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27 अगस्त 2012

आपकी हर समस्या का समाधान है ये चमत्कारी नारियल, जानिए कैसे




तंत्र क्रियाओं में नारियल का प्रयोग भी किया जाता है। नारियल कई प्रकार के होते हैं। उन्हीं में से एक होता है एकाक्षी नारियल। मान्यता के अनुसार ये नारियल साक्षात लक्ष्मी का रूप होता है। इसे घर में रखने से ही कई प्रकार की समस्याएं स्वत: ही दूर हो जाती है। एकाक्षी नारियल के कुछ प्रयोग इस प्रकार हैं-

1- गर्भवती स्त्री यदि प्रसव के पूर्व एकाक्षी नारियल को सूंघे तो प्रसव आसानी से होता है।

2- जिस घर में एकाक्षी नारियल की पूजा होती है, उस घर के लोगों पर तांत्रिक क्रियाओं का प्रभाव नहीं होता है।

3- यदि मुकद्में में विजय प्राप्त करनी हो तो रविवार के दिन एकाक्षी नारियल पर विरोधी का नाम लिख कर उस पर लाल कनेर का फूल रख दें और जिस दिन न्यायालय जाएं वह फूल साथ ले जाएं। फैसला आपके पक्ष में होगा।

4- जिस घर में एकाक्षी नारियल होता है वहां स्वयं लक्ष्मी वास करती हैं एवं उस परिवार के सदस्यों को मान-सम्मान, प्रतिष्ठा व यश प्राप्त होता है।

5- वन्ध्या स्त्री(जिसे संतान न हो रही हो) ऋतु स्नान के बाद एकाक्षी नारियल को धो कर उसका पानी पिलाया जाए तो संतान होने की संभावना बढ़ जाती है।

भिक्षा मांगते-मांगते साधू ने बना लिए महिला से अवैध संबंध फिर एक दिन...




फरीदाबाद.एक साधु ने प्रेम नगर झुग्गी में रहने वाली एक 40 वर्षीया महिला को अपने प्रेमजाल में फंसाकर अवैध संबंध बनाए। यह सिलसिला छह माह तक चला। महिला ने शादी की जिद की तो साधु ने गला घोंटकर हत्या कर दी।पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। महिला का शव बरामद कर पुलिस ने रोहतक पीजीआई पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

कैसे हुई घटना

सेक्टर-18 स्थित प्रेम नगर झुग्गी निवासी राहुल ने भूपानी थाने में दी शिकायत में बताया कि उसके पिता मजदूरी करते हैं और मां वीरवती घरेलू काम करती थीं।करीब छह महीने पहले बाबा गोपाल नाथ (40) उनके घर भिक्षा मांगने आया। करीब एक सप्ताह बाद ही वह उसके घर आने-जाने लगा।राहुल ने बताया कि गोपाल नाथ ने झूठे प्रेम जाल में उनकी मां को सम्मोहित कर फंसा लिया और अवैध संबंध बना लिए।

गोपालनाथ ने न्यू इंद्रा कॉम्प्लेक्स में किराए पर एक कमरा लिया था। वीरवती उस कमरे में आती-जाती रहती थी। 24 अगस्त की सुबह करीब नौ बजे वीरवती घर से चली गई।दोपहर बाद भी वापस नहीं आई। राहुल ने बताया कि उसने मां के मोबाइल पर फोन किया तो गोपाल नाथ ने फोट उठाया।

गोपाल नाथ ने बताया कि तुम्हारी मां को मार दिया है।उसकी लाश उसके कमरे पर पड़ी है।गोपाल नाथ ने उनको काफी फोन किए।राहुल अपने पिता व चाचा के साथ गोपाल नाथ के कमरे में पहुंचा।दरवाजे पर ताला पड़ा था। खिड़की से झांका तो देखा कि वीरवती की लाश अंदर पड़ी है।

सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने दरवाजे का ताला तोड़ा।पुलिस ने लाश को कब्जे में किया, वीरवती के गले में एक कपड़ा बंधा था। पुलिस के मुताबिक, वीरवती ने गोपाल नाथ पर शादी करने का दबाव बनाया जिस पर उसने गला घोंटकर हत्या कर दी।

अभी तक यह मामला गला घोटकर हत्या करने का सामने आ रहा है। आरोपी बाबा को राजस्थान से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो सकेगा। -पंखुड़ी कुमार, एसीपी, भूपानी थाना।

...और मुख्यमंत्री के सामने अनसुना रह गया एक मां का दर्द!



