रतिया। रतिया का सैनी मोहल्ला। यहां अधिकांश घरों के दरवाजों पर नीम
के पत्ते बंधे हैं। लोगों में चर्चा है कि नीम के पत्ते न बांधने से कोई
भी अनहोनी हो सकती है। इन अफवाहों ने ऐसा माहौल बना दिया कि हर तरफ डर है।
रतिया शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश घरों के मुख्य दरवाजों पर पिछले
चार दिनों से नीम बांधने का काम सिलसिला चला हुआ है।
यह सलाह उन्हें किसने दी, यह जानने के लिए कुछ लोगों से बात की गई। सैनी मोहल्ला के रघुवीर सैनी, नाजर सिंह, सुरेंद्र सैन, पाल सिंह ने बताया कि उनके पास रिश्तेदारों के फोन आ रहे हैं। बता रहे हैं कि गांव घरोंडा में एक मृत व्यक्ति को शमशान घाट में ले जाया जा रहा था। रास्ते में मृतक अर्थी से उठ खड़ा हुआ है। बोला कि जो व्यक्ति अपने घर के बाहर नीम नहीं बांधेगा, उसके घर से अर्थी उठेगी। इतना कहकर वह फिर मर गया। इस तरह की बातें चल रही हैं।
महज अफवाह है: तर्कशील
तर्कशील सोसायटी के प्रदेश उपाध्यक्ष फरियाद सनियाना ने कहा कि यह महज अंधविश्वास व अफवाह है। कुछ कमजोर मानसिकता के लोग ऐसी अफवाहों पर विश्वास करते हैं। तांत्रिक लोग उसका फायदा उठा जाते हैं।
कीटाणु रोधक भी है नीम : टांटिया
आयुर्वेद के ज्ञाता डॉ. राधेश्याम टांटिया ने बताया कि नीम खाज खुजली, चर्म रोग नाशक होता है। कीटाणुओं को नष्ट करने में काम आता है। इसके अलावा पुराने समय से ही नीम को शुद्ध माना जाता है। इसी कारण बच्चे के जन्म पर भी लोग अपने मकान के मुख्य द्वार पर नीम बांधते थे। वैसे भी नीम में हर तरह के कीटाणुओं को मारने की क्षमता होती है, और आयुर्वेद में नीम को विभिन्न प्रकार के रोगों से निजात दिलाने में सहायक माना जाता है। डॉ. टांटिया ने कहा कि वैसे भी नीम की अनेक उपयोगी वस्तुओं को हम इस्तेमाल करके अनेक प्रकार के रोगों से भी मुंक्ति पा सकते हैं। लेकिन नीम बांधने से मौत नहीं आएगी यह कोरी अफवाह है। नीम बांधने को केवल स्वास्थ्य की दृष्टि से ही देखें। किसी प्रकार के अंधविश्वास में ना पड़कर केवल इसकी उपयोगिता को ही ध्यान में रखें।
यह सलाह उन्हें किसने दी, यह जानने के लिए कुछ लोगों से बात की गई। सैनी मोहल्ला के रघुवीर सैनी, नाजर सिंह, सुरेंद्र सैन, पाल सिंह ने बताया कि उनके पास रिश्तेदारों के फोन आ रहे हैं। बता रहे हैं कि गांव घरोंडा में एक मृत व्यक्ति को शमशान घाट में ले जाया जा रहा था। रास्ते में मृतक अर्थी से उठ खड़ा हुआ है। बोला कि जो व्यक्ति अपने घर के बाहर नीम नहीं बांधेगा, उसके घर से अर्थी उठेगी। इतना कहकर वह फिर मर गया। इस तरह की बातें चल रही हैं।
महज अफवाह है: तर्कशील
तर्कशील सोसायटी के प्रदेश उपाध्यक्ष फरियाद सनियाना ने कहा कि यह महज अंधविश्वास व अफवाह है। कुछ कमजोर मानसिकता के लोग ऐसी अफवाहों पर विश्वास करते हैं। तांत्रिक लोग उसका फायदा उठा जाते हैं।
कीटाणु रोधक भी है नीम : टांटिया
आयुर्वेद के ज्ञाता डॉ. राधेश्याम टांटिया ने बताया कि नीम खाज खुजली, चर्म रोग नाशक होता है। कीटाणुओं को नष्ट करने में काम आता है। इसके अलावा पुराने समय से ही नीम को शुद्ध माना जाता है। इसी कारण बच्चे के जन्म पर भी लोग अपने मकान के मुख्य द्वार पर नीम बांधते थे। वैसे भी नीम में हर तरह के कीटाणुओं को मारने की क्षमता होती है, और आयुर्वेद में नीम को विभिन्न प्रकार के रोगों से निजात दिलाने में सहायक माना जाता है। डॉ. टांटिया ने कहा कि वैसे भी नीम की अनेक उपयोगी वस्तुओं को हम इस्तेमाल करके अनेक प्रकार के रोगों से भी मुंक्ति पा सकते हैं। लेकिन नीम बांधने से मौत नहीं आएगी यह कोरी अफवाह है। नीम बांधने को केवल स्वास्थ्य की दृष्टि से ही देखें। किसी प्रकार के अंधविश्वास में ना पड़कर केवल इसकी उपयोगिता को ही ध्यान में रखें।