आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

22 सितंबर 2012

कैसे वक्‍त काटते हैं अटल बिहारी, जानिए


कैसे वक्‍त काटते हैं अटल बिहारी, जॉर्ज फर्नांडिस और दिलीप कुमार, जानिए

'संसद ठप होते देखी तो तुरंत चैनल बदलवाया' 
 
नईदिल्ली. 6-ए, कृष्ण मेनन लेन 
एसपीजी के जवानों की चहल-पहल से आबाद यह है अटल बिहारी वाजपेयी का सरकारी निवास। 2004 के बाद वे गिने-चुने सार्वजनिक आयोजनों में ही देखे गए। तीन साल से कुछ लिखा नहीं, दो साल से कुछ बोले नहीं हैं। गजब की भाषण कला ही तो उनकी पहचान रही है पर वे अब 'मौन' हैं। पैरालिसिस ने उनकी वाणी को विराम भले ही दे दिया हो मगर वे चैतन्य हैं। इशारों में संवाद करते हैं। 20 सालों में करीब दस सर्जरी हुई हैं उनकी। डॉक्टरों की मौजूदगी में नियमित फिजियोथेरेपी के बाद ज्यादा वक्त टीवी के सामने गुजरता है। कोयला घोटाले के चलते संसद की कार्यवाही जब ठप हुई, बिस्तर पर लेटे अटलजी टीवी पर टकटकी लगाए थे। सबसे करीबी सहयोगी शिवकुमार बताते हैं कि संसद में हंगामा देखकर उन्होंने फौरन चैनल बदलवाया। चेहरे से जाहिर था कि उन्हें यह तमाशा पसंद नहीं आया। वे गाने सुनने लगे! इंडियन आयडल जैसे कार्यक्रम खास पसंद हैं। 25 दिसंबर को अटलजी 88 साल के हो रहे हैं। 
 

क्रिकेटर को 6 छक्कों पर 6 करोड़, फौजी को 6 गोली पर 6 हजार भी नहीं



 

कोटा. कारगिल युद्ध में पाक अधिकृत तोलोलिंग पहाड़ी की चोटी पर पहला तिरंगा फहराने वाले महावीर चक्र विजेता कमांडो दीगेंद्र कुमार उर्फ ‘कोबरा’ फौजियों के साथ हो रहे सरकारी बर्ताव से निराश हैं। इस जांबाज कमांडो का कहना है कि देश का दुर्भाग्य है कि क्रिकेट में 6 छक्के मारो तो 6 करोड़ रुपए का इनाम मिलता है, लेकिन जान हथेली पर रखकर देश की रक्षा करने वाले फौजी को 6 गोलियां भी लग जाए तो सरकार 6 हजार रुपए तक नहीं देती है।

कोबरा इस बात से भी दुखी हैं कि देश में महावीर चक्र विजेता को सरकार प्रतिमाह केवल 5 हजार रु.देती है, जबकि आतंकी अफजल और कसाब पर 20-20 हजार रु. खर्च कर रही है। अभा वैश्य महासम्मेलन के पदाधिकारियों ने इस मौके पर मोदी कॉलेज में कमांडो दीगेंद्र कुमार का सम्मान किया। सीकर जिले के झालरा गांव में रहने वाले फौजी दीगेंद्र को सेना मैडल व ‘बेस्ट कमांडो ऑफ इंडियन आर्मी’ का खिताब भी मिला।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक कारगिल सैनिक को 15 हजार रु., 25 या 50 बीघा कृषि भूमि और 350 वर्गमीटर भूखंड देने की घोषणा की थी। उन्हें 15 माह बाद 15 हजार की मदद मिली। लेकिन सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटते हुए 13 साल हो गए आज तक 50 बीघा कृषि भूमि नहीं मिल सकी। फाइल मुख्यमंत्री के पास पड़ी है, अब मैं किसके पास जाकर रोऊं।

फौजी केवल कमांडर की शाबासी पाकर खुश हो लेता है

यह देश दुर्भाग्य है कि क्रिकेट में करोड़ों रुपए का इनाम मिलता है, लेकिन जान हथेली पर रखकर देश की रक्षा करने वाले फौजी को 6 गोलियां भी लग जाए तो सरकार 6 हजार रुपए तक नहीं देती है। वहीं फौजी केवल कमांडर की शाबासी पाकर खुश हो लेता है।