जयपुर.मुख्यमंत्री आवास पर जनसुनवाई के दौरान सोमवार को एक मां का दर्द अनसुना ही रह गया। वजह ये रही कि यह मां जिस बेटी की पीड़ा लेकर आई थी, वह मारे दर्द के कराह उठी तो सुरक्षाकर्मियों ने उसे बारिश में ही वहां से तत्काल हटा दिया।

बाद में उस महिला के भाई ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की कोशिश की तो सुरक्षाकर्मियों ने उसे बाहर कर दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर सुबह छह बजे से प्रदेशभर से आए लोग 3 घंटे तक बारिश में भीगते रहे। कुछ लोगों ने पेड़ों के नीचे रुकना चाहा तो सुरक्षाकर्मियों ने हटा दिया।

वह बारिश में आंसुओं से भीगती रही

बीकानेर की नोखा तहसील के हिम्मतसर से चार साल की मासूम बेटी को लेकर आई राधा सीएम हाउस में अपने भाई श्यामलाल के साथ पहुंची। उसने बताया कि तीन महीने पहले सरपंच पति ने रात में सोते हुए उसे उठाया और दीवार से दे मारा। उसके आठ टांके आए और आंखों की रोशनी चली गई।

वह तीन महीने से जूझ रही है, लेकिन पुलिस मामला दर्ज नहीं कर रही। वह मुख्यमंत्री से अपना दर्द बयां करना चाहती थी, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने इसलिए बाहर निकाल दिया कि उसकी गोद में पीड़ित बच्ची अचानक रो पड़ी। भाई की बारी आई तो कागज लिया, रवाना कर दिया। कहा-जाओ, कुछ करते हैं। वह अपनी बेटी को लेकर जनसुनवाई से बाहर आई और रोती रही। लोगों ने समझा बारिश में भीग रहे हैं।

चावल के दाने पर अशोक गहलोत

चावल के दाने पर गहलोत का पोट्रेट बनाकर लाए कलाकार कैलाश चंद्र शर्मा। गहलोत दंग रह गए। जितेंद्र प्रताप, अवधबिहारी लाल, महेंद्र प्रताप सहित कई लोग 23 वर्ष से पैदल मार्च कर पर्यावरण संरक्षण व भाईचारे का संदेश दे रहे हैं। वे भी मुख्यमंत्री से मिले। उद्देश्य की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने सीकर के अध्यापक ताराचंद मीणा द्वारा संपादित किताब कन्या भ्रूण हत्या-एक सामाजिक अभिशाप का लोकार्पण भी किया।

बांसवाड़ा के पियूष पंडया ने प्रभाशंकर पंड्या कॉलेज की वार्षिक पत्रिका प्रभा-2012 की प्रति गहलोत को भेंट की। माहेश्वरी पब्लिक स्कूल तिलक नगर के बच्चों के साथ जनसुनवाई में मुख्यमंत्री ने ग्रुप फोटोग्राफ खिंचवाया। अजमेर खेल संघों के प्रतिनिधियों ने ओलंपिक पदक विजेताओं के लिए पुरस्कार की घोषणा पर गहलोत का साफा पहनाकर अभिनंदन किया।

क्या एक तंबू भी नहीं लगवा सकते?

सोमवार सुबह 8 बजे। आठ सिविल लाइंस, मुख्यमंत्री आवास। जनसुनवाई का दिन। प्रदेश भर से करीब डेढ़ हजार लोग सुबह 6:30 बजे से आ चुके थे। बीकानेर से आए एक बुजुर्ग रामजीलाल बोले-क्या मुख्यमंत्री के अफसर सिर्फ सोमवार भर के लिए एक लंबा तंबू नहीं लगा सकते।

जब सोनिया बाड़मेर में तीन दिन बाद आएंगी तो वहां भी तो तंबू लगवाएंगे। उनके पास खड़े भरतपुर के सूरजभान बोले-तंबू तो कार्यकर्ताओं के लिए लगाते हैं। जनता के लिए नहीं। सीकर के बीरबल राम ने कहा कि वह तो दो महीने पहले आया था तो लू चल रही थी। तब भी तंबू नहीं था। अब तो सिर्फ मेह बरस रहा है। बारिश में भीगते हुए सब हंसने लगे।

कुछ करो तो फील भी कराओ

दोनों की उम्र करीब 80 साल। धौलपुर के बाड़ी से आए रामस्वरूप वर्मा व रामढकेला कुशवाह को मुख्यमंत्री ने सुना, लेकिन वे संतुष्ट नहीं हुए। वे दोनों चंबल लिफ्ट सिंचाई योजना लागू करने की मांग और भ्रष्टाचार के खिलाफ 15 जुलाई से धरना दे रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि धरने को खत्म करने के लिए पुलिस ने बलप्रयोग किया। सीएम ने उन दोनों की बात तो सुनीं, लेकिन तसल्लीबख्श जवाब नहीं दिया। ज्ञापन देने आए कुछ बेरोजगार युवकों में से एक ने कहा-बाबाजी, ये सीएम सुनता तो है, पर इसे फील कराना नहीं आता!

