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19 सितंबर 2012

पांडवों से जुड़ी इस विशेष जगह की दिलचस्प है कहानी

:!PICS: पांडवों से जुड़ी इस विशेष जगह की दिलचस्प है कहानी!

धोराजी (गुजरात)।सौराष्ट्र के धोराजी तहसील के पाटणवाव गांव में ओसम पर्वत स्थित है। इस पर्वत का महाभारत की कथा मंे भी उल्लेख मिलता है, क्योंकि इसका संबंध पांडवों से है।
इस पर्वत पर महाभारत के कई अवशेष भी मौजूद हैं। पांडव वनवास के दौरान ओसम पर्वत की गुफाओं में रुके थे। इस पर्वत से जुड़ा दिलचस्प तथ्य यह है कि यहीं पर भीम की आंख हिडम्बा नामक दैत्य कन्या से मिल गई थी। एक बार भीम व हिडम्बा के प्रेमालाप के दौरान हिडम्बा पर्वत के नीचे आ गिरी थी। इतनी ऊंचाई से नीचे गिरने पर हिडम्बा के शरीर की कई हड्डियां टूट कर पर्वत की तलहटी तक पहुंच गईं। इसी के चलते पर्वत के नीचे स्थित गांव का नाम हाडफोडी पड़ गया। आज भी यह गांव पर्वत की तलहटी में मौजूद है।
ओमस पर्वत पर पांडवों के विश्राम के कई सुबूत भी मिलते हैं। यहां पर पांडवों द्वारा निर्मित टपकेश्वर महादेव का मंदिर भी स्थित है। साथ ही मंदिर के पास एक कुंड भी है। इसके साथ ही यहां पर वह थाल भी मौजूद है, जिसमें भीम भोजन किया करते थे।
ओसम पर्वत महाभारत के समय मात्री माताजी छत्रेश्वरी माताजी के नाम से प्रचलित था। इस पर्वत की शिलाएं बहुत खतरनाक थीं। कुछ समय बाद पर्वत की कई चोटियां ‘ओम’ आकार में परिवर्तित हो गईं, जिससे इस पर्वत का नाम ओम+सम- ओसम पर्वत हो गया।
यहां प्रतिवर्ष भाद्र अमावस पर तीन दिवसीय मेला भरता है। इस मेले का आयोजन ग्राम पंचायत द्वारा किया जाता है

फोटो का इस्तेमाल न करें केजरीवालः अन्ना हजारे



नई दिल्‍ली। अरविंद केजरीवाल से विवाद के मद्देनजर  अन्‍ना हजारे ने बुधवार को अरविंद, मनीष सिसोदिया और किरण बेदी से दिल्‍ली में मुलाकात की।
मुलाकात के बाद अन्ना हजारे ने कहा, 'आज सुबह दस बजे हमारी बैठक शुरु हो गई थी, काफी मंथन हुआ और दो बातें सामने आई। पहली तो जनलोकपाल के लिए जो आंदोलन चला और उसके बाद परिवर्तन की बातें हुई लेकिन इसी के साथ कुछ लोगों को लगा कि पार्टी निकालनी चाहिए। इस तरह आंदोलन ने दूसरा रूप ले लिया। मैंने पहले भी स्पष्ट किया था कि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। आपको लड़ना है तो लड़िये मेरी शुभकामनाएं आपके साथ है। लेकिन मुझे लग रहा है कि अभी ढेड़ साल बाकी है और मैं लोकपाल के लिए देशभर में घूमूंगा। मुझे विश्वास है कि सरकार चुनाव से पहले जनलोकपाल ले आएगी। अगर चुनाव से पहले जनलोकपाल नहीं आया तो मैं देह त्याग कर दूंगा।'
अन्ना ने आगे कहा, 'दूसरे मत के लोगों को लगता है कि वो चुनाव में बहुमत प्राप्त करेंगे और लोकपाल लेकर आएंगे। लेकिन मैं न चुनाव लड़ूंगा और न ही प्रचार करूंगा। मैं किसी भी पार्टी का चुनाव प्रचार नहीं करूंगा। मेरे फोटो और मेरा नाम भी इस्तेमाल नहीं होगा। मेरा और चुनाव लड़ने वाले लोगों का रास्ता अब अलग हो गया है।
अन्ना ने हंसते हुए कहा, यह हमारा बुरा वक्त है। हमने दो साल तक टीम को टूटने से रोकने की कोशिश की लेकिन यह हमारा बुरा वक्त है कि टीम टूट रही है। लेकिन टीम टूटने से भी हमारा मकसद एक है। अन्ना ने यह भी कहा कि टीम के राजनीति में जाने से मुझे कोई दिक्कत नहीं है। 
हालांकि अभी अरविंद केजरीवाल की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अन्ना जब प्रेस से बात कर रहे थे तब केजरीवाल और मनीष सिसौदिया भी वहीं थे। केजरीवाल से भी पत्रकारों ने सवाल किए लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। प्रेसवार्ता के बाद अन्ना और केजरीवाल एक ही कार से गए लेकिन कुछ दूर बाद केजरीवाल दूसरी कार में बैठ गए।
अन्‍ना बनाम केजरीवाल के अहम की लड़ाई में केजरीवाल भी झुकने को तैयार नहीं थे। केजरीवाल ने एक सर्वे के हवाले से दावा किया है कि ज्यादातर लोग पार्टी बनाने के पक्ष में हैं।  अन्‍ना कल ही पुणे में सामाजिक कार्यकर्ताओं से बैठक के बाद शाम को नई दिल्ली पहुंच गए थे। जहां उन्होंने समर्थकों को संबोधित किया।