महावीर चक्रनायक दीगेंद्र ऐसे दूसरे कमांडो हैं जिन्हें कारगिल युद्ध में जीवित महावीर चक्र मिला है। यह परमवीर चक्र के बाद दूसरा सर्वोच्च सम्मान है। कारगिल युद्ध में असाधारण पराक्रम दिखाने पर 10 जांबाजों को 15 अगस्त,1999 को महावीर चक्र से नवाजा गया था।

देखो! यहां झेली थी दुश्मन की गोलियां

आरक्षण देना ही है तो पहले सेना में दो

मौजूदा व्यवस्था पर दो टूक शब्दों में उन्होंने कहा, देश से आरक्षण बिल्कुल खत्म कर दो। जो तन-मन-धन से गरीब हो, उसे मजबूत करो। आरक्षण देना ही है तो सबसे पहले सेना में दो। ताकि वे देश के लिए भी कुछ त्याग करें। वे बोले- जनता को इंसाफ दिलाने के लिए देश से रिश्वत, चमचागिरी, सिफारिश की प्रवृत्ति को विदा करना होगा।

आंखों में तैरते हैं गर्व के वे पल

12 जून,1999 की रात। सेना के 250 कमांडो की बटालियन ने गोला-बारूद भरकर कारगिल में 15 हजार फीट ऊंची बर्फीली तोलो-लिंग पहाड़ी को पाक कब्जे से मुक्त कराने के लिए धावा बोला। पाक सेना ने वहां 11 बंकर बना रखे थे। कमांडो की सी कंपनी को अटैक करने का जिम्मा सौंपा गया। इसमें नायक दीगेंद्र कुमार के साथ कुल 10 लड़ाकू कमांडो शामिल थे। गोलों के तेज धमाकों के बीच पल-पल मौत से सामना करते जांबाज कमांडो पहाड़ी की सीधी चट्टान पर रस्सी के सहारे रेंगते हुए आगे बढ़ रहे थे।

दीगेंद्र के हाथ दुश्मन की मशीनगन की बैरल लगी, वहां दुश्मन का आभास होते ही उसने बैरल को निकालकर एक पल में हथगोला बंकर में सरका दिया जो जोर के धमाके से फटा और पहला बंकर ध्वस्त हो गया। एक हाथ व सीने में 5 गोली खाने के बावजूद जांबाज कमांडो दीगेंद्र सिंह उर्फ कोबरा की टीम ने 11 बंकर बर्बाद कर दिए। 13 जून को सुबह 4 बजे उन्होंने पाक मेजर अनवर खान को मौत के घाट उतार कर तोलो-लिंग की चोटी पर तिरंगा लहरा दिया। उनके पिता शिवदान सिंह पर सारी भी 1948 में 5 गोली खाकर शहीद हुए थे। 1993 में कुपवाड़ा में उग्रवादियों के एरिया कमांडर मजीद खान को ढेर करने पर दीगेंद्र को सेना मैडल दिया गया।

'रेलवे ट्रैक पर पड़े हैं लाखों रुपये', टूट पड़े लोग लेकिन...



 

हजारीबाग. जिले के बरकाकाना क्षेत्र में आज लाखों रुपए मिलने की अफवाह दिनभर सुर्खियों में रही, जबकि मामला लगभग छह हजार रुपए का था। इस संबंध में बरकाकाना थाना प्रभारी राजीव रंजन ने बताया कि बरकाकाना रेलवे ट्रैक पर कचरा चुनने वाली मुन्नी देवी रोज करी भांति आज भी कचरा चुन रही थी, तभी उसकी नजर एक गठरी पर पड़ी। गठरी के अंदर एक फटा पुराना सूट व कंबल मिला। कंबल के अंदर छोटे सिक्का से भरा थैला मिला। मुन्नी ने जैसे ही थैले को खोला कचरा चुनने वाली अन्य महिलाएं टूट पड़ी।

मुन्नी किसी तरह भागकर रेल थाने आ गई और मामले से थाना प्रभारी को अवगत कराया। प्रभारी ने भी जांच की तो पांच से छह हजार के सिक्के मिले। आशंका जताते हुए उन्होंने कहा कि शायद यह थैला किसी भिखारी का है।

ज़रा हटके: मंदिर में रखा एक रजिस्टर तय करवा रहा है शादी!