पीने के पानी के लिए भी भटके लोग

पूरे प्रदेश से आए करीब सवा तीन सौ लोग बारिश में भीग रहे थे। वहां पीने का पानी भी नहीं था। मोहन को दवा लेनी थी तो पानी के लिए जूझना पड़ा। आखिर एक सिपाही से पानी मिला। मनरेगा में ये नौजवान स्वयं को पक्का करने की मांग कर रहे थे।

उनका कहना था कि अभी इस योजना में कच्चा काम मिला हुआ है। एक ने बताया कि वे प्रशिक्षु सुपरवाइजर हैं, स्थायी होना चाहते हैं। धौलपुर के बालकिशन का तो कहना था कि वह पिछले कई साल से जन सुनवाइयों में आ रहा है।सीएम हाउस के बाहर बारिश के दौरान कतार में लगे लोग। कई तो निराश लौट गए।

आश्रम में साध्वी बहनों के साथ 10 लोगों ने किया गैंगरेप




भागलपुर। बिहार के भागलपुर जिले के शिवनारायणपुर सहायक थाना क्षेत्र के रामपुर गांव से करीब आधा किमी दुर्गम इलाके स्थित संतमत सत्संग आश्रम में दो साध्वी बहनों के साथ गैंग रेप किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़िता साध्वी बहनों नीलिमा और नलिनी (काल्पनिक नाम) ने आश्रम के दो साधु सहित छह लोगों को नामजद व तीन अन्य के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में आरोपियों के खिलाफ भारी गुस्सा है। सभी आरोपी गिरफ्तारी के भय फरार हो गये हैं। पुलिस के वरीय अधिकारियों की देख-रेख में लड़की का मेडिकल जांच करने में जुटी हुई है।
कैसे दिया घटना को अंजाम
पीड़िता साध्वी बहनों ने मीडिया के समक्ष बताया कि आश्रम में वे अकेली रहती थीं। रविवार की शाम अंधेरा होने के पश्चात मुंह पर कपड़ा बांधे 9-10 लोग आश्रम में प्रवेश कर गए और उनके साथ करीब छह घंटे तक बारी-बारी से दुष्कर्म किया। नीलिमा ने बताया कि इसमें आश्रम के दो साधु विवेकानंद और अज्ञानंद के अलावा घनश्याम मंडल, पंकज कुमार, प्रेम यादव और रत्ना पासवान थे, जबकि दो-तीन अन्य लोगों को नहीं पहचान पाई। दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद वे उन्हें बदहवास की हालत में छोड़ फरार हो गए।
क्या है घटना का कारण
पीड़िता के मुताबिक आश्रम से सटे आरोपी घनश्याम मंडल की जमीन है। वह आश्रम की जमीन को हड़पना चाहता है। आए दिन दोनों बहनों के उपर छींटाकशी करता रहता था। इस बात को लेकर दोनों ने थानेदार से शिकायत की थी।
बोले थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष निर्मल कुमार ने बताया कि दोनों बहनों ने थाने पर आकर मौखिक रुप से तंग व परेशान करने की बात कही थी, लेकिन लिखित आवेदन नहीं दिया था। उन्होंने दोनों बहनों से कहा था कि आश्रम के साधु के हरिद्वार से लौटने तक अपने घर चले जाएं, लेकिन उन लोगों ने जाने से इंकार कर दिया था। बता दें कि पिछले दो-तीन महीने से आश्रम के स्वामी हरिद्वार की यात्रा पर हैं।
दो वर्ष पहले आई थीं आश्रम
संतमत सत्संग आश्रम में आश्रम के स्वामी राजेश्वरानंद ने दो वर्ष पूर्व मनिहारी (कटिहार) थाना क्षेत्र के बाघमारा गांव से दोनों बहनों को साध्वी बनाने के लिए लाया था और तब से वे आश्रम में रह कर सत्संग करती थीं। भक्तगण दिनभर आश्रम में रहने के बाद शाम अपने-अपने घर चले जाते थे।
बोलीं एसएसपी
पीड़ित बहनों की मेडिकल जांच कराई जा रही है। पुष्टि होने के बाद आरोपियों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। स्पीडी केस चलवाकर आरोपियों को सजा दी जाएगी।