कुरान का संदेश

कुरान का संदे 

आज देखेंगे चांद तो लगेगा चोरी का आरोप, करें ये उपाय



 

आज (19 सितंबर, बुधवार) गणेश चतुर्थी है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी का नाम शिवा है, अत: शिवा नाम से चतुर्थी का व्रतोत्सव करने से गणेश कृपा से चतुर्थी का फल सौ गुना अधिक प्राप्त होता है। इस चतुर्थी को पत्थर चतुर्थी भी कहते हैं। धारणा है कि इस दिन घरों पर पत्थर फेंकने से चोरी का भय नष्टï होता है। सिंह/कन्या युक्त इस चतुर्थी को चंद्र दर्शन नहीं करते हैं, आज रात चांद देखने से चोरी के झूठे आरोप लगने का भय रहता हैं, यदि चंद्र दर्शन हो जाएं तो इस मंत्र का जप करें-

सिंह: प्रसेन मण्वधीत्सिंहो जाम्बवता हत:।

सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्यïेष: स्यमन्तक:।।

जिन्हें संस्कृत का कम ज्ञान हो वह हिन्दी में इस प्रकार बोलें...

मंत्रार्थ- सिंह ने प्रसेन को मारा और सिंह को जाम्बवान ने मारा। हे सुकुमारक बालक तू मत रोवे, तेरी ही यह स्यमन्तक मणि है।

इस मंत्र के प्रभाव से कलंक नहीं लगता है।

जो मनुष्य झूठे आरोप-प्रत्यारोप में फंस जाए, वह इस मंत्र को जपकर आरोप मुक्त हो सकता है।

ख़तने के बाद मुंह से ख़ून साफ़ करने पर विवाद, वैज्ञानिक समुदाय ने की आलोचना


 

मेटज़िटज़ाह ख़तना करने का एक प्राचीन यहूदी तरीका है जिसमें ख़तना करने वाला यानि मोहेल अपने मुंह से बच्चे का ख़ून वगैरह साफ़ करता है. न्यूयॉर्क के करीब दस लाख यहूदियों के लिए ये आम बात है लेकिन इस प्राचीन रिवाज़ की वैज्ञानिक समुदाय में बहुत आलोचना हुई है.
अब न्यूयॉर्क के स्वास्थ्य बोर्ड ने काफ़ी सोच-विचार के बाद नियम बनाया है कि अपने बच्चों का इस विवादित और प्राचीन विधि से ख़तना करवाने के लिए मां-बाप को स्पष्ट सहमति देनी पड़ेगी.
विशेषज्ञ कहते हैं कि मेटज़िटज़ाह से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं और यहां तक कि बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है. न्यूयॉर्क के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि इस तरीके से खतना होने वाले शिशुओं में हर्पीस के 11 मामले और दो मौतें भी हुई हैं. मगर कट्टरपंथी यहूदी समुदाय अपने दायरे में सीमित रहता है, इसलिए मेटज़िटज़ाह की वजह से संक्रमित शिशुओं की संख्या का ठीक-ठीक पता लगाना बहुत मुश्किल है. इजराइल के बाहर इस वक्त सबसे ज़्यादा यहूदी न्यूयॉर्क शहर में रहते हैं जिनमें से 40 प्रतिशत ख़ुद को कट्टरपंथी यहूदी मानते हैं. इनमें से 66 प्रतिशत दंपती शिशुओं का मेटज़िटज़ाह तरीके से ख़तना कराते हैं.
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