 

कोटा. गणेशोत्सव के दौरान यहां के गणेशपाल मंदिर में बहुत भीड़ है। इनमें कई कुंवारे हैं, जो यहां रखे एक रजिस्टर में अर्जी लगाने आए हैं।

पुजारी हर्षवर्धन गौतम का दावा है कि यहां 20 साल में करीब 10 हजार में से 5 हजार अर्जी लगाने वाले युवक-युवतियों की शादी हो चुकी है।
मंदिर में रखे रजिस्टर में युवक-युवती को अपने बारे में पूरी जानकारी नोट कराना होती है। इसके बाद युवक-युवतियों को पांच बुधवार मंदिर आने के लिए कहा जाता है। रजिस्टर देखकर लोगों में संपर्क होता है और रिश्ते तय होते हैं।

'गंदे आरोपों के कारण कर रहा हूं आत्महत्या', कांग्रेसी नेता की मौत


'गंदे आरोपों के कारण कर रहा हूं आत्महत्या', कांग्रेसी नेता की मौत
नागपुर।कांग्रेस सेवादल के पदाधिकारी रमाकांत धारकर (60) ने अपने घर में जहर पीकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में लिखा है कि गंदे आरोपों के कारण आत्महत्या कर रहा हूं।
धारकर के घर के पास एक घर में अनैतिक व्यवसाय की शिकायत पुलिस से की गई थी। शिकायतकर्ताओं में धारकर भी शामिल थे। सुसाइड नोट का आशय है कि जिन लोगों की शिकायत की गई थी, उन्हीं ने धारकर को बदनाम करने का प्रयास किया। धमकियां दी।
आत्मसम्मान के सवाल पर धारकर ने जिंदगी से हार मान ली। शनिवार की सुबह घटित इस प्रकरण ने सामाजिक क्षेत्र में खलबली मचा दी है। लोगों ने आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। अजनी पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर कुछ आरोपियों को हिरासत में लिया है।
रामेश्वरी क्षेत्र के प्लाट ए-8 द्वारकापुरी निवासी रमाकांत धारकर सिंचाई विभाग में कार्यरत थे। पिछले वर्ष मार्च में वे सेवानिवृत्त हुए। सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में वे सक्रिय थे। वे कांग्रेस सेवादल के दक्षिण पश्चिम नागपुर मंडल के संगठक भी थे।
पत्नी पंचकुला धारकर भंडारा जिले के भूगांव में जिप विद्यालय में प्राचार्य हैं। धमकियां मिलने की शिकायत के साथ धारकर पिछले कुछ दिनों से परेशान थे। दिनचर्या के अनुरुप धारकर शनिवार की सुबह जागे। चाय पीकर अपने कमरे में पुन: सो गए।
पत्नी त्योहारी अवकाश के कारण घर पर ही थीं। घर में खिड़की मरम्मत का कार्य चल रहा था। सुबह करीब 9.15 बजे खिड़की मरम्मत के लिए मिस्त्री आया, तब पंचकुला ने पति को आवाज दी। कोई प्रतिसाद नहीं मिलने पर वह कमरे में गईं। धारकर के मुंह से झाग निकल रही था। वह मृतप्राय अवस्था में थे। पंचकुला रोने लगी। पड़ोसी एकत्र हो गए। धारकर को मेडिकल अस्पताल पहुंचाया गया। प्राथमिक जांच में ही चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

कुरान का संदेश

फेसबुक पर देश ही नहीं, दुनिया के दबंग सेलेब्रिटी निकले सलमान


सोशल मीडिया की लगातार बढ़ती ताकत को सेलीब्रिटीज भी खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। बॉलीवुड के दबंग सलमान खान इसी महीने फेसबुक पर आए हैं और आते ही छा गए हैं। यूं तो भारत में अभी ए आर रहमान, सचिन तेंडुलकर और आमिर खान फेसबुक फैंस के मामले में उनसे आगे हैं लेकिन फेसबुक पर सक्रिय फैंस के मामले में वो अभी सबसे आगे हैं।
 