केएस अनुपम, एसएसपी, भागलपुर

कुरान का संदेश

27 को महायोग : इस 1 ही उपाय से हरि व हर की पूजा चमका देगी किस्मत




शास्त्रों के मुताबिक भगवान विष्णु को 'हरि' तो महादेव को 'हर' कहकर पुकारा जाता है। इन शब्दों में एक भाव समान रूप से जुड़ा है, जो भगवान विष्णु की जगतपालक व शिव की संहारक शक्ति उजागर करता है। साथ ही इस बात को बल देता है कि भगवान शिव व विष्णु में कोई भेद नहीं है। यह भाव है - 'हरना' यानी छिनना, ले लेना या दूर करना।

इसका मतलब यही है कि भगवान शिव व विष्णु की भक्ति सारे दु:ख, कलह व संताप को दूर कर सुख, सौभाग्य, शांति व समृद्धि देती है। कल अधिकमास (18 अगस्त से शुरू) में सोमवार को ऐसा ही शुभ संयोग बना है। सोमवार के साथ अधिकमास की एकादशी तिथि का अचूक योग बना है।

यहां बताया जा रहा है इस शुभ योग में भगवान विष्णु व शिव की पूजा का ऐसा उपाय जो आसान भी है और जल्द सौभाग्य देने वाला भी। यह उपाय है - भगवान शिव व विष्णु की विशेष मंत्र के साथ पंचामृत पूजा। पंचामृत पूजा में भगवान शिव व विष्णु को दूध, दही, शहद, घी व शक्कर चढ़ाना सेहत, संतान, आयु, श्री व वैभव के साथ सारी परेशानियों को दूर करने वाली मानी गई है। जानिए यह सरल उपाय -

- सोमवार व एकादशी संयोग में यथासंभव सुबह-शाम स्नान के बाद भगवान शिव व विष्णु को प्रिय विशेष सामग्रियों से पूजा करें। इनमें भगवान विष्णु को केसरिया चंदन, पीले वस्त्र, पीले फूल व पीले पकवान तो भगवान शिव को सफेद चंदन, सफेद वस्त्र, सफेद फूल, बिल्वपत्र के साथ सफेद मिठाई चढ़ाएं।

- इन सामग्रियों को चढ़ाने से पहले दोनों देवताओं का दूध, दही, शक्कर, शहद व घी मिलाकर बने पंचामृत से नीचे लिखा वेद मंत्र बोल स्नान कराएं-

ॐ पंचनद्यः सरस्वतीमपियन्तिसस्त्रोतसः ।

सरस्वतीतुपंचधासोदेशेभवत्सरित् ।

- पूजा व पंचामृत स्नान के बाद भगवान शिव व विष्णु से घर-परिवार की खुशहाली की कामना के साथ आरती व क्षमाप्रार्थना करें।

डांस पार्टी में तालिबानी कहर, 17 लोगों की गला काटकर हत्या




काबुल। अफगानिस्तान के दक्षिणी हेल्मांद में 15 पुरुषों एवं 2 महिलाओं की सिरकटी लाश मिली है। सूत्रों के अनुसार तालिबानी विद्रोहियों द्वारा इन लोगों की हत्या की गई है। तालिबानियों द्वारा इन्हें संगीत और डांस पार्टी में हिस्सा लेने की सजा दी गई है। खबरों के अनुसार इस पार्टी में सेक्स गतिविधियां भी की जा रही थी, जिससे गुस्साकर तालिबानियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।

ये शव लश्कर गाह से 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मूसा कला में एक घर से मिले हैं। जिला गवर्नर निमातुल्लाह द्वारा यह जानकारी दी गई।

नतीमुल्लाह ने रॉयटर समाचार एजेंसी को बताया "ये लोग देर रात एक संगीत पार्टी में मौज-मस्ती कर रहे थे, तभी तालिबानियों ने हमला कर दिया और सभी को मार डाला।"हालांकि अभी तक इस हत्याकांड की जिम्मेदारी किसी भी चरमपंथी समूह ने नहीं ली है।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान में पुरुष एवं महिलाएं एक-साथ किसी भी आयोजन में हिस्सा नहीं लेते हैं। आतंकवादी गतिविधियां बढ़ने के कारण अगर ऐसा कोई आयोजन होता भी है, तो वह गुप्त रूप से आयोजित किया जाता है।

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