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02 अक्तूबर 2012

अनोखी परंपरा: श्राद्ध में कौओं को क्यों कराते हैं भोजन?


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श्राद्ध पक्ष पितरों को प्रसन्न करने का एक उत्सव है। यह वह अवसर होता है जब हम खीर-पुड़ी आदि पकवान बनाकर उसका भोग अपने पितरों को अर्पित करते हैं जिससे तृप्त होकर पितृ हमें आशीर्वाद देते हैं। श्राद्ध पक्ष से जुड़ी कई परंपराएं भी हमारे समाज में प्रचलित है। ऐसी ही परंपरा है जिसमें कौओं को आमंत्रित कर उन्हें श्राद्ध का भोजन खिलाया जाता है।

इसका एक कारण यह है कि हिन्दू पुराणों में कौए को देवपुत्र माना है। यह मान्यता है कि इन्द्र के पुत्र जयंत ने ही सबसे पहले कौए का रूप धारण किया था। यह कथा त्रेता युग की है जब भगवान श्रीराम ने अवतार लिया और जयंत ने कौऐ का रूप धर कर माता सीता को घायल कर दिया था।

तब भगवान श्रीराम ने तिनके से ब्रह्मास्त्र चलाकर जयंत की आंख फोड़ दी थी। जब उसने अपने किए की माफी मांगी तब राम ने उसे यह वरदान दिया की कि तुम्हें अर्पित किया गया भोजन पितरों को मिलेगा। तभी से श्राद्ध में कौओं को भोजन कराने की परंपरा चली आ रही है। यही कारण है कि श्राद्ध पक्ष में कौओं को ही पहले भोजन कराया जाता है।

नवरात्रि में बनेंगे कई अद्भुत योग, 8 दिन की होगी नवरात्रि



नवरात्रि में बनेंगे कई अद्भुत योग, 8 दिन की होगी नवरात्रि
इस वर्ष 16 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2012 तक मां दुर्गा की आराधना का पर्व नवरात्रि मनाया जाएगा। वैसे तो प्रतिवर्ष नवरात्रि नौ दिनों का पर्व होता है लेकिन इस वर्ष यह उत्सव 8 दिनों का रहेगा।

इस संबंध में उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष ने बताया कि इस वर्ष नवरात्रि मंगलवार को शुरु होगी एवं मंगलवार को ही इसका समापन होगा। मां दुर्गा को भी यह वार अत्यंत प्रिय होता है। उनके सभी स्तोत्रों में यही वर्णन पाया गया है।

चमत्कार: इस शिवालय में अपने आप होता रहता है जलाभिषेक



हंटरगंज. एक ऐसा शिवालय जहां सालों भर स्वत: शिवलिंग पर जलाभिषेक होता है। यह करिश्मा शिव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत हो रहा है। काफी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में पूजा अर्चना कर मन्नते मांगते हैं और पूरी होती है।

प्रखंड के प्रतापपुर मार्ग पर पांडेयपुरा से पहले नावाडीह गांव के भोक्ताडीह टोला में शिव मंदिर स्थित है। मंदिर का निर्माण वर्ष 2008-09 में किया गया था। 11 फरवरी 2009 को शिवालय का प्राण प्रतिष्ठा हुआ। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान आयोजित यज्ञकर्ता श्याम सुंदर दास के प्रवचन के दौरान दो दिन विशाल नाग देखे गए थे। साथ ही यज्ञ के कलश यात्रा में जल भरने जा रहे श्रद्धालुओं के कलश में भी नाग दिखाई पड़े थे।

ग्रामीण प्रमोद सिंह ने बताया कि मंदिर के अंदर गुम्बज के पास से बूंद-बूंद पानी सालों भर शिवलिंग पर गिरता है। पानी कहा से आता है, इसे कोई जान नहीं पाया है। लोगों का मानना है कि जल के साथ ओम नम: शिवाय जाप करने के उपरांत जो मन्नते मांगी जाती है। वह पूरी होती है। यज्ञकर्ता श्याम सुंदर दास ने इस शिवमंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान कहा था कि 50 वर्षों के बाद शिव मंदिर की स्थापना शुभ मुहूर्त में किया गया था। इस मंदिर में हमेशा चमत्कार होता रहेगा।

यह युवक बड़े आराम से चला जा रहा था, देखने के लिए उमड़ी भीड़



यह युवक बड़े आराम से चला जा रहा था, देखने के लिए उमड़ी भीड़
जालंधर। इसे शौक कहें हिम्मत, लेकिन इस युवक में वास्तव में ही दम और हिम्मत दोनों ही हैं। जो अपने डौलों की चमड़ी में सुए आर-पार कर ऊपर से इनके साथ पानी की बाल्टियां लटकाकर ऐसे जा रहा है कि उसके लिए ऐसा करना कोई बड़ी बात नहीं। राजू नाम के इस युवक ने बीते रविवार लमीनी के छिंज मेले में ऐसा अजब गजब करतब दिखाकर सबको हैरान कर दिया।

