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06 अक्तूबर 2012

कोटा के इस छोरे ने बना दी लाइव क्रिकेट देखने की ऐप



कोटा. आप कहीं भी हों, आपके पसंदीदा क्रिकेट मैच का सबसे रोमांचक पल आते ही मोबाइल पर एक अलर्ट मिलेगा और आप उस पल को लाइव देख सकेंगे। आईआईटी मुंबई में पढ़ रहे कोटा के आयुष जैन व 4 अन्य छात्रों ने हाल ही मोबाइल यूजर्स के लिए ‘क्रिक अलार्म’ एप तैयार किया है। इसे बनाने में उन्हें ढाई माह लगे। फिलहाल यह एप एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करेगा। वे इसे आईफोन व विंडोज प्लेटफॉर्म के लिए भी तैयार कर रहे हैं।


छात्रों ने बताया कि वे इस एप का अपडेट वर्जन एक हफ्ते में लांच कर देंगे, जिसमें भविष्य में होने वाले सभी क्रिकेट मैचों का कैलेंडर मोबाइल पर दिखेगा। आप अपने पसंदीदा मैच के लिए सेटिंग्स कर सकते हैं। आयुष कोटा की महापौर डॉ.रत्ना जैन व डॉ.अशोक जैन के बेटे हैं।

टी-20 मैच का लुत्फ उठाओ: आयुष के अनुसार, एप को टी-20 वल्र्ड कप मैच के लिए विशेष रूप से तैयार किया है। उदाहरण के लिए, आपका फेवरिट बल्लेबाज जैसे ही चौके-छक्के लगाकर 200 की स्ट्राइक रेट से खेलना शुरू करेगा, आपको उसी पल मोबाइल पर अलर्ट मिल जाएगा।

देर रात के मैचों से आया आइडिया: एप का आइडिया भारत के आस्ट्रेलिया या न्यूजीलैंड में होने वाले मैच को देखकर आया। इन देशों में मैच भारतीय समयानुसार रात 2 से 4 बजे के बीच शुरू होते हैं। ऐसे में मैच का खास पल देखने के लिए जल्दी उठना पड़ता था।

ऐसे काम करता है ऐप: क्रिक अलार्म गूगल प्ले स्टोर से मुफ्त डाउनलोड की जा सकती है। इसके बाद आप मनचाही टीम या एक से अधिक पसंदीदा खिलाड़ी चुन सकते हैं। जैसे ही वह टीम या खिलाड़ी मैदान पर बल्लेबाजी या गेंदबाजी के लिए उतरेगा तो आपके फोन पर अलर्ट आ जाएगा। आप किसी खिलाड़ी के अर्धशतक या शतक अथवा 100वां या 200वां विकेट या अन्य कोई रिकॉर्ड बनता देखना चाहें तो उस स्कोर का अलार्म सेट कर सकते हैं।

तिरुपति को मिले 36 टन विदेशी सिक्के विजय मनोहर तिवारी



तिरुपति. भगवान वेंकटेश मंदिर के खजाने में जमा सिक्कों की छंटाई हाल ही में पूरी हुई है। दो सौ मुल्कों के सिक्के अलग करके तौले गए। वजन निकला-36 टन। ये सिक्के वर्तमान में प्रचलित हैं। इसके अलावा भारतीय राजवंशों के सदियों पुराने सिक्के अलग हैं। इनमें से 12 सौ सिक्के संग्रहालय में रखे गए हैं। सात सौ सिक्के महान् विजयनगर साम्राज्य के राजाओं के हैं। पहली सदी के रोमन सम्राट नीरो का सिक्का भी खजाने में मिला है। 
 
पांच साल बाद हुई इस छंटाई के बाद अब विदेशी सिक्कों को नीलाम किया जाएगा। मंदिर के पुराने खजानों के दिलचस्प ब्यौरे एक हजार से ज्यादा शिलालेखों में दर्ज हैं मगर दान के रिकॉर्ड आज भी कायम हो रहे हैं। ताजा उदाहरण-मंगलवार का दिन सबसे सुस्त माना जाता है। लेकिन दो अक्टूबर को मंदिर के प्रबंधकों ने अपनी राय बदल ली। मंगलवार के बावजूद 3 करोड़ 45 लाख रुपए का चढ़ावा आया। जबकि न कोई उत्सव था। न त्योहार। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम् (टीटीडी) के प्रवक्ता टी. रवि ने बताया, 'इससे पहले एक जनवरी को पांच करोड़ की नकदी जमा हुई थी। इन्हें गिनने में सौ से ज्यादा कर्मचारी और 10 मशीनें भी कभी-कभी कम पड़ते हैं। 12 बैंक शाखाएं कैश के हिसाब के लिए हैं।' 1990 तक करीब तीस हजार श्रद्धालु हर दिन आते थे, अब यह संख्या एक लाख तक पहुंचने लगी है।

अब हर सिलेंडर के लिए देना होगा ज्‍यादा पैसा, ममता बोलीं-वेरी बैड, वेरी सैड!



नई दिल्‍ली. सातवां ही नहीं, अब पहला सिलेंडर भी महंगा पड़ेगा। अब रियायती रसोई गैस सिलेंडर 11.42 रु. और गैर रियायती सिलेंडर 12.27 रु. महंगा मिलेगा। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने शुक्रवार को रसोई गैस एजेंसी संचालकों का कमीशन बढ़ा दिया और उसका भार उपभोक्ताओं पर डाल दिया। इसी के कारण दामों में यह वृद्धि हुई है। नई दरें शुक्रवार से लागू हो गईं। ममता बनर्जी ने सरकार के इस फैसले को जनविरोधी करार दिया है। उन्‍होंने फेसबुक पर टिप्‍पणी की है, 'आपको पता है कि यूपीए-2 के दौरान एलपीजी की कीमतें कितनी बार बढ़ी हैं और इससे आम आदमी पर बोझ बढ़ा है? सरकार ने एक बार फिर इसकी कीमतें बढ़ा दी हैं। ...वेरी बैड, वेरी सैड।' हालांकि, एजेंसी के गोदाम से खुद गैस सिलेंडर लाने पर 15 रु. कम चुकाने होंगे। 
 
लेकिन नेशनल फेडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स ऑफ इंडिया सरकार के फैसले से खुश नहीं है। उसकी मांग है कि कमीशन 65 रुपये बढ़नी चाहिए। फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी पवन सोनी ने कहा कि यह दरअसल महंगाई भत्‍ता के आधार पर की गई बढ़ोतरी है, जो दो साल से बकाया था। और वैसे भी डीलर अपना  कमीशन 65 रुपये बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि एक अक्‍टूबर को मुलाकात में सरकार ने हमसे 15 दिन का वक्‍त मांगा था। इस मियाद के बाद हम आगे के कदम के बारे में सोचेंगे।
 
अगर फेडरेशन की जिद की आगे सरकार झुकती है तो ग्राहकों पर करीब 54 रुपये की मार और पड़ेगी। फेडरेशन जनता पर एक और बोझ डलवाने पर आमादा है। सोनी ने कहा कि मौजूदा नीति के तहत हमें तीन दरों (रियायती, गैर रियायती और व्‍यावसायिक) पर सिलेंडर बेचना पड़ रहा है। उन्‍होंने मांग की कि सरकार डीलरों के लिए सिर्फ एक दाम तय करे और सब्सिडी का पैसा ग्राहकों के बैंक खाते में जमा कराए। अगर ऐसा हुआ तो ज्‍यादातर ग्राहकों के लिए रसोई गैस का सिलेंडर लेना काफी मुश्किल हो जाएगा।

कुरान का संदेश

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