सलमान खान के पेज पर फिलहाल 8 लाख से अधिक फैंस सक्रिय हैं। विश्व भर की सेलिब्रिटीज में सिर्फ निकी मिनाज के पेज पर ही उनसे अधिक फैंस सक्रिय हैं। सबसे सक्रिय फैंस की सूची में भी उनका पेज 20वें स्थान पर है। 
 
इस समय अमेरिका में चुनाव प्रचार चल रहा है लिहाजा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के पेज पर इस समय सर्वाधिक 2,102,358 लोग सक्रिय हैं। वहीं बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने भी सितंबर में ही फेसबुक पर आने की अधिकारिक घोषणा की। फिलहाल उनके पेज से 24 लाख से अधिक लोग जुड़े हैं लेकिन भारत के टॉप 5 फेसबुक सेलिब्रिटीज में वो शुमार नहीं है। हालांकि उनका पेज काफी तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और सितबंर माह में ही उन्होंने करीब 5 लाख फैंस अपने पेज से जोड़ लिए हैं।

शर्ट उतार कर पीएम का विरोध करने वाले पर लालू ने गिराई गाज



नई दिल्‍ली. रिटेल में एफडीआई, डीजल और एलपीजी की कीमतें बढ़ाने के पक्ष में सरकार लाख दलील दे रही है, महंगाई के खिलाफ लोगों का गुस्‍सा कम नहीं हुआ है। यूपीए सरकार के कई मंत्रियों को पहले इसके विरोध का सामना करना पड़ा लेकिन अब खुद पीएम मनमोहन सिंह भी इससे नहीं बच सके हैं। सियासी घमासान (कल्‍पेश याग्निक का संपादकीय) के बीच मनमोहन ने अपने कड़े फैसलों पर सफाई दी लेकिन शनिवार को विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम के दौरान एक शख्‍स ने शर्ट उतारकर पीएम का विरोध (तस्‍वीरें) किया। प्रधानमंत्री आज शाम राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगे। इस दौरान ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा हो सकती है।
पीएम विज्ञान भवन में आर्थिक विकास पर कॉन्‍फ्रेंस में हिस्‍सा लेने पहुंचे थे। पीएम अपना भाषण देने मंच पर पहुंचे कि सभागार में मौजूद एक वकील, जो लालू की पार्टी राष्‍ट्रीय जनता दल से जुड़ा है, टेबल पर खड़ा हो गया। उसने अपनी शर्ट निकाल ली और पीएम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस शख्‍स ने डीजल की बढ़ी  कीमतें वापस लेने की मांग करते हुए नारेबाजी की। उसने कहा, 'भ्रष्‍ट पीएम वापस जाओ, वापस जाओ। डीजल में मूल्‍य वृद्धि वापस लो, वापस लो।' सुरक्षाकर्मी इस शख्‍स को पकड़कर बाहर ले गए और उससे कड़ाई से पूछताछ की। हंगामा खड़ा करने वाला शख्‍स 'वोट के बदले नोट' मामले में पीएम के खिलाफ केस चलाने की भी मांग कर चुका है। लेकिन पीएम ने सुरक्षा एजेंसियों से इस शख्स के खिलाफ सख्ती न बरतने का निर्देश दिया है।
कांग्रेस ने घटना की जांच की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्‍ता राशिद अल्‍वी ने कहा कि विपक्ष ने देश में जिस तरह का माहौल किया है उससे ऐसी घटनाओं से हैरानी नहीं होती हैं। बीजेपी प्रवक्‍ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि महंगाई से आम आदमी परेशान है लेकिन यह पता करने की जरूरत है कि पीएम के खिलाफ नारे लगाने वाला शख्‍स कौन है। सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश की जनता बहुत गुस्‍से में है। सरकार 'रिफॉर्म' के नाम पर 'डिफॉर्म' कर रही है। इसलिए ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं।
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...