दुनियाभर में बजेगा इस धर्म नगरी का डंका, भगवान के करीब होंगे लोग


कुरुक्षेत्र. गीता उपदेश स्थली। कुरुभूमि। सम्राट हर्ष का साम्राज्य भी कुरुक्षेत्र से चलता था। विश्व में शांति और अध्यात्म के लिए तो कुरुक्षेत्र जाना ही जाता है, लेकिन अब यहां बन रही कुछ भव्य इमारतें इसे दुनियाभर में स्थापत्य कला, वैभव और पर्यटक नगरी के रूप स्थापित कर देंगीं।

30 करोड़ की लागत से पारंपरिक द्रविड़ शैली में तिरुपति बालाजी मंदिर भी ब्रह्मसरोवर किनारे बनेगा। 200 करोड़ की लागत से 18 मंजिला ज्ञान मंदिर का काम भी शुरू हो गया है। विश्व का सबसे भव्य कांस्य रथ यहां पहले से ही ब्रह्मसरोवर पर लगा हुआ है। धर्मनगरी में हो रहे नए निर्माण आम नहीं होंगे, बल्कि खास नगीने होंगे। जिस तरह दक्षिण के विशाल मंदिर, वहां की पहचान हैं, ठीक यही पहचान यहां बनने वाले भव्य मंदिरों से धर्मनगरी को मिलेगी।

कुरुक्षेत्र के तिरुपति मंदिर पर

कुल भूमि साढ़े पांच एकड़

लागत 30 करोड़ रुपए

ऊंचा पांच मंजिल

कुल कवर्ड एरिया 64125 स्क्वेयर फीट

यज्ञशाला 1000 स्क्वेयर फीट

क्यू शैड 6000 फीट

परिक्रमा 232’-3 गुणा 98’-2 फीट

गर्भालय 13’-3’’ गुणा 13’-3’’

महामंडप 35’-11’’ गुणा 35’-11’’ स्क्वेयर फीट

अन्न प्रसादम 21528 स्क्वेयर फीट

रथ मंडप 1776 स्क्वेयर फीट

वाहन मंडप 1776 स्क्वेयर फीट

राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में होंगे फ्री टेस्ट



जयपुर।प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में जल्द ही मरीजों के टेस्ट भी फ्री होंगे। राज्य सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस योजना को संभव बनाने के लिए विभिन्न स्तरों पर इसका परीक्षण करवाया जाएगा। इसके अलावा निशुल्क दवाओं की संख्या 400 से बढ़ाकर 600 की जाएगी।
गहलोत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री निशुल्क दवा वितरण योजना का एक साल पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि निशुल्क दवा योजना प्रदेश में प्रभावी रूप से लागू हुई है। बड़ी योजना के कारण कहीं-कहीं खामियां रही हैं, लेकिन इन्हें लगातार दूर किया जा रहा है। गहलोत ने कहा कि तीन प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे इसलिए रही है कि उसका पैसा इलाज में खर्च हो जाता था।
भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए थे एमसीआई, डीसीआई:मुख्यमंत्री ने कहा कि एमसीआई, डीसीआई, वीसीआई जैसे 'आईÓ वाले संस्थान भ्रष्टाचार के अड्डे बने हुए थे। कॉलेज खोलने के लिए करोड़ों के सौदे होते थे, यह भी किसी से छुपा नहीं। गहलोत ने कहा कि अब स्थिति बदलने की जिम्मेदारी एमसीआई की है। हमें डॉक्टर भी बेहतरीन तैयार करने पड़ेंगे जिससे सरकारी योजनाओं को बेहतर रूप से क्रियान्वित किया जा सके।
सेवारत चिकित्सकों के लिए स्टेंडर्ड ट्रीटमेंट गाइडलाइन: समारोह में मुख्यमंत्री ने सेवारत चिकित्सकों के लिए स्टेंडर्ड ट्रीटमेंट गाइडलाइन का विमोचन किया। यह सभी डॉक्टरों को मुहैया कराई जाएगी। इसमें राज्य में बहुतायत होने वाली बीमारियों, उनके इलाज के तरीकों सहित अन्य प्रकार की जानकारियां दी गई हैं। गहलोत ने दवा वितरण केंद्रों के कंप्यूटरीकरण, हैल्पलाइन सुविधा की भी शुरूआत की।

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