में बनाई गई कीले बंदी की दीवारें, छतरियां, शिकारगाह और रेस्टहाउस आज भी मौजूद है।
वहीं, ऐतिहासिक अबली मीणी का महल इतिहास का साक्षी है। यह स्थान महाभारतकाल का भी साक्षी रहा है। कहा जाता है कि यहां पर अज्ञातवास के दौरान भीम जब यहां आए तो उन्हें हिडिंबा मिली थी। जिससे विवाह का प्रस्ताव रखा। हिडिंबा ने शर्त रखी थी कि विवाह के लिए एक ही रात में मंडप तैयार किया जाए। भीम ने जो मंडप बनाया था वो आज भी यहां मौजूद है। इसके अलावा यहां टाइगर को छोड़कर शेष सभी प्रकार के वन्यजीव मौजूद हैं। पहले यहां काफी टाइगर हुआ करते थे।
इन पुरासंपदा को संवारने और इको टूरिज्म का सर्किट बनाने के लिए वन्यजीव विभाग ने एक प्रोजेक्ट तैयार किया है। जिस पर करीब 6.25 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें जवाहरसागर, दरा, रामगढ़ व सोरसन को शामिल करते हुए हाड़ौती सर्किट तैयार किया जाएगा। जीर्णशीर्ण हो चुके रेस्ट हाउस की मरम्मत कर उसे ठहरने योग्य बनाया जाएगा। सुप्रीमकोर्ट इस संबंध में गाइड लाइन तैयार कर रही है। यदि प्रोजेक्ट में शामिल बातें गाइड लाइन से मैच नहीं करेगी तो उसमें बदलाव किया जाएगा।
‘इस संबंध में कार्रवाई चल रही है। इको टूरिज्म के प्रोजेक्ट पर सरकार के स्तर पर चर्चा हो चुकी है। राज्य सरकार इस संबंध में कमेटी गठित कर रही है। टाइगर रिजर्व में आते ही इसके लिए सरकार से मदद मिल जाएगी। ’
-अनुराग भारद्वाज, सीसीएफ
इधर, केनवास पर उतारा सौंदर्य
वन महोत्सव के अवसर शहर के प्रकृतिप्रेमियों व चित्रकारों के एक ग्रुप ने मुकुंदरा नेशनल पार्क में पहुंचकर वहां के नैसर्गिक सौंदर्य, ऐतिहासिक व पौराणिक स्थलों को कूची और पेंसिल से कैनवास पर उतारा। साथ गए इतिहासकार ने वहां के ऐतिहासिक महत्व को बताया। मुकुंदरा नेशनल पार्क के प्रचार-प्रसार के लिए पर्यावरणप्रेमियों का एक दल चित्रकला के छात्र-छात्राओं के साथ वन महोत्सव मनाने के लिए वहां पहुंचा।
रेस्टहाउस परिसर में इतिहासकार फिरोज अहमद व पर्यावरणप्रेमी आरएस तोमर ने सभी को मुकुंदरा नेशनल पार्क, अबली मीणी के महल, भीम चंवरी, शिकारगाह व 100 साल से अधिक पुराने रेलवे ब्रिज के इतिहास के बारे में बताया। उसके बाद ड्राइंग टीचर मुक्ति पाराशर के निर्देशन में 20 स्टूडेंट्स ने रेलवे ब्रिज, भीम चंवरी, अबली मीणी का महल तथा हरियाली से लबरेज पहाड़ियों को कैनवास पर उतारा। आयोजक डॉ. सुधीर गुप्ता के अनुसार इस आयोजन का उद्देश्य है कि नेशनल पार्क की इस सुंदरता को चित्रकारी के माध्यम से लोगों के सामने लाया जाए ताकि इसके बारे में जनता की उत्सुकता और दिलचस्पी बढ़े।
कुछ दिनों में आने वाला है फेसबुक का एक और वर्ज़न
इस नई सोशल साइट का नाम सलामवर्ल्ड होगा और इसमें यूज़र को साइट पर दिखाई देने वाला कंटेंट इस्लामिक कायदों की हद में होगा।
सलामवर्ल्ड के चेयरमैन अब्दुल-वखद नियेज़ोव के मुताबिक इस्लाम की सोच से इतर इस साइट पर कुछ भी नहीं होगा। सलामवर्ल़्ड को अभी दुनियाभर के 1000 यूज़र टेस्ट कर रहे हैं। आने वाले दिनों में लॉन्च होने वाली यह वेबसाइट अंग्रेज़ी, अरबी, तुर्की, उर्दू और रशियन जैसी 8 भाषाओं में उपलब्ध होगी।